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अपडेट आ गया है और आप सबके कॉमेंट्स का इंतजार रहेगा। हा स्टोरी थोड़ी incest और adultery रहेगी बाद में सिर्फ और सिर्फ़ incest
DEVILSTAR
DEVILSTAR
nice updateUPDATE #2
अब आगे
विमला: छोटे साहब सब बताती हूं......
में आज से 15 साल पहले जब 23 साल की थी तब यूपी के एक छोटे से गांव से शहर आई थी अपने पति के साथ हमारी शादी को अभी 2 महीने ही हुए थे की मेरे पति ने मुझे छोड़ दिया क्यों की वो एक रण्डी के चकर में पड़ गया था ।मेरे पास ना तो कोई रहने की जगह थी न कोई काम तब मुझे आपके पापा के हॉस्पिटल में सफाई का काम मिल गया और मे वही रहने लगी। फिर एक दिन आपकी मम्मी ने मुझे इस घर मे काम करने के लिए बुलाया और मेरे काम से खुश हो कर मुझे यही रख लिया और रहने के लिए अलग कमरा दिया। मेने इस घर को अपना घर समझा और जी लगा के काम किया आपके पापा मम्मी की सेवा की।
पर जवानी तो अपना जोर दिखाती है
में भी अपनी जवानी के आग में जल रही थी पर क्या कर सकती थी।
एक दिन में रात को उठी मुझे जोर से प्यास लगी थी। तो में रसोई की तरफ गई पानी लेने जैसे ही बड़े साहब के कमरे के सामने से गुजरी तो जोर जोर से आवाज सुनाई दी मेरे कदम एक दम से रूक गए ।
मेरा अंदर देखने का मन हुआ पर डर के मारे हिम्मत नहीं हुई। आवाज एक दम से बड़ गई मुझसे रहा नही गया में कमरे के पीछे चलदी खिड़की की तरफ।
जैसे ही खिड़की में देखा मेरे होठ सुख गए पैर जम गए शरीर कांपने लगा। अंदर का नजारा होश उड़ाने वाला था।
अंदर बड़े साहब शालिनी मैडम दोनो नंगे बेड पर थे।
बड़े साहब ने शालिनी मैडम की दोनो टांगे हवा में उठा कर अपना बड़ा Lund शालिनी मैडम की चूत में डाल कर बुरी तरह से चोद रहे थे।मेरी तो हालत ही खराब हो गई थी । कोई इस तरह से भी चोद सकता है । बड़े साहब का Lund तो मेरे पति के Lund से 3 गुना बड़ा था ।
शालिनी मैडम के चहरे पे दर्द और खुशी के मिले जुले भाव थे। मैडम साहब का पूरा साथ दे रही थी । हर धके के साथ उनके चहरे पर सकून बढ़ता जा रहा था। मैडम झड़ने के करीब थी। साहब और तेज धके लगाए जा रहे थे। मैडम की आंखे बंद हो गई और मैडम अहआआ हम्मम...... एक तेज सिसकरी के साथ झड़ गई।मेरी भी चूत ने पानी छोड़ दिया मुझे पता ही नहीं चला।
मैडम के झरने के बाद भी साहब नही झड़े लगातार धके जारी रखे।
शालिनी: मनोज बस करो में 4 बार झड़ चुकी हु अब मेरे में हिम्मत नहीं है । अह्ह्ह्ह बस करो....
में तो सुन कर ही हैरान हो गई की मैडम 4बार झड़ चुकी है और साहब एक बार भी नहीं।
मनोज: शालिनी बस होने वाला है थोड़ी देर ओर मेरा साथ दो अआअ आआ बस होगया इतना कह कर साहब मैडम की चूत अपने पानी से भर देते है।में वहा से बाहर जाने वाली थी की बड़े साहब की मुझ पर नजर पड़ गई । में घबराकर वहा से अपने कमरे में आ गई। पानी पी कर सोने की कोशिश करती रही पर मुझे नींद नहीं आ रही थी । बड़े साहब का Lund आंखों के सामने से हट नही रहा था। मेरी चूत फिर से गीली हो गई और में उंगली कर के सो गई।
अगले दिन में सुबह जल्दी उठ कर घर का काम करने लगी। जैसे ही बड़े साहब के कमरे चाय देने गई।
तो रात के सीन आंखों के सामने आ गया और कदम वही रूक गए । हिम्मत कर के दरवाजा खटखटाया तो साहब ने दरवाजा खोला।में शर्म से पानी पानी हो गई बिना नजरे मिलाए कमरे में चाय रख कर जाने लगी। बड़े साहब सब देख रहे थे बोले कुछ नही मे भी जल्दी से कमरे से बाहर आई और चैन की सांस ली। थोड़ी देर में नाश्ता तैयार किया और टेबल पर लगाने लगी। मैडम तैयार हो कर नाश्ता करने लगी।
मैडम के चहरे पर चमक बडी हुई थी । शायद रात के प्रोग्राम के बाद । पर अभी तक साहब नही आए में ये सोच ही रही थी की।
शालिनी मैडम: विमला साहब का नाश्ता उनके कमरे में दे देना आज वो रेस्ट करेंगे।में हॉस्पिटल जा रही हुं एक डिलीवरी केस है।
मैडम चली जाती है।
में नाश्ता ले कर साहब के कमरे की तरफ बढ़ रही थी पर अभी भी डर लग रहा था। पर सामना करना ही पड़ा और साहब के कमरे में जाने लगी दरवाजा खुला हुआ था।
में अन्दर गई जैसे ही नाश्ता रखा। साहब तोलिया लपटे हुए बाथरूम से बाहर आए ।में बाहर जाने लगी इतने में साहब ने कहा विमला
मेरे तो पैर ही जम गए में वही खड़ी हो गई। विमला: जी साहब
बड़े साहब: शालिनी गई हॉस्पिटल
विमला: जी साहब अभी निकली है।
और में बाहर जाने लगी
बड़े साहब: तुम कहा जा रही हो आओ मेरे पास बैठो तुमसे बात करनी है।
मेरा दिल जोर जोर से धड़कने लगा। सांसे तेज हो गई। में साहब की तरफ खींची चली गई।
विमला: जी साहब
बड़े साहब: तुमने नाश्ता किया
विमला: नही
बड़े साहब: आओ बैठो नाश्ता करो मेरे साथ
विमला: नही साहब आप किजिए में बाद में खा लूंगी।
बड़े साहब: अरे बैठो नाश्ता करो चुप चाप।
उनकी आवाज में एक आदेश था । जिसका मैंने पालन करना उचित समझा।
जैसे ही में बैठी मेरे शरीर में कम्पन पैदा हो गई क्यों की जैसे ही बैठी उनका हाथ मेरी कमर पर आ गया।मेरे शरीर में वासना की लहर दौड़ गई।
बड़े साहब: तुम कैसे अपने आप को संभालती हो।
विमला: में समझी नही साहब।
इतनी देर में तो जो हाथ कमर पर था वो अब छाती पर आ चुका था सब कुछ इतना जल्दी होगा मैंने कल्पना भी नहीं की थी।
में विरोध नही कर पा रही थी बस जो हो रहा था उसे होने दे रही थी।
इस से पहले में कुछ बोलती उनके दोनो हाथ मेरे बूब्स पर थे मेरी सिसकारी निकल गई। अह्ह्ह्ह्ह आराम से साहब........मेरे पूरे शरीर में तरंगे उठ रही थी जिसे संभाल पाना अब नामुमकिन था।
में अपने आप को सौपने का फैसला कर चुकी थी मेने भी थोड़ी हिम्मत जुटा उनके होठ अपने होठों के बीच में लिए।अब मेरे कपड़े मेरे शरीर का साथ छोड़ चुके थे। साहब की नजर अभी भी मेरी छाती पर ही थी। उन्होंने समय गवाएं बिना मेरी दोनो बूब्स को मसलना और चूसनाशुरू किया में तो सातवे आसमान पर थी ।
अब साहब मेरे ऊपर आ कर मेरे दोनो चुची हाथ में ले के जोर से चूसने लगे मेरे मुंह से सिसकारी निकल गई।
साहब थोड़ा आरामममम्म्म्म से ह्लम्मम्मम ........इतनी जबरदस्त चुसाई से मेरी चूत पुरी गीली हो गई थी मैं अपने आपे से बाहर हो गई।
विमला: बस साहब जी अबब ब........ और सहा नहीं जाता हम्मम....... मेरी प्यासस.... भुजा दो.....
