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Incest बारिश की ठंडक में चुद्दकड़क माल मम्मी ने बेटे से चुदवायी

Vishalji1

I love women's @ll body part👅lick(peelover)
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#update6
शावर में चुदक्कड मम्मी को चोदा

गहरी नींद के बाद मैं सुबह उठा तो देखा मेरी माल मम्मी बेड पर नहीं है… बिस्तर पूरा तहस नहस हो गया था.. चादर एक जगह से फट भी गयी थी. बिस्तर की हालत देख कर कोई भी बता सकता था की भयंकर चुदाई हुई है इस बेड पर.. मम्मी की साड़ी, ब्लाउज, पेटीकोट, चड्डी और ब्रा इधर उधर जमीन पर पड़ी हुई थी…
मैं उठा और मम्मी के सारे कपडे उठाने लगा.. कपड़ो से मम्मी की कामुक बदन की खुसबू आ रही थी.. ब्लाउज को देखकर मैं सोचने लगा.. इस छोटी सी ब्लाउज में मम्मी के बड़े बड़े तरबूज कैद रहते है.. मैंने मम्मी की ब्लाउज और ब्रा को लिया और अपने लंड पर मसलने लगा…
मैंने देखा बाथरूम से पानी गिरने की आवाज आ रही है.. बाथरूम का दरवाजा खुला हुआ था. मैं अंदर चला गया, वहा मम्मी शावर के निचे नहा रही थी.. मम्मी पूरी नंगी होकर नहा रही थी.. दोस्तों मेरी चुदक्कड मम्मी का बदन इतना सेक्सी और गदराया हुआ है कि देखते ही लैंड 90 डिग्री में खड़ा हो गया.. पानी की बूंदे मम्मी की मोटे मोटे चुच्चो से होती हुई उनकी बूर में जा रही थी.. मम्मी की बड़ी बड़ी चूचियां बहुत ही कसी और तनी हुई है.. थोड़ी गदराई कमर और फैली हुई बाहर को निकली विशाल चुत्तड़.. मम्मी का चुदक्कड कामुक बदन मेरे अंदर की आग को और भड़का रही थी.. मैं चुप चाप मम्मी के पीछे आ गया और उनकी गांड मे अपना लौड़ा ढूँसकर दोनों चूचियों को दबोच कर पकड़ लिया।
मम्मी : ओह्ह्ह मेरा मादरचोद बेटा तू है
मैं: हाँ मेरी रंडी मां .. मैं सोच रहा हूँ आपके साथ ही नहा लू
मम्मी : हाँ मेरे चोदू तेरे लिए ही तो मैंने बाथरूम लॉक नहीं किया था..
मैं मम्मी को पीछे से पूरा हग किये हुए था और शावर के निचे खड़ा था.. मेरा बदन भी पूरा भीग गया था.. मैं मम्मी की चूचियों को धीरे धीरे दबा रहा था और उनकी नैक पर किश कर रहा था.. मम्मी अह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह कर रही थी.. मम्मी ने पीछे से एक हाथ लगा कर मेरी शॉर्ट्स भी उतार दी.. अब मेरा खड़ा लंड मम्मी की नंगी चुत्तड़ो के बीच में फिट था…. मेरा लंड मम्मी की मोटी गांड का पूरा मजा ले रहा था… और मैं अपने दोनों हाथो से मम्मी की चूचियों को मसल रहा था.. मम्मी की चूचियां इतनी बड़ी बड़ी है की वो एक हाथ में आती नहीं है.. इतनी सॉफ्ट और भरी हुई चूचियों को दबाने में बहुत ही मजा आ रहा था.. उस पर मम्मी की कामुक सिसकारियां. उउउउइइइइ उह्ह्ह्हह्ह जोर से दबा रवि बेटा!!!!!!!…
फिर मैंने मम्मी को घुमाया और अपनी बाहो में लिया.. और मम्मी को किश करने लगा.. और मम्मी की गांड को मसलने लगा.. अह्हह्ह्ह्ह ऊह्ह्ह्ह रवि.. तूने तो मेरी चुत में फिर से आग लगा दी है मादरचोद
ओह्ह्ह मेरी चुदक्कड माल आप चिंता नहीं करो अभी शांत कर देता हूँ तेरी चुत को
मैं निचे झुका और मम्मी की चुत पर अपना मुंह ले गया.. मस्त क्लीन शेवड गोरी चिकनी चुत थी.. मैं दीदी की चुत को चूसने लगा.. अह्ह्ह्ह मादरचोद तू आग शांत कर रहा है या भड़का रहा है..
उफ्फ्फ्फ़ मम्मी तुम्हारी चुत बहुत ही प्यारी है..
