अब हम दोनों चिपककर सो रहे होते हैं। सुबह हो जाती है, मेरी आँख खुलती है, तो मैं देखता हूँ कि माँ कमरे में नहीं है। फिर मैं तैयार होकर नीचे चला जाता हूँ। अब माँ नाश्ता करके अपने-अपने काम पर चले जाते हैं। मैं कल रात को हुई घटना को याद करके खुश हो रहा था कि मैं माँ की गाड़ पर कैसे झाड़ा। फिर आज मैं माँ के कहने पर ट्यूशन लगवा लेता हूँ। वहाँ मेरे साथ दो लड़कियाँ पहले से ही पढ़ रही होती हैं। दोनों ही बहुत सुंदर होती हैं। वो दोनों दूसरे स्कूल से होती हैं, पर होती क्लास १२ में ही। अब मैं डेली स्कूल के बाद ट्यूशन जाने लगता हूँ। अब मेरे देर से ट्यूशन लगवाने की वजह से मेरे कुछ चैप्टर पीछे रहते हैं। तो ट्यूशन वाली मैम लड़कियों से कहती है कि तुम आयुष को नोट्स शेयर कर दो। तो उनमें से एक लड़की जो देखने में बहुत सुंदर और वो लंदन की ही थी। तो उसकी ब्लू आँखें मुझे उसकी तरफ और आकर्षित कर रही थीं। अब वो मुझसे मेरा नंबर मांगती है, जिससे वो मुझे नोट्स भेज पाए। मैं उसे अपना नंबर देता हूँ।
फिर मैं आज की ट्यूशन पढ़कर घर आ जाता हूँ। फिर शाम तक घर पहुँचता हूँ। माँ घर आ गई होती है काम से। जैसे मैं फ्रेश होकर भार निकलता हूँ। माँ कहती है, "खाने के लिए आज जल्दी बुलाने लगी हूँ।" फिर खाना खाते समय वह मेरे ट्यूशन के पहले दिन के बारे में पूछती है। फिर मैं उन्हें आज के दिन के बारे में बताता हूँ। फिर माँ और माँ कहाँ के लिए होते हैं। इसके बाद मैं आज भी अपने कमरे की तरह जा रहा होता हूँ तो माँ कहती है, "मेरे कमरे में चलो, माँ।" माँ मेरे कमरे में नंगा होकर बिस्तर पर लेटता हूँ। अब माँ डेली की तरह दूधकर आती है। अब मैं दूध पीकर माँ। मेरे बगल में अपनी को पूरा उतार देती है। उन्होंने आज ब्रा और पैंटी पहनी थी, वही थी। माँ आज उस ब्रा में और सुंदर लग रही थी।
माँ अब कंबल में मेरे साथ लेट जाती है और मेरे लिंग को हिलाने लगती है। अब मैं उनकी गुलाबी ब्रा को निकालने लगता हूँ ताकि उन्हें चूस सकूँ और दबा सकूँ। अब मैं माँ के चूचे काटने लगता हूँ और चूसने लगता हूँ।
माँ: आज दर्द हो रहा था लिंग।
मैं: नहीं आज सुबह से नहीं हुआ था।
माँ: सही आराम हो रहा है।
अब मैं माँ को और अधिक कामुक तरीके से उन्हें चूमने और चाटने लगता हूँ।
पर माँ मुझे कहती है ये सब मत करो और जल्दी करो और फिर सोना भी है। मुझे कल ऑफिस जल्दी जाना है।
मैं कहता हूँ ठीक है।
फिर मैं पूरा ध्यान माँ के चूचे पर कर देता हूँ। और करीब एक घंटे बाद झड़ जाता हूँ।अब कल सुबह माँ जल्दी चली जाती है ऑफिस। अब मैं भी स्कूल चला जाता हूँ। फिर स्कूल के बाद ट्यूशन। अब ट्यूशन मेरी लड़कियों से अच्छी दोस्ती हो गई थी। अब मैं माँ के इतने करीब रहने और छूने की वजह से, लड़कियों को और बेहतर समझ पा रहा था। अब मेरी लिली से अच्छी दोस्ती होना शुरू हो गई थी। अब मैं घर आ गया था ट्यूशन से। माँ जल्दी आज घर आ गई थी ऑफिस से, क्योंकि वह जल्दी गई हुई थी।
