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Incest भईया का जितना अंदर तक जाता है न, उतना तो किसी का हाथ भी न पहुँचे। आआआह भईया।

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#३
सुमन और सीमा दोनों सहेलियां थी। दोनों एक दूसरे से हर बात बताती थी। सीमा सुमन से २ साल बड़ी थी और बीए तीसरे साल में थी जबकि सुमन बीए पहले साल में थी। दोनों बहुत सादगी से रहती थी। दोनों का घर और खेत अगल बगल थे इसलिये दोनों साथ सब्जियां लेने खेतो में जाती थीं और खूब बातें करती। उनकी बातों में चुदाई की बातें ज्यादा होती थी। दोनों वापस घर अपनी गीली चूत ले के आती थी। सीमा का बड़ा भाई सुनील था वो एमए दूसरे साल में था। दोनों भाई बहन में बहुत प्यार था।
जनवरी का महीना था दोपहर के एक बज रहे थे सुमन अपने छत पे धुप में बैठ कर पढ़ रही थी। उसने देखा की सीमा खेतो की ओर जा रही है तो उसे थोड़ा अजीब लगा की आज सीमा ने मुझे बुलाया नहीं और वो मेरे साथ शाम को चलने वाली थी। फिर सुमन ने सोचा हो सकता उसको कोई काम हो और वापस पढ़ने लगी।
थोड़ी देर पढ़ने के बाद उसे याद आया की माँ आज पालक की दाल बनाने के लिए बोल रही थी तो वो उठी कपडे बदले और बास्केट ले के खेतों की ओर चल दी। खेतों में पहुँच कर सुमन ने सोचा की पहले सीमा से थोड़ी बातें कर लूँ। सुमन सीमा के खेत पे चली गयी। लेकिन सुमन को वहां कोई नही दिखा। सुमन ने चारों तरफ देखा पर सीमा उसे कहीं नही दिखीं।
सीमा को खोजते हुए सुमन उसके ट्यूब वेल वाले कमरे में गयी तो सीमा वहाँ भी नही थी फिर सुमन कमरे के बाहर आके खड़ी हो गयी और सोचने लगी आखिर सीमा गयी कहाँ?
तभी अचानक -
बगल के गन्ने के खेत से सीमा के खिलखिला कर हंसने की आवाज आई।
सुमन एकदम चौंक गयी कि सीमा के साथ कौन है। चलो देखते हैं।
सुमन धीरे धीरे खेत के अंदर गयी। थोड़ा अंदर जाने के बाद ज्यों ही सुमन ने अपने आगे के गन्ने के पेड़ों को हटाया एकदम से सिसक कर रह गयी, उसके दायां हाथ अपने मुंह पे चला गया और मुंह से सिसकते हुए आवाज निकली -
हाय राम अपने भईया से ही।
सुमन के सामने सीमा और सुनील दोनों भाई बहन एकदम आआआह नंगे थे। सीमा अपने दोनों टाँगों को खोल कर लेटी हुई थी और सुनील अपनी बहन सीमा की चूत चाट रहा था। दोनों अपनी काम क्रीड़ा में मग्न थे। दोनों कामदेव और रति का रूप लग रहे थे। तभी सीमा ने कहा-
भईया, अब रहा नहीं जाता अपनी बहन की रसीली चूत में अपना खड़ा लंड डाल दो।
इधर जब सुमन ने सुना तो उसकी चूत से हरहर पानी बहने लगा और उत्तेजना में अपना हाथ अपनी सलवार में डालकर अपनी चूत को हल्का सा भींच दिया जिससे उसको परमानंद की अनुभूति हुईं।
उस अनुभूति से सुमन कामवासना से इतना भर गई की उसके भी मुंह हल्की सी सिसकारी निकल गयी - "आआआह भईया"
अपने मुंह से निकली आवाज को सुनकर सुमन की आँखों के सामने सुरेश की तस्वीरें घूम गयी। अपने भईया के मेहनती शरीर के बारे में सोच कर सुमन शर्म से पानी पानी हो गयी।
तभी सुमन ने देखा की सुनील ने अपना खड़ा लंड अपनी बहन सीमा के हाथ में दे दिया, सीमा अपने भईया के लंड को हाथ में लेकर ऊपर नीचे करने लगी और अचानक उसने भईया का गप्प से मुंह में ले लिया। थोड़ी देर बाद सुनील ने अपनी बहन के मुंह से अपना लंड निकाला और सीमा ने झट से अपनी टाँगे फैला दी। सुनील ने अपना लंड अपनी बहन की चूत पे रख दिया, और धीरे से अपनी बहन की चूत में उतार दिया और धक्के लगाना शुरु कर दिया। सीमा की परमसुख से सिसकारियां निकल गईं।
भाई के लंड से बहन की चूत का मिलन देखकर सुमन वासना से अभिभूत होकर अपनी चूत मसलने लगी। इधर सीमा भी कमर उछाल कर अपने भईया का साथ दे रही थी। सुमन ये देखकर संयम नहीं रख पाई और पानी छोड़ दी। सुनील ने अपनी बहन की चूत अपने गाढ़े पानी से भर दी।
सुमन ने अपनी सलवार सही की और चुपचाप वहाँ से निकल गयी।

#सुरेशसुमन #सुनीलसीमा #भाईबहन
 

Alex123

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Bahanchod tumhari kahani lajawab hai
 