मैं मम्मी की बूर चूस रहा था और अपने हाथो से मम्मी के बड़े बड़े आमो को दबा रहा था.. इतने सॉफ्ट और बड़ी बड़ी चूचियों को दबाने में बहुत ही मजा आ रहा था… आअह्ह्ह्हह बेटा!!!! अब रहा नहीं जा रहा है कितना चूसेगा..
आ पेल ना अपनी रखैल को..
ठीक है मेरी कंटाप माल … फिर रेडी हो जाओ मेरा लंड लेने के लिए ।
मैंने मम्मी को बाथरूम की दीवार से सटाया और उनकी एक टांग उठाई.. और बुर की गुफा पर अपना लौड़ा फिट किया.. और एक जोरदार झटका मारा.. लंड फच की आवाज के साथ मम्मी के बूर में घुस गया.. और साथ ही साथ मम्मी की जोर से सिसकारियां निकल गयी.. उईईईईई आइइइइइइइ… शावर की बूंदे हमदोनो के चेहरे पर पड़ रही थी और हम अपनी चुदाई में व्यस्त थे..
फिर मैं दन दनाता हुआ अपना लंड मम्मी की बूर में अंदर बाहर करने लगा.. जितना जोर का शॉट उनकी जोर मम्मी की आहे.. उउउउउउउ ईईईई रवि.. तू मेरा असली जानदार मादरचोद बेटा है .... पहले मेरा ध्यान तुझ पे क्यूँ नहीं पड़ा बेटा कब से मै लंड पे कूदने के लिए तड़प रही थी। चलो कोई न देर आए लेकिन दुरुस्त आए । चुदाई का असली मजा तू ही दे रहा है… अहहहहह मेरे मादरचोद रवि ..
ओह्ह्ह्ह रश्मि मेरी जानेमन.. तुझे चोदने का मजा तो कुछ और ही है
आअह्ह्ह्ह उह्ह्ह्हह्ह बेटा
मैं मम्मी की नंगी चूचियों को चूस रहा था और उनकी चुदाई कर रहा था.. अह्ह्ह्हह रवि फक मी डार्लिंग.. ओह्ह्ह ईईईई
फिर मैंने मम्मी को पलटा और पीछे से उसकी मारने लगा.. मम्मी की चौड़ी विशाल गांड को पकड़ कर मैं उन्हें चोद रहा था.. अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह बेटा.. और चोद बेटा!!!.. अपनी माल को रगड़ डाल अच्छे से..
मैंने मम्मी को पीछे से अपनी बांहो में जकड लिया और उनकी चूचियों को दबा दबा कर चोदने लगा… पानी की बूंदे मम्मी की नंगी पीठ पर गिर रही थी, जो मम्मी के बदन को और भी सेक्सी बना रहे थे.. मैं मम्मी की गोरी पीठ को चुम रहा था और उनके आमो को अपने हाथो से मसल रहा था..
अह्ह्ह्हह मम्मी क्या रसीले आम है मम्मी आपके…
उह्ह्हह्ह आईईईई बेटा!!!! निचोड़ डाल मेरी चूचियों को फाड़ दे मेरी बूर की ….
ओह्ह्ह्हह मम्मी आपकी चूचियां तो बड़े बड़े तरबूजों जैसी है जिन्हे दबाने में बहुत ही आनंद आ रहा है
ओह्ह्ह्हह्हह मादरचोद और जोर से मार गांड में दम नहीं है क्या …. फक मी डिअर…
उफ्फफ्फ्फ़ शाली रंडी .. आज रात अपनी गांड में तेल लगा के रखना फिर देखना तेरी गांड में क्या हाल करता हूँ…. आज मैं तेरी गांड मरूंगा.. तुझे ऑफ़स जाना है इसलिए अभी छोड़ रहा हूँ
नहीं बेटा गांड नहीं.. चुत मार ले जितनी..
नहीं मेरी चुदक्कड आज तो तेरी ये मोटी गांड फाड़ कर ही रहूँगा…
उईईईईई आह्ह्ह्हह मादरचोद ठीक है.. मैं अपने मादरचोद को पूरा खुस रखूंगी..
ओह्ह्ह्हह मेरी मम्मी यू आर सो स्वीट एंड सेक्सी…
अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह बेटा और तेज और तेज .. आउउउउउउ
मैं मम्मी के बड़े बड़े चुचो को दबा दबा कर बहुत तेजी से चोद रहा था.. मेरा लंड अब ताबड़ तोड़ मम्मी की बूर में अंदर बाहर हो रहा था.. और धीरे धीरे मम्मी की मॉनिंग तेज हो गयी… अह्हह्ह्ह्ह बेटा … उउउउउउउउउ…
ओह्ह्ह्ह मेरे चोदू बेटा मेरा हो गया…
फिर हमदोनो साथ में नहाये… फिर मम्मी ने टॉवल से मेरा बदन पोछा और मैंने उनका बदन.... फिर मम्मी ऑफिस जाने के लिए तैयार होने लगी।......

