• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest मुझे प्यार करो,,,

rohnny4545

Well-Known Member
13,039
34,094
259

rohnny4545

Well-Known Member
13,039
34,094
259
मौका देखकर अंकित ने अपना काम कर दिया था,, पांच छः दिनों से अपनी मां के लिए खरीद कर लाया हुआ ब्रा पेंटी आज उसने गिफ्ट के तौर पर अपनी मां के हाथ में थमा दिया था जब वह घर के पीछे से नहा करके वह टावल लपेटकर अपने कमरे में गई थी,,, यह नजारा भी खूब था वैसे भी जब कोई जवानी से भरी हुई औरत गदराई जवानी की मालकिन नहाने के बाद केवल अपने नंगे बदन पर टावल लपेटकर चल का आदमी करते हुए अपने कमरे में जाएं तो वह स्वर्ग से उतरी हुई अप्सरा से कम नहीं लगती उसके अंग अंग से जवानी रस बनकर टपकती है,,,, और ईस नजारे को अंकित अपनी आंखों से देखा था,,, इसलिए तो वह पूरी तरह से अपनी मां की जवानी का गुलाम हो चुका था,,,।

1731408377-picsay
कई बार अपनी मां को नग्न अवस्था में देखने के बाद भी रोज-रोज उसकी चाहत अपनी मां को नंगी देखने की बढ़ती जा रही थी,,,, सुगंधा भी कुछ काम नहीं थी वह भी अपने बेटे को अपनी जवानी की झलक दिखाने से पीछे नहीं हटती थी मौका मिलते ही वह कुछ ना कुछ ऐसा कर देती थी जिससे उसके बेटे की उत्तेजना एकदम से बढ़ जाती थी और इस समय भी अंकित के पेट में तंबू बना हुआ था क्योंकि सुगंधा ने खुद अपने बेटे को एक अद्भुत स्नान का नजारा जो दिखाई थी ,,, जानबूझकर अपने नंगे बदन पर अपने कोमल अंगों पर साबुन रगड़ रगड़कर लगाई थी अपनी चूची अपनी गांड अपनी बुर सब कुछ जानबूझकर साबुन लगाने के बहाने दिखाई थी,,, और फिर अपने बेटे को यह जताने के लिए वह कितनी प्यासी है अपनी बुर में अपनी उंगली पर डाली थी लेकिन फिर भी अंकित उसे समय भी नादान बना रहा इस समय अगर वह अपनी मां के करीब पहुंच जाता तो भी दोनों का मिलन हो जाता,,, लेकिन इस खेल में धीरे-धीरे आगे बढ़ने का भी अपना एक अलग मजा था,, और इस आनंद को मां बेटे दोनों गरम चाय की तरह धीरे-धीरे चुस्की मार कर लूट रहे थे,,,।


1731305170-picsay
सुगंधा अपने बेटे के द्वारा दिए गए पैकेट को अपने कमरे के अंदर बिस्तर के ऊपर बैठकर खोल रही थी और इस समय केवल उसके बदन पर एक टावल ही था जो उसके बेशकीमती खजाने रूपी अंग को छुपाया हुआ था,,,, वह अपनी नाजुक नाजुक उंगलियों को हरकत देते हुए उसे पैकेट के खोल रही थी और पैकेट के खुलते ही उसकी आंखों के सामने जो नजर आया उसे देखते हैं उसकी आंखों की चमक एकदम से बढ़ गई उसे उम्मीद नहीं थी कि उसका बेटा गिफ्ट में उसे यह देगा,,,,। अंकित दरवाजे पर ही खड़ा था वैसे तो उसकी अपनी मां के कमरे में जाकर उसके पास में बैठने का बहुत मन कर रहा था क्योंकि इस समय का नजारा ही कुछ और था लेकिन फिर भी वह इस समय मर्यादा दिखा रहा था अपने संस्कार दिखा रहा था,,, वह दरवाजे पर ही खड़ा होकर अपनी मां को देख रहा था,,,,,, उसकी हरकत को अपनी आंखों से देखकर अंदर ही अंदर उत्तेजित हुआ जा रहा था वह देखना चाहता था कि ब्रा पेंटी को देखकर उसके चेहरे के हाव-भाव किस तरह से बदलते हैं,,,।


