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Adultery बाबा ठाकुर (ब्लू मून क्लब- भाग 2)

कहानी का कथानक (प्लॉट)

  • अच्छा

    Votes: 2 12.5%
  • बहुत बढ़िया

    Votes: 13 81.3%
  • Could ठीक-ठाकbe better

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naag.champa

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बाबा ठाकुर
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(ब्लू मून क्लब- भाग 2)
~ चंपा नाग ~
अनुक्रमणिका

अध्याय १ // अध्याय १ // अध्याय ३ // अध्याय ४ // अध्याय ५
अध्याय ६ // अध्याय ७ // अध्याय ८ // अध्याय ९ // अध्याय १०
अध्याय ११ // अध्याय १२ // अध्याय १३ // अध्याय १४ // अध्याय १५
अध्याय १६ // अध्याय १७ // अध्याय १८ // अध्याय १९ // अध्याय २०
अध्याय २१ // अध्याय २२ // अध्याय २३ // अध्याय २४ // अध्याय २५
अध्याय २६ // अध्याय २७ // अध्याय २८ // अध्याय २९ // अध्याय ३०
अध्याय ३१ // अध्याय ३२ (समाप्ति)


प्रिय पाठक मित्रों,

बड़ी उत्साह के साथ और बड़ी खुशी के साथ मैं आपके लिए एक नई कहानी प्रस्तुत करने करने जा रही हूं| इस कहानी को मैंने बहुत ही धैर्य से और बड़े ही विस्तार से लिखा है| आशा है कि यह कहानी आप लोगों को मेरी लिखी हुई बाकी कहानियों की तरह ही पसंद आएगी क्योंकि इस कहानी को लिखने का मेरा सिर्फ एकमात्र ही उद्देश्य है वह है कि अपने पाठक बंधुओं का मनोरंजन करना|

मुझे आप लोगों के सुझाव, टिप्पणियां, कॉमेंट्स और लाइक्स का बेसब्री से इंतजार रहेगा|
PS और अगर अभी तक आप लोगों ने इस कहानी का पहला भाग नहीं पड़ा हो तो जरूर पढ़िएगा| पहले भाग का लिंक नीचे दिया हुआ है
ब्लू मून क्लब (BMC)

~ चंपा नाग ~



यह कहानी पूर्णतः काल्पनिक घटनाओं पर आधारित है और इसका जीवित और मृत किसी भी शख्स से कोई वास्ता नहीं। इस कहानी में सभी स्थान और पात्र पूरी तरह से काल्पनिक है, अगर किसी की कहानी इससे मिलती है, तो वो बस एक संयोग मात्र है| इस कहानी को लिखने का उद्देश्य सिर्फ पाठकों का मनोरंजन मात्र है|
 
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Iron Man

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Congrats for new story thread
 

manu@84

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(ब्लू मून क्लब- भाग 2)
~ चंपा नाग ~
अनुक्रमणिका



प्रिय पाठक मित्रों,

बड़ी उत्साह के साथ और बड़ी खुशी के साथ मैं आपके लिए एक नई कहानी प्रस्तुत करने करने जा रही हूं| इस कहानी को मैंने बहुत ही धैर्य से और बड़े ही विस्तार से लिखा है| आशा है कि यह कहानी आप लोगों को मेरी लिखी हुई बाकी कहानियों की तरह ही पसंद आएगी क्योंकि इस कहानी को लिखने का मेरा सिर्फ एकमात्र ही उद्देश्य है वह है कि अपने पाठक बंधुओं का मनोरंजन करना|

मुझे आप लोगों के सुझाव, टिप्पणियां, कॉमेंट्स और लाइक्स का बेसब्री से इंतजार रहेगा|

~ चंपा नाग ~
सपेरा तैयार है... आप शुरू कीजिये ✍️
 

naag.champa

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अध्याय १


आज की तारीख में मुझे ब्लू मून क्लब की मेंबर बने हुए पूरे तीन महीने हो गए|

इसी क्लब में मेरी मुलाकात ब्लू मून क्लब की मालकिन मैरी डिसूजा से हुई और यह संयोग की बात थी कि हम दोनों की शक्लें इतनी मिलती-जुलती थी कि कोई अनजान आदमी अगर हमें साथ-साथ देख ले तो यही सोचेगा कि हम लोग मां बेटी हैं|

और यही मेरी मुलाकात मेरे नए दोस्त थॉमस फर्नांडिस उर्फ टॉम से हुई- और आज की तारीख में मेरी और उसकी दोस्ती काफी गहरी हो चुकी है और हम लोगों के बीच करीबी भी काफी बढ़ चुकी है| यहां तक की इन तीन महीनों में मैं कई बार उसके साथ डेट्स पर भी गई और एक आध बार मैंने उसके घर पूरा का पूरा दिन बिताया और मौज मस्ती की|

ब्लू मून क्लब एक सेक्सुअली ओरिएंटेड एंटरटेनमेंट (यौन उन्मुख मनोरंजन क्लब) क्लब है- और इसका मेंबर बनने का मतलब है कि मैं भी ब्लू मून क्लब की मालकिन मैरी डिसूजा की हॉट गर्ल्स की फायर ब्रिगेड में शामिल हो चुकी हूं- यानी कि अब मुझे ब्लू मून क्लब में आने वाले क्लाइंट्स को सर्विस प्रदान करने की आज्ञा और स्वच्छंदता - एक प्रीमियम पार्ट टाइम लवर गर्ल के तौर पर मिल गई है|

मेरे पति मर्चेंट नेवी में काम करते हैं और साल में एक या दो बार 10 या 15 दिन के लिए ही घर पर आते हैं| इन सारी बातों को जानने के बाद ब्लू मून क्लब की मालकिन मैरी डिसूजा ने मुझे यहां का मेंबर बन कर अपनी मंडली में एक प्रीमियम पार्ट टाइम लवर गर्ल की तरह शामिल कर लिया था|