दोस्तों इस कहानी को अधिक से अधिक लाइक कमेंट और शेयर करें ताकि मुझे अगला अपडेट लिखना का motivation मिले।

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Gjb hottt jabrdast superrrr mummy bhi to maal hi hai gjb
 

Rudra chawla

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भाई कहानी में gif और xxx फोटो लगाओ कहानी के हिसाब से कहानी अच्छी लगेगी
 

Siraj Patel

The name is enough
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Hello everyone.

We are Happy to present to you The annual story contest of XForum


"The Ultimate Story Contest" (USC).


"Chance to win cash prize up to Rs 8000"
Jaisa ki aap sabko maloom hai abhi pichhle hafte hi humne USC ki announcement ki hai or abhi kuch time pehle Rules and Queries thread bhi open kiya hai or Chit Chat thread toh pehle se hi Hindi section mein khula hai.

Well iske baare mein thoda aapko bata dun ye ek short story contest hai jisme aap kisi bhi prefix ki short story post kar sakte ho, jo minimum 700 words and maximum 7000 words ke bich honi chahiye (Story ke words count karne ke liye is tool ka use kare — Characters Tool) . Isliye main aapko invitation deta hun ki aap is contest mein apne khayaalon ko shabdon kaa roop dekar isme apni stories daalein jisko poora XForum dekhega, Ye ek bahot accha kadam hoga aapke or aapki stories ke liye kyunki USC ki stories ko poore XForum ke readers read karte hain.. Aap XForum ke sarvashreshth lekhakon mein se ek hain. aur aapki kahani bhi bahut acchi chal rahi hai. Isliye hum aapse USC ke liye ek chhoti kahani likhne ka anurodh karte hain. hum jaante hain ki aapke paas samay ki kami hai lekin iske bawajood hum ye bhi jaante hain ki aapke liye kuch bhi asambhav nahi hai.

Aur jo readers likhna nahi chahte woh bhi is contest mein participate kar sakte hain "Best Readers Award" ke liye. Aapko bas karna ye hoga ki contest mein posted stories ko read karke unke upar apne views dene honge.

Winning Writer's ko well deserved Cash Awards milenge, uske alawa aapko apna thread apne section mein sticky karne ka mouka bhi milega taaki aapka thread top par rahe uss dauraan. Isliye aapsab ke liye ye ek behtareen mouka hai XForum ke sabhi readers ke upar apni chhaap chhodne ka or apni reach badhaane kaa.. Ye aap sabhi ke liye ek bahut hi sunehra avsar hai apni kalpanao ko shabdon ka raasta dikha ke yahan pesh karne ka. Isliye aage badhe aur apni kalpanao ko shabdon mein likhkar duniya ko dikha de.

Entry thread 15th February ko open ho chuka matlab aap apni story daalna shuru kar sakte hain or woh thread 5th March 2024 tak open rahega is dauraan aap apni story post kar sakte hain. Isliye aap abhi se apni Kahaani likhna shuru kardein toh aapke liye better rahega.

Aur haan! Kahani ko sirf ek hi post mein post kiya jaana chahiye. Kyunki ye ek short story contest hai jiska matlab hai ki hum kewal chhoti kahaniyon ki ummeed kar rahe hain. Isliye apni kahani ko kayi post / bhaagon mein post karne ki anumati nahi hai. Agar koi bhi issue ho toh aap kisi bhi staff member ko Message kar sakte hain.



