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Adultery पड़ोसियों के साथ एक नौजवान के कारनामे

deeppreeti

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पड़ोसियों के साथ एक नौजवान के कारनामे


परिचय

ये कहानी की 2011-12 है जो वर्तमान समय से लगभग 9-10 साल पहले वर्ष 2011-12 में सूरत शुरू हुई थी ।

पेश है एक नयी कहानी जिसमे आपको जीवन के सभी रंग मिलेंगे खास तौर पर कामुकता से भरपूर होगी ये कहानी l

इसमें मिलेगा आपको पड़ोसियों से सेक्स, युवतियों से सेक्स, ऑफिस में सेक्स, पार्क में सेक्स, सिनेमा में सेक्स, नौकरानी से सेक्स , ग्रुप सेक्स, कुंवारा सेक्स, कॉलेज सेक्स, डॉक्टर के साथ सेक्स, बच्चे के लिए SEX, गर्भादान, इत्यादिl

कहानी लम्बी चलेगी और उम्मीद है आप सब को मजा आएगाl

दीपक कुमार



INDEX

पड़ोसियों के साथ एक नौजवान के कारनामे



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CHAPTER- 1

एक युवा के अपने पड़ोसियों और अन्य महिलाओ के साथ कारनामे


आगमन और परिचय

PART 1- परिचय
PART 2- परिचय

उपहार
PART 1- उपहार
PART 2- उपहार
PART 3- उपहार


CHAPTER- 2

मानवी- मेरी पड़ोसन
PART - 1 सुबह- सुबह
PART- 2 दीवानी
PART- 3 सोनू के लिए बड़े दिनों में ख़ुशी का दिन आया
PART- 4 स्वपनदोष
PART-5 एक कप कॉफी
PART-6 दर्द का इलाज
PART-7 मालिश
PART-8 राज
PART-9 सुन्दर बदलाव
PART-10 आशा से मुलाकात
PART-11 पार्क का निर्जन कोना

PART-12 गुप्त इशारे
PART-13 छत पर सारी रात
PART-14 छत पर सेक्स
PART-15 छत पर गुदा सेक्स



CHAPTER- 3

रुसी युवती ऐना


PART-1 होटल में ऐना से मुलाकात
PART-2 जल परी
PART-3 जल परी के साथ जल क्रीड़ा
PART-4 जल परी के साथ
PART-5 स्विमिंग पूल के किनारे
PART-6 स्विमिंग पूल के किनारे चुदाई
PART-7 स्विमिंग पूल के अंदर चुदाई
PART-8
PART-9
PART-10
PART-11

CHAPTER- 4
कामदेव की उपासना

PART-1 कामदेव की कहानी
PART-2 कामदेव हैं कौन

PART-3 यज्ञ द्वारा पापों का प्रायश्चित
PART-4 साधना के नियम
PART-5 कामरूप क्षेत्र की राजकुमारी से भेंट
PART-6 राजकुमारी - सपनो की रानी


CHAPTER- 5
रुपाली - मेरी पड़ोसन
PART-1 कामुक दृश्यमं
PART-2 बल्ब फ्यूज हो गया
PART-3 स्टूल (छोटी मेज)
PART-4 वास्तविकता या एक सपना
PART-5 ( 69 )

PART-6 प्रस्ताव
PART-7 ईशा- माफ़ी की प्राथना
PART-8 फिल्म
PART-9 कामुक फिल्म
PART-10 हस्तमैथुन
PART-11 अंतराल

PART-12 अंतराल के बाद
PART-13 थिएटर में चुदाई
PART-14 सुपर संडे
PART-15 सुपर संडे - ईशा
PART-16 सुपर संडे - ईशा की परख
PART-17 सुपर संडे - ईशा का विर्जिनिटी टेस्ट
PART-18 सुपर संडे - जाल में ईशा
PART-19 सुपर संडे - इजहार
PART-20 सुपर संडे - ईशा की तयारी
PART-21 सुपर संडे - ईशा का कौमार्य भेदन
PART-22 सुपर संडे - ईशा के साथ सम्भोग का आनंद
PART-23 सुपर संडे - शाही हर्बल तेल से मालिश
PART-24 सुपर संडे - कपल मालिश
PART-25 सुपर संडे - क्लब सैंडविच मालिश
PART-26 सुपर संडे - सुपर लेस्बियन शो
PART-27 सुपर संडे - लेस्बियन त्रिकोण
PART-28 सुपर संडे - सुरक्षा
PART-29 सुपर संडे - मानवी
PART-30 सुपर संडे - रूपाली के साथ सुहागरात
PART-31 सुपर संडे - रूपाली के साथ

CHAPTER-6
पश्ताचाप


PART- 1 / PART- 2


VOLUME II
विवाह, यज्ञ और शुद्धिकरन

CHAPTER-1
विवाह से पहले

PART- 1 /PART- 2/ PART- 3/ PART- 4/ PART -5/PART- 6/ PART- 7/PART- 8/PART- 9/PART-10
PART- 11/PART- 12/PART- 13/PART- 14/PART-15/PART-16/PART-17/PART-18/PART-19/PART-20
PART- 21/PART-22/
PART- 23 page 37/PART- 24-page 39/PART- 25/PART- 26/PART -27 Page 40/PART-28/PART-29/ PART-30 page 41 /PART-31/PART-32 page 42 /PART- 33/PART- 34/PART- 35/PART- 36/PART -37/
PART-38/PART-39/PART-40
PART-41/
PART- 42/PART -43/PART-44/PART-45/PART-46/PART-47/PART-48/PART-49/PART-50/
PART-51/PART- 52/PART -53/PART-54/PART-55/PART-56/PART-57/PART-58


CHAPTER-2
नयी भाभी की सुहागरात

PART- 1 (PAGE 48) /PART- 2/ PART- 3/ PART- 4/ PART -5/PART- 6/ PART- 7/PART- 8/PART- 9/PART-10
PART- 11/PART- 12/PART- 13/PART- 14/PART-15/ PART- 16/PART- 17/PART- 18/PART- 19


CHAPTER-3

बैचलर पार्टी

PART- 1 /PART- 2/ PART- 3/ PART- 4/ PART -5/PART- 6/ PART- 7/
PART- 8/PART- 9/PART-10 /PART- 11/PART- 12/PART- 13/PART- 14/PART-15/
PART- 16/PART- 17/PART- 18/PART- 19/PART-20/ PART-21/PART-22/
/PART- 23/PART- 24/PART-25/

CHAPTER-4
विवाह

PART-1/ PART-2/PART-3/ PART- 4/PART-5/
PART-6/PART-7/ PART- 8/PART-9/ PART- 10/
PART-11/

विवाह- सुहागरात
PART-1/PART-2/ PART- 3/PART-4/
PART-5/PART-6/ PART- 7/PART-8/
PART-9/PART-10 / PART-11/PART-12/
PART- 13/PART-14/PART-15/
PART-16/

PART-17/ PART- 18/PART-19/ PART- 20

CHAPTER-5
मधुमास (हनीमून)

PART-1/ PART-2/PART-3/ PART- 4/PART-5/
PART-6/PART-7/ PART- 8/PART-9/ PART- 10/
PART- 11/PART- 12/PART- 13/PART- 14/PART-15/
PART-16/PART-17/PART-18/PART-19/PART-20
PART- 21/PART- 22/PART- 23/PART- 24/PART-25/
PART-26/PART-27/PART-28/
PART-29/PART-30
PART- 31/PART- 32/PART- 33/PART- 34/PART-35/
PART-36/PART-37/PART-38/PART-39/PART-40
PART- 41/


A1


UPDATE 001
CHAPTER- 1 आगमन और परिचय
आगमन
Incest/Taboo
UPDATE 002परिचय.Incest/Taboo
UPDATE 003आशा को उपहार दिए.Exhibitionist & Voyeur
UPDATE 004उपहारErotic Couplings
UPDATE 005युवा के अपने पड़ोसियों और अन्य महिलाओ को उपहार.Incest/Taboo
UPDATE 006CHAPTER- 2 मानवी- मेरी पड़ोसन

