सिर्फ एक के लिए ही आप पत्नी हैं....
बाकी सब के लिए रण्डी से भी गिरी हुई होती हैं क्योंकि रण्डी भी अपनी सहूलियत, अपनी कीमत और अपनी शर्तों पर चुदवातीं हैं.....
रखैल..... जो बिना अपने फायदे के दूसरे की सहूलियत से चुदवातीं भी है, दूसरे की शर्तों के आगे झुकती भी है और डरती भी है
शरीर भोजन और चोदन हमेशा चाहता है लेकिन एक लिमिट तक, उसके बाद संतुष्ट
लेकिन मन मन की कोई थाह नहीं... जितना हासिल करोगे उतना और मांगेगा...
अब आपके ऊपर है कि आपको मन पर काबू रखना है या मन के काबू में रहना है