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Jabardast update18
Stella पापा की कुर्सी में गिर गई। धड़कन का शोर Stella के कानों में गूंज रहा था। पेशेंट की फाइल पर लिखी चीजें सबूत के तौर पर इस्तमाल नहीं की जा सकती पर यह फाइल पुलिस के पास होनी चाहिए क्योंकि इसी पेशेंट ने मम्मा को मारा था।
Stella ने कांपते हुए हाथों से फाइल पढ़ना शुरू किया। दो पेपर पढ़ते ही Stella समझ गई कि यह असली फाईल है और पुलिस के पास फर्जी फाईल है। यह पेशेंट कुछ सालों से सपना देख रहा था कि उसका सच्चा प्यार एक लाल ड्रेस पहनी लड़की है, जो उसका इंतजार कर रही है। पर वह उसे पहचान नहीं पा रहा था। पेशेंट Dr Black से hypnosis के लिए मान गया ताकि वह अपने सच्चे प्यार को पहचान पाए। पापा ने hypnosis में उसका दिमाग उल्टा करते हुए उसे यह विश्वास दिलाया कि वह एक खास लाल ड्रेस पहनी हुई औरत को गला दबाते हुए बलात्कार करे। भले आदमी को hypnosis में भी यह बात हजम होने में 2 महीने गए। पापा ने मम्मा के लिए खास तौर पर बनाई लाल ड्रेस पहले उस पेशेंट को दिखाई थी।
मम्मा की मौत हादसा नहीं पर सोची समझी हत्या थी। पापा ने मम्मा को खास लाल ड्रेस पहनकर ठीक उस समय और जगह पर खड़ा किया जहां वह उसके हत्यारे से मिले। पापा ने मम्मा को मारने के साथ उस भले आदमी को इतनी अपराधी भावना से भर दिया की उसने खुदकुशी कर पापा के खिलाफ उसके मन में बचे सबूत मिटा दिए। पापा ने एक नही दो हत्याएं की थी।
Stella ने अपनी आंखें बंद की और सोचा कि इस सबूत से क्या होगा?
1. पेशेंट की इजाज़त के बगैर उसके मेडिकल रिकॉर्ड सबूत नहीं होते और यह पेशेंट तो 5 साल पहले मर चुका है।
2. अगर इसे सबूत मान भी लें तो क्योंकि इसे चोरी से हासिल किया गया है इस वजह से उसे खारिज कर दिया जाएगा।
पापा इस गुनाह से पूरी तरह बच निकले थे। पर पापा ने अपने सच्चे प्यार को मरवाया क्यों?
Stella ने अगली फाइल पढ़ना शुरू किया।
पेशेंट का नाम जॉन डो। यह नाम लावारिस लाश को दिया जाता है क्योंकि यह असली नाम नहीं है। Stella ने फाइल पढ़ी और फाईल के अनुसार यह पेशेंट खुद एक psychiatrist है।
कम उम्र में ही इस होशियार लड़के ने अपनी ताकत और कमजोरियां पहचान ली। यह लड़का लोगों से अपनी बात मनवाना जानता था। उसने psychiatry की पढ़ाई करते हुए अपने इस हुनर को निखारा।
डॉक्टर बनते वक्त उसे पता था कि वह आगे ईमानदारी का मुखौटा पहन कर जीने पर मजबूर होगा। इस वजह से उसने एक कच्ची लड़की को प्यार के नाटक में ऐसे फंसाया की वह पेट से हो गई। क्योंकि उसे जिम्मेदारी लेने का कोई शौक नहीं था वह लड़की को बेवकूफ बना कर चला गया।