क्योंकि उनके मुताबिक मेरा रुप रंग लावण्य ईश्वर की देन है और इस अनमोल आशीर्वाद को यूं ही पड़े पड़े जंग लगाना एक महापाप है|

इसी बीच मेरे और मैरी डिसूजा के बीच एक मुंह-बोली मां बेटी का रिश्ता कायम हो चुका था और उन्हीं के कहने पर मैं उन्हें “मम्मी” कहकर पुकारने लगी थी|

इसके अलावा उन्हीं के सुझाव के अनुसार इन तीन महीनों से मैं लगातार उनके योगा क्लास और जिम फ्री में कर रही हूं| इसके अलावा उनके सुझाव के अनुसार अपने रूप और रंग का भी आजकल मैं बहुत खास ध्यान रखने लगी हूं और इसके लिए मैरी डिसूजा ने मेरे लिए हर प्रकार के बालों का तेल और त्वचा में लगाने वाली क्रीम का खास इंतजाम करके रखा था|

योगा क्लास और जिम करने के बाद मुझे फ्री का पोस्टिक सुबह का नाश्ता और हर रोज ताजे फलों का जूस पीने को मिलता था|

इसके साथ जरूरत के मुताबिक आजकल मुझे अच्छे किस्म की और महंगी रेड वाइन भी मुफ्त में मैरी डिसूजा पिलाया करती थी|

घर में तो मैं अकेली रहती थी| हमारे घर सिर्फ मेरी कामवाली आया करती थी जिसका नाम था गोपा मौसी| वह मेरी इसी बात से खुश हो गई जब मैंने उसे यह बताया कि मुझे एक नई नौकरी मिल गई है और उसने उसे दूसरा कोई सवाल नहीं किया|

लेकिन उसने इस बात का गौर जरूर किया होगा कि आजकल मेरे स्वभाव में एक बदलाव सा आया है| मैं पहले से ज्यादा अपने आप को आजाद और खुश महसूस कर रही हूं| मेरे पहनावे में भी काफी बदलाव आया है| पहले तो ज्यादातर में साड़ी या फिर सलवार कमीज ही पहना करती थी लेकिन आजकल मैं जींस और टीशर्ट भी नियमित रूप से पहनने लगी हूं|

दूसरी खास बात जिस पर गोपा मासी ने और किया वह यह था कि आजकल मैं अपनी मांग में सिंदूर भरना इतना जरूरी नहीं समझती थी और ना ही एक सुहागन बंगाली औरत की तरह हाथ में खास तरह की सफेद और लाल चूड़ियां- जिसे शांखा और पौला कहते हैं- मैं उन्हें भी नहीं पहनती थी|

इस वजह से मैंने दो-तीन बार उनकी भौहें सिकुड़ते हुए देखा है... लेकिन जल्दी ही शायद उसे मेरे इस रूप की आदत पड़ गई|

मैं अच्छी तरह जानती थी कि मैरी डिसूजा मुझे सच में ही अपनी ही बेटी मानती है- इसलिए कभी कबार वह मुझे अपने घर भी बुलाया लिया करती थी- जो कि ब्लू मून क्लब की बिल्डिंग की सबसे ऊपर वाली मंजिल में था और मैं सारी रात उन्हीं के घर और उन्हीं के बिस्तर पर बताती थी|

और इसी बिस्तर में मैंने मैरी डिसूजा से एक पार्ट टाइम लवर गर्ल बनने के लिए जरूरी है बहुत सी स्त्री प्रलोभन युक्तियाँ, अदाएं, चालें और तरकीबें सीखी... जिसमें एक क्लाइंट को कैसे कामुक तरीके से मसाज किया जाता है उसमें भी मैं लगभग माहिर हो गई... मैं इतना कुछ तो सीख चुकी थी; अब पता नहीं कि मेरी इंतेहा की घड़ी कब आने वाली थी?

यहां एक बात का जिक्र करना बहुत जरूरी है कि मैरी डिसूजा जानती थी कि टॉम और मेरे बीच भी एक रिश्ता कायम हो चुका है जो दोस्ती से कुछ बढ़कर ही है- लेकिन इस रिश्ते को लेकर उन्होंने ज्यादा सर नहीं खपाया- क्योंकि यह मेरा निजी मामला था|

इसलिए मैं आजाद थी... खुश थी... और अपनी जिंदगी को अपने ही तरीके से जीने लगी थी... इसका असर मेरे दिलो-दिमाग और साथ ही मेरे स्वास्थ्य पर भी पड़ने लगा... और साथ ही में मुफ्त में योगा क्लास और जिम भी करती थी; शायद इसी वजह से जब मैंने अपने बालों को और लंबा और घना होते हुए देखा और साथ ही अपना रूप निखरता हुआ और फिगर और भी आकर्षक होता देखा तो मैं खुद भी हैरान रह गई|

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मैं खुश थी, मैरी डिसूजा खुश थी लेकिन अगर कोई नाखुश था तो वह थी मैरी डिसूजा सबसे पुरानी और खास कर्मचारी जद्दनबाई| उसका काम था सर्विस देने के बाद पार्ट टाइम लवर गर्ल लड़कियों को नहलाना और उन्हें दोबारा से हल्का सा सजा सजा के वापस घर जाने के लिए तैयार करना|

बस जद्दनबाई को इसी बात की दिक्कत थी कि आज इतने दिन हो गए लेकिन उनकी मालकिन मैरी डिसूजा ने अब तक मुझे किसी को सर्विस देने नहीं दिया था| मैरी डिसूजा ने जद्दनबाई को कई बार समझाने की कोशिश की कि मुझे अभी शारीरिक और मानसिक रूप से सर्विस के लिए तैयार किया जा रहा है|

