prasha_tam
Well-Known Member
- 3,732
- 5,288
- 143
Bhaut MazedarAfter six months——
आज से लगभग 6 महीने पहले,Doctor की advice पर मैंने सिम्मी के इलाज के
लिए अपना वीर्य पिलाना शुरू किया था।मेरा वीर्य पीने से सिम्मी की सुंदरता तो
बढ़ रही थी,पर सिम्मी का बदन मांसल नहीं बन रहा था।उसका weight उतना नहीं बढ़ रहा था।
मेरे कहने पर Doctor ने सिम्मी के लिये एक special diet chart बना कर दिया,जिससे
सिम्मी का weight भी बढ़ सके और body का muscle mass भी बढ़े।सिम्मी का नयी diet के
कारण muscle mass तो बढ़ने लगा।पर सिम्मी को इतनी heavy diet digest करने
में problem आ रही थी।
मैंने internet पर सिम्मी की diet के सारे ingradients के बारे में detail में पढ़ा,उस diet में
एक ingredient था,जो सिर्फ़ red wine पीने से digest हो सकता था।
मैंने ये बात सिम्मी को बतायी।पर सिम्मी ने wine पीने को मना कर दिया,और कहने लगी,
की मैं college में wine पीकर नहीं जाऊँगी। वहाँ मुझे नशा होगा।
मैंने सिम्मी को समझाया के तुमने सिर्फ़ दो spoon wine खाने के साथ लेनी
है,और इतनी थोड़ी wine का कोई नशा नहीं होता।और मैंने सिम्मी को आगे समझाया
की तुम wine की dose ,after lunch और after dinner ले लेना।सुबह मत लेना।
सिम्मी को बात समझ आ गई और जैसे मैंने बताया वैसे ही करने लगी।
मैं wine shop से wine की छे bottles ले आया और अपने रूम में रख लीं।
एक bottle mom को पकड़ा दी,की सिम्मी को wine की dose ख़ुद देगी।
इसके बाद सिम्मी की body में muscle mass भरने लगा।
सिम्मी सुबह रोज़ 6 बजे नंगी होकर मेरे रूम में आ जाती,और मुझे कहती lover bro उठो और मुझे
जगाकर मेरी medicine की dose देती,और सात बजे तक मुझसे लिपट कर लेटी रहती।
और मुझे चूमती रहती,मेरा लंड पकड़ कर अपनी चूत पर रगड़ती रहती,
और तब तक रगड़ती रहती जब तक झड़ नहीं जाती,
सात वजते ही मेरे लण्ड को अपने मुँह में डाल कर क़ुल्फ़ी की तरह चूसने लगती,और तब तक
चूसती रहती जब तक मेरे लण्ड से वीर्य की लास्ट बूँद तक नहीं चूस लेती।साथ साथ में सिम्मी
अपनी चूत को मसलती रहती।सिम्मी दोपहर की और रात की मेरे वीर्य की
dose अपनी तीन bottles में भर लेती ,दो अपने लिए और एक mom के लिए।
mom और सिम्मी दोनों रात को dinner से पहले बोतल से मेरा वीर्य पी लेती थी
और फिर दोनों wine के दो दो पेग भी पी जातीं थीं,Mom और सिम्मी को मेरे वीर्य
पीने के साथ , wine पीने की भी लत लग गई थी।
पिछले 6 महीनों में सिम्मी का weight 60 kg हो गया था।
अब बो हट्टीकट्टी हो गई थी।(chubby)
और बहुत सुंदर भी
ये हैं आज की सिम्मी।
भरा हुआ चेहरा,
बड़े बड़े चूचे,
पतली कमर,
मांसल thighs,और चूत के दो मोटे मोटे soft lips ,
college की लड़कियाँ सिम्मी के छेड़ती रहती थीं,और सिम्मी से पूछती रहतीं,
कौन है तेरा ऐसा boyfriend जिसने तुम्हें 6 महीनों में चोद चोद कर
अपने वीर्य से इतना सुंदर बना दिया है ,और सिम्मी मुस्करा कर हंस कर टाल देती।
अब तो हर रोज़ की सुबह को मुझे सिम्मी का इंतज़ार रहता,कब सिम्मी आये
कब अपना मख़मली नंगा बदन मेरे से लिपटा कर मेरे पास लेट जाये। और सिम्मी के
