Jiashishji
दिल का अच्छा
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Super update..अब आगे.......
सुबह सुबह हमारी ट्रेन देहरादून के स्टेशन में पहुंच गई, में उठकर सारे समान को इकट्ठा करने लगा और फिर ईशू को जगाया ,, ईशू ....ईशू बहन उठ चल घर पहुँच गए ईशू...... तब बहन ने भी अंगड़ाई लेकर जावब दीया ,,, गुड मॉर्निंग भाई ,,,, पहुँच गये वहः!!!
मेने भी गुड मॉर्निंग कहा और फिर समान लेकर ट्रेन से बाहर निकलने लगे ।
ईशू-- भाई कैसे जाएंगे ?
में-- देखते है कोई ऑटो या टैक्सी करते है ।
ईशू-- भाई टेक्सी मत करो वो ज्यादा पैसे मांगेगे इसलिए ऑटो कर लो।
में-- ठीक है और में फिर ऑटो वाले से बात करने लगा और सही रेट में तय भी हो गया, मेने समान ऑटो में रखा और ईशू को बैठने को कहा।
ईशू-- भाई कितने में हुआ ऑटो?
में-- ढाई सौ रुपये में।
ईशू--ओके कुछ ज्यादा ही महँगा न लिऐ इसने पैसे,,
में-- कोई नही ठीक है,, फिर हम घर की ओर निकल पड़े । आधे घंटे का रास्ता है घर तक का। ,,,,,, फिर मेने ईशू से पूछा कि केसी लगीं तुम्हे यात्रा ?
ईशू-- भाई मस्त थी बहुत मज़ा आया और वहा का खाना तो बहुत ही लाजवाब था खास करके मोमो ओर क्रिमरोल,,,
में-- ह्म्म्म वहः तो है एक बार फिर लेके चलना पड़ेगा तुम्हे वहा फिर हां हां हांहस्ते हुए ,,,,बाकी तेरा पेपर तो ठीक गया न?
ईशू-- ह्म्म्म जरूर भाई जाएंगे एक बार फिरसेहँसन्ति हुई,,,, बिल्कुल पेपर बहुत ही अच्छा गया और भाई जो जो मेने पड़ा था वही लगभग सारा आया।
में-- गुड शाबास । भगवान करे तेरा सलेक्शन हो जाये । फिर हम घर पहुच गए ,, चाची ने गेट खोला फिर मुलाकात हुई मेने चलने को कहा तो चाची बोली थोड़ा रुको बेटा चाय बनाती हूं , मेने जी ठीक है कह के सारा सामान उतार कर घर मे रख दिया और पानी मांगा चाची से।
चाची-- ले बेटा ओर सुनाओ कैसा रहा वहा पर सब ठीक था ,
में -- जी बहुत अच्छा रहा चाची ।
चाची-- ईशू बेटा तुम्हारा पेपर कैसा गया ?
ईशू-- माँ बहुत ही अच्छा गया, जो पड़ा था वही आया सारा लगभग बस दो चार प्रश्न रह गए थे पर मैने उन्हें भी अपने हिशाब से सही किया और बाकी अब देखते है दो तीन महीने बाद रिजल्ट घोषित किया जाना है तब पता चलेगा।।
चाची-- भगवान तेरा हो जाये बस ।।
में --अरे चाची परेशान मत हो ईशू का नाम जरूर आएगा।
चाची-- ह्म्म्म ऐसा ही हो रवि बेटा,,, तूने भी बहुत मद्त की इसकी ओर हमारी नही तो दूसरे शहर में कौन था हमारा ओर तेरे चाचा की भी छुटी नही थी ऐसे में तेरा यह उपकार नही भूलूंगी में ।
में--नही चाची यह तो मेरा फर्ज है और ईशू मेरी भी तो बहन है बस ।
चाची--- ह्म्म्म,,, ये बताओ वहा खाना पीना ओर कई घूमे भी,
में-- घूमना कहा था बस ईशू अपनी पढ़ाई करती रहती थी और खाना तो वाकई में लाजवाब था।
चाची-- वऊऊ ,,
ईशू--माँ पता है वहा पर क्या फेमस था खाने को?
चाची-- क्या?बताओ
ईशू-- माँ वहाँपर न मोमो स्प्रिगरोल ओर क्रिमरोल बहुत ही फेमस है।
चाची--अच्छा तो तुम्हारे भैया ने क्या क्या खिलाया फिर तुम्हे?