Bra panty dekhti huyi sigandha

GIF-241025-001920
और वाकई में पैकेट खोलते ही पैकेट के अंदर ब्रा पेंटी को देखकर जिस तरह की चमक और हवा उसके चेहरे पर बदलते हुए नजर आ रहे थे उसे देखकर अंकित का लंड पूरी तरह से अकडता चला जा रहा था,,,, सुगंधा भी एकदम खुश होते हुए बोली,,,।


अंकीत तु सच में ले आया मुझे तो लग रहा था कि तू मजाक कर रहा है मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा है कि तू सच में मेरे लिए यह सब लेकर आया है,,,।

तो क्या करता मुझे अच्छा नहीं लगता साड़ी के नीचे नंगी रहो,,,,(बड़ी मुश्किल से अंकित अपनी मां के लिए नंगी शब्द का प्रयोग किया था और वह भी जान बुझकर,,, लेकिन अपनी मां के लिए नंगी शब्द का प्रयोग करते समय वह मां की तरफ नहीं बल्कि दूसरी तरफ देख रहा था और वह अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए बोला,,,) आखिरकार तुम एक टीचर हो ,,, और एक टीचर होने के नाते बिना साड़ी के अंदर कुछ पहने स्कूल जाने में अच्छा नहीं लगता,,,,,।





1731304579-picsay
ओहहहहह बड़ी चिंता होने लगी तुझे मेरी,,,साड़ी के नीचे नंगी रहने पर,,,,(सुगंधा भी अपने बेटे से जान बुझकर नंगी शब्द का प्रयोग करके बोल रही थी,,, क्योंकि वह भी चाहती थी कि दोनों के बीच की दूरियां जो मर्यादा की दीवार है वह इस तरह के शब्दों से ही टूट कर धराशाई हो जाए अपनी मां की बात सुनकर अंकित बोला,,,,)

होगी क्यों नहीं आखिरकार तुम इतनी खूबसूरत हो और तो और मैंने देखा हूं सभी औरतें जो खूबसूरत हैं अभी और नहीं भी वह लोग भी बिना ब्रा पैंटी के कहीं नहीं निकलती,,,,।


अच्छा तो यह तूने कैसे देख लिया की सारी औरतें बिना ब्रा पैंटी के बाहर नहीं निकलती तु झांकता रहता है क्या,,,?(अपने बेटे की बात सुनकर सुगंध आश्चर्य जताते हुए बोली,,)





1731304513-picsay
नहीं मेरे कहने का मतलब ऐसा नहीं था में झांकते नहीं रहता हूं लेकिन छत पर से दूसरे घरों पर सूख रही ब्रा और पेंटी सब दिखाई देती है,,, यहां तक की जब मैं राहुल के घर गया था तो उसकी मां भी उसे समय सूखे हुए कपड़े अपने हाथों में लेकर उसे ठीक से रख रही थी तब मैंने देखा था,,,,।(अंकित यह सब बातें झूठ बोल रहा था वह सिर्फ अपनी मां को जताना चाहता था कि उसे भी ब्रा पेंटी पहनना चाहिए लेकिन इस बात को वह नहीं जानता था कि वाकई में उसकी मां साड़ी के नीचे हमेशा पेंटिं पहनती है वह तो सिर्फ उसे जानबूझकर यह दिखाने के लिए क्यों है साड़ी के नीचे कुछ नहीं पहनती इसलिए )

आजकल तू दूसरों के घरों में बहुत झांकता है,,,(अपनी आंखों को नचाते हुए सुगंधा बोली,,,)


ऐसा कुछ भी नहीं है बस यह सब अनजाने में हो जाता है और ना देखने वाली चीज नजर में आ जाती है,,,,।

ऐसे ही अपने ही घर में तुझे सब कुछ नजर आ गया था तभी तो यह सब खरीद कर लाया मेरे लिए,,,।
(हाथ में पेंटी को लेकर इधर-उधर घूमाते हुए वह बोली,,,,)