लेकिन जद्दनबाई शायद अपनी मालकिन की बातों से संतुष्ट नहीं हुई थी|

मेरे पीठ पीछे और फिर कई बार तो मेरे सामने जद्दनबाई ने बेझिझक होकर अपनी मालकिन मैरी डिसूजा से कई बार पूछा था कि वह वक्त कब आएगा जब मैं भी किसी को सर्विस दूंगी... उसका तो यहां तक भी कहना था कि अब तो वह अपने इष्ट देव के मंदिर में जा कर के मेरे लिए दुआएं भी मांग रही है|

अब मुझे और मेरी मुंह बोली मां और ब्लू मून क्लब की मालकिन मैरी डिसूजा को क्या मालूम था कि जद्दनबाई की दुआएं और उनकी इच्छा बहुत ही जल्द पूरी होने वाली है|

क्रमशः
 

naag.champa

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अध्याय २



मुझे अच्छी तरह से याद है| पिछली रात से ही में ब्लू मून क्लब की मालकिन मैरी डिसूजा के घर में ही थी, जो कि ब्लू मून क्लब की बिल्डिंग ही में था| रात को डिनर के बाद काफी देर तक हम लोग टीवी देख रहे थे और बातें कर रहे थे|

हर बार की तरह उस रात को भी मैं मैरी डिसूजा के बिस्तर में और उनकी बाहों में सिमटकर सो गई थी| लेकिन सोने से पहले सर्विस देते वक्त क्लाइंट को मदमस्त करने के लिए ब्लू मून क्लब की एक प्रीमियम प्राइम लवर को क्या-क्या करना पड़ता है इस कला का मैंने थोड़ा बहुत प्रदर्शन उनके ऊपर किया था| और इस बात का मुझे गर्व है- कि मैरी डिसूजा मुझसे काफी प्रभावित हुई थी| आखिरकार वह भी खुश थी क्योंकि यह सभी गुर उन्होंने ही मुझे सिखाया था|

सुबह जब मेरी नींद खुली तब मैंने देखा कि मैं तब भी मैरी डिसूजा की बाहों में थी- बिल्कुल नंगी| पर मेरी नींद किसी अलार्म क्लॉक की घंटी की वजह से नहीं बल्कि उनके फोन बजने की आवाज की वजह से खुली थी|

मैरी डिसूजा ने फोन उठाया, "हां हेलो? आप कौन बोल रहे हैं? हे ईश्वर! आप? आपकी आवाज जानी पहचानी सी लग रही थी पर मैंने पहचाना नहीं क्योंकि आपका यह नंबर मेरे पास नहीं था"

मुझे फोन से हल्की-हल्की आवाज भी आ रही थी और यह आवाज इसी मर्द की थी| मैंने सोचा कि शायद कोई जान पहचान वाला मैरी डिसूजा से बात कर रहा है|

उन्होंने दीवार की तरफ देखते हुए और जल्दी-जल्दी पलकें छक्का ते हुए एक अजीब सी प्रत्याशा मन में लेकर फोन पर बातचीत जारी रखी, "आपने तो बड़े दिनों के बाद फोन किया| जी हां बोलिए मैं सुन रही हूं"

फोन करने वाला कुछ कह रहा था लेकिन आवाज दबी दबी आ रही थी इसलिए मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या बोल रहा है लेकिन मैंने गौर किया किमैरी डिसूजा ने उनकी बातें सुनते हुए दो तीन बार मेरी तरफ देखा, फिर उन्होंने कहा, "हा हा हा हा हा... अभी कैसी बातें कर रहे हैं? मैं तो बस उम्मीद लगाए हुए बैठी थी कि आप जैसे प्रभावशाली इंसान की सेवा करने का मौका मुझे कब मिले... लेकिन आपको हमारे यहां की सर्विस की जरूरत पड़ेगी इस बारे में मैंने कभी सोचा ही नहीं था, क्योंकि आपके यहां तो इस चीज की कोई कमी नहीं है... आखिरकार लोगों की मान्यताएं ऐसी ही हैं... और आपका तो आपके इलाके में काफी दबदबा भी है और सबसे बड़ी बात आप तो टीवी पर भी आते हैं... जी, हां... जी, हां... जी, हां... "

वह आदमी शायद बहुत विस्तार से मैरी डिसूजा से कुछ कह रहा था और वह उनकी बातें बहुत ध्यान से सुनती हुई सिर्फ 'हां- हूं' ही कर रही थी|

उसके बाद उन्होंने मुझे नख से शिख तक अच्छी तरह से देखा और फिर उन्होंने उस आदमी से कहा, " आप 1 मिनट के लिए फोन को होल्ड कीजिए... " यह कहकर अपनी आवाज दबाने के लिए उन्होंने अपनी खुली हुई छाती पर फोन को रखा और फिर मुझसे बोली, "अच्छा पीयाली, मेरी बच्ची... किचन में जाकर हमारे लिए एक-एक पेग और रम बना करकेलेकर आ और साथ में वह सिगरेट का पैकेट और लाइटर भी लेकर आना"

"मम्मी, सुबह-सुबह? (आपको पीना है)" मैंने थोड़ा हैरान होकर उनसे पूछा|

"हां बेटी, लगता है कल रात को हम लोगों ने कुछ ज्यादा ही पी ली थी... इसलिए मुझे तो थोड़ा सा कुमार स चढ़ा हुआ है और तेरी आंखें भी लाल लाल हो रखी हैं"

"जी, अच्छा" यह कहकर मैं जिस हालत भी थी उसी हालत में बिस्तर से उठकर किचन की तरफ चली गई| जैसा कि मैंने कहा मेरी और मैरी डिसूजा के बीच जैसे मुंह बोली मां बेटी का रिश्ता गायब हो चुका है और ब्लू मून क्लब में मैं पीयाली दास के नाम से जानी जाती हूं जो कि मेरा असली नाम शीला चौधरी है|

किचन की तरफ जाते-जाते मैंने मैरी डिसूजा को फोन पर बातचीत जारी रखते हुए हुए सुना, "अच्छा... अच्छा... अच्छा... वह सब आप मुझ पर छोड़ दीजिए... आपको जैसी चाहिए बिल्कुल वैसी ही मिलेगी... लेकिन आप तो जानते ही हैं घोड़ा अगर घास से दोस्ती कर ले तो खाएगा क्या? इसलिए आपको इसका खर्चा तो उठाना ही पड़ेगा?... हा हा हा हा हा... वह मैं अच्छी तरह जानती हूं... लेकिन यह खर्चा प्रीमियम है क्या आप राजी हैं...?"

