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श्वेता प्रीती दीदी और मैं हम तीनों एक ही सीट पे बैठे हुए थे श्वेता खिड़की वाली सीट पे थी प्रीती दीदी बीच में और मैं कोने पे उनके पास श्वेता ने प्रीती दीदी "अच्छा सुन
प्रीती आज मैं दिन में आउंगी तेरे घर तुझसे एक मेटर पे बात करनी है " प्रीती दीदी ने पूछा "कौनसा किस बात पे बता " श्वेता थोडा मुस्कुराते हुए बोली "यहाँ नहीं घर पे ही बताउंगी
जब आऊँगी" प्रीती दीदी बोली "ठीक है आ जाना" और श्वेता खिड़की से बाहर देखने लगी और मैं सोचने लगा की प्रीती दीदी और श्वेता आज धीरे धीरे क्या बातें कर रहे थे और श्वेता
क्यों आना चाहती है आज घर पे मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था फिर मैं सोचने लगा की प्रीती दीदी को कब और कैसे चोदा जाये मैं उन्हें अब बहुत जल्दी चोदना चाहता था वो
बहुत बार मेरा लंड चूस चुकी थी और मैं उनकी चूत चाट चुका था अब बस चुदाई ही बची थी और प्रीती दीदी भी मुझसे चुदवाने के लिए मचल रही थी लेकिन सही मौका ही नहीं
मिल रहा था मैं सब यही सोच रहा था तभी मेरी नजर नीचे की तरफ गयी प्रीती दीदी की ग्रीम स्कर्ट उनके बैठने की वजह से थोड़ी ऊपर हो गयी थी और उनका गोरा घुटना और उसके थोडा
सा ऊपर का हिस्सा दिख रहा था मैंने अपना हाथ प्रीती दीदी के घुटने पे रख दिया और उसे सहलाने लगा और उसे सहलाते हुए धीरे धीरे अपना हाथ उनकी स्कर्ट के अंदर लेके जाने लगा
तभी श्वेता ने अपनी गर्दन घुमाई और मैंने अपना हाथ जल्दी से निकाल लिया प्रीती दीदी ने धीरे से मेरे कान में कहा "पागल है क्या सोनू मत कर ऐसा कुछ भी" फिर हम दोनों
हमारा स्टॉप आने का वेट करने लगे थोड़ी देर बाद हमारा स्टॉप आ गया प्रीती खड़ी हुई और बोली "चल श्वेता बाय तू आ जाना घर पे " श्वेता बोली "हाँ प्रीती चल ओके बाय" और हम
दोनों बस से उतर गए और घर की तरफ जाने लगे रास्ते में प्रीती दीदी मुझसे बोली "सोनू तू भी ना क्या करता है कभी भी कहीं भी किसी ने कुछ देख लिया ना तो हम दोनों सोच भी
नहीं सकते की क्या होगा मैं तेरी गर्लफ्रेंड नहीं हूँ बड़ी बेहेन हूँ हमें ये सब सबसे छुपा के रखना है ध्यान रखा कर आस पास का अगर श्वेता देख लेती तो" मैंने कहा "हाँ दीदी मैं ध्यान
रखूँगा अब से" थोड़ी देर में हम घर पहुँच गए मम्मी ने गेट खोला और बोली आ गए बच्चों प्रीती दीदी बोली "हाँ यार मम्मा बहुत भूख लगी है खाना लगाओ ना" मम्मी बोली
"हाँ बेटा तुम दोनों फटाफट कपडे चेंज करलो मैं खाना लगा देती हूँ " हम दोनों ने कपडे चेंज किये प्रीती दीदी ने स्कूल यूनिफार्म चेंज करके वी नेक का रेड कलर का टॉप और ब्लू कलर की जींस
पहन ली थी उन्हें देख के मम्मी बोली "अरे प्रीती जींस टॉप क्यों पेहेन लिया कहीं जाना है क्या" प्रीती दीदी बोली "नहीं मम्मा वो श्वेता आने वाली है घर पे कह रही थी की कुछ
काम है शायद मार्किट का होगा तो मैंने पहले ही कपडे पेहेन लिए कौन चेंज करता बार बार" मम्मी बोली "अच्छा चल आजा खाना खा ले" और वो खाना खाने बैठ गए मम्मी और
प्रीती दीदी खाना खाते हुए बातें कर रही थी
लेकिन मेरे दिमाग में बस एक ही बात चल रही थी ली श्वेता आखिर क्यों आ रही है घर क्योंकि वो आज तक हमारे घर नहीं आई थी हमेशा प्रीती दीदी को अपने घर बुलाती थी मैंने सोचा देखते है
