अपडेट-4
जब मै महेश के घर पंहुचा तो वह दरवाजे पर ही था
मै- क्यों बे दरवाजे पर क्या कर रहा है
महेश- तेरा इंतजार कर रहा था एक गड़बड़ हो गई है
मै- क्या गड़बड़ हो गई
महेश- दीदी नही गई है कल सब तैयारी हो गई थी तभी दीदी को फ़ोन आया की कुछ काम है कॉलेज से जुड़े हुए तो दीदी का जाना कैन्सिल हो गया |
मै - यह तो गड़बड़ हो गई कोई नही मै मुस्कान को मना कर देता हूँ
महेश - इसकी कोई जरुरत नही दीदी सुबह ही कॉलेज को निकल गई है वह अब शाम को लौटेगी और 2बजे तक मै ही आ जाऊंगा तो मना न कर
मै- तो तू स्कूल क्यों जा रहा है मै अकेले तेरे घर मे कोई आ गया तो बवाल हो जायेगा
महेश- तू फिकर न कर कोई नही आएगा और रही बात स्कूल जाने की तो अगर नही गया तो दीदी को सक हो जायेगा क्यों की स्कूल और कॉलेज पास मे है तू इन्जॉय कर मै चलता हूँ और हा ये key है अंदर से लॉक कर लेना कोई आ भी गया तो एही समझेंगा की घर बंद है
महेश के जाने के 5 मिनट बाद डोर वेल बजी तो मै धीरे से दरवाजा खोल देखा तो मुस्कान थी तो मै जल्दी से उसे अंदर लिया और दरवाजा लॉक कर दिया
मुस्कान जल्दी से मेरे गले लग कर बोली
मुस्कान - बहुत दिन से इस पल का इंतजार था
मै- तो चलो इस इंतजार को यही ख़तम कर देते है उसे गोद मे उठा के कहा
तो वो मुस्कुराते हुए हा मे गर्दन हिला दी और मै उसे महेश के बैडरूम मे ले जाकर उसपर टूट पड़ा
मै उसके चूचिओ को ऊपर से ही दबाने लगा उसकी चूची बड़ी और टाइट होने के कारण मुझे दबाने मे मजा आ रहा था और उसे भी
इसी मजे मे कहे जा रही थी
मुस्कान- आह आह आह मजा आ रहा है दबाओ जान और तेज आह आह और मै इसी तरह 5मिनट तक दबाते रहा और आह आह करती रही
मुस्कान- कुछ हो रहा है विनोद निचे मेरे अब रहा नही जा रहा है कुछ करो अब डाल भी दो अपना लण्ड मेरे बुर मे
मै - अभी कहा मेरी रंडी अभी तो तेरी बुर चाटना है तब तेरी बुर को पेलुँगा
मुस्कान- तो जल्दी चाट न बहनचोद साले
तू मुझे गली सुन कर पता नही अलग सी फिलिंग हुई और कल रात का सीन मेरे आँखों के सामने आ गया इसी उत्तेजना मे मै उसका सलवार और पैंटी एक साथ निकल दिया और अपना मुँह उसके बुर पर लगा कर जोर जोर से चाटने लगा
मुस्कान- आह आह आह चाट मेरे कुत्ते चाट बहन के लौड़े चाट
और मै उसके बुर को तेजी से चाटने व चूसने लगा अब उसे रुका नही जा रहा था तो उसने कहा
मुस्कान- अब नही रुका जा रहा है डाल दो
तो मै भी उसे बेड के कोने पर ला कर दोनों पैर ऊपर कर के अपना लण्ड उसके बुर के मुहने लगा दिया और उसके क्लिट को रगड़ने लगा |
मुस्कान- बेबी डाल भी दो अब सहन करना मुश्किल हो रहा है
मै- बस मेरी जान तैयार हो जा रंडी बहन की लौड़ी ये कहते हुए एक जोरदार झटका मेरा आधा से ऊपर लण्ड उसके बुर मे समा गया तो वह जोर से चिल्लाइ और गाली देने लगी
मुस्कान- आह.....आह धीरे कर माधरचोद साले बहन के लौंड़े आज तुझे क्या हुआ है जो इतना जोश मे कर रहा है कही तू सच मे अपनी बहन की लेना तो नही चाहता |