Sugandha

GIF-241029-152759

बात ऐसी है ना मम्मी,,,, मै जब तुम्हारी पैंटी में बहुत छोटा सा छेंद देखा ना,,, मुझे बड़ा अजीब लगा या यूं कह लो कि मुझे बहुत खराब लगा,,,,, क्योंकि देखा जाए तो क्या कमी है हम लोगों के पास सब कुछ तो है,,,,, सारी ज़रूरतें पूरी हो रही है मेरी भी और दीदी की भी लेकिन ऐसे में घर की मुखिया जो कि आप हैं,,, अगर उसके ही अंतर वस्त्र फटे हुए हो या ना हो तो बड़ा अजीब लगता है,,,,(अंकित अपनी मां से बात कर रहा था लेकिन अपनी मां की तरफ कभी-कभी देख ले रहा था बाकी वह दीवार की तरफ देख कर बातें कर रहा था क्योंकि वह जानता था कि वह किस तरह की बातें कर रहा है और वह भी अपनी मां के साथ इसलिए उसने अभी भी थोड़ी सी शर्म बाकी थी इसलिए वह ठीक तरह से अपनी मां से नजर नहीं मिला पा रहा था और उसकी बातों को सुनकर उसकी मां बेहद खुश हो रही थी प्रसन्न हो रही थी और वह तिरछी नजर से दरवाजे पर खड़े अंकित की तरफ भी देख ले रही थी और सुगंधा को उसके पेट में बना तांबा एकदम साफ दिखाई दे रहा था उसका तंबू धीरे-धीरे अपनी औकात में आ चुका था और उसे तंबू को देखकर सुगंधा की बुर उत्तेजना से फूलने पिचकने लगी थी क्योंकि वह समझ सकती थी कि इस समय उसके बेटे का लंड किस लिए खड़ा है,,,, और अंकित अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए बोला,,,)


Sugandha ki jawani dekhkar ankit

GIF-241111-234616

और वैसे भी एक टीचर के पास उसकी खुद की पेंटिं और ब्रा ना हो तो और भी ज्यादा अजीब लगता है।

इसमें अजीब लगने वाली क्या बात है औरत अंदर-ब्रा और पैंटी पहनी है कि नहीं यह कहां दिखने वाला है,, और वैसे भी ऐसा तो है नहीं की सब लोग साड़ी उठा उठा कर देखेंगे की पैंटी पहनी है कि नहीं,,,,,।

(सुगंधा भी अपने बेटे से खुलकर बातें कर रही थी उसे अपने बेटे से इस तरह की बातें करने में बहुत मजा आ रहा था और देख रही थी कि धीरे-धीरे वह दोनों आपस में बहुत ज्यादा खुलती जा रहे थे और यही तो वह चाहती थी,,,, टावल लपेटकर बैठी सुगंधा,, नहाने की वजह से और भी ज्यादा खूबसूरत लग रही थी पानी में भीगा हुआ उसका गोरा बदन और भी ज्यादा हसीन हो गया था उसका गदराया बदन टावल में लिपटा हुआ था जिससे ऐसा लग रहा था की पूरी दुनिया की जवानी उसके टावल में छुपी हुई है,,, अपनी मां की बात सुनकर अंकित बोला,,,,)



1731235797-picsay
भले ऐसा ना हो लेकिन मेरा दोस्त मुझसे हमेशा कहता है कि औरत ब्रा और पेंटी में और भी ज्यादा खूबसूरत लगती है,,,,,।

ओहहहह,,,, यह बात है इसलिए तू मेरे लिए ब्रा और पेंटी खरीद कर लाया,,, और वैसे भी बात तेरे कौन से दोस्त ने कही है,,,।


राहुल ने,,,,,


वहीं नूपुर का लड़का,,,,!

हां वही उसी ने मुझे बताया था,,,,।

तूने कभी देखा है ब्रा और पैंटी पहनी हुई औरत को,,,

नहीं नहीं मम्मी मैं तो आज तक नहीं देखा हुं,, मैं तो उसके कहीं बात कह रहा हूं,,,,।


और तेरे दोस्त ने,,,,





1731235707-picsay
हां उसने देखा है,,,, और मैंने पूछा भी था कि किसको देखा है तो उसने सिर्फ इतना ही कहा था कि है एक खूबसूरत औरत जो ब्रा पेंटिं में और भी ज्यादा खूबसूरत लगती है,,,।
(अंकित मनगढ़ंत कहानी बताना ऐसी कोई बात राहुल के साथ हुई कि नहीं थी वापस अपनी मां से मजे ले रहा था और उसकी बात सुनकर सुगंधा का आश्चर्य से खुलेगा खुला रह गया था और अपने मन में सोच रही थी कि अपने बेटे को मर्द बनने में राहुल की अहम भूमिका है वरना वह इस तरह की बातें कभी नहीं करता और रही एक खूबसूरत औरत को ब्रा पेंटी में देखने की बात तो सुगंधा की आंखों के सामने नूपुर का खूबसूरत बदन ब्रा और पेंटिंग नजर आने लगा और वह समझ गई की राहुल अपनी मां को ही ब्रा पैंटी में देखा है तभी वह इतनी दावे के साथ कह रहा था की ब्रा और पेटी में औरत और भी ज्यादा खूबसूरत लगती है और बसों ही बसों में अपने बेटे की बात सुनकर सुगंध भी बोल उठी,,,)



