अगले दिन सुबह राम्या किचेन में नाश्ता तैयार कर रही थी । तभी करण अंदर दाखिल हुआ और बोला: आज हमारी प्यारी बिटिया क्या बना रही है ?
राम्या: पापा आलू पराठे बना रही हूं , बस ज्यादा कुछ नहीं आता मुझे बनाना।
करण: अरे आलू पराठे तो मुझे बहुत पसंद हैं , तुम सच में मेरा बहुत ख्याल रखती हो बेटी ।
राम्या अपनी तारीफ सुनकर खुश हो गई और बोली : पापा आप भी तो दुनिया के सबसे अच्छे पापा हैं मेरे इतना ख्याल रखते हैं ।
तभी राम्या जोर से चिल्ला उठी क्योंकि उसके हाथ पर गर्म पराठा लग गया था तो करण ने जल्दी से उसका हाथ पकड़ लिया और अपनी जीभ से चाटने लगा ।
करण कुछ देर ऐसे ही चाटता रहा तो राम्या को सुकून मिल गया ।
राम्या : बस कीजिए पापा और कितना प्यार करेंगे अब हाथ में जलन नहीं हैं ।
करण खुश हो गया और बोला तुम अपना ध्यान क्यों नहीं रखती हो चलो मैं तुम्हें हेल्प करता हूं ।
राम्या हंसते हुए: पापा आज से नहीं हो पाएगा मैं खुद कर लूंगी ।
करण: मैं कर सकता हूं राम्या तुम सिर्फ पराठे बनाओ तवे पर में पकाऊंगा" और ऐसा बोलकर उसके हाथ से चिमटा के लिया और उसको हेल्प करने लगा ।
राम्या को बहुत अच्छा लगा कि उसके पापा उससे कितना प्यार करते हैं , उसे अब अपने पापा पर बड़ा प्यार सा रहा था।
तभी करण का हाथ भी जल जाता हैं तो उसके हाथ से चिमटा गिर जाता हैं तो वो जल्दी से अपना दर्द छुपाते हुए फिर से चिमटा उठा लेता है और अपने काम में लग गया।
राम्या : पापा आज रहने दीजिए आपका हाथ जल गया है देखो।
करण: अरे ये तो हल्का सा है, कुछ खास नहीं है, मेरी गुड़िया का हाथ जलने से अच्छा है कि मेरा ही हाथ जल जाए ।
राम्या अपने पापा की बात सुनकर अपने पापा की तरफ देखती हैं और आगे बढकर अपने पापा के गाल पर किस कर देती है
राम्या: इतना प्यार करते हैं आप मुझसे पापा?
करण उसके किस को महसूस करता है और उसकी आंखो में देखते हुए बोलता है: इससे भी कहीं ज्यादा राम्या।
और आगे बढकर उसे अपने गले लगा लेता हैं तो राम्या भी उससे लिपट गई।
राम्या: पापा पहले नाश्ता तैयार कर लेते हैं उसके बाद प्यार जता लेना " और ऐसा बोलते हुए उसकी बांहों से निकल गई और फिर से काम में लग गई ।
करण और राम्या दोनो ने जल्दी से मिलकर खाना तैयार किया और जैसे ही राम्या खाना टेबल पर लगाने लगी तो झुकने की वजह से उसकी टी शर्ट उसकी गांड़ पर से हट गई और उसकी कमर नंगी हो गई और गांड़ का उभार साफ़ दिखने लगा।
करण उसकी उभरी हुई गांड़ देखकर मस्त हो गया और अपना हाथ लंड पर ले जाकर सहलाने लगा जिससे उसका लंड एक जोश में आने लगा।
जैसे ही राम्या उसके सामने बैठने लगी तो करण ने उसका हाथ पकड़ कर उसे अपनी गोद में खींच लिया और राम्या एक झटके के साथ उसकी गोद में गिरती चली गई।
राम्या: छोड़िए ना पापा मुझे भूख लगी हैं कुछ खाने दीजिए ना !