इतने में मै रम कि दो पैग और कोका कोला की छोटी सी बोतल और साथ में डन हील सिगरेट का पैकेट और लाइटर एक ट्रे में सजाके मैरी डिसूजा के बेडरूम में वापस घुसी|

मैंने देखा कि मैरी डिसूजा बिस्तर पर पालथी मारकर बिस्तर पर बैठी हुई थी| भई मानना पड़ेगा! इस उम्र में भी उनके बदन में जो कसाव है वह देखकर शायद अच्छी-अच्छी लड़कियों को भी जलन होने लगेगी उनके स्तन अभी भी सुडौल सानुपातिक और किसी जवान लड़की की तरह तने हुए से थे| उनके व्यक्तित्व या फिर शरीर में किसी भी तरह का कोई भी ढीलापन बिल्कुल भी नजर नहीं आ रहा था|

मैरी डिसूजा अभी भी फोन पर बात कर रही थी और ऐसा लग रहा था कि शायद वह एक क्लाइंट से अपना कोई प्रस्ताव मनवाने की कोशिश कर रही हैं, "हां जी, अब मैं जो कहने वाली हूं मुझसे जरा ध्यान से सुनिए| मेरे पास आपके लिए एक नया उपहार है... मान लीजिए कि एक खिलती हुई कली अभी-अभी फूल बनी है और यह बहुत ही आज्ञाकारी और मासूम है- कमर तक घने बाल, अच्छी तरह से विकसित सुडौल स्तन, मांसल और सुडौल कूल्हे... प्यारा सा मीठा चेहरा- एकदम गोरी चिट्टी... एक अच्छे घर की अतृप्त ग्रहणी... जैसा आपको चाहिए बिल्कुल वैसा ही और हां बहुत ही टाइट... बस आप समझ लीजिए कि इससे पहले उसने सिर्फ दो बार ही अपनी टांगे किसी के बिस्तर में फैलाई होंगी..."

अब तो मेरा दिल बहुत जोर जोर से धड़कने लगा था| कहीं मैरी डिसूजा किसी क्लाइंट से मेरे बारे में तो नहीं बात कर रही थी? क्योंकि उनकी बातों से तो ऐसा ही लग रहा था|

मैरी डिसूजा ने मुझे ट्रे को उनकी किंग साइज बेड के बगल में रखी हुई टेबल पर रखने कर इशारा किया|

"हां? क्या कहा आपने?" मैरी डिसूजा ने फोन पर तात्पर्य से पूछा, "लड़की सुंदर है या नहीं? आप यकीन मानिए आपने एक बार उसे देख लिया तो आप शायद अपनी नजर ही नहीं हटा पाएंगे... क्योंकि जिस लड़की को मैं आपके पास भेजने वाली हूं वह और कोई नहीं समझ लीजिए कि मेरी ही बेटी है"

मेरा अंदाजा बिल्कुल सही निकला!

अनजाने में ही मेरी निगाह बेडरूम पर लटके हुए बड़े से शीशे पर पड़ी जहां मैंने अपना नग्न प्रतिबिंब देखा और मन ही मन में यह सोच रही थी कि मैरी डिसूजा का कहना बिल्कुल सही था- अगर क्लाइंट की नजर बिछड़ पड़ गई तो शायद वह अपनी नजरें नहीं हटा पाएगा| खासकर तब जब ब्लू मून क्लब में आने के बाद और मैरी डिसूजा से मेलजोल बढ़ाने के बाद तो मानो मेरे ऊपर जैसे एक एंग्लो इंडियन परी का ठप्पा ही लग गया- यहां तक की काफी लोग बाग यह यकीन करने लग गए थे की हो ना हो मैं मैरी डिसूजा की ही बेटी हूं|

"पीयाली? अरी ओ पीयाली?" मैरी डिसूजा की आवाज सुनकर जैसे मेरी तंद्रा टूटी, "किन ख्यालों में खो गई थी मेरी बच्ची? अच्छा सुन तेरे लिए एक अच्छा सा क्लाइंट मिल गया है| ओ तेरी तस्वीर देखना चाहता है"

"जी, मम्मी" मैंने मुस्कुरा कर जवाब दिया; पर मेरा दिल बहुत जोरों से धड़क रहा था| मैं इतने लंबे समय से ब्लू मून क्लब की मेंबर हूं और खासकर मैरी डिसूजा की हॉट गर्ल्स की फायर ब्रिगेड में शामिल भी हूं... और इतने दिनों से मुफ्त में ही मैं उनसे प्रशिक्षण ले रही हूं... और अब वह वक्त आ गया था जब मैं सचमुच कि एक पार्ट टाइम लवर गर्ल बंद कर एक प्रीमियम सर्विस किसी ग्राहक को दे सकूं, " मैं अपने बालों को थोड़ा ठीक कर लेती हूं... और कुछ कपड़े पहन लेती हूं... फिर आप मेरी एक अच्छी सी तस्वीर खींचकर क्लाइंट को भेज देना"

"नहीं... नहीं... नहीं... वह तेरी एक नंगी तस्वीर देखना चाहता है और वैसे भी तो खुले बालों में इस वक्त बहुत सेक्सी लग रही है एक काम कर तो दीवार के पास जाकर खड़ी हो जा... मैं मोबाइल फोन से झूठ से तेरी एक तस्वीर खींच लूंगी और उसे भेज दूंगी और साथ में मैं तेरी वह तस्वीर भी भेज दूंगी जो मैंने 3 दिन पहले खींची थी..."

