Curiousbull
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Aakirkar koi to phool bani par anhi do kaliyan baaki hai.
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अपडेट 24
Nice update bro" इधर विक्की और अजय कच्छे पे बैठ के दारु पी रहे थे ।वो भी पुरी तरह से नशे में थे और उनको पता भी नही था की कुछ ही कमरे के बाद उसका दुश्मन राहुल अपनी बहन को चोद रहा हैं ।
" सलोनी अपने पति को नींद की गोली देकर विक्की और अजय के पास आयी और आते ही विक्की उसपे टूट पड़ा ।
" आह्ह विक्की बाबू थोड़ा आराम से करो कही भागी नही जा रही हूँ ।आह्ह..
" हम्म्म..साली तु अब भाग भी नही पायेगी कुतिया आज पुरी रात चूदेगी तु हरामजादी । और सलोनी के होठो को चूसने लगता हैं । कुछ ही देर होठों की रगड़ाई के बाद विक्की उसको नंगी करने लगता हैं ।और दोनों नंगे होकर मिल जाते हैं एक एहसास से सलोनी और विक्की मदहोश हो जाते हैं और फिर से एक दूसरे को चूमने लगते हैं
इधर अजय तीन पैग बना लेता हैं । और बोलता हैं आओ पी लो ।
" तीनों जाम उठकर पीने लगते हैं । और अजय सलोनी पे टूट पड़ता हैं कभी उसकी चूची मसलता हैं तो कभी उसकी गांड में ऊँगली करके मज़ा लेता हैं ।
" आह्ह..अजय बाबू धीरे से करो ।तभी विक्की अपना लोड़ा सलोनी के मुँह के आगे कर देता हैं ।
सलोनी मोटे काले लंड को अपने चेहरे के आगे देख आँखे बड़ी कर देती हैं ।
" मुँह में ले ले रंडी बहुत मज़ा आएगा तुझको बोल के उसके मुँह में घुसाने लगता हैं ।
इधर अजय भी उसकी चूचियों को मसल मसल के लाल कर चुका था ।
" सलोनी मुँह खोल के लंड ले लेती हैं और अपनी जीभ से टोप्पे को कुरेदने लगती हैं इस मधुर एहसास से विक्की की सिसकियाँ निकलने लगती हैं ।
" आह्ह्ह...रंडी...मस्ती से उसकी टाँगे काँपने लगी थी ।
अजय भी उठ के लंड निकल के सलोनी की तरफ करके बोला मुझे रंडी इसको भी ले ।
सलोनी मुस्कुरा दी और विक्की का लोड़ा मुँह से निकाल के अजय के लंड को मुँह भर ली और लापा लाप चूसने लगी ।अब अजय की भी आहे और सिसकियाँ निकलने लगी। इधर सलोनी दूसरे हाथ से विक्की के लंड को मुठयाने में लगी थी ।
कुछ देर ये खेल चला और तीनों ने फिर से जाम पे जाम पीने लगे अब सलोनी को भी नशा होने लगा था ।
" अजय और विक्की ने सलोनी को उठकर बिस्तर पे जाकर पटक दिया। सलोनी नशे में जैसे मस्त हो चली थी ।
" विक्की ने टाँगे खोल के बुर पे जीभ लगा दी और अजय ने उसके मुँह में लंड घुसा दिया ।
" सलोनी लंड जीभ से कुरेदने लगी और अजय की सिसकियाँ निकलने लगी दूसरी तरफ विक्की चूत को चाटे जा रहा था । अब सलोनी को मस्ती चढ़ने लगी और बूर चिपचिपे रस से भीगने लगी ।
" पूरे कमरे कामवासना समा चुकी थी ।
" विक्की नशे में चूत की मस्त चुसाई किये जा रहा है ।इधर सलोनी अजय के लंड पे जीभ फेर के उनको आनंद दे रही थी । विक्की ने बूर खोल के अपनी जीभ घुमा दी जिससे सलोनी मचल गयी। और अजय के लिंग पे दाँत गाड़ा दिये ।
" आअह्ह्ह...रंडी लंड को खा जाएगी क्या । ये मस्ती और दर्द भरी आह्ह अजय की थी ।
" विक्की हँसते हुए बोला रंडी हैं कुछ भी कर सकती हैं ।और चूत को चाटने लगा ।
" अजय और विक्की बिस्तर पे लेट गये और सलोनी उठकर दोनो के लोड़े को चाट चाट के गीला करने लगी ।तीनों की ही सिसकियाँ निकल रही थी ।
विक्की ने सलोनी को बिस्तर पे पटक दिया और अजय जाम बनाने चला गया ।
विक्की ने लंड को बूर पे रख के झटका मारा और लंड थूक और बूर के चिकनेपन से बूर को खोलता हुआ अन्दर समा गया ।
" आअह्ह...मादरचोद धीरे कर माँ के लोड़े अपने बाप पे गया हैं ।
" ये सुन अजय हँसने लगा और विक्की भी मुस्कुरा के दना दन बूर में धक्के मरने लगा । चुदाई अपने पूरे चरम पे थी ।
" आह्ह्ह...विक्की बाबू फाड़ दो मेरी बूर को आह्ह..चोदो मुझे विक्की बाबू...
"। आहह..रंडी साली भड़वी मादरचोद छिनाल... विक्की नशे में क्या क्या बोल रहा था उसको कुछ होश नही था वो जोर जोर से चोदने लगा और सलोनी की सिसकियाँ तेज़ हो गयी ।
" अजय जल्दी ख़तम कर रंडी को और आकर पी ले ।
" कुछ ही धक्कों का सिलसिला चला और दोनों आहे भरते हुए झड़ने लगे ।
" आह्ह्ह...विक्की बाबू..आह्ह्ह..सलोनी रंडी...
