• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Adultery फैंटेसी या षडयंत्र

नाजिम को कैसे अपनी बीवी से बदला लेना चाहिए ?

  • मारपीट करनी चाहिए।

  • उसे तलाक देना चाहिए

  • किसी दूसरे ताकतवर से उसे चुदवाना चाहिए ?

  • नाजिम और किसी दूसरे मर्द दोनो को मिलकर चोदना चाहिए ?

  • दो अलग मर्दों से एक साथ चुदवाना चाहिए और तड़पते देख कर मजे करना चाहिए?

  • क्या देसी दवाई खाकर अपना स्टेमिना बढ़ाना कर बीवी को खुश करना चाहिए ?


Results are only viewable after voting.

Ek number

Well-Known Member
8,464
18,259
173
अजीब बदला मेरे शौहर का।

मेरी पिछली कहानी टैटू गुदाई को आप सभी ने बहुत पसन्द किया जिसके लिए आप सभी का दिल से धन्यवाद। मेरे एक मित्र ने मुझसे एक अपनी फैंटसी पर कहानी लिखने का निवेदन किया और अब एक नई कहानी लिख रहा हूं जो पूरी तरह से एडल्ट होगी और इसमें दिखाया जायेगा कि अपनी बेइज्जती का कैसे एक शौहर ने अपनी बेगम से बदला लिया।

साजिया:" करीब 34 साल की उम्र। 37:32:39 फिगर। दूध सी गोरी त्वचा, भरी भरी हुई गोल गोल ठोस गुदाज चूचियां, मांसल चर्बी हुए भरा भरा बदन। बड़ी बड़ी सी मस्ती भरी उभरी हुई मादक उभारों वाली गांड़। कुल मिलाकर कुदरत की कारीगरी का नायाब नमूना। शादी को करीब पांच साल हो गए और चुदाई के बाद पूरी तरह से इसका बदन पूरी तरह से भरकर सोने पे सुहागा हो गया हैं। चलने से मादक कामुकता लिए हिलती हुई चूचियां और गांड़ किसी को भी दिन में तारे दिखा देती है।

40f06f93b2ebbec8a8196c5e69012ec5
remove duplicated

अपने बदन को पूरी तरह से हिजाब से ढकने वाली एक घरेलू औरत हैं जो पूरी तरह से संस्कारी हैं। घर में जब होती हैं और इसकी सुंदरता का ये रूप दिखाई पड़ता है।


b5240466fc3bc5056ee9b97577cf2ba1
Nice start
 

Ek number

Well-Known Member
8,464
18,259
173
अपडेट नंबर 001.


" आआह्ह तेज तेज धक्के मारो ना उफ्फ, यूईईईईईई कितनी तडपी हु तुम्हारे बिन।

साजिया चुदते हुए जोर जोर से सिसक रही थी। उसका शौहर नाजिम उसके उपर चढ़ कर उसे चोद रहा था और साजिया नीचे से अपनी गांड़ उछाल उछाल कर उसे पूरा सहयोग दे रही थी। साजिया लंड को जड़ तक अन्दर लेने के लिए उछल रही थी जिससे उसकी चूचियां आपस में टकरा टकरा कर थप थप की आवाज पैदा कर रही थी और नाजिम ने मदहोश होकर उसकी दोनो चुचियों को पकड़ लिया और मसलते हुए कस कस कर धक्के लगाने लगा तो साजिया के मजे की कोई सीमा नही थी और मस्ती से फिर से उसका मुंह खुलता चला गया

" आह तेज और तेज पूरी जोर से, और अंदर पूरा अंदर तक घुसाओ।


नाजिम का लंड अंत तक पूरा उसकी चूत में घुसा हुआ था और चुदती हुई साजिया उसे और अंदर घुसाने के लिए उकसा रही थी। दो मिनट की चुदाई में ही नाजिम पसीने पसीने हो गया था और साजिया की कसी हुई चूत का असर उसके लंड पर होने लगा और उसका बदन कांपने लगा तो उसने तेजी से लंड को बाहर निकाल कर जोर से उसकी चूत में घुसा दिया और उसके उपर ढेर होता चला गया। साजिया की चूत अभी ठीक से चुदी भी नही हुई थी कि आज फिर से नाजिम का काम तमाम हो गया और साजिया उसके झड़ कर ढीले होते हुए लंड को अपनी चूत को पूरी तरह से कस कर उसे बाहर जाने से रोकने लगी लेकिन उसकी एक नही चली और लंड किसी मरे हुए सांप की तरह चूत से बाहर निकलता चला गया। लंड जैसे ही पूरी तरह से बाहर निकला तो नाजिम की आंखे शर्म से झुक गई और साजिया का उत्तेजना से लाल चेहरा गुस्से से भभक उठा और बोली:"

" कभी तो मेरी आग बुझा दिया करो नाजिम। आज फिर से अधूरा हो छोड़ दिया मुझे।

नाजिम:" कितनी देर तो किया मैने, अब तुम्हारी चूत हैं ही इतनी गर्म कि मेरा लंड पिघल जाता हैं तो इसमें मेरी क्या गलती।

साजिया ने एक उंगली अपनी चूत के उपर फिराई और बोली:"

" आआआह्ह देख न कैसे भट्टी की तरह भभक रही है , थोड़ा सा आज तो चूस ले इसे

नाजिम ने उसकी बात सुनकर बुरा सा मुंह बनाया और अपनी नाक सिकोड़कर बोला:"

" छी छी, कितनी गंदी बात करती हो तुम। कितनी बार कह चुका हूं कि मुझसे गंदगी में मुंह नही डाला जाता समझी तुम।

सादिया ने एक उंगली चूत में घुसाई और नाजिम को दिखाते हुए उसे अपने मुंह में घुसा कर चूस लिया और बोली:"

" देख कुछ गंदा नही होता, कितना टेस्टी रस हैं खट्टा खट्टा सा मेरा। बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद।

नाजिम का मूड खराब हो गया और वो थोड़ा गुस्से से बोला:"

" हान मैं तो बंदर ही ठीक हु। अब खुश बस।

साजिया ने अपने होंठो पर पड़ी हुई चूत रस की एक बूंद को अपनी जीभ से चाट लिया और कामुक इशारे करती हुई बोली

" ऐसे खुश हो जाती तो बात ही क्या थी। मुझे खुश करना तुम्हारे बस का काम नही हैं समझे।

नाजिम उसकी बात सुनकर आग बबूला हो गया और बोला:"

" बहुत ज्यादा गर्मी हैं तेरे अंदर ? कोठे पर ले जाकर बिठा दू तुझे ?

साजिया के होंठो पर स्माइल आ गई और एक उंगली अपनी चूत में घुसा कर तेजी से अंदर बाहर करती हुई बोली:"

" हाय बिठा दे ना, कम से कम थोड़ी तो आग ठंडी हो मेरी। कोई तो होगा जो मेरी प्यास बुझा दे।

नाजिम उसकी बात सुनकर बिना जवाब दिए उठ खड़ा हुआ और अपने कपड़े पहन कर बाथरूम की तरफ चल दिया। साजिया नंगी ही बेड पर पड़ी रही और अपनी चूत अपनी उंगलियों से मसलती रही और उसकी दो उंगलियां उसकी चूत में घुस गई और साजिया की मस्ती भरी सिसकारियां घर में गूंजने लगी। थोड़ी देर के बाद उसकी चूत झड़ती चली गई और साजिया एक चादर ओढ़कर सो गई।

दोनो की शादी को करीब पांच साल हो गए थे। साजिया एक बिल्कुल सीधी सी गांव में पली बढ़ी मजहबी और संस्कारी लड़की थी लेकिन नाजिम ने शादी के बाद उसे सेक्स के बारे में सब कुछ बताया, चुदाई वीडियो दिखाई और साजिया पूरी तरह से परिपक्व होती चली गई। जब तो कभी अकेली पड़ी हुई चुदाई की वीडियो देखती और उसमे देखती की चूत चुसवाते समय लड़की को कितना लजीज एहसास और आनंद मिलता था तो उसकी चूत में भी चीटियां सी रेंग जाती लेकिन नाजिम इसे बहुत गन्दा समझता था। शुरू में तो सब कुछ ठीक रहा दोनो ने खूब जमकर सेक्स का मजा लिया। नाजिम खूब अच्छे से सेक्स करता था लेकिन कभी उसकी चूत नही चूसता था। साजिया फिर भी खुश था क्योंकि उसकी प्यास अच्छे से बुझ रही थी। धीरे धीरे नाजिम का लंड उसका साथ छोड़ने लगा और साजिया प्यासी की प्यासी ही रह जाती। पिछले करीब दो साल से ऐसा ही चल रहा था और साजिया हर दिन एक नई उम्मीद में अपने शौहर के लिए सजती लेकिन हर रोज सिर निराशा ही हाथ लगती और आज नाजिम एक हफ्ते के बाद वापिस आया तो साजिया की प्यास बुरी तरह से भड़की हुई थी और फिर से प्यासी रहने पर उसका गुस्सा फूट पड़ा और उसने आज पहली बार अपने शौहर को इतनी बात सुनाई थी नही तो आमतौर पर वो चुपचाप लेटकर सो जाती थी।

सादिया सोच रही थी कि उसे अपने शौहर के साथ ऐसा नहीं करना चाहिए था। उसे खुद समझ में नहीं आ रहा था कि वो इतनी गन्दी बाते कैसे कर सकती है और अब उसका शौहर उसके बारे क्या सोच रहा होगा। मुझसे बहुत बड़ी खता हो गई। ये सब सोचते सोचते जैसे तैसे साजिया नींद के आगोश में चली गई।

अगले दिन वो सुबह उठी रात जो हुआ उसकी आंखो के सामने घूमने लगा तो साजिया की आंखे भर आई। उसे समझ नही आ रहा था कि वो अब अपने शौहर से कैसे आंखे मिलाएगी, माफी किन शब्दों में मांगे। भरी हुई आंखो से उसने अपने शौहर के लिए उसकी मन पसंद खीर बनाई और उसका टिफिन पैक करने के बाद दोनो नाश्ता करने बैठ गए। नाजिम रात हुए हादसे की वजह से बेहद उदास था और बिन कुछ बोले आराम से धीरे धीरे खा रहा था वहीं साजिया को समझ नही आ रहा था कि वो कहां से शुरू करे। साजिया ने एक धीरे से एक चम्मच खीर खाई और उसने अपने शौहर की तरफ देखा तो उसका उदास चेहरा देखकर साजिया का दिल भर आया और वो खड़ी होकर उसके सामने पहुंच गई और उसने बड़ी हिम्मत से अपना चेहरा ऊपर उठाया और अपने शौहर से आंखे मिलते ही उसकी रुलाई छूट गई और वो बिना कुछ बोले अपने शौहर से कसकर लिपट गई और जोर जोर से सुबक सुबक कर रोने लगी। नाजिम किसी बुत की तरह खामोश खड़ा रहा और जैसे ही अपनी बीवी के आंसुओ से उसका दामन भीगना शुरू हुआ था उसका दिल पसीज और और वो तसल्ली देते हुए बोला

" बस करो साजिया, क्या हुआ ऐसे क्यों रो रही हो तुम ?

साजिया और जोर जोर से रोने लगी तो नाजिम से उसे अपनी बांहों में कस लिया और बड़ी मुश्किल से उसे चुप कराया और बोला:

" बस करो यार, क्या हो गया ? कुछ बताओ तो सही मुझे।

साजिया के आंसू अब काफी हद तक रुक गए थे और वो उसके सीने से लगी हुई बोली:"

" मुझे माफ कर दीजिए। रात मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई। अल्लाह की कसम मैंने वो सब पता नही किस भावना में बहकर कह दिया।

नाजिम अपनी बीवी की वजह से रात से ही मानसिक रूप से तनाव महसूस कर रहा था लेकिन अभी उसके इस तरह माफी मांगने से इसे थोड़ा सुकून मिला और वो उसे समझाते हुए बोला

" बस भी करो तुम। मैं तो भूल ही गया था और अब तुम भी भूल जाओ। रात गई बात गई।

अपने शौहर की बात सुनकर साजिया का मन थोड़ा हल्का हुआ और फिर साथ में दोनो ने खीर खाई और उसके बाद नाजिम अपने ऑफिस के लिए निकल गया तो साजिया बोली

" सुनिए शाम को थोड़ा जल्दी घर आना आप। मैं आपका इंतजार करूंगी।

नाजिम ने उसे पलट कर स्माइल दी और दरवाजा खोलकर बाहर निकल गया। साजिया घर के काम में लग गई लेकिन अभी उसके दिमाग में वही रात वाली बात घूम रही थी कि क्या उसे शौहर ने उसे सच में माफ कर दिया है।

वहीं नाजिम पूरे दिन ऑफिस के कामों में लगा तो रहा लेकिन उसका मन नही था। रह रहकर उसे साजिया की बात याद आ रही थी कि मुझे अब खुश करना तुम्हारे बस का काम नही हैं तो इसका मतलब है कि उसकी प्यास पूरी तरह से नही बुझती हैं। मतलब साजिया जिस्म की आग में झुलस रही हैं और अंदर ही अंदर घुल रही है। और रात जो हुआ वो उसकी प्यास ना बुझने का ही नतीजा था और फिर दिन मे सुबह उसने माफी भी मांगी लेकिन तीर तो कमान से रात ही निकल चुका था। रात उसने मेरी कितनी बुरी तरह से बेइज्जती करी। ये सोचते ही उसके आंखो में आंसू आ गए और उसने अपने जेब से रुमाल निकालकर अपना मुंह साफ किया और सोचने लगा कि उसने हमेशा साजिया का पूरा ध्यान रखा और कभी किसी चीज की कमी आने दी। मांगने से पहले उसकी हर एक ख्वाहिश पूरी करी लेकिन बदले में उसे क्या मिला सिर्फ बेइज्जती और बंदर कह दिया मुझे। उसने मेरे साथ ठीक नही किया और मैं कभी माफ नहीं करूंगा बल्कि इसका पूरा बदला लूंगा उससे। पूरे दिन उसके दिमाग में उथल पुथल चलती रही और शाम को घर जाने से पहले उसने एक सेक्स पावर की गोली ली ताकि आज पूरी रात उसे चोद सके ताकि उसका हमेशा के लेकर बंद कर सके। नाजिम सोच रहा रहा था कि आज रात मैं साजिया को बेड बेड घोड़ी बना बनाकर, उल्टी करके अपने नीचे मसल कर, हर तरह से पूरी बेदर्दी और कठोरता से चोदूंगा और जब वो दर्द के मारे जोर जोर से तड़प तड़प कर, कराह कर उससे छोड़ने के लिए भीख मांगने लगेगी तो उसका दर्द से तड़पता हुआ चेहरा देखकर मुझे कितना सुकून मिलेगा और मेरा बदला पूरा तब कहीं जाकर पूरा होगा।


नाजिम घर आया साजिया ने एक मुस्कान के साथ बांहे फैलाकर उसका स्वागत किया और उससे लिपट गई। नाजिम ने भी उसे अपने गले से लगा लिया और उसे ऐसा महसूस हो रहा था मानो उसकी छाती से कोई जहरीली नागिन लिपटी हुई हो। नाजिम ने अपनी आंखे बंद कर ली तो उसकी के आंखे साजिया का दर्द के मारे तड़पता कराहता चेहरा घूम उठा उसने खुशी के मारे अपनी आंखे खोल कर साजिया का माथा चूम लिया मानो बकरी के हलाल होने से पहले पहले दुलार पुचकार रहा हो।

साजिया खुश हो गई और बोली

" कैसा रहा आज आपका दिन ? काफी काम होगा आज तो ?