करण उसके गाल को प्यार से सहलाता हैं और उसकी आंखो में देखते हुए : आज मैं अपनी प्यारी बिटिया को अपनी गोद में बैठा कर अपने हाथो से खाना खिलाऊंगा।
राम्या उसकी गोद में ही बैठी हुई : पापा मैं खुद खा सकती हूं अब कोई छोटी बच्ची नहीं रही हूं मैं।
करण: मेरे लिए तो तुम हमेशा छोटी बच्ची ही रहोगी राम्या , और अब अपनी दलीले बंद करो और आराम से खाना खाओ।
करण अपने हाथ से खाने का एक निवाला बनाता हैं और फिर राम्या की आंखो में देखते हुए प्यार से उसके होठों के पास लाता हैं तो राम्या अपने बड़ी अदा के साथ अपने गुलाबी होंठ खोलती हैं और निवाला खा लेती हैं ।
करना खुश हो जाता हैं और वो फिर से एक के बाद एक निवाले उसे खिलाने लगता हैं ।
राम्या उसकी गोद में ठीक उसके लंड पर अपनी चूत रखे हुए बैठी हुई थी जिसका असर करण के लंड पर होने लगा और उसने सिर उठाना शुरू कर दिया।
जैसे ही लंड का एहसास राम्या को हुआ तो उसका चेहरा शर्म से लाल हो गया, सांसे तेजी से चलने लगी और सांसे के साथ उसकी चूचियां उपर नीचे होने लगी।
करण ने जैसे ही उसकी उछलती हुई चूचियां देखी तो उसके लंड ने पूरे जोश में आकर उसकी चूत पर असर डालता शुर कर दिया। लंड की रगड़ से राम्या मस्त हो गई।
इस बार जैसे ही करण खाने का निवाला उसके होंठो के पास लाया तो तो उसने अपने होंठ खोलते हुए करण की एक उंगली भी चूस ली। करण तो जैसे मजे से पागल हो उठा और उसने अपने लंड को थोड़ा सा ऊपर उठाया और उसकी चूत पर रगड़ दिया।
राम्या अब अपने हाथो से करण को खाना खिला रही थी , कुछ निवाले खाने के बाद जैसे ही उसने अगला निवाला करण के मुंह में डाला तो करण ने हल्के से उसकी उंगलियों को काट लिया जिससे राम्या को एक हल्के मस्ती भरे दर्द का एहसास हुआ और बनावटी गुस्सा दिखाते हुए उसकी गोद से खड़ी हो गई और बोली: पापा आप बहुत शैतान हो गए हो जाइए मैं नहीं खिलाती आपको खाना" और ऐसा बोलकर उसके सामने ही खड़ी हो गई और झुक कर पानी की बोतल खोलने लगी।
करण धीरे से उठा और उसे पीछे से अपनी बांहों में भर लिया तो राम्या के झुके होने के कारण लंड सीधे उसकी गांड़ पर अड गया जिससे राम्या की हालत फिर से खराब होने लगी।
करण: अरे मेरे गुड़िया नाराज हो गई, अच्छा बाबा सॉरी , देखो मैं अपने कान पकड़ कर माफी मांगता हूं, ।
करण ने अपने कान पकड़ लिए और जैसे ही राम्या ने अपनी गर्दन घुमा कर उसकी तरफ देखा तो करण ने आगे होते होते एक हल्का का धक्का उसकी गांड़ पर लगा दिया जिससे लंड राम्या की चूत के छेद पर जा लगा ।
राम्या की आंखे मस्ती से चौड़ी हो गई और वो अभी करण की तरफ ही देख रही थी ।
राम्या: पापा क्या बच्चो की तरह से कान पकड़ रहे हों, बेटी हूं आपकी आपका पूरा हक हैं मुझ पर , कोई जरूरत नहीं है माफी मांगने की आपको।
करण खुश हो गया और उसने राम्या को अपनी बांहों में भर लिया और उसके गालों को चूमने लगा। राम्या को बहुत अच्छा लग रहा था, उसने भी अपनी बांहे अपने पापा के गले में डाल दी और उससे लिपट गई।
अब करण उसकी कमर को सहलाने लगा तो राम्या की हालत फिर से खराब होने लगी, उसकी आंखे मजे से बंद हो गई और उसने अपना सिर पापा कर कंधे पर झुका दिया ।राम्या की सहमति पाकर करन का जोश बढ़ गया और उसने उसकी टी शर्ट उपर करके अपने हाथ उसकी नंगी कमर पर फेरने लगा जिससे राम्या ने उसे जोर से अपने बांहों में कस लिया और तो करण ने अपने दोनो हाथ उसकी ब्रा के स्ट्रिप पर रख दिए तो राम्या का दिल बहुत तेजी से धड़कने लगा जिससे उसकी चूचियां करण के सीने में गड़ने लगी।
