और रमेश अरुन के रूम में जा कर सो जाता है।
अगले दिन रमेश जब उठ कर अपने रूम में जाता है।
सरला उठी हुई थी और उसने कुछ भी नहीं पहना था
और अरुन सो रहा था ।
सरला: क्या करते हो आप नॉक नहीं कर सकते।
और अरुन के सरीर पे चादर ओढा देति है।
और अपनी नाइटी उठा कर पहनने लगती है।
तुम अपने कपडे यहाँ से ले कर अरुन के कमरे में रख लो।
और रमेश कपडे ले कर अरुन के रूम में आ जाता है।
और सोचता है कल तक साली नंगी चुदवा रही थी मेरे सामने और आज सती सावित्री बन रही है।
और फ्रेश हो कर बाहर आता है ऑफिस जाने के लिये
सरला भी किचन में आ गई थी।
रमेश डायनिंग टेबल पे।
रमेश: नास्ता बना।
सरला: थोड़ा टाइम लगेगा अरुन ने उठने ही नहीं दिया।
अगर लेट हो रहा हो तो बाहर से कर लेना।
रमेश चुप चाप बैठ जाता है।
और अखबार पढने लगता है।
थोड़ी देर में अरुन की आवाज आती है
अरुण: जान कहा हो ।
मेरी बेड टी।
सरला: लायी अभी जानू।
ओर चाय ले कर रूम में चलि जाती है।
आज सरला ने पूरे कपडे पहने हुए थे एकदम नार्मल हाउसवाइफ की तरह।
रूम में आ कर।
सरला: उठ गये आप।
अरुण:हाँ मेरी जान।
और अपना चादर हटा देता है।
उसका लंड एक दम लोहे की रोड की तरह खड़ा था
और ये भी जागा हुआ है।
सरला: उसे छूते हुए।
अरे बाप रे इतना कठोर ।
इसे सुसु आ रही है ।
अरुण: आ तो रही है पर उठने का मन नहीं कर रहा।
सरला अरुन के लंड को प्यार से सहलाते हुए।
सरला: जाना तो पड़ेगा न जानु नहीं तो ये फट जाएगा।
चलो जल्दी करो और उठने लगती है।
अरुण: नहीं इससे आज तुम्हारी चुत में सुसु करना है।
सरला: पर जान मै नास्ता बना रही हु और मैं नहा भी ली हूँ।
अरुण: कोई बात नहीं दोबारा नहा लेना ।
और नास्ता बाद में बन जाएगा।
सरला: वो रमेश इंतज़ार कर रहे है।
अरुण: बोल दो बाहर से खा लेंगे।
और जल्दी कर नहीं तो निकल जाएगा।
सरला रमेश से ।
सरला: आप चले जाओ ऑफिस नास्ते में टाइम लगेगा अरुन आने नहीं दे रहे।
और जल्दी से अपने कपडे उतारने लगती है।
और अरुन के साथ बाथरूम में आ जाती है।
इधर रमेश।
जब अरुन सरला को आवाज़ देता है।
रमेश दरवाजा से झाकने लगता है।
और जब सरला अरुन के साथ बाथरूम में चलि जाती है तो रमेश बाथरूम के की होल से अंदर देखता है।
अंदर।
सरला: लो करो जान आप की चुत हाज़िर है।
और अरुन अपने लंड को सरला की चुत में घुसाता है और सुसु करने लगता है।
सरला: आह कितना गरम है जान ।
बाहर
रमेश इस दृश्य को देखकर दंग रह जाता है
की कोई इस तरह बाथरूम भी करता है।
अंदर
अरून का सुसु सरला की चुत में जा कर बाहर गिरने लगता है और सरला के दोनों पैर पे गिरने लगता है।
सरला: और कितना है जान।
अरुण: करने दो जान पूरी रात का रुका हुआ है।
और अरुन सरला के चुत में मुतने के बाद एक झटका देता है ।
सरला: क्या कर रहे है आप।
अरुण: एक दो बून्द रह जाती है न उसे झाड रहा हूँ।
और एक झटका मारता है और अरुन का आधा लंड सरला के चुत में घुस जाता है।
सरला: आह जानती थी आप बदमाशी करोगे क्यों की रात को चोदा नहीं था।
और अरुन के गले में बाहें डाल कर अपने दोनों पैर अरुन के कमर पे बंद कर लटक जाती है
और उसके लंड पे उपर निचे होने लगती है।
ये रमेश के लिए नया था।
और अरुन सरला को अपनी गोदी में झुलाये २ उसकी चुत मारता है और थोड़ी देर बाद उसकी चुत में झड जाता है और दोनो नहा कर बाहर आने वाले होते है
उतनी देर में रमेश घर से बाहर चला जाता है।
अंदर
अरुण: आज तो नंगी नहीं देखा रमेश ने
सरला ने सारी बात बता दी।
अरुण: उसको समझा देना की दूसरो की बीवी को गलत नज़र से न देखे।
और तुम भी आगे से देख कर रहना
अब से सिर्फ मैं देखु तुम्हे नंगा और किसी की नज़र नहीं पडनी चाहिए सम्झी।
सरला: हाँ बाबा सिर्फ मैं आप की हु और ये मेरा खूबसूरत बदन आप का है किसी की नज़र नहीं पडेगी
और दोनों कपडे पहन कर बाहर आते है और
नास्ता करने के बाद अरुन कॉलेज चला जाता है।
और पूरा दिन ऐसे ही निकल जाता है और
रात को खाना खाने के बाद।
अरून और सरला अपने रूम में आ जाते है और रमेश
अरून के रूम में आ जाता है।
पर कुछ देर लेटने के बाद रमेश को ।
उनदोनो को चुदाई करते हुए देखने का मन करता है।
और बो अपने रूम के की होल से देखने के लिए झुकता है पर ये क्या
दरवाजा पे पर्दा टंगा हुआ था इसकी बजह से रमेश अंदर का कुछ भी नहीं देख पाता ।
रमेश मन ही मन में।
साली रंडी कुतिया ने पर्दा डाल दिया अब क्या करुं
कुतिया साली रंडी १०० चुहे खा के चली है हज करने।
और अपने रूम में आ कर लेट जाता है।
और सोचने लगता है की दोनों क्या कर रहे होंगे और अपना लंड को मसलने लगता है।
तभी उसका ध्यान जाता है की वो इतना गरम क्यों हो रहा है कहि वो सच में वायेजर का दिवाना तो नहीं
हो गया और सरला को अरुन से चुदने की कल्पना करते हुए मुट्ठ मारने लगता है।
और मुट्ठ मारने के बाद अपने लंड को हाथ में पकड़ कर सोने की कोशिश करता है।