Story se related koi doubt hai to iske liye is thread ka use kare — Chit Chat Thread

Kisi bhi story par apna review post karne ke liye is thread ka use kare — Review Thread

Rules check karne ke liye is thread ko dekho — Rules & Queries Thread

Apni story post karne ke liye is thread ka use kare — Entry Thread

Prizes
Position Benifits
Winner 4000 Rupees + Award + 5000 Likes + 30 days sticky Thread (Stories)
1st Runner-Up 1500 Rupees + Award + 3500 Likes + 15 day Sticky thread (Stories)
2nd Runner-UP 1000 Rupees + 2000 Likes + 7 Days Sticky Thread (Stories)
3rd Runner-UP 750 Rupees + 1000 Likes
Best Supporting Reader 750 Rupees + Award + 1000 Likes
Members reporting CnP Stories with Valid Proof 200 Likes for each report



Regards :- XForum Staff
 

Bhen20

Bhabhiyon ka diwana
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#update6
शावर में चुदक्कड मम्मी को चोदा

गहरी नींद के बाद मैं सुबह उठा तो देखा मेरी माल मम्मी बेड पर नहीं है… बिस्तर पूरा तहस नहस हो गया था.. चादर एक जगह से फट भी गयी थी. बिस्तर की हालत देख कर कोई भी बता सकता था की भयंकर चुदाई हुई है इस बेड पर.. मम्मी की साड़ी, ब्लाउज, पेटीकोट, चड्डी और ब्रा इधर उधर जमीन पर पड़ी हुई थी…
मैं उठा और मम्मी के सारे कपडे उठाने लगा.. कपड़ो से मम्मी की कामुक बदन की खुसबू आ रही थी.. ब्लाउज को देखकर मैं सोचने लगा.. इस छोटी सी ब्लाउज में मम्मी के बड़े बड़े तरबूज कैद रहते है.. मैंने मम्मी की ब्लाउज और ब्रा को लिया और अपने लंड पर मसलने लगा…
मैंने देखा बाथरूम से पानी गिरने की आवाज आ रही है.. बाथरूम का दरवाजा खुला हुआ था. मैं अंदर चला गया, वहा मम्मी शावर के निचे नहा रही थी.. मम्मी पूरी नंगी होकर नहा रही थी.. दोस्तों मेरी चुदक्कड मम्मी का बदन इतना सेक्सी और गदराया हुआ है कि देखते ही लैंड 90 डिग्री में खड़ा हो गया.. पानी की बूंदे मम्मी की मोटे मोटे चुच्चो से होती हुई उनकी बूर में जा रही थी.. मम्मी की बड़ी बड़ी चूचियां बहुत ही कसी और तनी हुई है.. थोड़ी गदराई कमर और फैली हुई बाहर को निकली विशाल चुत्तड़.. मम्मी का चुदक्कड कामुक बदन मेरे अंदर की आग को और भड़का रही थी.. मैं चुप चाप मम्मी के पीछे आ गया और उनकी गांड मे अपना लौड़ा ढूँसकर दोनों चूचियों को दबोच कर पकड़ लिया।
मम्मी : ओह्ह्ह मेरा मादरचोद बेटा तू है
मैं: हाँ मेरी रंडी मां .. मैं सोच रहा हूँ आपके साथ ही नहा लू
मम्मी : हाँ मेरे चोदू तेरे लिए ही तो मैंने बाथरूम लॉक नहीं किया था..
मैं मम्मी को पीछे से पूरा हग किये हुए था और शावर के निचे खड़ा था.. मेरा बदन भी पूरा भीग गया था.. मैं मम्मी की चूचियों को धीरे धीरे दबा रहा था और उनकी नैक पर किश कर रहा था.. मम्मी अह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह कर रही थी.. मम्मी ने पीछे से एक हाथ लगा कर मेरी शॉर्ट्स भी उतार दी.. अब मेरा खड़ा लंड मम्मी की नंगी चुत्तड़ो के बीच में फिट था…. मेरा लंड मम्मी की मोटी गांड का पूरा मजा ले रहा था… और मैं अपने दोनों हाथो से मम्मी की चूचियों को मसल रहा था.. मम्मी की चूचियां इतनी बड़ी बड़ी है की वो एक हाथ में आती नहीं है.. इतनी सॉफ्ट और भरी हुई चूचियों को दबाने में बहुत ही मजा आ रहा था.. उस पर मम्मी की कामुक सिसकारियां. उउउउइइइइ उह्ह्ह्हह्ह जोर से दबा रवि बेटा!!!!!!!…
फिर मैंने मम्मी को घुमाया और अपनी बाहो में लिया.. और मम्मी को किश करने लगा.. और मम्मी की गांड को मसलने लगा.. अह्हह्ह्ह्ह ऊह्ह्ह्ह रवि.. तूने तो मेरी चुत में फिर से आग लगा दी है मादरचोद