Sugandha or uska beta ankit

GIF-241111-234715


अच्छा यह बात है मुझे तो लगता है कि अपनी मां को ही ब्रा पेंटी में देख लिया होगा,,,,।(यह बात सुगंध अपनी आंखों को ना चाहते हुए बोली थी और उसकी बात सुनकर अंकित भी अपनी मां की तरफ देखने लगा था जैसे कह रहा हूं कि वह भी अपनी मां को ब्रा पेंटी में देखना चाहता है वह देखना चाहता है की वह कैसी नज़र आती है,,,० अपनी मां की बात सुनकर वह बोला,,,)

हो भी सकता है,,,,।

वैसे तुझे एक ही जोड़ी खरीद कर लाना चाहिए था तू तो तीन-तीन जोड़ी खरीद कर ले आया,,,।

तो क्या करता मुझे तो अच्छी लग रही थी इसलिए मैं खरीद लिया और वैसे भी मुझे पूरा यकीन है कि यह तीनों की तीनों तुम पर खूब जचेंगी,,,,।




1725786437-picsay

क्यों तुझे ऐसा क्यों लगता है कहीं मन में ही तो कल्पना नहीं कर लिया कि मैं ब्रा पेंटी में कैसी नजर आऊंगी,,,,।

(इस बात पर अंकित बोल कुछ नहीं बस मुस्कुरा दिया वह चाहता तो सफाई दे सकता था कि नहीं ऐसा कुछ भी नहीं लेकिन वह जानबूझकर मुस्कुराया था क्योंकि वह भी अपनी तरफ से अपनी मां को इशारा दे रहा था कि वह भी अपनी मां को नंगी देखने की चाहत रखता है और इस बात पर सुगंध भी मन ही मन मुस्करा दी थी,,,,,)

लेकिन यह तो बहुत महंगी है,,,।


महंगी तो है लेकिन इसका कपड़ा तुम्हारे अंगों पर एकदम आरामदायक लगेगा,,,,,।
(अपने बेटे के मुंह से अंगों पर आरामदायक लगेगा कि मतलब को अच्छी तरह से समझ गई थी वह खुले शब्दों में नहीं बोल रहा था कि तुम्हारी चुची और तुम्हारी बुर इन कपड़ो में एकदम आरामदायक महसूस करेंगी,,, लेकिन अपने बेटे की खाने के मतलब को समझ कर उत्तेजित अवस्था में सुगंधा की भरोसे मदन रस की बूंद टपक गई थी और वह अपने बेटे की बात सुनकर बोली,,,)

यह तो पहनने के बाद ही मालूम पड़ेगा,,,।




1725786407-picsay
नहीं नहीं एकदम गारंटी वाला कपड़ा है उसे काउंटर वाली लेडी में पूरी तरह से दिलासा देकर मुझे दि है,,,।

ओहहहह ,, इसका मतलब काउंटर पर कोई लड़की थी,,,,।

हां मम्मी अब तो तुम जानती हो की कपड़ों की दुकान पर ज्यादातर सेलिंग के लिए लड़की ही रहती हैं,,,।


मुझे इस बात की हैरानी नहीं है मुझे हैरानी तो इस बात की है कि तू उसे लड़की को क्या बोलकर ब्रा और पेटी खरीद कर रहा है और वह भी इस साइज की उसने कुछ पूछी नहीं की किसके लिए है या तूने उसे बता दिया कि अपनी मां के लिए खरीद कर ले जा रहा हूं,,,,।

क्या मम्मी पागल समझी हो क्या कोई गलत अपनी मां के लिए ब्रा पेंटी खरीदता है क्या,,,?

