जिस तांत्रिक की बहन को उसके खुद के भाई के साथ अवैध संबंध के लिए मार दिया गया , वो बहुत गलत हुआ था । उन्हें गांव से तड़ीपार कर दिया गया होता.....उनका हुक्का पानी बंद कर दिया गया होता तो सही माना जा सकता था लेकिन इस तरह से किसी की हत्या करना सरासर ही गलत था ।
लेकिन यह समझ में नहीं आया ऐसे तांत्रिकों को श्राप देने की शक्ति कहां से प्राप्त हो गई ? और यही नहीं बल्कि ऐसा ही कुंवरपुर में भी हुआ । यह तो ऋषि अत्रि और सती अनुसूया के पुत्र ऋषि दुर्वासा का श्राप जैसा लगा जो अवश्यंभावी होना ही था ।
टोना टोटका कर सकते हैं ऐसे तांत्रिक .....काली शक्तियों का प्रयोग कर सकते हैं ये लोग.... कोई मैजिक वगैरह दिखा सकते हैं लेकिन श्राप देना इनके वश का नहीं ।
लगता है चुन्नीलाल करवदा ने एक भ्रमजाल फैला रखा है पुरे एरिया में । और निशांत उसके लिए एक बड़ा मोहरा हो सकता है । कुछ तो घपला है जो डॉ चुन्नीलाल कर रहा है ।
( वैसे मुझे यह भी लगता है ऐसा होने नहीं देंगे डॉ साहब क्योंकि चुन्नीलाल उनका फेवरेट कैरेक्टर है )
डॉ के मुताबिक निशांत और अन्नू दोनों ने उस मायावी चट्टान पर पहले से ही सेक्स कर लिया था लेकिन अचंभे की बात है कि अन्नू को पता ही नहीं चला । लड़के की मान सकते हैं कि उसे अपनी वर्जिनिटी टूटने की भनक तक नहीं लगी लेकिन लड़की को तो पता चल ही जाता है ।
( कहीं अन्न ने जानबूझकर तो नहीं छुपाया )
निशांत को न केवल गांव के महिलाओं को ही सेक्सुअल सन्तुष्ट करना है बल्कि गांव की बाकी जिम्मेदारी भी उठानी है । शुरूआत एक छद्म युद्ध से शुरू हो भी गया ।
बहुत ही बेहतरीन अपडेट डॉ साहब । हमेशा की तरह आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग एंड ब्रिलिएंट ।