नाजिम:" हान काम तो बहुत था लेकिन फिर भी सब आसानी से हो गया।

साजिया ने खुशी खुशी नाजिम का गाल चूम लिया और बोली:"

" सच में आप बहुत मेहनत करते हैं मेरे लिए। चलिए अभी जल्दी से फ्रेश हो जाइए। फिर साथ में खाना खाते है।

जल्दी ही दोनो ने खाना खाया और साजिया बरतन धोने चली गई तो नाजिम ने अपनी जेब से गोली निकाल ली और उसे खा गया। थोड़ी देर बाद ही गोली का असर दिखने लगा और उसके लंड में जोरदार तनाव आना शुरू हो गया। नाजिम की आंखे वासना से लाल हो गई और गुस्से से उसकी उसकी आंखे पूरी तरह से लाल सी होकर सुलगने लगी और अपने बेडरूम में चला गया और पूरी तरह से नंगा होकर अपने जिस्म पर एक चादर लपेट कर साजिया का इंतजार करने लगा। नाजिम के जबड़े बार बार गुस्से से अपने आप भींच रहे थे और आज वो साजिया को किसी रण्डी की तरह मसलना चाहता था, चोदना नही बल्कि पेलना, ठोकना चाहता था। चाहे तो कितनी भी चींखे चिल्लाए लेकिन वो उस पर कोई रहम नहीं करने वाला था।

थोड़ी देर के बाद साजिया कमरे में दूध लेकर आई और उसके सामने खड़ी हो गई और ग्लास उसकी तरफ करते हुए बोली

" लीजिए दूध पीजिए।

नाजिम उसे उसे मुस्कुरा कर देखा और दूध का ग्लास एक तरफ रख कर उसे एक झटके से बेड पर खींच लिया और उसकी नाइटी को एक झटके से फाड़कर उसकी एक चूची को सीधे मुंह में भर लिया और चूसते हुए बोला

" आह साजिया दूध तो आज तेरी चुचियों का पी जाऊंगा।

साजिया इस तरह अचानक हुए हमले से हैरान हो गई लेकिन चूची चूसे जाने से उसे सुखद मस्ती का एहसास हुआ और सिसकते हुए बोली

" आह क्या करते हो? उफ्फ थोड़ा प्यार से कहीं भागी थोड़े ही जा रही हूं।

नाजिम ने सीधे हाथ नीचे करके उसकी चूत में एक सूखी उंगली पूरी घुसा दी तो साजिया दर्द से कराह उठी और सिसक उठी

" आह नाजिम, इतने बेसबर मत बनो। थोड़ा तो रहम करो यार।

रहम शब्द अपने बीवी के मुंह से सुनकर नाजिम की नफरत को हवा मिली और बिना कुछ बोले साजिया की दोनो टांगो को फैला दिया और उसकी सूखी चूत के छेद पर अपने लंड को रखकर एक जोरदार धक्का मारा तो साजिया के मुंह से दर्द भरी चींख निकल गई क्योंकि लंड ने बुरी तरह से उसकी चूत की नाजुक दीवारों को रगड़ दिया था। उससे पहले की साजिया कुछ संभलती नाजिम ने ताबड़तोड़ धक्के लगाने शुरू कर दिए और साजिया दर्द के मारे कराहने लगी और उसे ऊपर से धकेलने लगी तो नाजिम खुशी से झूम उठा और तेज तेज धक्के लगाने लगा तो उसकी कसी हुई बिल्कुल सूझी हुई गर्म चूत के आगे नाजिम का लंड जवाब दे गया और उसके लंड ने एक झटके के साथ उसकी चूत को भरना शुरू कर दिया तो चूत गीली हो गई और साजिया के मजा आने लगा तो मस्ती से सिसकती हुई उसके होंठो को चूसने लगी। लंड फिर से सिकुड़ कर छोटा होने लगा तो मस्ती में डूबी हुई साजिया आज पहली बार उसे पलटकर उसके उपर चढ़ गई और कमजोर होते लंड को अपने हाथ का सहारा देकर खुद ही अपनी चूत में घुसा लिया और उस पर कूदने लगी। नाजिम साजिया को फिर से मदहोश होते देखकर पसीने पसीने हो गया क्योंकि वो जानता था कि उसका लंड बिलकुल सिकुड़कर बाहर निकल जायेगा और वही हुआ। लंड पूरी तरह से बाहर निकल गया और साजिया जबरस्ती उसे पकड़ पकड़ कर अपनी चूत में घुसाने की कोशिश करने लगी लेकिन कामयाब नही हुई तो उसने सिसकते हुए सिकुड़ चुके लंड पर जोर जोर से अपनी चूत को आंखे पीछे रगड़ना शुरू कर दिया और अपनी दोनो आंखे बंद किए हुए खुद ही मस्ती से अपनी चूचियां मसले जा रही थी। नाजिम हैरान परेशान सा चुपचाप पड़े हुए उसके उत्तेजना सा लाल भाभुका हो हुए चेहरे को देख रहा था और तभी साजिया पूरी जोर जोर से उछलने लगी और देखते ही देखते एक झटके के साथ उसके लंड पर जोर से बैठती चली गई और उसकी मस्ती की अधिकता से साजिया की आंखो की सफेद सफेद पुतलियां दिखने लगी और इसके साथ उसकी चूत झड़ती चली गई और उसकी चूत से निकलते हुए गर्म गर्म अमृत रस की गर्मी महसूस करके नाजिम झुलस सा उठा। चूत के झड़ते ही बेजान सी ऊपर गिर पड़ी और लंबी लंबी सांसे लेने लगी और नाजिम ने मजबूरी में उसे अपनी बांहों में कस लिया।

नाजिम जानता था कि वो आज फिर से पूरी तरह से बेइज्जत हो गया था क्योंकि साजिया ने आज भले ही जुबान से कुछ नही बोला था लेकिन उसकी हरकते सब बयान कर गई थी। साजिया नींद के आगोश में चली गई और नाजिम की नींद पूरी तरह से उड़ गई थी क्योंकि वो क्या सोच कर आया था और उसके साथ आज फिर से क्या हो गया।

मैं तो इसे तड़पाना चाहता हूं, कस कस कर पेलना चाहता था। अपना बदला लेना चाहता था लेकिन आज फिर से मेरी बेइज्जती हो गई। अब मुझे क्या। करना चाहिए ? कैसे अपना बदला पूरा करू ?
Behtreen update
 

A.A.G.

Well-Known Member
9,638
20,184
173
अपडेट नंबर 001.


" आआह्ह तेज तेज धक्के मारो ना उफ्फ, यूईईईईईई कितनी तडपी हु तुम्हारे बिन।

साजिया चुदते हुए जोर जोर से सिसक रही थी। उसका शौहर नाजिम उसके उपर चढ़ कर उसे चोद रहा था और साजिया नीचे से अपनी गांड़ उछाल उछाल कर उसे पूरा सहयोग दे रही थी। साजिया लंड को जड़ तक अन्दर लेने के लिए उछल रही थी जिससे उसकी चूचियां आपस में टकरा टकरा कर थप थप की आवाज पैदा कर रही थी और नाजिम ने मदहोश होकर उसकी दोनो चुचियों को पकड़ लिया और मसलते हुए कस कस कर धक्के लगाने लगा तो साजिया के मजे की कोई सीमा नही थी और मस्ती से फिर से उसका मुंह खुलता चला गया

" आह तेज और तेज पूरी जोर से, और अंदर पूरा अंदर तक घुसाओ।


नाजिम का लंड अंत तक पूरा उसकी चूत में घुसा हुआ था और चुदती हुई साजिया उसे और अंदर घुसाने के लिए उकसा रही थी। दो मिनट की चुदाई में ही नाजिम पसीने पसीने हो गया था और साजिया की कसी हुई चूत का असर उसके लंड पर होने लगा और उसका बदन कांपने लगा तो उसने तेजी से लंड को बाहर निकाल कर जोर से उसकी चूत में घुसा दिया और उसके उपर ढेर होता चला गया। साजिया की चूत अभी ठीक से चुदी भी नही हुई थी कि आज फिर से नाजिम का काम तमाम हो गया और साजिया उसके झड़ कर ढीले होते हुए लंड को अपनी चूत को पूरी तरह से कस कर उसे बाहर जाने से रोकने लगी लेकिन उसकी एक नही चली और लंड किसी मरे हुए सांप की तरह चूत से बाहर निकलता चला गया। लंड जैसे ही पूरी तरह से बाहर निकला तो नाजिम की आंखे शर्म से झुक गई और साजिया का उत्तेजना से लाल चेहरा गुस्से से भभक उठा और बोली:"

" कभी तो मेरी आग बुझा दिया करो नाजिम। आज फिर से अधूरा हो छोड़ दिया मुझे।

नाजिम:" कितनी देर तो किया मैने, अब तुम्हारी चूत हैं ही इतनी गर्म कि मेरा लंड पिघल जाता हैं तो इसमें मेरी क्या गलती।

साजिया ने एक उंगली अपनी चूत के उपर फिराई और बोली:"

" आआआह्ह देख न कैसे भट्टी की तरह भभक रही है , थोड़ा सा आज तो चूस ले इसे

नाजिम ने उसकी बात सुनकर बुरा सा मुंह बनाया और अपनी नाक सिकोड़कर बोला:"

" छी छी, कितनी गंदी बात करती हो तुम। कितनी बार कह चुका हूं कि मुझसे गंदगी में मुंह नही डाला जाता समझी तुम।

सादिया ने एक उंगली चूत में घुसाई और नाजिम को दिखाते हुए उसे अपने मुंह में घुसा कर चूस लिया और बोली:"

" देख कुछ गंदा नही होता, कितना टेस्टी रस हैं खट्टा खट्टा सा मेरा। बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद।

नाजिम का मूड खराब हो गया और वो थोड़ा गुस्से से बोला:"

" हान मैं तो बंदर ही ठीक हु। अब खुश बस।

साजिया ने अपने होंठो पर पड़ी हुई चूत रस की एक बूंद को अपनी जीभ से चाट लिया और कामुक इशारे करती हुई बोली

" ऐसे खुश हो जाती तो बात ही क्या थी। मुझे खुश करना तुम्हारे बस का काम नही हैं समझे।

नाजिम उसकी बात सुनकर आग बबूला हो गया और बोला:"

" बहुत ज्यादा गर्मी हैं तेरे अंदर ? कोठे पर ले जाकर बिठा दू तुझे ?

