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Adultery मेरे यौवन सम्बन्ध अनबुझी प्यास

मेरे बारे में अपनी राय दे कैसी हूं

  • मेरी जवानी को कैसे मिलेगी चुदाई से संतुष्टि

    Votes: 6 46.2%
  • क्या मै एक असंतुष्ट महिला हूं

    Votes: 7 53.8%
  • क्या मै सही कर रही जो गैर मर्दों के साथ चुदा रही ?

    Votes: 4 30.8%
  • क्या मुझे खुल कर ऐसे हो चुदाई का आनंद लेना चाहिए ?

    Votes: 6 46.2%
  • क्या मै अपने संतुष्टि के लिए अलग अलग मर्दों से चुद रही तो क्या मै रंडी हो गई

    Votes: 1 7.7%

  • Total voters
    13

NehaRani9

मैं नेहारानी – एक असंतुष्ट औरत हूं
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Teri jaisi chudaasi Aurar ko kutiya bana ke or gaali de de ke chodna chahta hu
बहुत सुन्दर बात बोले मै इस तरह से संतुष्ट हो सकती हूं थोड़ा बहुत, मुझे कुतीया बनाना बहुत पसंद
 
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NehaRani9

मैं नेहारानी – एक असंतुष्ट औरत हूं
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कितनी देर के लिए मिल सकती हो
अगर रात में नहीं मिल सकती हो तो
आप हो कहा से,
 

NehaRani9

मैं नेहारानी – एक असंतुष्ट औरत हूं
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औरत को संतुष्ट करना एक कला है। लेकिन ज्यादा तर मर्द आए चूत खोले लंड डाले वीर्य निकला भाग लिए
 
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NehaRani9

मैं नेहारानी – एक असंतुष्ट औरत हूं
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IMG_20250220_163803नेहा मुल्लों के लण्ड परमै इसी तरह लण्ड लेती हूं चूत में कोई तगड़ा लंड मिल जाए तो, और अगर कोई मुल्ला मिले तो मै ऐसे उसके लंड पर बैठ जाती हूं । सबसे सुखद छड़ होता है मेरी चूत के लिए उस टाइम
 

NehaRani9

मैं नेहारानी – एक असंतुष्ट औरत हूं
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अभी तो जिंदगी का एंजॉय कर रही इसलिए अभी बच्चा नहीं की हूं, पति भी और मै भी मजे ले रही, पति कहना है कि मस्त मजे के बाद तुमको पेट से कर देगे अभी मजे लो।
 
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babakhosho

New Member
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अभी तो जिंदगी का एंजॉय कर रही इसलिए अभी बच्चा नहीं की हूं, पति भी और मै भी मजे ले रही, पति कहना है कि मस्त मजे के बाद तुमको पेट से कर देगे अभी मजे लो।
Moot pilaao use apna, pagla jayega
 

NehaRani9

मैं नेहारानी – एक असंतुष्ट औरत हूं
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Ek bar koi aurat ho yakoi bhi apne sima ko cross kar de to fir uske liye lautana muskil ho jata hai, mdi ek bar apni jawani ki gari me sab bhul kar ek baar chudai thi aaj tak mai bahar ke mardo se chudati chali ja rahi, suruat me hota hai ki ek bar kar li ab nahi karugi fir hota ek bar aur last hai ab nahi karugi lekin fir hota hai ek time yaisa aata hai last last karte karte pata nahi kab adat lag jati hai gair mardo ke lund ki fir bur hai vo later ho jati hai aur usko log ladahi bolne lagte hai ladahi matalab jis bur ko lund dikhe vo usi. Se kara le
 
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NehaRani9

मैं नेहारानी – एक असंतुष्ट औरत हूं
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एक बार कोई औरत हो या कोई भी अपने सिमा को क्रॉस कर दे तो फिर उसके लिए लौटाना मुश्किल हो जाता है, एक बार अपनी जवानी की गारमी में सब भूल कर एक बार चुदाई थी आज तक मै बाहर के मर्दो से चुदती चली जा रही, शुरुआत में होता है कि एक बार कर ली अब नहीं करुगी फ़िर होता एक बार और लास्ट है अब नहीं करुगी लेकिन फिर होता है एक बार और और करते करते एक टाइम ऐसा आता है लास्ट लास्ट करते करते पता नहीं कब आदत लग जाती है गैर मर्दो के लंड की फ़िर बुर बाद में हो जाती है लड़ही जो कि बिना लंड लिए नहीं रहती, और फिर उसको लोग लड़ही बोलने लगते है लड़ही मतलब जिस बुर को लंड दिखे वो उसी. से करा ले
 
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kamdev99008

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मर्दों का यही फितरत है औरत चुदाई करे गैर मर्दों से तो रण्डी की औकात है। और मर्द हर जगह मुंह मारती फिरे रंडी खाने से लेकर हर औरत को गंदी निगाह से तो इनको कोई क्या कहेगा बताना जरूर
छिनरा कहते हैं
मर्द मस्ती खोर और औरत रंडी वाह मर्दों आपकी दुनिया अजीब है
सिर्फ रण्डियों को ही मस्तीखोर लगता है
बाकी दूसरे मर्दों को चाहे वो खुद कितने ही लुगाईबाज हों, दूसरे लुगाईबाज को अपनी पत्नी, बहन, बेटी छोड़ो मॉं तक से दूर रखते हैं। घर में बुलाना तो छोड़ो घर के सामने भी खड़े नहीं होने देते.... चाहे कितना ही खास दोस्त या रिश्तेदार हो।

सिर्फ कुकोल्ड चूतिये ही उन्हें मस्तीखोर मानते होंगे

आपको ये बातें बताकर आपके चोदू यार ही चूतिया बनाते होंगे, जैसे आप अपने खसम को चूतिया बनाये हैं
औरत को संतुष्ट करना एक कला है। लेकिन ज्यादा तर मर्द आए चूत खोले लंड डाले वीर्य निकला भाग लिए
आपको कलाकार तो मिला ही नहीं अब तक, सब मजदूर मिले हैं जो छिले-बिना छिले गन्ने कोल्हू में डालकर रस निकाल के चलते बने..... तभी तो प्यासी हो

लण्ड और गन्ने में यही अंतर होता है गन्ने मोटाई, लम्बाई और रस से परखे जाते हैं और लण्ड चुदाई की कला से
जैसे कोल्हू हर गन्ने को डलवा के रस निकाल देता है, किसी भी मजदूर से

लेकिन चूत, चोदने वाले की चाहत, नियत और ताकत (स्टैमिना) से संतुष्ट होती है...जो मजदूरी नहीं....कलाकारी है
 
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