की क्यों आ रही है फिर मैंने सोचा की प्रीती दीदी को कैसे चोदा जाये और प्रीती दीदी तो वेसे ही चुदवाने को तैयार थी लेकिन जगह नहीं थी प्रीती दीदी को घर के अलावा और कहीं चोदना
पॉसिबल नहीं था हम दोनों वेसे तो अकेले सोते थे रात को एक रूम में लेकिन गेट लॉक नहीं कर सकते थे और बिना गेट लॉक किये चुदाई करने में बहुत ज्यादा रिस्क था और
वेसे भी जब किसी के आ जाने का डर हो तो चुदाई करने में इतना मजा भी नहीं आता मैं यही सब सोच रहा था थोड़ी देर में खाना खाके सब उठ गए और मैं जाके हमारे रूम में टेबल पे र
रखे हुए लैपटॉप को ओन करके बैठ गया और इंटरनेट सर्फ करने लगा तभी मुझे याद आया की मेरे पास काफी सारी इंसेस्ट स्टोरीज और इंसेस्ट क्लिप्स है एक फोल्डर में मैने सोचा
की अगर ये सब में प्रीती दीदी को दिखा दूं तो वो गरम भी हो जाएँगी और शाम को मजा भी आ जाएगा और उन्हें थोडा पता भी चल जाएगा की लंड कैसे चूसते है चुद्वाते कैसे
हैं तो मैंने एक फोल्डर बनाया "सोनू प्राइवेट" के नाम से मैंने फोल्डर को g:ड्राइव में रखा उस ड्राइव में ज्यादातर चीज़े प्रीती दीदी की थी मैंने फोल्डर का इसीलिए ऐसा नाम रखा
ताकि नाम पढ़ के प्रीती दीदी उसे खोले बिना ना रह पाए और उसमे एक इंसेस्ट मूवी डाल दी जिसमे एक भाई जब उसकी बेहेन सो रही होती है तब उसके बोबे दबाता है उसके हाथ से
अपना लंड सह्लवाता है और फिर एक दिन अपनी बेहेन की काफी में नींद की गोली मिला कर उसे चोद भी देता है ये इंसेस्ट मूवी बहुत ही सेक्सी थी और मुझे पता था की अगर प्रीती
दीदी इस मूवी को देख लेती तो वो इतनी गरम हो जाती की कहीं भी चुदवाने को तैयार हो जाती फिर मैं नेट सर्फ करने लगा तभी प्रीती दीदी आयी मेरे पास बैठ गयी और बोली
यार खाना खाने के बाद आज घर में हल्की हल्की ठंडक सी लग रही है फिर उन्होंने अलमारी खोली और उसमे से अपना एक ब्लू और पिंक कलर का पतला सा स्टाल निकाला
और उसे ओढ़ लिया और मेरे पास आके बोली "सोनू क्या कर रहा है लैपटॉप पे भाई मुझे थोड़ी देर यूज़ करने देना" मैंने कहा "ठीक है" और मैं लैपटॉप उठ गया और प्रीती दीदी की
राईट साइड वाली कुर्सी पे उनके पास बैठ गया मैंने उनके कान में कहा "दीदी बड़ी सेक्सी लग रही हो रेड वी नेक वाले टॉप में" प्रीती दीदी बोली "हाँ अब बोल दे की टॉप उतार दूं
या उसे नीचे से ऊपर कर दूं या उसका गला खींच के नीचे कर दूं है ना" मैंने हँसते हुए कहा "दीदी मैंने तो कहा नहीं ऐसा मैं तो बस आपकी तारीफ कर रहा था चलो स्टाल हटाओ ना
आपका" वो बोली "चुप कर मम्मी है" मैंने कहा "दीदी अंदर कौनसी ब्रा पेहेन रखी है" वो बोली "वहीँ है जो तूने स्कूल में देखी थी"मैंने कहा "चेंज नहीं की" वो बोली "हाँ दिन भर
बस ब्रा पेंटी चेंज करती रहूँ तेरे लिए कितनी बार चेंज करूँ तू तो हर पेंटी गन्दी कर देगा" मैंने हँसते हुए कहा "हाँ दीदी वो तो है दिखाओ ना सामने से टॉप का गला चौड़ा कर
के" उन्होंने कहा "हे भगवान मेरे सारे टॉप के गले ढीले कर देगा तू तो" और वो हंसने लगी मैंने अपनी चेयर से खड़ा हुआ और उनकी चेयर के पीछे जाके खड़ा हो गया और
उनके स्टाल पे से उनके बोबे दबाने लगा तभी घर की बेल बजी प्रीती दीदी बोली "अरे सोनू गेट खोल शायद श्वेता आई होगी" मैं गेट खोलने चला गया और श्वेता अंदर आयी
बड़ी सेक्सी लग रही थी ब्लैक और ब्लू चेक्स की शर्ट जिसका ऊपर का बटन खुला हुआ था उनकी शर्ट में से उनके बोबे थोड़े से बाहर निकले हुए थे श्वेता के बोबे प्रीती दीदी से थोड़े छोटे थे