मै इसबात कुछ बोला नही बस तेजी से चोदने लगा तो वह समझ गई और बोलने लगी
मुस्कान- तू तो बहुत बड़ा हरामी निकला अपने ही बहन को पेलने के ख्वाब मे है
मै- तू बस मजे ले ज्यादा चुत न फड़वा
मुस्कान- हसते हुए आह भाई चोद अपनी पायल को आह भैया चोदो अपनी बहन को आह आह ओह बहुत मजा आ रहा है विनोद चोद साले चोद अपनी बहनो को फाड़ दे बुर आह आह आज तक इतना मजा नही आया था जानू जितना आज आया है
मै- मुझे भी मेरी रंडी अब तू जब भी चुड़ेगी तुझे ऐसे ही चुड़ेगी
इसी तरह हमलोग को चुदाई करते हुए 20मिनट से ज्यादा हो गया था अब मुस्कान को दर्द होने लगा तो ओ कहने लगी
मुस्कान- जल्दी कर वीनू अब दर्द हो रहा है मेरा तीसरा बार होने वाला है जल्दी कर मै आने वाली हूँ
मै-जोश मे आ कर बस जान कुछ देर और
इधर हम चुदाई मे मग्न थे हमे कुछ आहट नही हुआ पता नही कब महेश की दीदी प्रीति हमे इस हाल मे देख कर और सारी बाते सुन कर अपनी बुर मे उंगली कर रही थी इधर मुस्कान - मै गई आह..... करते हुए झड़ने लगी उसी दौरान मै भी झड़ने लगा और मुँह से अचानक से निकला
मै- आह...... दीदी सम्हालो अपने भाई के रस को जब मैंने ध्यान दिया की मै क्या बोला तो हम दोनों की नजर आपस मे मिली तो एक दूसरे को देखने लगे और कुछ देर बाद जोर से हसने लगे मैंने अपना सारा रस मुस्कान के बुर मे डाल दिया
इधर प्रीति दीदी ऊगली करती हुई जड़ गई और अपने कपडे को ठीक करते हुए जैसे मैंने कहा आज मजा आ गया वैसे ही ओ कमरे मे आ गई और बोली.....
जब मै महेश के घर पंहुचा तो वह दरवाजे पर ही था
मै- क्यों बे दरवाजे पर क्या कर रहा है
महेश- तेरा इंतजार कर रहा था एक गड़बड़ हो गई है
मै- क्या गड़बड़ हो गई
महेश- दीदी नही गई है कल सब तैयारी हो गई थी तभी दीदी को फ़ोन आया की कुछ काम है कॉलेज से जुड़े हुए तो दीदी का जाना कैन्सिल हो गया |
मै - यह तो गड़बड़ हो गई कोई नही मै मुस्कान को मना कर देता हूँ
महेश - इसकी कोई जरुरत नही दीदी सुबह ही कॉलेज को निकल गई है वह अब शाम को लौटेगी और 2बजे तक मै ही आ जाऊंगा तो मना न कर
मै- तो तू स्कूल क्यों जा रहा है मै अकेले तेरे घर मे कोई आ गया तो बवाल हो जायेगा
महेश- तू फिकर न कर कोई नही आएगा और रही बात स्कूल जाने की तो अगर नही गया तो दीदी को सक हो जायेगा क्यों की स्कूल और कॉलेज पास मे है तू इन्जॉय कर मै चलता हूँ और हा ये key है अंदर से लॉक कर लेना कोई आ भी गया तो एही समझेंगा की घर बंद है
महेश के जाने के 5 मिनट बाद डोर वेल बजी तो मै धीरे से दरवाजा खोल देखा तो मुस्कान थी तो मै जल्दी से उसे अंदर लिया और दरवाजा लॉक कर दिया
मुस्कान जल्दी से मेरे गले लग कर बोली
मुस्कान - बहुत दिन से इस पल का इंतजार था
मै- तो चलो इस इंतजार को यही ख़तम कर देते है उसे गोद मे उठा के कहा
तो वो मुस्कुराते हुए हा मे गर्दन हिला दी और मै उसे महेश के बैडरूम मे ले जाकर उसपर टूट पड़ा
मै उसके चूचिओ को ऊपर से ही दबाने लगा उसकी चूची बड़ी और टाइट होने के कारण मुझे दबाने मे मजा आ रहा था और उसे भी