क्यों तूने तो खरीद कर लाया ना अपनी मां के लिए,,,।

अरे मम्मी यह तो सिर्फ तुम जानती हो और मैं जानता हूं दुकान वाली थोड़ी जानती है,,,।




1731304497-picsay
तो क्या क्या कर रहा था किसके लिए लेकर जा रहा है,,,।


क्या बताऊं,,,(शरमाते हुए अंकित इधर उधर देखने लगा तो उसकी मां मुस्कुराते हुए बोली,,,)


चल अब शर्मा मत बता दे,,, ।


हमममम,(गहरी सांस लेते हुए) तुम्हें विश्वास नहीं होगा मम्मी मुझे उसे काउंटर वाली लड़की से बोलना पड़ा कि अपनी गर्लफ्रेंड के लिए खरीद कर देना है,,,.।

ओहहहहह गर्लफ्रेंड,,,(आंखों को नचाते हुए,,,) उसे कुछ अजीब नहीं लगा इस साइज का ब्रा और पेंटी,,,,।

वह तो मुस्कुरा रही थी,,,, और उसे सच कहूं तो यकीन नहीं हो रहा था कि इस साइज की ब्रा पैंटी में अपनी गर्लफ्रेंड के लिए लेकर जा रहा हूं उसे तो ऐसे ही लग रहा था की गर्लफ्रेंड होगी तो दुबली पतली होगी इसलिए वहीं खड़ी औरतों की तरफ देख कर मुझे बोली कि उनमें से किस साइज की है तुम्हारी गर्लफ्रेंड तो वहां पर एक तुम्हारी ही जैसी औरत खड़ी थी तुम्हारी जैसी खूबसूरत तो नहीं थे लेकिन उसका फिगर तुम्हारी तरह काम में उसकी तरफ उंगली करके दिखाती हूं बोला था और तुम यकीन नहीं मानोगी उसे देखने के बाद वह मुस्कुराते हुए जो बात बोली मुझे समझ में नहीं आया,,,,.।

Apni ma ki saree utarta hua ankit

GIF-241113-145042

क्या बोली वो,,,,,!(आश्चर्य से अपने बेटे की तरफ देखते हुए बोली,,,)


वह बोली कि मजा तो बहुत देती होगी,,,, और सच कहूं मम्मी उसके कहने के मतलब को मैं समझ ही नहीं पाया उसे पूछना चाहता था लेकिन कुछ भी नहीं पाया क्या मतलब होता है इसका,,,,,(अंकित जानबूझकर अपनी मां के सामने नादान बनते हुए बोला वैसे तो उसे सब मालूम था लेकिन वह जानबूझकर इस तरह की बातें कर रहा था और इस बात को सुनकर सुगंधा मन ही मन उत्तेजित भी हो रही थी और मुस्कुरा भी रही थी,,,, और फिर अपनी बेटे को जवाब देते हुए वह बोली,,,)

बाप रे आप क्या जमाना आ गया है लड़कियां तो बिल्कुल भी शर्म नहीं करती,,,।

क्यों मम्मी ऐसा क्यों कह रही हो,,,,!
Sugadha
GIF-241113-143601


अरे और क्या उसे काउंटर वाली लड़की भी कितना खुले शब्दों में तुमसे बोल दी कि मजा तो बहुत देती होगी इसका मतलब जानते हो,,,।

नहीं जानता तभी तो पूछ रहा हूं,,,,।

अरे बेवकूफ वह औरत और मर्द के बीच के संबंध के बारे में बोल रही थी मतलब की सेक्स के बारे में,,,।

धत् ,,,,(अपनी मां के मुंह से सेक्स सब सुनते ही अंकित केतन बादल में उत्तेजना की लहर उठने लगी और उसके लंड की अकड़ बढ़ने लगी लेकिन फिर भी वह ऐसा जताना चाहता था कि उसे शब्द को सुनकर वह थोड़ा सा अजीब महसूस कर रहा है,,,)

अरे तो क्या,,,, इसीलिए तो कह रहा हूं कि आजकल की लड़कियां कुछ ज्यादा ही खुलने लगी है,,,।


बाप रे मैं तो समझ नहीं पाया था कि वह क्या बोल रही है,,,,,।


1731508763-picsay
अच्छा छोड़ अब मैं इसे पहन कर देखती हूं,,, अगर फिट नहीं आएगा तो वापस तो हो जाएगा ना,,,।

हां बिल्कुल मैं उससे बोल कर आया हूं,,,।


तब तो ठीक है,,,,(इतना कहते हुए सुगंधा बिस्तर से उठकर खड़ी होने लगी और खड़ी होने के साथ ही काफी देर से बैठी होने के कारण टॉवल उसके बदन पर से ढीला पड़ गया था और वह एकदम से छूकर कि नहीं वाला था कि वह तुरंत उसे पकड़ ली वरना इस समय ही वह अपने बेटे के सामने एकदम नंगी हो जाती वैसे तो वह भी यही चाहती थी लेकिन आदत के अनुसार गिरते हुए टावल को वह थाम ली थी और अपनी हरकत पर वह अपने आप पर गुस्सा कर रही थी,,,)