मैं अपने कमरे में जाकर ताज़ा हो जाता हूँ। फिर फोन का उपयोग करने लगता हूँ। फिर देखता हूँ लिली संदेश भेज रही है। अब मैं लिली से काफ़ी देर तक चैट करता हूँ। हम दोनों आज के दिन के बारे में पूछते हैं। फिर लिली से लगभग 1 घंटे फ़ोन पर बात करता हूँ। फिर माँ मुझे नीचे बुलाने लगती है। तो मैं नीचे चला जाता हूँ। अब हम दोनों खाना खा रहे थे माँ आज के दिन के बारे में पूछती है कैसा गया। मैं बताता हूँ कि आज का दिन काफ़ी अच्छा गया। मैं उन्हें अपने नए दोस्त के बारे में बताता हूँ लिली के बारे में। और यह सुनकर ख़ुश हो जाती है कि मैं लोगों से घुलने-मिलने लगा हूँ। फिर मैं माँ को अपने टेस्ट के बारे में बताता हूँ जो इस हफ़्ते हुए थे। जिसमें मैंने सही प्रदर्शन किए थे तो यह सुनकर माँ ख़ुश हो जाती है। अब मैं कमरे में चला जाता हूँ और मैं अपने फ़ोन पर लिली से चैट करने लगता हूँ। अब लिली से बात करके लग रहा था कि वो जैसे मेरी बहुत पुरानी दोस्त हो। मैं उससे बात ही कर रहा था कि माँ कमरे में दूध लेकर आ जाती है।
मैं आज अपने ही कमरे में आ गया था तो माँ कहती है कमरे में क्यों नहीं। मैं कहता हूँ कि आज दर्द नहीं हो रहा है। माँ कहती है तब भी मेरे साथ ही सो जाते। मैं कहता हूँ कि मन नहीं हुआ। मैं कहता हूँ माँ यहीं मेरे साथ सो जाओ ना मेरे कमरे में। माँ ये सुनकर हाँ कर देती है। अब मैं माँ के साथ चिपक कर सो जाता हूँ। फिर माँ से चिपकने की वजह से मेरा लिंग फिर से खड़ा होने लगता है। अब मैं माँ के पैरों पर लिंग रगड़ने लगता हूँ और अब माँ मेरी तरफ ही मुँह था। तो उनकी ब्रा निकाल देता हूँ। फिर माँ कहती है कि आज तो दर्द नहीं था। तो मैं हँसकर कहता हूँ माँ हो ही इतनी सुंदर ना चाहते हुए भी मन करने लगता है।
माँ कहती है मैं अब जानती हूँ। तू बस मस्का मार रहा है। भला इस उम्र में मैं सुंदर। अपनी माँ का मज़ाक कर रहा है। फिर मैं कहता हूँ नहीं ऐसा कुछ नहीं। आप बहुत सुंदर लगती हो आप किसी भी लड़की की उम्र से सुंदर ही लगोगे। अब ये सुनकर मेरे गालों पर किस कर देती है। और मुझे टाइट से पकड़ लेती है। अब मैं माँ की गरम साँसें भी महसूस कर पा रहा था। मेरा लिंग नीचे खड़ा हो चुका था। अब मैं माँ को कहता हूँ माँ करो ना। फिर माँ बिस्तर से उठकर लिंग चूसने लगती है।
लगभग आधे घंटे चूसने के बाद। मैं माँ को कहता हूँ कि माँ अब लेटे लेटे हिलाओ। जिससे मैं माँ के चूचे और शरीर को चूम सकूँ। अब करीब आधे घंटे बाद झड़ जाता हूँ। माँ मेरा लिंग मुँह से साफ कर देती है। फिर बाथरूम से आकर मेरे साथ सो जाती है। माँ अब मेरे सामने ब्रा नहीं पहनती वो ऐसे ही सो जाती है। मैं बच्चों की तरह माँ के चूचे चूसता रहता हूँ और कब सो जाता हूँ कि मुझे पता नहीं चलता।
