प्रिय पाठकों,
कैसे हो आप सब लोग? उम्मीद करता हूँ सब अच्छे होंगे।
जैसा कि आपलोग जानते ही हैं मेरी दोनो कहानियां काफी दिनों से या यूं कहूँ काफी अरसे से बेजान और निर्जीव सी पड़ी है, इसका कारण बस यही था कि जीवन में कुछ ऐसी उथल पुथल मची हुई थी कि उससे मैं उबर ही नही पा रहा था, काफी हद तक मेरी कहानी लिखने की इच्छा ही शिथिल पड़ गयी थी, क्योंकि कहानी लिखना एक ऐसी कला है कि जब तक आप खुद कहानी के एक एक पल को स्वयं कल्पनाओं में नही जीते हो, आप एक अच्छी कहानी नही लिख सकते, एक अच्छा वार्तालाप नही बना सकते, दिमाग इतना खराब रहता था कि कहानी लिखने की इच्छा ही नही होती थी, पर कहानी को मैं छोड़ नही सकता था और न ही छोडूंगा, मेरी दोनो कहानियाँ पूरी होंगी, प्रिय पाठकों की भावनाओं का उनके उम्मीद का, उनके इंतजार का मैं अवहेलना नही कर सकता, इस फोरम के पाठकों से मुझे बहुत सम्मान, प्यार और उत्साह मिला है, जिसको मैं जीवन भर नही भूल सकता, प्रिय पाठकों बस 2 हफ्ते का इंतजार और कर लीजिए, दिसंबर से कहानी दुबारा शुरू होंगी और खत्म होकर ही दम लेंगी। कहानी मैं अधूरी नही छोड़ सकता, कहानी जल्द ही जरूर पूरी होंगी।
आप सभी लोगों का सहृदय धन्यवाद
आपका S_Kumar