बदन गर्मी से अपना बदन सेक सकूँ और सिम्मी की चूत का खुशबूदार रस पी सकूँ।
उधर मैं और mom सिम्मी की शादी के लिए एक अच्छे लड़के की
तलाश में जुट गये थे।
मेरी ज़िंदगी में अभी भी दो लड़कियाँ और थी।और दोनों बहुत important।
एक मेरे ऑफिस की मेरी बहुत प्यारी girlfriend श्वेता है,एक सुंदर लड़की।जिसका
मेरे carrier को यहाँ तक लाने में बहुत बड़ा हाथ है।
दूसरी लड़की मेरे बचपन का प्यार,रोज़ी।जिसके साथ मेरे बचपन की बहुत सी
यादें जुड़ी हैं,रोज़ी तो बचपन से ही मुझे अपना पति मानती है।
दोनों को ही मेरे वीर्य पीने का चस्का लगा हुआ था,
और मौक़ा लगते ही,मुझे पकड़ लेती हैं और मेरा लण्ड मुँह
में डालकर मेरे लण्ड में से सारा वीर्य निकाल कर पी जाती हैं।
विडंबना तो ये थी की दोनों ही लड़कियाँ मुझको शिद्दत से चाहती थीं।
मुझसे हर वक्त चुदने के लिए तैयार रहती थी।
और दोनों ही मुझसे शादी करना चाहती थी।
मैं भी दोनों से बेपनाह मोहब्बत करता था
अब दोनों को चोदने का मुझे कब मौक़ा मिलेगा और
मेरी दोनों में से किस से शादी होगी,ये मुझे भी पता नहीं था।
अब मैं आपको श्वेता की कहानी बताता हूँ,———
मैं हर रोज़ सुबह सिम्मी को वीर्य पीला कर अपने office चला जाता,दिनभर काम करता।
रोज़ दोपहर को श्वेता मेरा लण्ड चूस कर वीर्य पीती,
और फिर उसके बाद हम दोनों लंच करते।
श्वेता पहले से और भी ज़्यादा सुंदर हो गई थी।
श्वेता ने बहुत कोशिश की मुझ से चुदने की,
मुझे अपने घर ले जाने की कोशिश करती रहती थी,
ताकि घर जाकर मुझसे सारी रात चुदवा सके,
श्वेता virgin थी,और जब पहली बार मुझ से चुदवाएगी,
तो श्वेता के बहुत दर्द होगा,इसलिये मैं श्वेता को आराम से चोदना चाहता था,
और कोई जल्दबाज़ी नहीं करना चाहता था,पर अभी तक कोई ऐसा मौक़ा नहीं मिल रहा था।
श्वेता और मैं office में बहुत मेहनत करते थे।
तीन महीने हो गये थे ,मुझे श्वेता को वीर्य पिलाते हुए।
आज भी मैं जब office पहुँचा,तो अपने चैम्बर में बैठा ही था,
की श्वेता का फ़ोन आ गया।
श्वेता—डार्लिंग,एक बहुत बड़ी surprise है,जल्दी से मेरे chamber में आ जाओ।
महेश श्वेता के चैम्बर में पहुँच गया।
महेश—- डार्लिंग,क्या surprise है।
श्वेता— मेरी promotion और transfer हो गई है।
मेरे लिये सचमुच shocking भी था और surprise भी था
श्वेता—head office वालों ने हमारी बढ़िया performance पर मुझे
मुंबई ब्रांच का chief manager बना दिया है।
और इसी office में अब मेरी जगह तुम्हें branch manager बना दिया गया है।
श्वेता- डार्लिंग,तुम आज ही join करके मुझे relieve करके मुझ से चार्ज ले लेना।
कल से मैं office नहीं आऊँगी।तुम अब सारा काम सम्भाल लेना।
मैं अपनी पैकिंग आज से ही शुरू कर दूँगी।मुझे next week नई post पर join कर लेना है।
और next week मैं अपनी mummy के साथ मुंबई चली जाऊँगी।
शाम को office के बाद मैं रोज़ी के घर चला गया बहाँ रोज़ी को अपना वीर्य पिलाकर,
और डिनर करके,
रात को अपने घर आ कर सो गया।
रात को as usual Rozy और श्वेता से video call हुई,
श्वेता की sunday morning की flight थी ,
मैं श्वेता को see off करने airport पहुँच गया।