कॉलेज में वह जान गया की इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए जिस हुनर और काबिलियत की जरूरत है उसकी लड़के के पास कमी थी। लड़के ने अपना हुनर इस्तमाल करते हुए एक बहुत ही होशियार टीचर Dr T को मनाया की वह लड़के को अपना रिसर्च लिखने की अनुमति दे। शिक्षक Dr T बहुत ही प्रतिभाशाली शिक्षक और संशोधक होने पर भी एक कमजोर लेखक साबित हुआ था। इसी वजह से उसके अनुसंधान को कोई नही जानता था। विद्यार्थी ने शिक्षक को मनाया की अगर उसका नाम आभार में आए तो वह शिक्षक के लिए पूरा रिसर्च लिख देगा।
भोले शिक्षक ने अनुमति दे दी और लड़के ने सारा अनुसंधान अपने नाम से लिख कर आभार में शिक्षक का नाम लिख दिया। लड़का रातोरात प्रसिद्धि के शिखर पर पहुंचा जब की शिक्षक पर किसी ने विश्वास नहीं किया।
कुछ सालों तक प्रसिद्धि में जीने पर लड़के ने मैगजीन में दो बेहद खूबसूरत लड़कियों की तस्वीर देखी। लड़का तब चौंक गया जब उसे पता चला की यह वही लड़की है जिसे वह पेट से छोड़ चला आया था। प्रसिद्ध डॉक्टर होने के बाद भी आज उसकी दौलत इस स्कूल खत्म ना करने वाली बेवकूफ लड़की से काफी कम थी। लड़के का दिमाग कई दिशाओं में दौड़ने लगा। उसने मां बेटी के मजे लेते हुए उनकी दौलत पाने की ठान ली।
लड़का जानबूझ कर ऐसी पार्टी में शामिल हुआ जहां वह बेवकूफ लड़की से "गलती से दुबारा" मिल पाए। लड़के ने लड़की को ढूंढने की झूठी कहानी बनाते हुए अपनी औलाद से ना मिल पाने का दर्द बताया। बेवकूफ लड़की अपनी बेटी को उसके पिता से मिलाने के लिए मान गई। लड़के ने पहले बेवकूफ लड़की से जान पहचान बढ़ाने के बहाने से दुबारा अपने प्यार के जाल में फंसाया और फिर अपनी औलाद से मिला। धीरे धीरे लड़के ने दोनों को काबू करते हुए कानूनी तरीके से शादी कर ली।
बेटी बिलकुल कच्ची उम्र में अपनी मां जैसी दिखती थी इस लिए मां के जरिए उसे हासिल करने का तय करके लड़के ने बेवकूफ लड़की को हिप्नोटाइज किया। लेकिन मां अपनी कच्ची बेटी को उसके पिता के नीचे लिटाने को तयार नहीं हुई। अगर यह लड़की आसानी से नहीं मानती तो इसकी जायदाद हासिल करने के लिए इसे मरना होगा।
लड़के ने एक बेवकूफ दीवाने के हाथों बेवकूफ लड़की को मरवाया और दीवाने को भी मरने को कहा।
अब जब 18 साल की बेटी उसके हाथ लग चुकी थी तो लड़का उसे हिप्नोटाइज किए बगैर पाना चाहता था। यह उसके लिए एक चुनौती से ज्यादा कुछ नहीं थी।
लड़के ने पहले कई किताबों में पन्ने ऐसे मोड़ दिए की किताब वहीं पर खुले। किताबों के पन्नों पर उन वाक्यों को रेखांकित किया जो वह अपनी बेटी को पढ़ने पर मजबूर करना चाहता था। फिर वह रात को चुपके से उठकर अपनी बेटी के कमरे के बाहर कुछ शोर करते हुए नींद में चलने लगा।
बेटी ने नींद में उठकर अपने पिता को कुछ खतरनाक करते देखा और उसकी वजह ढूंढने लगी। किताबें सामने ही मिली और सही पन्ने भी जल्दी से मिल गए। बेटी ने रेखांकित वाक्य पढ़कर वही किया जो वह करवाना चाहता था।