ईशू--सब कुछ मोमो स्प्रिगरोल क्रिमरोल सब खायें ओर माँ जी यहाँ के क्रिमरोल तो बेकार होते है पर वहा के बहुत ही सॉफ्ट बड़े और ज्यादा क्रीमी ,,,मोमो बहुत ही सॉफ्ट ओर तीखे, स्प्रिगरोल लाजवाब।
चाची-- अच्छा ठीक है तुंमने क्या खाया और भाई ने,
ईशू--माँ हम दोनों ने सारी चीजें खाई।
में-- ओर चाची ये ईशू तो कह रही कि भाई एक बार ओर जाना है वहा पर ।
चाची-- ठीक है चले जाना कभी भी। अच्छा में चाय लाती हूं ,
में-- फिर मेने चाय पी ओर अब अपने घर को आने लगा तभी ईशू बोली भैया ठीक है कल मिलते है में श्याम को आऊंगी,, मेने भी ओके कहा और चाची से मिलकर आ गया घर पर अपने।
घर आया हाथ मुह धोकर आराम करने लगा क्योंकि रात भर ट्रेन में जगा था में, अगले दिन स्याम को ईशू बहन घर आई हमारे ओर सभी परिवार जनों से मिली , मेरे घर मे मां पापा भाई बहन सब है ।
ईशू --भैया आपके जॉब का कब तक होगा ,
में--बस दो चार दिन में चंडीगढ़ जा रहा हु वहा पर एक कम्पनी में सेल्क्सन हुआ है मेरा ,
ईशू--वहां बधाई हो भाई ,,
में --धन्यवाद ईशू बहन,
ईशू-- सैलरी कितनी दे रहे है वहा,
में-- बीस हजार समथिंग,
ईशू-- ठीक है भाई पहले शुरू में ये ऐसे ही देते है और फिर धिरे धिरे बड़ा देते है ,
में--हाँ बिल्कुल,
ईशू--भाई मुझे भी ले जाओगे कभी ,
में -- अरे जब तेरी इच्छा हो तब कह देना में तुझे ले आऊंगा ओके,
ईशू-- ठीक है भाई पक्का,
में -- तू पढ़ाई पे अभी ध्यान लगा, जब तेरा सेल्क्सन हो जायेगा तो में तेरे लिए स्पेशल गिफ्ट लाऊंगा ,
ईशु-- ठीक है भाई पर वेसे क्या लाओगे आप गिफ्ट मेरे लिए ?
में-- वो राज की बात है और वेसे भी पहले ही बता दिया तो गिफ्ट का क्या महत्व रह जाता है,
ईशू--ओऊ के भाई जैसे आपकी इच्छा,,
!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!
फिर हमने ढेर सारी बातें की ओर फिर ईशू घर को चली गयी, कुछ दिनों बाद में भी चंडीगढ़ जॉब पर चला गया, में अपने काम मे ब्यस्त हो गया समय कब बिता पता ही नही चला मुझे ओर लगभग दो साल हो गए ,एक दिन दिन में ईशू का फोन आया ,,
ईशू--हेलो भाई कैसे हो ,
में--ठीक हूं बहन तू सुना घर मे सब कैसे है ,
ईशु-- सब बढ़िया है भाई,
में--तेरा क्या हुआ रिजल्ट का,।
ईशू-- भाई हो ,
में -- शाबास बेटा अब तो पार्टी बनती है मेरे लिए तेरी ओर से
ईशू-- बिल्कुल भाई जब आओगे तब मिल जाएगी पार्टी आपको ,
में-- अच्छा में अभी ड्यूटी में हु तो रात को बात करते है और वीडियो कॉल करना 8बजे तक ,
ईशू-- ओके भाई,
फिर मेने फोन काट दिया और अपने काम पर लग गया ।घर
आके मेने थोड़ा काम किया और रात को जल्दी से मैने खाना बना दिया क्योंकि बहन का फोन आना था , फिर कुछ देर बाद मेरे फोन की रिंग बजी मेने उठाया तो ईशू बोली हेलो भैया ,,,
में -- कैसी हो बहन,
ईशू-- ठीक हूं भाई,
में-- अरे ईशू तू तो बड़ी हो गई अब ,
ईशू--हाँ तो क्या में हमेशा छोटी ही रहूंगी भाई,
में-- अरे न रे ,, खेर सुना दो साल बाद देख रहा हूँ तो इसलिए कहा ,
ईशू--ह्म्म्म भाई और आप भी ,