श्वेता ने मेरे airport पहुँचते ही मुझे हग कर लिया।
और अपने घर की keys मुझे पकड़ा दीं।डार्लिंग अब तुम मेरे apartment
श्वेता company के apartment में रहती थी,
में शिफ्ट कर लेना।वो apartment अब मुझे allot हो गया था।
airport से मैं सीधा रोज़ी के घर चला गया।
रोज़ी को अपनी promotion और नये घर की बात बतायी तो
यह सब सुनकर रोज़ी ख़ुशी से फूली नहीं समायी।रोज़ी दिन में ही उस apartment
में मेरी दुल्हन बन कर जाने के सपने देखने लगी।
रोज़ी ने आज मेरा लण्ड खूब चूसा और मुझसे अपनी चूत भी चूसवाई
फिर रोज़ी ने बड़े प्यार से मुझे ख़ाना खिलाया,ख़ाना खाकर ,मैं अपने घर रात को लेट पहुँचा।
सिम्मी और mom अपने rooms में सो रहे थे।
मैं भी बहुत थका हुआ था,और कपड़े उतार कर सो गया।
अगली सुबह सिम्मी ने देखा,bro गहरी नींद में सो रहा है।इसलिये मुझे जगाया नहीं
मैं सीधा पीठ के बल सोया हुआ था ,
और सिम्मी मेरे ऊपर आकर लेट गई।और मेरे होंठों को अपने होठों में फँसा कर
मेरे होंठों को suck करने लगी।
मैं भी नींद में सिम्मी को रोज़ी समझ कर सिम्मी के होंठ चूस कर उनका रस पीने लगा।
सिम्मी अपने मुलायम गद्देदार बदन को मेरे ऊपर रगड़ रही थी।
सिम्मी excitement में अपनी चूत को मेरे लण्ड पर रगड़ने लगी,
सिम्मी इतनी गरम हो गई थी की थोड़ी ही देर में झटके खा कर झड़ गई,
झड़ते वक्त सिम्मी ने मुझे कस के पकड़ लिया,
और मेरी नींद खुल गई,देखा सिम्मी मेरे ऊपर लेटी हुई गहरे गहरे साँस ले रही
और उसका चेहरा लाल हो रहा था,
जब मुझे अपने लण्ड पर कुछ गीला गीला लगा,तो मैंने सिम्मी को side में हटाया तो देखा की मेरा लंड सिम्मी के चूत रस से पूरी तरह से भीगा हुआ था,
सिम्मी ने झट से मेरा लंड अपने मुँह में डाल लिया और चूसने लगी
और चूस चूस मेरे लंड को बिलकुल साफ़ कर दिया।
महेश-सिम्मी 6 बज गये हैं,मुझे मेरी medicine की dose पक़ड़ा दो,
सिम्मी ने पानी के साथ मेरी medicine मुझे खाने को दें दी।
सिम्मी मुझे सात बजे जगा देना,मुझे अब नींद आ रही और मैं सिम्मी की तरफ़ मुँह करके लेट गया।
सिम्मी- (सिम्मी अकेले में मुझे lover bro कह कर बुलाती)Lover bro
महेश- हाँ,बोलो मेरी darling sis,
सिम्मी-lover bro,तुमने मेरे इलाज़ के लिये इतनी मेहनत की,इसके बदले मेरे
पास और कुछ तो नहीं है तुम्हें देने को,बस मैं आज तुम्हें अपनी वर्जिन pussy भेंट करती हूँ।
इसे आज रगड़ रगड़ कर चोद दो।
महेश-darling sis,तुम्हारी virgin pussy पर तो तुम्हारे होने वाले husband का ही पहला हक़
है,अब तुम मेरा वीर्य पियो और पीकर अपने रूम में जाओ।
सिम्मी ने उदास होकर मेरा लण्ड अपने मुँह में डाल कर मेरा वीर्य पीना शुरू
कर दिया,जब मेरा लंड वीर्य से ख़ाली हो गया तो सिम्मी अपने रूम में चली गई।
मैं सिम्मी से free होकर,नहा धोकर तैयार होने लगा।
कपड़े पहन कर मैं किचन में आ गया और मोम को हग कर लिया,
जबसे मोम ने मेरा वीर्य पीना शुरू किया था,मोम मुझे lover boy कह कर बुलाने
लगी थी।
महेश - मोम हमने नये घर में कब जाना है
mom- लवर boy अभी कोई जल्दी नहीं है,पहले घर की साफ़ सफ़ाई करवा
कर ,फिर हवन पूजा करवा कर अच्छे से महूर्त में shift कर जायेंगे।