करण ने जैसे ही उसका ब्रा का स्ट्रैप खोला और उसके नंगी कमर को हाथो में भरा तो राम्या ने मस्ती से भर कर अपनी जीभ अपने बाप के कंधे पर रख दी और किस करने लगी।
दोनो पूरे मस्त हो चुके थे, इससे पहले कि वो दोनो आगे बढ़ते घर की कॉलबेल बज उठी ,। दोनो ना चाहते हुए भी एक दूसरे से अलग हो गए । राम्या ऐसे ही उपर भाग गई और करण ने जैसे ही दरवाजा खोला तो बाहर दूध वाले को देखकर उसका खून मूड खराब हो गया।( इस कमबख्त को भी अभी आना था।)
वो उससे दूध लेता हैं और दरवाजा बंद करके राम्या के रूम की तरफ दौड़ पड़ा ।
राम्या कॉलेज जाने के लिए तैयार हो रही थी, उसने हल्का सा मेक अप किया हुआ था और गहरे लाल रंग की लिपस्टिक से रंगे उसके सॉफ्ट लिप्स बहुत खूबसूरत लग रहे थे।
करण आगे बढता है और उसे फिर से अपनी बांहों में भर लिया ।
राम्या: छोड़िए पापा मुझे कॉलेज के लिए लेट हो रहा है, ऑटो टाइम पर नहीं मिली तो क्लास छुट जाएगी।
करण: अरे बेटा मैं तुम्हे कॉलेज ड्रॉप कर दूंगा उसकी फिकर मत करो" और उसे जोर से अपने गले लगा लिया और जैसे जी अपने दोनो हाथ उसकी कमर पर ले गया तो उसे एहसास हुआ कि राम्या के ब्रा की स्ट्रिप अब तक खुली हुई थी जैसे वो उसके वापिस आने का ही इंतजार कर रही हो।
करण जोश में आ गया और उसकी कमर को सहलाने लगा, और दूसरे हाथ को उसकी गांड़ भर रख कर दबाने लगा।
राम्या की तो जैसे हालात खराब हो गई लेकिन उसे कॉलेज जाना था इसलिए वो नहीं चाहती थी कि उसे कपडे रगड़े जाने से खराब हो।
वो करण को हटने का इशारा करती हैं तो करण उससे पहले की तरह ही चुपके रहता हैं।
राम्या: पापा प्लीज़, मेरे कपड़े खराब हों जाएंगे , ।
करण: राम्या आई लव यू सो मच।
राम्या जैसे जी ये सुनती हैं तो खुशी से अपने पापा से लिपट गई।
राम्या: लव यू टू सो मच मेरे पापा।
करण: राम्या में तुम्हे बहुत प्यार करना चाहता हूं, इतना प्यार जितना आज तक किसी से किसी ने ना किया हो ।
राम्या: पापा मैं भी आपसे बहुत पैर करती हूं और आपकी खुशी के लिए कुछ भी कर सकती हूं।
करण ने जैसे ही ये लाइन सुनता हैं तो उसने राम्या का हाथ पकड़कर अपने लंड पर रख दिया। लंड पर हाथ लगते ही राम्या फिर से कांपने लगी । लेकिन अपने आपको संभालते हुए बोली कि पापा मैं अभी इसके लिए तैयार नहीं हूं, मेरा सब कछ आपका हुआ, लेकिन मैं पहले ज़िन्दगी में कुछ बनना चाहती हूं,
और उसके लंड पर से हाथ हटा देती हैं और जोर से करण से चिपक जाती है। करण लंड पर से उसका हाथ हटने से थोड़ा सा निराश हो जाता हैं लेकिन की बात सुनकर वो खुश हो जाता हैं कि वो पूरी तरह से मेरी हो चुकी हैं।
करण: मैं वादा करता हूं राम्या कि आज के बाद मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा मकसद सिर्फ तुम्हे कामयाब करना होगा, तुम करो अपनी तैयारी , मै अपना सब कुछ लुटा दूंगा तुम्हे मिस इंडिया बनाने के लिए।
राम्या जैसे ही अपने पापा की बात सुनी तो खुशी से खिल उठी और आगे बढ़कर अपन होंठ उसके होठों पर रख कर चूसने लगीं ।करण भी उसके होंठ चूसने लगा और दोनो एक गहरे किस में डूब गए।