सुबह- सुबह मेरी पड़ोसन मानवी.
Exhibitionist & Voyeur
UPDATE 007लंड की दीवानी मानवी भाभी.Exhibitionist & Voyeur
UPDATE 008सोनू के लिए ख़ुशी का दिन आया.Romance
UPDATE 009स्वपनदोष.Exhibitionist & Voyeur
UPDATE 010एक कप कॉफीRomance
UPDATE 011मानवी के दर्द का इलाजNonConsent/Reluctance
UPDATE 012मानवी की मालिश और इलाजErotic Couplings
UPDATE 013सेक्सी गदरायी हुई महिला के साथ सम्भोग.Erotic Couplings
UPDATE 014मानवी मे सुन्दर बदलाव.Erotic Couplings
UPDATE 015आशा से एक और मुलाकात .Erotic Couplings
UPDATE 016पार्क के निर्जन कोने में भाभी के साथ.Erotic Couplings
UPDATE 017हमारे गुप्त इशारे.Erotic Couplings
UPDATE 018छत पर सारी रात.Incest/Taboo
UPDATE 019छत पर सेक्स.Erotic Couplings
UPDATE 020छत पर गुदा सेक्स.Anal
UPDATE 021CHAPTER- 3 रुसी युवती ऐना

होटल में रुसी युवती ऐना से मुलाकात.
Interracial Love
UPDATE 022 (जल परी रुसी युवती ऐनाErotic Couplings
UPDATE 023रुसी जल पारी ऐना के साथ जल क्रीड़ाErotic Couplings
UPDATE 024 (रुसी जल परी ऐना के साथInterracial Love
UPDATE 025रुसी युवती ऐना के साथ जल क्रीड़ा.Interracial Love
UPDATE 026रुसी युवती ऐना के साथ चुंबन.Interracial Love
UPDATE 027रुसी युवती ऐना स्विमिंग पूल के किनारे.Interracial Love
UPDATE 028रुसी युवती ऐना के साथ स्विमिंग पूल के किनारे चुदाई.Interracial Love
UPDATE 029रुसी युवती ऐना के साथ पूल के पानी में चुदाई.Interracial Love
UPDATE 030रुसी युवती ऐना के साथ कमरे में चुदाई.Interracial Love
UPDATE 031CHAPTER- 4 परिवार

गर्भदान.
Erotic Couplings
UPDATE 032परिवार की वंशावली.Erotic Couplings
UPDATE 033वंश वृद्धि के लिए साधन - प्रायश्चित मदन, गर्भदान के नियम.Erotic Couplings
UPDATE 034राजकुमारी से भेंट.Romance
UPDATE 035CHAPTER- 5 रुपाली - मेरी पड़ोसन

कामुक दृश्यमं.
Exhibitionist & Voyeur
UPDATE 036रुपाली पड़ोसन का बल्ब फ्यूज हो गया.NonConsent/Reluctance
UPDATE 037स्टूल (छोटी मेज).NonConsent/Reluctance
UPDATE 038रुपाली मेरी पड़ोसन, वास्तविकता या एक सपना.NonConsent/Reluctance
UPDATE 039रुपाली पड़ोसन के साथ 69 सेक्स.NonConsent/Reluctance
UPDATE 040राजकुमारी के साथ विवाह प्रस्ताव.Loving Wives
UPDATE 041ईशा के पीछे बगीचे में.Exhibitionist & Voyeur
UPDATE 042ईशा की माफ़ी की प्राथना.Exhibitionist & Voyeur
UPDATE 043रुपाली भाभी के साथ फिल्म देखना.Romance
UPDATE 044पड़ोसन के साथ कामुक फ़िल्म देखना.Exhibitionist & Voyeur
UPDATE 045पड़ोसन ने किया हस्त मैथुन.NonConsent/Reluctance
UPDATE 046कामुक फिल्म का अंतराल.NonConsent/Reluctance
UPDATE 047कामुक फिल्म अंतराल के बाद मुखमैथुन.Erotic Couplings
UPDATE 048पड़ोसन की फिल्म थिएटर में चुदाई .Erotic Couplings
UPDATE 049पड़ोसन के साथ सुपर संडे.Erotic Couplings
UPDATE 050सुपर संडे - ईशा.Romance
UPDATE 051सुपर संडे-ईशा की परख.NonConsent/Reluctance
UPDATE 052विर्जिनिटी टेस्ट.First Time
UPDATE 053सुपर संडे-जाल में ईशा.NonConsent/Reluctance
UPDATE 054सुपर संडे-इज़हार.NonConsent/Reluctance
UPDATE 055ईशा की तयारी .First Time
UPDATE 056सुपर संडे-ईशा का कौमार्य भेदन .First Time
UPDATE 057सुपर संडे-ईशा के साथ सम्भोग का आनंदFirst Time
UPDATE 058सुपर संडे-शाही हर्बल तेल से मालिश.Group Sex
UPDATE 059सुपर संडे-कपल मालिश.Erotic Couplings
UPDATE 060सुपर संडे-क्लब सैंडविच मालिश.Erotic Couplings
UPDATE 061सुपर संडे-सुपर लेस्बियन शो.Lesbian Sex
UPDATE 062लेस्बियन त्रिकोण.Lesbian Sex
UPDATE 063सुरक्षाErotic Couplings
UPDATE 064सुपर संडे-मानवी.Incest/Taboo
UPDATE 065रूपाली के साथ सुहागरातErotic Couplings
UPDATE 066रूपाली के साथ सुहागरात .Erotic Couplings
UPDATE 067सुपर संडे-रूपाली के साथ.Erotic Couplings
UPDATE 068CHAPTER 6 पश्ताचाप

पैतृक स्थान
Loving Wives
UPDATE 069राज .Loving Wives
UPDATE 070VOLUME II विवाह, यज्ञ और शुद्धिकरन

CHAPTER-1 विवाह से पहले


दावत.
Group Sex
UPDATE 071समूह सेक्स दावत.Group Sex
UPDATE 072प्रातः काल भ्रमण मुलाकात.Mind Control
UPDATE 073घायल वृद्ध .Mind Control
UPDATE 074घायल वृद्ध की अंगूठी.Mind Control
UPDATE 075राज कुमारी के साथ सगाई.Romance
UPDATE 076इलेक्ट्रॉनिक लाकर का पासवर्ड.Mind Control
UPDATE 077चमत्कारी अंगूठी.Mind Control
UPDATE 078इच्छा की शक्ति या सपना .Mind Control
UPDATE 079वृद्ध से एक और मुलाकात.Mind Control
UPDATE 080मानसिक नियंत्रण.Mind Control
UPDATE 081मानसिक नियंत्रण.Mind Control
UPDATE 082अंगूठी की शक्तियों का पहला प्रयोग -समस्या और समाधान..Mind Control
UPDATE 083गर्भाधान की समस्या और समाधान.Mind Control
UPDATE 084भाभी का कृत्रिम गर्भधान.First Time
UPDATE 085सेक्स की इच्छा.Erotic Couplings
UPDATE 086कामवासना का जंगली जुनून सवार.Mind Control
UPDATE 087मेरे अंतरंग हमसफ़र.Erotic Couplings
UPDATE 088मैंने अपना रानिवास-हरम बनाने का फैसला किया.Mind Control
UPDATE 089सेक्सी लाल रंग की पोशाक.Erotic Couplings
UPDATE 090युवा प्रशिक्षु के प्रशिक्षण का सबसे महत्त्वपूर्ण सबक.How To
UPDATE 091पोशाक का चयनRomance
UPDATE 092मौसियो के परिवार.Incest/Taboo
UPDATE 093मौसियो की पोतिया का मेट्रो ट्रेन में पहला सेक्स अनुभव.First Time
UPDATE 094मेट्रो ट्रेन में मौसियो की पोतियो के पहले कामुक अनुभव .First Time
UPDATE 095मौसियो की पोतियो की नग्न तैराकी.Exhibitionist & Voyeur
UPDATE 096मौसियो की पोतियो का परस्पर निरीक्षण और हस्तमैथुन.Lesbian Sex
UPDATE 097समलैंगिकता का दूसरा सत्र.Lesbian Sex
UPDATE 098समलैंगिक कजिन बहनेLesbian Sex
UPDATE 099समलैंगिक कजिन बहने.Lesbian Sex
UPDATE 100समलैंगिक कजिन बहने.Lesbian Sex
UPDATE 101असली मजे का थोड़ा-सा स्वाद.Sci-Fi & Fantasy
UPDATE 102असली मजे.First Time
UPDATE 103बेतहाशा चुंबन और मजे.First Time
UPDATE 104बेतहाशा स्तनों की चुसाई और मजे.First Time
UPDATE 105प्रतिक्रियाFirst Time
UPDATE 106लंड की चुसाई और मजे.First Time
UPDATE 107दुल्हन बनी नीता.First Time
UPDATE 108कुंवारी नीता की पहली चुदाई.First Time
UPDATE 109कुंवारी नीता की पहली चुदाई.First Time
UPDATE 110कुंवारी रीता की पहली चुदाई.Incest/Taboo
UPDATE 111कुंवारी रीता की पहली चुदाई.First Time
UPDATE 112धीरे प्यार से चूसो सब तुम्हारा ही है.First Time
UPDATE 113चुदाई से पहले उसे गर्म किया.First Time
UPDATE 114लंड का योनि में प्रथम प्रवेशFirst Time
UPDATE 115लंड के योनि में प्रथम प्रवेश के बाद मस्तीभरी चुदाई.First Time
UPDATE 116प्रेम निवेदन और समर्पण.Erotic Couplings
UPDATE 117मरीना का प्रेम निवेदन .Erotic Couplings
UPDATE 118मरीना का प्रेम निवेदनErotic Couplings
UPDATE 119मरीना का प्रेम निवेदन- मैं कुछ करूँFirst Time
UPDATE 120मरीना से प्यारErotic Couplings
UPDATE 121मरीना के साथ मुख मैथुनErotic Couplings
UPDATE 122जो तुमको हो पसंदBDSM
UPDATE 123दो तरफा चुसाईGroup Sex
UPDATE 124फोरसमGroup Sex
UPDATE 125डरGroup Sex
UPDATE 126मरीना का कौमर्य भंगFirst Time
UPDATE 127हेमा की कामुकताErotic Couplings
UPDATE 128कुंवारी हेमा का कौमार्य भंगFirst Time
UPDATE 129हस्तमैथुन के साथ-साथ चुदाईErotic Couplings
UPDATE 130बहनो की साथ-साथ में चुदाईGroup Sex
UPDATE 131अर्धनग्न तरुण- नर्तकीExhibitionist & Voyeur
UPDATE 132तुम्हारे ही लिए आया हूँ.Romance
UPDATE 133जल क्रीड़ाRomance
UPDATE 134फूलों से प्राकृतिक शृंगारRomance
UPDATE 135अलोकिक रचनाRomance
UPDATE 136वीर्यदान के लिए संकल्पErotic Couplings
UPDATE 137VOLUME II CHAPTER-2 नयी भाभी की सुहागरात