दोनों झाड़ के साँसे काबू करने लगे और कुछ ही देर में आकर पीने लगे ।
" मज़ा आ गया विक्की बाबू अपने बाप की तरह ही रंडीबाज़ हो ।
" साली सस्ती रांड मेरे बाप को रंडीबाज़ बोलती हैं
" रंडीबाज़ को रंडीबाज़ ना बोलूं तो क्या बोलूं साले भड़वे और हँसने लगती हैं ।
" तभी अजय उसको उठा के बिस्तर पे ले जाता हैं और पटकर बूर में लंड ठूस देता हैं जिससे सलोनी चीख़ देती है।
" आअह्ह्ह..मादरचोद फाड़ देगा क्या हरामी आराम से चोद कुत्ते ।
" अजय मुस्कुरा के बोला चुप कर साली दो कौड़ी की रांड और बुर में घपा घप लंड पेलने लगता हैं । दोनो ही आहे भरते हुए ताल से ताल मिला रहे थे ।सलोनी की बुर अब चिकनी हो चली थी ।अब आहे सिसकिया में बदल गयी और दोनों मस्ती में मगन होकर अपनी प्यास बुझने लगे और कुछ ही समय ये चुदाई का ये दमदार खेल एक आह्ह्ह...के साथ समाप्त हुआ ।
दोनो बिस्तर पे आहे भरते हुए उठे और जाकर के जाम पीने बैठ गये ।
" तीनों को ही नशा बहुत हो चुका था ।अपना आखिरी गिलास ख़तम करके दोनों ने सलोनी को उठा लिया और बिस्तर पे पटक दिया और आँखों ही आँखों से इशारा किया और सलोनी पे चढ़ गये ।
" ये क्या कर रहे हो नही नही गांड मत मारो बहुत दर्द होगा विक्की बाबू
" विक्की हँसता हुआ बोला चुप साली छिनाल तेरी गांड बहुत बड़ी हैं इसको नही चोदा तो क्या चोदा बोलकर गांड को चाटने लगता हैं अजय भी सलोनी के मुँह लोड़ा देता हैं और चूचियों को भी मसल मसल के मज़े लेता हैं । ।
कुछ देर गांड चाटने के बाद विक्की ने लोड़ा गांड के सुराख़ पे रख के जोर से पेल दिया सलोनी गांड इधर उधर करके मचल के रह गयी । और बोली।
" आह्ह्ह्ह...रंडी की औलाद साले सूअर की चुदाई के बीज़ फाड़ दिया रे आह्ह्ह।
विक्की तो नशे में था उसको कोई होश नही था वो ताबड़ तोड़ धक्के मारे जा रहा था सलोनी दर्द के मारे बिलबिला के रह जाती पर कुछ बोलने की हालत में नही थी उसकी आँखों से आंसु निकलने लगे पर विक्की उसपे बिल्कुल भी रहम नही किया और चोदता चला गया ।
" कुछ ही देर चुदाई चली अब सलोनी की आवाज़ आयी नही नही एक साथ मत करो विक्की बाबू और रोने लगी पर विक्की और अजय हँसते हुए ।
अजय ने गाण्ड में लोड़ा पेल दिया और विक्की ने बूर में घुसा दिया ।
सलोनी जोर जोर से चीखने लगी आह्ह्ह...फाड़ दिया हरामज़ादो कुत्तो के बच्चो ,माँ के लोडो रंडी की औलादो आह्ह्ह... भरते हुए दर्द से बिलबिलाने लगी ।
इधर उसके दोनों छेदो मे रौंदा जा रहा था । दोनों छेदो में धक्के खाने से वो बेहोश होने लगी थी। उसको दर्द और मज़ा दोनों का एहसास हो रहा था ।
" आह्ह्ह...करते हुए तीनों ही झड़ने लगे और शांत होकर बिस्तर पे हांफने लगते हैं ।
ऐसे ही सलोनी के दोनों छेद रात भर रौंदे गये उसकी गांड और बूर दोनों ही लाल हो चुके थे तीनों ही चुदाई करके बहुत थक गये और नशे से भी बुरा हाल हो चुका था ।उनकी आँखें धीरे धीरे बंद हो गयी और वो सो गये ।
इधर सुरेश और बरखा भी बिस्तर पे आहे भर रहे थे । और गरिमा उनकी चुदाई की आवाज़े सुन के गरम हो रही थी ।
" आह्ह्ह...गरिमा के बापू धीरे चोदिये...
" सुरेश अपनी पुरी ताकत से साथ लंड को बूर की गहराई में उतार रहा था । दोनों जोर जोर से साँसे ले रहे थे और इधर गरिमा की बूर गीली होने से उसकी कच्छी पुरी तरह भीग गयी थी ।।
"कुछ ही धक्कों में एक जोर की आह्ह्ह..भरते हुए शान्ति छा गयी और बस जोर जोर से साँसे लेने की हलकी आवाज़ गरिमा को सुनाई दे रही थी । वो समझ गयी और कमरे में भाग गयी।
" उफ्फ्फ..आप भी ना बहुत भूखे हो जी इतनी उम्र हो गयी पर चुदाई करने की वही लालसा हैं आप में ,
" क्या करूँ जान ये लंड हैं की मानता नही हैं बूर देख के फिसल जाता हैं
" ये सुन बरखा मुस्कुरा देती हैं और बोलती हैं आप भी इतने बड़े बच्चे हो गये है और अब तो रोहन और आयशा भी कल आ जाएंगे थोड़ा संभाल के रहना बोल के बिस्तर पे पसर जाती हैं ।
" गरिमा अपनी बुर में ऊँगली करते हुए और अपने पापा के इंतज़ार में उसकी आँख लग गयी ।
बहुत ही कामुक और सेक्सी अपडेट हैंअपडेट 23
" शाम हो चली थी ।रोहन और आयशा रेल गाडी के सफर का मज़ा लेते हुए चाय की चुस्की ले । एक दूसरे को देख मुस्कुरा भी रहे थे।
" होटल के कमरे में बैठा राहुल आज व्हिस्की का पैग बना के पी रहा था की उसके दरवाजे पे दस्तक हुई और वो जाकर दरवाजा खोला तो सामने निधि ,निशा और आरोही खड़ी थी । वो अंदर आयी ।
" निशा। राहुल ये क्या पी रहे हो ।तुम
" व्हिस्की पी रहा हूँ सोचा गोवा में मस्ती करने आये हैं तो कर लेते हैं ।
" आरोही भैया ये सब ठीक नही हैं आप मत पियो ना ।
" मैं कहाॅं ज़्यादा पी रहा हूँ बस थोड़ा सा ही पियूँगा ।
" निधि तो हमारा भी पैग बनाओ हम लोग भी पिएंगे ।
" तभी निशा का फोन बजने लगा वो थोड़ी परेशान हो गयी उसका खिला हुआ चेहरा मुरझा गया । थोड़ी देर रिंग हुआ और कॉल कट गया । थोड़ी देर में फिर रिंग होने लगी ।
" राहुल - क्या हुआ निशा कॉल उठा लो ।
" नही कोई ज़रूरी नही ऐसे ही हैं ।
" थोड़ी देर बजा और फिर से कॉल कट गयी ।निशा कुछ बोलती की तभी उसका फोन फिर बजा तो राहुल ने उसके हाथ से फोन लेकर कॉल उठा के बोला ।हेल्लों
" हेल्लों तुम कौन हो।
" राहुल फोन मुझे दो बोल के निशा राहुल से फोन लेने के लिए झपती ।
" राहुल दूर होकर बोला मैं राहुल हूँ तुम बार बार कॉल क्यों कर रहे हो ।