ओह्ह्ह मेरी चुदक्कड माल आप चिंता नहीं करो अभी शांत कर देता हूँ तेरी चुत को
मैं निचे झुका और मम्मी की चुत पर अपना मुंह ले गया.. मस्त क्लीन शेवड गोरी चिकनी चुत थी.. मैं दीदी की चुत को चूसने लगा.. अह्ह्ह्ह मादरचोद तू आग शांत कर रहा है या भड़का रहा है..
उफ्फ्फ्फ़ मम्मी तुम्हारी चुत बहुत ही प्यारी है..
मैं मम्मी की बूर चूस रहा था और अपने हाथो से मम्मी के बड़े बड़े आमो को दबा रहा था.. इतने सॉफ्ट और बड़ी बड़ी चूचियों को दबाने में बहुत ही मजा आ रहा था… आअह्ह्ह्हह बेटा!!!! अब रहा नहीं जा रहा है कितना चूसेगा..
आ पेल ना अपनी रखैल को..
ठीक है मेरी कंटाप माल … फिर रेडी हो जाओ मेरा लंड लेने के लिए ।
मैंने मम्मी को बाथरूम की दीवार से सटाया और उनकी एक टांग उठाई.. और बुर की गुफा पर अपना लौड़ा फिट किया.. और एक जोरदार झटका मारा.. लंड फच की आवाज के साथ मम्मी के बूर में घुस गया.. और साथ ही साथ मम्मी की जोर से सिसकारियां निकल गयी.. उईईईईई आइइइइइइइ… शावर की बूंदे हमदोनो के चेहरे पर पड़ रही थी और हम अपनी चुदाई में व्यस्त थे..
फिर मैं दन दनाता हुआ अपना लंड मम्मी की बूर में अंदर बाहर करने लगा.. जितना जोर का शॉट उनकी जोर मम्मी की आहे.. उउउउउउउ ईईईई रवि.. तू मेरा असली जानदार मादरचोद बेटा है .... पहले मेरा ध्यान तुझ पे क्यूँ नहीं पड़ा बेटा कब से मै लंड पे कूदने के लिए तड़प रही थी। चलो कोई न देर आए लेकिन दुरुस्त आए । चुदाई का असली मजा तू ही दे रहा है… अहहहहह मेरे मादरचोद रवि ..
ओह्ह्ह्ह रश्मि मेरी जानेमन.. तुझे चोदने का मजा तो कुछ और ही है
आअह्ह्ह्ह उह्ह्ह्हह्ह बेटा
मैं मम्मी की नंगी चूचियों को चूस रहा था और उनकी चुदाई कर रहा था.. अह्ह्ह्हह रवि फक मी डार्लिंग.. ओह्ह्ह ईईईई
फिर मैंने मम्मी को पलटा और पीछे से उसकी मारने लगा.. मम्मी की चौड़ी विशाल गांड को पकड़ कर मैं उन्हें चोद रहा था.. अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह बेटा.. और चोद बेटा!!!.. अपनी माल को रगड़ डाल अच्छे से..
मैंने मम्मी को पीछे से अपनी बांहो में जकड लिया और उनकी चूचियों को दबा दबा कर चोदने लगा… पानी की बूंदे मम्मी की नंगी पीठ पर गिर रही थी, जो मम्मी के बदन को और भी सेक्सी बना रहे थे.. मैं मम्मी की गोरी पीठ को चुम रहा था और उनके आमो को अपने हाथो से मसल रहा था..
अह्ह्ह्हह मम्मी क्या रसीले आम है मम्मी आपके…
उह्ह्हह्ह आईईईई बेटा!!!! निचोड़ डाल मेरी चूचियों को फाड़ दे मेरी बूर की ….
ओह्ह्ह्हह मम्मी आपकी चूचियां तो बड़े बड़े तरबूजों जैसी है जिन्हे दबाने में बहुत ही आनंद आ रहा है
ओह्ह्ह्हह्हह मादरचोद और जोर से मार गांड में दम नहीं है क्या …. फक मी डिअर…
उफ्फफ्फ्फ़ शाली रंडी .. आज रात अपनी गांड में तेल लगा के रखना फिर देखना तेरी गांड में क्या हाल करता हूँ…. आज मैं तेरी गांड मरूंगा.. तुझे ऑफ़स जाना है इसलिए अभी छोड़ रहा हूँ
नहीं बेटा गांड नहीं.. चुत मार ले जितनी..
नहीं मेरी चुदक्कड आज तो तेरी ये मोटी गांड फाड़ कर ही रहूँगा…
उईईईईई आह्ह्ह्हह मादरचोद ठीक है.. मैं अपने मादरचोद को पूरा खुस रखूंगी..
ओह्ह्ह्हह मेरी मम्मी यू आर सो स्वीट एंड सेक्सी…
अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह बेटा और तेज और तेज .. आउउउउउउ
मैं मम्मी के बड़े बड़े चुचो को दबा दबा कर बहुत तेजी से चोद रहा था.. मेरा लंड अब ताबड़ तोड़ मम्मी की बूर में अंदर बाहर हो रहा था.. और धीरे धीरे मम्मी की मॉनिंग तेज हो गयी… अह्हह्ह्ह्ह बेटा … उउउउउउउउउ…
ओह्ह्ह्ह मेरे चोदू बेटा मेरा हो गया…
फिर हमदोनो साथ में नहाये… फिर मम्मी ने टॉवल से मेरा बदन पोछा और मैंने उनका बदन.... फिर मम्मी ऑफिस जाने के लिए तैयार होने लगी।......