साजिया के होंठो पर स्माइल आ गई और एक उंगली अपनी चूत में घुसा कर तेजी से अंदर बाहर करती हुई बोली:"

" हाय बिठा दे ना, कम से कम थोड़ी तो आग ठंडी हो मेरी। कोई तो होगा जो मेरी प्यास बुझा दे।

नाजिम उसकी बात सुनकर बिना जवाब दिए उठ खड़ा हुआ और अपने कपड़े पहन कर बाथरूम की तरफ चल दिया। साजिया नंगी ही बेड पर पड़ी रही और अपनी चूत अपनी उंगलियों से मसलती रही और उसकी दो उंगलियां उसकी चूत में घुस गई और साजिया की मस्ती भरी सिसकारियां घर में गूंजने लगी। थोड़ी देर के बाद उसकी चूत झड़ती चली गई और साजिया एक चादर ओढ़कर सो गई।

दोनो की शादी को करीब पांच साल हो गए थे। साजिया एक बिल्कुल सीधी सी गांव में पली बढ़ी मजहबी और संस्कारी लड़की थी लेकिन नाजिम ने शादी के बाद उसे सेक्स के बारे में सब कुछ बताया, चुदाई वीडियो दिखाई और साजिया पूरी तरह से परिपक्व होती चली गई। जब तो कभी अकेली पड़ी हुई चुदाई की वीडियो देखती और उसमे देखती की चूत चुसवाते समय लड़की को कितना लजीज एहसास और आनंद मिलता था तो उसकी चूत में भी चीटियां सी रेंग जाती लेकिन नाजिम इसे बहुत गन्दा समझता था। शुरू में तो सब कुछ ठीक रहा दोनो ने खूब जमकर सेक्स का मजा लिया। नाजिम खूब अच्छे से सेक्स करता था लेकिन कभी उसकी चूत नही चूसता था। साजिया फिर भी खुश था क्योंकि उसकी प्यास अच्छे से बुझ रही थी। धीरे धीरे नाजिम का लंड उसका साथ छोड़ने लगा और साजिया प्यासी की प्यासी ही रह जाती। पिछले करीब दो साल से ऐसा ही चल रहा था और साजिया हर दिन एक नई उम्मीद में अपने शौहर के लिए सजती लेकिन हर रोज सिर निराशा ही हाथ लगती और आज नाजिम एक हफ्ते के बाद वापिस आया तो साजिया की प्यास बुरी तरह से भड़की हुई थी और फिर से प्यासी रहने पर उसका गुस्सा फूट पड़ा और उसने आज पहली बार अपने शौहर को इतनी बात सुनाई थी नही तो आमतौर पर वो चुपचाप लेटकर सो जाती थी।

सादिया सोच रही थी कि उसे अपने शौहर के साथ ऐसा नहीं करना चाहिए था। उसे खुद समझ में नहीं आ रहा था कि वो इतनी गन्दी बाते कैसे कर सकती है और अब उसका शौहर उसके बारे क्या सोच रहा होगा। मुझसे बहुत बड़ी खता हो गई। ये सब सोचते सोचते जैसे तैसे साजिया नींद के आगोश में चली गई।

अगले दिन वो सुबह उठी रात जो हुआ उसकी आंखो के सामने घूमने लगा तो साजिया की आंखे भर आई। उसे समझ नही आ रहा था कि वो अब अपने शौहर से कैसे आंखे मिलाएगी, माफी किन शब्दों में मांगे। भरी हुई आंखो से उसने अपने शौहर के लिए उसकी मन पसंद खीर बनाई और उसका टिफिन पैक करने के बाद दोनो नाश्ता करने बैठ गए। नाजिम रात हुए हादसे की वजह से बेहद उदास था और बिन कुछ बोले आराम से धीरे धीरे खा रहा था वहीं साजिया को समझ नही आ रहा था कि वो कहां से शुरू करे। साजिया ने एक धीरे से एक चम्मच खीर खाई और उसने अपने शौहर की तरफ देखा तो उसका उदास चेहरा देखकर साजिया का दिल भर आया और वो खड़ी होकर उसके सामने पहुंच गई और उसने बड़ी हिम्मत से अपना चेहरा ऊपर उठाया और अपने शौहर से आंखे मिलते ही उसकी रुलाई छूट गई और वो बिना कुछ बोले अपने शौहर से कसकर लिपट गई और जोर जोर से सुबक सुबक कर रोने लगी। नाजिम किसी बुत की तरह खामोश खड़ा रहा और जैसे ही अपनी बीवी के आंसुओ से उसका दामन भीगना शुरू हुआ था उसका दिल पसीज और और वो तसल्ली देते हुए बोला

" बस करो साजिया, क्या हुआ ऐसे क्यों रो रही हो तुम ?

साजिया और जोर जोर से रोने लगी तो नाजिम से उसे अपनी बांहों में कस लिया और बड़ी मुश्किल से उसे चुप कराया और बोला:

" बस करो यार, क्या हो गया ? कुछ बताओ तो सही मुझे।

साजिया के आंसू अब काफी हद तक रुक गए थे और वो उसके सीने से लगी हुई बोली:"

" मुझे माफ कर दीजिए। रात मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई। अल्लाह की कसम मैंने वो सब पता नही किस भावना में बहकर कह दिया।

नाजिम अपनी बीवी की वजह से रात से ही मानसिक रूप से तनाव महसूस कर रहा था लेकिन अभी उसके इस तरह माफी मांगने से इसे थोड़ा सुकून मिला और वो उसे समझाते हुए बोला

" बस भी करो तुम। मैं तो भूल ही गया था और अब तुम भी भूल जाओ। रात गई बात गई।

अपने शौहर की बात सुनकर साजिया का मन थोड़ा हल्का हुआ और फिर साथ में दोनो ने खीर खाई और उसके बाद नाजिम अपने ऑफिस के लिए निकल गया तो साजिया बोली

" सुनिए शाम को थोड़ा जल्दी घर आना आप। मैं आपका इंतजार करूंगी।

नाजिम ने उसे पलट कर स्माइल दी और दरवाजा खोलकर बाहर निकल गया। साजिया घर के काम में लग गई लेकिन अभी उसके दिमाग में वही रात वाली बात घूम रही थी कि क्या उसे शौहर ने उसे सच में माफ कर दिया है।

वहीं नाजिम पूरे दिन ऑफिस के कामों में लगा तो रहा लेकिन उसका मन नही था। रह रहकर उसे साजिया की बात याद आ रही थी कि मुझे अब खुश करना तुम्हारे बस का काम नही हैं तो इसका मतलब है कि उसकी प्यास पूरी तरह से नही बुझती हैं। मतलब साजिया जिस्म की आग में झुलस रही हैं और अंदर ही अंदर घुल रही है। और रात जो हुआ वो उसकी प्यास ना बुझने का ही नतीजा था और फिर दिन मे सुबह उसने माफी भी मांगी लेकिन तीर तो कमान से रात ही निकल चुका था। रात उसने मेरी कितनी बुरी तरह से बेइज्जती करी। ये सोचते ही उसके आंखो में आंसू आ गए और उसने अपने जेब से रुमाल निकालकर अपना मुंह साफ किया और सोचने लगा कि उसने हमेशा साजिया का पूरा ध्यान रखा और कभी किसी चीज की कमी आने दी। मांगने से पहले उसकी हर एक ख्वाहिश पूरी करी लेकिन बदले में उसे क्या मिला सिर्फ बेइज्जती और बंदर कह दिया मुझे। उसने मेरे साथ ठीक नही किया और मैं कभी माफ नहीं करूंगा बल्कि इसका पूरा बदला लूंगा उससे। पूरे दिन उसके दिमाग में उथल पुथल चलती रही और शाम को घर जाने से पहले उसने एक सेक्स पावर की गोली ली ताकि आज पूरी रात उसे चोद सके ताकि उसका हमेशा के लेकर बंद कर सके। नाजिम सोच रहा रहा था कि आज रात मैं साजिया को बेड बेड घोड़ी बना बनाकर, उल्टी करके अपने नीचे मसल कर, हर तरह से पूरी बेदर्दी और कठोरता से चोदूंगा और जब वो दर्द के मारे जोर जोर से तड़प तड़प कर, कराह कर उससे छोड़ने के लिए भीख मांगने लगेगी तो उसका दर्द से तड़पता हुआ चेहरा देखकर मुझे कितना सुकून मिलेगा और मेरा बदला पूरा तब कहीं जाकर पूरा होगा।


नाजिम घर आया साजिया ने एक मुस्कान के साथ बांहे फैलाकर उसका स्वागत किया और उससे लिपट गई। नाजिम ने भी उसे अपने गले से लगा लिया और उसे ऐसा महसूस हो रहा था मानो उसकी छाती से कोई जहरीली नागिन लिपटी हुई हो। नाजिम ने अपनी आंखे बंद कर ली तो उसकी के आंखे साजिया का दर्द के मारे तड़पता कराहता चेहरा घूम उठा उसने खुशी के मारे अपनी आंखे खोल कर साजिया का माथा चूम लिया मानो बकरी के हलाल होने से पहले पहले दुलार पुचकार रहा हो।

साजिया खुश हो गई और बोली

" कैसा रहा आज आपका दिन ? काफी काम होगा आज तो ?

नाजिम:" हान काम तो बहुत था लेकिन फिर भी सब आसानी से हो गया।

साजिया ने खुशी खुशी नाजिम का गाल चूम लिया और बोली:"

" सच में आप बहुत मेहनत करते हैं मेरे लिए। चलिए अभी जल्दी से फ्रेश हो जाइए। फिर साथ में खाना खाते है।

जल्दी ही दोनो ने खाना खाया और साजिया बरतन धोने चली गई तो नाजिम ने अपनी जेब से गोली निकाल ली और उसे खा गया। थोड़ी देर बाद ही गोली का असर दिखने लगा और उसके लंड में जोरदार तनाव आना शुरू हो गया। नाजिम की आंखे वासना से लाल हो गई और गुस्से से उसकी उसकी आंखे पूरी तरह से लाल सी होकर सुलगने लगी और अपने बेडरूम में चला गया और पूरी तरह से नंगा होकर अपने जिस्म पर एक चादर लपेट कर साजिया का इंतजार करने लगा। नाजिम के जबड़े बार बार गुस्से से अपने आप भींच रहे थे और आज वो साजिया को किसी रण्डी की तरह मसलना चाहता था, चोदना नही बल्कि पेलना, ठोकना चाहता था। चाहे तो कितनी भी चींखे चिल्लाए लेकिन वो उस पर कोई रहम नहीं करने वाला था।

थोड़ी देर के बाद साजिया कमरे में दूध लेकर आई और उसके सामने खड़ी हो गई और ग्लास उसकी तरफ करते हुए बोली

" लीजिए दूध पीजिए।

नाजिम उसे उसे मुस्कुरा कर देखा और दूध का ग्लास एक तरफ रख कर उसे एक झटके से बेड पर खींच लिया और उसकी नाइटी को एक झटके से फाड़कर उसकी एक चूची को सीधे मुंह में भर लिया और चूसते हुए बोला

" आह साजिया दूध तो आज तेरी चुचियों का पी जाऊंगा।

साजिया इस तरह अचानक हुए हमले से हैरान हो गई लेकिन चूची चूसे जाने से उसे सुखद मस्ती का एहसास हुआ और सिसकते हुए बोली

" आह क्या करते हो? उफ्फ थोड़ा प्यार से कहीं भागी थोड़े ही जा रही हूं।

नाजिम ने सीधे हाथ नीचे करके उसकी चूत में एक सूखी उंगली पूरी घुसा दी तो साजिया दर्द से कराह उठी और सिसक उठी

" आह नाजिम, इतने बेसबर मत बनो। थोड़ा तो रहम करो यार।

रहम शब्द अपने बीवी के मुंह से सुनकर नाजिम की नफरत को हवा मिली और बिना कुछ बोले साजिया की दोनो टांगो को फैला दिया और उसकी सूखी चूत के छेद पर अपने लंड को रखकर एक जोरदार धक्का मारा तो साजिया के मुंह से दर्द भरी चींख निकल गई क्योंकि लंड ने बुरी तरह से उसकी चूत की नाजुक दीवारों को रगड़ दिया था। उससे पहले की साजिया कुछ संभलती नाजिम ने ताबड़तोड़ धक्के लगाने शुरू कर दिए और साजिया दर्द के मारे कराहने लगी और उसे ऊपर से धकेलने लगी तो नाजिम खुशी से झूम उठा और तेज तेज धक्के लगाने लगा तो उसकी कसी हुई बिल्कुल सूझी हुई गर्म चूत के आगे नाजिम का लंड जवाब दे गया और उसके लंड ने एक झटके के साथ उसकी चूत को भरना शुरू कर दिया तो चूत गीली हो गई और साजिया के मजा आने लगा तो मस्ती से सिसकती हुई उसके होंठो को चूसने लगी। लंड फिर से सिकुड़ कर छोटा होने लगा तो मस्ती में डूबी हुई साजिया आज पहली बार उसे पलटकर उसके उपर चढ़ गई और कमजोर होते लंड को अपने हाथ का सहारा देकर खुद ही अपनी चूत में घुसा लिया और उस पर कूदने लगी। नाजिम साजिया को फिर से मदहोश होते देखकर पसीने पसीने हो गया क्योंकि वो जानता था कि उसका लंड बिलकुल सिकुड़कर बाहर निकल जायेगा और वही हुआ। लंड पूरी तरह से बाहर निकल गया और साजिया जबरस्ती उसे पकड़ पकड़ कर अपनी चूत में घुसाने की कोशिश करने लगी लेकिन कामयाब नही हुई तो उसने सिसकते हुए सिकुड़ चुके लंड पर जोर जोर से अपनी चूत को आंखे पीछे रगड़ना शुरू कर दिया और अपनी दोनो आंखे बंद किए हुए खुद ही मस्ती से अपनी चूचियां मसले जा रही थी। नाजिम हैरान परेशान सा चुपचाप पड़े हुए उसके उत्तेजना सा लाल भाभुका हो हुए चेहरे को देख रहा था और तभी साजिया पूरी जोर जोर से उछलने लगी और देखते ही देखते एक झटके के साथ उसके लंड पर जोर से बैठती चली गई और उसकी मस्ती की अधिकता से साजिया की आंखो की सफेद सफेद पुतलियां दिखने लगी और इसके साथ उसकी चूत झड़ती चली गई और उसकी चूत से निकलते हुए गर्म गर्म अमृत रस की गर्मी महसूस करके नाजिम झुलस सा उठा। चूत के झड़ते ही बेजान सी ऊपर गिर पड़ी और लंबी लंबी सांसे लेने लगी और नाजिम ने मजबूरी में उसे अपनी बांहों में कस लिया।

नाजिम जानता था कि वो आज फिर से पूरी तरह से बेइज्जत हो गया था क्योंकि साजिया ने आज भले ही जुबान से कुछ नही बोला था लेकिन उसकी हरकते सब बयान कर गई थी। साजिया नींद के आगोश में चली गई और नाजिम की नींद पूरी तरह से उड़ गई थी क्योंकि वो क्या सोच कर आया था और उसके साथ आज फिर से क्या हो गया।

मैं तो इसे तड़पाना चाहता हूं, कस कस कर पेलना चाहता था। अपना बदला लेना चाहता था लेकिन आज फिर से मेरी बेइज्जती हो गई। अब मुझे क्या। करना चाहिए ? कैसे अपना बदला पूरा करू ?
bhai yaha har kahani aisi hi chal rahi hai..pati patni ko khush nahi kar pata toh biwi kisi aur se chudwati hai ya fir pati hi biwi ko kisi aur se chudwata hai..!! lekin bhai aap iss kahani me aisa na kare..kahani pati patni ke bich hi rahe..third person ko involve mat karo..woh badla bhi le toh apne patni se pyaar se khud pyaar karke..kuchh naya try karke le..apni patni ko satisfy karne ke liye apni physique banaye, apna stamina badhaye, uski chut chate..pati patni dono pe hi based story kaha dekhne ko mil hi nahi rahi..!! yaha pe toh bas patni pati ko dhoka deti hai ya fir pati patni ko dhoka deta hai..yahi chal raha hai..kuchh alag hai hi nahi..!!sirf pati patni based, unn dono ki chudayi pe based, unn dono ke pyaar pe based kahani hai hi nahi..toh aap iss kahani ko waisa likh sakte hai..!!
bhai mera bas yeh ek suggestion tha baki aapki marji hai..!!
 