ओवुलेशन प्रक्रिया
How To
UPDATE 138 (नयी भाभी की सुहागरात - राजमाता ने लिया साक्षात्कार.How To
UPDATE 139 (असाधरण परिस्तिथियों में असाधारण कार्य.How To
UPDATE 140क्या और कैसे करना है.How To
UPDATE 141नयी भाभी की सुहागरात में सम्भोग कैसे करना है.How To
UPDATE 142हस्तमैथुन और स्खलन.How To
UPDATE 143सुहागरात की तयारी.Incest/Taboo
UPDATE 144नयी रानी की सुहागरात सुहागसेज.Incest/Taboo
UPDATE 145नयी रानी की सुहागरात.Incest/Taboo
UPDATE 146सुहागरात में नयी रानी भाभी का कौमार्य भंग.First Time
UPDATE 147नयी रानी के साथ सम्भोग.First Time
UPDATE 148नयी रानी का गर्भादान.First Time
UPDATE 149नयी रानी के साथ पिक्चर अभी बाकी हैFirst Time
UPDATE 150भोर में आँख खुलीFirst Time
UPDATE 151रानी गर्भवती हुई है या नहीं?First Time
UPDATE 152एक बार फिर.Erotic Couplings
UPDATE 153रानी माँ ने एकांत प्रदान कियाErotic Couplings
UPDATE 154लग रहा था कि मेरा इरेक्शन कभी कम नहीं होगाErotic Couplings
UPDATE 155मालिश से आराम और चुदाई.Erotic Couplings
UPDATE 156 VOLUME II CHAPTER-3 बैचलर पार्टी

बैचलर पार्टी की तयारी
Exhibitionist & Voyeur
UPDATE 157बैचलर पार्टी डांस पार्टी की तयारीExhibitionist & Voyeur
UPDATE 158नर्तकियों की तलाशErotic Couplings
UPDATE 159नर्तकियों की तलाशExhibitionist & Voyeur
UPDATE 160बैचलर पार्टी के लिए डांसरExhibitionist & Voyeur
UPDATE 161बैचलर पार्टी के लिए बारगर्ल्स डांसरExhibitionist & Voyeur
UPDATE 162लैप डांसरExhibitionist & Voyeur
UPDATE 163बैचलर पार्टी- संधि और विधि, संगीत और नृत्यExhibitionist & Voyeur
UPDATE 164बैचलर पार्टी-संगीत और नृत्य और नवविवाहितExhibitionist & Voyeur
UPDATE 165बैचलर पार्टी की शुरुआतExhibitionist & Voyeur
UPDATE 166बैचलर पार्टी- शो का आनंदExhibitionist & Voyeur
UPDATE 167बैचलर पार्टी-प्रतिभागिGroup Sex
UPDATE 168बैचलर पार्टी - मंच से नीचे का नजाराGroup Sex
UPDATE 169बैचलर पार्टी मंच का नजाराExhibitionist & Voyeur
UPDATE 170कौमार्य भंग करने के लिए प्रशंसा और बधाईGroup Sex
UPDATE 171आनंद आनंदExhibitionist & Voyeur
UPDATE 172बैचलर पार्टी-अध्भुत कामुकताGroup Sex
UPDATE 173बैचलर पार्टी अध्भुत कामुकता और चुदाईGroup Sex
UPDATE 174बैचलर पार्टी तरोताजा कामुकता और चुदाईGroup Sex
UPDATE 175बैचलर पार्टी- तरोताजा चुदाईExhibitionist & Voyeur
UPDATE 176बैचलर पार्टी तरोताजा कामुकता और समूह सेक्सGroup Sex
UPDATE 177बैचलर पार्टी सेक्सी समूह नृत्यExhibitionist & Voyeur
UPDATE 178बैचलर पार्टी सेक्सी समूह नृत्य.Group Sex
UPDATE 179बैचलर पार्टी लैप डांसGroup Sex
UPDATE 180बैचलर पार्टी नंगा नाच और समूह सेक्स.Group Sex
UPDATE 181VOLUME II CHAPTER 4 विवाह

विवाह से पहले मिलने को दिल बेकरार है
Romance
UPDATE 182बेकरार दिल का प्रेमालापRomance
UPDATE 183विवाह पूर्व प्रेमालाप का सुनहरा समयRomance
UPDATE 184सुनहरा समयInterracial Love
UPDATE 185मंगेतरों का परस्पर परिचयLoving Wives
UPDATE 186हल्दी समारोहLoving Wives
UPDATE 187मेहंदी संगीत और नृत्यErotic Couplings
UPDATE 188विवाहLoving Wives
UPDATE 189दुल्हन की बिदाईLoving Wives
UPDATE 190दुल्हन का सोलह श्रृंगारFirst Time
UPDATE 191स्वर्ग की अप्सराLoving Wives
UPDATE 192 VOLUME II CHAPTER 4 सुहागरात

सुहागरात के दंगल की तैयारी
First Time
UPDATE 193सुहाग कक्षLoving Wives
UPDATE 194पूरे जीवन चलने वाले प्यार और जुनून की चाहतLoving Wives
UPDATE 195अरमानो वाली रात सुहागरातLoving Wives
UPDATE 196सुहागरात-मैं चुपचाप निहारता रहाFirst Time
UPDATE 197सुहागरात- चक्रनितम्बा, फूलो से श्रृंगारFirst Time
UPDATE 198सुहागरात- वासना के ज़्वार-भाटेFirst Time
UPDATE 199सुहागरात-अध्भुत नजाराFirst Time
UPDATE 200सुहागरात पहला ओर्गास्म अनुभवLoving Wives
UPDATE 201सुहागरात लिंग दर्शन पहलाExhibitionist & Voyeur
UPDATE 202अच्छे मजेदार सेक्स का अच्छा पक्ष बार बार करना और दोहरानाLoving Wives
UPDATE 203सुहागरात कौमार्य भेदनLoving Wives
UPDATE 204सुहागरात कौमार्य भेदन फिर प्रथम सम्भोगFirst Time
UPDATE 205सुहागरात कौमार्य भेदन के बाद प्रथम सम्पूर्ण मिलन का आनंदLoving Wives
UPDATE 206सुहागरात में कौमार्य भेदन पहले मोहक मिलन का प्रभावFirst Time
UPDATE 207गर्भाधान के लिए सेवक आपकी सेवा के लिए प्रस्तुत हैIncest/Taboo
UPDATE 208भाभी की सेवाIncest/Taboo
UPDATE 209सुहागरात -कोई देख रहा हैExhibitionist & Voyeur
UPDATE 210सुहागरात- एक साथ तीन का स्नान और सम्भोगLoving Wives
UPDATE 211मेरी सुहागरात और भाभी की संतान की मुरादLoving Wives
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पड़ोसियों के साथ एक नौजवान के कारनामे

CHAPTER- 2

एक युवा के अपने पड़ोसियों और अन्य महिलाओ के साथ कारनामे

मानवी- मेरी पड़ोसन

PART-12

गुप्त इशारे



घर के पास एक 5 सितारा होटल था और एक दिन होटल की एक सेल्स गर्ल मुझसे मिलने आई और उसने मुझसे होटल के स्विमिंग क्लब में शामिल होने का आग्रह किया। वह लंबी, गोरी और सुंदर थी। लड़कियों के लिए मेरे दिल में हमेशा एक सॉफ्ट कॉर्नर रहा है .

