सुबह नजमा जल्दी उठ गई और जल्दी से नहाकर घर के काम में लग गई। नाजिम भी उठा और उसने देखा कि नजमा किचन में काम कर रही है तो उसके पास पहुंच गया और उसे पीछे से अपनी बांहों में भर लिया तो नजमा चिंहुक सी पड़ी और बोली:"
" अरे उठ गए आप पापा? सुबह सुबह ही आज बड़ी मस्ती सूझ रही हैं आपको ?
नाजिम ने अपनी बांहों का जोर थोड़ा और बढ़ा दिया और बोला:"
" बस ऐसे ही अपनी बेटी को प्यार करने का मन कर रहा था।
नजमा:" आप कल आपको कुछ ज्यादा ही प्यार आ रहा हैं आपकी बेटी पर !! चलिए अब मुझे छोड़िए काम करने दीजिए नही तो लेट हो जाऊंगी
नाजिम ने उसके गाल पर लगभग अपने दांत जोर से गड़ा दिए तो नजमा जोर से सिसक उठी
" आउच पापा, ये क्या पागलपन हैं ? ऐसे कौन करता है भला? निशान पड़ गए तो किसी से क्या कहूंगी मैं
नाजिम ने उसके गाल को जीभ से चाट लिया और बोला:"
" तेरी जैसी जवान खूबसूरत बेटी हो तो इसमें मेरी क्या गलती भला नजमा !
नजमा उसकी बात सुनकर थोड़ा खुश हुई और बोली:"
" बस बस बहुत मक्खन लगा लिया मुझे, छोड़ो अब और जाओ नहाकर आओ नही तो आज नाश्ता नहीं दूंगी आपको।
नाजिम ने उसे छोड़ने की बजाय और जोर से कस लिया और उसके गाल फिर से चूमकर बोला:"
" अरे तुम तो बिलकुल बीवी की तरह हुक्म चला रही हैं तो लगता हैं कि आज शादी की सालगिरह जरूर मनाओगी।
नजमा का पूरा बदन उसकी बात सुनकर कांप उठा और उसकी बांहों में मचलते हुए बोली:"
" बस कीजिए, बेशर्म कहीं के कुछ भी बोल देते हो आप।
नाजिम ने एक बार फिर से जोर से उसका गाल चूम लिया और बोला:"
" बताओ ना नजमा, क्यों तड़पा रही हो मुझे। तुमने तो बोला था कि मुझे हर खुशी दोगी।
नजमा समझ गई कि उसका बाप उसे अपने झांसे में लाने के लिए ये सब बोल रहा है तो बोली:"
" अरे पहले मुझे छोड़ो और काम करने दो ताकि शाम को जल्दी आ सकू। चलिए पहले आप जाकर नहाकर आइए।
नाजिम के दिल में खुशी से लड्डू फूट पड़े और इस बार तो उसने नजमा के होंठो को ही चूम लिया और उसे छोड़कर खुशी से उछलता हुआ बाथरूम में घुस गया। नजमा ने खाना तैयार कर दिया और नाजिम और नजमा दोनो साथ में खा रहे थे।
खाते खाते नाजिम बोला:"
" नजमा आप थोड़ा जल्दी आज जाना बेटी !!
नजमा उसे छेड़ते हुए बोली:"
" क्यों क्या हुआ ? कोई मेहमान आ रहा हैं क्या आज ?
नाजिम उसकी बात सुनकर तड़प सा उठा और बोला:"
" नजमा तुम क्यों मेरी जान लेना चाहती हो बेटी? तुम्हे सब पता तो हैं कि मैं क्यों बोल रहा हूं।
नजमा उसकी तरफ स्माइल करते हुए अपनी आंखे नचाकर बोली:"
" भला मैं क्यों आपकी जान लेने लगी!! लेकिन आज जल्दी क्यों आना हैं आपने बताया नही।
नाजिम उसकी तरफ झुक गया और एक हाथ उसकी जांघ पर रख कर बोला:"
" मुझे पता हैं नजमा तुम मुझे जाना बूझकर तड़पा रही हो क्योंकि तुम सब जानती हो कि मैं क्यों ये सब बोल रहा हूं। अभी किचन में तुमने ही वादा किया था कि मेरे साथ शादी की सालगिरह मनाओगे तुम।
नजमा:" अरे मैने भला कब वादा किया आपसे ? मतलब आप कुछ भी बोल दोगे क्या?