" कही तुम वही राहुल तो नही हो जिसको तिवारी परेशान किया था ।
राहुल कुछ बोलता तभी निशा ने फोन लेकार कट कर दिया और फोर को बंद करके बोली ।किसने बोला कॉल उठाने को और राहुल पे गुस्सा होने लगी तभी आरोही और निधि ने बीच बचाओ किया और मामला शांत हो गया। कुछ देर कोई नही बोला पूरे कमरे में सन्नटा था की तभी निशा बोली सॉरी राहुल मुझे ऐसे नही बोलना चाहिए था और राहुल के गले लग गयी ।
" राहुल ने निशा को पकड़ के जोर से अपने से सटा लिया जिस से निशा के उभार राहुल की छाती में दब गये और उसकी आह्ह निकल गयी ।
" निधि बस करो दोनों कुछ शर्म करो हम दोनों भी हैं
" निशा अलग होकर बोली तुम से कम ही बेशर्म हूँ ।
ये सुन निधि शर्म से झेंप गयी और निशा और आरोही मुस्कुरा दी साथ में राहुल भी हलका मुस्कुरा दिया ।
" राहुल पीना हैं तो बोलो और अपना गिलास उठकर एक ही सांस में पुरा पी गया ।
" निशा हाँ पीना हैं ।इतना सुनते ही राहुल रूम सर्विस से गिलास मंगवा के पैग बना के देता हैं ।
" आरोही छी.. कितनी गंदी बदबू आ रही हैं मैं नही पिऊँगी ।
" निशा सच में राहुल तुम कैसे पी रहे हो ।
" निधि बदबू तो आ रही हैं पर एक बार तो जीवन में पीना ही चाहिए बोल के गिलास मुँह में लगा के गट गट करके थोड़ा ही पी थी।और रख के बोली कितनी कड़वी हैं ।
" राहुल कड़वी नही तो क्या मीठी मिलेगी और हँसने लगा ।
" निशा और आरोही भी जैसे तैसे एक एक घुट मार के गिलास रख दी और बोली छी... कितना गन्दा स्वाद हैं
" ऐसे ही मंडली जमी रही और पैग पे पैग चलते गये । निशा, आरोही और निधि तो तीन पैग में पुरी तरह टल्ली हो चुकी थी।
" सलोनी मैं आप लोगो को कल राहुल और उसकी बहनों से मिलवा दूंगी आप लोग सो जाओ ।
" विक्की हमें नींद नही आएगी सलोनी जी रात का कुछ इंतज़ाम करवा दो ।
" इंतज़ाम?? कैसा ।
" अजय वो हम लोग रात में दारु और लड़की के बिना नही सोते ।
" सलोनी मुस्कुरा के बोली अच्छा ठीक हैं दारु का जुगाड़ कर देती हूँ पर लड़की का मुश्किल हैं ।
" विक्की मुस्कुरा के सलोनी को देखता हुआ बोला आप किस दिन काम आओगी और उसको पकड़ के उसके होठों को चूम लेता हैं ।
" ये क्या कर रहे हो मैं किसी की पत्नी हूँ । और मेरा पति साथ के ही कमरे में हैं ।
" मेरी जान पति तो सब के होते हैं ये कौन सी नई बात हैं। पर दूसरे से चुदवाने का मज़ा ही अलग हैं ।
" ये सुन सलोनी मुस्कुरा दी और बोली ठीक है मैं अपने पति को सुला के आती हूँ और कमरे में दारु भिजवा दूंगी। बोलकर निकल जाती हैं ।
" इधर निधि ,निशा और आरोही पुरी तरह से नशे में चूर हो चुकी थी ।राहुल पे अभी इतना नशा नही हुआ था। उसने एक और पैग मार के पहले आरोही को उठा के बिस्तर पे लिटाने लगा उसको कोई सुध बुध नही थी नशा उसको पुरी तरह डूबा चुका था । उसके बाद निशा को उठकर बिस्तर पे लिटाया वो भी नशे में पुरी तरह बेहोश हो चुकी थी ।
निधि को उठा के ले जाने लगा की वो उठने से मना करने लगी ।
" भैया मुझे और पीना हैं । वो लड़खड़ती हुई जुबान में बोली । और राहुल से लिपट गयी ।
उसकी चूचियों राहुल के छाती में दब गयी ।इस आनंद में दोनों ही डूब गये।
" राहुल ने निधि के चेहरे को उठा के बोलना चाहा की निधि ने अपने होंठ राहुल के होठों पे लगा दिये। इस
मधुर एहसास से दोनों का बदन मचल गया और कब दोनों के होंठ एक दूसरे को होठों को चूसने लगे पता ही नही चला ।
" नशे में डूबे दो बदन अपने अंदर की आग हो बुझने लगे थे । एक दूसरे के बदन को सहलाते हुए होठों से होंठ रगड़ने का मज़ा लूट रहे थे और इधर निशा और आरोही को कोई होश नही था वो नशे में सो चुकी थी ।
निधि अपनी जीभ को राहुल के मुँह में घूमा घुमा के मज़ा ले रही थी दोनो ही एक दूसरे का थूक पीने का आनंद ले रहे थे
" राहुल भी बहुत प्यार से अपनी दीदी के होठ और जीभ को खाने में लगा हुआ था । दोनो ही एक दूसरे का थूक का स्वाद ले रहे थे । काफी देर तक होठों का ये खेल चला और साँसे उखाड़ने लगी । थोड़ी ही देर में दोनों अलग हुए और हांफ्ते हुए एक दूसरे को देख मुस्कुरा दिये ।
" शर्म की लाली निधि के चेहरे को लाल कर गयी । राहुल ने निधि को उठा लिया और आरोही वाले कमरे में ले जाने लगा निधि शर्म लिए कुछ बोली नही ।
कमरे में आकर दोनों फिर से एक दूसरे को चूमने लगे
होंठ चुसाई ने दोनों के बदन में आग लग दी राहुल का लिंग अकड़ के निधि की योनि पे रगड़ खाने लगा ।
कच्छी में छुपी हुई निधि की बूर अब रिसने लगी थी ।
।राहुल निधि के गर्दन को चूमते हुए उसकी चूचियों को कपड़े के ऊपर से चूमने और चाटने लगा । थूक से निप्पल की जगह गीली हो चुकी थी ।
धीरे धीरे निधि का हाथ भी राहुल के लिंग को सहला रहा था।
" राहुल ने टॉप उतर फेंका और ब्रा के ऊपर से ही चूची को जोर जोर से मसलने लगा जिससे निधि की सिसकियाँ निकलने लगी ।
" आअह्ह..भैया
" चूचियों से खेलते हुए राहुल नाभि को चूमते हुए चूत पे
जा टिका और उसने उसकी पैंट के ऊपर से ही चूत को चूमते हुए उसके कपड़े उतरने लगा ।कामरस से कच्छी पुरी तरह भीग गयी थी ।राहुल कच्छी के ऊपर से ही बुर को चाटने लगा ।
" अह्ह्ह्ह...भैया निधि ने राहुल के सर को पकड़े हुए कहा ।
राहुल लगातार बूर पे जीभ घुमा रहा था ।उसने एक ही झटके में कच्छी फाड़ दिया और उसकी बूर को चाटने लगा ।
" आह्ह्ह..भैया.. बहनचोद साले आअह्ह...