A.A.G.

Well-Known Member
9,638
20,184
173
aur bhai apne upar jo option diye hai..yeh kaise options hai..!! matlab khud ki biwi ko kyun dusro se chudwaye..!! agar usko apne biwi ko aisa tadpakar chodne hai toh khud pe mehnat kare, apna stamina badhaye, khud ko tandarust banaye, gym kare, naye tarike sikhe chudayi ke aur fir apne biwi ko tadpake chode..toh uski biwi bhi khush hojayegi..aur uska badla bhi pura ho jayega..!!
 

Sirajali

Active Member
1,881
4,823
144
अपडेट नंबर 001.


" आआह्ह तेज तेज धक्के मारो ना उफ्फ, यूईईईईईई कितनी तडपी हु तुम्हारे बिन।

साजिया चुदते हुए जोर जोर से सिसक रही थी। उसका शौहर नाजिम उसके उपर चढ़ कर उसे चोद रहा था और साजिया नीचे से अपनी गांड़ उछाल उछाल कर उसे पूरा सहयोग दे रही थी। साजिया लंड को जड़ तक अन्दर लेने के लिए उछल रही थी जिससे उसकी चूचियां आपस में टकरा टकरा कर थप थप की आवाज पैदा कर रही थी और नाजिम ने मदहोश होकर उसकी दोनो चुचियों को पकड़ लिया और मसलते हुए कस कस कर धक्के लगाने लगा तो साजिया के मजे की कोई सीमा नही थी और मस्ती से फिर से उसका मुंह खुलता चला गया

" आह तेज और तेज पूरी जोर से, और अंदर पूरा अंदर तक घुसाओ।


नाजिम का लंड अंत तक पूरा उसकी चूत में घुसा हुआ था और चुदती हुई साजिया उसे और अंदर घुसाने के लिए उकसा रही थी। दो मिनट की चुदाई में ही नाजिम पसीने पसीने हो गया था और साजिया की कसी हुई चूत का असर उसके लंड पर होने लगा और उसका बदन कांपने लगा तो उसने तेजी से लंड को बाहर निकाल कर जोर से उसकी चूत में घुसा दिया और उसके उपर ढेर होता चला गया। साजिया की चूत अभी ठीक से चुदी भी नही हुई थी कि आज फिर से नाजिम का काम तमाम हो गया और साजिया उसके झड़ कर ढीले होते हुए लंड को अपनी चूत को पूरी तरह से कस कर उसे बाहर जाने से रोकने लगी लेकिन उसकी एक नही चली और लंड किसी मरे हुए सांप की तरह चूत से बाहर निकलता चला गया। लंड जैसे ही पूरी तरह से बाहर निकला तो नाजिम की आंखे शर्म से झुक गई और साजिया का उत्तेजना से लाल चेहरा गुस्से से भभक उठा और बोली:"

" कभी तो मेरी आग बुझा दिया करो नाजिम। आज फिर से अधूरा हो छोड़ दिया मुझे।

नाजिम:" कितनी देर तो किया मैने, अब तुम्हारी चूत हैं ही इतनी गर्म कि मेरा लंड पिघल जाता हैं तो इसमें मेरी क्या गलती।

साजिया ने एक उंगली अपनी चूत के उपर फिराई और बोली:"

" आआआह्ह देख न कैसे भट्टी की तरह भभक रही है , थोड़ा सा आज तो चूस ले इसे

नाजिम ने उसकी बात सुनकर बुरा सा मुंह बनाया और अपनी नाक सिकोड़कर बोला:"

" छी छी, कितनी गंदी बात करती हो तुम। कितनी बार कह चुका हूं कि मुझसे गंदगी में मुंह नही डाला जाता समझी तुम।

सादिया ने एक उंगली चूत में घुसाई और नाजिम को दिखाते हुए उसे अपने मुंह में घुसा कर चूस लिया और बोली:"

" देख कुछ गंदा नही होता, कितना टेस्टी रस हैं खट्टा खट्टा सा मेरा। बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद।

नाजिम का मूड खराब हो गया और वो थोड़ा गुस्से से बोला:"

" हान मैं तो बंदर ही ठीक हु। अब खुश बस।

साजिया ने अपने होंठो पर पड़ी हुई चूत रस की एक बूंद को अपनी जीभ से चाट लिया और कामुक इशारे करती हुई बोली

" ऐसे खुश हो जाती तो बात ही क्या थी। मुझे खुश करना तुम्हारे बस का काम नही हैं समझे।

नाजिम उसकी बात सुनकर आग बबूला हो गया और बोला:"

" बहुत ज्यादा गर्मी हैं तेरे अंदर ? कोठे पर ले जाकर बिठा दू तुझे ?

साजिया के होंठो पर स्माइल आ गई और एक उंगली अपनी चूत में घुसा कर तेजी से अंदर बाहर करती हुई बोली:"

" हाय बिठा दे ना, कम से कम थोड़ी तो आग ठंडी हो मेरी। कोई तो होगा जो मेरी प्यास बुझा दे।

नाजिम उसकी बात सुनकर बिना जवाब दिए उठ खड़ा हुआ और अपने कपड़े पहन कर बाथरूम की तरफ चल दिया। साजिया नंगी ही बेड पर पड़ी रही और अपनी चूत अपनी उंगलियों से मसलती रही और उसकी दो उंगलियां उसकी चूत में घुस गई और साजिया की मस्ती भरी सिसकारियां घर में गूंजने लगी। थोड़ी देर के बाद उसकी चूत झड़ती चली गई और साजिया एक चादर ओढ़कर सो गई।

दोनो की शादी को करीब पांच साल हो गए थे। साजिया एक बिल्कुल सीधी सी गांव में पली बढ़ी मजहबी और संस्कारी लड़की थी लेकिन नाजिम ने शादी के बाद उसे सेक्स के बारे में सब कुछ बताया, चुदाई वीडियो दिखाई और साजिया पूरी तरह से परिपक्व होती चली गई। जब तो कभी अकेली पड़ी हुई चुदाई की वीडियो देखती और उसमे देखती की चूत चुसवाते समय लड़की को कितना लजीज एहसास और आनंद मिलता था तो उसकी चूत में भी चीटियां सी रेंग जाती लेकिन नाजिम इसे बहुत गन्दा समझता था। शुरू में तो सब कुछ ठीक रहा दोनो ने खूब जमकर सेक्स का मजा लिया। नाजिम खूब अच्छे से सेक्स करता था लेकिन कभी उसकी चूत नही चूसता था। साजिया फिर भी खुश था क्योंकि उसकी प्यास अच्छे से बुझ रही थी। धीरे धीरे नाजिम का लंड उसका साथ छोड़ने लगा और साजिया प्यासी की प्यासी ही रह जाती। पिछले करीब दो साल से ऐसा ही चल रहा था और साजिया हर दिन एक नई उम्मीद में अपने शौहर के लिए सजती लेकिन हर रोज सिर निराशा ही हाथ लगती और आज नाजिम एक हफ्ते के बाद वापिस आया तो साजिया की प्यास बुरी तरह से भड़की हुई थी और फिर से प्यासी रहने पर उसका गुस्सा फूट पड़ा और उसने आज पहली बार अपने शौहर को इतनी बात सुनाई थी नही तो आमतौर पर वो चुपचाप लेटकर सो जाती थी।

सादिया सोच रही थी कि उसे अपने शौहर के साथ ऐसा नहीं करना चाहिए था। उसे खुद समझ में नहीं आ रहा था कि वो इतनी गन्दी बाते कैसे कर सकती है और अब उसका शौहर उसके बारे क्या सोच रहा होगा। मुझसे बहुत बड़ी खता हो गई। ये सब सोचते सोचते जैसे तैसे साजिया नींद के आगोश में चली गई।

अगले दिन वो सुबह उठी रात जो हुआ उसकी आंखो के सामने घूमने लगा तो साजिया की आंखे भर आई। उसे समझ नही आ रहा था कि वो अब अपने शौहर से कैसे आंखे मिलाएगी, माफी किन शब्दों में मांगे। भरी हुई आंखो से उसने अपने शौहर के लिए उसकी मन पसंद खीर बनाई और उसका टिफिन पैक करने के बाद दोनो नाश्ता करने बैठ गए। नाजिम रात हुए हादसे की वजह से बेहद उदास था और बिन कुछ बोले आराम से धीरे धीरे खा रहा था वहीं साजिया को समझ नही आ रहा था कि वो कहां से शुरू करे। साजिया ने एक धीरे से एक चम्मच खीर खाई और उसने अपने शौहर की तरफ देखा तो उसका उदास चेहरा देखकर साजिया का दिल भर आया और वो खड़ी होकर उसके सामने पहुंच गई और उसने बड़ी हिम्मत से अपना चेहरा ऊपर उठाया और अपने शौहर से आंखे मिलते ही उसकी रुलाई छूट गई और वो बिना कुछ बोले अपने शौहर से कसकर लिपट गई और जोर जोर से सुबक सुबक कर रोने लगी। नाजिम किसी बुत की तरह खामोश खड़ा रहा और जैसे ही अपनी बीवी के आंसुओ से उसका दामन भीगना शुरू हुआ था उसका दिल पसीज और और वो तसल्ली देते हुए बोला

" बस करो साजिया, क्या हुआ ऐसे क्यों रो रही हो तुम ?

साजिया और जोर जोर से रोने लगी तो नाजिम से उसे अपनी बांहों में कस लिया और बड़ी मुश्किल से उसे चुप कराया और बोला:

" बस करो यार, क्या हो गया ? कुछ बताओ तो सही मुझे।

साजिया के आंसू अब काफी हद तक रुक गए थे और वो उसके सीने से लगी हुई बोली:"

" मुझे माफ कर दीजिए। रात मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई। अल्लाह की कसम मैंने वो सब पता नही किस भावना में बहकर कह दिया।

नाजिम अपनी बीवी की वजह से रात से ही मानसिक रूप से तनाव महसूस कर रहा था लेकिन अभी उसके इस तरह माफी मांगने से इसे थोड़ा सुकून मिला और वो उसे समझाते हुए बोला

" बस भी करो तुम। मैं तो भूल ही गया था और अब तुम भी भूल जाओ। रात गई बात गई।

अपने शौहर की बात सुनकर साजिया का मन थोड़ा हल्का हुआ और फिर साथ में दोनो ने खीर खाई और उसके बाद नाजिम अपने ऑफिस के लिए निकल गया तो साजिया बोली

" सुनिए शाम को थोड़ा जल्दी घर आना आप। मैं आपका इंतजार करूंगी।

नाजिम ने उसे पलट कर स्माइल दी और दरवाजा खोलकर बाहर निकल गया। साजिया घर के काम में लग गई लेकिन अभी उसके दिमाग में वही रात वाली बात घूम रही थी कि क्या उसे शौहर ने उसे सच में माफ कर दिया है।

वहीं नाजिम पूरे दिन ऑफिस के कामों में लगा तो रहा लेकिन उसका मन नही था। रह रहकर उसे साजिया की बात याद आ रही थी कि मुझे अब खुश करना तुम्हारे बस का काम नही हैं तो इसका मतलब है कि उसकी प्यास पूरी तरह से नही बुझती हैं। मतलब साजिया जिस्म की आग में झुलस रही हैं और अंदर ही अंदर घुल रही है। और रात जो हुआ वो उसकी प्यास ना बुझने का ही नतीजा था और फिर दिन मे सुबह उसने माफी भी मांगी लेकिन तीर तो कमान से रात ही निकल चुका था। रात उसने मेरी कितनी बुरी तरह से बेइज्जती करी। ये सोचते ही उसके आंखो में आंसू आ गए और उसने अपने जेब से रुमाल निकालकर अपना मुंह साफ किया और सोचने लगा कि उसने हमेशा साजिया का पूरा ध्यान रखा और कभी किसी चीज की कमी आने दी। मांगने से पहले उसकी हर एक ख्वाहिश पूरी करी लेकिन बदले में उसे क्या मिला सिर्फ बेइज्जती और बंदर कह दिया मुझे। उसने मेरे साथ ठीक नही किया और मैं कभी माफ नहीं करूंगा बल्कि इसका पूरा बदला लूंगा उससे। पूरे दिन उसके दिमाग में उथल पुथल चलती रही और शाम को घर जाने से पहले उसने एक सेक्स पावर की गोली ली ताकि आज पूरी रात उसे चोद सके ताकि उसका हमेशा के लेकर बंद कर सके। नाजिम सोच रहा रहा था कि आज रात मैं साजिया को बेड बेड घोड़ी बना बनाकर, उल्टी करके अपने नीचे मसल कर, हर तरह से पूरी बेदर्दी और कठोरता से चोदूंगा और जब वो दर्द के मारे जोर जोर से तड़प तड़प कर, कराह कर उससे छोड़ने के लिए भीख मांगने लगेगी तो उसका दर्द से तड़पता हुआ चेहरा देखकर मुझे कितना सुकून मिलेगा और मेरा बदला पूरा तब कहीं जाकर पूरा होगा।


नाजिम घर आया साजिया ने एक मुस्कान के साथ बांहे फैलाकर उसका स्वागत किया और उससे लिपट गई। नाजिम ने भी उसे अपने गले से लगा लिया और उसे ऐसा महसूस हो रहा था मानो उसकी छाती से कोई जहरीली नागिन लिपटी हुई हो। नाजिम ने अपनी आंखे बंद कर ली तो उसकी के आंखे साजिया का दर्द के मारे तड़पता कराहता चेहरा घूम उठा उसने खुशी के मारे अपनी आंखे खोल कर साजिया का माथा चूम लिया मानो बकरी के हलाल होने से पहले पहले दुलार पुचकार रहा हो।

साजिया खुश हो गई और बोली

" कैसा रहा आज आपका दिन ? काफी काम होगा आज तो ?