नाजिम हल्का सा उदास हुआ और बोला:" तुमने ही तो कहा था कि शाम को जल्दी आ जाऊंगी।
नजमा:" तो इसमें क्या हुआ ? बोल रही हूं न कि शाम को जल्दी आ जाऊंगी। इसमें कौन सा वादा हुआ भला
नाजिम को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या कहे और उसने दुखी मन से अपना हाथ उसकी जांघ पर से हटा लिया और खाना खाने लगा। थोड़ी देर पूरी तरह से शांति रही और दोनो ने आराम से खाना खाया और उसके बाद नजमा कॉलेज जाने के लिए तैयार हो गई और नाजिम के पास आई और उसके गले लग गई और उसका गाल चूम कर बोली:"
" आप थोड़ा सा जल्दी आ जाना शाम को। सारी तैयारी मै अकेले नहीं कर सकती समझे कुछ आप।
इतना कहकर नजमा ने एक बार से जोर से उसका गाल चूम लिया और उसे स्माइल देती हुई बाहर निकल गई। नाजिम खुशी के मारे कुछ बोल भी नही पाया और नजमा चली गई।
शाम को नजमा बहुत जल्दी ही करीब चार बजे घर वापस आ गई तो देखा कि नाजिम पहले से ही घर था तो उसे अपने बाप की बेचैनी देखकर खुश हुई और बोली:
" अरे आज आप काम पर गए भी थे या नहीं!
नाजिम:" गया था बस मन नही लगा इसलिए जल्दी आ गया। अच्छा नजमा सुनो ना कौन सा केक तुम्हे पसंद है?
नजमा:" मुझे तो चॉकलेट बहुत ज्यादा पसंद हैं पापा। आप वही लेकर आइए ना।
नाजिम:" ठीक हैं ले आऊंगा। तुम्हे और क्या चाहिए आज ? बता दो ताकि मैं सब कुछ लेते आऊ तुझे जो भी पसंद हो।
नजमा:" बस कुछ नही और बस केक काफी है मेरे लिए।
इतना कहकर नजमा अपने कमरे में चली आई थोड़ा आराम करने लगी। नाजिम बाहर चला गया और करीब एक घंटे के बाद घर वापिस आया और देखा कि बाहर हॉल में बैठी हुई थीं और उसने बालो पर मेहंदी लगाई हुई थी तो नाजिम बोला:"
" क्या बात है नजमा? आज तो बाल भी मेहंदी किए जा रहे हैं
नजमा:" बस ऐसे ही मन था तो लगा ली। आपको अच्छी नही लगी क्या?
नाजिम:" मुझे तो बहुत अच्छी लगी नजमा। सच में दिल खुश हो गया।
नजमा:" अच्छा तो ठीक हैं। आप आराम कीजिए तब तक मैं नहा लेता हूं।
इतना कहकर नजमा अपने रूम में चली गई और थोड़ी देर बाद ही हाथ में कपड़े लिए नाजिम के रूम में आ गई और बोली:"
" वो पानी नही आ रहा है बाथरूम में ! इधर ही नहा लेती हु आपके बाथरूम में ही।
नाजिम:" नहा लो ना बेटी, सब तुम्हारा ही तो है मेरी नजमा।
नजमा ने उसे स्माइल दी और बाथरूम में घुस गई। नजमा ने अपने सारे कपड़े निकाले और खुद को शीशे में देखने लगी और उसने देखा कि उसकी चूत पर हल्के से बाल उगे हुए थे। हालाकि बाल नाम मात्र के लिए थे लेकिन फिर भी उसका दिल नही माना और वीट क्रीम लगाकर बैठ गई और थोड़ी देर बाद उसने क्रीम को धो दिया वो उसकी जांघें और चूत किसी संगमरमर की तरह चमक उठी और नजमा ने हल्के गुनगुने पानी से पूरा बाथ टब भर लिया और नहाने के लिए उसमे उतर गई। धीरे धीरे वो अपने शरीर को साफ करने लगी और थोड़ी देर बाद ही उसका शरीर बिलकुल शीशे की तरह चमक रहा था। नजमा ने जान बूझकर नाजिम को आवाज दी और बोली:"
" पापा मुझे नहाने का साबुन नही मिल रहा है, आप आयेंगे क्या ?