अब इसे पहन कर देखना होगा,,,,,
(सुगंधा का इतना कहना था कि अपने संस्कार दिखाते हुए अंकित वहां से हट गया लेकिन सुगंधा ऐसा नहीं चाहती थी वह चाहती थी कि वह खड़ा रहे और वह कुछ देर तक दरवाजे को ही देखते रह गई जहां पर अंकित खड़ा था वह चाहती थी कि दरवाजे पर खड़ा होकर उसका बेटा अपनी आंखों से उसे पेटी पहना हुआ देखे ब्रा पहना हुआ देखें लेकिन अपनी इस चाहत को वह मन में दबा दी क्योंकि वह अपने मुंह से तो बोल नहीं सकती थी कि तू यहीं बैठा रे कहीं मत जा मुझे पेंटी और ब्रा पहनते हुए देख,,,, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया था और सुगंधा अपने मन में सोच भी रही थी कि इतना उत्तेजित अवस्था में उसका बेटा अपने आप को कैसे काबू कर पाया है इस स्थिति में जबकि जिस तरह की बातचीत दोनों में हो रही थी सुगंध को यकीन था कि उसका बेटा बिल्कुल भी वहां से हिलेगा ही नहीं,,,,।
Sugandha ki kalpna

GIF-241113-142759

क्योंकि लगातार सुगंध भी उसके पेंट बने तंबू को देख रही थी और समझ भी रही थी कि उसका बेटा इस समय कितना ज्यादा उत्तेजित है,,, लेकिन बड़ी मुश्किल से मर्यादा दिखाते हुए अंकित वहां से हट गया था और एक उदासी अपनी मां के चेहरे पर छोड़ दिया था क्योंकि सुगंधा नहीं चाहती थी कि उसका बेटा वहां से हटे,,,,,,, लेकिन कर भी क्या सकती थी दरवाजे पर से अंकित के जाते हैं अपने ही कमरे में टावल पहन कर खड़े रहने का कोई मतलब नहीं था क्योंकि पर्दा करती भी तो किससे,,, जिससे परदा करना था उसे तो सब कुछ दिखाना चाहती थी,,,, इसलिए सुगंधा अपने बदन पर से टावल हटा कर उसे बिस्तर पर फेंक दी और अपने ही कमरे में पूरी तरह से नंगी हो गई,,,, वह अपने ही कमरे में आदमकद आईने के सामने खड़ी हो गई थी,,,, आईने में अपने आप को देखकर अपने नंगी जवानी को देखकर वह खुद शर्म से पानी पानी हो रही थी उसके गाल सुर्ख लाल हो चुके थे वाकई में दो बच्चों की मां होने के बावजूद भी वह बला की खूबसूरत लगती थी इस बात का एहसास उसे अच्छी तरह से हो रहा था,,,,।


Sugandha idi tarah se maja lena chahti thi

GIF-241113-143039

कुछ देर तक वह अपने नंगे बदन को यूं ही आईने में निहारती रही,,,,, और फिर बिस्तर पर पड़ा ब्रा और पेटी का एक जोड़ा पसंद करके उसे पहनने लगी वह सबसे पहले ब्रा लेकर उसे हाथों में लेकर इधर-उधर करके देख कर उसे पहनने लगी वह धीरे से अपनी दोनों बाहों में उसे डालकर पहन रही थी और तभी धीरे से अंकित अपनी मां की कमरे की तरफ आगे बढ़ा जो कि कुछ देर गुजरने का इंतजार ही कर रहा था क्योंकि वह अपने आप पर काबू नहीं कर पा रहा था वह अपनी मां को अपने द्वारा खरीद कर लाई गई ब्रा पेंटी पहनते हुए देखना चाहता था और वह धीरे से दीवार की ओर से खड़ा होकर अपनी सर को थोड़ा सा दीवार से बाहर निकाल कर अपनी मां के कमरे में झांकने लगा और उसे कमरे के अंदर सब को सांप नजर आने लगा उसकी मां उसकी आंखों के सामने आईने के सामने संपूर्ण रूप से नग्न अवस्था में एकदम नंगी होकर खड़ी थी,,,, अपनी मां को नंगी देखकर अंकित के उत्तेजना परम शिखर पर पहुंच गई और अपने आप ही उसका हाथ उसके पेंट में बने संभोग पर चला गया और वह अपनी मां की गांड देखकर जोर-जोर से मसलना शुरू कर दिया,,, क्योंकि उसे उम्मीद नहीं थी कि उसकी मां कमरे में एकदम नंगी हो जाएगी इसलिए उसे उम्मीद से दुगुना देखने को मिला था,,,।
Sugandha ki madhoshi bhari kalpna