में-- दोस्तो ईशू अब एकदम जवान हो गई थी उसका शरीर पहले की तरह नही रह गया था उसमें काफी परिवर्तन हो चुके थे और जो एक सामान्य तौर पर सबके साथ होता है,खेर अब ईशू बीस साल की हो चुकी थी,
ईशू-- भाई कहा खो गए आप बात तो करो,
में --अरे नही कुछ नही बस यूं ही ,, अच्छा वेसे तू जीन्स टॉप में अच्छी लग रही है,
।।आपके लिऐ दोस्तों एक फोटो है ईशू की।।
ईशू-- ओह,, हो,, धन्यवाद भाई
में-- सच मे ,, अब लगता है जल्दी ही तेरी शादी करनी पड़ेगी,,,,
ईशू-- अरे न भाई अभी तो उसका कोई नम्बर नही है अभी मुझे पढ़ाई में करियर बनाना है बस शादी वादी तो बाद कि बात है,
में -- ह्म्म्म सही कह रही तू,,पता ही नही चला कि रात के दस बज गए मेने उसे कहा कि अब किसी ओर दिन बात करंगे ,
ईशू-- बाए बाए भैया,,
मेने फिर फोन काट दिया और फोन में ईशू की वीडियो चला दी क्योंकि अभी उसे देख कर मेरा मन खराब हो गया क्योंकि अब उसके शरीर मे बहुत ज्यादा बदलाव हो चुका है आजसे दो साल पहले उसके नींबू छोटे थे पर अब देखकर लग रहा कि अब ईशू के नींबू बदल चुके है अब वहः बड़े बड़े माल्टे हो गये है,शरीर भी काफी चौड़ा एवं सुडौल हो गया कुलमिलाकर कहे तो एक दम मस्त हो गई है सम्पूर्ण व्यस्क लड़की ,,,
अब लगता है कि ईशू बहन की घुड़सवारी करनी पड़ेगी , खेर मेने उसका वीडियो देखकर उसके नाम का अपना गर्म गर्म माल निकाला दिया,, ओर मन ही मन उसे पाने की ललक बढ़ने लगी उसके नींबू चूसने का मन कर रहा था पर यहाँ रहकर कुछ न हो सकता था उसके लिऐ मुझे या उसे यहाँ वहाँ आना पड़ेगा,
::अब थोड़ा ईशू बहन के रूप एवं शरीर का वर्णन::
दोस्तों ईशू बहन का शरीर एकदम सुडौल हष्ट पुष्ट है, उसकी गर्दन किसी जिराफ की तरहः लम्भी ओर सुरसुरी सी है, आँखे काली जैसे कोई गहरी झील हो , नाक किसी पर्वत की तरहः एक दम अड़ी हुई, होंठ गुलाबी अमृत रस से भरी हुई,हाथ पैर सुराई से,छाती जैसे कई विशाल भार को ग्रहण किये हुए और उसमें दो बड़े बड़े स्तनों ने तो चार चांद लगा रखे है, नितंब जैसे दो पहाड़ के बीच की गहरी खाई हो जिसमें जो जाए वो समा जाएं, योनि की रूपरेखा अभी नही पता उसके लिए तो पहले ईशू की जुताई करनी पड़ेगी तब बताऊंगा आपको लोगो को पर इतना बात दु की सब लील जाएंगी वो?
दोस्तों यह था एक छोटा सा रूपवर्णन ईशू का बाकी तो जब उसकी मिलेगी तभी संभव होगा सही से बताना,,,,
जारी है..........आगे भी........:::::::
Nice updateअब आगे.......
सुबह सुबह हमारी ट्रेन देहरादून के स्टेशन में पहुंच गई, में उठकर सारे समान को इकट्ठा करने लगा और फिर ईशू को जगाया ,, ईशू ....ईशू बहन उठ चल घर पहुँच गए ईशू...... तब बहन ने भी अंगड़ाई लेकर जावब दीया ,,, गुड मॉर्निंग भाई ,,,, पहुँच गये वहः!!!
मेने भी गुड मॉर्निंग कहा और फिर समान लेकर ट्रेन से बाहर निकलने लगे ।
ईशू-- भाई कैसे जाएंगे ?
में-- देखते है कोई ऑटो या टैक्सी करते है ।
ईशू-- भाई टेक्सी मत करो वो ज्यादा पैसे मांगेगे इसलिए ऑटो कर लो।
में-- ठीक है और में फिर ऑटो वाले से बात करने लगा और सही रेट में तय भी हो गया, मेने समान ऑटो में रखा और ईशू को बैठने को कहा।
ईशू-- भाई कितने में हुआ ऑटो?