" निधि इतनी मस्ती संभाल नही पायी और उसकी टांगे कांपने लगी और वो मस्ती में बिस्तर पे जा गिरी।
राहुल ने टाँगे खोल के फिर से बूर पे जीभ लगा दी और चाटने लगा ।निधि की बूर का स्वाद राहुल को मदहोश किये जा रहा था ।उसकी बुर से निकलता हुआ चिपचिपा पानी उसको चाटने में आनंदित कर रहा था ।
निधि भी मस्ती में आहे और सिसकियाँ भर रही थी ।वो राहुल के सर को बूर में दबाये जा रही थी ।पुरा कमरा निधि की सिसकियों से गूँज रहा था ।
" राहुल भी जल्दी से अपने सारे कपड़े उतर फेंका और निधि के होंठ को चूमते हुए बोला आई लव यू दीदी..
" आई लव यू टू मेरे राजा भैया ।
" दोनों फिर से एक दूसरे के होठों को खाने में लग गये हवस उनके शरीर में समा चुकी थी । होठों से होंठ रगड़ते हुए अब राहुल चूचियों मसल रह था इधर निधि भी अपनी ऊँगली को राहुल की गांड में घुसने की प्रयत्न कर रही थी ।दोनों का बदन अब आग उगलने लगा था ।
राहुल का लिंग योनि से टकरा रहा था जिससे दोनों ही आनंदित हो रहे थे । बूर पुरी तरह गीली थी जिससे लिंग रगड़ खा के फिसल जाता और दोनों का ही बदन सिहर जाता ।
नशा अब निधि को बेहोश करने लगा था तभी राहुल ने अपने लिंग पे थूक लगया और लिंग बूर पे रख के जोर से झटका दे मारा ।लंड बूर को फाड़ता हुआ थोड़ा अंदर समा गया । जिससे निधि का शरीर दर्द से काँप गया और वो एक जोर से चिल्ला उठी ।
" अह्ह्ह्ह...भैया...फाड़ दिया उफ्फ्फ..कितने गंदे हो तुम ।
" राहुल ने धीरे से लिंग को बहार किया और फिर से जोर का धक्का दे मारा इस बार दर्द की इंतेहा हो गयी और निधि चीख़ दी ।
" आअह्ह्ह्ह....माँ के लोड़े रंडी की औलाद भड़वे आह्ह.. फट गयी चूत मेरी आह्ह्ह...
"राहुल ने निधि को देखा तो उसका चेहरा दर्द से बिलबिला रहा था उसकी आँखें भी भर आयी थी ।वो दर्द से आहे भर रही थी। । आज उसका कुंवारापन उसका सगा भाई ले चुका था। की राहुल ने फिर से लिंग बहार खींच के जोर से अंदर किया और इस बार निधि की आँखों से आँसू निकल आये और वो "
" आह्ह्ह...भैया...बहनचोद बोल के रह गयी ।बिस्तर पे मचल उठी।
" निधि कली से फूल हो चुकी थी ।आज दो जवान बदन एक हो चुके थे दोनों ही अपने रिश्ते को कलंकित कर चुके थे ।
" कुछ देर कमरे में शांति रही । और एक आवाज़ आयी ।
" भैया चोदो ना । ये सुनकर राहुल ने निधि को देखा उसकी आँखों से आँसू बहने के निशान साफ दिखाई दे रहे थे ।दोनों की नज़रे मिली और निधि शर्म से आँखें बंद कर दी और राहुल मुस्कुरा दिया ।
"धीरे से राहुल कमर को पीछे करता हैं जिससे निधि की एक आह्ह्ह निकल जाती हैं । वो आराम से लिंग फिर से बूर में अंदर करते हुए कमर चलने लगता हैं ।
" लिंग अब बुर में अंदर बहार होने लगा था। जिससे निधि को हलका दर्द का एहसास उसके चहेरे पे दिखाई दे रहा था । धीरे धीरे से करते हुए राहुल थोड़ा तेज़ी से कमर को आगे पीछे करने लगाता हैं जिससे लिंग बूर की गहराई में तेज़ी से अंदर बहार होने लगा और अब शायद निधि को भी मज़ा आने लगा था वो भी अपनी गांड उठा के राहुल के धक्कों का साथ देने लगी । दोनों अब ताल से ताल मिला चुके थे ।बूर रिसने लगी और बुर में गीलापन बढ़ने से मज़ा भी बढ़ने लगा ।और लंड अब घपा घप अंदर बहार होने लगा ।दोनों ही मस्ती में सिसकियाँ निकलने लगे ।
" अह्ह्ह्ह...भैया...चोदो मुझे उफ्फ्फ...कब से चुदवाना चाहती थी आह्ह..फाड़ दो भैया अपनी दीदी की बूर..आह्ह.।
" राहुल भी दाना दन बुर में धक्के मरता हुआ बोला आह्ह्ह..दीदी मैं भी कब से बहनचोद बनने के लिए तड़प रहा था ।आह्ह मेरी रंडी दीदी...और धक्के तेज़ कर दिया ।
" उफ्फ्फ..भड़वे चोद साले मादरचोद कुत्ते आह्ह..बहनचोद हरामी फाड़ दे अपनी बहन की बूर को आह्ह्ह..भैया..।
" ले साली रंडी और जोर जोर से बूर चोदने लगा ।
" बुर के गीलेपन से लंड अब बूर की गहराई अच्छे से नाप रहा था । निधि की गांड पे राहुल के टट्टे पट पट
की आवाज़ कर रहे थे पुरा कमरा कामवासना की गवाही दे रहा था । दोनों ही अपने रिश्ते को भूल के सांसारिक सुख को भोगने में लगे थे । चुदाई की महक ने कमरे को महका दिया था ।
" दोनों की साँसे उखाड़ने लगी थी ।काफी देर से राहुल बूर में धक्के मार रहा था दोनों का बदन पसीने से भीग गया ।