मैं एक नियमित तैराक रहा हूँ इसलिए मैं उस 5 स्टार होटल में तैराकी क्लब में शामिल हो गया जो घर के पास ही था। मैंने बच्चों को तैराकी करने और सीखने के लिए प्रोत्साहित किया। दोनों भाभियाँ भी तैरना जानती थीं इसलिए हम सभी एक परिवार के रूप में उस कस्ब के सदस्य बन गए । सेल्स गर्ल का नाम जूही था। और वह क्लब में पूरे परिवार के शामिल होने पर बहुत खुश थी। चर्चा के दौरान उसने बताया कि अगर उसे एक कॉर्पोरेट सदस्य मिल जाता है तो उसे पदोन्नती मिल जायेगी और उसने इसमें मेरी मदद मांगी ।

मैंने अपने कम्पनी की कर्मचारियों को तैराकी क्लब में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया और मेरी सहायक कविता और स्टाफ के कुछ अन्य सदस्य क्लब में शामिल हो गए और कंपनी होटल क्लब की कॉर्पोरेट सदस्यता ले ली।

सुश्री जूही को तुरंत प्रबंधक के रूप में पदोन्नति मिली और हम दोस्त बन गए। मैं हर वैकल्पिक दिन के साथ-साथ शाम या सुबह के सप्ताहांत में तैराकी के लिए जाने लगा . सुश्री जूही ने क्लब में मेरा विशेष ध्यान रखा और अपने अधीनस्थों को मेरा विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया। जब भी मैं वहां गया, वो होटल के गेट पर या पूल में मुझसे मिलने आती थी । और जब भी मैं पूल में अपने तैराकी की पोशाक में होता था तो वो मेरा लंड को घूरती रहती थी एक दिन मैंने उसे जब घूरते हुए पकड़ लिया तो वो कुछ नहीं बोली बस शर्मा कर रह गयी ..

उसने मुझे सूरत के एक प्रतिष्ठित क्लब में शामिल होने में भी मदद की, जहां मैं शाम के साथ उसके साथ कभी कभी चला जाता था।

स्विमिंग क्लब में मुझे विशेष रूप से होटल के महिला मेहमानों की सुंदरता और स्विमिंग पूल क्लब में तैराकी करते हुए देखना अच्छा लगा।

माणवी भाभी इतने महीनों से सेक्स से वंचित थीं और मैं एक जवान , हम दोनों चुदाई के लिए हमेशा उत्सुक रहते थे । लेकिन यह हमेशा जोखिम भरा था। अक्सर हम दोनों रूपाली और बच्चों को जागने से पहले एक फटाफट चुदाई कर लेते थे , और बहुत बार मैं शाम को चोदने के लिए मानवी भाभी को पार्क की पहाड़ी पर ले जाता था, लेकिन हमेशा पकडे या देखे जाने का डर लगा रहता था । फिर मैं कई बार मानवी भाभी को अपने साथ तैराकी के लिए ले जाता था और जब चेंजिंग रूम में कोई नहीं होता था तो जल्दी से चुदाई कर लेते थे .

मैं रूपाली से छुपा कर मानवी के लिए कई तरह की नवीनतम ब्रा, पैंटी और बहुत सारे सौंदर्य प्रसाधन खरीद कर लाता था जो वो मुझे फिर पहन कर दिखाती थी और फिर एक फटाफट चुदाई होती थी ।

जब कभी हम घर में अकेले होते थे तो या तो मानवी चुपके से मेरी और ओंठो से चुंबन इशारा करती थी या अगर मैं अकेला होता था तो उसे आँख मार देता था ये हमारा सिग्नल था की अब मैं या वो घर में अकेले हैं और ये फटाफट चुदाई करने के लिए हमारा संकेत था और फिर या तो माणवी मेरे कमरे में आती थी मुझे खाना या चाय या कुछ नाश्ता देने या पूछने के बहाने या फिर मैं उसी बहाने से उसके घर जाता और हम फिर घर में किचन समेत बेडरूम या ड्राइंग रूम या टॉयलेट में किसी भी स्थान पर जल्दी से चुदाई कर लेते थे ।

वैसा ये सब बहुत रोमांचकारी था पर यह संतोषजनक नहीं था क्योंकि हम दोनों पकड़े जाने के डर से मुक्त एक दुसरे के साथ लंबा सेक्स सत्र चाहते थे।

इसलिए हम दोनों पास में किसी प्रकार की व्यवस्था करने के लिए सोचने लगे जहाँ हम नियमित तौर पर गुप्त रूप से और सुरक्षित रूप से मिल सकें।

एक महीने का समय खत्म होने को हो गया और तीन दिनों के बाद, रूपाली भाभी ने मेरे घर और खाने पीने का प्रभार संभालना था। उस दिन शुक्रवार था, शाम को पार्क में टहलने के लिए मानवी भाभी मेरे साथ गई और मैंने वहाँ उसकी एकांत देख कर चुदाई की। चलते हुए मैंने उससे कहा कि मैं आज की रात तुम्हारे साथ बिताना चाहता हूँ .. और पूरी रात तुम्हारे साथ सेक्स करना चाहता हूँ। इस छोटे छोटे फटाफट सेक्स में मुझे संतुष्टि नहीं मिलती है । मुझे आपके साथ पूरी रात सेक्स चाहिए। मानवी ने कहा कि चाहती तो वो भी यही है पर जब परिवार के सभी सदस्य घर पर होंगे तो हम इसे पूरी रात कैसे कर सकते हैं।

तब मानवी ने कहा- काका मेरे पास एक आइडिया है आइए!

और उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और हम इमारत की आपातकालीन सीढ़ियों से इमारत में ऊपर चढ़ने लगे और चुपचाप छत पर पहुँच गए ।

मानवी ने कहा- सुबह तक कोई नहीं आता है ! और यहाँ रोशनी भी ठीक है। और दूर दूर तक कोई इमारत भी नहीं है कि कोई हमें देख सके। छत के दीवारें भी ऊंची हैं ये काम यहां सुरक्षित तरीके से पूरी रात सेक्स किया जा सकता है।

मैंने कहा- वाह मानवी वाह! इस सब में आपका दिमाग बहुत तेज चलता है। लेकिन एक ही समस्या है। यहाँ गद्दा नहीं है ।।

फिर मैंने कहा आप चिंता मत करो मैं कुछ व्यवस्था करूंगा। और हम घर वापस आ गए। अगले दिन शनिवार था सब के लिए छुट्टी का दिन। सभी कल सुबह देर तक शांति से सोएंगे।

उसके कुछ देर बाद रूपाली और मानवी दोनों रात के खाने से पहले मेरे पास आईं और उन्होंने बताया कि वे बच्चों के कुछ व्यवहार में कुछ परिवर्तन हो रहे हैं और वे अपनी माताओं के साथ ज्यादा बात नहीं कर रहे हैं। तो अब क्या किया जाना चाहिए।

मैंने सुझाव दिया कि अब से हम सभी लोग एक साथ भोजन करेंगे। और रात के खाने की मेज पर हम सभी के लिए एक नियम बनाएंगे कि वे पिछले रात्रिभोज के बाद से क्या किया है, सभी विवरण सबके साथ साझा करें। सभी बच्चों के लिए मेरे डाइनिंग रूम में एक साथ रात का भोजन करना अनिवार्य होगा, जहां मेरे पास एक बड़ी खाने की मेज थी और इस तरह उन्हें साझा करने और अपने आपसी संबंध मजबूत करने में मदद मिलेगी।

