• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest बालकनी में मां और बेटा (short story)

Desi lugai

Mujhe mote lund acche lagte he🍌🍌🍌🍌🍌🍌🍌
116
154
43
गुड्डू मेरी बूर का स्वाद लेने में मगन था की तभी मेरी नजर फिर से उस कुत्ते और कुतीया के जोड़े पर गई लेकिन अब वो कुत्ता उस कुतीया की चूत नही चाट रहा था बल्कि वो उस पर चढ़ चुका था।

hqdefault

मुझसे भी अब नही रहा जा रहा था। मैने गुड्डू के सर पर हाथ फेरते हुए कहा

"सुनिए जी.... आह्ह्ह् देखिए वो अब क्या कर रहे है"

गुड्डू मेरी बात सुन कर उठा और सड़क की तरफ देखने लगा उसने भी उन जानवरो की लीला देख ली और वो मेरी बात का मतलब समझ गया। गुड्डू ने अपना पजामा खोल दिया और अपने नंगे लन्ड को मेरी नंगी चूत से टच करता हुआ मेरे ऊपर आगे की और झुक गया। मैने अभी भी अपनी साड़ी को पकड़ कर नीचे जाने से रोका हुआ था जिसके कारण अब गुड्डू का नंगा लौड़ा सीधा मेरी नंगी और गीली चूत से टकरा रहा था। मेरे मुंह से फिर से सिसकारी निकल गई।

गुड्डू ने मेरे ऊपर झुकते हुए मेरे कान के पास आकर कहा

"मेरी श्रद्धा कुतीया को क्या चाहिए?"

मुझे शर्म आ रही थी लेकिन मैं अब बहुत ज्यादा गरम हो चुकी थी इसीलिए मै खुद अपनी गांड़ को गुड्डू के लुंड पर रगड़ने लगी।


images-1-28

लेकिन गुड्डू उसे मेरी चूत में जाने से रोक रहा था। मैने सिसकते हुए कहा

"गुड्डू जी... आह.. वो देखिए ना"

गुड्डू - " देख लिया श्रद्धा लेकिन वहां है क्या?"

मैं - "जी.. जी वो दोनो को देखिए वो क्या कर रहे है"

गुड्डू - "क्या कर रहे है श्रद्धा?"


मुझसे अब सबर करना मुश्किल होता जा रहा था मैने फिर भी अपने आप को संभालते हुए कहा

"जी वो कुत्ता अपनी कुतीया पर चढ़ा हुआ न, आह्ह्ह्ह् आप भी चढ़ जाओ ना मुझ पर गुड्डू जी"

गुड्डू - "चढ़ा हुआ तो हूं श्रद्धा और कैसे चढ़ू?"

मैं समझ गई मेरा कुत्ता भी मुझे उस कुतीया की तरह ही पूरा बेशर्म बनाना चाहता है और अब मेरा बांध टूटने लगा था मैं झिझकते हुए बोलने लगी

"जी.. वो जी वो कुत्ता है न"

गुड्डू - " हां श्रद्धा वो कुत्ता ..."

मैं - "वो.. वो कुत्ता उस कुतीया पर चढ़ कर"

अब गुड्डू मेरी चूत पर अपना लोड़ा फेरने लगा और उसने कहा "हां चढ़ कर क्या कर रहा है"

मैं भी मस्ती में अपनी गांड़ को ऊपर नीचे करने लगी मेरे लिए सांस लेना भी मुश्किल हो रहा था



gif-ass-rubbing-cock-5edaa1f165bb2

"वो उस कुतीया की पुसी में अपना पेनिस डाल रहा है"

गुड्डू - "ये क्या होता है श्रद्धा, हिंदी में बोलो"

तड़प के कारण मेरी टांगे कपने लगी थी मुझसे नही रहा गया और मैने बिना कुछ सोचे समझे बोल दिया

"गुड्डू जी वो कुत्ता उस कुतीया की चूत को अपने लोड़े से चोद रहा है"



Picsart-24-08-03-07-37-21-310

गुड्डू ने अब अपना लोड़ा मेरी चूत के छेद पर लगा दिया असीम आनंद के करण मेरी आंखे बंद होने लगी फिर उसने कहा

"तो तुम क्या चाहती हो श्रद्धा?"