Royal king

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Waiting Bhai waiting
 
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#४

सुमन घर आ कर सीधा अपने कमरे में चली गयी। उसकी नजरो के सामने बार बार सीमा और सुनील का दृश्य घूम रहा था। सुमन की चूत गीली हुए जा रही थी उसकी चूत एकदम चुदासी हो गयी थी, उससे सहन नहीं हो रहा था।
सुमन ने अपने बाल खोले और बिस्तर पे लेट गयी और कब उसके हाथ उसके टांगों के बीच पहुच गए उसे पता ही नही चला। सुमन अपनी सलवार के ऊपर से ही अपनी चूत सहलाने लगी। ऐसा लग रहा था कि वो साक्षात् काम की देवी रति हो।
वो काम के आगोश खोई हुई परमसुख ले रही थी तभी बाहर से उसके भईया सुरेश की आवाज आई-
सुमन कहाँ हो? कब से बुला रहा हूँ।
सुमन की तन्द्रा टूटी और वो दौड़ते हुए बाहर आई।
सुरेश- कहाँ खोयी थी? कब से बुला रहा हूँ। ये कुछ सामान लाया हूँ अंदर रख दो।
इतना कह कर सुरेश वही पे अपनी बहन सुमन के सामने ही कपड़े बदलने लगा। जैसे ही उसने अपना टी शर्ट ऊतारा, उसका कसरती मांसल बदन बाहर आ गया।
सुमन नजर जैसे ही अपने भईया के नंगे बदन पे पड़ी वो एकटक देखती रह गयी। उसके भईया उस समय साक्षात् कामदेव लग रहे थे। सुमन अपने भईया को कनखियों से देखे जा रही थी। तभी सुरेश ने अपना पेंट भी निकाल दिया। सुमन जैसे ही नीचे देखा एकदम अवाक् रह गयी , वासना के कारण उसका मुंह खुल गया और उसका दायाँ हाथ उसके मुँह पे आ गया और उसके मन में एक आवाज गूंजी-
हाय दईया।
इस समय सुरेश सिर्फ अंडर वियर में था। इस बात से बेखबर की उसकी सगी जवान बहन आज उसके बलिष्ठ शरीर को देखकर वासना में गीली हुए जा रही है।

सुरेश ने अब धीरे धीरे अपने कपडे पहन लिए। रात हो गयी थी सबने खाना खाया और सोने के लिए अपने बिस्तर पे चले गए।

आज सुमन पे काम वासना ने डोरे डाल रखे थे। कमरे में आते ही उसने अपने सारे कपडे एक झटके में निकाल कर एकदम नंगी हो गयी। उसका हाथ धीरे से उसकी चूत पे चला गया और परमसुख से उसकी आंखें बंद हो गयी और उसके भईया का मांसल बदन उसकी आँखों के सामने आ गया। सुमन की चूत आज खूब रस बहा रही थी , रस बहकर नीचे एड़ियों तक आ गया था।

सुमन अब लेट गयी और अपनी टाँगे फैलाकर रसीली चूत सहलाने लगी।
सुमन वासना से अभिभूत होकर सिसकने लगी, उसकी सिसकारियां और चूत की भीनी भीनी खुशबू पूरे कमरे फैल गयी। वो परमानंद में लीन होकर अपने भईया को अपने अंतर्मन से बुलाने लगी-

आह भईया, कहाँ हो? आपकी छिनार बहन आपका मस्त लंड लेने के लिए तड़प रही है। मेरे भईया जाओ अपना गर्म लंड अपनी बहन की रसीली चूत में डाल दो। आह भईया आपका लंड खूब चुसूँगी, चाटूँगी और अपनी रसीली चूत पे मसलूंगी। आह भैया।

इधर सुमन की अंतर्मन की आवाज सुरेश तक पहुँच गयी थी। सुरेश की नींद अचानक टूट गयी और उसने महसूस किया कि उसका लंड एकदम खड़ा हो गया है। सुरेेश ने वासनामय होकर अपने लंड को भींच दिया और परमानन्द से उसकी आंखें बंद हो गयीं। तभी उसकी आँखों के सामने उसकी बहन सुमन का चेहरा और सुमन का पूरा गदराया शरीर आगे और पीछे दोनों तरफ से आ गया। उसने आँखे खोली और बिस्तर से उठ कर अपने कपडे निकाल कर एकदम नंगा हो गया। फिर वापस बिस्तर पे लेटकर अपने लंड को हाँथो में लेकर आगे पीछे करने लगा। और अपनी बहन को मन ही मन पुकारने लगा-
आह बहना, आ जा तेरी चूत बड़े प्यार से चाटूँगा, तेरी चुँचिया सहलाउंगा और फिर तेरी रसीली चूत में अपना लंड डाल दूँगा।

दोनों के कमरों का वातावरण लंड-चूत की सुगंध और भाई बहन की सिसकारियों से भरकर बहुत ही मादक हो गया था।
दोनों के कमरों के बीच सिर्फ एक दिवार थी। दिवार न होती तो दोनों भाई बहन कब का एकदूसरे में समां गये होते।
दोनों भाई बहन के हाथ अचानक उनके लंड और चूत पे तेजी से चलने लगे। सिसकारियां तेज हो गयी। फिर दोनों एक साथ झड़ गये।

#सुरेशसुमन
 
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आप सभी लिए मैंने अपडेट दे दिया है। कहानी का आनंद लीजिये।

और बताईये कहानी कैसी लगी।
कोशिश करूँगा कहानी को जल्दी पूरी करूँ।

धन्यवाद
 

Desi Man

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बहुत गरम कहानी है दोस्त
 

Alex123

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Lajawab boht set lagai Bhai update Dene me
 
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