दोनों महिलाओं ने आइडिया पसंद किया और मेरी तारीफ की। और मानवी ने मुझे वह गुप्त इशारा किया।

हम सबने मिलकर डिनर लिया। चूंकि यह पहला संयुक्त डिनर था। भोजन स्वादिष्ट था और आइसक्रीम और मिठाइयाँ खाने के बाद सभी बच्चे और रूपाली जल्द ही सोने चले गए।



कहानी जारी रहेगी


दीपक कुमार


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2- औलाद की चाह

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पड़ोसियों के साथ एक नौजवान के कारनामे

CHAPTER- 2

एक युवा के अपने पड़ोसियों और अन्य महिलाओ के साथ कारनामे

मानवी- मेरी पड़ोसन

PART-13

छत पर सारी रात




फिर जब वो मेरे पास सब को सुला कर आयी तो मेरे हाथ में एक कंबल था और हम आपातकालीन सीढ़ियों का उपयोग करते हुए छत पर चले गए जो अन्यथा बहुत कम ही उपयोग की जाती थी ।

मानवी ने मुस्कुराते हुए पूछा- इस मौसम में आपको यह कंबल कहाँ से मिला? इतनी ठंड नहीं है। मैंने कहा कि यह आज छत पर गद्दे के रूप में काम करेगा।

और हमने सुरक्षा के लिए छत के दरवाजे बंद कर दिए।

फिर मानवी और मैंने कंबल को छत के बीच में फैला दिया और सेक्स की तैयारी करने लगे।

मानवी ने मुझसे पूछा- क्या तुमने कभी खुले आसमान के नीचे सेक्स किया है?

मैंने कहा हाँ! और ऐसा लगता है कि आपने भी किया है।

मानवी ने कहा- हां, मैंने आपके साथ उस पार्क की पहाड़ी के ऊपर कई बार किया है ।

मैं मुस्कुराया, उसे चूमा और कहा - आप वास्तव में बहुत स्मार्ट हो !

मैंने अपनी जींस की पैंट के साइड से एक ऑयल की बोतल निकाली।

तेल देखते ही मानवी ने गुस्से से भरी आँखों से मुझे घूर कर देखा। मनवी मेरी नियत समझ गई थी ।

मैंने कहा- देखो, तुम्हें पता है कि पीछे से करने के लिए तेल की ज़रूरत होती है। लेकिन अगर आप बुरा न मानें तो मैं करूंगा।

मानवी ने कहा - इसे करने की कोशिश न करें तो बेहतर होगा ! मैंने सुना है पीछे बहुत दर्द होता है। और गांड वर्जिन है।

मैंने मुस्कुराते हुए कहा- आपने राजन के पापा को अपनी वर्जिनिटी दी है, आप मुझे अपनी कुंवारी गांड ही दे दीजिये !

मानवी ने कहा- हां, हम कोशिश कर सकते हैं। लेकिन आपको इसे बहुत धीरे-धीरे करना होगा। और तुम्हारा लंड तो बहुत बड़ा है मुझे बहुत दर्द देगा l

मैंने कहा- ठीक है और इसलिए इसमें बहुत मज़ा भी आयेगा -बेशक मैं बहुत धीरे-धीरे करूँगा। फिर शुरू करते हैं?

मानवी ने कहा - ठीक है। नीचे हर कोई गहरी नींद में है और सुबह देर से उठेंगे ।

मैंने कहा- ठीक है। फिर अपने कपड़े उतारने लगा ।

मैंने अपनी शर्ट उतारनी शुरू कर दी और मानवी ने भी अपने कपड़े उतार दिए।

अब मानवी केवल ब्रा पैंटी में रह गई थी और मैं सिर्फ अपने अंडरवियर में था।

छत परएक बड़ी लिह्य लगी हुई थी जिससे छत पर काफी प्रकाश था, पूरी छत चमकीली थी।

मनवी ने अपनी ब्रा भी उतार दी । मैंने भी उसका और अपना अंडरवियर उतार दिया।

मानवी ने देखा कि मेरा लंड खड़ा होने लगा है। लेकिन यह अभी तक पूरा कड़क है हुआ था ।

तब मानवी ने कहा - क्या हुआ? आज तुम्हारा खड़ा क्यों नहीं हुआ है ?

मैंने कहा- सिर्फ तुम्हारे नर्म गुलाबी होंठ ही अब इसे खड़ा करेंगे!

मानवी ने कहा- सीधे बोलो, मेरा लंड चूसो। आप बहाने क्यों कर रहे हैं?

मैंने कहा- मानवी, प्लीज़ मेरा लंड चूसो।

मैं मानवी के सामने खड़ा था। मानवी मुस्करायी और उसने मेरे लंड की सहलाया और धीरे धीरे चूमने लगी ।

मैंने थोड़ी आह भरी और कहा- चूसो इसे पूरा ।

माणवी ने अब बिना देर किए मेरा पूरा लंड अपने मुँह में ले लिया और उसे अंदर लेती चली गई। मानवी जोर-जोर से लंड को चूसने लगी।

2 मिनट तक मानवी ने खूब चूसा।

मैं बस अहह… अहह… ’कह कर सिसकता रहा । मेरा लंड पूरी तरह से सख्त हो चुका था और चुदाई के लिए तैयार था।

मानवी ने कहा- अब ठीक है, अभी शुरू करो।

मैंने उससे कहा- रुको, मैं तुम गीला कर दू ।

और मैं अपनी पीठ परलेट गया और मानवी को 69 स्थिति में आने को कहा।

मानवी तुरंत उसी तरह से आ गई और अपने हाथ से मेरा लंड पकड़ लिया और अपने मुंह में मेरा लंड ले लिया। उधर मैं उसकी चूत को अपनी जीभ से चाटने लगा।

अब मानवी को भी बहुत मज़ा आ रहा था। उम्म्म… उम्म्म… उम्म्म…उसे मेरा लंड चूसते हुए मज़ा आ रहा था। मेरे चाटने से उसकी चूत चिकनी और गीली हो गई थी।

मानवी ने कहा- अब बहुत हो गया, चलो चुदाई शुरू करते हैं।

वह पल्टी और और लंड को पकड़ कर सीधा मेरे सख्त तने हुए लंड पर बैठ गयी । और मैंने भी ऊपर को एक झटका मारा और मेरा पूरा लंड चूत में घुस गया और अपने रसदार गीले और फिसलते हुए लंड को मानवी के अंदर पूरा ठोक दिया और वो आआआहहहह करके चिल्लाई .. धीरे करो।

माणवी के खुले बाल मेरे चेहरे की तरफ झूल रहे थे और हम दोनों एक दूसरे की आँखों में देख कर मुस्कुरा रहे थे।

अब मानवी ने मेरे लंड पर धीरे-धीरे ऊपर-नीचे होना शुरू कर दिया।

धीरे-धीरे मानवी ने अपनी स्पीड बढ़ानी शुरू कर दी और अपना हाथ मेरी छाती पर रख कर चोदना शुरू कर दिया। मानवी के मुँह से आवाज़ आ रही थी… आह्ह्ह… अह्ह्ह… सी… स्काई… एससीईए… मानवी के बाल, बूब्स सब कुछ ऊपर-नीचे हिल रहे थे। मैंने भी अपने कूल्हों को उसके ताल के साथ ताल में हिलाने लगा । मेरे हाथ उसके बूब्स पर थे और उसके उभरे हुए निप्पलों को छेड़ रहे थे।

हमने लगभग 5 मिनट तक ऐसा ही किया। फिर मानवी थक कर आराम करने लगी । मेरा लंड चूत में था l

मैंने कहा- तुम कंबल पर लेट जाओ। मैं तुम्हें ऊपर से चोदूंगा।

मानवी अपनी जाँघों को फैला कर लेट गई। मैं सामने आया और मानवी को पूरा लंड उसकी चूत पर टिका दिया। और हाथ को माणवी के स्तनों पर रख दिया और धीरे-धीरे पंप करना शुरू कर दिया।

मानवी को बहुत मजा आ रहा था।

फिर बिना देर किए मैंने स्पीड बढ़ानी शुरू कर दी और लंड को तेजी से अंदर बाहर करना और फिर आगे-पीछे करना शुरू कर दिया। मैं मानवी को चोदने लगा। मेरे लंड उसकी चूत में गहराई तक जा रहा था, मानवी को पूरा मज़ा आ रहा था ।


हम दोनों खुले आसमान के नीचे जोर-जोर से कराह कर रहे थे, खुले आसमान में रोशनी के बीच हमारी चुदाई चल रही थी।

फिर थोड़ी देर के बाद जब मैं थक गया तो मैंने लंड को बाहर निकाल लिया और बैठ गया।

मैंने कुछ लम्बी लम्बी सांस ली, और मैं मानवी को फिर से लंड डालने के लिए झुका और उसकी गांड पर हाथ फेरने लगा।

हाथ हटाते हुए मानवी ने कहा - वहाँ नहीं, इसे चूत में डालो और तेल की बोतल ले ली और मुझे देने से इनकार कर दिया

मैंने कहा- प्लीज़ मानवी, प्लीज़ मुझे इजाज़त दीजिए।

मानवी ने कहा- नहीं यार, प्लीज नो नो नो।

मैंने कहा- प्लीज़ मानवी बस एक बार!

