मम्मी बेड पर से उठते ही मुझे जीव दिखाकर चिढ़ाने लगती है
मैं - मम्मी प्लीज आओ ना
मम्मी - नहीं अभी नहीं
मैं पर क्यों
जिसके बाद मम्मी आकर मेरे पास बेड पर बैठ जाती फिर मैं मम्मी को अपनी गोद में बिठाकर अपनी बाहों में भर लेता हूं
मैं - अभी नहीं तो कब
मम्मी - तू भी अपने पापा की तरह कंजूस
मैं अपनी चालाक मम्मी की बातों को समझ जाता हूं
मैं - अरे मेरी प्यारी मम्मी अगर मैं कमजोर होता तो आपको इतने महंगे होटल में थोड़ी लाता
और उनके गाल को चूम लेता हूं
मम्मी - अच्छा इसीलिए तो अकेले घूमने वाला था वह तो तेरे पापा ने अनजाने में अपनी मुर्गी तेरे हाथ में दे दी वरना मैं तो तुझे मिलती भी नहीं
जिसके बाद मैं अपना कान पकड़कर मम्मी से माफी मांगता हूं और कहता हूं
मैं - सॉरी मम्मी आज के बाद मैं आपको कभी भी छोड़कर कहीं नहीं जाऊंगा मुझे माफ कर दो
मम्मी - अपनी मम्मी को या अपनी मम्मी के खजाने को
मम्मी की इस बात में कटाक्ष साफ नजर आ रहा था और वह कहती भी क्यों नहीं
मैं मम्मी की इन बातों से ध्यान हटाने के लिए कहता हूं
मैं - मम्मी अभी 5:30 रहे हो हम लोग 6:00 बजे बाजार जाएंगे तुम्हारे खरीदरी करने के लिए
मम्मी मेरी बात सुनकर खुश हो जाती है और कहती है
मम्मी - मैं तब तक नहा लेती हूं
मैं - मम्मी पर आज तो तुम नहा चुकी हो
मम्मी - हां पर वो तो सुबह नहाई थी और इस गर्मी में ट्रेन पर सफर करने से कुछ पसीने भी आ गए हैं जिसके कारण मुझे अच्छा नहीं लगा
मैं - ठीक है पर दरवाजा खुला रख के नहाना
मम्मी - नहीं
मैं - प्लीज प्लीज प्लीज
मम्मी - नहीं का मतलब नहीं अगर अभी सब देख लेगा तो रात को मजा नहीं आएगा
मैं मम्मी की बात पर समझ जाता हूं और उनके बात को मान लेता हूं
फिर मम्मी नहाने के लिए बाथरूम में चली जाती है और मैं बाहर बैठकर आ गई प्लानिंग करने लगता हूं
कुछ देर बाद बाथरूम का दरवाजा खुलता है और मम्मी एक टावल पहन के बाहर आ जाती है
मैं बेड पर लेटा मम्मी को देख रहा था मम्मी ने जो टावल पहना था वह बड़ी मुश्किल से मम्मी की गांड और चूत को छुपा पा रहा था तभी मम्मी कहती है
मम्मी - तेरा तो जैकपोट लग गया मैं कपड़े ले जाने फूल गई थी
मैं - अगर यह जैकपोट है तो रात को क्या मिलेगा
मम्मी (हंसते हुए) - अच्छा व छोड़ यह बता कि कपड़े कहां है
मैं सामने रखे एक सोफे पर इशारा करता हूं जहां पर कपड़ौ का बैग रखा हुआ था
मम्मी वहां जाती है और बैग से कपड़े निकालने लगती है जब वह कपड़े निकाल लेती है तब वे बाथरूम में वापस जाने लगती है
मेरा मन तो कर रहा था मम्मी को रोको लेकिन मैं जानता था वे नहीं रुकेगी
तभी एक दुर्घटना होती है आखिर उस टावल में इतनी ताकत कहां थी कि वह मेरी मम्मी के विस्तार चुचियों के सामने टिका था
टावल का वह गांठ जिसे मां ने अपने एक चुची के पास बांधा था वह खुल जाता है जिसके कारण उन्का का टावल गिरने लगता है लेकिन मम्मी तुरंत ही उसे पकड़ लेती है
जिससे उसकी चूची तो दकी रहती है लेकिन पीछे उनकी बड़ी गांड पूरी तरह दिखने लगती है
मैं ज्यादा देखता उससे पहले ही मम्मी दौड़ते हुए बाथरूम में चली जाते हैं
मम्मी के बाथरूम में जाते ही मैं मम्मी को आवाज देता हूं
मैं - मम्मी मैं थोड़ा नीचे जा रहा हूं कुछ देर में आ जाऊंगा तब तक आप रेडी हो कर रहना
मम्मी - ठीक है जल्दी आना
जिसके बाद में नीचे होटल के मैनेजर के पास चला जाता हूं और उनसे एक कार के बारे में पूछता हूं वे मुझे रेंट पे एक कार देने के लिए रेडी हो जाते हैं
फिर मैं ऊपर अपने कमरे में चला जाता हूं जहां पर मां रेडी हो चुकी थी वे काफी हॉट लग रही थी पर वे मुझे अभी खुद को छूंने भी नहीं देती
इसलिए मैं ज्यादा समय को बर्बाद ना करते हुए मम्मी को लेकर होटल की पार्किंग में आ जाता हूं जहां पर एक ड्राइवर हमारा इंतजार कर रहा था
फिर मैं अपने इन सुनहरे फलों को याद के रूप में रखने के लिए मम्मी की कार के पास एक फोटो लेता हूं
जिसके बाद मैं और मम्मी शॉपिंग कर चले जाते हैं
जहां पर हम 3 घंटों तक शॉपिंग करते हैं मैं मम्मी के लिए क्या-क्या खरीदता हूं ये कहानी में एक सरप्राइज के रूप में रहेगा जो आगे जैसे-जैसे कहानी बढ़ेगी वैसे ही आपको पता चलते जाएगा
शॉपिंग के बाद हम होटल वापस आ जाते हैं और खाना खाकर ऊपर अपने कमरे में चले जाते हैं एक मां-बेटे के रिश्ते पर पूरी तरह बदलने
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