मैं एक दिन रोज़ी को साथ लेके घर की सारी setting करवा दूँगी।
महेश- ठीक है मोम ,मैं office जा रहा हूँ ।
अब मैं रोज़ी के घर दोपहर को लंच time में जाता था
मैं office में पहुँच कर अपने काम में जुट गया,
अब जब तक नया assistant manager नहीं आ जाता ,मुझे मैनेजर और assistant
manager दोनों का काम करना पड़ेगा।
सबसे पहले मैं अपनी email खोल कर सारी mail देखने लगा,
उनमे से एक मेल हेड office से मेरे नाम की थी।
मुझे next monday,manager की training के लिए मुंबई head office
बुलाया था,साथ में by air की monday morning की मेरी seat बुक थी
आज office में काम बहुत ज़्यादा था ,मैं रोज़ी के घर भी ना जा सका,
काम में इतना बिजी था की मैंने रोज़ी को फ़ोन भी नहीं किया।
Saturday evening तक मैं बहुत busy रहा,sunday को भी मैं
office आकर pending काम शाम तक करता रहा।
office में सबको next week का काम समझा कर घर चला गया,
घर पहुँच कर मैंने mom और simmi को अपना mumbai जाने का
प्रोग्राम बताया।
simmi- bro,मेरा क्या होगा ,मैं कैसे आपके वीर्य के बग़ैर रह पाऊँगी।
महेश- मैं अभी ख़ाना खा कर अपनी medicine की dose ले लेता हूँ ,
तुम एक घंटे बाद दो तीन बड़ी bottles ले आना,और वीर्य भर कर फ्रिज
में स्टोर कर लेना,Saturday को मैं आ ही जाऊँगा।
mom - सिम्मी बेटा mahesh ठीक तो कह रहा है,ऐसा करो तुम रात को
महेश के रूम में सो जाना,और महेश के पास बैठ कर उसका वीर्य पीते भी रहना
और bottle में भी भर लेना।
महेश- sis मुझे मेरी medicine की dose दे दो,तुम एक घंटे बाद मेरे room
में आ जाना।
मैं अपने रूम में जाकर श्वेता को video call करके अपना प्रोग्राम बताता रहा।
थोड़ी देर बाद बातें करके मुझे नींद आ गई और मैं सो गया।
सिम्मी जब मेरे रूम में आई तो मैं सो रहा था,
सिम्मी मेरी टाँगो की बीच में लेट गई,
सिम्मी का सिर मेरे दोनों पाँव के बीच में था और सिम्मी की दोनों टाँगे और पैर
मेरे पेट और छाती से होकर मेरी गर्दन को touch कर रही थी।
मेरा वीर्य अभी आना शुरू नहीं हुआ था,इसीलिए लगता है तब तक सिम्मी
अपनी चूत को मेरे लंड का स्वाद चखाना चाहती थी,
सिम्मी ने लेटे लेटे मेरा लंड पकड़ कर अपनी चूत के होंठों में फँसा लिया,
उसी तरह जैसे सिम्मी अपने मुँह के होठों में मेरे लंड को लेकर चूसती थी
अब सिम्मी अपनी कमर को आगे पीछे करके अपनी चूत से मेरे लंड को चोदने लगी।
सिम्मी ने अपने एक हाथ में मेरा लण्ड पकड़ा हुआ था तो दूसरे हाथ में
अपने मम्मों को मसल रही थी।
सिम्मी को मेरे लंड से खेलते हुए आधा घंटा हो गया था एक बार तो
सिम्मी झड़ भी चुकी थी,पर मेरे लंड को तब तक नहीं छोड़ा जब तक
उसमे से वीर्य नहीं निकलने लगा।
जैसे ही मेरे लण्ड से वीर्य निकलना शुरू हुआ तो पहले सिम्मी ने अपनी bottles भरनी
शुरू करदी,आधे घंटे में दो bottles अपने लिए और एक bottle मोम के लिए भर ली।
फिर ऐसे ही नंगी भाग कर bottles fridge में रखने चली गई।
जब वापस आयी तो देखा bro उठ कर जा रहा था।
सिम्मी- lover bro,अभी तो मैंने अपना वीर्य पिया ही नहीं,तुम लेट जाओ
सिम्मी 69 की position में लेट गई और अपनी चूत के होंठ lover bro के
