जबसे संजू अपनी बहन की तरफ से पूरी तरह से राजामंदी प्राप्त कर लिया था तब से वह रात दिन सिर्फ अपनी मां को कैसे अपनी बात मनाने के लिए राजी किया जाए इसी बारे में सोचता रहता था वह अपना अगला ध्येय,,, तय कर चुका था,,, अब वह किसी भी तरह से अपनी मां को हासिल करना चाहता था उसके साथ शारीरिक संबंध बनाना चाहता था अपनी मां के खूबसूरत बदन को भोगना चाहता था जिसके लिए वह दिन रात अपने मन में सपने संजो रहा था,,,,,, वैसे भी जब वह मोहिनी को चोदना शुरू नहीं किया था उसके पहले से ही अपनी मां को चोदने का ख्वाब देखता था क्योंकि वह कई बार अपनी मां को नग्न अवस्था में देख चुका था और अपनी मां की मजबूरी और जरूरत देखते हुए एक बार उसके साथ शरीर संबंध बनाने की हिम्मत भी कर दिया था लेकिन यह मौके पर उसकी मां उसे पीछे हटा दी थी वरना वह मोहिनी के साथ-साथ अपनी मां की भी चुदाई करना शुरू कर दिया होता लेकिन अब उसे खुली छूट थी घर में मोहिनी का साथ मिल जाने की वजह से वह अपनी मां के साथ किसी भी तरह की शारीरिक छेड़छाड़ कर सकता था क्योंकि मोहिनी भी यही चाहती थी,,,।
जबसे मोहिनी नहीं है बताई थी कि उसकी मां किसी ऑफिस के कर्मचारी के साथ घर पर आई थी और उसके साथ हंस-हंसकर बातें कर रही थी और तो और वह उसे घर में आने के लिए बोल रही थी तब से संजू का भी दिमाग चकराने लगा था,,, अपनी मौसी के चरित्र को देखते हुए उसे अब किसी भी औरत पर भरोसा नहीं होता था क्योंकि वह अपनी मौसी के बारे में कभी भी इस तरह की कल्पना भी नहीं किया था लेकिन जिस तरह से उसकी मौसी आगे चलकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाकर अपनी जवानी की प्यास बुझा रही थी उसे देखते हुए संजू समझ गया था कि औरत को भी शारीरिक भूख होती है और उसे मिटाने के लिए वह भी किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हो जाती है तभी तो उसकी मौसी अपने ही भतीजे के साथ शारीरिक संबंध बनाकर संतुष्टि प्राप्त कर रही थी और यही हाल मोहिनी का भी था,,, संजू अपने मन में यही सोच रहा था कि जब मोहिनी उसकी सगी बहन होने के बावजूद भी अपनी जवानी की आग को उसके लंड से बुझा रही थी उसे देखते हुए उसे समझ में आ रहा था कि अगर कोई मर्द उसकी मां को बहका ना चाहे तो आराम से बहका सकता था और वह उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए तैयार भी हो जाएगी,,, क्योंकि संजू अच्छी तरह से जानता था कि कुछ महीनों से उसकी मां की रातें अकेले ही करवट बदलते हुए गुजर रही थी,,,,,,, ऐसे में उसे इस बात का एहसास था कि उसकी मां को भी जवानी की प्यास बदन की भूख सता रही होगी और वह शारीरिक भूख एक हद से ज्यादा बढ़ जाने से वह अपने ऑफिस के कर्मचारी के साथ चुदवा कर अपनी प्यास बुझा सकती है,,,, इस तरह के ख्याल संजू के मन में आते ही वह परेशान होने लगा था,,, वह अपनी मां को किसी गैर मर्द की बांहों में नहीं देखना चाहता था वह नहीं चाहता था कि कोई भी मर्द उसकी मां को अपने बिस्तर तक ले जाएं और उसका सहारा लेकर अपनी प्यास बुझाए,,,,,,, संजू को तो कल्पना में सब कुछ नजर भी आने लगा था कि कैसे उसकी मां अपनी जवानी की प्यास बुझाने के लिए अपने सहकर्मी चारी का सहारा लेते हुए,,, उसे अपने घर पर लेकर आती है और घर में प्रवेश करते ही अपने हाथों से दरवाजा बंद करके उसे अपनी बाहों में लेकर अपने पैसे हो तो को उसके होंठ पर रखकर उसे चुंबन करने लगती है और साथ ही उसके दोनों हाथों को खुद अपने हाथों में लेकर उससे अपनी चुचियों पर रखकर दबाने के लिए बोलती है,,,, इतनी अद्भुत जवानी से भरी हुई खूबसूरत औरत को अपनी बाहों में पाकर उत्साह कर्मचारी के बदन में उत्तेजना की फुहार उठने लगती है और वह पहली बार इस तरह की खूबसूरत औरत हो अपनी बाहों में पाकर