" आअह्ह...भैया...मुझे कुछ हो रहा हैं आह्ह...निधि का बदन अब अकड़ने लगा था ।
" राहुल भी अब थकने लगा था। तभी निधि जोरो से सिसकियांने लगी
" आअह्ह....भैया..बहनचोद...करते हुए कांपने लगी।इधर राहुल भी आह्ह्ह..रंडी दीदी बोलने लगा और एक जोर का विस्फोट हुआ और दोनों झड़ने लगे ।
" आह्ह्ह...बहनचोद भैया....और अपने नाख़ून राहुल की पीठ में गाड़ा दी ।
" राहुल की मस्ती भरी आह्ह्ह..में एक दर्द की आह्ह मिलकर निकली ।
" आह्ह्ह..रंडी दीदी..और राहुल का लंड भी एक गाड़ा सफ़ेद पानी निधि की बूर में उगलने लगा ।
दोनों झाड़ के एक दूसरे पे पसर गये और मस्ती और नशे में हांफ्ते हुए कब उनकी आँख लग गयी पता ही नही चला ।
Very hot" इधर विक्की और अजय कच्छे पे बैठ के दारु पी रहे थे ।वो भी पुरी तरह से नशे में थे और उनको पता भी नही था की कुछ ही कमरे के बाद उसका दुश्मन राहुल अपनी बहन को चोद रहा हैं ।
" सलोनी अपने पति को नींद की गोली देकर विक्की और अजय के पास आयी और आते ही विक्की उसपे टूट पड़ा ।
" आह्ह विक्की बाबू थोड़ा आराम से करो कही भागी नही जा रही हूँ ।आह्ह..
" हम्म्म..साली तु अब भाग भी नही पायेगी कुतिया आज पुरी रात चूदेगी तु हरामजादी । और सलोनी के होठो को चूसने लगता हैं । कुछ ही देर होठों की रगड़ाई के बाद विक्की उसको नंगी करने लगता हैं ।और दोनों नंगे होकर मिल जाते हैं एक एहसास से सलोनी और विक्की मदहोश हो जाते हैं और फिर से एक दूसरे को चूमने लगते हैं
इधर अजय तीन पैग बना लेता हैं । और बोलता हैं आओ पी लो ।
" तीनों जाम उठकर पीने लगते हैं । और अजय सलोनी पे टूट पड़ता हैं कभी उसकी चूची मसलता हैं तो कभी उसकी गांड में ऊँगली करके मज़ा लेता हैं ।
" आह्ह..अजय बाबू धीरे से करो ।तभी विक्की अपना लोड़ा सलोनी के मुँह के आगे कर देता हैं ।
सलोनी मोटे काले लंड को अपने चेहरे के आगे देख आँखे बड़ी कर देती हैं ।
" मुँह में ले ले रंडी बहुत मज़ा आएगा तुझको बोल के उसके मुँह में घुसाने लगता हैं ।
इधर अजय भी उसकी चूचियों को मसल मसल के लाल कर चुका था ।
" सलोनी मुँह खोल के लंड ले लेती हैं और अपनी जीभ से टोप्पे को कुरेदने लगती हैं इस मधुर एहसास से विक्की की सिसकियाँ निकलने लगती हैं ।
" आह्ह्ह...रंडी...मस्ती से उसकी टाँगे काँपने लगी थी ।
अजय भी उठ के लंड निकल के सलोनी की तरफ करके बोला मुझे रंडी इसको भी ले ।
सलोनी मुस्कुरा दी और विक्की का लोड़ा मुँह से निकाल के अजय के लंड को मुँह भर ली और लापा लाप चूसने लगी ।अब अजय की भी आहे और सिसकियाँ निकलने लगी। इधर सलोनी दूसरे हाथ से विक्की के लंड को मुठयाने में लगी थी ।
कुछ देर ये खेल चला और तीनों ने फिर से जाम पे जाम पीने लगे अब सलोनी को भी नशा होने लगा था ।
" अजय और विक्की ने सलोनी को उठकर बिस्तर पे जाकर पटक दिया। सलोनी नशे में जैसे मस्त हो चली थी ।
" विक्की ने टाँगे खोल के बुर पे जीभ लगा दी और अजय ने उसके मुँह में लंड घुसा दिया ।
" सलोनी लंड जीभ से कुरेदने लगी और अजय की सिसकियाँ निकलने लगी दूसरी तरफ विक्की चूत को चाटे जा रहा था । अब सलोनी को मस्ती चढ़ने लगी और बूर चिपचिपे रस से भीगने लगी ।
" पूरे कमरे कामवासना समा चुकी थी ।
" विक्की नशे में चूत की मस्त चुसाई किये जा रहा है ।इधर सलोनी अजय के लंड पे जीभ फेर के उनको आनंद दे रही थी । विक्की ने बूर खोल के अपनी जीभ घुमा दी जिससे सलोनी मचल गयी। और अजय के लिंग पे दाँत गाड़ा दिये ।
" आअह्ह्ह...रंडी लंड को खा जाएगी क्या । ये मस्ती और दर्द भरी आह्ह अजय की थी ।
" विक्की हँसते हुए बोला रंडी हैं कुछ भी कर सकती हैं ।और चूत को चाटने लगा ।
" अजय और विक्की बिस्तर पे लेट गये और सलोनी उठकर दोनो के लोड़े को चाट चाट के गीला करने लगी ।तीनों की ही सिसकियाँ निकल रही थी ।
विक्की ने सलोनी को बिस्तर पे पटक दिया और अजय जाम बनाने चला गया ।
विक्की ने लंड को बूर पे रख के झटका मारा और लंड थूक और बूर के चिकनेपन से बूर को खोलता हुआ अन्दर समा गया ।
" आअह्ह...मादरचोद धीरे कर माँ के लोड़े अपने बाप पे गया हैं ।
" ये सुन अजय हँसने लगा और विक्की भी मुस्कुरा के दना दन बूर में धक्के मरने लगा । चुदाई अपने पूरे चरम पे थी ।
" आह्ह्ह...विक्की बाबू फाड़ दो मेरी बूर को आह्ह..चोदो मुझे विक्की बाबू...