नाजिम:" हान काम तो बहुत था लेकिन फिर भी सब आसानी से हो गया।

साजिया ने खुशी खुशी नाजिम का गाल चूम लिया और बोली:"

" सच में आप बहुत मेहनत करते हैं मेरे लिए। चलिए अभी जल्दी से फ्रेश हो जाइए। फिर साथ में खाना खाते है।

जल्दी ही दोनो ने खाना खाया और साजिया बरतन धोने चली गई तो नाजिम ने अपनी जेब से गोली निकाल ली और उसे खा गया। थोड़ी देर बाद ही गोली का असर दिखने लगा और उसके लंड में जोरदार तनाव आना शुरू हो गया। नाजिम की आंखे वासना से लाल हो गई और गुस्से से उसकी उसकी आंखे पूरी तरह से लाल सी होकर सुलगने लगी और अपने बेडरूम में चला गया और पूरी तरह से नंगा होकर अपने जिस्म पर एक चादर लपेट कर साजिया का इंतजार करने लगा। नाजिम के जबड़े बार बार गुस्से से अपने आप भींच रहे थे और आज वो साजिया को किसी रण्डी की तरह मसलना चाहता था, चोदना नही बल्कि पेलना, ठोकना चाहता था। चाहे तो कितनी भी चींखे चिल्लाए लेकिन वो उस पर कोई रहम नहीं करने वाला था।

थोड़ी देर के बाद साजिया कमरे में दूध लेकर आई और उसके सामने खड़ी हो गई और ग्लास उसकी तरफ करते हुए बोली

" लीजिए दूध पीजिए।

नाजिम उसे उसे मुस्कुरा कर देखा और दूध का ग्लास एक तरफ रख कर उसे एक झटके से बेड पर खींच लिया और उसकी नाइटी को एक झटके से फाड़कर उसकी एक चूची को सीधे मुंह में भर लिया और चूसते हुए बोला

" आह साजिया दूध तो आज तेरी चुचियों का पी जाऊंगा।

साजिया इस तरह अचानक हुए हमले से हैरान हो गई लेकिन चूची चूसे जाने से उसे सुखद मस्ती का एहसास हुआ और सिसकते हुए बोली

" आह क्या करते हो? उफ्फ थोड़ा प्यार से कहीं भागी थोड़े ही जा रही हूं।

नाजिम ने सीधे हाथ नीचे करके उसकी चूत में एक सूखी उंगली पूरी घुसा दी तो साजिया दर्द से कराह उठी और सिसक उठी

" आह नाजिम, इतने बेसबर मत बनो। थोड़ा तो रहम करो यार।

रहम शब्द अपने बीवी के मुंह से सुनकर नाजिम की नफरत को हवा मिली और बिना कुछ बोले साजिया की दोनो टांगो को फैला दिया और उसकी सूखी चूत के छेद पर अपने लंड को रखकर एक जोरदार धक्का मारा तो साजिया के मुंह से दर्द भरी चींख निकल गई क्योंकि लंड ने बुरी तरह से उसकी चूत की नाजुक दीवारों को रगड़ दिया था। उससे पहले की साजिया कुछ संभलती नाजिम ने ताबड़तोड़ धक्के लगाने शुरू कर दिए और साजिया दर्द के मारे कराहने लगी और उसे ऊपर से धकेलने लगी तो नाजिम खुशी से झूम उठा और तेज तेज धक्के लगाने लगा तो उसकी कसी हुई बिल्कुल सूझी हुई गर्म चूत के आगे नाजिम का लंड जवाब दे गया और उसके लंड ने एक झटके के साथ उसकी चूत को भरना शुरू कर दिया तो चूत गीली हो गई और साजिया के मजा आने लगा तो मस्ती से सिसकती हुई उसके होंठो को चूसने लगी। लंड फिर से सिकुड़ कर छोटा होने लगा तो मस्ती में डूबी हुई साजिया सब लाज शर्म भूलकर आज पहली बार उसे पलटकर उसके उपर चढ़ गई और कमजोर होते लंड को अपने हाथ का सहारा देकर खुद ही अपनी चूत में घुसा लिया और उस पर कूदने लगी। नाजिम साजिया को फिर से मदहोश होते देखकर पसीने पसीने हो गया क्योंकि वो जानता था कि उसका लंड बिलकुल सिकुड़कर बाहर निकल जायेगा और वही हुआ। लंड पूरी तरह से बाहर निकल गया और साजिया जबरस्ती उसे पकड़ पकड़ कर अपनी चूत में घुसाने की कोशिश करने लगी लेकिन कामयाब नही हुई तो उसने सिसकते हुए सिकुड़ चुके लंड पर जोर जोर से अपनी चूत को आंखे पीछे रगड़ना शुरू कर दिया और अपनी दोनो आंखे बंद किए हुए खुद ही मस्ती से अपनी चूचियां मसले जा रही थी। शुरू में नाजिम साजिया पर भारी जरूर पड़ा था लेकिन अभी साजिया पूरी तरह से उसके उपर सवार हो चुकी थी और नाजिम हैरान परेशान सा चुपचाप पड़े हुए उसके उत्तेजना सा लाल भाभुका हो हुए चेहरे को देख रहा था और तभी साजिया पूरी जोर जोर से उछलने लगी और देखते ही देखते एक झटके के साथ उसके लंड पर जोर से बैठती चली गई और उसकी मस्ती की अधिकता से साजिया की आंखो की सफेद सफेद पुतलियां दिखने लगी और इसके साथ उसकी चूत झड़ती चली गई और उसकी चूत से निकलते हुए गर्म गर्म अमृत रस की गर्मी महसूस करके नाजिम झुलस सा उठा। चूत के झड़ते ही बेजान सी ऊपर गिर पड़ी और लंबी लंबी सांसे लेने लगी और नाजिम ने मजबूरी में उसे अपनी बांहों में कस लिया।

नाजिम जानता था कि वो आज फिर से पूरी तरह से बेइज्जत हो गया था क्योंकि साजिया ने आज भले ही जुबान से कुछ नही बोला था लेकिन उसकी हरकते सब बयान कर गई थी। साजिया नींद के आगोश में चली गई और नाजिम की नींद पूरी तरह से उड़ गई थी क्योंकि वो क्या सोच कर आया था और उसके साथ आज फिर से क्या हो गया।

मैं तो इसे तड़पाना चाहता हूं, कस कस कर पेलना चाहता था। अपना बदला लेना चाहता था लेकिन आज फिर से मेरी बेइज्जती हो गई। अब मुझे क्या। करना चाहिए ? कैसे अपना बदला पूरा करू ?
Uniq star bhai.....aapki kahni me sabkuch perfect hota hai ...magar meri ek shikayat hai ki aap apne readers ki baat ka koi reply nahi dete

agar meri baat aapko buri lagi hai to main maafi chahunga......dhannywaad shukriya
 

Adirshi

Royal कारभार 👑
Staff member
Sr. Moderator
38,375
54,620
304
Hello everyone.

We are Happy to present to you The annual story contest of XForum


"The Ultimate Story Contest" (USC).

Jaisa ki aap sabko maloom hai abhi pichhle hafte hi humne USC ki announcement ki hai or abhi kuch time pehle Rules and Queries thread bhi open kiya hai or Chit Chat thread toh pehle se hi Hind section mein khula hai.

Well iske baare mein thoda aapko bata dun ye ek short story contest hai jisme aap kisi bhi prefix ki short story post kar sakte ho, jo minimum 700 words and maximum 7000 words (Story ke words count karne ke liye is tool ka use kare — Characters Tool) . Isliye main aapko invitation deta hun ki aap is contest mein apne khayaalon ko shabdon kaa roop dekar isme apni stories daalein jisko poora XForum dekhega, Ye ek bahot accha kadam hoga aapke or aapki stories ke liye kyunki USC ki stories ko poore XForum ke readers read karte hain.. Aap XForum ke sarvashreshth lekhakon mein se ek hain. aur aapki kahani bhi bahut acchi chal rahi hai. Isliye hum aapse USC ke liye ek chhoti kahani likhne ka anurodh karte hain. hum jaante hain ki aapke paas samay ki kami hai lekin iske bawajood hum ye bhi jaante hain ki aapke liye kuch bhi asambhav nahi hai.

Aur jo readers likhna nahi chahte woh bhi is contest mein participate kar sakte hain "Best Readers Award" ke liye. Aapko bas karna ye hoga ki contest mein posted stories ko read karke unke upar apne views dene honge.

Winning Writer's ko well deserved Awards milenge, uske alawa aapko apna thread apne section mein sticky karne ka mouka bhi milega taaki aapka thread top par rahe uss dauraan. Isliye aapsab ke liye ye ek behtareen mouka hai XForum ke sabhi readers ke upar apni chhaap chhodne ka or apni reach badhaane kaa.. Ye aap sabhi ke liye ek bahut hi sunehra avsar hai apni kalpanao ko shabdon ka raasta dikha ke yahan pesh karne ka. Isliye aage badhe aur apni kalpanao ko shabdon mein likhkar duniya ko dikha de.

Entry thread 7th February ko open hoga matlab aap 7 February se story daalna shuru kar sakte hain or woh thread 25th February tak open rahega is dauraan aap apni story post kar sakte hain. Isliye aap abhi se apni Kahaani likhna shuru kardein toh aapke liye better rahega.

Aur haan! Kahani ko sirf ek hi post mein post kiya jaana chahiye. Kyunki ye ek short story contest hai jiska matlab hai ki hum kewal chhoti kahaniyon ki ummeed kar rahe hain. Isliye apni kahani ko kayi post / bhaagon mein post karne ki anumati nahi hai. Agar koi bhi issue ho toh aap kisi bhi staff member ko Message kar sakte hain.



Story se related koi doubt hai to iske liye is thread ka use kare — Chit Chat Thread

Kisi bhi story par apna review post karne ke liye is thread ka use kare — Review Thread

Rules check karne ke liye is thread ko dekho — Rules & Queries Thread

Apni story post karne ke liye is thread ka use kare — Entry Thread

Prizes
Position Benifits
Winner 1500 Rupees + Award + 30 days sticky Thread (Stories)
1st Runner-Up 500 Rupees + Award + 2500 Likes + 15 day Sticky thread (Stories)
2nd Runner-UP 5000 Likes + 7 Days Sticky Thread (Stories) + 2 Months Prime Membership
Best Supporting Reader Award + 1000 Likes+ 2 Months Prime Membership
Members reporting CnP Stories with Valid Proof 200 Likes for each report



Regards :- XForum Staff
 

parkas

Well-Known Member
28,073
62,147
303
अपडेट नंबर 001.


" आआह्ह तेज तेज धक्के मारो ना उफ्फ, यूईईईईईई कितनी तडपी हु तुम्हारे बिन।

साजिया चुदते हुए जोर जोर से सिसक रही थी। उसका शौहर नाजिम उसके उपर चढ़ कर उसे चोद रहा था और साजिया नीचे से अपनी गांड़ उछाल उछाल कर उसे पूरा सहयोग दे रही थी। साजिया लंड को जड़ तक अन्दर लेने के लिए उछल रही थी जिससे उसकी चूचियां आपस में टकरा टकरा कर थप थप की आवाज पैदा कर रही थी और नाजिम ने मदहोश होकर उसकी दोनो चुचियों को पकड़ लिया और मसलते हुए कस कस कर धक्के लगाने लगा तो साजिया के मजे की कोई सीमा नही थी और मस्ती से फिर से उसका मुंह खुलता चला गया

" आह तेज और तेज पूरी जोर से, और अंदर पूरा अंदर तक घुसाओ।


नाजिम का लंड अंत तक पूरा उसकी चूत में घुसा हुआ था और चुदती हुई साजिया उसे और अंदर घुसाने के लिए उकसा रही थी। दो मिनट की चुदाई में ही नाजिम पसीने पसीने हो गया था और साजिया की कसी हुई चूत का असर उसके लंड पर होने लगा और उसका बदन कांपने लगा तो उसने तेजी से लंड को बाहर निकाल कर जोर से उसकी चूत में घुसा दिया और उसके उपर ढेर होता चला गया। साजिया की चूत अभी ठीक से चुदी भी नही हुई थी कि आज फिर से नाजिम का काम तमाम हो गया और साजिया उसके झड़ कर ढीले होते हुए लंड को अपनी चूत को पूरी तरह से कस कर उसे बाहर जाने से रोकने लगी लेकिन उसकी एक नही चली और लंड किसी मरे हुए सांप की तरह चूत से बाहर निकलता चला गया। लंड जैसे ही पूरी तरह से बाहर निकला तो नाजिम की आंखे शर्म से झुक गई और साजिया का उत्तेजना से लाल चेहरा गुस्से से भभक उठा और बोली:"

" कभी तो मेरी आग बुझा दिया करो नाजिम। आज फिर से अधूरा हो छोड़ दिया मुझे।

नाजिम:" कितनी देर तो किया मैने, अब तुम्हारी चूत हैं ही इतनी गर्म कि मेरा लंड पिघल जाता हैं तो इसमें मेरी क्या गलती।

साजिया ने एक उंगली अपनी चूत के उपर फिराई और बोली:"

" आआआह्ह देख न कैसे भट्टी की तरह भभक रही है , थोड़ा सा आज तो चूस ले इसे

नाजिम ने उसकी बात सुनकर बुरा सा मुंह बनाया और अपनी नाक सिकोड़कर बोला:"

" छी छी, कितनी गंदी बात करती हो तुम। कितनी बार कह चुका हूं कि मुझसे गंदगी में मुंह नही डाला जाता समझी तुम।

सादिया ने एक उंगली चूत में घुसाई और नाजिम को दिखाते हुए उसे अपने मुंह में घुसा कर चूस लिया और बोली:"

" देख कुछ गंदा नही होता, कितना टेस्टी रस हैं खट्टा खट्टा सा मेरा। बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद।

नाजिम का मूड खराब हो गया और वो थोड़ा गुस्से से बोला:"

" हान मैं तो बंदर ही ठीक हु। अब खुश बस।

साजिया ने अपने होंठो पर पड़ी हुई चूत रस की एक बूंद को अपनी जीभ से चाट लिया और कामुक इशारे करती हुई बोली

" ऐसे खुश हो जाती तो बात ही क्या थी। मुझे खुश करना तुम्हारे बस का काम नही हैं समझे।

नाजिम उसकी बात सुनकर आग बबूला हो गया और बोला:"

" बहुत ज्यादा गर्मी हैं तेरे अंदर ? कोठे पर ले जाकर बिठा दू तुझे ?

