मम्मी को लण्ड पंसद है
कहानी पड़ते।पड़ते उसे कब नींद आगई पता न चला उसका लैंड थोड़ा फूला हुआ ही था
2नो नींद में सोय थे वही दूसरे रूम में
फच फच की आवाजें आराही थी जिसे राजू की नींद टूट गई राजू ने आँखे खोली और आवाज सुनके उस तरफ जो आवाज उसके पापा के रूम से थी आप तो समझ ही गे होंगे कैसी आवाज है ये
राजू अपने पापा के रूम के कीहोल से देखने लगा
अंदर का नजारा ही कुछ और था
अंदर पापा मम्मी दोनों नंगे थे
मम्मी की ब्रा जमीन पर पड़ी थी पेटीकोट बेड पर और मम्मी की सासे तेज़ पापा का लंड मम्मी की चूत पर सेट था
और वो धके पे धके पेल रहे ते मम्मी आह आह आह हहह
आह आह आह आह कर्ररही थी मेरा हाथ बी मेरे लौड़े पर चला गया और मैं अपना लौड़ा मसलने लगा वो dhere dhere तन रहा था अंदर पापा मम्मी को चोदे जारहे ते मुजे उनपे गुस्सा ररही थी
कुकी वो आज सुबह नही आते तो शायद अभी उसके बाप की जगह उसका लंड मम्मी की चूत में जारहा होता
इसी गुस्से में वो अपने रूम के तरफ आगया और बेड पर लेट गया
और अपने बाप को गाली देने लगा
वो भोसड़ी का मेरी माँ को chod रहा है मुजे चोदना था उसको फिर उसकी नजर अपनी दादी की गाड़ पर जाती है जो कि बहुत चौरी थी
और वो एक दम से सोचना बंद करदेता है और मांन में कहता है उसने मेरी माँ चोदी है ना अब मैं आभी उसकी माँ चोदू गा
ओर इतना कह के अपने दादी के मुह की ओर देखता है जो कि दूसरे तरफ थी जस्ट तभी दादी राजू की तरफ मुह करती है
और पलट के सोजती है
दादी के चुचे ब्लाउज़ के अंदर से झांकते है उसका एक चूचा ब्लाउज़ से थोड़ा बाहर की और था जिसे राजू घूर रहा होता है चूचा जैसे अंगूर के दाने जीता बडा था राजू बहुत हीमत करके उसपे अपनी उंगली फिरता है दादी की तरफ से कोई रिएक्शन नही होता तो वो फिर से उंगली से निपल को टच करता है
दादी फिर सोई हुई थी तो उसकी हिम्मत बढ़ती है और दादी के निपल को पकड़ लेता है
और हल्के से दबाता है उसे अच्छा लगता है राजू अपने सारे कपड़े निकाल देता है अंडरवियर नही उतरता है और लेटे लेटे दादी के निपल पेर जबान लगाता है
जो कि बहुत स्वादिष्ट होते है वो उसको चूसने लगता है।
ऐसे ही थोड़ी देर चूसने में बाद दादी अचानक से उठ जाती है ओर राजू का सिर पकड़ के दूर करती है
राजू डर जाता है और नजरे नीचे करके बैठ जाता है
दादी थोड़ा गुस्से में- ये क्या कर रहा है batamij
राजू- सिर जुकाय था दादी उसे थोड़ा हिला देती है फिर कहती है
तू क्या करना चाहता है
राजू- वो दादी आप मुजे अच्छी लगती हो
मुजे आपका दूदू पीना है दादी
दादी- तेरा दिमाक खराब होगया है क्या
राजू-प्ल्ज़ दादी पीने दो अब माँ नही पिलाती है
दादी- नही चल सो जा चुप चाप तभी राजू लेट जाता है लेकिन उसका लौड़ा अभी बी खड़ा हुआथा
जिसपर दादि की नजरें जाती है
दादी- राजू ये क्या यहा क्या छुपाया है तूने
और इतना कह कर दादी राजू की उंडेरवेर नीचे किसका देती है
उंडेरवेर जैसे नीचे होता है एक मोटा और काला नाग सामने फंफनाते हुवे दिखता है दादी शॉक्ड हो जाती है
राजू तेरा लंड इतना बड़ा
दादी राजू का लंड हाथ से पकड़ लेती है और दबाने लगती है
राजू लंड तो तेरा बहुत मजबूत दिखता है रे कुछ लगता है क्या इसमे
राजू अभी बी नजर नीचे करके पड़ा था
दादी की जवानी की यादें ताज़ा हो जाती है क्योंकि राजू अपने दादा पर गया था राजू के दादा का लंड भी राजू की ही तरह था
जिसे देख के दादी की सुखी हुई चूत फिर से लंड लेने को तैयार थी
तभी दादी कहती है राजू बेटे तुमको मेरे दूदू पीने है ना पी ले लेकिन तमको मुजे अपना लण्ड देना होगा
इतना सुनके राजू के फेस पर मुस्कान आजाती है वो उठ के बैठ जाता है दादी अपना ब्लाउज़ उतरती है और राजू ले लौड़े को पकड़ के हिलाने लगती है
राजू अपने एक हाथ से दादी के दूदू पकड़ लेता है
दादी राजू के लौड़े को मुह में लेके चूसने लगती है
उम उम उम उम आह आह आह आह
उम उम उम आह आह आह आह आह
आह आब आह आह आह आह उम
उम्म उम्म उम्म आह अउ उम्म अअअअ
ऐसे काफी देर चूसने के बाद राजू की पिचकारी निकल जाती है और पूरा माल दादी के मुह मे
दादी तो जैसे चुदाई की दुनिया की pro player थी पूरा माल दादी पी गई एक बूंद बी नही चोड़ॉ
दादी- वह राजू आज बरसो बाद ऐसा मॉल मिला
मजा आगया
दादी उठ के खड़ी हो जाती है राजू उनके पेटिकोट का नारा खिंचता है
जैसे ही नारा खुलता है पेटिकोट जमीन पर गिर जाता है
राजू दादी की चूत देखने लगता है दादी की चूत बलोंसे भारी थी
और देखने से ही पता चल रहा था कि दादी जवानी में खूब चूड़ाकड रह चुकी है खूब चुत बजवाई है दादी अपने टंगे फैला के बेड पर बैठ जाती है
चुत देख कर तभी राजू उठ के खड़ा है और ..........................