सुबह नींद खुलती है, रोज़ की तरह माँ तैयार होकर नाश्ता बना चुकी थी और अब हम दोनों तैयार होकर अपने-अपने काम पर चले जाते हैं। फिर मैं स्कूल के बाद ट्यूशन चला जाता हूँ। अब मैं और लिली अच्छे दोस्त बन गए थे। तो लिली में आज ट्यूशन की पढ़ाई ख़त्म कर घर की तरफ़ साथ चल दिए। क्योंकि उसका और मेरा घर ज़्यादा दूर नहीं था। तब लिली मेरे वीकेंड के बारे में पूछती है। फिर मैं उससे बताता हूँ कि मैं वीकेंड पर ज़्यादा कुछ ख़ास नहीं करता। बस घर पर ही रहता हूँ। तब वो मुझे अपने साथ इस वीकेंड पर क्लब चलने को कहती है। ये मेरा पहली बार किसी दोस्त ने वो भी लड़की अपने साथ घूमने को कह रही है। पहले मैं थोड़ा हिचकिचाता हूँ। फिर सोचता हूँ दोस्ती बनाए रखने के लिए ये ज़रूरी है। तो मैं हाँ कर देता हूँ। अब उसका घर पहले पड़ता है तो वो चली जाती है। मैं अब रास्ते में कल के बारे में सोच रहा था। ये पहली बार था मैं माँ के अलावा किसी के साथ बाहर जा रहा था। ये नहीं है कि मैं लंदन शहर नहीं घूमा।
मै लंदन शहर अकेले भी घूमा हूँ। अब मैं घर पहुँच जाता हूँ। जाकर ताज़ा हो जाता हूँ। फिर मैं माँ के साथ खाना खाता हूँ। और मैं आज माँ को कहता हूँ कि कल मैं क्लब जाऊँगा। लंदन में टीनएज यानी 12 क्लास के बच्चों के लिए ये नॉर्मल है। माँ पूछती है किसके साथ, फिर मैं बताता हूँ लिली के साथ। माँ हामी भर देती है एक शर्त पर, घर टाइम से आओगे। मैं हाँ कह देता हूँ। अब मैं कल के लिए उत्साहित हो रहा था। अब मैं माँ के कमरे में चला जाता हूँ खाना खा के। वहाँ लेटे-लेटे लिली से चैट कर रहा था। कुछ देर में माँ आ जाती है। माँ के चेहरे पर एक डर दिख रहा था जो वो मुझसे छिपा रही थी।
माँ मेरे बगल में आकर लेट जाती है फिर मैं उनसे बातें शुरू करता हूँ। माँ पूछती है कि कल आते वक़्त सबवे से मत आना कैब बुक कर लेना। मैं कहता हूँ ठीक है। फिर माँ कहती है वहाँ ड्रिंक्स मत करना अभी उम्र नहीं है। माँ की आवाज़ में एक डर और गुस्से का मिश्रण था। मैं कहता हूँ ठीक है। सच कहूँ तो मुझे कोई गंदी आदत की लत नहीं है। माँ ये सब जानती है फिर भी वो फ़िक्र करती है। अब मैं माहौल को ख़ुशनुमा करने की कोशिश करता हूँ। माँ को लिंग चूसने के लिए बोलता हूँ। माँ कहती है ठीक है। माँ लिंग चूसती है पर माँ आज के काम क्रिया में ज़्यादा ख़ुश नहीं लग रही थी। मानो वो एक औपचारिकता कर रही हो। और उनका ध्यान कहीं और था। फिर मैं माँ को अपने पास बुलाता हूँ और उनके चेहरे की तरफ़ देखकर कहता हूँ कि माँ मत लो टेंशन और उनके चूचे चूसने लगता हूँ और अपने मन को मारकर माँ के साथ चिपक लेट जाता हूँ। माँ आज मेरे सर को सहला रही थी। मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। मैं अब मुठ के बारे में भूल कर माँ के साथ सो जाता हूँ। सुबह होती है माँ और मैं साथ सो रहे थे। आज हम दोनों की छुट्टी थी। इसलिए माँ सो रही होती है।
अब उनके भारी चूचे खुले ही हुए थे मेरा लिंग सुबह उठने के कारण खड़ा था। अब मैं अपनी सोती हुई माँ के चूचों को चूसने लगता हूँ।