मैं अब पूरी तरह दीवानी हो चुकी थी मैने मस्ती में अन्हे भरते हुए कहा

"आह्ह्ह्ह्ह मैं भी आपकी कुतीया हू , गुड्डू जी। मुझे भी उसी तरह चोदिए ना।"


मैं पागल हो गई थी मेरे बेटे ने मुझे पूरी तरह पागल बना दिया था अब मुझे कोई लाज और शर्म नही थी मैं अब बस उससे चुदाना चाहती थी चाहे कही भी ही कैसे भी हो।

गुड्डू - "श्रद्धा अभी दिन के उजाले में सबके सामने छत पर किसी ने हमे देख लिया तो"

मैं - "आआहन्नन्... देख लेने दीजिए न... गुड्डू जी... बस आप आपकी श्रद्धा कुतीया को चोदिये। इस्सस मुझे बस आपसे चुदना है जान।"

image-19
 

Napster

Well-Known Member
4,516
12,618
158
गुड्डू ने मेरी गांड़ को सहलाते हुए मुझे थोड़ा सा साइड किया, मैने एक झलक अच्छे से अपने बेटे कम सैयां को देखा फिर शर्म के मारे अपनी नजरें चुराने लगी। गुड्डू ने मेरे गाल पर किस्स किया और मदहोश होते हुए कहा “ऊऊहह माँ….तू सच में कमाल औरत है”

मैंने एक पल उसकी तरफ देखा फिर अपनी गर्दन नीचे करके पूछा “आपको अच्छा लगा?”


images-7

गुड्डू ने कोई जवाब नही दिया बस मेरी आंखो में देखता हुआ झुक कर मेरे नर्म और नाज़ुक होंठों को अपने सख्त और मर्दाना होठों से मिला दिया, पहले किस्स किया फिर मेरे होठों को अपने होठों में दबा कर चूसने लगा। मुझ पर भी उत्तेजना का असर होने लगा और मैं उसके बालों को सहलाते हुए उसके होठों को उसी तरह चूसने लगी।

b1e069aa93d934729ed8335a90e6cef5

उसने अपना एक हाथ मेरी गोल- गोल और सॉफ्ट चूचियों पर रख दिया या उनकी मालिश करने लगा और एक हाथ से मेरी सुडोल गांड़ को सेहनाने और दबाने लगा। मैं भी अपने बेटे का पूरा साथ दे रही थी और इस सब में हम ये भूल चुके थे की किचन के ठीक बाहर मेरी सास और ससुर मोजूद हैं। मैं दुनिया से बेखबर अपने ही बेटे के साथ अपने ही घर की किचन में उससे अपनी गांड़ और चूचियों की मालिश करवा रही थी।

kitchen-morning

काफी देर तक यूंही एक दूसरे के साथ प्यार करने के बाद मैंने उसके होठों से अपने होंठ अलग किये और ज़ोर ज़ोर से साँस लेने लगी लेकिन अब वो मेरी गर्दन को चूमते हुए मेरी नरम गुदाज चूचियों को दबाने लगा।

S7Uu

कुछ देर इसी तरह मुझे प्यार करने के बाद गुड्डू मुझसे दूर हुआ, मैं कुछ समझ नही पाई और उसे हैरानी से देखती रही मेरी सवालिया नज़रों को समझते हुए गुड्डू ने कहा "बस, अब ज़्यादा नही वरना मैं खुद को रोक नहीं पाऊंगा और अभी हम हमारे रूम में नही है।"

मैने उसका हाथ पकड़ कर फिर से अपने सीने पर रख दिया और कहा "तो क्या हुआ, आप मत रोको खुदको।"

गुड्डू ~ "अभी हम किचन में है मम्मी और बाहर दादा, दादी बैठे हैं।"

मैं ~ "क्यों कोई होगा तो अपनी मम्मी को प्यार नही करोगे? " (मैने गुड्डू की कल वाली बात दोहरा दी)

गुड्डू अब मेरी बात का मतलब समझ गया और मेरी कमर में हाथ डाल और मुझे फिर से पास खींच लिया और मेरी एक चूची को अपने हाथ में लेते हुए कहा। "अपनी सास और ससुर का डर नही है तुझे"

मैने भोला चेहरा बनाते हुए सिर्फ ना में सर हिला दिया। गुड्डू को मेरी ये अदाएं बहुत अच्छी लग रही थी उसने मेरे चेहरे को अपने मर्दाना हाथो में थाम और कहा "तो मेरी श्रद्धा को अब डर नही लगता।"


df863776-0eca-4a6d-af4d-d0e0077920a2

मै ~ "जब से आपसे प्यार हुआ है तब से नही लगता।"

गुड्डू ~ "और किसी को पता लग गया तो?"

