मुझे कई बार ऐसा क्यों लगता है कि पाठक सिर्फ अनुश्री के सम्भोग का आनंद लेना चाहते है.
उन्हें कहानी से कोई मतलब नहीं है..
जबकि मै चाहता हूँ कि कुछ भी बेवजह ना हो, कहानी अपने आप मे खुद को कहे, सिर्फ sex और सम्भोग का जरिया ना बनी रहे.
ऐसे तो बहुत सी कहानी है यहाँ जहाँ घाघरा उठाया और पेल दिया..
लेकीन क्या यहीं कहानी है?
कहानी वो है जो आपके दिलों को हिला दे, जो आप नहीं सोचते है वो नजरिया पेश करे.
मै नहीं जानता आप लोग क्या चाहते है अनुश्री से.
लेकीन अनुश्री एक आम भारतीय नारी है, वो कभी फसती है, डरती है, अपनी जिंदगी भी जीना चाहती है
लेकीन जब मुसीबत आ जाये तो उसका सामना भी करती है.
उम्मीद है आप लोग मेरी भावना समझेंगे.
बाकि कथा तो जारी ही है.....