में-- ढाई सौ रुपये में।
ईशू--ओके कुछ ज्यादा ही महँगा न लिऐ इसने पैसे,,
में-- कोई नही ठीक है,, फिर हम घर की ओर निकल पड़े । आधे घंटे का रास्ता है घर तक का। ,,,,,, फिर मेने ईशू से पूछा कि केसी लगीं तुम्हे यात्रा ?
ईशू-- भाई मस्त थी बहुत मज़ा आया और वहा का खाना तो बहुत ही लाजवाब था खास करके मोमो ओर क्रिमरोल,,,
में-- ह्म्म्म वहः तो है एक बार फिर लेके चलना पड़ेगा तुम्हे वहा फिर हां हां हांहस्ते हुए ,,,,बाकी तेरा पेपर तो ठीक गया न?
ईशू-- ह्म्म्म जरूर भाई जाएंगे एक बार फिरसेहँसन्ति हुई,,,, बिल्कुल पेपर बहुत ही अच्छा गया और भाई जो जो मेने पड़ा था वही लगभग सारा आया।
में-- गुड शाबास । भगवान करे तेरा सलेक्शन हो जाये । फिर हम घर पहुच गए ,, चाची ने गेट खोला फिर मुलाकात हुई मेने चलने को कहा तो चाची बोली थोड़ा रुको बेटा चाय बनाती हूं , मेने जी ठीक है कह के सारा सामान उतार कर घर मे रख दिया और पानी मांगा चाची से।
चाची-- ले बेटा ओर सुनाओ कैसा रहा वहा पर सब ठीक था ,
में -- जी बहुत अच्छा रहा चाची ।
चाची-- ईशू बेटा तुम्हारा पेपर कैसा गया ?
ईशू-- माँ बहुत ही अच्छा गया, जो पड़ा था वही आया सारा लगभग बस दो चार प्रश्न रह गए थे पर मैने उन्हें भी अपने हिशाब से सही किया और बाकी अब देखते है दो तीन महीने बाद रिजल्ट घोषित किया जाना है तब पता चलेगा।।
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में --अरे चाची परेशान मत हो ईशू का नाम जरूर आएगा।
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में--नही चाची यह तो मेरा फर्ज है और ईशू मेरी भी तो बहन है बस ।
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में-- घूमना कहा था बस ईशू अपनी पढ़ाई करती रहती थी और खाना तो वाकई में लाजवाब था।
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चाची-- क्या?बताओ
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चाची--अच्छा तो तुम्हारे भैया ने क्या क्या खिलाया फिर तुम्हे?
ईशू--सब कुछ मोमो स्प्रिगरोल क्रिमरोल सब खायें ओर माँ जी यहाँ के क्रिमरोल तो बेकार होते है पर वहा के बहुत ही सॉफ्ट बड़े और ज्यादा क्रीमी ,,,मोमो बहुत ही सॉफ्ट ओर तीखे, स्प्रिगरोल लाजवाब।
चाची-- अच्छा ठीक है तुंमने क्या खाया और भाई ने,
ईशू--माँ हम दोनों ने सारी चीजें खाई।
में-- ओर चाची ये ईशू तो कह रही कि भाई एक बार ओर जाना है वहा पर ।
चाची-- ठीक है चले जाना कभी भी। अच्छा में चाय लाती हूं ,
में-- फिर मेने चाय पी ओर अब अपने घर को आने लगा तभी ईशू बोली भैया ठीक है कल मिलते है में श्याम को आऊंगी,, मेने भी ओके कहा और चाची से मिलकर आ गया घर पर अपने।
घर आया हाथ मुह धोकर आराम करने लगा क्योंकि रात भर ट्रेन में जगा था में, अगले दिन स्याम को ईशू बहन घर आई हमारे ओर सभी परिवार जनों से मिली , मेरे घर मे मां पापा भाई बहन सब है ।
ईशू --भैया आपके जॉब का कब तक होगा ,
में--बस दो चार दिन में चंडीगढ़ जा रहा हु वहा पर एक कम्पनी में सेल्क्सन हुआ है मेरा ,
ईशू--वहां बधाई हो भाई ,,
में --धन्यवाद ईशू बहन,
ईशू-- सैलरी कितनी दे रहे है वहा,
में-- बीस हजार समथिंग,
ईशू-- ठीक है भाई पहले शुरू में ये ऐसे ही देते है और फिर धिरे धिरे बड़ा देते है ,
में--हाँ बिल्कुल,
ईशू--भाई मुझे भी ले जाओगे कभी ,
में -- अरे जब तेरी इच्छा हो तब कह देना में तुझे ले आऊंगा ओके,
ईशू-- ठीक है भाई पक्का,
में -- तू पढ़ाई पे अभी ध्यान लगा, जब तेरा सेल्क्सन हो जायेगा तो में तेरे लिए स्पेशल गिफ्ट लाऊंगा ,
ईशु-- ठीक है भाई पर वेसे क्या लाओगे आप गिफ्ट मेरे लिए ?