दोस्तों इस कहानी को अधिक से अधिक लाइक कमेंट और शेयर करें ताकि मुझे अगला अपडेट लिखना का motivation मिले।

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Nice story...agla update kab aayega
 
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Desi lugai

Mujhe mote lund acche lagte he🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌
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#update2

"हाँ मम्मी ……तुम लगभग नंगी ही हो और…..उन सब ने तुम्हे इस रूप में देख लिया.”

आवाज़ सुन कर रश्मि एक दम से पलटी और अपने बेटे को दरवाजे की चौखट से टेक लगा कर खड़े हुए देखा. जलते हुए अंगारो जैसी उसकी आँखे उसे घूर रही थी, उसकी लगभग नंगी काया में गढ़ी जा रही थी. रश्मि की आँखे अबचेतन मन से नीचे की ओर जाती हैं जहाँ वो अपने बेटे की कमर पर एक बड़ा सा टेंट बना हुआ देखती है. प्रतिक्रिया में उसके हाथ उसके स्तन और जाँघो के जोड़ को ढकने के लिए उठ जाते हैं.

“तुम…तुम्हारे दोस्त कहाँ हैं?” वो सामान्य दिखने की कोशिश करते हुए उससे पूछती है.

“वो तो चले गये”

“मगर बाहर तो अभी भी बहुत जोरदार बारिश हो रही है…..एसी बारिश में वो कैसे….?” रश्मि ने आश्चर्य से पूछा.

“मैने उन्हे जाने को कहा था.” रवि चेहरे पर एक अजीब सी भावना लिए हुए था. वो कुछ परेशान सा दिखाई देने के साथ साथ कुछ निडर सा भी दिखाई दे रहा था.

“आइ आम सॉरी बेटा, मुझे मालूम नही था घर पर कोई है, तुम भी अक्सर इस समय घर से बाहर होते हो.” रश्मि धीरे से बोलती है “इसमे मेरा दोष नही है कि बारिश के कारण मैं भीग गयी”

“नही वो बात नही है मम्मी….” रवि धीरे से फुसफुसाता है “बात तो बस यह है….. क्या आपने सुना था वो आपके बारे में क्या बोल रहे थे?”

“पूरा नही, कुछ-कुछ, जो वो पहले पहल बोल रहे थे.” रश्मि मुस्कराती है. “असल में मुझे काफ़ी ताज्जुब हुआ वो सब सुन कर”

“और फिर वो इससे भी बदतर बोलने लगे”

“क्या कह रहे थे वो?” रश्मि उत्सुकता में पूछती है.

“वो…वो…बोल रहे थे…कि…नही मम्मी में नही बता पाऊँगा. वो बहुत भद्दे शब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे”

“एसा क्या कह रहे थे वो? मुझे ठीक ठीक बताओ क्या बोल रहे थे वो?” रश्मि धृड़ता से और ज़ोर देते हुए पूछती है.

“वो …वो कह रहे थे…कैसे मैं आपके साथ इस घर में रह सकता हूँ बिना.. बिना…?”

“मुझे तुम्हारी बात की कोई समझ नही आ रही है. बिना क्या?” रश्मि पूछती है

“बिना आपको चोदे!!!! उन्होने कहा आप देखने में इतनी गर्म और कामुक दिखती हैं तो मैं आपके साथ एक ही घर में बिना आपको चोदे कैसे रह रहा हूँ? रवि ने तपाक से बोल दिया . “उनके इतना कहते ही मैने उन्हे घर से चले जाने को कह दिया. और तब.. तब….”

रश्मि को एक झटका सा लगा था ये सब जानकर मगर साथ ही उसमे कौतूहल भी जगा था अपने बेटे के दोस्तों के द्वारा हुई उन भड़कीली अश्लील टिप्पणियों को सुन कर.