बड़े साहब: मे तो कब से तेरी प्यास भुजा ना चाहता था तूने ही मौका नहीं दिया। मे तो जब से तुझे चाहता हूं जब तू हॉस्पिटल में आई थीं काम करने। मैने ही शालिनी को बोल कर तुझे घर में रखा था ।
विमला: में तो आपका अहसान मानती हूं कि आपने मुझे अपने घर में जगह दी।अहा.... हम्मम
बड़े साहब ने निप्पल को काट लिया और अपना हाथ मेरी पेंटी में डाल दिया अअह्ह्ह्ह....मुझसे भी अब रहा नही गया मैने भी बड़े साहब का टॉवल खीच दिया और उन्हें भी कपड़ो से आजाद कर दिया।जैसे ही टॉवेल हटा में तो बड़े साहब का बड़ा Lund देख कर घबरा गई जो 8 इंच लम्बा 2.5 इंच मोटा था। जिसे देख कर मे अपने आप को रोक नही पाई। आगे बढ़ कर Lund को अपने हाथो में थाम लिया।
उसे निहारने लगी सोचने लगी की इतना बड़ा चूत के अंदर जाएगा तो फाड़ कर रख देगा।
ये सोच कर ही मेरी चूत फड़कने लगी पानी छोड़ने लगी।बड़े साहब: क्या सोच रही हो विमला ये तुम्हारा ही तो है इसे प्यार करो इसे चूसो इसका रस पियो।
इतना सुनते ही मुझसे रुका नहीं गया मैने अपना मुंह खोल कर Lund को चूसना शुरू किया।बड़े साहब: क्या चूसती हो विमला अह्ह्ह्ह्ह पूरा लो अंदर तक ।
इसी के साथ बड़े साहब ने मेरा सर पकड़ कर मुंह में झटके लगा ने लगे इतना बड़ा Lund मेरे मुंह में मुश्किल से आ रहा था।
बड़े साहब: क्या बात है विमला इतना मजा तो कभी शालिनी ने भी नहीं दिया जो तू दे रही है अअह्ह्ह्ह और चूस हम्मम.....
आधा घंटा lund चूसने के बाद अब मुझसे रहा नही गया तो मै टांगे फैला कर बेड पर लेट गई । और साहब को अपने अन्दर समाने का न्योता देते हुए।
विमला: साहब एक बार इस निगोडी चूत की प्यास अपने बड़े Lund से मिटा दीजिए।
बड़े साहब: मे तो कबसे बेचैन था इस चूत की प्यास बुझाने के लिए।
lund चूसने कि वजह से गीला हो कर तैयार था चूत मे समाने के लिए । साहब ने बिना देर किए दोनो टांगे पकड़ कर Lund को चूत के मुंह पर लगा कर एक ही बार में अंदर डाल दिया।
मेरी दर्द के मारे चीख निकल गई । अअह्ह्ह्ह्ह आई माआआआआ मर गईई................।
मेने रोते बिलखते हुए साहब को धीरे करने की लिए कहा।
पर वो कहा मानने वाले थे उनके lund को तो चूत का खून मुंह लग चुका था।ऐसे ही मुझे आधा घंटा चोदने के बाद मुझे बेड पर घोड़ी बनाया और डॉगी स्टाइल में मेरे पीछे आकर ताबड़तोड़ धको की बारिश कर दी । विमला : साहब आराम से बहुत दर्द हो रहा है एआईआईआईआई अअह्ह्ह्हह हम्मम्म....
अब मेरी गांड़ धको के साथ आगे पीछे होने लगी
अब मुझे दर्द के साथ आनंद आ रहा था। इसी बीच
विमला: साहब और तेज और तेज में झड़ने वाली हु...... अअह्ह्ह........ इस्सससस।
बड़े साहब: मे भी झड़ने वाला हु ... विमला..... क्या चूत पाई है तूने अअह्ह...
इसी बीच विमला एक तेज चीख के साथ अअह्ह्ह्ह्ह साहब...... में गई..... झड़ जाती है।
बड़े साहब: में भी आने वाला हु विमला मुंह खोल जल्दी
और lund निकाल कर विमला के मुंह में डाल देता है।और तेज सिसकारी के साथ अअह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह विमला...... झड़ जाता है।विमला एक बूंद भी नीचे नही गिराती सारा पी जाती है। और Lund चाट कर साफ कर देती है।
ये सिलसिला सालो साल ऐसे ही चलता रहा ।
बड़े साहब ने मुझे आगे पीछे ऊपर नीचे हर तरीके से चोद कर अपना गुलाम बना लिया। न जाने कितनी बार मेरी चूत और गांड़ को चोद कर मेरी हालत खराब की है अभी भी हफ्ते में एक या दो बार मुझे जरूर चोदते है। जब शालिनी मैडम हॉस्पिटल होती है।
ये सब सुन कर विक्की का lund खड़ा हो जाता है।
अपने पापा के बारे में सब सुन के पूरा हील जाता है। मेरे पापा इतने बड़े चोदम खोर है.......
devilstar
Behatreen Jaduyi Update, shama Bandh diya Bhai,Bahut hi Kamuk Story hai..UPDATE #2
अब आगे
विमला: छोटे साहब सब बताती हूं......
