अपडेट 9
सीन ये था की पापा अब मुस्कान की चूत में 2 उंगली डालकर उसे चाट रहे थे और मुस्कान अपने दोनो हाथो से पापा का सर अपने चूत में दवाएं जा रही थी मुझे सिर्फ पापा की उंगलियां ही अंदर बाहर होती हुई दिखती वो भी जब पापा अपना सर सामने से हटाते इस सीन को देखकर मेरा लन्ड विकराल रूप ले चुका था।
मुझसे भी अब बर्दास्त नही हो रहा था इसलिए मैंने अपना लन्ड बाहर निकाल लिया और उसे हिलाने लगा वही अंदर पापा बड़ी शिद्दत से मुस्कान की चूत को चाटे जा रहे थे और मुस्कान की मादक सिसकियां पूरे गेस्ट रूम और उससे भी बाहर आ रही थी जिसे सुनकर मैं पूरे जोश से भर गया था और अपने लिंग को हिलाए जा रहा था अभी ये सब सीन चल ही रहा था की पापा ने मुस्कान की कमर पकड़ कर उसे घुमा दिया और फिर उसके 34 साइज के गोल मटोल गांड़ को फैलाकर अपनी जीभ उसके हल्के सांवले रंग की कसी गांड़ के छेद में अपनी नुकुली जीभ से उसे कुरेदने लगे और साथ में फिर नीचे से उसकी चूत से उसकी गांड़ के छेद को भी चाटने लगे पापा के ऐसा करने मात्रा से ही मुस्कान की टांगे कांपने लगी थी।
अब वह बहुत ही ज्यादा गर्म हो गई थी और पूरी चुदासी होने के कारण वह गंदी गंदी गालियां भी देने लगी थी।
स्यीयीयीयी..... बेटीचोद बूढ़े कब तक मेरी गांड़ को चाटेगा चोद अपनी लौड़िया को देख कैसे तुझ जैसे चोदूं बाप से चुदवाने के लिए तड़प रही है।
मुस्कान की ऐसी बात सुनकर मुझे ये अहसास हो गया की ये बाप बेटी लंबे समय से चुदायी का खेल रहे है। पापा मुस्कान की बातों से और उत्तेजित हो गए और उन्होंने वक्त को ना गंवाते हुए मुस्कान को अपनी गोद में उठा लिया अब पोजीशन ऐसी थी की पापा ने मुस्कान को अपनी गोद में उठाए हुए थे और मुस्कान अपने दोनो पैर से पापा की कमर को जकड़े हुए थी और उसकी भारी भायकर गांड़ जिसे पापा के दोनो हाथो ने मजबूती से पकड़ा हुआ था वह पापा के लण्ड से मात्र 2 इंच ऊपर लटक रही थी और फिर जैसे ही पापा के हाथों ने मुस्कान के वजन को संभाल लिया तो मुस्कान ने भी एक हाथ नीचे ले जाकर पापा के लण्ड को पकड़ा और अपनी गीली चूत के ऊपर पहले उसे रगड़ा और फिर अपनी चूत पर सेट कर थोड़ा सा नीचे झुक गई।
मुस्कान की चूत गीली होने के कारण पापा का लण्ड मुस्कान की चूत में आराम से चला गया और फिर पापा ने अपने होंठ मुस्कान के होंठो से मिलाकर उसे चूमने लगे जिससे कमरे में मयुय्यययय मयुय्यययययय की आवाज आने लगी जिसे सुनकर मैं बहुत उत्तेजित हुआ जा रहा था और मुझे इस सब में बहुत मजा आने लगा था अब मैं भी इस खेल में सामिल होना चाहता था।
लेकिन अभी उचित समय नहीं था अभी तो बस बाहर से ही देखकर काम चला सकता था और यही सोचकर मैं फिर से लाइव शो पर फोकस करने लगा लेकिन शायद मेरे नसीब में ये था ही नहीं क्युकी मुझे किसी के आने की आहट सुनाई दी जब मैंने उस आवाज को गौर से सुना तो मालूम पड़ा की ये आवाज ऊपर वाली सीढ़ियों से आ रही थी।