अंधा क्या चाहे दो आंखे, नाजिम खुशी खुशी अंदर दौड़ा हुआ आया और देखा कि नजमा का पूरा शरीर बाथ टब में था और सिर्फ चेहरा बाहर निकला हुआ था।
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वो बेहद सेक्सी लग रही थी और बोली:
" देखिए ना कहां है साबुन मिल नही रही मुझे।
नाजिम ने इधर उधर देखा और फिर उसकी नजर वही पड़ी हुई साबुन पर पड़ी और नजमा को देते हुए बोला:"
" वैसे नजमा आज तुम सच में बेहद खूबसूरत लग रही हो।
नजमा ने अपना पूरा नंगा एक हाथ बाहर निकाला और साबुन को हाथ में ले लिया और बोली:"
" अच्छा जी ऐसा क्या हो गया है आज जो आपको आपकी बेटी इतनी खूबसूरत लग रही है।
नाजिम उसकी आंखो में देखते हुए बोला:" ये तो पता नहीं नजमा, लेकिन आज सच में तुम कातिल लग रही हो।
नाजिम ने एक हाथ में साबुन लिया और दूसरे हाथ को लगाने लगी और बीच बीच मे जान बूझकर अपनी हल्की सी चुचियों का उभार नाजिम को दिखाती हुई बोली:"
" बच कर रहना फिर आज आप, कहीं इस कातिल के शिकार न हो जाओ आप।
नाजिम उसकी बात सुनकर थोड़ा सा उत्तेजित हुआ और बोला:"
" मेरी खुश किस्मती कि ऐसी हसीन मौत मिले। एक बार तो क्या हजार बार मरने को तैयार हु नजमा मैं।
नजमा ने अपने दोनो हाथो को बाथ टब में घुसा दिया और साबुन भी उसके हाथ में ही थी और देखते ही देखते बाथ टब झाग से भर गया और नजमा अचानक से जान बूझकर बोली:"
" अरे साबुन तो अंदर ही छूट गई पापा।
इतना कहकर उसने दोनो हाथों को बाथ टब में घुसा दिया और साबुन ढूंढने लगी और जान बूझकर उपर नीचे हो रही थी जिससे उसकी चूचियां नाजिम को दिख रही थी और नाजिम के लंड में तनाव आना शुरू हो गया था। नजमा ने थोड़ी देर साबुन ढूंढने का बहाना किया तो नाजिम बोला:"
" अरे बेटी अब तक तो साबुन घुल गई होगी।अब कहां मिलेगी तुझे।
नाजिम की बात सुनकर नजमा बाथ टब में थोड़ा सा ऊपर हुई और उसकी चूचियां आधे से ज्यादा पानी से बाहर आ गई और नजमा बोली:"
" हान पापा आप ठीक कह रहे हो, साबुन तो पूरी की पूरी घुल ही गई होगी, कितना झाग झाग हो गया है सच में।
इतना कहकर नजमा ने अपने दोनो हाथो में झाग भर लिया और थोड़ा सा और उपर को होते हुए अपनी दोनो चुचियों को पानी से पूरा बाहर निकाल दिया और उन पर झाग को भर दिया तो नाजिम मचल सा उठा और बोला:"
" नजमा झाग में तुम और भी ज्यादा सेक्सी लग रही हो आज।
नजमा:" हायो रब्बा, आप तो कितने बिगड़ गए हैं।
झाग धीरे धीरे सुख रहा था और उसकी चूचियां हल्की हल्की दिख रही थी और नाजिम उसकी चुचियों की देखते हुए बोला:"
" सच में नजमा देख न झाग में कितनी मस्त लग रही हो तुम अब तारीफ तो करनी बनती हैं।
नजमा ने एक बार अपनी छाती की तरफ देखा और बोली:"
" आपको झाग अच्छे लगते हैं क्या पापा?
नाजिम:" मुझे तो बस मेरी नजमा अच्छी लगती हैं और कुछ नहीं।
अब तक झाग पूरे सुख गए थे और नजमा की दोनो चूचियां लगभग पूरी नंगी नजर आ गई।
नाजिम उसकी चुचियों को देखते हुए बोला:"
" देख न नजमा झाग पूरे सुख गए हैं तेरे तो।
नजमा ने अपनी नंगी चूचियों को देखा और दोनो हाथो से ढकते हुए उसे स्माइल दी और बोली:"
" हाय अल्लाह, जाओ आप यहां से, अपनी बेटी को नहाते हुए कौन देखता है
नाजिम उसकी अदा पर मर मिटा और बोला:
" बेटी तेरे जैसी खुबसूरती और जवान हो तो हर बाप देखता है नजमा मेरी जान।
उसकी बात सुनकर नजमा मचल उठी और फिर से पानी में अपनी चुचियों को छिपा लिया और पलट गई जिससे उसकी कमर दिखने लगी और नाजिम उसकी कमर देखते हुए बोला:"
" वैसे नजमा तेरी कमर भी एकदम पूरी चिकनी हो गई है और मजबूत भी।
नजमा अब पूरी तरह से मचल रही थी और अपना एक हाथ पानी के अंदर की अपनी चूत पर ले गई और हल्की सी सहलाते हुए बोली:"
" आप पूरी तरह से बहक गए हो पापा, जाइए आप अब। मेरी कमर पर ही नजर लगाने लगे आप।
नाजिम का लंड अब पूरी सख्ती से तन गया था और नाजिम बोला:"
" नजर नहीं लगा रहा बेटी बल्कि खुशी हुई कि तुम मजबूत हो और कुश्ती भी लड़ सकती हो।
नजमा उसकी बात सुनकर मचल उठी और कमर के साथ साथ अपनी गांड़ को भी पीछे से पानी से बाहर निकाल दिया।
नाजिम अपनी बेटी की चौड़ी भरी हुई उभरी हुई कसी हुई गांड़ देखकर पूरी तरह से उत्तेजित हुआ और उसके लंड ने उसकी पैंट को सामने से उठा दिया और नजमा लंड को निहारते हुए बोली:"
"मैं भला क्यों कुश्ती लडूंगी, मुझे नही आती लड़नी कुश्ती अखाड़े में।
नाजिम ने उसकी गांड़ देखकर अपनी जीभ को अपने होंठो पर फिरा दिया और बोला:"
" नजमा हर कुश्ती अखाड़े में नही लड़ी जाती।
नजमा उसकी बात सुनकर कामुक हो गई और अपनी चूत के होंठो को मसलते हुए बोली:"
" तो फिर और कहां लड़ी जाती हैं कुश्ती ?
