रीता चाची पूरे जोश से अपनी चुत में उंगली मार रही थी... उसे होश ही नहीं रही की वो अभी किस हालात में है .....
अचानक मम्मी ताली बजाते हुए अंदर आ गयी, चाची चौंक गई और चुत से अपनी उंगली निकाल के पास में पड़ी साड़ी उठाने लगी अपने तन को ढकने के लिए....
मम्मी-: अरे क्यों पहन रही है, रहने दे ... वैसे भी तू नंगी में ज्यादा सेक्सी दिख रही है....
मम्मी ने चाची के हाथ से साड़ी खिंच लिए.....
चाची एक तो हवस की जोश में थी ऊपर से मम्मी की ये हरकत उसे परेशान कर रही थी....
चाची-: दीदी ये क्या कर रही ल हैं, मेरी साड़ी दीजिये...
मम्मी हंसने लगी और बोली-: अब इसे पहन ने की कोई जरुरत नही है... तेरी भोग चढ़ने की समय आ गयी है....
चाची-: में समझी नही दीदी....
मम्मी-: वो सामने देख, तुझे भोग चढ़ाने वाला कामदेव आ रहा है...
चाची ने देखा -सामने से जीजा जी आ रहे थे.….
चाची के होश उड़ गए... चाची पूरी तरह नंगी बैठी हुई थी बेड के ऊपर ...जीजा जी को देख कर कपड़े ढूंढने लगी अपने चूची को ढंकने के लिए.....
जीजा जी चाची के चूचीओं को घूरते हुए कहा-: कुछ चीज़ खुले में ही अच्छे लगते हैं रीता डार्लिंग...
चाची अपने हाथ से चूचीओं को ढकने की नाकाम कोसिस कर रही थी, क्यों कि दोनो चूची इतने बड़े थे कि हाथों से नहीं छुप रही थी.....
जीजा-: आह ! क्या मनमोहक चीज़ है....ऐसी चीजों को खुला छोड़ दो, ये रस चूसने की चीज़ है...
चाची नजरें नीची करके बैठी हुई बोली-: दीदी मेरी साड़ी मुझे दीजिये....
जीजा जी पूरे जोश में चाची को ऊपर से लेकर नीचे तक घूर रहे थे....
सेक्सी होंठ, रसीले गाल, रसभरी चुचियाँ, झांटो से भरा चुत..... उफ्फ !!
जीजा-:उफ्फ !! भगवान ने भी क्या चीज़ बनाई है, और में हैरान हूं कि ऐसी चीज़ को मैने अभी तक भोगा नहीं...
रीता चाची समझ गयी थी कि आज उसकी चुदाई पक्की है... चाची वो वीडियो को याद करने लगी जहां पे जीजा जी उस औरत को बड़े ही बेरहमी से चोद रहे थे और वो औरत रो रही थी... चाची के गांड फट गई लेकिन उसकी चुत में भी आग लगी थी चुदने की... पिछले कुछ दिनों से उसके अंदर गैर मर्दों से चुदने की इच्छा ही रही थी, लेकिन एक संस्कारी औरत होने की वजह से खुल के बोल नहीं पा रही थी...
मम्मी-: जीजा जी, ये रही आपकी अमानत ...
जीजा जी-: एक काम कर तू बाहर जा और देख ले कोई अंदर ना आ सके ...
मम्मी-: ठीक है ..
मम्मी रूम से जाते हुए रीता चाची की तरफ देखते हुए एक आंख मार दी और हंसते हुए चली गयी...
मम्मी बाहर जा के सीधा बालकनी में गयी और Vicky के घर की तरफ देखने लगी..... फिर सोची क्यों ना जीजा जी और रीता की चुदाई का सीधा प्रसारण देखा जाय... तो वो चुपके से आके खिड़की की तरफ गयी हर देखने लगी.....
अंदर का दृश्य मादकता स भरी हुई थी..... जीजा जी रीता चाची को अपने गोद में बिठा के पागलों की तरह चूमा चाटी कर रहे थे.... होंठ को चूस रहे थे... दोनो हाथ दोनो चूची को जोर जोर से मसल रहा था.... चाची आहहह... उममम.... की आवाज़ें निकाल रही थी...
अचानक मम्मी की मोबाइल की घंटी बजने लगी, मम्मी ने देखा कि वो call देवर जी ने किया है ...
मम्मी बात करते हुए घर से बाहर आ गयी....
मम्मी-: हां बोलो देवर जी....
चाचा-: मेरे डार्लिंग, क्या कर रहे हो ?
मम्मी-: सोई थी मेरे राजा...
चाचा-: सुनो रीता का फ़ोन क्यों off है ?
मम्मी-: पता नहीं....
चाचा-: उसे फ़ोन किया था तो नहीं लगा .. उसे बोल दो की उसके पापा अभी शाम को 4 बजे आने वाले हैं तो खाना बना के रखे...
मम्मी के होश उड़ गए ये बात सुन के क्यों कि अंदर कार्यक्रम चल रही थी, उसको 4 बजे से पहले खत्म करना होगा.....
मम्मी-: ठीक है बोल दूंगी और कुछ ....
चाचा-: हां एक चुम्मा दे दो...
मम्मी-: घर में मिलना सब कुछ दूंगी....
फिर चाचा ने फ़ोन रख दी.....
मम्मी सोचने लगी ये सब काम 4 बजे से पहले खत्म करना होगा ...
मम्मी फिर से खिड़की के पास गई और देखने लगी.....
रीता चाची घुटनों के बल बैठी थी और जीजा जे के बड़े लन्ड को मुंह में ले के चूस रही थी....
ये नजारा देखने लायक था... एक संस्कारी औरत एक गैर मर्द की लन्ड चूसना अपने आप में बड़ी बात है... मम्मी ये मौका को गवाना नहीं चाहती थी तो उसने मोबाइल से कुछ फोटो ले लिए...
जीजा जी के काला लन्ड चाची के रसीले होठ से होक अंदर बाहर हो रहा था....
जीजा जी-: लन्ड को पूरा अंदर तक ले लो....
जीजा जी के लन्ड इतनी बड़ा था कि मुश्किल स चाची के मुंह में आ रहा था ..
मम्मी बाहर से देख रही थी और मन में ही बोली-: आज रीता की चुत की भोसड़ा बनने वाली है जैसे कि मेरी बनी थी.... आज रीता संस्कारी औरत से संस्कारी रांड बनेगी ......
उसे अच्छी तरह से याद थी कि जब पहली बार जीजा जे ने उसे चोदा था वो कितना दर्दनाक थी.... चुत को फाड़ कर रख दिये थे ... आज रीता की खेर नहीं....
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