"। आहह..रंडी साली भड़वी मादरचोद छिनाल... विक्की नशे में क्या क्या बोल रहा था उसको कुछ होश नही था वो जोर जोर से चोदने लगा और सलोनी की सिसकियाँ तेज़ हो गयी ।
" अजय जल्दी ख़तम कर रंडी को और आकर पी ले ।
" कुछ ही धक्कों का सिलसिला चला और दोनों आहे भरते हुए झड़ने लगे ।
" आह्ह्ह...विक्की बाबू..आह्ह्ह..सलोनी रंडी...
दोनों झाड़ के साँसे काबू करने लगे और कुछ ही देर में आकर पीने लगे ।
" मज़ा आ गया विक्की बाबू अपने बाप की तरह ही रंडीबाज़ हो ।
" साली सस्ती रांड मेरे बाप को रंडीबाज़ बोलती हैं
" रंडीबाज़ को रंडीबाज़ ना बोलूं तो क्या बोलूं साले भड़वे और हँसने लगती हैं ।
" तभी अजय उसको उठा के बिस्तर पे ले जाता हैं और पटकर बूर में लंड ठूस देता हैं जिससे सलोनी चीख़ देती है।
" आअह्ह्ह..मादरचोद फाड़ देगा क्या हरामी आराम से चोद कुत्ते ।
" अजय मुस्कुरा के बोला चुप कर साली दो कौड़ी की रांड और बुर में घपा घप लंड पेलने लगता हैं । दोनो ही आहे भरते हुए ताल से ताल मिला रहे थे ।सलोनी की बुर अब चिकनी हो चली थी ।अब आहे सिसकिया में बदल गयी और दोनों मस्ती में मगन होकर अपनी प्यास बुझने लगे और कुछ ही समय ये चुदाई का ये दमदार खेल एक आह्ह्ह...के साथ समाप्त हुआ ।
दोनो बिस्तर पे आहे भरते हुए उठे और जाकर के जाम पीने बैठ गये ।
" तीनों को ही नशा बहुत हो चुका था ।अपना आखिरी गिलास ख़तम करके दोनों ने सलोनी को उठा लिया और बिस्तर पे पटक दिया और आँखों ही आँखों से इशारा किया और सलोनी पे चढ़ गये ।
" ये क्या कर रहे हो नही नही गांड मत मारो बहुत दर्द होगा विक्की बाबू
" विक्की हँसता हुआ बोला चुप साली छिनाल तेरी गांड बहुत बड़ी हैं इसको नही चोदा तो क्या चोदा बोलकर गांड को चाटने लगता हैं अजय भी सलोनी के मुँह लोड़ा देता हैं और चूचियों को भी मसल मसल के मज़े लेता हैं । ।
कुछ देर गांड चाटने के बाद विक्की ने लोड़ा गांड के सुराख़ पे रख के जोर से पेल दिया सलोनी गांड इधर उधर करके मचल के रह गयी । और बोली।
" आह्ह्ह्ह...रंडी की औलाद साले सूअर की चुदाई के बीज़ फाड़ दिया रे आह्ह्ह।
विक्की तो नशे में था उसको कोई होश नही था वो ताबड़ तोड़ धक्के मारे जा रहा था सलोनी दर्द के मारे बिलबिला के रह जाती पर कुछ बोलने की हालत में नही थी उसकी आँखों से आंसु निकलने लगे पर विक्की उसपे बिल्कुल भी रहम नही किया और चोदता चला गया ।
" कुछ ही देर चुदाई चली अब सलोनी की आवाज़ आयी नही नही एक साथ मत करो विक्की बाबू और रोने लगी पर विक्की और अजय हँसते हुए ।
अजय ने गाण्ड में लोड़ा पेल दिया और विक्की ने बूर में घुसा दिया ।
सलोनी जोर जोर से चीखने लगी आह्ह्ह...फाड़ दिया हरामज़ादो कुत्तो के बच्चो ,माँ के लोडो रंडी की औलादो आह्ह्ह... भरते हुए दर्द से बिलबिलाने लगी ।
इधर उसके दोनों छेदो मे रौंदा जा रहा था । दोनों छेदो में धक्के खाने से वो बेहोश होने लगी थी। उसको दर्द और मज़ा दोनों का एहसास हो रहा था ।
" आह्ह्ह...करते हुए तीनों ही झड़ने लगे और शांत होकर बिस्तर पे हांफने लगते हैं ।
ऐसे ही सलोनी के दोनों छेद रात भर रौंदे गये उसकी गांड और बूर दोनों ही लाल हो चुके थे तीनों ही चुदाई करके बहुत थक गये और नशे से भी बुरा हाल हो चुका था ।उनकी आँखें धीरे धीरे बंद हो गयी और वो सो गये ।
इधर सुरेश और बरखा भी बिस्तर पे आहे भर रहे थे । और गरिमा उनकी चुदाई की आवाज़े सुन के गरम हो रही थी ।
" आह्ह्ह...गरिमा के बापू धीरे चोदिये...