में-- वो राज की बात है और वेसे भी पहले ही बता दिया तो गिफ्ट का क्या महत्व रह जाता है,
ईशू--ओऊ के भाई जैसे आपकी इच्छा,,
!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!
फिर हमने ढेर सारी बातें की ओर फिर ईशू घर को चली गयी, कुछ दिनों बाद में भी चंडीगढ़ जॉब पर चला गया, में अपने काम मे ब्यस्त हो गया समय कब बिता पता ही नही चला मुझे ओर लगभग दो साल हो गए ,एक दिन दिन में ईशू का फोन आया ,,
ईशू--हेलो भाई कैसे हो ,
में--ठीक हूं बहन तू सुना घर मे सब कैसे है ,
ईशु-- सब बढ़िया है भाई,
में--तेरा क्या हुआ रिजल्ट का,।
ईशू-- भाई हो ,
में -- शाबास बेटा अब तो पार्टी बनती है मेरे लिए तेरी ओर से
ईशू-- बिल्कुल भाई जब आओगे तब मिल जाएगी पार्टी आपको ,
में-- अच्छा में अभी ड्यूटी में हु तो रात को बात करते है और वीडियो कॉल करना 8बजे तक ,
ईशू-- ओके भाई,
फिर मेने फोन काट दिया और अपने काम पर लग गया ।घर
आके मेने थोड़ा काम किया और रात को जल्दी से मैने खाना बना दिया क्योंकि बहन का फोन आना था , फिर कुछ देर बाद मेरे फोन की रिंग बजी मेने उठाया तो ईशू बोली हेलो भैया ,,,
में -- कैसी हो बहन,
ईशू-- ठीक हूं भाई,
में-- अरे ईशू तू तो बड़ी हो गई अब ,
ईशू--हाँ तो क्या में हमेशा छोटी ही रहूंगी भाई,
में-- अरे न रे ,, खेर सुना दो साल बाद देख रहा हूँ तो इसलिए कहा ,
ईशू--ह्म्म्म भाई और आप भी ,
में-- दोस्तो ईशू अब एकदम जवान हो गई थी उसका शरीर पहले की तरह नही रह गया था उसमें काफी परिवर्तन हो चुके थे और जो एक सामान्य तौर पर सबके साथ होता है,खेर अब ईशू बीस साल की हो चुकी थी,
ईशू-- भाई कहा खो गए आप बात तो करो,
में --अरे नही कुछ नही बस यूं ही ,, अच्छा वेसे तू जीन्स टॉप में अच्छी लग रही है,
।।आपके लिऐ दोस्तों एक फोटो है ईशू की।।
ईशू-- ओह,, हो,, धन्यवाद भाई
में-- सच मे ,, अब लगता है जल्दी ही तेरी शादी करनी पड़ेगी,,,,
ईशू-- अरे न भाई अभी तो उसका कोई नम्बर नही है अभी मुझे पढ़ाई में करियर बनाना है बस शादी वादी तो बाद कि बात है,
में -- ह्म्म्म सही कह रही तू,,पता ही नही चला कि रात के दस बज गए मेने उसे कहा कि अब किसी ओर दिन बात करंगे ,
ईशू-- बाए बाए भैया,,
मेने फिर फोन काट दिया और फोन में ईशू की वीडियो चला दी क्योंकि अभी उसे देख कर मेरा मन खराब हो गया क्योंकि अब उसके शरीर मे बहुत ज्यादा बदलाव हो चुका है आजसे दो साल पहले उसके नींबू छोटे थे पर अब देखकर लग रहा कि अब ईशू के नींबू बदल चुके है अब वहः बड़े बड़े माल्टे हो गये है,शरीर भी काफी चौड़ा एवं सुडौल हो गया कुलमिलाकर कहे तो एक दम मस्त हो गई है सम्पूर्ण व्यस्क लड़की ,,,
अब लगता है कि ईशू बहन की घुड़सवारी करनी पड़ेगी , खेर मेने उसका वीडियो देखकर उसके नाम का अपना गर्म गर्म माल निकाला दिया,, ओर मन ही मन उसे पाने की ललक बढ़ने लगी उसके नींबू चूसने का मन कर रहा था पर यहाँ रहकर कुछ न हो सकता था उसके लिऐ मुझे या उसे यहाँ वहाँ आना पड़ेगा,
::अब थोड़ा ईशू बहन के रूप एवं शरीर का वर्णन::
दोस्तों ईशू बहन का शरीर एकदम सुडौल हष्ट पुष्ट है, उसकी गर्दन किसी जिराफ की तरहः लम्भी ओर सुरसुरी सी है, आँखे काली जैसे कोई गहरी झील हो , नाक किसी पर्वत की तरहः एक दम अड़ी हुई, होंठ गुलाबी अमृत रस से भरी हुई,हाथ पैर सुराई से,छाती जैसे कई विशाल भार को ग्रहण किये हुए और उसमें दो बड़े बड़े स्तनों ने तो चार चांद लगा रखे है, नितंब जैसे दो पहाड़ के बीच की गहरी खाई हो जिसमें जो जाए वो समा जाएं, योनि की रूपरेखा अभी नही पता उसके लिए तो पहले ईशू की जुताई करनी पड़ेगी तब बताऊंगा आपको लोगो को पर इतना बात दु की सब लील जाएंगी वो?