में आज से 15 साल पहले जब 23 साल की थी तब यूपी के एक छोटे से गांव से शहर आई थी अपने पति के साथ हमारी शादी को अभी 2 महीने ही हुए थे की मेरे पति ने मुझे छोड़ दिया क्यों की वो एक रण्डी के चकर में पड़ गया था ।मेरे पास ना तो कोई रहने की जगह थी न कोई काम तब मुझे आपके पापा के हॉस्पिटल में सफाई का काम मिल गया और मे वही रहने लगी। फिर एक दिन आपकी मम्मी ने मुझे इस घर मे काम करने के लिए बुलाया और मेरे काम से खुश हो कर मुझे यही रख लिया और रहने के लिए अलग कमरा दिया। मेने इस घर को अपना घर समझा और जी लगा के काम किया आपके पापा मम्मी की सेवा की।
पर जवानी तो अपना जोर दिखाती है
में भी अपनी जवानी के आग में जल रही थी पर क्या कर सकती थी।
एक दिन में रात को उठी मुझे जोर से प्यास लगी थी। तो में रसोई की तरफ गई पानी लेने जैसे ही बड़े साहब के कमरे के सामने से गुजरी तो जोर जोर से आवाज सुनाई दी मेरे कदम एक दम से रूक गए ।
मेरा अंदर देखने का मन हुआ पर डर के मारे हिम्मत नहीं हुई। आवाज एक दम से बड़ गई मुझसे रहा नही गया में कमरे के पीछे चलदी खिड़की की तरफ।
जैसे ही खिड़की में देखा मेरे होठ सुख गए पैर जम गए शरीर कांपने लगा। अंदर का नजारा होश उड़ाने वाला था।
अंदर बड़े साहब शालिनी मैडम दोनो नंगे बेड पर थे।
बड़े साहब ने शालिनी मैडम की दोनो टांगे हवा में उठा कर अपना बड़ा Lund शालिनी मैडम की चूत में डाल कर बुरी तरह से चोद रहे थे।मेरी तो हालत ही खराब हो गई थी । कोई इस तरह से भी चोद सकता है । बड़े साहब का Lund तो मेरे पति के Lund से 3 गुना बड़ा था ।
शालिनी मैडम के चहरे पे दर्द और खुशी के मिले जुले भाव थे। मैडम साहब का पूरा साथ दे रही थी । हर धके के साथ उनके चहरे पर सकून बढ़ता जा रहा था। मैडम झड़ने के करीब थी। साहब और तेज धके लगाए जा रहे थे। मैडम की आंखे बंद हो गई और मैडम अहआआ हम्मम...... एक तेज सिसकरी के साथ झड़ गई।मेरी भी चूत ने पानी छोड़ दिया मुझे पता ही नहीं चला।
मैडम के झरने के बाद भी साहब नही झड़े लगातार धके जारी रखे।
शालिनी: मनोज बस करो में 4 बार झड़ चुकी हु अब मेरे में हिम्मत नहीं है । अह्ह्ह्ह बस करो....
में तो सुन कर ही हैरान हो गई की मैडम 4बार झड़ चुकी है और साहब एक बार भी नहीं।
मनोज: शालिनी बस होने वाला है थोड़ी देर ओर मेरा साथ दो अआअ आआ बस होगया इतना कह कर साहब मैडम की चूत अपने पानी से भर देते है।में वहा से बाहर जाने वाली थी की बड़े साहब की मुझ पर नजर पड़ गई । में घबराकर वहा से अपने कमरे में आ गई। पानी पी कर सोने की कोशिश करती रही पर मुझे नींद नहीं आ रही थी । बड़े साहब का Lund आंखों के सामने से हट नही रहा था। मेरी चूत फिर से गीली हो गई और में उंगली कर के सो गई।
अगले दिन में सुबह जल्दी उठ कर घर का काम करने लगी। जैसे ही बड़े साहब के कमरे चाय देने गई।
तो रात के सीन आंखों के सामने आ गया और कदम वही रूक गए । हिम्मत कर के दरवाजा खटखटाया तो साहब ने दरवाजा खोला।में शर्म से पानी पानी हो गई बिना नजरे मिलाए कमरे में चाय रख कर जाने लगी। बड़े साहब सब देख रहे थे बोले कुछ नही मे भी जल्दी से कमरे से बाहर आई और चैन की सांस ली। थोड़ी देर में नाश्ता तैयार किया और टेबल पर लगाने लगी। मैडम तैयार हो कर नाश्ता करने लगी।
मैडम के चहरे पर चमक बडी हुई थी । शायद रात के प्रोग्राम के बाद । पर अभी तक साहब नही आए में ये सोच ही रही थी की।
शालिनी मैडम: विमला साहब का नाश्ता उनके कमरे में दे देना आज वो रेस्ट करेंगे।में हॉस्पिटल जा रही हुं एक डिलीवरी केस है।
मैडम चली जाती है।
में नाश्ता ले कर साहब के कमरे की तरफ बढ़ रही थी पर अभी भी डर लग रहा था। पर सामना करना ही पड़ा और साहब के कमरे में जाने लगी दरवाजा खुला हुआ था।
में अन्दर गई जैसे ही नाश्ता रखा। साहब तोलिया लपटे हुए बाथरूम से बाहर आए ।में बाहर जाने लगी इतने में साहब ने कहा विमला
मेरे तो पैर ही जम गए में वही खड़ी हो गई। विमला: जी साहब
बड़े साहब: शालिनी गई हॉस्पिटल
विमला: जी साहब अभी निकली है।
और में बाहर जाने लगी
बड़े साहब: तुम कहा जा रही हो आओ मेरे पास बैठो तुमसे बात करनी है।
मेरा दिल जोर जोर से धड़कने लगा। सांसे तेज हो गई। में साहब की तरफ खींची चली गई।
विमला: जी साहब
बड़े साहब: तुमने नाश्ता किया
विमला: नही
बड़े साहब: आओ बैठो नाश्ता करो मेरे साथ
विमला: नही साहब आप किजिए में बाद में खा लूंगी।
बड़े साहब: अरे बैठो नाश्ता करो चुप चाप।
उनकी आवाज में एक आदेश था । जिसका मैंने पालन करना उचित समझा।
जैसे ही में बैठी मेरे शरीर में कम्पन पैदा हो गई क्यों की जैसे ही बैठी उनका हाथ मेरी कमर पर आ गया।मेरे शरीर में वासना की लहर दौड़ गई।
बड़े साहब: तुम कैसे अपने आप को संभालती हो।
विमला: में समझी नही साहब।
इतनी देर में तो जो हाथ कमर पर था वो अब छाती पर आ चुका था सब कुछ इतना जल्दी होगा मैंने कल्पना भी नहीं की थी।
में विरोध नही कर पा रही थी बस जो हो रहा था उसे होने दे रही थी।
इस से पहले में कुछ बोलती उनके दोनो हाथ मेरे बूब्स पर थे मेरी सिसकारी निकल गई। अह्ह्ह्ह्ह आराम से साहब........मेरे पूरे शरीर में तरंगे उठ रही थी जिसे संभाल पाना अब नामुमकिन था।
में अपने आप को सौपने का फैसला कर चुकी थी मेने भी थोड़ी हिम्मत जुटा उनके होठ अपने होठों के बीच में लिए।अब मेरे कपड़े मेरे शरीर का साथ छोड़ चुके थे। साहब की नजर अभी भी मेरी छाती पर ही थी। उन्होंने समय गवाएं बिना मेरी दोनो बूब्स को मसलना और चूसनाशुरू किया में तो सातवे आसमान पर थी ।
अब साहब मेरे ऊपर आ कर मेरे दोनो चुची हाथ में ले के जोर से चूसने लगे मेरे मुंह से सिसकारी निकल गई।
साहब थोड़ा आरामममम्म्म्म से ह्लम्मम्मम ........इतनी जबरदस्त चुसाई से मेरी चूत पुरी गीली हो गई थी मैं अपने आपे से बाहर हो गई।
विमला: बस साहब जी अबब ब........ और सहा नहीं जाता हम्मम....... मेरी प्यासस.... भुजा दो.....