" सुरेश अपनी पुरी ताकत से साथ लंड को बूर की गहराई में उतार रहा था । दोनों जोर जोर से साँसे ले रहे थे और इधर गरिमा की बूर गीली होने से उसकी कच्छी पुरी तरह भीग गयी थी ।।
"कुछ ही धक्कों में एक जोर की आह्ह्ह..भरते हुए शान्ति छा गयी और बस जोर जोर से साँसे लेने की हलकी आवाज़ गरिमा को सुनाई दे रही थी । वो समझ गयी और कमरे में भाग गयी।
" उफ्फ्फ..आप भी ना बहुत भूखे हो जी इतनी उम्र हो गयी पर चुदाई करने की वही लालसा हैं आप में ,
" क्या करूँ जान ये लंड हैं की मानता नही हैं बूर देख के फिसल जाता हैं
" ये सुन बरखा मुस्कुरा देती हैं और बोलती हैं आप भी इतने बड़े बच्चे हो गये है और अब तो रोहन और आयशा भी कल आ जाएंगे थोड़ा संभाल के रहना बोल के बिस्तर पे पसर जाती हैं ।
" गरिमा अपनी बुर में ऊँगली करते हुए और अपने पापा के इंतज़ार में उसकी आँख लग गयी ।
Super update bhai" इधर विक्की और अजय कच्छे पे बैठ के दारु पी रहे थे ।वो भी पुरी तरह से नशे में थे और उनको पता भी नही था की कुछ ही कमरे के बाद उसका दुश्मन राहुल अपनी बहन को चोद रहा हैं ।
" सलोनी अपने पति को नींद की गोली देकर विक्की और अजय के पास आयी और आते ही विक्की उसपे टूट पड़ा ।
" आह्ह विक्की बाबू थोड़ा आराम से करो कही भागी नही जा रही हूँ ।आह्ह..
" हम्म्म..साली तु अब भाग भी नही पायेगी कुतिया आज पुरी रात चूदेगी तु हरामजादी । और सलोनी के होठो को चूसने लगता हैं । कुछ ही देर होठों की रगड़ाई के बाद विक्की उसको नंगी करने लगता हैं ।और दोनों नंगे होकर मिल जाते हैं एक एहसास से सलोनी और विक्की मदहोश हो जाते हैं और फिर से एक दूसरे को चूमने लगते हैं
इधर अजय तीन पैग बना लेता हैं । और बोलता हैं आओ पी लो ।
" तीनों जाम उठकर पीने लगते हैं । और अजय सलोनी पे टूट पड़ता हैं कभी उसकी चूची मसलता हैं तो कभी उसकी गांड में ऊँगली करके मज़ा लेता हैं ।
" आह्ह..अजय बाबू धीरे से करो ।तभी विक्की अपना लोड़ा सलोनी के मुँह के आगे कर देता हैं ।
सलोनी मोटे काले लंड को अपने चेहरे के आगे देख आँखे बड़ी कर देती हैं ।
" मुँह में ले ले रंडी बहुत मज़ा आएगा तुझको बोल के उसके मुँह में घुसाने लगता हैं ।
इधर अजय भी उसकी चूचियों को मसल मसल के लाल कर चुका था ।
" सलोनी मुँह खोल के लंड ले लेती हैं और अपनी जीभ से टोप्पे को कुरेदने लगती हैं इस मधुर एहसास से विक्की की सिसकियाँ निकलने लगती हैं ।
" आह्ह्ह...रंडी...मस्ती से उसकी टाँगे काँपने लगी थी ।
अजय भी उठ के लंड निकल के सलोनी की तरफ करके बोला मुझे रंडी इसको भी ले ।
सलोनी मुस्कुरा दी और विक्की का लोड़ा मुँह से निकाल के अजय के लंड को मुँह भर ली और लापा लाप चूसने लगी ।अब अजय की भी आहे और सिसकियाँ निकलने लगी। इधर सलोनी दूसरे हाथ से विक्की के लंड को मुठयाने में लगी थी ।
कुछ देर ये खेल चला और तीनों ने फिर से जाम पे जाम पीने लगे अब सलोनी को भी नशा होने लगा था ।
" अजय और विक्की ने सलोनी को उठकर बिस्तर पे जाकर पटक दिया। सलोनी नशे में जैसे मस्त हो चली थी ।
" विक्की ने टाँगे खोल के बुर पे जीभ लगा दी और अजय ने उसके मुँह में लंड घुसा दिया ।
" सलोनी लंड जीभ से कुरेदने लगी और अजय की सिसकियाँ निकलने लगी दूसरी तरफ विक्की चूत को चाटे जा रहा था । अब सलोनी को मस्ती चढ़ने लगी और बूर चिपचिपे रस से भीगने लगी ।
" पूरे कमरे कामवासना समा चुकी थी ।
" विक्की नशे में चूत की मस्त चुसाई किये जा रहा है ।इधर सलोनी अजय के लंड पे जीभ फेर के उनको आनंद दे रही थी । विक्की ने बूर खोल के अपनी जीभ घुमा दी जिससे सलोनी मचल गयी। और अजय के लिंग पे दाँत गाड़ा दिये ।
" आअह्ह्ह...रंडी लंड को खा जाएगी क्या । ये मस्ती और दर्द भरी आह्ह अजय की थी ।
" विक्की हँसते हुए बोला रंडी हैं कुछ भी कर सकती हैं ।और चूत को चाटने लगा ।
" अजय और विक्की बिस्तर पे लेट गये और सलोनी उठकर दोनो के लोड़े को चाट चाट के गीला करने लगी ।तीनों की ही सिसकियाँ निकल रही थी ।
विक्की ने सलोनी को बिस्तर पे पटक दिया और अजय जाम बनाने चला गया ।
विक्की ने लंड को बूर पे रख के झटका मारा और लंड थूक और बूर के चिकनेपन से बूर को खोलता हुआ अन्दर समा गया ।
" आअह्ह...मादरचोद धीरे कर माँ के लोड़े अपने बाप पे गया हैं ।
" ये सुन अजय हँसने लगा और विक्की भी मुस्कुरा के दना दन बूर में धक्के मरने लगा । चुदाई अपने पूरे चरम पे थी ।
" आह्ह्ह...विक्की बाबू फाड़ दो मेरी बूर को आह्ह..चोदो मुझे विक्की बाबू...