दोस्तों यह था एक छोटा सा रूपवर्णन ईशू का बाकी तो जब उसकी मिलेगी तभी संभव होगा सही से बताना,,,,
जारी है..........आगे भी........:::::::
Behtreen updateकुछ दिनों बाद मेरी चाची का फोन आया मुझे की रवि बेटा तुम्हारी बहन ईशू का सलेक्शन हो गया है और उसी सिलसिले में उसके एडमिशन को दिल्ली जाना है पर तेरे चाचा तो नही आ सकते कह रहे कि छूटी नही मिल रही तो बेटा तू ईशू के साथ चले जाएगा दिल्ली ,
मेने भी कहा कि चाची देखता हूं कल छूटी लेता हूं अगर मिल गई तो में आ जाऊंगा कल देहरादून स्याम तक ।
चाची -- बेटा रवि ठीक है मुझे कल बता देना जैसा भी हो ओर कोशिश करना पूरी ठीक है,
में-- ठीक है चाची पर आजकल काम ज्यादा है पर में कुछ करता हूं,
चाची-- रवि बेटा में तेरा कैसे शुक्रिया अदा करू ,
में -- अरे चाची इसमें क्या शुक्रिया अदा करना है ईशू मेरी भी बहन ही है और में उसके लिऐ इतना तो कर सकता हूँ,
चाची-- ह्म्म्म हाँ बेटा वो तो है पर में ही चली जाती पर क्या करूँ घर मे कोई नही है न ओर तेरी दादी भी चल फिर नही सकती तो इसलिए,
में-- हाँ मुझे पता है चाची आप टेंशन मत करो में हूं न,
चाची--ठीक है बेटा में ईशू के हाथ मे पैसे भेज दूँगी ओर ईशू कह रही थी कि पिछली बार तुमलोगो को सही का कमरा नही मिला था जिससे बड़ी मुश्किल हो गई थी,
में-- नही ऐसी बात नही चाची वो तो उसदिन सारे कमरे होटलों के बुक थे पेपर के कारण बस ओर हमे बस एक रात ही तो काटनी है बस तो थोड़ा एडजस्ट कर लेंगे और क्या,
चाची--वो तो ठीक है पर रवि बेटा इस बार तीनचार दिन की बात है तो इसलिए कोई सही सा कमरे कर लेना,
में-- है ,,, क्या तीनचार दिन?
चाची-- हाँ बेटा !! क्यो कोई समस्या है तुम्हे,,
में-- वो चाची इतने दिन तो छूटी मिलना मुश्किल लग रहा है मुझे क्योंकि आजकल काम ज्यादा है कम्पनी में इसलिए,,
चाची-- वो तो ठीक है पर बेटा तुम्हे ही करना है ये सब कुछ बाकी में क्या कहूँ,,
में-- वो अब क्या कहूँ में चाची पर खेर में कोशिश करता हूँ कोई तिगडंम भिड़ा ता हूं,,
चाची-- जरूर से ओर बेटा कितने पैसे दू ईशू के हाथ मे ?