मैं ~ "मुझे अब किसी से कोई फर्क नही पड़ता, मुझे अब सिर्फ आपका साथ चाहिए।"

ये सुन कर गुड्डू के चेहरे पर एक बड़ी सी मुस्कान आ गई और उसने कहा "तो मेरी श्रद्धा को अपने बेटे से किचन में चुदना है।"

मैंने इस बार बहुत खुशी और एक्सिटमेंट दिखाते हुए हां में गर्दन हिलाई।


GIF-20240923-131839-036

ये देख कर गुड्डू ने मुझे फिर से किस्स करना शुरू कर दिया कभी मेरे होंठ फिर मेरी गर्दन और फिर गर्दन से होते हुए मेरे होंठ और फिर कुछ देर बाद मेरे सीने के ऊपर आ गया या चारों दिशाओं में चूमने लगे।

hot-kiss-kiss

मेरे मुँह से धीरे धीरे बस “आआआआआअहह” की सिस्कारियाँ फूटने लगी। गुड्डू का एक हाथ मेरी साड़ी को ऊपर करके मेरी जांघो से होता हुआ मेरी कल की चुदाई से थोड़ी सुजी हुई और चिकनी चूत तक पहुँचने लगा।


tumblr-e0f799e9e987d1011d6be08319b1a695-b0dc9c18-500
बहुत ही मस्त और शानदार अपडेट है भाई मजा आ गया
 

Napster

Well-Known Member
4,516
12,618
158
गुड्डू एक हाथ से मेरे बूब्स और दूसरे हाथ को मेरी जांघो से होते हुए मेरी चूत तक ले जा रहा था और उसके सख्त हाथो का एहसास मुझे पागल बना रहा था। मैं उससे चिपक कर धीरे धीर आंहे भर रही थी. लेकीन गुडु के लिए मेरी साड़ी के कारण मेरी चूत तक जाना मुश्किल हो रहा था तो गुड्डू ने साड़ी के ऊपर से मेरी चूत पर हाथ रख कर दबा दिया.. और कहा
"अपनी साड़ी उठाओ श्रद्धा"


मैने बिना कुछ कहे चुप चाप झुक कर अपनी साड़ी और पेटीकोट पकड़ कर ऊपर करना शुरू कर दिया । पहले मेरे पैर नंगे हुए, फिर जांघें और फिर मेरी गीली कामरस टपकाती नंगी चूत गुड्डू की आंखो के सामने आ गई।

img-0203

मेरी चूत को इस तरह पैंटी के बिना देख कर उसने कहा,
"आज पेंटी नही पहनी!"

मैं ~ "नहीं।"

गुड्डू ~ "क्यों?"

मैं ~ "पैंटी पहनती तो आपको परेशानी होती इस तक आसानी से पहुंचने में।"

इस पर गुड्डू के चेहरे पर लंबी मुस्कान आ गई और वो फर्श पर बैठ कर मेरी चूत को अच्छे से देखने लगा। मैं किचन में अपनी साड़ी को ऊपर उठाए खड़ी थी और मेरा अपना जवान बेटा फर्श पर बैठ कर मेरी भीगी और चिकनी फूली हुई चूत को देख रहा था। एक दम से मैने अपनी दोनो तांगे फेला कर उसे अच्छे से अपनी चूत दिखाते हुए कहा,
"ये लो देख लो अपनी मम्मी की चूत जहां से आप पैदा हुए थे।"


throbbing-pussy-porn-gifs-sex-gif

गुड्डू ~ "उउउउफ श्रद्धाआआ ये तो सच में जन्नत है"
और एक दम से वहीं बैठ कर मेरी चूत को चूम लिया और फिर चाटने लगा।

gif-kiss-my-pussy-5f49139b465a2

मैं ~ "उउउउम गुड्डू जी की आप अपने पापा की तरह बिलकुल नहीं है, आप को अपनी औरत को खुश रखना आता है। इस्स्स्स माआआ कब से आप की श्रद्धा की चूत इस प्यार के लिए तड़प रही थी मेरे राजा मैं बता नहीं सकती"

कुछ देर तक गुड्डू मेरी चूत का रस इस ही पिता रहा। मेरी चूत से पानी रिस रिस कर गुड्डू के मुंह में जा रहा था और थोड़ा मेरी जांघो से होते हुए ज़मीन पर गिर रहा था। मैने अपने दोनो हाथो से अपनी साड़ी पकड़ी हुई थी।

मैं ~ "आआआह गुड्डू जी आप सच में अपनी श्रद्धा के असली मर्द हो जिसे पता है कि उसकी लुगाई को क्या जरूरत है पर अब इसे छोड़ दो और अपने मोटे और लम्बे लंड को डाल कर इस निगोड़ी चूत को ठंडा कर दो क्यूकि हमारे पास ज्यादा वक्त नही है।"