"। आहह..रंडी साली भड़वी मादरचोद छिनाल... विक्की नशे में क्या क्या बोल रहा था उसको कुछ होश नही था वो जोर जोर से चोदने लगा और सलोनी की सिसकियाँ तेज़ हो गयी ।
" अजय जल्दी ख़तम कर रंडी को और आकर पी ले ।
" कुछ ही धक्कों का सिलसिला चला और दोनों आहे भरते हुए झड़ने लगे ।
" आह्ह्ह...विक्की बाबू..आह्ह्ह..सलोनी रंडी...
दोनों झाड़ के साँसे काबू करने लगे और कुछ ही देर में आकर पीने लगे ।
" मज़ा आ गया विक्की बाबू अपने बाप की तरह ही रंडीबाज़ हो ।
" साली सस्ती रांड मेरे बाप को रंडीबाज़ बोलती हैं
" रंडीबाज़ को रंडीबाज़ ना बोलूं तो क्या बोलूं साले भड़वे और हँसने लगती हैं ।
" तभी अजय उसको उठा के बिस्तर पे ले जाता हैं और पटकर बूर में लंड ठूस देता हैं जिससे सलोनी चीख़ देती है।
" आअह्ह्ह..मादरचोद फाड़ देगा क्या हरामी आराम से चोद कुत्ते ।
" अजय मुस्कुरा के बोला चुप कर साली दो कौड़ी की रांड और बुर में घपा घप लंड पेलने लगता हैं । दोनो ही आहे भरते हुए ताल से ताल मिला रहे थे ।सलोनी की बुर अब चिकनी हो चली थी ।अब आहे सिसकिया में बदल गयी और दोनों मस्ती में मगन होकर अपनी प्यास बुझने लगे और कुछ ही समय ये चुदाई का ये दमदार खेल एक आह्ह्ह...के साथ समाप्त हुआ ।
दोनो बिस्तर पे आहे भरते हुए उठे और जाकर के जाम पीने बैठ गये ।
" तीनों को ही नशा बहुत हो चुका था ।अपना आखिरी गिलास ख़तम करके दोनों ने सलोनी को उठा लिया और बिस्तर पे पटक दिया और आँखों ही आँखों से इशारा किया और सलोनी पे चढ़ गये ।
" ये क्या कर रहे हो नही नही गांड मत मारो बहुत दर्द होगा विक्की बाबू
" विक्की हँसता हुआ बोला चुप साली छिनाल तेरी गांड बहुत बड़ी हैं इसको नही चोदा तो क्या चोदा बोलकर गांड को चाटने लगता हैं अजय भी सलोनी के मुँह लोड़ा देता हैं और चूचियों को भी मसल मसल के मज़े लेता हैं । ।
कुछ देर गांड चाटने के बाद विक्की ने लोड़ा गांड के सुराख़ पे रख के जोर से पेल दिया सलोनी गांड इधर उधर करके मचल के रह गयी । और बोली।
" आह्ह्ह्ह...रंडी की औलाद साले सूअर की चुदाई के बीज़ फाड़ दिया रे आह्ह्ह।
विक्की तो नशे में था उसको कोई होश नही था वो ताबड़ तोड़ धक्के मारे जा रहा था सलोनी दर्द के मारे बिलबिला के रह जाती पर कुछ बोलने की हालत में नही थी उसकी आँखों से आंसु निकलने लगे पर विक्की उसपे बिल्कुल भी रहम नही किया और चोदता चला गया ।
" कुछ ही देर चुदाई चली अब सलोनी की आवाज़ आयी नही नही एक साथ मत करो विक्की बाबू और रोने लगी पर विक्की और अजय हँसते हुए ।
अजय ने गाण्ड में लोड़ा पेल दिया और विक्की ने बूर में घुसा दिया ।
सलोनी जोर जोर से चीखने लगी आह्ह्ह...फाड़ दिया हरामज़ादो कुत्तो के बच्चो ,माँ के लोडो रंडी की औलादो आह्ह्ह... भरते हुए दर्द से बिलबिलाने लगी ।
इधर उसके दोनों छेदो मे रौंदा जा रहा था । दोनों छेदो में धक्के खाने से वो बेहोश होने लगी थी। उसको दर्द और मज़ा दोनों का एहसास हो रहा था ।
" आह्ह्ह...करते हुए तीनों ही झड़ने लगे और शांत होकर बिस्तर पे हांफने लगते हैं ।
ऐसे ही सलोनी के दोनों छेद रात भर रौंदे गये उसकी गांड और बूर दोनों ही लाल हो चुके थे तीनों ही चुदाई करके बहुत थक गये और नशे से भी बुरा हाल हो चुका था ।उनकी आँखें धीरे धीरे बंद हो गयी और वो सो गये ।
इधर सुरेश और बरखा भी बिस्तर पे आहे भर रहे थे । और गरिमा उनकी चुदाई की आवाज़े सुन के गरम हो रही थी ।
" आह्ह्ह...गरिमा के बापू धीरे चोदिये...
" सुरेश अपनी पुरी ताकत से साथ लंड को बूर की गहराई में उतार रहा था । दोनों जोर जोर से साँसे ले रहे थे और इधर गरिमा की बूर गीली होने से उसकी कच्छी पुरी तरह भीग गयी थी ।।
"कुछ ही धक्कों में एक जोर की आह्ह्ह..भरते हुए शान्ति छा गयी और बस जोर जोर से साँसे लेने की हलकी आवाज़ गरिमा को सुनाई दे रही थी । वो समझ गयी और कमरे में भाग गयी।
" उफ्फ्फ..आप भी ना बहुत भूखे हो जी इतनी उम्र हो गयी पर चुदाई करने की वही लालसा हैं आप में ,
" क्या करूँ जान ये लंड हैं की मानता नही हैं बूर देख के फिसल जाता हैं
" ये सुन बरखा मुस्कुरा देती हैं और बोलती हैं आप भी इतने बड़े बच्चे हो गये है और अब तो रोहन और आयशा भी कल आ जाएंगे थोड़ा संभाल के रहना बोल के बिस्तर पे पसर जाती हैं ।
" गरिमा अपनी बुर में ऊँगली करते हुए और अपने पापा के इंतज़ार में उसकी आँख लग गयी ।