बड़े साहब: मे तो कब से तेरी प्यास भुजा ना चाहता था तूने ही मौका नहीं दिया। मे तो जब से तुझे चाहता हूं जब तू हॉस्पिटल में आई थीं काम करने। मैने ही शालिनी को बोल कर तुझे घर में रखा था ।
विमला: में तो आपका अहसान मानती हूं कि आपने मुझे अपने घर में जगह दी।अहा.... हम्मम
बड़े साहब ने निप्पल को काट लिया और अपना हाथ मेरी पेंटी में डाल दिया अअह्ह्ह्ह....मुझसे भी अब रहा नही गया मैने भी बड़े साहब का टॉवल खीच दिया और उन्हें भी कपड़ो से आजाद कर दिया।जैसे ही टॉवेल हटा में तो बड़े साहब का बड़ा Lund देख कर घबरा गई जो 8 इंच लम्बा 2.5 इंच मोटा था। जिसे देख कर मे अपने आप को रोक नही पाई। आगे बढ़ कर Lund को अपने हाथो में थाम लिया।
उसे निहारने लगी सोचने लगी की इतना बड़ा चूत के अंदर जाएगा तो फाड़ कर रख देगा।
ये सोच कर ही मेरी चूत फड़कने लगी पानी छोड़ने लगी।बड़े साहब: क्या सोच रही हो विमला ये तुम्हारा ही तो है इसे प्यार करो इसे चूसो इसका रस पियो।
इतना सुनते ही मुझसे रुका नहीं गया मैने अपना मुंह खोल कर Lund को चूसना शुरू किया।बड़े साहब: क्या चूसती हो विमला अह्ह्ह्ह्ह पूरा लो अंदर तक ।
इसी के साथ बड़े साहब ने मेरा सर पकड़ कर मुंह में झटके लगा ने लगे इतना बड़ा Lund मेरे मुंह में मुश्किल से आ रहा था।
बड़े साहब: क्या बात है विमला इतना मजा तो कभी शालिनी ने भी नहीं दिया जो तू दे रही है अअह्ह्ह्ह और चूस हम्मम.....
आधा घंटा lund चूसने के बाद अब मुझसे रहा नही गया तो मै टांगे फैला कर बेड पर लेट गई । और साहब को अपने अन्दर समाने का न्योता देते हुए।
विमला: साहब एक बार इस निगोडी चूत की प्यास अपने बड़े Lund से मिटा दीजिए।
बड़े साहब: मे तो कबसे बेचैन था इस चूत की प्यास बुझाने के लिए।
lund चूसने कि वजह से गीला हो कर तैयार था चूत मे समाने के लिए । साहब ने बिना देर किए दोनो टांगे पकड़ कर Lund को चूत के मुंह पर लगा कर एक ही बार में अंदर डाल दिया।
मेरी दर्द के मारे चीख निकल गई । अअह्ह्ह्ह्ह आई माआआआआ मर गईई................।
मेने रोते बिलखते हुए साहब को धीरे करने की लिए कहा।
पर वो कहा मानने वाले थे उनके lund को तो चूत का खून मुंह लग चुका था।ऐसे ही मुझे आधा घंटा चोदने के बाद मुझे बेड पर घोड़ी बनाया और डॉगी स्टाइल में मेरे पीछे आकर ताबड़तोड़ धको की बारिश कर दी । विमला : साहब आराम से बहुत दर्द हो रहा है एआईआईआईआई अअह्ह्ह्हह हम्मम्म....
अब मेरी गांड़ धको के साथ आगे पीछे होने लगी
अब मुझे दर्द के साथ आनंद आ रहा था। इसी बीच
विमला: साहब और तेज और तेज में झड़ने वाली हु...... अअह्ह्ह........ इस्सससस।
बड़े साहब: मे भी झड़ने वाला हु ... विमला..... क्या चूत पाई है तूने अअह्ह...
इसी बीच विमला एक तेज चीख के साथ अअह्ह्ह्ह्ह साहब...... में गई..... झड़ जाती है।
बड़े साहब: में भी आने वाला हु विमला मुंह खोल जल्दी
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ये सिलसिला सालो साल ऐसे ही चलता रहा ।
बड़े साहब ने मुझे आगे पीछे ऊपर नीचे हर तरीके से चोद कर अपना गुलाम बना लिया। न जाने कितनी बार मेरी चूत और गांड़ को चोद कर मेरी हालत खराब की है अभी भी हफ्ते में एक या दो बार मुझे जरूर चोदते है। जब शालिनी मैडम हॉस्पिटल होती है।
ये सब सुन कर विक्की का lund खड़ा हो जाता है।
अपने पापा के बारे में सब सुन के पूरा हील जाता है। मेरे पापा इतने बड़े चोदम खोर है.......
