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मेरे कमरे मे एक रुस्सियन माल थी, उसने एक मैले रंग का स्कर्ट और टॉप लाल रंग का पहना हुआ था, वो मुझसे इंग्लिश मे कुछ कहती है लेकिन मुझे कुछ खास समझ मे नहीं आया, और मुझे सही मायने मे फरक भी पड़ रहा था की वो क्या बोल रही है, मैं उसके करीब जा के उसका गोरा हाथ पकड़ के सूंघता हूं, काफ़ी अच्छी महक आ रही थी, मेरा लंड तो इतने मे ही खड़ा होने लगा था, वो फिर कुछ बोली लेकिन मैंने इग्नोर कर उसको अपने गले मे लगा लिया और उसके चेहरे को अपने सीने मे किसी फ़िल्मी हीरो माफिक लगा लिया और वो मुझसे छुटने की कोसिस करने लगी। चटपटाते देख मैंने उसे छोड़ दिया और खुद अपना कपड़ा खोल जमीन पे फेक दिया, और मैं उसे बेड पे बैठने का इशारे कर बाथरूम मे लोशन लेने गया।
मैं वापस कमरे मे आया और वो साली बेड पे नंगी लेती परी थी, एकदम दूध जैसी गोरी उसे देख मैं हैरान हो गया की क्या ऐसी गोरी औरत होती भी हैँ, मै अपने नाख़ून से उसके पैर पे खरोचा तो उसने दर्द से अपने पैर पीछे खींचे और मुझे यकीन हो गया की ये पेंट नहीं था...
मैंने उसे हाथ पकड़े और और उसके ऊपर चढ़ गया, मेरा मूड था की जन्नत का मज़ा आज ही लूट लेना है मुझे...
उस रुस्सियन माल की गुलाबी चीज गज़ब की थी, साला देख के ही मेऱे मुँह मे पानी आ गया...
वो शाली भी तो प्रोफेशनल रांड थी, साली मे कोई शर्मा हया नहीं थी, पैर उठा मुझे उकसा रही थी, मुझे ये ही चीज थी जो मुझे ऐसी औरतों की पसंद थी, ये चुदाई की इतनी आदि थी की इन्हे ये सिर्फ एक काम भर लगता था, खैर मैंने अपना लंड उसकी चुत पे सटाया और उसकी खाई जैसे गहरी और ढीली चुत मे फिसल गया, मैं हौले हौले उसे चोदने लगा और वो साली किसी पोर्नस्टार की तरह चिल्लाने लगी जो बिलकुल झूठा था जिसे सुन मेरा मूड थोड़ा उतर गया, लेकिन चुत तो चुत ही होती है और ये तो सफ़ेद गोरी गुलाबी चुत थी, मैं तेज़ी से धक्का मरते रहा और कुछ ही देर मे मेरी लंड का लस्सी उस रांड के बुड़ मे गिरा दिया, लेकिन मेरा मन नहीं भड़ा था साला इस विदेशी माल मे देसी का मज़ा नहीं था...
मैंने उस रांड को कमरे से भगा दिया और फिर मैं बड़े से खिड़की से दुबई शहर को देखने लगा, कसम सलमान खान की गज़ब शहर था ये....
मैं फिर फ़ोन कर कुछ खाने को माँगा लेता हूं, और फिर सोचने लगा की कैसे ये सोने के 6 बार इंडिया ले जाऊं, मुझे कुछ समझ मे नहीं आ रहा था, और कोई गलती करने का मतलब था मौत, यही सोच मैं पागल हुए जा रहा था। इसी बीच मुझे एक कॉल आया और मैं ये सोच की ये मालिक का होगा मैंने पिक कर लिया लेकिन साला दूसरे तरफ से कोई आवाज़ नहीं आया तो मैंने फोन काट दी....
अगले दिन मैं नाहा धो कर सोने के बार को अपने सामान मे छिपा एयरपोर्ट की और निकल गया, मेरा गांड फटा हुआ था और मैं जैसे ही एयरपोर्ट पहुंचा मेरा पसीने से हालत पतला हो गया...
मैं एयरपोर्ट पहुंचा और मुझे सिक्योरिटी ने नहीं रोका और मैं प्लेन पे चढ़ गया, लेकिन साला सामान लुग्गेज मे था और मैं डरता हुआ इंडिया आने का इंतज़ार करने लगा...
साला मेरी किस्मत इतनी अच्छी थी की मैं इंडिया एयरपोर्ट से बच के निकल गया और सामान ले मैं सीधे बॉस के पास गया जिसने मुझे जीता देख मुस्काया और मुझसे 6 सोने के बार ले लिए और मुझे नकद 1 लाख मेरे सामने रख दिया....
मैं लेकिन पूछ बैठा जो मेरे दिल मे खटक रही थी...
-बॉस तूने मुझे दुबई भेज दिया इसे लेने के लिए, आखिर हैँ तो ये सोना ही जिसे पैसे देके ख़रीदे हैँ, वो तो इंडिया मे भी हो जाता...
इस्पे वो मुस्काता है और मुझपे हंसाने लगता है...
