हम ट्रेन पर चढ़कर एक सीट पर बैठ जाते हैं मम्मी विंडो सीट पर बैठी हुई थी और मैं उनके बगल में
फिर ट्रेन चलने लगती है
जब घर में मैंने मम्मी को सिर्फ साड़ी में देखा था तब से ही मैंने उनके लिए बहुत कुछ प्लान करके रखा था आब दिक्कत यह थी कि मैं उन्हें सब बताऊं कैसे
कुछ देर सोचने के बाद में मम्मी से कहता हूं
मैं - मम्मी मुझे तुमसे कुछ बात करनी है
मम्मी - हां बोलो
मैं - मम्मी तुम यूट्यूब के बारे में तो जानती ही होगी जिस पर तुम दिन भर सीरियल और गाने सुनती रहती हो
मम्मी - हां
मैं - अब उसमें जो लोग वीडियो डालते हैं वे लोग ऐसे फ्री में तो डालते नहीं होंगे उन्हें उन वीडियो के बदले पैसे भी मिलते होंगे
मम्मी - मुझे नहीं पता (मम्मी ज्यादा नहीं पढ़ी लिखी थी वे सिर्फ सरकारी स्कूल में 8 तक ही पड़ी थी)
मैं - मिलते हैं और मैं भी वहां वीडियो डालता हूं
जिसके बाद मुझे आधा घंटा लग जाता है मम्मी को यूट्यूब और मेरे कमाई के बारे में बताना मे
मम्मी (थोड़ा नाराज होते हुए और थोड़ा खुश होते होगी) - मुझे बताया क्यों नहीं था मैं तेरे पैसे मांग थोड़ी लेती
मैं (मम्मी को मनाते हुए) - सॉरी मैं आपको और पापा को सरप्राइज देना चाहता था
मन में (लेकिन अब मैं पापा को ऐसा सरप्राइज दूंगा जो उन्होंने सोची ना होगी)
मम्मी - कैसा सरप्राइज
यूट्यूब के बारे में छुपाने से मम्मी थोड़ी नाराज हो गई थी और होती भी क्यों ना जिसका बेटा महीने का 5000000 रुपए कमा रहा हो और वह अपनी मां को ना बताएं तो वे नाराज हो गई है वह मुझे लालची भी समझने लगी थी इसलिए मैं और कुछ नहीं छुपाता और कहता हूं
मैं - मम्मी आपने ये तो देखा ही होगा, गांव की आखिर में जो घर
मैंने इतना ही बोला था कि मम्मी ने मुझे बीच में टोकते हुए कहती है
मम्मी - वह तुम बनवा रहे हो
मैं - हां
मम्मी (खुश होते हुए) - लगता है आज का दिन मेरा बहुत अच्छा है और इसे अच्छा भी तूने ही बनाया है मैं बहुत खुश हूं तुम ऐसे ही तरक्की करते रहो
मैं - पर मेरी खुशी तो आपने
मम्मी - मतलब
मैं मम्मी की और नजदीक आ जाता हूं और उनका हाथ पकड़ते हुए
मैं - मम्मी मैं आपसे बहुत प्यार करता हूं लेकिन कभी भी जता नहीं पाता हूं लेकिन अब और नहीं मैं आपको वह हर एक खुशियां देना चाहता हूं जिससे आप वंचित हो और इसकी शुरुआत में यहीं से करना चाहता हूं
मम्मी - अच्छा ऐसी कौन सी खुशियां देगा भला
मैं - ऐसी बहुत सी चीजें जिसके बारे में आपको पता भी नहीं है लेकिन इससे पहले तुम मेरे सिर पर हाथ रख कर कहो कि मैं जो भी बोलूंगा तो मेरी हर बात मानगी
मैं अपने कांटे में चारा लगाकर पानी में फेंक चुका हूं अब देखना था कि मेरी मछली उस कांटे की तरफ आकर्षित होती है या नहीं
मम्मी (मेरे सिर पर हाथ रखते होगे) - मैं तेरी सारी बातें मानूंगी तेरी कसम
मैं - मम्मी मैं आपसे एक बार बात छुपा रहा हूं आपको बताना सही होगा या नहीं
मम्मी - अपने पापा और रेखा झांसी के बारे में बताना चाहता
मैं यह सुनके चौक जाता हूं और मम्मी से पूछता हूं आपको कैसे और अगर आपको पता है तो पापा को कुछ कहती तो नहीं है
मम्मी - बताने से क्या हो जाएगा मैं उससे बदला भी नहीं रह सकती
मैं - लेकिन यह जो पापा कहीं गलत है
मम्मी - तो मैं क्या करूं यह कहते ही मम्मी रोने लगती है
मैं मम्मी को चुप रहता हूं
मम्मी (अपने आप से पूछते) - कोई मुझसे प्यार नहीं करता
जिसे सुनने के बाद एक ही सांस में मैं अपना सारा फीलिंग मां को सुना देता हूं
मम्मी (मुस्कुराते हुए) - पूरे 2 साल लगा दिया इस बात को बताना
मैं यह बात सुनकर चौंक जाता हूं मां को कैसे पता चला कि मैं 2 सालों से मां का दीवाना हुआ पढ़ा हूं
मां मेरे उड़े हुए चेहरे को देखती है और बोलती है
मम्मी - मुझे सब पता है मेरे बेटे जो तू रात को मेरे कमरे में झांकता हूं मुझे नहाते हुए ताड़ता है
मैं - तो मम्मी आपको बुरा नहीं लगा
मम्मी - पहले तो लगा था और तेरे पापा से शिकायत भी करने जा रही थी लेकिन उससे पहले ही मुझे तेरे पापा और रेखा चाची कि के बारे में पता चल गया सर मेरे दिमाग में यह आइडिया आया कि क्यों ना तुम्हारे जरिए ही तुम्हारे पापा से बदला लिया जाए
लेकिन एक मां होने के नाते मैं तुम्हें इस बारे में कैसे बात सकती थी इसलिए मैं तुम्हारे बोलने का इंतजार कर रही हूं और देखो आज तुमने बोल दीया इसीलिए मैंने भी ज्यादा भाव नहीं खाया और तुम्हें सब कुछ बता दिया
तभी हमारे सामने वाली सिट के पास एक बूढ़ा आदमी आकर बैठ जाता है जिसके बाद मम्मी मुझे चुप रहने का इशारा करती है और विंडो से बाहर देखनी है शायद वह अपने आने वाली जिंदगी के बारे में सोचते
वही मैं सोच रहा था जिस मछली को मैं अपने कांटे में फसाना चाहता था वह मछली मुझसे पहले ही पूरा एक जाल बिछा कर बैठी थी
लेकिन यह मेरे लिए एक अच्छी खबर था