devilstar
कहानी बहुत जबरदस्त है ।सभी पाठको बहुत बहुत दिल से धन्यवाद। कहानी अच्छी लगी तो कमेंट कर के जरूर बताएं ।
Devilstar
LajawabUPDATE -#1
विकास का घर
सुबह सुबह घर मे एक अलग ही चहल पहल थी। ऐसा लग रहा था सबको जल्दी है। मनोज नहा धो कर तैयार dinning table पर शालिनी का इंतजार कर रहा था आज उसे हॉस्पिटल जाने की जल्दी थी।
मनोज: शालिनी जल्दी करो मुझे लेट हो रहा है। और नाश्ते का इंतजार करने लगता है। इतनी देर में विमला (maid) टेबल पर नाश्ता लगाने लगती है।
(विमला उम्र 38 साल दिखने में थोड़ी सावली पर बदन पूरा कसा हुआ है। विमला को 15 साल हो गए इस घर में काम करते । बहुत वफादार और अपने काम में निपुण है। वैसे तो न जाने मनोज इसे कितनी बार अपने लोड़े की सवारी करवा चुका है।पर आज भी मनोज को देख कर इसकी चूत गीली हो जाती है।)
मनोज: विमला जरा देखो शालिनी कहा रह गई मुझे देर हो रही है।
विमला: जी अभी देखती हु ओर शालिनी के कमरे की तरफ चल पड़ती है। बाहर से आवाज लगाती है शालिनी मैडम शाहब बुला रहे है
शालिनी: अभी आई विमला ।
और नहाने लगती है नहाते हुए अचानक उसका हाथ अपनी चूत पर चला जाता है।
मनोज: विमला मुझे देर हो रही है । मैडम को बोलना ड्राइवर के साथ दूसरी गाड़ी में आ जाए हॉस्पिटल।
विमला: जी साहब। ( और जाते जाते मनोज विमला कि गांड़ पर हाथ फेर देता जिसे विमला एक दम चौक जाती है और मुस्कराने लगती है वैसे भी ये गांड़ उन्ही की मेहरबानी से इतनी बाहर आई है।)
शालिनी: नहाते हुए अपनी ओर मनोज की रात की चूदाई याद करती है कैसे इस उम्र में भी मेरे चूत अंदर तक फाड़ देते है ।रात को शालिनी दो बार झड़ी थी। फिर भी चूत मे आग लगी हुई थी । ये सब सोचते हुए नहा कर हॉस्पिटल के लिए तैयार हो जाती है नाश्ता कर के निकल जाती है और विमला को विकास को उठाने का बोल कर जाने लगती है।
विमला अपना काम खत्म कर के विकास के रूम की तरफ बढ़ती है।
जैसे ही कमरे में अंदर जाती है विकास बेड पर नंगा लेता हुआ था । उसका Lund पूरी तरह से अपनी ओकात में आ चुका था । जिसे देख कर एक बार तो विमला डर जाती है।फिर विमला हिम्मत जुटा कर अंदर जाती है और विकास के विशाल रूपी हथियार को नजदीक से देखने लगती है और उसे अपने हाथ में लेने से रोक नही पाती।अपने Lund पर नरम हाथ का सपर्श पा कर अचानक विकास उठ जाता है। अपने lund पर विमला का हाथ पा कर चौंक जाता है। एक पल के लिए उसको अपनी आंखों पर भरोसा नही होता की ये क्या हो रहा है। फिर विमला की मोटी चूची देख कर उसका मन विमला को रोकने का नही करता। अगले ही पल विमला इतने बड़े lund को देख कर अपने आप को रोक नही पाती है और उसे मुंह में ले कर चूसने लगती है। विकास तो अचानक हुए हमले से चौक जाता है । जिंदगी मे पहली बार कोई उसका मोटा Lund चूस रहा था।
उसे भी बर्दाश करना मुश्किल हो रहा था अगले ही पल विमला के कपड़े उतार कर नंगा कर देता है । विमला का नंगा बदन उसके अंदर एक अजीब आग पैदा कर देता है और वो विमला के मुंह में जोर जोर से lund पेलने लगता हैविमला : छोटे साहब आराम से मुंह दुखता है।
विकास: विमला कहा थी अब तक तुम्हे चोद ने के लिए तो में कब से बेचैन था चूसो और चूसो.....
विमला: छोटे साहब मुंह ही चोदोगे या चूत भी चोदने का इरादा है ।
विकास: आज तुम्हारी चूत का भोसड़ा नहीं बनाया तो मेरा नाम भी विक्की नही ( घर मे सब प्यार से विक्की बुलाते है)
फिर विक्की विमला को बेड पर लिटा देता है और ऊपर से नीचे तक नजर फिरा कर कहता है तुम तो अभी इस उम्र में भी कयामत हो। दोनों टांगों को खोल कर बिना बालो वाली चूत देख कर एक उंगली डाल देता है। विमला उछल पड़ती है छोटे साहब आराम से। विक्की का सबर का बांध टूट जाता है । विक्की अपना lund एक हाथ से आगे पीछे कर के चूत तक ले जाता है और एक ही झटके में आधे से ज्यादा Lund डाल देता है विमला की चीख निकल जाती है आआह्हह हम्ममम मर गईईईई
जोश में एक दम से बोलती है तुम्हारा तो बड़े साहब से भी बड़ा है। सुनते ही विक्की एक पल के लिए सुन हो जाता है।
विक्की :क्या..... तुमने पापा का भी लिया है।
विमला को समझ आता है कि उससे गलती हो गई है फिर बात संभालने को कोशिश करती है।
विमला :मेरा मतलब वो नही है तुम गलत समझ रहे हो....
विक्की एक और तेज झटका मारता है पूरा Lund अंदर कर देता है
विमला: आइई मां मरररर गईईईईईई.............
विमला कि मानो जान ही निकल चुकी थी । एक जोरदार चीख के साथ उसकी आंखों में पानी भर जाता है। विक्की विमला की चूत में पूरा Lund डाले ऐसे ही खड़ा रहता है ओर उसके नॉर्मल होने का इंतजार करता है।
विक्की: विमला सच सच बताओ तुमने पापा से चूत चूदवाई है।
विमला: ............
विक्की: थोड़ा गुस्से में तुमसे कुछ पूछ रहा हूं विमला ..