साजिया के होंठो पर स्माइल आ गई और एक उंगली अपनी चूत में घुसा कर तेजी से अंदर बाहर करती हुई बोली:"

" हाय बिठा दे ना, कम से कम थोड़ी तो आग ठंडी हो मेरी। कोई तो होगा जो मेरी प्यास बुझा दे।

नाजिम उसकी बात सुनकर बिना जवाब दिए उठ खड़ा हुआ और अपने कपड़े पहन कर बाथरूम की तरफ चल दिया। साजिया नंगी ही बेड पर पड़ी रही और अपनी चूत अपनी उंगलियों से मसलती रही और उसकी दो उंगलियां उसकी चूत में घुस गई और साजिया की मस्ती भरी सिसकारियां घर में गूंजने लगी। थोड़ी देर के बाद उसकी चूत झड़ती चली गई और साजिया एक चादर ओढ़कर सो गई।

दोनो की शादी को करीब पांच साल हो गए थे। साजिया एक बिल्कुल सीधी सी गांव में पली बढ़ी मजहबी और संस्कारी लड़की थी लेकिन नाजिम ने शादी के बाद उसे सेक्स के बारे में सब कुछ बताया, चुदाई वीडियो दिखाई और साजिया पूरी तरह से परिपक्व होती चली गई। जब तो कभी अकेली पड़ी हुई चुदाई की वीडियो देखती और उसमे देखती की चूत चुसवाते समय लड़की को कितना लजीज एहसास और आनंद मिलता था तो उसकी चूत में भी चीटियां सी रेंग जाती लेकिन नाजिम इसे बहुत गन्दा समझता था। शुरू में तो सब कुछ ठीक रहा दोनो ने खूब जमकर सेक्स का मजा लिया। नाजिम खूब अच्छे से सेक्स करता था लेकिन कभी उसकी चूत नही चूसता था। साजिया फिर भी खुश था क्योंकि उसकी प्यास अच्छे से बुझ रही थी। धीरे धीरे नाजिम का लंड उसका साथ छोड़ने लगा और साजिया प्यासी की प्यासी ही रह जाती। पिछले करीब दो साल से ऐसा ही चल रहा था और साजिया हर दिन एक नई उम्मीद में अपने शौहर के लिए सजती लेकिन हर रोज सिर निराशा ही हाथ लगती और आज नाजिम एक हफ्ते के बाद वापिस आया तो साजिया की प्यास बुरी तरह से भड़की हुई थी और फिर से प्यासी रहने पर उसका गुस्सा फूट पड़ा और उसने आज पहली बार अपने शौहर को इतनी बात सुनाई थी नही तो आमतौर पर वो चुपचाप लेटकर सो जाती थी।

सादिया सोच रही थी कि उसे अपने शौहर के साथ ऐसा नहीं करना चाहिए था। उसे खुद समझ में नहीं आ रहा था कि वो इतनी गन्दी बाते कैसे कर सकती है और अब उसका शौहर उसके बारे क्या सोच रहा होगा। मुझसे बहुत बड़ी खता हो गई। ये सब सोचते सोचते जैसे तैसे साजिया नींद के आगोश में चली गई।

अगले दिन वो सुबह उठी रात जो हुआ उसकी आंखो के सामने घूमने लगा तो साजिया की आंखे भर आई। उसे समझ नही आ रहा था कि वो अब अपने शौहर से कैसे आंखे मिलाएगी, माफी किन शब्दों में मांगे। भरी हुई आंखो से उसने अपने शौहर के लिए उसकी मन पसंद खीर बनाई और उसका टिफिन पैक करने के बाद दोनो नाश्ता करने बैठ गए। नाजिम रात हुए हादसे की वजह से बेहद उदास था और बिन कुछ बोले आराम से धीरे धीरे खा रहा था वहीं साजिया को समझ नही आ रहा था कि वो कहां से शुरू करे। साजिया ने एक धीरे से एक चम्मच खीर खाई और उसने अपने शौहर की तरफ देखा तो उसका उदास चेहरा देखकर साजिया का दिल भर आया और वो खड़ी होकर उसके सामने पहुंच गई और उसने बड़ी हिम्मत से अपना चेहरा ऊपर उठाया और अपने शौहर से आंखे मिलते ही उसकी रुलाई छूट गई और वो बिना कुछ बोले अपने शौहर से कसकर लिपट गई और जोर जोर से सुबक सुबक कर रोने लगी। नाजिम किसी बुत की तरह खामोश खड़ा रहा और जैसे ही अपनी बीवी के आंसुओ से उसका दामन भीगना शुरू हुआ था उसका दिल पसीज और और वो तसल्ली देते हुए बोला

" बस करो साजिया, क्या हुआ ऐसे क्यों रो रही हो तुम ?

साजिया और जोर जोर से रोने लगी तो नाजिम से उसे अपनी बांहों में कस लिया और बड़ी मुश्किल से उसे चुप कराया और बोला:

" बस करो यार, क्या हो गया ? कुछ बताओ तो सही मुझे।

साजिया के आंसू अब काफी हद तक रुक गए थे और वो उसके सीने से लगी हुई बोली:"

" मुझे माफ कर दीजिए। रात मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई। अल्लाह की कसम मैंने वो सब पता नही किस भावना में बहकर कह दिया।

नाजिम अपनी बीवी की वजह से रात से ही मानसिक रूप से तनाव महसूस कर रहा था लेकिन अभी उसके इस तरह माफी मांगने से इसे थोड़ा सुकून मिला और वो उसे समझाते हुए बोला

" बस भी करो तुम। मैं तो भूल ही गया था और अब तुम भी भूल जाओ। रात गई बात गई।

अपने शौहर की बात सुनकर साजिया का मन थोड़ा हल्का हुआ और फिर साथ में दोनो ने खीर खाई और उसके बाद नाजिम अपने ऑफिस के लिए निकल गया तो साजिया बोली

" सुनिए शाम को थोड़ा जल्दी घर आना आप। मैं आपका इंतजार करूंगी।

नाजिम ने उसे पलट कर स्माइल दी और दरवाजा खोलकर बाहर निकल गया। साजिया घर के काम में लग गई लेकिन अभी उसके दिमाग में वही रात वाली बात घूम रही थी कि क्या उसे शौहर ने उसे सच में माफ कर दिया है।

वहीं नाजिम पूरे दिन ऑफिस के कामों में लगा तो रहा लेकिन उसका मन नही था। रह रहकर उसे साजिया की बात याद आ रही थी कि मुझे अब खुश करना तुम्हारे बस का काम नही हैं तो इसका मतलब है कि उसकी प्यास पूरी तरह से नही बुझती हैं। मतलब साजिया जिस्म की आग में झुलस रही हैं और अंदर ही अंदर घुल रही है। और रात जो हुआ वो उसकी प्यास ना बुझने का ही नतीजा था और फिर दिन मे सुबह उसने माफी भी मांगी लेकिन तीर तो कमान से रात ही निकल चुका था। रात उसने मेरी कितनी बुरी तरह से बेइज्जती करी। ये सोचते ही उसके आंखो में आंसू आ गए और उसने अपने जेब से रुमाल निकालकर अपना मुंह साफ किया और सोचने लगा कि उसने हमेशा साजिया का पूरा ध्यान रखा और कभी किसी चीज की कमी आने दी। मांगने से पहले उसकी हर एक ख्वाहिश पूरी करी लेकिन बदले में उसे क्या मिला सिर्फ बेइज्जती और बंदर कह दिया मुझे। उसने मेरे साथ ठीक नही किया और मैं कभी माफ नहीं करूंगा बल्कि इसका पूरा बदला लूंगा उससे। पूरे दिन उसके दिमाग में उथल पुथल चलती रही और शाम को घर जाने से पहले उसने एक सेक्स पावर की गोली ली ताकि आज पूरी रात उसे चोद सके ताकि उसका हमेशा के लेकर बंद कर सके। नाजिम सोच रहा रहा था कि आज रात मैं साजिया को बेड बेड घोड़ी बना बनाकर, उल्टी करके अपने नीचे मसल कर, हर तरह से पूरी बेदर्दी और कठोरता से चोदूंगा और जब वो दर्द के मारे जोर जोर से तड़प तड़प कर, कराह कर उससे छोड़ने के लिए भीख मांगने लगेगी तो उसका दर्द से तड़पता हुआ चेहरा देखकर मुझे कितना सुकून मिलेगा और मेरा बदला पूरा तब कहीं जाकर पूरा होगा।


नाजिम घर आया साजिया ने एक मुस्कान के साथ बांहे फैलाकर उसका स्वागत किया और उससे लिपट गई। नाजिम ने भी उसे अपने गले से लगा लिया और उसे ऐसा महसूस हो रहा था मानो उसकी छाती से कोई जहरीली नागिन लिपटी हुई हो। नाजिम ने अपनी आंखे बंद कर ली तो उसकी के आंखे साजिया का दर्द के मारे तड़पता कराहता चेहरा घूम उठा उसने खुशी के मारे अपनी आंखे खोल कर साजिया का माथा चूम लिया मानो बकरी के हलाल होने से पहले पहले दुलार पुचकार रहा हो।

साजिया खुश हो गई और बोली

" कैसा रहा आज आपका दिन ? काफी काम होगा आज तो ?

नाजिम:" हान काम तो बहुत था लेकिन फिर भी सब आसानी से हो गया।

साजिया ने खुशी खुशी नाजिम का गाल चूम लिया और बोली:"

" सच में आप बहुत मेहनत करते हैं मेरे लिए। चलिए अभी जल्दी से फ्रेश हो जाइए। फिर साथ में खाना खाते है।

जल्दी ही दोनो ने खाना खाया और साजिया बरतन धोने चली गई तो नाजिम ने अपनी जेब से गोली निकाल ली और उसे खा गया। थोड़ी देर बाद ही गोली का असर दिखने लगा और उसके लंड में जोरदार तनाव आना शुरू हो गया। नाजिम की आंखे वासना से लाल हो गई और गुस्से से उसकी उसकी आंखे पूरी तरह से लाल सी होकर सुलगने लगी और अपने बेडरूम में चला गया और पूरी तरह से नंगा होकर अपने जिस्म पर एक चादर लपेट कर साजिया का इंतजार करने लगा। नाजिम के जबड़े बार बार गुस्से से अपने आप भींच रहे थे और आज वो साजिया को किसी रण्डी की तरह मसलना चाहता था, चोदना नही बल्कि पेलना, ठोकना चाहता था। चाहे तो कितनी भी चींखे चिल्लाए लेकिन वो उस पर कोई रहम नहीं करने वाला था।

थोड़ी देर के बाद साजिया कमरे में दूध लेकर आई और उसके सामने खड़ी हो गई और ग्लास उसकी तरफ करते हुए बोली

" लीजिए दूध पीजिए।

नाजिम उसे उसे मुस्कुरा कर देखा और दूध का ग्लास एक तरफ रख कर उसे एक झटके से बेड पर खींच लिया और उसकी नाइटी को एक झटके से फाड़कर उसकी एक चूची को सीधे मुंह में भर लिया और चूसते हुए बोला

" आह साजिया दूध तो आज तेरी चुचियों का पी जाऊंगा।

साजिया इस तरह अचानक हुए हमले से हैरान हो गई लेकिन चूची चूसे जाने से उसे सुखद मस्ती का एहसास हुआ और सिसकते हुए बोली

" आह क्या करते हो? उफ्फ थोड़ा प्यार से कहीं भागी थोड़े ही जा रही हूं।

नाजिम ने सीधे हाथ नीचे करके उसकी चूत में एक सूखी उंगली पूरी घुसा दी तो साजिया दर्द से कराह उठी और सिसक उठी