GIF-241113-142927
दूसरी तरफ अपनी दोनों चूचियों को धीरे-धीरे अपने हाथ से ब्रा के कप में डालने के बाद वह अपनी ब्रा का होगा बंद करने के लिए अपने हाथ पीछे की ही थी कि आईने में दीवार के पीछे छुप कर देख रहा उसका बेटा उसे नजर आ गया और यह देखकर उसके चेहरे पर मादक मुस्कान तैरने लगी,,, और पल भर में ही वासना से भर उसके दिमाग में कुलबुलाहट होने लगी और उसके चेहरे की मुस्कान और ज्यादा बढ़ने लगी,,,, वह ब्रा का हुक बंद नहीं की बिस्तर पर पड़ी इस रंग की पेंटिंग को उठा ली और धीरे से नीचे की तरफ झुक कर उसे अपने पैर में डालने लगी और झुकते हुए अपनी नजर को पीछे की तरफ करके अपने बेटे को देखने लगी जो की उसकी तरफ ही प्यासी नजरों से देख रहा था और इस समय जिस तरह से वह झुकी हुई थी उसकी गांड का भाग कुछ ज्यादा ही गोलाकार बनकर बाहर उभरा हुआ था इस बात को भी वह अच्छी तरह से समझ रही थी वह जानती थी कि इस अवस्था में उसे झुकी हुई देखकर उसका बेटा एकदम से पागल हो जाएगा और ऐसा ही हो रहा था जब उसकी नजर थोड़ा सा नीचे गई तो उसने देखी कि उसका बेटा अपने हाथ से अपने लंड को पेंट के ऊपर से जोर-जोर से मसल रहा था और यह देखकर तो एक बार फिर से सुगंधा के गुलाबी बुर से मदन रस की बूंद ओस की बुंद की तरह बाहर झांकने लगी,,,, सुगंधा की मदहोश कर देने वाली जवानी उसका नंगा बदन पूरी तरह से अपना काम कर रही थी,,,,।
Sugandha ki kalpna bete k sath

GIF-241113-143150

अपने बेटे को अपनी नंगी गांड दिखाते हुए सुगंधा एक-एक करके अपने दोनों पांव में पेटी को डाल दिए और फिर धीरे-धीरे उसे ऊपर की तरफ खींचने लगी यह नजारा अंकित के लिए उत्तेजना से भरा हुआ था एक तरह से यह नजारा उसके लिए जानलेवा साबित हो रहा था क्योंकि उसका दिल बड़े जोड़ों से धड़क रहा था और वह इस खामोशी में अपने दिल की धड़कन को भी बड़े साफ तौर पर सुन पा रहा था,,, जैसे-जैसे सुगंध अपनी नाजुक उंगलियों से पकड़ कर पेटी को ऊपर की तरफ ले जा रही थी वैसे-वैसे उसकी नंगी गांड ढंकने के कगार पर आती जा रही थी,,, लेकिन फिर भी अंकित को सुकून मिल रहा था वह अपनी मां की गर्म जवानी देखकर अपनी आंखों को सेंक रहा था,,,, और देखते ही देखते सुगंध अपनी पैंटी को अपने नितंबों के गोलाकार के निचले स्तर तक ले आई थी जहां से उसके नितंबों की सीमा खत्म हो जाती है थी मोटी-मोटी चिकनी केले की तने की तरह मदमस्त मखमली जांघो से होती हुई ऊपर की तरफ पहुंच गई थी सुगंधा जानती थी किसका बेटा क्या देखा है वह आईने में सबको साथ देख रही थी उसके बेटे को यह नहीं पता था कि आईने में वह देख रही है वह अपने आप को अपनी मां की नजर से छुपाया हुआ अपनी मां के नंगे बदन को देख रहा था और यह नजारा उसके लिए बेहद रोमांच कारी और उत्तेजना से भरा हुआ था,,,,।
Sugandha or ankit