खुशी से फूला नहीं समाता लेकिन उसकी हिम्मत भी आगे बढ़ने के लिए नहीं होती है,,,, उसके बदन में कंपन होने लगता है और उसकी मां खुद ही अपने हाथों में उसकी हथेली लेकर ब्लाउज के ऊपर से ही अपनी चूची को दबाना शुरू कर देती है और थोड़ी ही देर में खुद अपने हाथों से अपने ब्लाउज का बटन खोल कर अपनी नंगी चूची को उसके मुंह में देकर चूसने के लिए बोलती है,,, और वह कर्मचारी पागलों की तरह सूचियों पर टूट पड़ता है और किसी बच्चे की तरह बारी-बारी से सूचियों को मुंह में लेकर पीना शुरू कर देता है,,,, और उसकी मां गरम सिसकारी लेते हुए स्तन मार देना और चूची पिलाई का मजा लेती है ,,, साथ ही खुद ही अपने दोनों हाथों को नीचे की तरफ ले जाकर उसके कमर पर बंदी बेल्ट को अपने हाथों से खोलकर उसके पैंट की चैन खोलकर उसमें अपना हाथ डालकर उंगलियों का सहारा लेकर उसके लंड को बाहर निकाल कर खुद ही अपने घुटनों के बल बैठ कर उसे मुंह में लेकर चूसना शुरु कर देती है,,, और फिर वह कर्मचारी अपने आप को हवा में उड़ता हुआ महसूस करके पूरी तरह से तृप्ति का एहसास करता है और साथ ही धीरे-धीरे अपनी कमर को हिलाना शुरू कर देता है और थोड़े ही देर बाद उसकी मां खुद ही अपने कपड़ों उतार कर एकदम नंगी हो जाती हो और अपनी दोनों टांगे फैलाकर उसे उंगली से इशारा करके अपनी दोनों टांगों के बीच आने के लिए कहती है और उसके सर को उसके बालों को अपने हाथों से पकड़कर उसे अपनी चूत की तरफ खींचती है और अगले ही पल वह आदमी चूत को जीभ से चाटना शुरू कर देता है,,,, और उसकी मां पागलों की तरह गरमा गरम सिसकारी की आवाज से पूरे कमरे में शोर मचाने लगती है और थोड़ी देर बाद उस आदमी को अपना लंड उसकी चूत में डालने के लिए बोलती है और वह आदमी खुशी के मारे और उत्तेजित होते हुए तुरंत घुटनों के बल बैठकर उसकी मां की कमर को दोनों हाथों से पकड़कर अपनी तरफ खींचता है और अपने लंड को उसकी बुर में डालकर चोदना शुरू कर देता है इस तरह की कल्पना करके संजू एकदम से गन गना जाता है और जैसे ही उसकी कल्पनाओं की श्रृंखला टूटती है वह अपनी इस कल्पना पर अपने आप को ही धिक्कार ने लगता है,,,।
नहीं ऐसा नहीं हो सकता मैं ऐसा हरगिज़ नहीं होने दूंगा कोई पराया मर्द मेरी मां के खूबसूरत बदन को अपने हाथों में लेकर से छुए मैं कभी बर्दाश्त नहीं कर सकता मुझे ही कुछ करना होगा मैं अपनी मां को दूसरी औरतों की तरह दूसरे मर्दों के सामने अपनी टांगे नहीं खोलने दूंगा,,,,,,,,, संजू सुबह-सुबह ही अपने मन में ही इस तरह का संकल्प ले रहा था उठने का समय हो गया था लेकिन जिस तरह का ख्याल उसके मन में अपनी मां को लेकर आ रहा था उसकी वजह से वह पूरी तरह से उत्तेजित हो गया था और वह अपने दोनों टांगों के बीच नजर डाला तो उसका लंड पूरी तरह से खड़ा था रात को अपनी बहन की चुदाई करने के बाद हुआ बिना कपड़े पहने ही सो गया था और बगल में नजर गई तो उसकी बहन भी उसी तरह से लगने वास्ता में गहरी नींद में सो रही थी अभी भी उसके पास 20 मिनट का समय था इसलिए वह,,, अपनी बहन की तरफ करवट लेकर घूम गया उसकी पीठ संजू की तरह की थी संजू अपने नंगे बदन को अपनी बहन की नंगी जवानी से एकदम सटा दिया,,,
संजू और मोहिनी
![](https://i.ibb.co/Jj1xDbD/GIF-230110-131948.gif)