माँ के चूचे चूसते हुए अपने लिंग को उनकी चूत के आगे रगड़ता हूँ माँ तो सो रही होती है। मैं इसी बात का फ़ायदा उठा कर ये काम कर रहा था। अब मेरे से रहा नहीं जाता मैं सोचता हूँ कि माँ की चूत मार लूँ पर इतनी देर में माँ की आँख खुल जाती है। और कहती है सुबह सुबह शुरू हो गए। मैं कहता हूँ कल रात को आपने किया ही नहीं। माँ कहती है किया था पर तुमने मना कर दिया था। मैं कहता हूँ अब कर लेते हैं। अब मैं माँ उठकर मेरे लिंग को चूसने लगती है लगभग एक घंटे बाद मैं झड़ जाता हूँ। अब माँ तैयार होकर खाना बनाती है। हम खाना खा लेते हैं माँ दोपहर घर का सामान लेने चली जाती है ग्रोसरी स्टोर से। फिर मैं लिली से चैट पर एक दूसरे से बातें करने लगते हैं। वो मुझे बताती है कि वो आज क्या पहन कर आने वाली है और मैं उससे बताता हूँ। इतनी देर में शाम हो जाती है। फिर मैं क्लब जाने के लिए तैयार हो जाता हूँ। अब मैं तैयार होकर लिली के घर पैदल चला जाता हूँ। लिली को वहाँ देखता हूँ तो देखता ही रह जाता हूँ।
लिली एकदम किसी अप्सरा से कम नहीं लग रही थी उसके भूरे बाल और नीली आँखें उन कपड़ों के साथ वो कहर ढा रही थी। आज मेकअप में और ख़ूबसूरत लग रही थी मुझे तो विश्वास ही नहीं हो रहा था कि लिली मेरी ही दोस्त है। इसके बाद लिली में सबवे से क्लब चले जाते हैं।
क्लब हम लगभग 45 मिनट में पहुँच जाते हैं। अब वहाँ हम पर डांस करते हैं। क्लब में कई लड़के लिली को ड्रिंक ऑफ़र कर रहे थे पर लिली ने मना कर दिया इसका मतलब है कि वहाँ लिली के दीवाने हुए पड़े थे। अब लिली मुझसे उसके लिए और मेरे लिए ड्रिंक लेने को कहती है। मैं उसके लिए ले लेता हूँ पर अपने लिए नहीं लेता। फिर मैं उससे बताता हूँ मैं ड्रिंक नहीं करता पर लिली अपने ही ड्रिंक में से एक घूँट पिला ही देती है। अब मुझसे हल्का सा सर में दर्द हुआ। अब हम दोनों एक साथ डांस कर रहे थे डांस करते करते हम इतने क़रीब आ गए थे।
कि हम दोनों ने एक दूसरे से किस कर लिया। ये मेरा लिप टू लिप पहला किस था। लिली के होंठ मानो कोई रसीली मीठी चीज़ हो। हम दोनों लगभग एक दूसरे के साथ 2 मिनट तक फ़्रेंच किस कर दी।
अब मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था। ये अनुभव तो मुझे बहुत ही उत्तेजित कर दिया। लिली नशे में थी मुझे लगा ये एक मोमेंट में हो गया। हमने बहुत एन्जॉय किया।
अब मैं लिली के साथ क्लब से घर के लिए कैब बुक कर देता हूँ। हम 20 मिनट में घर पहुँच जाते हैं। पहले लिली को उसके घर ड्रॉप करता हूँ। फिर अपने घर जाता हूँ। मैं घर की एक चाबी लेकर आया था ताकि माँ को कोई प्रॉब्लम ना हो। मैं घर में घुसता हूँ तो माँ के कमरे में जाना नहीं सही समझता क्योंकि मेरे मुँह से दारू की स्मेल आ रही थी लिली को किस की वजह से वो स्मेल मेरे अंदर तक रह गयी थी। जैसे ही मैं सोता हूँ तो माँ मेरे कमरे में आ जाती है।