-अभी तू नहीं समझें गा, अब तू ये जान ले की ये सोना सोना नहीं है....
नैन कुछ समझा नहीं लेकिन बॉस काफ़ी अच्छे मूड मे था और मुझे दारू का एक गिलास दे खुद सिगर पिने लगता है...
-देख शालू तू जनता मैं काफ़ी अच्छा आदमी हूं....
-उम्म्म मैं समझा नहीं सर...
-मेरे अच्छे साइड मे रहना, वरना मैं तेरा खाल चील के सुवरों को खिला दूंगा....
मैं उसकी अचानक बदले हुए भाव से डर गया, तो वो दूसरे तरफ मुँह कर सिगर पिता रहा....
मैं वहां से निकला मेऱे पास खूब पैसे थे और मैं इस से सबसे पहले एक वाटर बेड ख़रीदा और एक ठीक थक मोहल्ले मे फ्लैट लिया, और बच्चे हुए पैसे से मैंने अपने बैंक अकाउंट मे डाल दिए...
और खुद मधु को फ़ोन मिलाया और उसे आधे घंटे मे अपने नये फ्लैट पे बुलाया....
मैं नंगा अपने नये बेड पे दरवाज़ा खोल इंतज़ार कर रहा था अपने मासूका की लेकिन शाली लेट किये जा रही थी और तभी मेरे दरवाज़े पे आहात लगाती है और मैं जोड़ से आवाज़ लगा अंदर आने को कह देता हूं...
अंदर मधु मेरे खाली घर को देख हैरान हो जाती है...
-इधर आजा शाली...
मेरे कमरे मे पसीने से लठपथ मधु आती है जिसे देख मैं उसे पास बुला लेता हूं....
-बेबी कल मैंने एक रुस्सियन की चुत ली...
-तो मुझे क्या बता रहा है भड़वा...
ये कह मधु जाने लगाती है, उसके चेहरे पे गुस्सा साफ साफ था...
-अरे मेरी जाने मन सॉरी माफ कर दो...
वो मेरे बात को अनजान कर घर से भाग जाती है, वहीँ मैं बेड पे हंसाने लगा, शाली काफ़ी ईर्ष्या करने वाली औरात थी....
मेरे मन मे लेकिन कुछ और था और मैंने अपने उसी बॉस को फ़ोन लगाया...
-सर हेलो...
-बोल क्यों याद किया तूने...
-अरे सर एक औरात पसंद आ गयी है...
-तो
-अरे सर समझो ना, उसके पति के सामने उसे उठाना है...
-अच्छा, हा हा हा चल सही है, बता कहाँ से उठाना है उसे...
मैंने उसे प्लान बता दिया और मैं फिर उसके अड्डे पे गया और मैं बॉस और तीसरा उसका एक गुंडा गाडी मे बैठ निकल गए...
शाम का मौसम था और हम तीनो मास्क पहन लिया मेरे प्लान के मुताबिक़ और मधु के घर के बगल वाले गली
खड़े उन दोनों का निकलने का इंतेज़ार करने लगे और ठीक 7 बजे जब मधु घर से निकली सब्ज़ी लेने के लिए हम तीनो ने उसे घर लिया और बॉस ने बन्दुक उसके सर पे रख दिया...
-तेरा घर किदर है, चल शांति से वरना, हा हा हा....
मधु डर गयी थी, और वो गिरगिराने लगाती है, और ज़मीन पे बैठ जाती है, तो मैं आगे बढ़ के उसके पेट पे लात मर देता हूं और उसका बाल पकड़ के खड़ा कर देता हूं...
-प्लीज मुझे छोड़ दो...
अब मैं उसे गसिट के उसके घर की और ले जाने लगा और पीछे वो दोनों आ रहे थे, मधु छुड़ाने की पूरी कोसिस कर रही थी और गिरगिरा रही थी लेकिन हमें कोई फरक नहीं पड़ा और हम मधु के घर ले गेट पे खड़े वो बेल्ल बजाते हैँ, अंदर से दौड़ता हुआ मधु का पति आया और हमें और मधु का हाल देख हालत पतली हो गयी...
मेरा बॉस और वो गुंडा आगे बढे और मधु के पति को दबोच लिया और उसे पीटने लगे और मैं मधु का साड़ी खोल उसके पति के सामने नंगा करने लगा, वो दोनों बचाने की दुहाई दे रहे थे लेकिन हमे क्या, मैंने मधु की साड़ी फाड़ दी और वहीँ दूसरे तरफ मधु का पति मधु को देख रोने लगता है और मैं मधु की चुडिया तोड़ देता हूं, और फिर मधु की पेटीकोट को फाड़ दिया और मधु को धकेल के उसके पीते हुए पति के ऊपर धकेल दिया...
और फिर मैंने मधु का पैर फैला दिया और उसकी चड्डी बगल मे सड़का दी, और मैंने बॉस को न्योता दिया इस चुत का उद्घाटन करने का और वो अपना पैंट खोल अपना लंड निकला और मधु के ऊपर चढ़ मधु की चुत मे टिका दिया, और मधु को मधु के पति के ऊपर ही चोदना सुरु कर दिया...