मैं ऐसे बैठ गया मानो हड़ताल कर दी हो ।

मानवी मुझे ऐसे बैठे देख मुस्कुरायी और मुझे चूमने लगी और मुझ से कहा - कृपया काका, मुझे चोदो । बीच में मत छोड़ो। ठीक है तुम पहले मेरी चूत को डॉगी स्टाइल में चोदो फिर हम देखेंगे कि हम क्या कर सकते हैं। मैंने उसे चूमा l

मैंने फिर उसे अपने पेट पर लिटा दिया और कूल्हों को उठा लिया और अपने डॉगी स्टाइल में उसके पीछे चला गया। वह तुरंत समझ गई, और खुद अपनी टांगो को और चूत को मेरे लिए खोल दिया और मैंने बिना किसी कठिनाई के उसमें प्रवेश किया। मुझे डॉगी स्टाइल में चोदना बहुत पसंद है ; यह मुझे एक गहरी पहुंच प्रदान करता है और इसमें मैं छोटे से गांड के छेद को देख सकता हूं और निश्चित रूप से, मैं उसे पंप करने के साथ उसकी गांड पीठ नितम्ब और स्तन को प्यार कर सकता हूं। उसने अपने कूल्हों को कस कर पकड़ लिया और जोर से पीछे की धक्का दिया और फिर दोनों एक साथ झड़ गए । मैं उस पर गिर गया और उसे चूमने लगा ।


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दीपक कुमार


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CHAPTER- 2

एक युवा के अपने पड़ोसियों और अन्य महिलाओ के साथ कारनामे

मानवी- मेरी पड़ोसन

PART-11


पार्क का निर्जन कोना


समय शाम 7 बजे था, अंधेरा हो रहा था और चांदनी शाम थी, पार्क में उस समय प्राकृतिक दृश्य बहुत सुंदर था। फूलों की खुशबू पूरे वातावरण को एक मधुर आकर्षण दे रही थी । पार्क में कई बेंच थे। ज्यादातर बूढ़े लोग और बच्चे पार्क में थे ।

मैं मानवी भाभी को एक अंधेरी जगह पर ले गया, जहाँ बस कुछ लोग ही इधर-उधर घूम रहे थे। हम वहाँ एक बेंच पर बैठ कर बातें करने लगे। अब शाम के 7:30 बज रहे थे और अंधेरा हो रहा था ।

मैंने अपने बाए हाथ को भाभी की कमर के चारों लपेटा उसे अपनी और खींचा और कुछ सेकंड के लिए बभी के नरम गुलाब की पत्तियो जैसे होंठो पर लगातार गर्म चुम्बन किया , और इस प्रक्रिया में, मेरी जीभ ने उसके मुंह के अंदर की जांच की और मैंने उसकी गर्म जीभ को चूसना शुरू कर दिया। मानवी भाभी ने मेरी लार का स्वाद चखा और अपने गले से लगा लिया। हम दोनों ने अपनी लार का आदान-प्रदान किया।

"काका, मैं आपके बिना नहीं रह सकती। मुझे आपका लंड दिन और रात मेरी चूत के अंदर चाहिए," मनवी भाभी ने उत्साहित होकर कहा।

"धीरज रखो ... मेरी जान , हम बस अपने फ्लैटों के आसपास चुदाई नहीं कर सकते। बच्चे बड़े हो रहे है और फिर रुपाली भी वहां है , और हमें अपने रिश्ते में बहुत सावधान रहना होगा । हमें कोई गड़बड़ नहीं करनी है । " मैंने उसे सांत्वना दी।

"पर काका मैं आपक्से नबहुत प्यार करती हूँ , आई लव यू," मानवी भाभी ने कहा। "मैं भी तुमसे बहुत प्यार करता हूँ ... प्रिय," मैंने उसे अपने आलिंगन में लेते हुए उत्तर दिया।

मैंने धीरे से अपना हाथ उसकी साड़ी के ऊपर से डाला और उसके बूब्स को दबाने लगा। मैंने चारों ओर देखा कि कोई देख तो नहीं रहा है, लेकिन वहां कोई नहीं था। मैं उसके बूब्स से खेलता रहा और फिर धीरे धीरे उसके ब्लाउस के बटन खोलने लगा। मैंने सारे बटन खोल दिये , और फिर उसकी ब्रा के माध्यम से ऊपर से उसके स्तन दबाने लगा। जिस स्थान पर हम बैठे थे, वह बहुत ही निर्जन और अंधकारमय था, और उस पूरे क्षेत्र में केवल कुछ ही लोग थे जो काफी दूर थे , इसलिए हमे उस समय कोई नहीं देख सकता था। फिर जैसे जैसे अँधेरा गहराने लगा तो धीरे धीरे पार्क खाली होना शरू हो गया लोगों ने पार्क छोड़ना शुरू कर दिया है ।

धीरे-धीरे मैंने उसकी ब्रा को भी उतारना शुरू कर दिया और उसके बूब्स बहार निकाल कर पहले मैंने उन्हें सहलाया फिर उन्हें दबाने लगा। मानवी भाभी तो तैयार ही थी वो धीरे से आह आह ाकरने लगी फिर मैंने अपने होंठों से उसके निपल्स चूसना शुरू कर दिया। मैंने करीब 15 मिनट तक मनस्वी भाभी के बूब्स के साथ खेला और फिर मेरा ध्यान उसकी चूत की तरफ हुआ तो मानवी भाभी ने अपनी ब्रा को नीचे कर दिया और अपने ब्लाउज के बटनो को बंद कर दिया क्योंकि कोई भी कभी भी उधर आ सकता था । मैंने धीरे से अपना हाथ उसकी साड़ी में डाला, फिर उसकी पैंटी के माध्यम से, उसकी चूत में उंगली करने लगा। मैं अब उसकी चूत में अपनी दो उंगलियाँ घुसा रहा था। भाभी ने जल्द ही अपने हाथों को मेरी पैंट के ऊपर से मेरे लिंग पर रख दिया । मेरा लंड सख्त हो गया था और चुदाई के लिए तैयार था।

अचानक, मैंने देखा कि एक बूढ़ा जोड़ा हमारी ओर आ रहा है हमने जल्दी से अपनी पोशाक को समायोजित किया और सामान्य हो बैंठ गए और मानवी भाभी बोली "मुझे यह स्थान जोखिम भरा लगता है। हम किसी एकांत स्थान पर क्यों नहीं जाते?"

"मुझे इस पार्क में एक गुप्त जगह पता है है जहाँ कोई भी हमें देख नहीं पायेगा ," मैंने जवाब दिया।

मैं उसे उस जगह ले गया। मेरे पीछे चलते हुए मनवी भाभी अंदर ही अंदर बेचैन हो रही थी। हम धीरे-धीरे घुमावदार पगडंडी पर चलते टहलते गए, और जो पार्क अंदर बानी हुई एक छोटी पहाड़ी पर पहुँच गए वो रास्ता वाहनों के लिए वर्जित था। हम एक पतले मानव-निर्मित अस्थायी रास्ते से होते हुए वहाँ पहाड़ी के ऊपर पहुँच गए । वहां का वातावरण शांत और एकांत था। आसपास अंधेरा था, लेकिन हम एक दूसरे को चांदनी में देख सकते थे।

जैसा कि मैंने पिछले कई दिनों से देखा है कि उस समय उस क्षेत्र में कोई नहीं था। पार्क के शीर्ष पर छोटे सा मैदान था, कुछ बड़ी चट्टानें इधर-उधर बिखरी हुई थीं. मैदान ऊंची घास, घनी झाड़ियों और कुछ छोटे पेड़ों से घिरा हुआ था। हमें मैदान के एक किनारे के पास एक बेंच मिली जहां से नीचे को सड़क भी देख सकते थे अगर कोई ऊपर आता तो दूर से ही नजर आ जाता. उस समय उस पहाड़ी पर हम दोनों के सिवा कोई नहीं था

बैंच पर बैठकर मैंने मनस्वी भाभी को अपने बगल में बैठने का इशारा किया। मैंने कहा यहाँ कोई नहीं देख सकता, "चलो समय बर्बाद मत करो!" भाभी ने चारो तरफ देखा और फिर मुझे चूमने लगी.

