Update 1
एक दिन मेरी पत्नी हो मेरे पास आकर बोली कि वह और मेरी सलहज आगरा घूमने का प्लान बना रही हैं तो मैं भी खुश हो गया और अपनी खुशी छुपाते हुए बोला की ठीक है शनिवार का प्लान बना लो हम लोग शनिवार को आगरा के लिए निकलेंगे
फिर शनिवार को हम लोग आगरा के लिए निकल गए जब हम आगरा पहुंचे तो शाम हो चुकी थी तो हम लोगो ने एक होटल में दो रूम ले लिए
अगली सुबह जब मेरी आंख खुली तो मेरी पत्नी नहाने जा रहे चुकी थी और मेरी सलहज गेट पर नोक कर रही थी
मैं सिर्फ अंडरवियर में ही था और मेरे दिमाग ने सब कैलकुलेशन करली थी
सुबह-सुबह मेरा लण्ङ तन कर खड़ा था और मैं ऐसे ही उठकर गेट पर पहुंच गया और गेट खोलकर भाभी जी से अंदर आने का इशारा किया और बोला
मैं - गुड मॉर्निंग भाभी जी
भाभी जी मेरी पत्नी को खोजते हुए और ये जानकार कि वह बाथरूम में है
भाभी जी - गुड मॉर्निंग जीजा जी, और फिर हंसकर कहा, कपड़े कहां है आपके?
मैं थोड़ा शर्माने का नाटक करके बोला
मैं - ऊप्स सारी भाभी जी याद नहीं रहा
भाभी जी - कोई बात नहीं, अभी पहन लो मुझे अनकंफर्टेबल फील हो रहा है
मैं देख रहा था कि भाभी जी की नजर मेरे लण्ङ पर ही थी
और आज पहली मुझे लगा कि शायद मेरी प्यारी भाभी जी मेरे लण्ङ पर झूला झूल सकती है
खैर मैने कपड़े पहने और भाभी जी से नॉर्मल बातें करने लगा मगर भाभी जी का चेहरा ऐसा लग रहा था जैसे उन्होंने मुझे नंगा देख लिया हो और वो पहली बार मुझसे बात करने में शरमा रहीं थी और मैं उनकी बातें सुन कहां रहा था मैं तो उनके सामने बैठकर उनके कामुक अंगों को निहारकर अपनी कल्पनाओं में उन्हें नंगी कर रहा था
भाभी जी थोड़ी बातें करके और जल्दी से निकलने का बोलकर चली गई मगर मेरे लण्ङ को मुझसे बगावत करने को मजबूर कर गई..
खैर आगरा का टूर ऐसे ही पूरा हो गया पर इस टूर ने मेरी सलहज को देखने के मेरे नजरिए को हवस से भर दिया था और शायद मेरी सलहज के नजरिए को भी..
तभी तो अब वो मेरे फॉरवर्डेड मैसेज पर इमोजी से रिप्लाई कर देती और कभी कभी मेरे ससुराल के फैमिली ग्रुप के किसी मैसेज का मुझे प्राइवेट रिप्लाई करती हंसी मजाक के...
फिर एक दिन में अपनी सलहज की dp देख रहा था और अपनी कल्पनाओं में खोया था और मेरे दिमाग पर मेरा लण्ङ हावी हो गया और मैने अपनी सलहज को मैसेज कर दिया
मैं - hi
ये पहली बार था जब मैने अपनी सलहज को एक hi लिख कर भेजा था मतलब मैं बात करना चाहता था
ऐसे मैसेज भेज कर गांड़ तो मेरी भी फट रही थी कि कहीं मैं ही ऐसा सोच रहा हूं और वो मेरी पत्नी को बता दे बट रिस्क तो लेना ही था तो मैने रिस्क ले लिया था अब इंतजार था तो अपनी सलहज के उत्तर का क्योंकि उसका जवाब ही तय करने वाला था कि मेरी प्यारी आदरणीय भाभी जी मेरे लण्ङ की सवारी करने में इंटरेस्टेड है या नहीं...
और फिर भाभी जी का मैसेज आया ...