मैं सोचने लगा अब कौन हो सकता है सीढियों से तो सिर्फ कामिनी ही आ सकती है मां तो अपने ही रूम में है और कामिनी को सोचकर मैं छिप गया
कुछ देर बाद कामिनी ही मेरे सामने से गुजरी और किचेन में जाके फ्रिज को खोला और उससे ठंडा पानी पीने के बाद वापस से ठंडी बोतल लेकर ऊपर जाने लगी की तभी उसे भी मुस्कान की सिसकियों की आवाज आई और उसके भी पैर गेस्ट रूम की ओर मुड़ गए और जैसे ही उसने उस किय हॉल से अंदर झांका उसके भी पैर सुन्न हो गए और मुख से बस एक ही बात निकली साला ठरकी बुड्ढा मुझे तो पहले से ही शक था तुझपे आज देख भी लिया अपनी ही लौडिया को चोद रहा है अंदर का नजारा ये था की पापा मुस्कान को अपनी गोद में उठा कर मुस्कान को उछाल उछाल कर चोद रहे थे जिसे कामिनी देखकर अब गरम हो रही थी और गालियां दिए जा रही थी।
बेटीचोद बूढ़े एक की तो बजा रहा है और साला मुझपे भी हाथ साफ करना चाहता है वैसे कुछ भी कहो लण्ड तो मस्त लग रहा है काश मैं मुस्कान की जगह होती कितना मज़ा आता ओर कामिनी ऐसा सोचकर अपनी चूचियों से खेलने लगी मैं कामिनी के पीछे छिप कर उसे देख रहा था अंदर पापा ने अब अपनी पोजीशन बदल दी थी अब पापा बेड पर लेट गए थे और मुस्कान पापा के ऊपर बैठी जैसे पापा की चूदायी कर रही हो ऐसे अपनी चूत में पापा का लण्ड लेके उछल रही थी और पापा को उकसाने के लिए उन्हें गंदी गंदी गालियां भी दे रही थी।
मुस्कान..... सिसिसिसी madarchod चोद मुझे और जोर से चोद आज फाड़ दे मेरी चूत को बेटीचोद लगा दम अपने लौड़े से आआआआआआआआ.....
ओर तेज और तेज चोद साले और पापा भी बोले जा रहे थे रण्डी कही की ले आज तेरी चूत को फाड़ दूंगा और ले और ऐसा बोल कर लंबे लंबे शॉट मार रहे थे।
इधर कामिनी अब और भी गरम हो गई थी वह भी अब एक हाथ से अपनी चुचियों को मसले जा रही थी और एक हाथ से अपनी चूत को नाईटी के ऊपर से रगड़े जा रही थी ये सब नजारा देख कर मेरा लण्ड जो अभी कुछ मुरझाया था फिर से लोहे की तरह सख्त हो गया था और अब मुझसे बर्दास्त करना भी मुस्किल हो रहा था इसलिए मैं वहा से निकल कर कामिनी के पीछे उससे सटकर खड़ा हो गया और एक हाथ नीचे लेजाकर कामिनी के हाथो पर रखकर उसकी चूत को दबोच लिया कामिनी अचनाक हुए इस हमले से अंजान थी वह तुरंत पीछे मुड़कर देखी और मुझे देखकर फिर वह शांत हो गई और मेरे हाथ को झटक दिया और बोली तेरी हिम्मत कैसे हुई मुझे छूने की साले भड़वे देख तेरा बाप कैसे तेरी बहन और अपनी बेटी को कैसे चोद रहा है लेकिन मैं कह भी किसको रही हूं तेरे तो लण्ड में ही दम नहीं है।
भाभी की ये बात सुनकर मुझे गुस्सा आ गया और फिर आगे जो हुआ भाभी ने कभी ऐसा सोचा भी न
हीं होगा......
बाप बेटी का राज देवर भाभी दोनों को पता चलगया