6: माँ बेटी और मामा
अंकल प्लीज़ अंदर नहीं स्वाति सिसकती हुई बोली, मैं भी अपने होश में आया, कच्ची कली है मुझे भी लगा, अंकल मैं आपका लंड चूस देती हूं, बड़ी मासूमियत से बोली, मैं अब फेल कर सोफ़े पर बैठ गया, स्वाति मेरे आगे घुटनों पर बैठ कर मेरा लंड चूसने लगी, मैंने सीमा को फोन लगाया, कहाँ हो भैय्या, और कृति कहा है, सब मज़ा उसी से लूट लोगे तो उसकी मम्मी को कहीं और इंतजाम करना पडेगा
अरे नहीं मेरी जान आज रात को दोनों को साथ में चौदुंगा, फ़िलहाल तो में वो तुम्हारी कोल्हापुर वाली कजीन सुनीता की बेटी स्वाति को रगड़ रहा हूं, सीमा हंस पडी, कितने कमीने हो, हम यहां तरस रहे है और जनाब कहीं और ही मजे लूट रहे है, ठीक है हम हमारा बंदोबस्त खुद करते है, कहते हुए सीमा ने फोन काट दिया
मैंने कृति को फोन लगाया, जी मामा बोलिए, कहां है तू, बस आ रही हूँ, मुझे कुछ गडबड लगी क्युकि कृति थोड़ा सिसकते हुए बोल रही थी, मैंने ओके कहते हुए फोन रख दिया, मेरा सर चक्कर खा रहा था, स्वाति ने ऊपर मेरी तरफ देखा और बोली, कृति दीदी को तो 3-4 लोग रगड़ते. क्या? मैंने झट से पैंट पहना स्वाति को अपनी गोद में लिया और छोटी छोटी निप्पलस से खेलते हुए बोला, कौन कौन, पूरी बात बता. ड्राइवर अंकल, कृति के पापा के दोस्त सुनील अंकल, उसके मामा, उसके ट्यूशन टीचर, मैं अवाक सा था, तुझे कौन कौन रगड़ता है, वो शर्मा गई, कोई नहीं बस अशरफ अंकल और उनके कुछ दोस्त, कुछ? कुछ मतलब, 4 दोस्त स्वाति शर्माते हुए बोली, तुझे पता है अशरफ अंकल और में तेरी मम्मी को चौदने वाले है आज रात, जी पता है अंकल स्वाति बोली. अशरफ अंकल तो अब रगड़ने लगे है तुझे, इससे पहले और कौन कौन रगड़ता है, स्वाति को अब गंदी बातों में मज़ा आ रहा था, खुल रही थी, मैंने एक हाथ उसकी चुत पर धीरे धीरे फिराने लगा, बस कुछ लोग ज्यादा नहीं, बिल्डिंग के वाचमेन अंकल, पड़ोस वाले अंकल, मेरी फ्रेंड राशि के पापा, स्कूल में दो टीचर, ट्यूशन टीचर, पापा के चार दोस्त और अभी आप. मैं उठ खड़ा हुआ, स्वाति बोली मैं जाऊँ अंकल, मैंने एक लीप किस किया और उसे जाने दिया.
कृति मैं समझ रहा था कोरी है पर वो तो खेली खिलाई माल है, सीमा भी, मेरा दिमाग अब काम नहीं कर रहा था.