“और फिर वो सब मुझ पर हँसने लगे और मुझसे बोले कि मैं मन ही मन आपको चोदने की इच्छा रखता हूँ इसलिए सच सुन कर मैं इतना घबरा रहा हूँ और मुझे इतना गुस्सा आ रहा है”

रश्मि की आँखे फिर से नीचे जाते हुए रवि के लौडे पर ठहर जाती है. पूरे दो साल हो गये थे उसे लौडा देखे हुए, चूत में लेने की बात तो अलग रही. वो अपनी नज़रें तेज़ी से उपर उठाती है जब उसे एहसास होता है कि वो अपने सगे बेटे के लौडे को घूर रही है. रश्मि का दिल बहुत जोरों से धड़क रहा था.

“और…क्या तुमने वाकई में…वाकई में कभी एसा सोचा है?” रश्मि लगभग ना सुन सकने स्वर में बोलती है. “क्या तुम वाकई में मुझे चोदना चाहते हो?”

“माँ….आप….आप मुझे एसा कैसे पूछ सकती हो?” रवि धीरे से बिना साँस लिए फुसफुसाता है.

“बताओ मुझे! मैं जानना चाहती हूँ! क्या तुम वाकई मे मुझे चोदना चाहते हो?” रश्मि किसी अग्यात भावना के तहत अति कौतूहल से और बैचैनि से अपने बेटे के जवाब का इंतजार कर रही थी.

“हां…हां! मैं चाहता हूँ.” आख़िर में रवि जवाब देता है, उसकी आँखे नीचे फर्श पर टिकी हुई थी. “तुम इतनी सुंदर हो माँ….और तुम्हारे बदन की मादकता मुझे इतनी उत्तेजित कर देती है कि बस मैं खुद पर नियंत्रण नही रख पाता और मैं आप के बारे में वो सब सोचने लग जाता हूँ जो मुझे कतयि भी नही सोचना चाहिए”

रश्मि को अपने बेटे की आवाज़ में एक अजब सी प्यास एक अजब सा दर्द महसूस होता है. वो अपने बेटे को कड़ाई से घूरती है. वो दरवाजे से टेक लगाए नीचे देख रहा था. वो उसे उसके पति राजिंदर की याद दिलाता था. असलियत में वो बिल्कुल वैसा ही था जैसा उसका बाप 18 वर्ष की आयु में था. अपने बेटे में अपने पति का अक्श देखकर उसके मन में एक बिजली सी कौंध जाती है. उसे वो समय याद आता है जब राजिंदर उसे पूरी रात चोदा करता था और उसे उत्तेजना और आनद के मारे सिसकियाँ भरने पर मजबूर कर देता था. वो अपने जिस्म में एक दर्द की लहर सी दौड़ती हुई महसूस करती है जो उसकी चूत तक पहुँचकर उसमे आग लगा रही थी.

रश्मि धीरे से अपने बेटे की आँखो में देखते हुए अपने हाथ अपने मम्मों और जाँघो पर से हटा लेती है और गीले और बदन से चिपके वस्त्रो में क़ैद अपनी लगभग नंगी काया अपने बेटे की आँखो के सामने कर देती है.

“क्या तुम्हे…क्या तुम्हे अच्छा लग रहा है जो तुम इस समय देख रहे हो?” वो धीरे से फुसफुसाती है

“माँ…आप..आप अंदाज़ा भी नही लगा सकती!” रवि धीरे से उखड़ते स्वर में जवाब देता है.

“क्या तुमने कभी चोरी छिपे मुझे देखने की भी कोशिश की है?”

“हां …कुछ एक बार मेने झाँका है” रवि बुदबुदाता है. “केयी बार जब आप नीचे बैठती हैं और आपकी स्कर्ट उपर हो जाती है तो मेने आपकी कच्छि देखी है और कयि बार आपके सूट्स में जब आप नीचे झुकती हैं तो आपके गले में झाँका है”

इसके अलावा और क्या क्या किया है तुमने? बताओ मुझे?” कुतूहलवश और उत्तेजना में वो अपने बेटे के हर राज़ को जानना चाहती थी.

“उम्म…मम्मी… वो मेने आपकी कच्छि के साथ कयि बार…….उनको सूँघा है …और उनमे अपना….अपना माल गिराया है. में यह सब जान बूझकर नही करता बस अपने आप हो जाता है, मुझसे कंट्रोल नही होता” रवि की आवाज़ अभी भी लड़खड़ा रही थी.