सामने से कोई जवाब न पाकर विक्की एक बार मे पूरा Lund बाहर निकाल के एक बारी में पूरा डाल देता है। विमला इस हमले के लिए तैयार नही थी । दर्द और डर के मारे कांपने लगती हैविक्की: अगर तुम सच नही बताओगी तो मत बताओ आज के बाद मेरे सामने मत आना निकल जाओ यह से। ये कहकर अपना Lund बाहर निकाल ने लगता है। विमला उसे ऐसा करने से रोक लेती है। क्यों की वो भी अपने जिस्म की आग के सामने हार मान लेती है और सच बताने के लिए तैयार हो जाती है
विमला: नही प्लीज़ ऐसा मत करो में तुम्हे बताती हु । पहले मेरी चूत को अपने Lund से ठंडा करो में तुम्हे सब बताती हूं
विक्की ये सब सुनके मन ही मन में अपनी जीत की खुशी मना रहा था।और विमला को घोड़ी बना कर पीछे से चूत में डाल कर तेज तेज झटके मारने लगा। थोड़ी देर में ही विमला चरम सीमा पर पहुंच चुकी थी उसका दर्द अपने आप गायब हो गया और विक्की को और तेज करने को बोलने लगी
विमला: छोटे साहब और तेज और तेज फाड़ दो बहुत दिनों बाद चूदवा रही हो हम्म्म आआह फट गई मेरी चूत फट गई कितना बड़ा ओर मोटा है छोटे साहब हम्मम और तेज मेरा पानी निकलने वाला है। आआआआई
इतनी खतरनाक चूदाई से विमला अपने आप को रोक नहीं पाती है इसी के साथ विक्की के Lund पर झड़ जाती है आहहहह आई मां गई।विक्की अपनी रफ्तार कम नही करता ओर तेज तेज धके मारने लगता है और अपनी चरम सीमा पर पहुंच कर ।
विक्की: विमला मेरा पानी निकलने वाला है बता कहा लेगी चूत में या मुंह में।
विमला: छोटे साहब मेरे मुंह में डालना में इसे पी कर अपनी प्यास बुझाना चाहती हू
इसी के साथ विक्की अपना Lund चूत मे से निकाल कर विमला के मुंह में डाल देता हैओर इसी के साथ विक्की के शरीर की गर्मी वीर्य के रूप में विमला के मुंह को भर देती है। विक्की का आज पहली बार इतना वीर्य निकला था विमला ने आखरी बूंद तक चाट कर Lund को साफ किया।दोनो ऐसे ही बेड पर नंगे पड़े हुए आनंद के सागर में डूबे हुए एक दूसरे को देख रहे थे।
विमला: छोटे साहब मुझे माफ करना मे आपके हथियार को देख के अपने आप को रोक नहीं पाई।
विक्की: तुम्हे पता नही विमला तुमने मुझे अपनी चूत दे कर कितना बड़ा एहसान किया है आज पहली बार किसी चूत का आनन्द मिला।तुम सच में बड़े कमल की चीज हो
विमला: ये क्या बोल रहे हो छोटे साहब में तो इस घर मे आपकी सेवा के लिए ही तो हु । मुझे तो आपने वो मजा दिया है जो मुझे आज तक नही मिला आपका lund वाकई घोड़े जैसा है मुझे तो अंदर तक झकझोर कर रख दिया। में तो आपकी दासी हो गई आज से।
ये कहकर विमला कपड़े पहनें लगी और विक्की देखता रहा।
जैसे ही विमला जाने लगी विक्की ने रोक लिया ।
जाने पहले सच तो बताती जाओ
विमला: कैसा सच?
विक्की: वही की पापा से तुम कितनी बार ओर कैसे चूदी हो।
विमला ये सुन के चुप हो जाती है और कमरे से बाहर जाने की कोशिश करती है।
विक्की: (गुस्से में)तुम ने वादा किया था?
विमला अपने कदम पीछे लेती है ओर विक्की की तरफ बड़ जाती है। बेड के पास पहुंच कर।
विमला: छोटे साहब सब बताती हूं ......
।बाकी अगले भाग में।
आपको ये कहानी कैसी लगी जरुर बताए कमेंट कर के ।
और हां ये कहानी धीरे -धीरे आगे बढ़ेगी। तो धैर्य बनाए रखे।
Devilstar
Superb introduction... humme to shadishuda beti ka intezar haiINTRODUCTION
Father - मनोज शर्मा उम्र 44 साल पेशे से डॉक्टर है । शहर के जाने माने डॉक्टरो में इनका नाम आता है। एक कार्डियोलॉजिस्ट जो अपने हॉस्पिटल में प्रैक्टिस करते है। कद 5.11 वजन 70kg दिखने में स्मार्ट और अट्रैक्टिव थोड़े शौकीन किस्म के है। हॉस्पिटल में कोई भी लेडीज स्टाफ नहीं है। जो इनके नीचे ना आई हो। इनके lund का size 8 इंच लंबा 2.5 इंच मोटा है। जो एक बार लेले तो दुबारा अपने आप खींची चली आती है।
Mother- शालिनी शर्मा उम्र 41 साल पेशे से ये भी डॉक्टर है। ये भी शहर में मशहूर गाइनोक्लॉजिस्ट है। ये भी अपने पति के साथ हॉस्पिटल में प्रैक्टिस करती है पर बहुत कम जाती है ।इनका फिगर आज भी इस उम्र अच्छे अच्छों जवान लड़कियों को पीछे छोड़ दे । 38DD के बूब्स, 32 की कमर, 42 की बाहर निकली हुई गांड़ ,जिसके आज भी लाखो दीवाने है। ये भी अपने पति से कम नहीं है । जवानी से अब तक न जाने कितने घोड़ों की सवारी कर चुकी है । पर आज तक मनोज को इसका पता नहीं है ।घर में सबके सामने अच्छी बीवी और अच्छी मां बन के रहती है
Didi - कोमल शर्मा उम्र 26 साल ।एक साल पहले ही शादी हुई है लव मैरेज । MBBS पढ़ने के लिए पापा ने कैलिफोर्निया भेजा था वही jhon नाम के लड़के से प्यार हो गया और वही अपने bf से शादी कर ली। पहले तो पापा नहीं माने फिर मम्मी के समझा ने से मान गए। दीदी और जीजा अब कैलिफोर्निया ही रहते है। फिगर तो बिलकुल मां पर गया है।36D बूब्स,28 कमर, 38 की गांड़ । बाकी आगे कहानी में पता चलेगा की कितनी बड़ी चुदकड है।
Me (Hero)- विकास शर्मा (विक्की) उम्र 20 साल MBBS 2nd year का स्टूडेंट हूं। अभी केलिफोर्निया दीदी के पास रहता हु । दीदी ने ही मेरा एडमिशन यहां के टॉप कॉलेज में करा दिया तो पापा को भी कोई एतराज नहीं था। मैं पढ़ने में होशियार हू और जिम का शोक है ।अच्छी बॉडी बनाई है मेरी हाईट 6फुट और lund 9इंच लंबा और 3इंच मोटा है। Gf तो नहीं पर सेक्स में रूचि बहुत हैं ।
आगे और भी किरदार है जैसे जैसे कहानी आगे बढ़ती जाएगी नए किरदार समय अनुसार जोड़े जाएंगे।
UPDATE #2
अब आगे
विमला: छोटे साहब सब बताती हूं......