बेटी ने उसकी जान बचाने के लिए उसके साथ सोने की जिद्द की। लड़के ने जान बूझ कर विरोध किया जिस से बेटी की जिद्द बढ़ गई। लड़के ने बेटी के सामने हार कर मन ही मन हंसते हुए सोने का नाटक किया।
बेटी तो बेवकूफ लड़की से ज्यादा बेवकूफ निकली। लड़के ने बड़ी आसानी से बेटी का बलात्कार किया। उसकी हर चीख, हर आह और हर आंसू लड़के को सौ गुना ताकत दे रहे थे। दूसरे दिन लड़की पर सारा दोष मढ कर खुद साफ निकलने के इरादे से लड़के ने बेटी पर पीरियड्स की तयारी ना करने का इल्जाम लगाया।
बेटी शायद कुछ भांप गई थी और अगली रात अपने कमरे को बंद करके सो गई। लड़के ने वापस आवाज करके नींद में चलने लगा। इस बार बेटी ने उसकी परीक्षा लेते हुए उसे पहले नंगा कर दिया। लड़का रुके बगैर चलता रहा और बेटी को उस पर विश्वास होने लगा। लड़का जान बूझ कर छत के कोने पर गया और वहां से कूदने को आगे बढ़ा। बेटी नहीं जानती थी कि शाम को लड़के ने वहां घास का बड़ा ढेर लगाया था।
बेटी ने किताब में बताए तरीके से लड़के को अंदर उसके कमरे में लाया और अपने कमरे में चली गई। इस से पहले की बेटी सो जाती लड़के ने दुबारा नींद में चलने का नाटक किया और उसके बिस्तर पर लेट गया।
बेटी को समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करे। उसने किसी को फोन पर सलाह मांगने की कोशिश की तो लड़के ने बेटी पर हमला कर उसे पूरी बात करने से रोक दिया। बेटी ने बचने की कोशिश करते हुए लड़के को एक सुनहरा मौका दिया और लड़के ने बेटी की कुंवारी गांड़ भी खोल दी।
इस रात बेटी ने उसे उठाने की काफी कोशिश की थी तो बेटी तीसरी बार बेवकूफ बनने वाली नहीं थी। वैसे भी लड़का आंखे बंद करके ऊब गया था और बेटी को अपनी आंखों के सामने तड़पता देखना चाहता था।
लड़के ने सुबह उठकर सब समझने और पछताने का नाटक किया। बेटी ने लड़के को बीमार समझकर उसे माफ करते हुए उसके इलाज का इंतजाम किया। दूसरे डॉक्टर को बेवकूफ बनाना आसान होता है जब क्या बोलने से क्या बीमारी और क्या बोलने से ठीक होना यह पहले से पता हो।
लड़का एक महीने में ठीक हो गया और उसने बेटी के लिए सारे नए कपड़े खरीदे। बेटी को पता नहीं था पर लड़के ने उसकी ब्रा और पैंटी में ऐसी पट्टीयां लगाई थी जो एक खास ट्रांसमीटर के नजदीक होने पर तेज पर सूक्ष्म कंपन पैदा करती। ट्रांसमीटर हमेशा लड़का अपनी जेब में रखता और बेटी 50 फीट के घेरे में आते ही कंपन से अपने आप उत्तेजित होने लगती। जितनी नजदीकी ज्यादा उतना कंपन ज्यादा। जल्द ही बेटी लड़के के सामने विचलित होने लगी।
अब लड़के ने बेटी को यकीन दिलाया की यह कंपन सच्चा प्यार है और वह खुद इस से परेशान हो कर शहर छोड़ कर जा रहा है। बेटी अपनी बेबस उत्तेजना का जवाब पाकर इतनी खुश हुई की उसने अपना कसमसाता जवान बदन लड़के को खुशी खुशी सौंप दिया।