मैंने उसका हाथ अपने लंड पर रख दिया। यह अब तक पूरी तरह से खड़ा था लेकिन जैसे ही उसने छुआ, यह एक कठोर लंड में बदल गया। और पूरे 8 इंच बड़ा हो गया । फिर, मैंने उसके बड़े बूब्स को पकड़ लिया । मैं उन्हें छूने के लिए उत्साहित था। मानवी भाभी ने मेरी बेल्ट खोल दी, मेरी पतलून को उतार दिया और मेरे लंड को मेरे अंडरवियर की ऊपर से ही चाटने लगी ।

मानवी भाभी ने पूछा कि क्या हम झाड़ियों के पीछे जा सकते हैं, मैं आसानी से सहमत हो गया। और एक झाडी के बीच में चले गए जिसमे कोई भी आसानी से नहीं देख सकता था की अंदर कोई है या नहीं

वहाँ मानवी भाभी ने मेरे अंडरवियर को नीचे किया लंड को निकाला और लंड को जोर से चूसना शुरू कर दिया, लेकिन मेरा लंड बहुत बड़ा था और उसके पूरे मुँह में बड़ी मुश्किल से जा रहा था । मनवी भाभी ने मुझसे पूछा कि क्या वह मेरी गेंदों को चाट सकती है, जिससे मैंने अपनी पैंटऔर अंडरवियर को निकाल दिया और उसने मेरे अंडकोष को चूसा जिससे वो चिकने हो गए ।

मैंने उसकी साड़ी, ब्लाउज और ब्रा निकाल दी। वह केवल अपने पेटीकोट में रह गयी थी थी और कठोर बड़े स्तन मेरे और तने हुए थे । फिर मैंने उसका अंडरवियर भी निकाल दिया। मेरे ऊपरी बॉडी पर शर्ट को छोड़कर मैं अपनी कमर के नीचे बिल्कुल नंगा था । मेरा 8 इंच लंबा लंड चांदनी में चमक रहा था और आकार में बड़ा दिख रहा था ।

मैंने उसकी साड़ी को फैला दिया और भाभी साड़ी के ऊपर जमीन पर लेट गई। उसने अपने पैर चौड़े कर दिए। मैंने उसकी योनि के सामने घुटने टेक दिए, और उसकी टाँगे ऊपर उठा ली और पैर उठा कर मेरे कंधों पर रख दिए। मैंने लंड की चूत के द्वार पर टिकाया और उसे जोर से धक्का दिया।

मन्नवी भाभी ने धीमी आवाज़ से चीख कर कहा, "आआआआआआह्ह्ह्ह, मुझे दर्द हो रहा है, जब तक तुम इसे थूक से चिकना नहीं करोगे तुम्हारा यह विशाल लंड मेरी चूत के अंदर एक इंच भी नहीं घुसेगा ।"

मैंने समस्या को समझा और उठ खड़ा हुआ।

"मानवी भाभी, आप इसे चूस लो , और इसे अपनी लार से चिकना कर लो ," मैंने कहा।

मानवी भाभी ने तुरंत उसे चूसना शुरू कर दिया, और उस मेरे लंड पर लार की अधिकतम मात्रा फैला दी। जब लार जमीन पर टपकने लगी तो मैंने उसे लेटने का इशारा किया । जैसे ही वो लेटी फिर एक तेज झटके के साथ मैंने उसकी चूत में लंड को घुसा दिया।

"पुच्छ, अह्ह्ह्ह", जैसे एक बोतल के खुलने की आवाज होती वैसी एक आवाज सुनाई दी और मेरा विशाल लंड मानवी भाभी की चूत में समा गया ।

वो खुश जो गयी और मैंने धीरे धीरे धक्के लगाने शुरू किये लेकिन जैसे-जैसे मैंने गहराई में प्रवेश किया, मेरी गति बुलेट ट्रेन की तरह बढ़ गई, और वह दर्द में थी। लेकिन कुछ समय बाद, वो मजे लेकर आनद से कराहने लगी ।

मैं उसे चोदते हुए उसके स्तन पकड़ कर दबा रहा था , और उससे बोलै भाभी मैं तुम्हें प्यार करता हूँ।"

मैं उसे चोदते हुए उसके निप्पलों को काट रहा था। कभी-कभी, मैं अपनी जीभ उसके मुँह के अंदर डाल देता, और अपनी लार उसके मुँह के अंदर डाल देता। मानवी भाभी अपने गर्भाशय को स्पर्श करते हुए, अपनी चूत के अंदर मेरे बड़े पिस्टन को चलते हुए महसूस कर मजे ले रही थीं।

वो कराहने लगी, "काकाआआआआअ, और चोदो ... जोर से चोदो ... मुझे चोदो ... ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह।"

कुछ ही पलों में, मानवी भाभी चरमोत्कर्ष पर पहुँच गईं और अपनी चूत की मांसपेशियों को निचोड़ते हुए, विशाल लंड को दबाते हुए, उसकी चूत ने मेरे लंड को जकड़ लिया , फिर झड़ने के कारण चूउसकी मेरे लंड पर पकड़ ढीली हो गई।

मैंने मनवी भाभी से पूछा, "आपको मेरा रस कहाँ चाहिए?"

मानवी भाभी ने जवाब दिया "मेरी चूत के अंदर।"

मेरा पिस्टन जोर जोर से और तेज गति से चलना शुरू हो गया, और फिर मैंने भी उसकी योनि को पूरा अपने वीर्य से भर दिया ।

मनवी भाभी अपनी चूत के छेद में मेरे वीर्य की गर्म धाराओं को महसूस कर आनंदित थी । फिर मैंने प्न लंड बहार निकाल लिया और उसे प्यार से चूमा।


कहानी जारी रहेगी


दीपक कुमार


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Kamuk updates. Rasprad. Pratiksha agle update ki
 
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बहुत ही सुंदर लाजवाब और धमाकेदार उत्तेजना से भरपूर कामोत्तेजक अपडेट है भाई मजा आ गया :sex:
अगले धमाकेदार और चुदाईदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
 

Ayushpandey1234

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My first story, ap log padhkar btae kaisa likha hai
 
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CHAPTER- 2

एक युवा के अपने पड़ोसियों और अन्य महिलाओ के साथ कारनामे

मानवी- मेरी पड़ोसन

PART-14


छत पर सेक्स


कुछ देर बाद मानवी ने लंड को बाहर निकाल कर अपने हाथों में लिया और अपनी चिकनी चूत को मेरे लंड से रगड़ने लगी, ऐसा करने से उसे ऐसा असीम आनंद मिल रहा था कि उसकी आँखें आधी बंद थीं।

मेरे वीर्य उसकी चूत का रस चूत के साथ बाहर लीक हो गया था, लंड को चिकनापन प्रदान करने लगा था। हमने नियंत्रण खोना शुरू कर दिया। उसके स्पर्श से मेरा लंड खड़ा हो रहा था और उसने मेरा लंड चूत पर रख दिया मैंने सोचा अब ये इसे अंदर लेगी । लेकिन उसने इस पल भर की खुशी को यहाँ रोकते हुए, मुझे बिस्तर पर लिटा दिया, मुझ को पीछे की ओर धकेल दिया और वो खुद मेरे लंड पर झुक गई और उसने मेरे लंड को चूमा,

उसने कहा - बोलो मेरे प्यारे… तुम्हें तुम्हारी दोस्त कैसा लगी मजा आया ! उसके स्पर्श से मेरे लंड पहले से ही अपने पूर्ण आकार और कठोरता को वापस पा चुका है।

मैंने मेरी ताकत को इकट्ठा किया और लंड ने इस झटका मार कर सलाम किया और रसदार चुंबन के लिए उसे धन्यवाद कहा था। मानवी ने एक शब्द नहीं कहा लेकिन फिर मैं और मानवी मजे के साथ, हँसे और उसने मेरे लंड को बार-बार चूमना शुरू कर दिया। इससे मुझे मज़ा आने लगा ।