में आज से 15 साल पहले जब 23 साल की थी तब यूपी के एक छोटे से गांव से शहर आई थी अपने पति के साथ हमारी शादी को अभी 2 महीने ही हुए थे की मेरे पति ने मुझे छोड़ दिया क्यों की वो एक रण्डी के चकर में पड़ गया था ।मेरे पास ना तो कोई रहने की जगह थी न कोई काम तब मुझे आपके पापा के हॉस्पिटल में सफाई का काम मिल गया और मे वही रहने लगी। फिर एक दिन आपकी मम्मी ने मुझे इस घर मे काम करने के लिए बुलाया और मेरे काम से खुश हो कर मुझे यही रख लिया और रहने के लिए अलग कमरा दिया। मेने इस घर को अपना घर समझा और जी लगा के काम किया आपके पापा मम्मी की सेवा की।
पर जवानी तो अपना जोर दिखाती है
में भी अपनी जवानी के आग में जल रही थी पर क्या कर सकती थी।
एक दिन में रात को उठी मुझे जोर से प्यास लगी थी। तो में रसोई की तरफ गई पानी लेने जैसे ही बड़े साहब के कमरे के सामने से गुजरी तो जोर जोर से आवाज सुनाई दी मेरे कदम एक दम से रूक गए ।
मेरा अंदर देखने का मन हुआ पर डर के मारे हिम्मत नहीं हुई। आवाज एक दम से बड़ गई मुझसे रहा नही गया में कमरे के पीछे चलदी खिड़की की तरफ।
जैसे ही खिड़की में देखा मेरे होठ सुख गए पैर जम गए शरीर कांपने लगा। अंदर का नजारा होश उड़ाने वाला था।
अंदर बड़े साहब शालिनी मैडम दोनो नंगे बेड पर थे।
बड़े साहब ने शालिनी मैडम की दोनो टांगे हवा में उठा कर अपना बड़ा Lund शालिनी मैडम की चूत में डाल कर बुरी तरह से चोद रहे थे।मेरी तो हालत ही खराब हो गई थी । कोई इस तरह से भी चोद सकता है । बड़े साहब का Lund तो मेरे पति के Lund से 3 गुना बड़ा था ।
शालिनी मैडम के चहरे पे दर्द और खुशी के मिले जुले भाव थे। मैडम साहब का पूरा साथ दे रही थी । हर धके के साथ उनके चहरे पर सकून बढ़ता जा रहा था। मैडम झड़ने के करीब थी। साहब और तेज धके लगाए जा रहे थे। मैडम की आंखे बंद हो गई और मैडम अहआआ हम्मम...... एक तेज सिसकरी के साथ झड़ गई।मेरी भी चूत ने पानी छोड़ दिया मुझे पता ही नहीं चला।
मैडम के झरने के बाद भी साहब नही झड़े लगातार धके जारी रखे।
शालिनी: मनोज बस करो में 4 बार झड़ चुकी हु अब मेरे में हिम्मत नहीं है । अह्ह्ह्ह बस करो....
में तो सुन कर ही हैरान हो गई की मैडम 4बार झड़ चुकी है और साहब एक बार भी नहीं।
मनोज: शालिनी बस होने वाला है थोड़ी देर ओर मेरा साथ दो अआअ आआ बस होगया इतना कह कर साहब मैडम की चूत अपने पानी से भर देते है।में वहा से बाहर जाने वाली थी की बड़े साहब की मुझ पर नजर पड़ गई । में घबराकर वहा से अपने कमरे में आ गई। पानी पी कर सोने की कोशिश करती रही पर मुझे नींद नहीं आ रही थी । बड़े साहब का Lund आंखों के सामने से हट नही रहा था। मेरी चूत फिर से गीली हो गई और में उंगली कर के सो गई।
अगले दिन में सुबह जल्दी उठ कर घर का काम करने लगी। जैसे ही बड़े साहब के कमरे चाय देने गई।
तो रात के सीन आंखों के सामने आ गया और कदम वही रूक गए । हिम्मत कर के दरवाजा खटखटाया तो साहब ने दरवाजा खोला।में शर्म से पानी पानी हो गई बिना नजरे मिलाए कमरे में चाय रख कर जाने लगी। बड़े साहब सब देख रहे थे बोले कुछ नही मे भी जल्दी से कमरे से बाहर आई और चैन की सांस ली। थोड़ी देर में नाश्ता तैयार किया और टेबल पर लगाने लगी। मैडम तैयार हो कर नाश्ता करने लगी।
मैडम के चहरे पर चमक बडी हुई थी । शायद रात के प्रोग्राम के बाद । पर अभी तक साहब नही आए में ये सोच ही रही थी की।
शालिनी मैडम: विमला साहब का नाश्ता उनके कमरे में दे देना आज वो रेस्ट करेंगे।में हॉस्पिटल जा रही हुं एक डिलीवरी केस है।
मैडम चली जाती है।
में नाश्ता ले कर साहब के कमरे की तरफ बढ़ रही थी पर अभी भी डर लग रहा था। पर सामना करना ही पड़ा और साहब के कमरे में जाने लगी दरवाजा खुला हुआ था।
में अन्दर गई जैसे ही नाश्ता रखा। साहब तोलिया लपटे हुए बाथरूम से बाहर आए ।में बाहर जाने लगी इतने में साहब ने कहा विमला
मेरे तो पैर ही जम गए में वही खड़ी हो गई। विमला: जी साहब
बड़े साहब: शालिनी गई हॉस्पिटल
विमला: जी साहब अभी निकली है।
और में बाहर जाने लगी
बड़े साहब: तुम कहा जा रही हो आओ मेरे पास बैठो तुमसे बात करनी है।
मेरा दिल जोर जोर से धड़कने लगा। सांसे तेज हो गई। में साहब की तरफ खींची चली गई।
विमला: जी साहब
बड़े साहब: तुमने नाश्ता किया
विमला: नही
बड़े साहब: आओ बैठो नाश्ता करो मेरे साथ
विमला: नही साहब आप किजिए में बाद में खा लूंगी।
बड़े साहब: अरे बैठो नाश्ता करो चुप चाप।
उनकी आवाज में एक आदेश था । जिसका मैंने पालन करना उचित समझा।
जैसे ही में बैठी मेरे शरीर में कम्पन पैदा हो गई क्यों की जैसे ही बैठी उनका हाथ मेरी कमर पर आ गया।मेरे शरीर में वासना की लहर दौड़ गई।
बड़े साहब: तुम कैसे अपने आप को संभालती हो।
विमला: में समझी नही साहब।
इतनी देर में तो जो हाथ कमर पर था वो अब छाती पर आ चुका था सब कुछ इतना जल्दी होगा मैंने कल्पना भी नहीं की थी।
में विरोध नही कर पा रही थी बस जो हो रहा था उसे होने दे रही थी।
इस से पहले में कुछ बोलती उनके दोनो हाथ मेरे बूब्स पर थे मेरी सिसकारी निकल गई। अह्ह्ह्ह्ह आराम से साहब........मेरे पूरे शरीर में तरंगे उठ रही थी जिसे संभाल पाना अब नामुमकिन था।
में अपने आप को सौपने का फैसला कर चुकी थी मेने भी थोड़ी हिम्मत जुटा उनके होठ अपने होठों के बीच में लिए।अब मेरे कपड़े मेरे शरीर का साथ छोड़ चुके थे। साहब की नजर अभी भी मेरी छाती पर ही थी। उन्होंने समय गवाएं बिना मेरी दोनो बूब्स को मसलना और चूसनाशुरू किया में तो सातवे आसमान पर थी ।
अब साहब मेरे ऊपर आ कर मेरे दोनो चुची हाथ में ले के जोर से चूसने लगे मेरे मुंह से सिसकारी निकल गई।
साहब थोड़ा आरामममम्म्म्म से ह्लम्मम्मम ........इतनी जबरदस्त चुसाई से मेरी चूत पुरी गीली हो गई थी मैं अपने आपे से बाहर हो गई।
विमला: बस साहब जी अबब ब........ और सहा नहीं जाता हम्मम....... मेरी प्यासस.... भुजा दो.....