" आह नाजिम, इतने बेसबर मत बनो। थोड़ा तो रहम करो यार।

रहम शब्द अपने बीवी के मुंह से सुनकर नाजिम की नफरत को हवा मिली और बिना कुछ बोले साजिया की दोनो टांगो को फैला दिया और उसकी सूखी चूत के छेद पर अपने लंड को रखकर एक जोरदार धक्का मारा तो साजिया के मुंह से दर्द भरी चींख निकल गई क्योंकि लंड ने बुरी तरह से उसकी चूत की नाजुक दीवारों को रगड़ दिया था। उससे पहले की साजिया कुछ संभलती नाजिम ने ताबड़तोड़ धक्के लगाने शुरू कर दिए और साजिया दर्द के मारे कराहने लगी और उसे ऊपर से धकेलने लगी तो नाजिम खुशी से झूम उठा और तेज तेज धक्के लगाने लगा तो उसकी कसी हुई बिल्कुल सूखी हुई गर्म चूत के आगे नाजिम का लंड जवाब दे गया और उसके लंड ने एक झटके के साथ उसकी चूत को भरना शुरू कर दिया तो चूत गीली हो गई और साजिया के मजा आने लगा तो मस्ती से सिसकती हुई उसके होंठो को चूसने लगी। लंड फिर से सिकुड़ कर छोटा होने लगा तो मस्ती में डूबी हुई साजिया सब लाज शर्म भूलकर आज पहली बार उसे पलटकर उसके उपर चढ़ गई और कमजोर होते लंड को अपने हाथ का सहारा देकर खुद ही अपनी चूत में घुसा लिया और उस पर कूदने लगी। नाजिम साजिया को फिर से मदहोश होते देखकर पसीने पसीने हो गया क्योंकि वो जानता था कि उसका लंड बिलकुल सिकुड़कर बाहर निकल जायेगा और वही हुआ। लंड पूरी तरह से बाहर निकल गया और साजिया जबरस्ती उसे पकड़ पकड़ कर अपनी चूत में घुसाने की कोशिश करने लगी लेकिन कामयाब नही हुई तो उसने सिसकते हुए सिकुड़ चुके लंड पर जोर जोर से अपनी चूत को आंखे पीछे रगड़ना शुरू कर दिया और अपनी दोनो आंखे बंद किए हुए खुद ही मस्ती से अपनी चूचियां मसले जा रही थी। शुरू में नाजिम साजिया पर भारी जरूर पड़ा था लेकिन अभी साजिया पूरी तरह से उसके उपर सवार हो चुकी थी और नाजिम हैरान परेशान सा चुपचाप पड़े हुए उसके उत्तेजना सा लाल भाभुका हो हुए चेहरे को देख रहा था और तभी साजिया पूरी जोर जोर से उछलने लगी और देखते ही देखते एक झटके के साथ उसके लंड पर जोर से बैठती चली गई और उसकी मस्ती की अधिकता से साजिया की आंखो की सफेद सफेद पुतलियां दिखने लगी और इसके साथ उसकी चूत झड़ती चली गई और उसकी चूत से निकलते हुए गर्म गर्म अमृत रस की गर्मी महसूस करके नाजिम झुलस सा उठा। चूत के झड़ते ही बेजान सी ऊपर गिर पड़ी और लंबी लंबी सांसे लेने लगी और नाजिम ने मजबूरी में उसे अपनी बांहों में कस लिया।

नाजिम जानता था कि वो आज फिर से पूरी तरह से बेइज्जत हो गया था क्योंकि साजिया ने आज भले ही जुबान से कुछ नही बोला था लेकिन उसकी हरकते सब बयान कर गई थी। साजिया नींद के आगोश में चली गई और नाजिम की नींद पूरी तरह से उड़ गई थी क्योंकि वो क्या सोच कर आया था और उसके साथ आज फिर से क्या हो गया।

मैं तो इसे तड़पाना चाहता हूं, कस कस कर पेलना चाहता था। अपना बदला लेना चाहता था लेकिन आज फिर से मेरी बेइज्जती हो गई। अब मुझे क्या। करना चाहिए ? कैसे अपना बदला पूरा करू ?
Nice and beautiful start of the story....
 

urc4me

Well-Known Member
21,582
35,959
258
Superb.Pratiksha romanchak kahani ke agle rasprad update ki
 

Unique star

Active Member
892
10,780
139
अगले सुबह नाजिम ऑफिस के लिए निकल गया लेकिन उसके दिमाग में रात से उथल पुथल मची हुई थी और उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि अपनी बीवी से बदला कैसे लिया जाए।

वो अपने ऑफिस में बैठा हुआ था कि तभी उसे बाहर बराबर वाले कमरे से उह आह की सिसकियां सुनाई पड़ी तो उसके कान खड़े हो गए और वो दबे पांव आगे बढ़ा कि उसके ऑफिस में कहीं कुछ कांड तो नही हो रहा है। नासिर धीरे धीरे से गेट खोलकर बाहर आया और उसने बराबर वाले कमरे में खिड़की से झांका तो उसे अब्दुल अपने मोबाइल में सेक्सी वीडियो देखते हुए दिखाई पड़ा तो नासिर ने सुकून की सांस ली। लेकिन आह उह की आवाज तेज और तेज होती जा रही थी और अब्दुल अपने लंड को सहला रहा था जो उसके लंड के बराबर ही लग रहा था। मोबाइल में क्या चल रहा है ये तो उसे नही दिख रहा था लेकिन लड़की की सिसकियां और कराह बढ़ती ही जा रही थी और मोबाइल से थप थप की जोरदार आवाज भी निकल रही थी। नासिर ये सब आवाजे दर्द भरी सिसकारियां साजिया के मुंह से सुनना चाहता था लेकिन उसका शरीर उसका लंड उसका साथ नहीं दे रहा था।

नासिर देखना चाहता था कि अब्दुल ऐसी क्या वीडियो देख रहा है तो वो वापिस अपने रूम में आ गया और उसने थोड़ी देर बाद अब्दुल को लैंड लाइन नंबर से फोन किया तो अगले ही पल अब्दुल उसके सामने खड़ा हुआ था।

अब्दुल:" सर आपने मुझे बुलाया ?

नासिर:" हान यार मेरे मोबाइल में कोई दिक्कत आ रही है और कॉल नहीं लग रही है। मुझे जरूरी कॉल करनी है तो तुम एक काम करो अपना मोबाइल मुझे दे दो। मैं थोड़ी देर बाद तुम्हे वापिस कर दूंगा।

अब्दुल ने खुशी खुशी अपना छोड़ दिया क्योंकि अपने बॉस को खुश करने का उसके लिए ये अच्छा मौका था। जैसे ही अब्दुल बाहर गया था तो नासिर ने उसका फोन उठा लिया और उसकी हिस्ट्री चेक करने लगा और जल्दी ही उसे वीडियो का लिंक मिल गया और उसने उसे कॉपी करके अपने मोबाइल पर भेज दिया और फिर ऐसे ही झूठ मूठ अपने एक दोस्त को अब्दुल के नंबर से कॉल किया और थोड़ी देर बाकचोदी करने के बाद उसने अब्दुल को फोन वापिस कर दिया।

नासिर अब आराम से वीडियो देख रहा था और एक औरत करीब उसकी बीवी की उम्र की ही थी और उसे एक तगड़ा सा लड़का बुरी तरह से चोद रहा था और लड़कियों मस्ती से सिसकियां ले रही थी और देखते ही देखते लड़का पागल सा हो गया और पीठ पर सवार होकर उसे किसी सांड की तरह पेलने लगा और लड़किया पहले मस्ती से सिसकी और फिर उसकी सिसकियां दर्द भरी आन्हो में तब्दील होती चली गई और लड़कियां के चेहरे पर दर्द साफ देखा जा रहा था और नासिर को उस लड़की में अपनी बीवी का चेहरा नजर आने लगा। साजिया बुरी तरह से तड़प रही थी और लड़का उसे तेज और तेज चोद रहा था। हर धक्का पहले से तेज पड़ रहा था और साजिया दर्द के तड़पती हुई नीचे से निकलकर भागने की कोशिश कर रही थी लेकिन लड़का पूरी तरह से उसे काबू में किए हुए चोद चोद रहा था। नासिर का लंड पूरी तरह से अकड़ गया और उसने अपने लंड को बाहर निकाला और सहलाने लगा तो उसे बेहद मजा आ रहा था। इतनी उत्तेजना उसे पहले कभी नहीं हुई थी और तेजी से अपना लंड हिलाने लगा तभी साजिया ने मर्द को धक्का दिया और उठकर बाहर की तरफ भागी लेकिन ये क्या एक दूसरे मर्द ने उसे पकड़ कर वापिस बेड पर पटक दिया और देखते ही देखते दोनो साजिया के उपर भूखे शेर की तरह टूट पड़े। साजिया उनसे छूटने की कोशिश कर रही थी लेकिन कामयाब नही हुई और दो मर्दों को एक साथ साजिया की चूचियां मसलते हुए देख कर उसे और ज्यादा मजा आने लगा और एक ने अपने साजिया की चूत को चूसना शुरू कर दिया तो साजिया की हिम्मत जवाब दे गई और उसने अपने आपको ढीला छोड़ दिया और दूसरे ने उसकी चुचियों को चूसना शुरु कर दिया तो साजिया के मुंह से मस्ती भरी सिसकारियां निकलने लगी और नासिर जोर जोर से अपना लंड हिला रहा था। देखते ही एक मर्द ने अपना तगड़ा बड़ा लंड उसकी चूत में घुसा दिया तो साजिया दर्द और मस्ती से कराह उठी और मर्द एक पलटा लेकर नीचे आ गया और साजिया उसके उपर चढ़ी हुई थी ठीक वैसे ही जैसे वो रात उसके उपर चढ़ी थी। देखते ही देखते वो उछलने लगी और उसके मुंह से मस्ती भरी सिसकारियां निकलने लगी तो मजे से उसकी आंखे बंद हो गई और साजिया उपर नीचे होती हुई मजे से चुद रही थी और उसकी गांड़ का छेद पूरी तरह से खुला हुआ था। तभी पीछे से दूसरा लंड अपने लंड को पूरी तरह से गीला किए हुए आगे बढ़ा और साजिया की गांड़ का निशाना लेते हुए एक धक्के के साथ उपर चढ़ गया और लंड उसकी कुंवारी गांड़ में घुसता चला गया और साजिया दर्द के अपना गाल फाड़कर चिल्ला उठी तो नासिर ने पूरी ताकत से अपने लंड को मसला और उसके लंड ने एक के एक बाद वीर्य की पिचकारी मारी और एक अनोखे सुख से उसकी आंखे बंद होती चली गई।

उसने मोबाइल को बंद कर दिया और थोड़ी देर के बाद अपने घर की तरफ चल पड़ा। रास्ते से उसने अपने बीवी के लिए उसकी पसंद की मिठाई और एक ड्रेस ली और घर पहुंच गया।

साजिया उसे देखकर खुश हुई और उससे लिपट गई। थोड़ी देर बाद दोनो ने खाना खाया और फिर काम खत्म करके वो अपनी बीवी का इंतजार करने लगा। थोड़ी देर के बाद साजिया आई और बेहद खूबसूरत लग रही थी। नासिर उसकी तारीफ करते हुए बोला

" क्या बात है आज बड़ी सेक्सी लग रही हो ? किस पर बिजली गिराने का इरादा हैं आज ?

अपनी तारीफ सुनकर साजिया खुश हुई और बेड पर चढ़कर उसके पास पहुंच गई और अपने बाल खोलते हुए बोली:"

" आप भी ना, जब देखो झूठी तारीफ करते हो। वैसे ही मुझे आपके सिवा यहां नजर नही आता तो आप पर बिजलियां गिरेगी आज।

नासिर:" उफ्फ तुम्हारी ये लहराती हुई रेशम की जुल्फे। मुझे गरीब पर बिजलियां गिराने का क्या फायदा भला हम तो पहले से ही तेरे आशिक हैं। सच में तुम्हारे हुस्न का जवाब नहीं बुड्ढे भी तड़प जाएंगे तुम्हे देखकर तो।

इतना कहकर उसने बैग से मिठाई निकाली तो अपनी पसंदीदा मिठाई देखकर साजिया खुश हो गई और अपने शौहर का गाल चूम कर बोली

" अच्छा जी, लेकिन मुझे बुड्ढों का क्या करना भला ?

नासिर को उसकी टांग खींचने का मौका मिल गया और बोला:"

" हान ये बात भी हैं फिर तो तुम्हे जवान लड़को पर ही बिजलियां गिरानी चाहिए ताकि तुम्हारा कुछ फायदा भी हो सके।

साजिया उसकी बात सुनकर हल्की सी नाराज हुई और इससे पहले की कुछ बोलती नासिर ने मिठाई का एक पीस उसके मुंह में घुसा का उसका मुंह बंद कर दिया और उसके होंठो पर अपने होंठ चिपका दिए और दोनो एक दूसरे के होंठ चूसते हुए मिठाई खाने लगे। मिठाई का पीस कभी नासिर तो कभी साजिया के मुंह में घूम रहा था और साजिया आज बेहद उत्तेजना महसूस कर रही थी क्योंकि उसके पति ने ये सब पहली बार किया था। जैसे ही मिठाई का पीस खत्म हुआ तो नासिर ने अपने बैग से नाइटी निकाली और साजिया का चेहरा चांद की तरह खिल उठा। आज उसका पति एक के एक बाद उसे सरप्राइज दे रहा था और साजिया सच में बेहद खुश थी।

साजिया:" वाउ नासिर, कितनी खूबसूरत नाइटी हैं। सच में तुम्हारी पसंद की दाद देनी पड़ेगी।

नासिर ने साजिया का मुंह चूम लिया और बोला:"

" हान मेरी पसंद हमेशा जबरदस्त होती हैं जैसे तुम।

साजिया फिर से शर्मा गई और बोली:"

" बस बस जी, मेरा क्या लेकिन नाइटी सच में खुबसरत हैं।


नासिर:" अब ये खुबसूरत नाइटी पहनो तो मुझे पता चले कि तुम ज्यादा खूबसूरत हो या नाइटी।

साजिया:" तो फिर खुद ही पहना दीजिए ना मुझे।

इतना कहकर साजिया ने अभी नाइटी उतार दी तो मात्र ब्रा पेंटी में उसका कसा हुआ जिस्म किसी शोले की मानिंद चमक उठा। नासिर उसके पीछे आया और उसकी ब्रा के उपर से ही उसकी चुचियों को सहलाकर बोला:"

" उफ्फ साजिया सच में देखो ना तुम्हारी चूचियां बेहद हसीन हैं। क्या जबरदस्त उठान है इनका ? शुक्र मनाओ कि तुम बुर्का पहन कर जाती हो नही तो किसी की इन पर नजर पड़ गई तो मोहल्ले में आग लग जायेगी।

साजिया की चूची सहलाए जाने से उसके बदन में मस्ती भरी उत्तेजना दौड़ गई और अपनी चूची की तारीफ सुनकर उन्हें उपर की तरह उभार कर अपने शौहर के हाथो में थमाती हुई बोली:"

" बस करो आप न कितनी तारीफ करते हो। सबकी ही तो ऐसी होती हैं और फिर भला मोहल्ले में लड़ाई क्यों हो जायेगी भला ?