मेरे और मेरे लिंग पर उसने और दया करके उसने लंड को अपने मुँह में भर लिया। मानवी ने पहले मेरा लंड चूसा था लेकिन इस बार उसका ये स्टाइल और भी अनोखा था।

मेरी यौन उत्तेजना भी बढ़ गयी इसलिए मैंने मानवी के पैर मेरे ऊपर खींच लिए। माणवी को इशारा समझने में देर नहीं लगी। उसने अपने पैर मेरे चेहरे के दोनों तरफ रख दिए और अपनी खूबसूरत फूल जैसी फूलती हुई चूत को मेरे मुँह पर रख दिया। मैंने भी इस बार उसे अलग सुख देने के उद्देश्य से अपनी उंगली चूत के दाने को छेड़ते हुए उसकी चूत में घुसा दी और चूत से लेकर गांड तक चाटने लगा।

इस प्रकार उसके शरीर में उत्पन्न कंपन बता रहा था वो कितने आनंद का अनुभव कर रही थी । और सच कहूँ तो, मेरा एक दूसरा इरादा भी मेरी इन हरकतों के पीछे छिपा था।

मानवी की मांसल गोल गांड मुझे शुरू से ही आकर्षित कर रही थी। जब मैंने अपनी जीभ उसकी गांड पर ले गया , तब मनवी को भी मेरे इरादों की पुष्टि मिल गई थी, जिसके लिए उस तेल की बोतल को देखकर उसे इशारा मिला था। लेकिन उस समय मैंने मुख्य कार्यक्रम और मुख्य अतिथि - उसकी रसीली चूत पर ही ध्यान देना उचित समझा।

मैंने माणवी की चूत पर जीभ घुमाना शुरू किया और उसकी चिकनी गांड पर दो से चार थप्पड़ जड़ दिए। साथ ही चूत में दो ऊँगली डाल कर उसकी वासना को बढ़ाने की पूरी कोशिश की।

मानवी जोर जोर से मस्त हो कर मेरा लंड को चूस रही थी। उसने मेरे पैर पकड़ रखे थे और लंड को पूरी तरह से मुँहके अंदर ले जा रही थी और मेरा लंड उसके गले से टकरा रहा था। मेरा लंड उसके मुँह में नहीं आ रहा था क्योंकि यह बहुत बड़ा था। लेकिन उसने उसे पूरी तरह से अपने मुंह में लेने की पूरी कोशिश की और लंड चूसने में मानवी का कौशल अद्भुत था।

अब हम दोनों ही चुदाई करना चाहते थे, मैंने मनवी को अपने ऊपर से हटाया और कंबल पर लेटा दिया। मानवी मेरे निर्देशों का पूरी तरह से पालन कर रही थी। मैंने माणवी के दोनों पैर हवा में पकड़ लिए और उन्हें अपने हाथों में पकड़ कर माणवी के चेहरे की ओर झुक कर किस करने लगा । मैंने उसकी चूत में लंड को सेट करने का काम उस पर ही छोड़ दिया।

मानवी ने मेरा मोटा लंबा, चिपचिपा लंड अपनी चूत के छेद में सेट किया। चूत के रस को मेरे शुक्राणुओं के मिलेजुले रस के कारण चूत पहले से ही चिकनी और चिपचिपी हो गई थी, इसलिए जब उसने चूत के मुहाने पर लंड का अग्रभाग रखा, तो चूत ने अपना मुँह खोल कर लंड का स्वागत किया।

मैंने अपना पूरा लंड एक जोरदार धक्के के साथ उसके अंदर नहीं डाला, बल्कि मैंने सिर्फ लंड का सुपाड़ा ही चूत में डाला, जिसकी वजह से मानवी तड़प उठी और अपने नितम्बों को उठा कर पर ले आयी और लंड को पूरी तरह से अंदर ले गई।

उसके मुँह से आह… आह… आह… ’की आवाज अपने आप ही बाहर आ गई और वह लंड को अंदर बाहर करने के लिए अपनी पीठ को उछालने की कोशिश करने लगी लेकिन मैंने उसे छेड़ना जारी रखा। और वो कोशिस करती रही पूरा लंड अंदर लेने के लिए

अब तक उसे चोदने का मेरा आग्रह भी चरम पर था, इसलिए मैंने उसी समय अपने लंड की पूरी लंबाई चूत की जड़ में डाल दी और ऐसा करते हुए मैंने माणवी के पैर हवा में उसके मुँह की तरफ दबा दिए, जिससे उसने जोर लगाया लंड और भी अधिक चला गया । उसने फिर से अपने कूल्हों को अंदर की तरफ उठाने की कोशिश की। इसलिए इस बार मैंने लंड और अंदर गहरे धकेल दिया।

पूरा लम्बा लंड अपने अंदर लेने के बाद, मनवी खुशी और दर्द से कराह उठी… और फिर मैंने उसे धीरे धीरे चोदना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे मेरे कूल्हों को पीछे और आगे की ओर ले जाते हुए चोदने लगा । मानवी ने अपने स्तनों को अपने हाथों में पकड़ रखा था और वह अपने निपल्स के साथ खेल रही थी।

मानवी की चूत की मुलायम और मखमली फीलिंग आने के बाद लंड का मूवमेंट भी तेज़ हो गया और मैंने तेज धक्कों के साथ चोदना शुरू कर दिया… हर धक्के के साथ मेरे मुँह के साथ-साथ उसके मुँह से भी आह उह ओह्ह्ह की कामुक आवाजें आ रही थीं। ।

जैसे-जैसे दो अनुभवी शरीर अपनी काम की प्यास बुझाते गए, प्यास और बढ़ती गई।

सेक्स हमें चरम रोमांच दे रहा था, मैं पहले लंड को चूत के मुँह तक खींचता था, फिर उसी गति से चूत के अंदर धकेलता था। उस समय, हर धक्का हम दोनों को सुख और आनंद से सराबोर कर रहा था ।।

कामुकता, वासना जैसे सभी शब्द अपनी सीमा से परे - मीलों दूर चले गए ...

अहह उउह्ह्ह्ह… ईईईईई अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह। चोदो जोर से चोदो ऐसे ही चोदो ... और तेज़ हो जाओ हाँ .. 'ऐसे कई शब्द मानवी के मुँह में समा रहे थे।

मैं भी हर एक झटके के साथ उसकी जाँघों को थपथपा कर मानवी का हौसला बढ़ा रहा था और चुदाई की रफ़्तार बढ़ा रहा था । हमारी आँखें वासना से लाल हो गई थीं।

जल्द ही हमारा किसी चीज पर कोई नियंत्रण नहीं था। हम दोनों एक बार चरमोत्कर्ष पर पहुँच चुके थे, इसलिए इस बार कोई भी चुदाई का ये सत्र जल्दी समाप्त नहीं करना चाहता था और यह 20-25 मिनट से अधिक समय तक जारी रहा।

अब मैं बहुत जोर सांस ले रहा था इसलिए मैं मानवी की तरफ ज्यादा झुक गया था, जिसकी वजह से मानवी को मेरा लंड उसकी योनि के अंदर गहरे तक महसूस होने लगा था।


मानवी कराह रही थी ऐसे ही जोर से करो और तेज आह और तेज ।

चोदो चोदो ऊओह आह तुम दुनिया की सबसे अच्छे चोदू हो ’कहते हुए वह कांपने लगी और चरमोत्कर्ष पर पहुँच कर झड़ गई और उसकी चूत एक बार फिर उसके रस से भर गई। ।

अब लंड के आगे पीछे होने पर चूत से फच फच कच खच्च की आवाज आने लगी। मैंने उसके झड़ने के बाद भी चुदाई जारी रखी।

माणवी ने इसका आनंद लिया और चरमोत्कर्ष के बाद लगभग पांच मिनट तक मेरा साथ दिया ... उसके बाद वह 'मुझे छोड़ दो ... दया करो ... बस करो .. प्लीज ' जैसी प्रार्थना करने लगी।

उसकी बातें मुझे और उत्तेजित कर रही थीं और मैं उसकी जमकर चुदाई कर रहा था।

जल्द ही मेरा शरीर भी अकड़ने लगा। मेरी जीभ लड़खड़ाने लगी। पैर काँपने लगे। और मैंने चरमोत्कर्ष से पहले ही लंड को बाहर निकाल लिया और मैंने अपना वीर्य की धार उसके शरीर पर मार दी जिससे मेरी धार उसका चेहरा उसके स्तनों की घाटी से होते हुए उसकी चूत तक पहुँच गई .


कहानी जारी रहेगी


दीपक कुमार


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