ऐसा नही की लड़के को कोई बीमारी नहीं थी। पर इस बीमारी को लड़का बहुत पहले पहचान चुका था। उसे Sex addiction की बीमारी थी। इस में इंसान हर मुमकिन वक्त Sex करना चाहता है और अगर मौका मिले तो करते रहता है। लड़के ने इसका इलाज करने के बजाय अपने कई पेशेंट को हिप्नोटाइज कर के उनका या उनकी बेटियों को इस्तमाल किया था।
जब उसकी बेटी उसके लिए हर समय टांगे खोलने को तयार हो गई तो लड़के को हिप्नोटाइज कठपुतलियों से कुछ बेहतर मिल गया।
लड़के को एक डर था की ब्रा पैंटी में लगी waterproof पट्टियों की बैटरी उतरने से लड़की का "सच्चा प्यार" कम या कम ज्यादा होने लगेगा। लड़के ने 6 महीने बाद बेटी को डेट पर जाने के लिए मनाया ताकि वह उन 3 घंटों में ब्रा और पैंटी में डाली हुई पट्टियों के cell बदल कर नए लगा सके।
5 साल बेटी को इस्तमाल करने के बाद अब लड़का उस से ऊबने लगा था। गरम होगी पर दिन में तीन बार वही चूत और वही गांड़ अब वह मजा नही दे रही थीं। बेवकूफ लड़की ने अपनी वसीयत बना रखी थी और बेटी अब अकेली वारिस थी। बेटी को हटाने के लिए अब उसे नया दीवाना ढूंढना होगा।
Stella ने फाइल बंद कर दी। दोनों फाइलों को उनकी जगह पर रख कर तिजोरी और फ्रेम को बंद कर दिया। आज Stella की आंखों में आसूं नही थे। प्रतिशोध की ज्वालाएं धधक रही थी।
प्रतिशोध उस कच्ची लड़की के लिए जिसे पापा ने मस्ती के लिए बर्बाद कर दिया।
प्रतिशोध उस औरत के लिए जिसके सच्चे प्यार के सपने को दूसरी बार उसी के खिलाफ इस्तमाल किया गया।
प्रतिशोध उस मां के लिए जिस से उसकी कच्ची बेटी मांगी गई।
प्रतिशोध उस बीवी के लिए जिसके प्यार ने ही उसे मरवाया।
प्रतिशोध उस दीवाने के लिए जो प्यार को ढूंढते हुए कातिल बना दिया गया।
और थोड़ा प्रतिशोध उस कुंवारी लड़की के लिए जिसके पिता ने उसे कई बार उसी के प्यार और जवानी को हथियार बनाकर लूटा।
***
Stella, "यहां तक तुम और मैं एक ही पड़ाव पर हैं। हम जानते हैं की हमारे साथ धोखा हुआ है। पर कितना बदला इंसाफ होता है?"
मानव ने Stella को सोफे पर से उठाया। Stella ने अपने बदन को सक्त खड़ा करते हुए मानव को दूर रहने का इशारा किया। 5 फूट 10 इंच की Stella कोई छोटी गुड़िया नही थी पर उसे 6 फूट 6 इंच के मानव की बड़ी बाहों में आराम से छुपने को जगह मिली।
मानव की मजबूत और ताकतवर बाजुओं ने Stella को इतने प्यार से समेटा की Stella उन बाहों की शरण में आते हुए टूट गई।
Stella, "इस बात को दस साल बीत चुके हैं और उन दस सालों में मैं कभी नही रोई। तुम से बात क्या हुई और… उफ्फ!! तुम्हारी शर्ट भीग गई।"
मानव, "भूल जाओ शर्ट को। सूख जाएगी।"
Thank you for your reply SameerKJabardast update
Thank you for your regular response and reply kamdev99008Jabardast twist.... Love lust se sazish aur katl ke raj bahar ane lage
Ummeed hai stella ka badla bhi unique hi hoga... Apki pichhli kahaniyon ki tarah