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मैरी डिसूजा ने मेरी तस्वीर खींची और उन्होंने मेरी एक दूसरी तस्वीर के साथ उसे क्लाइंट के पास व्हाट्सएप के जरिए भेज दिया|

"मम्मी, मुझे उस क्लाइंट के साथ कितनी देर बितानी होगी"

मैरी डिसूजा ने नजर उठाकर मेरी तरफ देखा जैसे कि वह मुझे कोई आदेश देने वाली है, उन्होंने कहा, "यह क्लाइंट... मालदा गांव का रहने वाला है| यह तुझे 7 दिनों तक अपने घर में ही रखेगा..."

मैंने हैरानी के साथ पूछा, "क्या?"

"हां, पर तू चिंता मत कर... मैं इस आदमी को बहुत अच्छी तरह से जानती हूं| यह आदमी बहुत ही प्रभावशाली और मशहूर है... आसपास के इलाकों में ही नहीं बल्कि देश विदेश में भी इनके काफी अनुगामी है... तुझे तो शायद यह भी नहीं मालूम कि बहुत से भिन्न धर्म के लोग भी इनको बहुत मानते हैं और साथ ही वह अच्छे पैसे देने को भी तैयार है... और हां, शायद तूने भी इनका नाम सुना हुआ होगा- इनका नाम है बाबा ठाकुर पंडित एकनाथ!"

बाबा ठाकुर पंडित एकनाथ?! यानी कि वही पंडित जी जिनकी भविष्यवाणियां में टीवी पर सुना करती थी| बाबा ठाकुर पंडित एकनाथ एक बहुत बड़े ज्योतिषी और जाने-माने तांत्रिक है और दुनिया भर में उनके भक्तों और मानने वालों की कोई कमी नहीं है... और उनके भक्तों की संख्या में तो अनगिनत महिलाएं और लड़कियां शामिल है|

"क्या सोचने लग गई, मेरी बच्ची?"

मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि मैं क्या कहूं हालांकि मन ही मन मैंने यह फैसला तो कर लिया था कि मैं मैरी डिसूजा कि चुने हुए क्लाइंट को सर्विस दूंगी- आखिरकार यह मेरे लिए एक इंतहा की घड़ी है लेकिन फिर भी मेरे जहन में कुछ सवाल उठ रहे थे; इसलिए मैंने पूछा, "मम्मी आपने कहा बाबा ठाकुर पंडित एकनाथ मुझे पूरे एक हफ्ते के लिए अपने मालदा गांव के घर में रखना चाहते हैं... इसमें कोई खतरे वाली बात तो नहीं है?"

"हां मेरी बच्ची, पीयाली... बाबा ठाकुर पंडित एकनाथ तुझे अपने मालदा गांव के घर में पूरे एक हफ्ते तक रखेंगे... तेरे मन में जो सवाल उठा रहे हैं मैं वह सब समझ सकती हूं, लेकिन एक बात का ख्याल रखना... ब्लू मून क्लब की जितनी भी पार्ट टाइम लवर गर्ल्स है- सब के सब मेरे लिए अनमोल है... मेरे क्लाइंट्स सर्विस के लिए मेरी पार्ट टाइम लवर गर्ल्स को घंटे के दस हज़ार से तीस हज़ार देते है अगर मुझे कोई मोटी मुर्गी मिल गई तुम्हें तो मीठी छुरी से उसका और अच्छी तरह से हलाल करती हूं... लेकिन तू मेरे लिए उन सभी लड़कियों से बढ़कर ज्यादा प्यारी है... क्योंकि मैंने तुझे गोद ले लिया है... इसलिए मैंने जो भी फैसला किया है सोच समझ कर ही लिया है... पर साथ ही यह आदमी भी मेरी जान पहचान का और मुझ पर काफी भरोसा करने वाला इंसान है… इसलिए यह तेरे लिए मुझे एक दिन के एक लाख रूपए देने के लिए राजी है... जिसमें से मैं सिर्फ 20% अपने लिए रखूंगी बाकी सब कुछ तेरा"

“एक लाख रुपये प्रति दिन की रॉयल्टी?" मुझे तो विश्वास ही नहीं हो रहा था|

इतने में मैरी डिसूजा का फोन फिर से बच उठा- और मुझे यकीन था कि यह मेरे नए क्लाइंट का ही व्हाट्सएप मैसेज होगा|

"कांग्रेचुलेशनस (Congratulations) पीयाली- क्लाइंट ने तुझे पसंद कर लिया है और तेरी डील फाइनल हो गई है… पार्ट टाइम लवर के तौर पर यह तेरापहला अनुभव होगा... तू बिल्कुल किसी नए आदमी को सुख और सुकून देने जा रही है... तू अपने आप को बहुत खुशनसीब समझ"

बाबा ठाकुर पंडित एकनाथ! दुनिया में बहुत मशहूर, प्रतिष्ठित और सम्मानित ज्योतिष और तांत्रिकों में से एक है| सुनने में आया है कि उनका कोई परिवार नहीं है- लोगों का मानना है कि उन्होंने संसार की मोह माया सब त्याग दी है...