GIF-241113-143323

कुछ देर तक सुगंधा अपनी पैंटी को उसी अवस्था में रोक दी थी वह जी भर कर अपने बेटे को अपनी नंगी गांड के दर्शन करा रही थी और इसका असर अंकित पर भी बराबर हो रहा था कि जोर-जोर से पेट के ऊपर से अपने लंड को मसल रहा था ऐसा लग रहा था कि अपने हाथों से ही अपने लंड को तोड़ डालेगा,,, और यह देखकर सुगंधा को बहुत मजा आ रहा था,,, अंकित अपनी मां को देखकर खुश हो रहा था और सुगंध अपने बेटे को देखकर खुश हो रही थी दोनों एक दूसरे की खुशी में अपनी खुशी ढूंढ रहे थे कुछ देर तक अपनी नंगी गांड के दर्शन कराने के बाद सुगंधा ,, अपनी पैंटी को अपनी कमर तक चढ़ा ली और अपनी गोरी गोरी गांड को पेटी के कपड़े के नीचे छुपा ली,,, लेकिन हालात को देखते हुए सुगंधा को लग नहीं रहा था कि अपने बेटे से अपने आप को छुपाने की जरूरत है,,,।

पैंटी पहने के बाद वह कुछ देर तक आईने में अपने आप को देखते रही और अपने बेटे को भी जो आईने में एकदम साफ दिखाई दे रहा था वह पागल हुआ जा रहा था इस बात का अंदाजा उसे अच्छी तरह से हो रहा था क्योंकि वह अपने तंबू को जोर-जोर से मसल रहा था,,,,,,, यह सब देखते हुए उसके मन में एक और युक्ति घूमने लगी और वह अपनी युक्ति को अंजाम देना चाहती थी इसलिए आईने के सामने गोल-गोल घूमने लगी लेकिन गोल-गोल घूमते समय वह दरवाजे की तरफ बिल्कुल भी नहीं देख रही थी वह अपने आप को निहार रही थी और अंकित अपनी मां का लाजवाब हुसैन देखकर पागल हुआ जा रहा था और जब गोल-गोल घूम कर अपने आप को देख रही थी अंकित दीवार के पीछे छिपकर अपनी मां को देख रहा था वाकई में उसके द्वारा लाई गई पेंटिंग और ब्रा एकदम फिट आ रही थी लेकिन अभी तक उसकी मां ब्रा का हक बंद नहीं की जिसकी वजह से उसकी खरबूजे जैसी चूचियां च अपना आकार लिए हुए अंकित को भी नजर आ रही थी,,,,।


थोड़ी देर अपने आप को निहारने के बाद वह फिर से आईने को देखने लगी और फिर अपने दोनों हाथों को पीछे की तरफ लाकर ब्रा का हुक बंद कर दी वह एक जोड़ी को नाप कर देख चुकी थी और अपने हुस्न का जादू अपने बेटे पर चला चुकी थी,,,,,,,। लेकिन अभी वह अपनी युक्ति को अमल में नहीं लाई थी और अब सही मौका था अपनी युक्ति को अमल में लाने का,,, अभी तो वह ब्राऔर पैंटी पहन कर दिखाई थी लेकिन अब बारिश थी अपने बेटे को अपनी ब्रा और पैंटी उतार कर दिखाने की जिसके लिए वह पूरी तरह से तैयार थी,,,,।
Apne bete ko apni chuchi dikhati huyi

GIF-241113-144804
 
Last edited:

bhonpu

New Member
47
106
49
रॉनी भाईसाहब सुगंधा को अंकित के सामने कई बार पूरी तरह से नंगी करवाना, ताकि संभोग के समय दोनों की शर्म पूरी तरह से हट चुकी हो... मज़ा आएगा जब मां अपने बेटे के सामने खुल कर नंगी होकर घूमेगी, किसी बहने से नंगी ही घर का काम करने लग जाएगी, नंगी उससे बातें करते हुए कपड़े उतारेगी और नहा कर नंगी बाथरूम से बाहर आकर कपड़े पहनेगी... एक दो बार अंकित को अकेले और फिर अपनी मां के साथ ही नंगा भी करवाना... वैसे कहानी की नायिका मां है और कहानी उसी की जुबानी ज्यादा है तो उसका बेटे के सामने ज्यादा से ज्यादा नग्न होना शायद पाठकों को अच्छा लगेगा... बाकी आपकी लेखनी बहुत उत्तेजक है... आगे के इंतजार में
 
Top