नासिर ने उसकी ब्रा को खोल दिया तो साजिया की नंगी कसी हुई तनी हुई चूचियां एक झटके से नंगी हो गई और नासिर ने अपने हाथो में पूरी तरह से भर लिया और मसलते हुए बोला:"

" सच में तेरी चूचियां सबसे बेहतर हैं साजिया, उफ्फ कैसी गोल कड़क हैं। तेरी चुचियों का तो कटाव देखकर ही लोग तड़प जाएंगे।

साजिया को अपनी तारीफ अच्छी लग रही थी और नासिर ने धीरे से अपने कपड़े उतार दिए और पूरी तरह से नंगा हो गया तो उसका खड़ा लंड साजिया की पेंटी में कसी हुई गांड़ से टकराया तो साजिया मस्ती से सिसक उठी और बोली:"

" उफ्फ आप तो नंगे हो गए, लगता हैं सबसे पहले आप ही मेरी चुचियों को देख कर तड़प उठे।

नासिर ने उसकी पैंटी को भी एक झटके से उतार और उसे नंगी लेकर अपनी रजाई में घुस गया और उसका लंड साजिया की चूत के आस पास छू रहा था और साजिया का बदन एक बार से पूरी तरह से गर्म हो गया और नासिर ने अपना मोबाइल उठाया और बोला:"

" आज वीडियो देखते हुए मस्ती करते हैं ना, पूरा मजा आयेगा।

इतना कहकर उसने मोबाइल में दिन वाली वीडियो को चला दिया और लड़का अभी लड़की के साथ रोमांस कर रहा था और उसकी चुचियों को मसलते हुए किस कर रहा था। साजिया उसे ध्यान से देखने लगी और लड़के ने लड़की की चुचियों को नंगा कर दिया तो नासिर उसकी चुचियों दबाते हुए बोला:"

"आह देखो ना साजिया इसकी चूचियां बिल्कुल तुम्हारे जैसी ही मस्त मस्त है।

साजिया पूरी तरह से बहक गई और बोली:" आआआह्ह्ह नासिर इसकी तो उम्र भी बिलकुल मेरे जितनी हो लग रही है।

नासिर साजिया की टांगो को खोलते हुए लंड को उसकी चूत पर रगड़ते हुए बोला:"

" आहा साजिया तेरी चूत तो पूरी गीली हो गई है। ध्यान से देखो ना मुझे तो ये साजिया ही लग रही हैं इसकी सूरत देखो ना बिलकुल तुम्हारे जैसी ही तो है।

लंड चूत पर लगते ही साजिया बदहवास सी हो और जोर से सिसकी लेकर बोली:"

" आआह्हह सच में नासिर, मैंने तो अभी ध्यान दिया। बिलकुल मेरे जैसी ही तो है।

नासिर ने उसकी एक हाथ उठाकर उसकी एक चूची को मुंह में भर लिया और साजिया मस्ती से भर उठी और देखते ही देखते वीडियो मे लड़का नंगा हो गया तो उसका लंड देखकर साजिया के चेहरे का रंग उड़ गया और नासिर ने उसे देखा तो साजिया पूरे ध्यान से लंड को देख रही थी जो नासिर के लंड से काफी बड़ा और मोटा लग रहा था। साजिया ने मदहोशी में खुद ही हाथ नीचे करते हुए अपनी एक उंगली को चूत में घुसा लिया और सिसक उठी तो नासिर ने उसकी चूत में घुसी हुई उंगली को अपने हाथ से पकड़ लिया और बोला:"

" आह देख न इसका लंड कितना बड़ा हैं साजिया। आज ये वाली साजिया तो पूरा लंड ले जाएगी।

अपने शौहर की बात सुनकर साजिया शर्म से अपनी पानी हो गई और उसकी नजरे झुक गई तो नासिर ने उसकी चूची को छोड़कर अपने होंठो को उसकी गर्दन पर टिका दिया और चूसते हुए बोला

" आआह्ह्हह इसका लंड बड़ा हैं साजिया बोलो ना ?

साजिया ने शर्म से अपनी आंखे बंद कर ली तो नासिर ने उसकी उंगली को उसकी चूत में घुमाना शुरु कर दिया तो साजिया मस्ती से सिसक उठी तो नासिर फिर से बोला:"

" बताओ ना साजिया, बड़ा हैं इसका लंड !! देखो ना कितना बड़ा हैं।

साजिया का पूरा बदन कांप रहा था। लंड तो सच में बड़ा था लेकिन अपने शौहर के सामने बोलने की हिम्मत उसमे नहीं थी तो आंखे बंद किए ही बोली:"

"आह्ह्ह्ह्ह मुझे नहीं पता।

साजिया की सिसकी और उनके जवाब मुझे नही पता से नासिर से समझ गया कि साजिया को लंड पसंद आया है लेकिन उसके सामने बोलने की हिम्मत नही हैं तो नासिर ने धीरे से अपनी एक उंगली को उसकी चूत में घुसा दिया तो साजिया दर्द और मस्ती से सिसक उठी। नासिर ने साजिया की चूत में घुसी हुई उसकी पतली सी उंगली को अपनी उंगली से पकड़ लिया और साजिया का पूरा बदन जोर जोर से मस्ती से हिलने लगा और अपनी उसकी उंगली को अपनी उंगली की मदद से उसकी चूत में घुमाने लगा तो साजिया ने पागल सी होकर उसका लंड पकड़ लिया और अपनी चूत पर के उपर खुद ही रगड़ने लगी। नासिर को लगा कि अब सही समय हैं उसने साजिया की कान की लौ को हल्के से काट दिया और फिर से बोला:"

"आआआह्ह्ह्ह साजिया बता ना मेरी जान, बड़ा है ना इसका लंड ?


सादिया आंखे बंद किए हुए ही मस्ती से सिसकते हुए बोली

" आह नासिर बड़ा है इसका,

नासिर के लंड ने एक जोरदार झटका खाया और बोला:"

" अह्ह्ह्हह मेरी जान, तेरी चूत कितनी कसी हुई है। क्या बड़ा हैं इसका बता ना

साजिया ने नासिर के लंड को जोर से दबा दिया और बोली

" आह नासिर, ये बड़ा हैं ये।

नासिर उसकी इस अदा पर बेकाबू सा हो गया और उसकी चूत को जोर से रगड़ते हुए बोला

" आह आंखे खोलकर बताओ ना साजिया? देखो ना कितना बड़ा हैं इसका ठीक से ?

इतना कहकर उसने जोर से अपने लंड के सुपाड़े का दबाव दिया तो साजिया को उसकी चूत जिसमे पहले से ही दो उंगलियां घुसी हुई थी खुलती हुई सी महसूस हुई और उसकी आंखे खुल गई और वो मोबाइल में लंड को देखने लगी और पागल सी होते हुए बोली:"

" आह बड़ा हैं नासिर, बहुत बड़ा हैं इसका लंड।

मस्ती से बौखलाई हुई साजिया ने लंड भी बोल दिया और नासिर ने अपना चेहरा उसके चेहरे के ठीक सामने कर दिया और उसकी आंखो में आंखे डाल कर बोला:"

" सच में बड़ा हैं ना साजिया इसका लंड ?

इतना कहकर उसने एक तगड़े धक्के के साथ लंड का सुपाड़ा उसकी चूत में घुसा दिया तो साजिया के चेहरे पर दर्द भरी लकीर उभर आई और मस्ती से सिसक कर अपने दांतो से अपना होंठ काटते हुए बोली

" आआह्ह्हह बड़ा हैं, नासिर सच में बहुत बड़ा, आह तेरे लंड से भी बड़ा बहुत बड़ा।

इतना कहकर साजिया उससे कसकर लिपट गई और उसके होंठ चूसने लगी। नासिर ने उसके मुंह में अपनी जीभ घुसा दी और दोनो एक मस्ती से किस में डूब गए। नासिर ने देखा कि लड़के ने अपने लंड को लड़की की चूत पर टिका दिया था तो उसने साजिया का मुंह मोबाइल पर घुमा दिया और बोला:"

" आह देख न साजिया, दूसरी साजिया बिलकुल तेरे जैसी बड़े लंड से चुदने वाली है।

साजिया की चूत पानी पानी हो गई थी और वो मोबाइल में देखने लगी तभी लड़के ने एक जोरदार धक्के के साथ पूरा लंड लड़की की चूत में जड़ तक घुसा दिया और लड़की के मुंह से आह निकली लेकिन साजिया में मुंह से निकली जोरदार चींख के आगे दबती चली गई। साजिया ऐसे चिल्लाई थी मानो लंड लड़की की नही बल्कि उसकी चूत में घुस गया था। साजिया जोर जोर से अपनी चूत को लंड पर उछालने लगी और नासिर ने भी तेजी से उसकी और अपनी उंगली तेजी से बाहर निकालते हुए एक जोरदार धक्के के साथ पूरा लंड उसकी चूत में घुसा दिया तो साजिया मस्ती से कराह उठी और उसने हल्की नाराजगी से नासिर की तरफ देखा मानो उससे पूछ रही हो कि उंगली को क्यों बाहर निकाल लिया।

नासिर ने तेजी से धक्के मारने शुरू कर दिए और साजिया जोर जोर से सिसकने लगी। साजिया देख रही थी कि लड़की पहले तो दर्द से कराह रही थी लेकिन अब मस्ती से उछल उछल कर चुद रही थी तो उसने अपनी उंगली से नासिर की एक उंगली को पकड़ते हुए उसे अपनी चूत पर टिका दिया और अंदर की तरफ घुसाने लगी तो नासिर जोर से धक्का मारकर बोला:"

" आआह देखा न साजिया ये दूसरी साजिया कैसे मस्ती से चुद रही है बड़े लंड से ?

साजिया अपने उंगली के साथ उसकी उंगली को भी अपनी चूत में जबरदस्ती घुसाने की कोशिश करते हुए बोली

" आआह्ह्हह नासिर, बड़े लंड से चुद रही है ये। उफ्फ कितना ज्यादा बड़ा है, दर्द हो रहा होगा बहुत इसे ?

नासिर ने साजिया की उंगली को अपनी उंगली में पकड़ लिया और
चूत के छेद पर अंदर बाहर होते लंड पर रगड़ने लगा और बोला:"

" आआआह्हह् दर्द नही मजा आ रहा है बड़े लंड से इसे, देख ना कैसे मस्ती से सिसक रही है। कौन ये बताओ ना

इतना कहकर उसने साजिया की उंगली को आधा उसकी चूत में घुसा दिया तो साजिया मस्ती से बावली से हो गई और सिसक उठी:"

" आह्ह्हह नासिर साजिया हैं ये साजिया। कितने मजे कर कर रही हैं उफ्फ।

नासिर ने अपनी उंगली को भी आधी उसकी चूत में घुसा दिया तो साजिया दूसरे हाथ से खुद ही अपनी चूची मसलने लगी तो नासिर ने एक झटके के साथ दोनो उंगलियों पर दबाव देते हुए बोला:"

" आआह्ह्हह मेरी जान साजिया ही हैं ये, आआआह्हह्ह् बताओ ना साजिया कर रही हैं ?

दोनो उंगलियों को एक साथ अपनी चूत में घुसते हुए देखकर साजिया का धैर्य जवाब दे गया और वो सब लाज शर्म छोड़कर सिसक उठी

" आआह्ह्हह नासिर, साजिया तेरी जान साजिया बड़े लंड से चुद रही है। उछल उछल कर चुद रही थी, तड़प तड़प कर चुद रही।

नासिर उसकी बात सुनकर पूरे जोश में आ गया और एक झटके के साथ दोनो उंगलियों को लंड के साथ उसकी चूत में उतार दिया तो साजिया के मुंह से दर्द भरी कराह निकल पड़ी। लड़का अब पूरी ताकत से पूरी बेदर्दी से लड़की को चोद रहा था और साजिया पागल सी हुई उसे देखे जा रही थी और अपनी चूत उछाल रही थी तभी नासिर के लंड में उबाल आने लगा तो उसने खुद को झड़ने से रोकने के लिए लंड को चूत में हो रोक दिया। साजिया तड़प उठी क्योंकि मोबाइल में लड़के की चोदने की गति तेज और तेज पूरी तेज होती जा रही थी और लड़की उसके नीचे पड़ी हुई दर्द से कराह रही थी। साजिया चूत को लंड पर हिलाने लगी तो नासिर के मुंह से सिसकियां निकलने लगी और साजिया चूत में अपनी उंगली के साथ साथ नासिर की उंगली आगे पीछे करने लगी। साजिया देख रही थी कि अब लड़का पूरी तरह से लड़की पर हावी हो गया था और उसकी पीठ पर चढ़कर उसे पागल सांड की तरह पटक पटक कर चोद रहा था और लड़की दर्द के मारे चिल्ला रही थी। तभी लड़की इसकी पकड़ से छूट गई और निकल कर भागी लेकिन गेट पर उसे दूसरे मर्द ने पकड़ लिया और बेड पर पटक कर उसकी बिना कुछ कहे सीधे उसकी चूत चूसने लगा तो साजिया ने पागल सी होकर अपनी चूत रस से भीगी हुई उंगली को अपने मुंह में घुसा लिया और चूसने लगी। साजिया की ये हरकत देख कर नासिर से अब बर्दाश्त नही हुआ और उसने अपने लंड को जोर से बाहर खींचा और एक आखिरी धक्के के साथ उसकी चूत मे उतार दिया और इसके साथ ही उसका लंड झड़ता चला गया। साजिया की चूत भी मोबाइल में चूत चूसते हुए देखकर थर्रा उठी और उसने अपना रस छोड़ दिया। दोनो अभी अपने सांसे दुरुस्त कर ही रहे हैं कि मोबाइल में लड़की की जोर से दर्द भरी कराह निकल पड़ी। साजिया ने देखा तो उसकी आंखे फटी की फटी रह गई। लड़की के उपर दो मर्द एक साथ चढ़े हुए थे और उसकी चूत गांड़ दोनो में लंड घुसे हुए थे। साजिया ये सब देखकर अपने शौहर से कसकर लिपट गई और नासिर ने मोबाइल को बंद कर दिया और दोनो पूरी तरह से थक गए थे इसलिए बिना और कुछ बात किए एक दूसरे से लिपट कर सो गए।
 
Top