अपडेट 5
मुझे देखकर रामू काका बोले "बलवान बिटवा कैसे हो?"
मैंने कहा कि "भगवान की कृपा है और आप बताओ काका यहां कैसे आना हुआ?"
रामू काका बोले "आज थोड़ी फुर्सत में थे तो सोचा कि मालिक के साथ थोड़ी मदिरापान कर आते हैं"
मैं: लेकिन बापू तो हैं नहीं काका,,,,
रामू काका: कोई बात नहीं बिटवा, ऐसा है तो फिर कभी आएंगे,,,,
तभी जीतू बोला "चाचा, मालिक नहीं है तो क्या हुआ, भईया जी तो हैं,,,
मैं: अरे नहीं जीतू , मुझे थोड़ी देर बाद घर जाना है।
जीतू: क्या भईया जी, हमारे साथ पीने का मन नहीं है क्या?
मैं: नहीं जीतू ऐसी कोई बात नहीं है,,,,
रामू काका: अरे बिटवा, तुम भी मदिरा पीने लगे क्या?
मैं: अरे काका, मैं मजबूर हूं अगर मदिरा नहीं पीता हूं तो रात को नींद नहीं आती है।
रामू काका: बिटवा, मैं जानता हूं कि दिन–रात खेत में मेहनत करने से शरीर में बहुत दर्द होने लगता है इसलिए तू मदिरा पीता है लेकिन इससे मजेदार एक तरीका और है जिससे शरीर का दर्द दूर हो जाता है और मस्त नींद आती है।
मैं: कौन–सा तरीका है काका?
जीतू: ऐसे कैसे भईया जी, हमारे साथ एक क्वार्टर तो चढ़ाओ फिर बताएंगे क्यों चाचा?
रामू काका: हां बिटवा एक क्वार्टर तो चढ़ाना पड़ेगा फिर कुछ बात बनेगी नहीं तो मजा नहीं आएगा
मैं: ठीक है ऐसी बात है तो मैं रात को इस झोपड़ी में ही मिलूंगा,,,, कहकर मैं अपने घर चल दिया।
मैं अपने घर की तरफ बढ़ा जा रहा था, हल्का हल्का अंधेरा हो चुका था, जैसे ही मैं गांव के पुराने स्कूल के पास से गुजरने लगा तो मुझे कोई आवाज सुनाई दी, मुझे आश्चर्य हुआ कि ये आवाज़ कहां से आ रही है फिर मैं थोड़ी देर के लिए ध्यान से सुनने लगा तो मुझे आवाज उस स्कूल के एक कमरे से आती हुई सुनाई दी, मैंने आवाज़ का पीछा किया और धीरे धीरे स्कूल के उस कमरे की तरफ बढ़ता चला गया, जैसे ही मैं कमरे के नज़दीक पहुचां तो मुझे किसी की सिसकियों की आवाज़ आई "आआह्हह ईईईईईईईई"
मुझे आवाज बहुत धीरे सुनाई दी इसलिए मुझे पता नहीं चला कि इस आवाज के पीछे कौन है लेकिन कमरे की लाइट चालू थी और दरवाजा अंदर से बंद था, मुझे इतना तो पता चल गया था कि इस कमरे के अंदर चुदाई हो रही है
मैंने सोचा देखता हूं कि कमरे के अंदर कौन–कौन है और ऐसा सोचकर मैं कमरे की खिड़कियों के पास आ गया और खिड़कियों को धीरे–धीरे धक्का मारकर देखने लगा तो मुझे पता चला कि एक खिड़की अंदर से खुली हुई है फिर मैंने खिड़की को हल्का सा खोला और जैसे ही कमरे के अंदर देखा तो मैं मेरा खून ठंडा पड़ गया, आज दूसरी बार मेरे साथ कुछ ऐसा हुआ था कि मुझे विश्वास नहीं हो रहा था।