में-- चाची पैसे रहने दीजिए में कर लूंगा एडजस्ट,
चाची-- नही नही ऐसा नही,में कुछ भेज दूँगी पैसे,
में--ठीक है जैसे आपकी इच्छा ,
चाची-- बेटा ठीक है फिर मुझे बता देना कल तक ,,
में--चाची ठीक है जरा ईशू को देना फोन,
चाची-- अच्छा रुको ईशू बेटा लो भैय्या से बात करो ,
में-- हेलो ईशू बहन,
ईशू-- हाँ भैया नमस्ते कैसे हो आप,
में-- सब बढ़िया है और तू सुना,
ईशू--बस ठीक है और कब आवोगे आप,
में--देखता हूं कल कम्पनी में बात करता हु अगर बात बन गयी तो कल रात तक पहुच जाऊंगा देहरादून,,
ईशू-- ठीक है भाई ,,
में--वेसे ईशू जाना कब है दिल्ली तुम्हे,,
ईशू--भाई दो दिन बाद शुक्रवार को,,
में--ठीक है आज तो मंगलवार है ,
ईशू--ह्म्म्म भाई,,,
में-- अच्छा ये तो बता ईशू कोन से कॉलेज में हुआ है तेरा सलेक्शन,,
ईशू-- भाई वो दिल्ली मेडिकल कॉलेज में ,,
में-- अच्छी बात तो ईशू तू वहा रूम लेकर रहेगी या कॉलेज का अपना होस्टल है,,
ईशू--भाई होस्टल है कॉलेज का अपना ,,
में-- कितना चार्ज है होस्टल का,,
ईशू-- भाई एक साल का साठ हजार रुपए है उसमें खाना पीना सब शामिल है,,
में-- अच्छा और कितने साल का कोर्स है ये तेरा,,
ईशू--भाई तीन साल का,,
में-- अच्छा ठीक है अब तुम डॉक्टर बनोगी वहां क्या बात बहन बहुत अच्छे खुश रहो और यूहीं तरक्की करते रहो जीवन मे,,
ईशू-- बस आपका ओर परिवार का यूहीं आशीर्वाद मिलता रहे भाई,,
में--वेसे तूने डॉक्टरी में किस विषय को चुना है ईशू,,
ईशू-- भाई गाइनोलॉजी ,,
में-- हैं,, ये क्या होता है बहन,,
ईशू-- ये भाई महिला रोग एवं बच्चों का ,,
में-- महिला रोग ये क्या है,,
ईशू-- हर तरहः के डॉक्टर होते है उसी तरह महिला गाइनोलॉजी भी,,
में--अच्छा पर में समझा नही इसमे होता क्या है और यह महिला के,,,,
ईशू-- भाई अब तुम्हे किसे समझाऊँ,
में-- अरे कोई दिक्कत है तो रहने दे बहन,,
"दोस्तों मेरी बहन ईशू बहुत ही सीधी सादी है वो आजकल की लड़कियों की तरहः नही है इसलिए वहः झिझक रही है और कहे भी तो कैसे में उसका भाई जो हू ,, खेर में जान बूझकर उससे पूछ रहा हूं क्या पता वहः बता दे मुझे इस विषय के बारे मैं, अगर उसने शुरुआत कर दी तो में भी अपने दो चार सावल पूछ सकता हु फिर"
ईशू-- वो भाई आप न इंटरनेट में देख सकते है इस विषय मे वहा आपको जानकारी प्राप्त हो जाएगी,,
में-- अच्छा कोई नही जैसे तुम्हारी इच्छा ,,
ईशु-- भाई ऐसी बात नही वो क्या है कि न अभी मम्मी है तो इसलिए बाकी में आपको बता देती ,,
में-- अच्छा कोई नही तो फिर रात में बात करते है इस विषय के ऊपर ठीक है,,
ईशू-- वो वो कयय हम्म्म्म ठीक है ,,
में-- कितने बजे करू फोन ?
ईशू-- में खुद कर दूंगी टाइम देखके भाई,,
में-- ठीक है फिर चलो बाद में बात करते है बाए बाए बहन,,
ईशू-- बाए भाई,,
फिर मेने फोन काटा और अपने काम मे लग गया आज मेने दो घन्टे ज्यादा काम किया क्योंकि मुझे छुटी लेनी थी इसलिए ,, खेर मेने अपने काम को मेहनत से किया अब रात के 8बज रहे थे तो मैने अपना बैग उठाया और फिर कमरे में आ गया , थकान से पूरा बदन टूट रहा था मेरा , हाय हए दर्द से हालत खराब,,, मेने कपड़े बदले ओर हाथ मुह धोकर किचन में गया ओर एक कप चाय बनाई ,,,
हां अब जरा आराम मिला ,, घड़ी की तरफ ध्यान गया तो 9बज गए थे तो मैने फटाफट से चार रोटी बनायी ओर दुध घी के साथ मे खा लिए,,, बर्तन धोकर रख लिए ओर फिर कमरे में गया और बिस्तर में लेट कर tv चला दी ,,, तभी फोन बजा मेरा ,,
हैलो ?