बड़े साहब: मे तो कब से तेरी प्यास भुजा ना चाहता था तूने ही मौका नहीं दिया। मे तो जब से तुझे चाहता हूं जब तू हॉस्पिटल में आई थीं काम करने। मैने ही शालिनी को बोल कर तुझे घर में रखा था ।
विमला: में तो आपका अहसान मानती हूं कि आपने मुझे अपने घर में जगह दी।अहा.... हम्मम
बड़े साहब ने निप्पल को काट लिया और अपना हाथ मेरी पेंटी में डाल दिया अअह्ह्ह्ह....मुझसे भी अब रहा नही गया मैने भी बड़े साहब का टॉवल खीच दिया और उन्हें भी कपड़ो से आजाद कर दिया।जैसे ही टॉवेल हटा में तो बड़े साहब का बड़ा Lund देख कर घबरा गई जो 8 इंच लम्बा 2.5 इंच मोटा था। जिसे देख कर मे अपने आप को रोक नही पाई। आगे बढ़ कर Lund को अपने हाथो में थाम लिया।
उसे निहारने लगी सोचने लगी की इतना बड़ा चूत के अंदर जाएगा तो फाड़ कर रख देगा।
ये सोच कर ही मेरी चूत फड़कने लगी पानी छोड़ने लगी।बड़े साहब: क्या सोच रही हो विमला ये तुम्हारा ही तो है इसे प्यार करो इसे चूसो इसका रस पियो।
इतना सुनते ही मुझसे रुका नहीं गया मैने अपना मुंह खोल कर Lund को चूसना शुरू किया।बड़े साहब: क्या चूसती हो विमला अह्ह्ह्ह्ह पूरा लो अंदर तक ।
इसी के साथ बड़े साहब ने मेरा सर पकड़ कर मुंह में झटके लगा ने लगे इतना बड़ा Lund मेरे मुंह में मुश्किल से आ रहा था।
बड़े साहब: क्या बात है विमला इतना मजा तो कभी शालिनी ने भी नहीं दिया जो तू दे रही है अअह्ह्ह्ह और चूस हम्मम.....
आधा घंटा lund चूसने के बाद अब मुझसे रहा नही गया तो मै टांगे फैला कर बेड पर लेट गई । और साहब को अपने अन्दर समाने का न्योता देते हुए।
विमला: साहब एक बार इस निगोडी चूत की प्यास अपने बड़े Lund से मिटा दीजिए।
बड़े साहब: मे तो कबसे बेचैन था इस चूत की प्यास बुझाने के लिए।
lund चूसने कि वजह से गीला हो कर तैयार था चूत मे समाने के लिए । साहब ने बिना देर किए दोनो टांगे पकड़ कर Lund को चूत के मुंह पर लगा कर एक ही बार में अंदर डाल दिया।
मेरी दर्द के मारे चीख निकल गई । अअह्ह्ह्ह्ह आई माआआआआ मर गईई................।
मेने रोते बिलखते हुए साहब को धीरे करने की लिए कहा।
पर वो कहा मानने वाले थे उनके lund को तो चूत का खून मुंह लग चुका था।ऐसे ही मुझे आधा घंटा चोदने के बाद मुझे बेड पर घोड़ी बनाया और डॉगी स्टाइल में मेरे पीछे आकर ताबड़तोड़ धको की बारिश कर दी । विमला : साहब आराम से बहुत दर्द हो रहा है एआईआईआईआई अअह्ह्ह्हह हम्मम्म....
अब मेरी गांड़ धको के साथ आगे पीछे होने लगी
अब मुझे दर्द के साथ आनंद आ रहा था। इसी बीच
विमला: साहब और तेज और तेज में झड़ने वाली हु...... अअह्ह्ह........ इस्सससस।
बड़े साहब: मे भी झड़ने वाला हु ... विमला..... क्या चूत पाई है तूने अअह्ह...
इसी बीच विमला एक तेज चीख के साथ अअह्ह्ह्ह्ह साहब...... में गई..... झड़ जाती है।
बड़े साहब: में भी आने वाला हु विमला मुंह खोल जल्दी
और lund निकाल कर विमला के मुंह में डाल देता है।और तेज सिसकारी के साथ अअह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह विमला...... झड़ जाता है।विमला एक बूंद भी नीचे नही गिराती सारा पी जाती है। और Lund चाट कर साफ कर देती है।
ये सिलसिला सालो साल ऐसे ही चलता रहा ।
बड़े साहब ने मुझे आगे पीछे ऊपर नीचे हर तरीके से चोद कर अपना गुलाम बना लिया। न जाने कितनी बार मेरी चूत और गांड़ को चोद कर मेरी हालत खराब की है अभी भी हफ्ते में एक या दो बार मुझे जरूर चोदते है। जब शालिनी मैडम हॉस्पिटल होती है।
ये सब सुन कर विक्की का lund खड़ा हो जाता है।
अपने पापा के बारे में सब सुन के पूरा हील जाता है। मेरे पापा इतने बड़े चोदम खोर है.......
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