रात को खाना खाकर अब्बास अपने रूम में बैठा कोई मजहबी किताब पढ़ रहा था और ज़ैनब रूम में दूध लेकर आ गई। उसने अपनी अम्मी की लाल साड़ी पहनी हुई थी जो अब्बास को बहुत पसंद थी। वो हमारी शादी की पहली सालगिरह पहन कर मेरे सामने आई थी। वो साड़ी बहुत झीनी है और उसके पल्ले से पेट साफ दिखाई देता है। उसका ब्लाउज़ पीछे से खुला है और आगे से गला बहुत गहरा है. (हालाँकि हम मुसलमान लोग साड़ी नहीं पहनते पर बंगाल के उस इलाके में सभी लोग साड़ी पहनते हैं.
ब्लाउज़ के पीछे सिर्फ इलास्टिक की दो वारीक पट्टियां हैं और आगे से बूब्ज़ की गोलाइयां दिखाई देती हैं। ज़ैनब को उस साड़ी में देख कर एक बार तो अब्बास को लगा कि सामने उसकी बीवी खड़ी है। उस दिन अब्बास ने अपनी बेटी के बदन को गौर से देखा। वो बिल्कुल अपनी अम्मी पर गई है। उसके बूब्ज़ उसकी बीवी जितने बड़े हैं लेकिन गांड उससे बड़ी है। वो सोच रहा था काश जुनैदा होती तो उसको चोद देता। ज़ैनब सामने खड़ी थी लेकिन अब वो उसे अपनी बेटी नहीं बल्कि बीवी लग रही थी।
उसका मन कर रहा था की काश वो अपनी बेटी को चोद पाता।
पर उसे पता था की वो दोनों बाप बेटी हैं और इस तरह का सम्बन्ध उन दोनों के बीच में संभव ही नहीं है. अब्बास सोचने लगा की इस से पहले की उसका खड़ा लौड़ा उसके दिमाग को हरा दे और वो कोई गलत कदम उठा न बैठे, इस लिए उसे अपनी बेटी की शादी कर देनी चाहिए.
अगले दिन से उसने बेटी के लिए लड़का देखने का काम शुरू कर दिया.
किस्मत से उसी गांव में एक दूसरी मस्जिद थी जिस में उस्मान नाम का एक नौजवान लड़का मौलवी का काम करता था. उस्मान काफी शरीफ था और दीन की भी अच्छा जानकर था. मौलवी होने के कारण उसे मस्जिद की तनखाह के इलावा लोगे की मौत, शादी आदि का भी काम मिल जाता था जिस से उसे अच्छी आमदनी हो जाती थी.
अब्बास को लगा की उस्मान उसकी बेटी के लिए एक अच्छा वर हो सकता है. क्योंकि एक तो वो उसी गांव में था उसे अपनी बेटी को भी देखने मिलने में आसानी होगी क्योंकि आखिर बीवी की मोत के बाद उसका दुनिया में कोई था तो उसकी जैनब बेटी ही थी.
हालाँकि उस्मान शरीर से कोई ख़ास तगड़ा नहीं था , वो काफी पतला सा था पर ऊपर वाली सारी बातें सोच कर , उसने उस्मान से अपनी बेटी जैनब की शादी कर दी,
ज़ैनब की शादी के बाद कुछ दिन तो ठीक ठाक बीते , पर अब्बास और ज़ैनब को यह पता नहीं था की उन का दामाद मौलवी उस्मान चोरी छुपे शराब पीने का शौकीन है.
एह बात तो ज़ैनब को अपनी सुहागरात के दिन ही पता चल गयी जब उस का शौहर उस्मान शराब के नशे में उस से सुहागरात मनाने आया.