ईशू-- नमस्ते भाई में हूं,,
में -- हाँ ईशू बहन खाना खा लिया तूने,,
ईशू-- हां भाई कब ही खा लिया हमने ओर आपने,,
में-- हम्म खा लिया मेने भी, ओर सुना क्या कर रही हो,,
ईशू-- कुछ नहीं भाई बस रजाई में घुसी हूं क्योंकि ठंड लग रही हैं,,
में-- अच्छा जी आज ज्यादा ठंडा है क्या दून में,
ईशू-- हाँ भाई आज तो हालत खराब कर दी ठंड ने न धूप आयी आज ओर ऊपर से हवा चल रही है ,,, हहहहह हूहूहू!!!
में-- अच्छा जी पर यहाँ आज दिन भर धूप खिली थी ,,, कोई नही मोटी रजाई ले ले फिर न लगेगी ठंड तुझे,,,
ईशू-- जी भाई ले रखी है रजाई मोटी वाली,,
में-- ठीक है और चाची क्या कर रही ,,
ईशू--- माँ तो बस किचन में बर्तन साफ कर रही है,
में-- अच्छा और सुना ईशू बहन ,,,, तू दीन में कुछ कह रही थीं?
ईशू--भाई क्या बात मुझे याद नही आ रहा,,
में-- अरे याद कर न तू कुछ महिला के टॉपिक पर बात कर रही थी,,,याद कर........
ईशू-- केसी महिला भाई और क्या याद करू मुझे कुछ समझ आ रहा ,,, आप ही बताओ न क्या बात थी,,,
में-- अरे बहन तू तो बहुत भुलक्कड़ है इसी तरह से तू कैसे डॉक्टरी करेंगी ,, तुम्हे दिन की बात याद नही ,, तुम मेरे साथ मजाक कर रही हो ना बहन,,,,
ईशू-- भाई में कोई मज़ाक नही कर रही हूं और केसी भुलक्कड़ हूं में जरा बताओ ओर क्या भूली में ,,,
में--- मज़ाक तो में भी नही कर रहा बहन पर तुम ज्यादा ही कर रही ही ,,, ये बता दिन में तूने क्या खाया था?
ईशू-- वो दाल रोटी बस ओर क्या,,
में-- वहां जी ये तुम्हे याद है कि दाल रोटी पर दूसरी बात नहीं याद है,,,,,
ईशू-- हम्म्म्म बिल्कुल नही याद भाई पर आप ही बता दो ना इतना क्यो घुमा रहे हों आप?
में-- वहां जी वहां,,,,,( दोस्तों ईशू को याद सब है पर क्या करे जो ये लज्जा ओर शर्म की दीवार है न इसे तोड़ना हर किसी के बात नहीं , ओर ईशू तो वेसे भी कैसे भाई से इस प्रकार के विषय पर बात करे ,,,, पर दोस्तों में भी कोई मामूली खिलाड़ी नही हूँ उससे यह बात तो जान कर रहूंगा चाहे कुछ भी करना पड़े ।
ईशू--- भाई,,, भाई,,, हेलो,, कहा खो गए आप बात तो
करो,,
में-- अरे वो वो कुछ नही ईशू पता नही क्या सोचने लग गया मन मे खेर तू सुना कुछ ,,
ईशू-- भाई क्या कहूं बस ठीक है सब , आपको छुट्टी मिल गई,,
में-- हाँ मिल तो गई पर अभी तक कन्फर्म नही है वो तो कल दिन तक पता चलेगा पूरा,,
ईशू-- वो अच्छा कोई नही आप कल बता देना ,, कई भाई आप मज़ाक तो नही कर रहे न पिछली बार की तरह,,
में-- अरे नही बहन अभी कन्फर्म न हुई है और मज़ाक नही कर रहा अभी बिल्कुल सीरियस हूं,,
ईशू-- ओ ,,,, भाई बुरा मान गए क्या सॉरी प्लीज़,,
में -- नही तो एसी बात नही बहन ,,
ईशू-- थेंक्स भाई आप कल तक बता देना ,,,
में-- ठीक है बहन पर वो दिन वाली बात तो तूने बताई नही मुझे कब बताएगी,,,
ईशू-- भाई वो.... में क्या कहूं आपको आप समझ ही नही रहे हो ,,,, पर में कल बात करूंगी पक्का,, बाए बाए भैया गुड नाईट
में-- ठीक है फिर कल बात करते है बहन गुड नाईट,,,,
आगे जारी हैं.....
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