मुँह के होंठों के हवाले कर दिये,और bro का लंड मुँह में लेकर चूसने लगी।
मुझे भी सिम्मी की चूत से भीनी भीनी ख़ुशबू आ रही थी,मैं सिम्मी के दोनों
गद्देदार चुतड़ों को पकड़ कर मसलने लगा,और सिम्मी की चूत चाटने लगा।
सिम्मी ने मेरा लंड अपने मुँह में जड़ तक घुसा लिया था,ताकि मेरा सारा वीर्य
सीधा सिम्मी के गले में गिरकर सीधा पेट में जाये।
आज सिम्मी मुझसे अपनी चूत चटवाने का आनंद उठाना चाहती थी।
सिम्मी की चूत में रस की बाढ़ आ रही थी और मैं उसको अपनी जीभ
से चाट लेता,तभी मुझे लगा मैं झड़ने बाला हूँ,
सिम्मी मैं झड़ने वाला हूँ,मेरा लंड पकड़ के रखना ,कहीं तुम से छूट ना जाये।
मैंने सिम्मी की चुत को जोर ज़ोर से चाटना शुरू कर दिया,जैसे ही मैं झड़ने
लगा मेरा सुसु भी साथ में निकल गया और मेरे वीर्य के साथ मिलकर मेरा सुसु
सीधा सिम्मी के मुँह में गिरकर सिम्मी के गले में झरने की तरह गिरने लगा।
मैं इतनी ज़ोर से झड़ रहा था की ,झड़ने की excitement में मैंने अपनी
index finger simmi की गाँड में अंदर तक घुसेड़ दी,
सिम्मी ने ज़ोर से चीख मारी,और झटके खा कर झड़ने लगी
सिम्मी की चीख सुनकर मोम भी मेरे रूम में हमे देखने आ गई थी।
जब सिम्मी ने चीख मारी थी तो उधर मोम ने रूम में enter किया
और इधर सिम्मी का चीख मारते हुए मुँह खुल गया था,
और मेरे लंड का सुसु और वीर्य के shower का mixture सिम्मी
के face,गर्दन और बालों को भिगोने लगा।
मोम ये सब देख रही थी,और जल्दी से mom ने मेरा लण्ड पकड़ कर अपने मुँह में डाल लिया
और मेरे लंड को निचोड़ने लगी।साथ में मोम ने अपनी nighty में हाथ डाल कर अपनी
चूत में अपना पूरा हाथ डाल कर अपनी चूत को चोदने लगी।दो मिंट में ही मोम झड़ गई।
मेरा लंड जो अब dry हो गया था,मोम ने अपने मुँह से निकाल दिया और
सिम्मी अभी तक जो बेसुध पड़ी थी उसके मुँह और होंठों को मोम चाट कर साफ़ करने
लगी,इतने में सिम्मी उठ गई थी और उसने देखा मोम उसका मुँह चाट रही थी।
सिम्मी ने mom का सिर पकड़ कर mom के होंठों को चूसने लगी।
mom ने सिम्मी से अपने को छुड़ाया और बोली अब आप लोग सो जाओ बहुत
रात हो गई है।
इतना कहकर mom सोने चली गई।
सिम्मी भी मुझ से लिपट कर सो गई।
मैंने सुबह चार बजे का अलार्म अपने फ़ोन पर लगा लिया।
जब चार उठा तो सिम्मी ने मेरे से ज़ोर से लिपट कर गहरी नींद
में सो रही थी,
मैंने सिम्मी को धीरे से अपने से अलग किया
और उठ कर बाथरूम में चला गया।
पाँच बजे मैं अपना सामान लेकर टैक्सी से airport पहुँच गया
आधे घंटे बाद मैं मुंबई की और उड़ रहा था——-
बाक़ी फिर——
![:applause: :applause:](https://xforum.live/uploads/smilies/congrats.gif)
![:perfect: :perfect:](https://xforum.live/uploads/smilies/xf/mani%202.gif)
![:rock1: :rock1:](https://xforum.live/uploads/smilies/xf/Marjana.gif)
![:superb: :superb:](https://xforum.live/uploads/smilies/superb.gif)
Please continue
![:thumbup: :thumbup:](https://xforum.live/uploads/smilies/top1.gif)
![👍 👍](https://cdn.jsdelivr.net/joypixels/assets/6.6/png/unicode/64/1f44d.png)
Waiting for next update