इसी मजे मे कहे जा रही थी
मुस्कान- आह आह आह मजा आ रहा है दबाओ जान और तेज आह आह और मै इसी तरह 5मिनट तक दबाते रहा और आह आह करती रही
मुस्कान- कुछ हो रहा है विनोद निचे मेरे अब रहा नही जा रहा है कुछ करो अब डाल भी दो अपना लण्ड मेरे बुर मे
मै - अभी कहा मेरी रंडी अभी तो तेरी बुर चाटना है तब तेरी बुर को पेलुँगा
मुस्कान- तो जल्दी चाट न बहनचोद साले
तू मुझे गली सुन कर पता नही अलग सी फिलिंग हुई और कल रात का सीन मेरे आँखों के सामने आ गया इसी उत्तेजना मे मै उसका सलवार और पैंटी एक साथ निकल दिया और अपना मुँह उसके बुर पर लगा कर जोर जोर से चाटने लगा
मुस्कान- आह आह आह चाट मेरे कुत्ते चाट बहन के लौड़े चाट
और मै उसके बुर को तेजी से चाटने व चूसने लगा अब उसे रुका नही जा रहा था तो उसने कहा
मुस्कान- अब नही रुका जा रहा है डाल दो
तो मै भी उसे बेड के कोने पर ला कर दोनों पैर ऊपर कर के अपना लण्ड उसके बुर के मुहने लगा दिया और उसके क्लिट को रगड़ने लगा |
मुस्कान- बेबी डाल भी दो अब सहन करना मुश्किल हो रहा है
मै- बस मेरी जान तैयार हो जा रंडी बहन की लौड़ी ये कहते हुए एक जोरदार झटका मेरा आधा से ऊपर लण्ड उसके बुर मे समा गया तो वह जोर से चिल्लाइ और गाली देने लगी
मुस्कान- आह.....आह धीरे कर माधरचोद साले बहन के लौंड़े आज तुझे क्या हुआ है जो इतना जोश मे कर रहा है कही तू सच मे अपनी बहन की लेना तो नही चाहता |
मै इसबात कुछ बोला नही बस तेजी से चोदने लगा तो वह समझ गई और बोलने लगी
मुस्कान- तू तो बहुत बड़ा हरामी निकला अपने ही बहन को पेलने के ख्वाब मे है
मै- तू बस मजे ले ज्यादा चुत न फड़वा
मुस्कान- हसते हुए आह भाई चोद अपनी पायल को आह भैया चोदो अपनी बहन को आह आह ओह बहुत मजा आ रहा है विनोद चोद साले चोद अपनी बहनो को फाड़ दे बुर आह आह आज तक इतना मजा नही आया था जानू जितना आज आया है
मै- मुझे भी मेरी रंडी अब तू जब भी चुड़ेगी तुझे ऐसे ही चुड़ेगी
इसी तरह हमलोग को चुदाई करते हुए 20मिनट से ज्यादा हो गया था अब मुस्कान को दर्द होने लगा तो ओ कहने लगी
मुस्कान- जल्दी कर वीनू अब दर्द हो रहा है मेरा तीसरा बार होने वाला है जल्दी कर मै आने वाली हूँ
मै-जोश मे आ कर बस जान कुछ देर और
इधर हम चुदाई मे मग्न थे हमे कुछ आहट नही हुआ पता नही कब महेश की दीदी प्रीति हमे इस हाल मे देख कर और सारी बाते सुन कर अपनी बुर मे उंगली कर रही थी इधर मुस्कान - मै गई आह..... करते हुए झड़ने लगी उसी दौरान मै भी झड़ने लगा और मुँह से अचानक से निकला
मै- आह...... दीदी सम्हालो अपने भाई के रस को जब मैंने ध्यान दिया की मै क्या बोला तो हम दोनों की नजर आपस मे मिली तो एक दूसरे को देखने लगे और कुछ देर बाद जोर से हसने लगे मैंने अपना सारा रस मुस्कान के बुर मे डाल दिया
इधर प्रीति दीदी ऊगली करती हुई जड़ गई और अपने कपडे को ठीक करते हुए जैसे मैंने कहा आज मजा आ गया वैसे ही ओ कमरे मे आ गई और बोली.....