Update – 7
अब दोनों निकल जाते है और सीधा दुकान पे जाते है,और दुकान मैं भी सिर्फ मर्द लोग ही थे,लेकिन अब लेना तो था ही,अंदर जाके दोनो....
वहाँ दो लड़के थे और उसका मालिक काउंटर पर बैठा था।
लड़का 1 :-जी बोलिए क्या दिखाऊ आपको?
मैं:-भैया,आपके पास वर्कआउट के कपड़े होंगे?
लड़का 1 :-(कपड़े निकल कर देते हुए) जी सर ये लीजिये।
मैं:-अरे,मेरे लिए नही चाहिए। माँ के लिए चाहिए।
लड़का 1 :- अरे माफ कीजियेगा, अभी दिखता हूँ।
मैं:- जी।
लड़का 1:- ये लीजिए, आज कल यही चलते है।
उस लड़के ने स्पोर्ट ब्रा के साथ नीचे लेगिंस जैसा था वो दिखाया,जो आप फ़ोटो मैं देख सकते हो।
माँ:-(जीझकते हुए) जी, ऐसा नही,थोड़ा सिंपल दिखाए ना।
लड़का 1 :- जी मेडम।
लड़का 1 :-( दूसरे लड़के से ) वो सिंपल स्पोर्टवेर है वो लाना।
लड़का 2 :- अभी लाता हूँ। (और अंदर से कपड़े लाके देता है)
लड़का 1 :- जी,ये सबसे सिंपल है,अब इससे ज्यादा सिंपल नही होते है।
और उसने स्पोर्ट टी-शर्ट और स्पोर्ट पेन्ट दिखाई। जो आप फ़ोटो मैं देख सकते होंगे।
भावना तो शर्मा ही रही थी इन कपड़ो को देख कर भी, लेकिन।
माँ:- बेटा, ये भी थोड़े......
मैं:-(बात को काटते हुए) चलो ना माँ,ये तो अच्छे है।
माँ:- ठीक है।
लड़का 1 :- वैसे बुरा ना माने तो रिक्वेस्ट है कि आप कपड़े यहाँ पे ट्राय कर लो,क्यों कि इसकी फिटिंग देखनी जरूरी होती है,और ये कपड़े वापस एक्सचेंज नही होंगे।
दुकान का मालिक:-जी ,कपड़े ट्राय कर लो,बाद में ये एक्सचेंज नही होंगे।
मैं:-जी ठीक है।माँ आप ट्राय कर लो।
माँ:-(मुह नीचे करते हुए) ठीक है,बेटा।
लड़का 1 :- मैड़म कपड़े पहनने के बाद बाहर आना ताकि हमको पता चले कि आपको ये कपड़े फिट है कि नही।
माँ:- (फिर से झिझकते हुए) ठीक है।
इधर भावना ट्रायल रूम मैं चली जाती है,और हर्ष राह देख रहा होता है,थोड़ी देर मैं भावना चुपके चुपके धीरे से बाहर आती है,
जब बाहर आती है तो वो दो लड़के, उस दुकान का मालिक और हर्ष , चारो भावना को देख रहे थे।लेकिन हर्ष का देखने का नजरिया अलग था, और उन तीनों का हवस से देखने का नजरिया था।
माँ:- बेटा, ये तो ऐसे लग रहे है।
मैं:- अच्छे है माँ
माँ:- बेटा ये स्लीवलेस है ,खुला खुला लगता है।
लड़का 1 :- मैडम लोग तो इससे ज्यादा बोल्ड पहनते है,आपको तो हमने सबसे सिंपल कपड़े दिए है।
मैं:- देखा, माँ, ठीक है ये। आप एक काम करो ,और 3 ,4 जोड़ी खरीद लो।
लड़का 2:- ये लीजिए, ये भी ट्राय कर लीजिये।
माँ:-(अंदर जाते हुए) जी।
इधर भावना अंदर चली जाती है,और हर्ष को अपने दोस्त का फोन आता है,तो वो जरा दुकान के बाहर जाके बात करने लगता है।
मैं:-बोल क्या हुआ ?
दोस्त:-(कॉलेज से) अब आज पूरा दिन नही आने वाला क्या?
मैं:-नही यार ,आज थोड़ा काम है।
दोस्त:- चल, कोई बात नही ,लेकिन कल से आना होगा रेगुलर, अटेंडस कम है।
मैं:- हाँ,
अब ये हर्ष यहां बात कर रहा था और अंदर वो दोनों लड़के बात कर रहे थे।
लड़का 1 :- अबे क्या फटाका है।
लड़का 2 :- हाँ, देखो ना बॉडी कितनी मस्त है रे।
लड़का 1 :- बूब्स देखे क्या? कैसे तने हुए है?
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लड़का 2 :- हाँ, लगता है जिम मैं सबके लन्ड खड़े करेगी ये तो। और दोनों हसने लगते है और तभी भावना बाहर निकली है दूसरे कपड़ो के साथ,लेकिन वहाँ उसका (बेटा) हर्ष नही था,वो अभी भी फोन पे बात कर रहा था।
लकड़ा 1 :- जी मैडम ये भी आपको अच्छे से फिट हो रहे है।
लड़का 2 :- हाँ मैडम। माँ:- जी ठीक है।
अब भावना अंदर चली जाती है और अपने जो पहले पहने थे वो ही कपड़ो मैं वापस आ जाती है।और हर्ष भी अंदर आ जाता है।
मैं:- माँ सब ट्राय के लिए ना?
माँ:- हाँ बेटा। मैं:- ठीक है ।ये सब पैक कर दीजिए।
और कपड़े पैक करके पैसे देके दोनो घर आ जाते है।