अपने बेटे की मुख से पाप स्वीकृति ने रश्मि के बदन की मादक तपिश को और भी भड़का दिया था. यह जानकर कि उसका सगा बेटा उसे चोदने के सपने देखता है और अपनी सग़ी माँ की कच्छि अपने लौडे पर लपेटकर मूठ मारता है और उसमे अपना माल गिराता है, उसे अपना जिस्म उत्तेजना से काँपता हुआ महसूस हो रहा था. उसके निपल बढ़ कर कड़े हो गये थे और गीली ब्रा में से उभरे हुए नज़र आ रहे थे. उसके मन पर जैसे किसी और का अधिकार हो गया हो और जो भी वो इस वक़्त कर रही थी उसमे उसे कोई शर्म या संकोच महसूस नही हो रहा था. उसे इसमे कुछ भी ग़लत नही लग रहा था बल्कि उसे एसा लग रहा था जैसे वो अपने जिस्म की एक मूल माँग पूरी कर रही थी जिसका कि उसे पूर्णतया अधिकार था.

“अब तक सिर्फ़ काल्पनिक मज़ा ही लिए हो?” रश्मि अपने बेटे की आँखो की गहराई में देखते हुए बोलती है उसके चेहरे पर एक कुटिल और रहस्यमयी मुस्कान थी जैसे उसके दिमाग़ में कोई साज़िश चल रही थी. और तब उसने वो लफ़्ज कहे जिनकी रवि ने कभी अपने सपने में भी आशा नही की थी.

“उम्म्म..म्मथम्म….अगर में तुम्हे एक मौका दे दूं जिसका तुमने आज तक सिर्फ़ सपना ही देखा है…..अगर तुम्हे वाकई में अपनी मम्मी चोदने को मिल जाए तो……” रश्मि बड़े ललचाने वाले अंदाज़ में अपने होन्ट चाटते हुए पूछती है.

“माँ….माँ…आप..सच में…मगर”

रवि की ज़ुबान लड़खड़ा रही थी, उसे यकीन नही हो पा रहा था मगर उस समय उसकी आँखे अविश्वास से फैल जाती हैं जब वो माँ को अपनी ड्रेस की ज़िप खोलते हुए देखता है. ज़िप खुलते ही ड्रेस नीचे फर्श पर गिर जाती है. उसकी मम्मी उसके सामने सिर्फ़ ब्रा और कच्छि पहने खड़ी थी. रश्मि की त्वचा गीली होने के कारण चमक रही थी. वो अपने बेटे की ओर बढ़ती है और उसका हाथ अपने हाथों में लेकर बेड पर जाती है.

रश्मि बेड पर बैठ कर रवि की शर्ट उतारती है और अपने बेटे की मर्दाना छाती पर हाथ फेरते हुए उसकी तारीफ करती है. वो अपनी उंगलियाँ उसके पेट पर नाज़ुकता से घुमाती है और उसके बदन को कसते हुए महसूस करती है जब वो उसे सहलाती है. रवि एक गहरी साँस लेता है जब रश्मि उसकी पेंट की हुक खोल कर उसे नीचे खींचते हुए पैरों से बाहर निकाल देती है. उसका लंड अंडरवेर में एक लोहे की रोड की तरह सख़्त होकर झटके मार रहा था जैसे बहुत गुस्से में हो.

रश्मि अपने बेटे के लंड से निकलने वाले प्रेकुं की मस्की स्मेल को सूंघति है तो उसकी चूत में करेंट दौड़ जाता है. वो अपनी उंगलियाँ उसके अंडरवेर में फँसा कर उसे नीचे खींचते हुए बाहर निकाल फेंकती है. अपने बेटे के उस तगड़े लौडे पर पहली नज़र पड़ते ही उसके मुँह खुला का खुला रह जाता है. रवि का लंड काफ़ी लंबा होने के साथ साथ बहुत मोटा भी था और बुरी तेरह से झटके मार रहा था. उसका लॉडा उसके बाप के लौडे से बड़ा और मोटा था.

रश्मि अपने बेटे के टट्टों को बड़ी नाज़ुकता से सहलाती है और अपना मुँह उसके फूले हुए लंड के बिल्कुल सामने लाती है. वो गहरे लाल सुपाडे को चूमती है और फिर उसका मुँह अपने बेटे के लौडे के अग्रभाग पर कस जाता है. वो धीरे धीरे अपने होंठो को उसके लंड पर पीछे की ओर ले जाती है और साथ ही सुपाडे की चमड़ी को खींच कर पूरी तरह से नंगा कर देती है.

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Yesi thi mammi
 
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