कुछ भी हो आखिर वह भी एक मर्द है और आखिरकार शायद उन्हें दिल बहलाने के लिए एक औरत की जरूरत पड़ ही गई- शायद इसीलिए उन्होंने मैरी डिसूजा को फोन किया था|

क्रमशः
 

naag.champa

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अध्याय ३



अपने घर में तो मैं वैसे अकेली ही रहती थी और शहर के रिहायशी इलाके में और शहर के रिहायशी इलाके में एक ऊंची इमारत के महंगे - महंगे फ्लैट्स में रहने वालों की जीवनशैली ही थोड़ी अलग होती है| बिना मतलब के कोई किसी को नहीं पूछता|

अगर मेरी गैर हाजरी के बारे में किसी को परवाह थी- तो वह थी मेरी कामवाली गोपा मौसी|

ब्लू मून क्लब में शामिल होने के बाद| मैंने उन्हें यह बता दिया था कि मुझे इतना की नौकरी मिल गई है- और उसी काम के सिलसिले में मुझे एक हफ्ते के लिए शहर से बाहर जाना था|

लेकिन इंसान के दिमाग में खासकर औरतों की सोच बहुत ही पैनी और चुटीली होती है| इसलिए अगर उन्होंने दो और दो का आंकड़ा जोड़कर बाईस का हिसाब लगा लिया हो- तू भी कोई दिक्कत वाली बात नहीं थी- क्योंकि उन्होंने मुझसे पहले ही कहा था "...तुम तो पाँक पाड़ा गाँव की लड़की हो; तो तुम थोड़ा बहुत लेचारी क्यों नहीं करती हो, कौन पूछेगा तुमसे?... यहां कौन देखने को जा रहा है? तुम इतनी सुंदर हो सारी जिंदगी तुम अपने गूद से पेशाब करती रहोगी क्या?"

अगर आप गांव की भाषा समझे हैं, तो आप जानते होंगे कि गूद का मतलब होता है लड़कियों का यौनांग….

हमारे गांव और उसके आसपास के ईलाकों में ज्यादातर मर्द लोग काम के सिलसिले गाँव से दूर शहर में ही काम किया करते थे और वहीँ रहते थे और जैसे मेरे पति भी साल या छह महीने में एक आध बार घर आतें हैं ठीक वैसे ही उन लोगों का भी यह ही हाल था… इसकी बदौलत अच्छे-अच्छे घरों की लड़कियां, बहुएं या फिर औरतें अक्सर दूसरे मर्दो के साथ संबंध बना लेती थी...

इससे उनका अकेलापन भी दूर हो जाता था और फिर घर खर्च या फिर इधर-उधर की जरूरतों के लिए मुझे पैसे या फिर उनकी जरूरतें मैं पूरी हो जाती थी|

अंग्रेज तो देश को आजाद करके चले गए; लेकिन यह प्रथा आज भी प्रचलित है... और गौर करने वाली बात है भले ही यह व्यभिचार हो लेकिन इस प्रथा को चुपके चुपके हमारे समाज में स्वीकृति भी दी गई है...

***

मेरे और ब्लू मून क्लब की मालकिन और मेरी मुंह बोली मम्मी मैरी डिसूजा के पास सिर्फ 2 दिन का वक्त था और उसके बाद मुझे मालदा गांव के अपने नए क्लाइंट बाबा ठाकुर पंडित एकनाथ के घर पहुंचना था|

और इसी बीच उन्होंने मेरे लिए चार पांच महंगी महंगी बांग्ला ताँत की कि साड़ियां और उनके साथ मैचिंग ब्लाउज भी बनवा लिए थे|

पर मैंने जब इन ब्लाउजों को ट्रायल के लिए पहना तो मुझे थोड़ा अचरज सा महसूस हो रहा था और साथ में एक अजीब सा उसकाव भी महसूस हो रहा था| क्योंकि यह सारे के सारे ब्लाउज काफी खुले खुले से और कटे कटे से थे| जिसकी वजह से मेरे अंग प्रत्यंग काफी हद तक प्रदर्शित हो रहे थे| इन सारे ब्लाउज की पट्टियां लगभग एक इंच से भी कब की होगी और यह बहुत ही ज्यादा लो कट थे जिसकी वजह से मेरे सुडौल स्तनों का विपाटन काफी हद तक झलक रहा था और पीठ का हिस्सा भी बहुत ही ज्यादा खुला हुआ था| अगर मैं इस ब्लाउज के नीचे ब्रा पहनती हूँ तो ब्लाउज के ऊपर की सिलाई से ब्रा दिखाई देगी, तो मैडम के कहने से पहले ही मैं समझ गई थी कि मैं इस ब्लाउज के साथ ब्रा नहीं पहन सकती। साड़ी ब्लाउज पहने मैम ने अपने डीएसएलआर कैमरे से अलग-अलग पोज में मेरी कई तस्वीरें लीं।

मैंने जिंदगी में कभी ऐसे कपड़े सार्वजनिक जगहों नहीं पहने थे| इसलिए शुरू शुरू में मुझे थोड़ी अचरज महसूस हो रही थी|

लेकिन बाद में मैरी डिसूजा मुझे समझाया, "सुन मेरी बच्ची-पीयाली, तुझे अपने क्लाइंट के घर उनकी इच्छा अनुसार एक घरेलू बंगाली गृह वधू की तरह सज धज कर जाना होगा और गांव की औरतों की तरह ही तू जितने दिन उनके यहां रहेगी वैसे ही वेशभूषा में तुझे रहना होगा... इसलिए मैं तुझे घर में पहनने लायक दो- चार साड़ियां भी दे दूंगी लेकिन तुझे मालूम होगा कि मालदा गांव की ज्यादातर औरतें ब्लाउज नहीं पहनती है| इसलिए घरेलू साड़ियों के साथ मैंने तेरे लिए कोई ब्लाउज भी नहीं खरीदा|

और हां, यह मत भूल कि तू एक जवान लड़की है... तू सिर्फ अपने क्लाइंट के घर जाकर उसके बिस्तर पर अपनी टांगे ही नहीं फैलाने जा रही है... तुझे अपने रूप- यौवन और मोह माया का भरपूर इस्तेमाल करना है क्योंकि बाबा ठाकुर एकनाथ एक बहुत ही प्रभावशाली आदमी है| उसकी पहुंच बहुत दूर तक है... अगर तूने उनका भरोसा जीत लिया और उनको खुश कर दिया तो तेरे वारे ही न्यारे हो जाएंगे... बस इतना याद रख तुझे उनके यहां जाकर अपनी स्त्री धर्म का पालन करना है"

"स्त्री धर्म?"