ये सुन कर गुड्डू उठा और मुझे घुमा कर किचन काउंटर की तरफ़ घुमा कर झुका दिया अब मेरी गांड़ और चूत उभर गई थी। गुड्डू मेरी पीछे की तरफ उभरी हुई चूत पर अपना लन्ड लगा कर उसे ऊपर नीचे सहलाने लगा।


big-cock-teasing-wet-tight-pussy-doggystyle-awesome-picture

मैं बेसब्र हो रही थी और अपने होंटो को दांतो से काट रही थी की कब मेरा बेटा उसका लन्ड मेरी चूत में डालेगा।

मैं ~ "यूएफएफएफ, डाल दो ना जानू।"

गुड्डू ~ "डाल दूंगा पहले मेरे एक सवाल का जवाब दे।"

मैं ~ "कैसा सवाल गुड्डू जी?"

गुड्डू ~ "तू सच में मेरी बीवी बनना चाहती है?"

मैं ~ "मेरा तन और मन दोनों आपका है जान, अब बीवी बनाना है या कुछ और मैं आपके लिए सब बनने को तैयार हूं।"

गुड्डू ~ "सोच ले, मेरी बीवी के सारे फर्ज़ निभाने पड़ेंगे।"

मैं ~ "सब कुछ मंजूर है जान मैं भी आपकी बीवी के सारे फर्ज निभाना चाहती हूं।"

गुड्डू ~ "तेरे पति यानी मेरे पापा का क्या होगा?"

मैं ~ "वो अब मेरे ससुर जी है और पति आप हो।"

गुड्डू ने इस बात पर अपना लोड़ा मेरी चूत के छेद पर लगा दिया।

गुड्डू ~ "वो तुझे बीवी मान कर छूने की कोशिश करेगा तो?"

मैं ~ "सीईईईईईई... मुझे आपके अलावा अब कोई नही छू सकता। मैं कुछ भी करके उन्हे हाथ नही लगाने दूंगी। मुझ पर बस आपका हक है सिर्फ आपका और किसी का नही"

गुड्डू ने ये सुनते ही अपने लोड़े को धक्का देना शुरू कर दिया और वो मेरी चूत में जाने लगा।



dick-insert-pussy-gif-scaled


गुड्डू का पूरा लंड मेरी गीली हो चुकी चूत में घुसता चला गया । मैं मदहोशी में आँखे बंद करके सिसकारी लेते हुए बोली।
"अहह ........ गुड्डू जी बहुत अच्छा लग रहा है"

गुड्डू के मोटे लंड से मुझे अपनी टाइट चूत में कुछ दर्द सा भी महसूस हो रहा था लेकिन दर्द के साथ साथ बहुत कामसुख भी मिल रहा था।

लन्ड को चूत में घुसते ही गुड्डू ने कहा,
"और बच्चो का क्या ? तू सच में बच्चे पैदा करेगी मेरे"

मैं गुड्डू के प्यार और उसके लन्ड से चुदाती हुई बोली,
"हां जान, आपकी श्रद्धा आपकी सगी मां आपके बच्चे पैदा करेगी। मैं नहीं जानती कैसे लेकिन मैं जरूर करूंगी। जितने आप चाहोगे उतने।"

गुड्डू ने आगे झुक कर मेरे गाल को चूम लिया और लन्ड को मेरी चूत में अंदर बाहर करते हुए बोला।
"तुझ से बेहतर औरत मुझे नही मिल सकती थी श्रद्धा।"

मैं ~ "मैं भी आआआआआ.... आप जैसा मर्द पाकर खुद को खुशनसीब समझती हूं जान।।।।"


4004240872af4ea3c8f1bb973054c837

गुड्डू के मेरी चूत पर पड़ते धक्कों से मेरी सिसकारियां बढ़ रही थी । लेकिन मैं ज्यादा तेज़ आवाज़ नही निकल सकती थी क्योंकि किचन के बाहर ही मेरी सास बैठी थी जिसे हमारी मेरी सिसकियां सुनाई दे सकती थी इसीलिए मेने अपनी सारी का पल्लू अपने मुंह में दबा लिया ताकि आवाज बाहर तक न जाए।
बहुत ही गरमागरम कामुक और उत्तेजना से भरपूर कामोत्तेजक अपडेट है भाई मजा आ गया
अगले रोमांचकारी धमाकेदार और चुदाईदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
 
Top