उभरी हुई नंगी गांड से लंड का स्पर्श होते ही लंड में और ज्यादा कड़क पन आ गया,,,, वैसे भी मोहिनी की गांड़ रुई की तरह नरम नरम थी जिसे पकड़कर दबाने में संजू को बहुत मजा आता था,,,, वह तुरंत पूरी तरह से उत्तेजित होता हुआ अपनी बहन को पीछे से ही अपनी बाहों में भर लिया,,, और अपने हाथ को नीचे की तरफ ले जाकर अपने लंड को हाथ से पकड़ कर,,,, उसे अपनी बहन की गांड की दरार के बीचो-बीच डालने की कोशिश करने लगा लेकिन वह सीधे-सीधे सो रही थी इसलिए इस तरह से अंदर प्रवेश कराना मुश्किल नजर आ रहा था इसलिए संजू अपनी बहन की टांग को घुटने से मोड़ दिया जिससे उसकी बहन की गांड और ज्यादा उभरकर उसके सामने परोसी हुई नजर आने लगी अभी भी मोहनी पूरी तरह से नींद में थी संजू अपना एक हाथ उसकी चूत पर रख कर टटोलने की कोशिश करने लगा तो देखा उसकी चूत पूरी तरह से गिरी थी जो कि रात के ही कारनामे से अभी तक गीलापन उसमें बरकरार था,,,, अपनी बहन की चूत का गीलापन पाकर संजू समझ गया कि बड़े आराम से उसका लंड उसकी बहन की चूत में चला जाएगा और थोड़ा सा अपने आप को नीचे की तरफ ले जाकर अपने लंड के सुपारी को अपनी बहन की चूत पर रख कर अपनी कमर को आगे की तरफ ठेल दिया,,,, मोहिनी की चूत में संजू के लंड का सांचा बन चुका था,,, इसलिए संजीव को अपनी बहन की चूत में इस पोजीशन में लंड डालने में जरा भी दिक्कत पेश नहीं हुई और बड़े आराम से,,, संजू का लंड मोहिनी की चूत में आधा घुस गया भले ही मोहिनी गहरी नींद में सो रही थी लेकिन मोटा तगड़ा आधा लंड चूत में घुसने की वजह से वह कुछ बोल नहीं भाई बस इतना उसके मुंह से निकला,,,।
ऊमममम,,, क्या कर रहे हो भाई,,,,
कुछ नहीं मेरी जान तेरी चूत में अपना लंड डाल रहा हूं,,,
रात को तो चोदे थे,,,(मोहिनी अभी भी नींद में थी और वह नींद में ही बोली)
तो क्या हो गया मेरी रानी तेरी नंगी गांड देखकर मेरा लंड फिर खड़ा हो गया,,,, वैसे भी तू कपड़े पहनकर नहीं सही थी इसलिए तेरी महंगी जवानी देखकर मेरा मन फिर से कर दिया,,,
संजू मोहिनी की चुदाई करते हुए
क्या भाई रात भर अपने लंड मेरी चूत में डालकर पड़े रहते हो तो कपड़ा पहनने का समय कहां मिलता है ऐसा जमकर चोदते हो कि एकदम से गहरी नींद आने लगती है,,,(मोहिनी अपनी आंखों को बंद किए हुए ही बोली और धीरे-धीरे संजू अपना पूरा लंड पीछे से अपनी बहन की चूत में प्रवेश करा दिया था,,,)
आहहरर मेरी रानी देख पूरा लंड घुस गया,,,,(एक हाथ से अपनी बहन की नंगी चूची को पकड़कर दबाते हुए)
आरहहह आराम से,,,,,ऊहह,,,(अपनी चूत में लंड घुसने की वजह से वह भी उत्तेजित होने लगी थी लेकिन अपनी आंखों को अभी भी बंद किए हुए थी,,, वैसे भी कमरे में दोनों निश्चिंत रहते थे कोई रोकने वाला नहीं कोई टोकने वाला नहीं था संजू अपनी कमर हिलाना शुरू कर दिया था,,, संजू की सांसे भी ऊपर नीचे हो रही थी मोहिनी जैसी खूबसूरत गर्म जवानी से भरी हुई लड़की की चुदाई करने में उसे परम आनंद की अनुभूति होती थी और सबसे अच्छी बात यह थी कि मोहिनी की चूत एकदम कसी हुई थी और उसका मोटा लंड पर जाते ही चूत के अंदरूनी दीवारों से ऐसा घर से करता था कि दोनों को स्वर्ग का अनुभव प्राप्त होता था,,,
लेकिन जिस तरह के आसन का प्रयोग संजू कर रहा था उस तरह से वह जमकर धक्के नहीं लगा पा रहा था जिस का आभास मोहिनी को भी हो रहा था इसलिए मोहिनी बोली,,।
ऐसे नहीं ऊपर आ जाओ भाई तब अच्छे से कर पाओगे,,,
(इतना सुनते ही संजू अपनी बहन की चूत से अपना लंड बाहर निकाल लिया और मोहिनी तुरंत पीठ के बल लेट गई और अपनी दोनों टांगों को फैला दी संजू तुरंत अपनी बहन की दोनों टांगों के बीच आ गया और उसके ऊपर एकदम से लेट कर अपने लंड को एक बार फिर से उसकी चूत में डालकर कसकस के धक्के लगाना शुरू कर दिया,,, इस आसन से मोहिनी को भी अत्यधिक आनंद की अनुभूति होती थी क्योंकि इस तरह से संजू बहुत जमकर धक्के लगाता था,,,, मोहिनी तुरंत अपनी बाहों का हार अपने भाई के गले में डाल कर उसे अपनी तरफ खींच ली और उसका भाई अपनी बहन की चूची पकड़कर चोदना शुरू कर दिया थोड़ी देर में मोहिनी की गर्म सांसे तेजी से चलने लगी और फिर दोनों एक साथ झड़ गए,,,,,।
दोनों के उठने का समय हो गया था इसलिए दोनों उठकर अपने अपने कपड़े पहन लिया और कमरे से बाहर आ गए,,,