"हा हा हा हा हा” मैरी डिसूजा हंस पड़ी "हां बेटी- तू तो वहां सर्विस देने के लिए जा रही है... बाबा ठाकुर तेरे साथ सहवास करते वक्त कंडोम का इस्तेमाल नहीं करेंगे... और जब तुम के साथ उनके कमरे में अकेली रहेगी तो तुझे उनके सामने बिल्कुल नंगी होकर रहना पड़ेगा यहां तक की तुझे अपने बालों को भी बांधने की इजाजत नहीं होगी... और बाकी जैसा जैसा मैंने तेरे को सिखाया था, बताया था... तू बस वैसा ही करती जाना... बाकी मुझे तेरे ऊपर इतना जरूर विश्वास है कि तू उनका दिल जरूर जीत लेगी"

फिर मैरी डिसूजा कुछ देर के लिए चुपचाप कुछ सोचने लगी, और फिर उन्होंने कहा, "अब लगता है वह वक्त आ गया है कि जब तुझे copper-t लगाना पड़ेगा"

"copper-t?"

"हां… अभी तो तेरे खेलने कूदने के दिन है... तू इतनी जल्दी गर्भवती हो जाना चाहती है क्या? और हर मर्द यही चाहता है कि वह औरत के साथ प्राकृतिक तरीके से सहवास करें यानी के बिना कंडोम के"

मुझे याद आया जब मैं पहली बार ब्लू मून क्लब आई थी और मेरा संबंध टॉम के साथ बना था तो उसको भी मेरे साथ बिना कंडोम सहवास करके बहुत ही मजा आया था और उसके बाद मैंने घर जाकर घर में पड़ी हुई है गर्भनिरोधक गोलियां खा ली थी|

फिर टॉम से मेरी दोस्ती गहरी होती गई और इन चंद महीनों में मैंने कितनी रातें टॉम के साथ बिताई है और हर बार टॉम ने मेरे साथ बिना कंडोम की ही सहवास किया है और यह मुझे भी अच्छा लगता है क्योंकि हर बार जब तुम अपना वीर्य मेरी योनि में डालता है तो उसके गरम गरम तरल एहसास से मुझे एक अजीब सी स्त्रैण संतुष्टि महसूस होती है... इसलिए जाहिर सी बात है कि मेरे क्लाइंट बाबा ठाकुर एकनाथ भी कंडोम का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करेंगे...

***

आज मुझे मालदा गांव के लिए रवाना होना था| घड़ी के कांटे मानो घोड़े पर सवार होकर दौड़ रहे थे|

ब्लू मून क्लब की मालकिन मेरी डिसूजा खुद मुझे तैयार कर रही थी| उन्होंने मेरे बालों में कंघी करते करते मुझसे कहा, "मैं तुझसे एक बात पूछना चाहती थी" यह कहकर उन्होंने बड़े प्यार से मेरी एक स्तन को सहलाया और फिर मेरे कान के पास आकर उन्होंने मुझसे पूछा, "तू अपने पति के साथ और टॉम के साथ किस तरह का संभोग करती है?"

"किस तरह का मतलब?" मैंने हैरानी से पूछा, "वैसे ही जैसे संभोग किया जाता है"

"अच्छा एक बात सच सच बता तूने कभी मुंह में (लिंग) लिया है?"

"हां" मैंने शर्मा कर सत सत बताया|

"किसका?"

"टॉम का..."

मेरी डिसूजा को शायद इस बात का पहले से ही अंदाजा था|

"क्या उसने तेरे मुंह के अंदर अपना माल (वीर्य) का फवारा छोड़ा था"

"हां... और मुझे लगता है ऐसा करना उसे बहुत अच्छा लगता है” अब तुम्हें बेझिझक होकर उनके सवालों का जवाब दे रही थी|

"पर तुझे कैसा लगता है?"

"अगर ऐसा करने से टॉम को खुशी मिलती है- तो इस बात से मैं भी खुश हूं"

"अच्छा एक बात बता तुझे कैसा संभोग पसंद है- मलद्वार या योनि वाला?"

"जी, गूद (योनि) वाला"

"टॉम तुझसे बहुत प्यार करता है इसीलिए आज तक उसने तेरी गांड नहीं मारी है” अबकी बार मैरी डिसूजा मेरे दोनों स्तनों को अपने दोनों हाथों से हल्का सा दबाकर बोली, "मैं तुझसे कुछ छुपाना नहीं चाहती... हमारा क्लाइंट बाबा ठाकुर एकनाथ को सब कुछ पसंद है- मुखमैथुन और गुदामैथुन भी... इसलिए, जब तू उनके यहां जा ही रही है तो याद रख उनकी हर खुशी का तुझे ध्यान रखना होगा"

"लेकिन..."