नाजिम नजमा का हिलता हुआ हाथ देखकर जोश मे आ गया और एक हाथ को अपने लंड पर रखकर बोला:"
" एक कुश्ती बेड पर भी लड़ी जाती हैं नजमा, बोल लड़ेगी न मेरे साथ बेड पर कुश्ती।
नजमा उसकी बात सुनकर तड़प सी उठी और अपनी गांड़ को पूरी तरह से बाहर निकाल दिया और सिसकते हुए बोली:"
" बेड पर तो चोट लगने का खतरा भी नहीं रहेगा। फिर तो ठीक हैं लड़ लूंगी आपके साथ। लेकिन ज्यादा जोर से मत पटकना मुझे।
नाजिम से अब बर्दाश्त नही हुआ और अपने लंड को मसलते हुए बोला:"
" हाय नजमा मेरी जान, तुम तो पूरा उठा उठा कर पटकने लायक जवान हो गई हो। नजमा ये तुम्हारा हाथ इतना क्यों हिल रहा है बेटी!!
नजमा शर्म से पानी पानी हो गई और अपने हाथ को चूत से हटा लिया और बोली:"
" कहां हिल रहा है, कुछ भी बोल देते हो आप, मुझे नही लड़नी आपके साथ कुश्ती जब आप उठा उठा कर पटकोगे तो।
नाजिम ने हाथ आगे बढ़ा कर उसका हाथ पकड़ लिया और बोला:"
" इतनी जल्दी क्यों डरती हो नजमा? पूरी जवान हो, चौड़ा पिछवाड़ा और मजबूत कमर हैं तुम्हारी तो।
नजमा:" हान तो क्या हुआ? मुझे तो कुश्ती लड़ने का तजुर्बा नही है न और उपर से आप डरा रहे हो, नही लडूंगी मैं कुश्ती।
इतना कहकर नजमा ने नाजिम के लंड को देखा और फिर नाजिम को स्माइल दी तो नाजिम बोला:"
" अरे डर मत नजमा, पहले तुझे सारे दांव पेंच सिखाऊंगा, उसके बाद ही कुश्ती करूंगा। अब बोल लड़ेगी न कुश्ती पहलवान नाजिम के साथ बेड पर?
नजमा ने अपनी जीभ को गीला किया और उसे गोल गोल करके अपने होंठो पर घुमाते हुए बोली:"
" पहले आप मेरे साथ धीरे धीरे प्यार से लड़ाई करोगे तो फिर ही लडूंगी आपके साथ।
नाजिम ने आगे बढ़कर उसका कंधा चूस सा लिया और बोला:"
" बहुत धीरे से लडूंगा नजमा, एकदम प्यार से बस अब खुश हो ना मेरी जान। लड़ोगी ना बेड पर उठा पटक वाली कुश्ती
नजमा उसकी जीभ अपने कंधे पर पड़ते ही सिसक पड़ी:"
"हान बहुत खुश हूं मेरे पहलवान नाजिम, लडूंगी नाजिम पूरी कुश्ती लडूंगी। अब जाओ।
नजमा की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था और वो फिर से उसका कंधा चूस कर बाहर निकल गया और नजमा भी अपने कपड़े पहन कर अपने कमरे मे आ गई और खुद को शीशे में देखते हुए सजाने लगी।