एक दिन मेरी पत्नी हो मेरे पास आकर बोली कि वह और मेरी सलहज आगरा घूमने का प्लान बना रही हैं तो मैं भी खुश हो गया और अपनी खुशी छुपाते हुए बोला की ठीक है शनिवार का प्लान बना लो हम लोग शनिवार को आगरा के लिए निकलेंगे
फिर शनिवार को हम लोग आगरा के लिए निकल गए जब हम आगरा पहुंचे तो शाम हो चुकी थी तो हम लोगो ने एक होटल में दो रूम ले लिए
अगली सुबह जब मेरी आंख खुली तो मेरी पत्नी नहाने जा रहे चुकी थी और मेरी सलहज गेट पर नोक कर रही थी
मैं सिर्फ अंडरवियर में ही था और मेरे दिमाग ने सब कैलकुलेशन करली थी
सुबह-सुबह मेरा लण्ङ तन कर खड़ा था और मैं ऐसे ही उठकर गेट पर पहुंच गया और गेट खोलकर भाभी जी से अंदर आने का इशारा किया और बोला
मैं - गुड मॉर्निंग भाभी जी
भाभी जी मेरी पत्नी को खोजते हुए और ये जानकार कि वह बाथरूम में है
भाभी जी - गुड मॉर्निंग जीजा जी, और फिर हंसकर कहा, कपड़े कहां है आपके?
मैं थोड़ा शर्माने का नाटक करके बोला
मैं - ऊप्स सारी भाभी जी याद नहीं रहा
भाभी जी - कोई बात नहीं, अभी पहन लो मुझे अनकंफर्टेबल फील हो रहा है
मैं देख रहा था कि भाभी जी की नजर मेरे लण्ङ पर ही थी
और आज पहली मुझे लगा कि शायद मेरी प्यारी भाभी जी मेरे लण्ङ पर झूला झूल सकती है
खैर मैने कपड़े पहने और भाभी जी से नॉर्मल बातें करने लगा मगर भाभी जी का चेहरा ऐसा लग रहा था जैसे उन्होंने मुझे नंगा देख लिया हो और वो पहली बार मुझसे बात करने में शरमा रहीं थी और मैं उनकी बातें सुन कहां रहा था मैं तो उनके सामने बैठकर उनके कामुक अंगों को निहारकर अपनी कल्पनाओं में उन्हें नंगी कर रहा था
भाभी जी थोड़ी बातें करके और जल्दी से निकलने का बोलकर चली गई मगर मेरे लण्ङ को मुझसे बगावत करने को मजबूर कर गई..
खैर आगरा का टूर ऐसे ही पूरा हो गया पर इस टूर ने मेरी सलहज को देखने के मेरे नजरिए को हवस से भर दिया था और शायद मेरी सलहज के नजरिए को भी..
तभी तो अब वो मेरे फॉरवर्डेड मैसेज पर इमोजी से रिप्लाई कर देती और कभी कभी मेरे ससुराल के फैमिली ग्रुप के किसी मैसेज का मुझे प्राइवेट रिप्लाई करती हंसी मजाक के...
फिर एक दिन में अपनी सलहज की dp देख रहा था और अपनी कल्पनाओं में खोया था और मेरे दिमाग पर मेरा लण्ङ हावी हो गया और मैने अपनी सलहज को मैसेज कर दिया
मैं - hi
ये पहली बार था जब मैने अपनी सलहज को एक hi लिख कर भेजा था मतलब मैं बात करना चाहता था
ऐसे मैसेज भेज कर गांड़ तो मेरी भी फट रही थी कि कहीं मैं ही ऐसा सोच रहा हूं और वो मेरी पत्नी को बता दे बट रिस्क तो लेना ही था तो मैने रिस्क ले लिया था अब इंतजार था तो अपनी सलहज के उत्तर का क्योंकि उसका जवाब ही तय करने वाला था कि मेरी प्यारी आदरणीय भाभी जी मेरे लण्ङ की सवारी करने में इंटरेस्टेड है या नहीं...
और फिर भाभी जी का मैसेज आया ...