मैं जानती हूं शुरू शुरू में तुझे थोड़ी तकलीफ होगी इसलिए मैंने तेरे सामान के साथ व्हाइट रम की दो बोतल भी रखती है... अगर तू थोड़ा सा नशा कर लेगी; तो तुझे इतनी तकलीफ नहीं होगी"

मैं अपनी जिंदगी में कुछ दूसरा आशिक करना चाहती थी इसीलिए मैंने ब्लू मून क्लब की मलकिन मैरी डिसूजा की हॉट गर्ल्स की फायर ब्रिगेड में एक प्रीमियम पार्ट टाइम लवर गर्ल बनने का फैसला किया था... अब जब वैसा बन ही चुकी थी... और मेरी जीवन शैली का यह पहला कार्यभार था तो अब मुझे एशियन लीला की हर नियम का पालन करना होगा इसलिए मैंने आत्मविश्वास के साथ कहा, "मुझे मंजूर है- आपने जो भी हमारे क्लाइंट बाबा ठाकुर पंडित एकनाथ से वादा किया है मैं वह सब कुछ निभाने के लिए तैयार हूं"

मैंने समय रहते ही अपने बॉयफ्रेंड टॉम को यह बता दिया था कि मैं एक हफ्ते के लिए शहर से बाहर जा रही हूं| क्योंकि मुझे जिंदगी में पहली बार एक क्लाइंट को सर्विस देने का मौका मिला था|

और मैं यह जानती थी कि मेरी बात सुनकर टॉम का मन थोड़ा विचलित सा जरूर हो जाएगा लेकिन उसने इस बात को स्वीकार लिया था कि मैं उसकी गर्लफ्रेंड होने के साथ-साथ मैरी डिसूजा की ब्लू मून क्लब की है एक लवर गर्ल भी हूं|

मैरी डिसूजा की खास कर्मचारी जद्दनबाई ने मेरा सारा सामान संभाल कर लगा दिया था| और इतनी देर में मैरी डिसूजा ने भी मुझे एक पारंपरिक गांव की बंगाली गृह वधू की तरह से सजा दिया था|

मेरे होठों पर गाढ़ी लिपस्टिक करीब लगा हुआ था| पूरी की पूरी मांग सिंदूर से भरी हुई थी| मैरी डिसूजा कि घर से बाहर निकलने से पहले मैंने आईने में खुद को एक बार अच्छी तरह से देखा... मैंने एक क्रीम कलर की चौड़े लाल बॉर्डर वाली बांग्ला ताँत साड़ी पहन रखी थी और एक मैचिंग लाल कलर का लो कट खुला खुला सा ब्लाउज| जिसकी बदौलत मेरे सुडौल स्तनों का विपाटन काफी हद तक प्रदर्शित हो रहा था और मैरी डिसूजा ने जानबूझकर मुझे काफी नीचे करके साड़ी पहनाई थी ताकि मेरा पेट और नाभि और उसका निचला हिस्सा काफी हद तक प्रदर्शित हो|

और उन्होंने मेरे बालों को एक साधारण से जुड़े में बाँध दिया था और हां... परंपरा अनुसार इस बार मेरे दोनों हाथों में एक बंगाली सुहागनकी तरह मैंने सफेद और लाल चूड़ियां- जिसे शांखा और पौला कहते हैं- पहन रखी थी|

Bengali-2.jpg
बाबा ठाकुर पंडित एकनाथ का वस्तुकामुकता भी बहुत ही अद्भुत था|

अगर किसी गाड़ी से जाओ मालदा गांव हमारे शहर से करीब 3-4 घंटे का रास्ता था|

हालांकि वहां जाने के लिए ट्रेनें और बसें चलती थी लेकिन आखिरकार में ब्लू मून क्लब की एक प्रीमियम लवर गर्ल थी इसलिए मैरी डिसूजा ने मुझे मालदा गांव अपनी पर्सनल AC गाड़ी और अपनी पर्सनल ड्राइवर (जो कि उनका निजी अंगरक्षक भी था) अनवर मियां के साथ भेजने का फैसला किया|

अनवर मियां मुझे मालदा गांव हमारे क्लाइंट बाबा ठाकुर पंडित एकनाथ के घर छोड़कर वापस आ जाने वाले थे और फिर हफ्ते भर बाद वह मुझे वापस लेने के लिए आने वाले थे|

यूं तो मेरी जड़े पाँक पाड़ा की है- और मैं फिलहाल वहां की किसी आम जवान लड़की की तरह लेचारी करने जा रही थी...

पर मुझे क्या मालूम था- कि मुझे मालदा गांव में बाबा ठाकुर पंडित एकनाथ के घर जाकर सिर्फ पार्ट टाइम लवर गर्ल वाली सेक्सुअली ओरिएंटेड एंटरटेनमेंट (यौन उन्मुख मनोरंजन) वाली सर्विस ही नहीं देने वाली बल्कि उनकी जिंदगी और आसपास के गांव के लोगों द्वारा गुप्त रखे गए एक बहुत बड़े रहस्य के बारे में भी जानने जा रही हूं...

क्रमशः
 
चम्पा जी नई कहानी शुरू करने के लिये मेरी शुभकामनाएं , उम्मीद करता हूँ ये कहानी भी दमदार होगी
 

Studxyz

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भाग 2 का इंतज़ार था स्वागत है लेखिका जी

प्रशीक्षण तो मुँह बोली माँ डिसूज़ा व् मर्द रॉकी से मस्त हो गया अब आगे देखो क्या होता है
 

naag.champa

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चम्पा जी नई कहानी शुरू करने के लिये मेरी शुभकामनाएं , उम्मीद करता हूँ ये कहानी भी दमदार होगी
आदरणीय आवारा बादल जी,

उम्मीद है कि मेरी यह कहानी आपको बहुत पसंद आएगी क्योंकि मैंने इससे बहुत ही विस्तार से और धैर्य से लिखा है| मुझे आपकी टिप्पणियों का इंतजार रहेगा|
 

naag.champa

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भाग 2 का इंतज़ार था स्वागत है लेखिका जी

प्रशीक्षण तो मुँह बोली माँ डिसूज़ा व् मर्द रॉकी से मस्त हो गया अब आगे देखो क्या होता है
आदरणीय studxyz जी,

एक पुराने मित्र का कमेंट पढ़ कर बहुत अच्छा लगा| आशा है कि यह कहानी आपको मेरी पहले की लिखी कहानियों से भी ज्यादा अच्छी लगेगी| कृपया अपने महत्वपूर्ण कमैंट्स और सुझाव देते रहिएगा|
 
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