ब्लू कलर की जींस नीचे ब्लू वाइट कलर के स्पोर्ट शूज हलके ढीले से बाल जिसे उन्होंने क्लिप से बांध रखा था गोरे चिकने चेहरे पर ब्लैक गोगल्स कान में ब्लैक कलर के टॉप्स उनका लुक काफी सेक्सी और फंकी था
मुझे देख के वो बोली "और हीरो कहाँ है तेरी दीदी" मैंने कहा "श्वेता दीदी प्रीती दीदी हमारे वाले रूम में है" वो हमारे रूम में जाने लगी और मैं पीछे से उनकी ब्लू चिपकी हुई जींस
में से उनकी बाहर निकली हुई सेक्सी गांड को देख रहा था श्वेता की गांड बड़ी सेक्सी थी शायद उनका फिगर 32-28-34 होगा मैं भी उनके पीछे पीछे हमारे रूम में चला गया
प्रीती दीदी को देख के श्वेता बोली "क्या रही है नेट पे सेक्सी आइटम कहीं वो वाली साइट्स तो नहीं देख रही अकेले अकेले" प्रीती दीदी ने उसे आँख दिखाई शायद ये बताने
के लिए की मैं उनके पीछे ही हूँ वो बोली "कम बोल और सुना क्या बात है बड़ी टशन में आई है कहीं अपने बॉयफ्रेंड के साथ जा रही है क्या" श्वेता बोली "हाय यार मेरी कहाँ एसी किस्मत
की कोई मेरा बॉयफ्रेंड बन जाये" और वो दोनों हंसने लगे प्रीती दीदी बीच वाली चेयर पे बैठ गयी वापस श्वेता ने अपना गोगल उतारा और उसे अपने शर्ट के खुले हुए बटन पर टांग लिया और
उनकी लेफ्ट साइड वाली चेयर पे और मैं प्रीती दीदी की राईट साइड वाली चेयर
पे बैठ गया प्रीती दीदी बोली "और सुना श्वेता" श्वेता बोली "और क्या कर रही थी" प्रीती दीदी बोली "कुछ नहीं तू सुना" श्वेता बोली "अरे यार तू कहाँ थी आज लास्ट वाले पीरियड में
लाइब्रेरी में तो तू थी नहीं मैंने कितना ढूंढा तुझे बट तू मिली ही नहीं" प्रीती दीदी बोली "अरे लाइब्रेरी में ही तो थी वो पीछे शेल्फ की साइड हौंगी" श्वेता बोली "ह्म्म्म अच्छा सुन
यार मुझे तुझसे कुछ नोट्स की बात करनी थी" और उन्होंने कुछ पेपर्स निकले तभी दो तीन पेपर नीचे गिर गए और श्वेता उसे उठाने के लिए नीचे झुकी और उनकी शर्ट के गले
से मुझे अंदर का नजारा दिख गया श्वेता ने अंदर ब्लैक कलर की ब्रा पेहेन रखी थी उन्होंने शर्ट का बटन खोल रखा था और उसपे अपना गोगल टांग रखा था इस कारण
झुकने से उनकी शर्ट का गला और ज्यादा लटक गया अंदर का नजारा बहुत ही सेक्सी था श्वेता के गोरे गोरे बदन और बोबो पे काली ब्रा बहुत ही सेक्सी लग रही थी जितनी
देर तक वो झुक के पेपर उठाने लगी उतनी देर तक मैं उनके बोबे निहारता रहा जब श्वेता झुकी हुई थी तो मैंने उसी समय उनके बोबे निहारते हुए प्रीती दीदी की स्टाल के
अंदर हाथ डाल दिया और तभी श्वेता ने भी पेपर उठा लिए पेपर उठाने के बाद वो दोनों बातें करने लगी लेकिन मेरा हाथ प्रीती दीदी की स्टाल के अंदर था श्वेता प्रीती दीदी की साइड वाली चेयर
पे बैठी थी तो उसे इस बात का अंदाज़ा नहीं था मेरा हाथ प्रीती दीदी की गरम गरम स्टाल के अंदर था मैंने अपना हाथ उनके रेड टॉप पे रखा और उनके बोबे धीरे धीरे अपने हाथ से
सहलाने लगा मेरा लंड खड़ा हो चुका था मैं प्रीती दीदी की स्टाल के अंदर से उनके बोबे सहला रहा था और प्रीती दीदी आराम से श्वेता से बातें कर रही थी वो भीमेरा हतः बाहर नहीं निकल सकती थी
क्योंकि श्वेता को पता चल जाता मैंने उनके टॉप पे से उनके एक बोबे को अपने हाथ में लिया और उसे दबाने लगा मैं प्रीती दीदी के बस एक बोबे को ही दबा सकता था
मैं उनके बोबे को उनके टॉप पे से दबा रहा था उनकी स्टाल के अंदर से थोड़ी देर तक उनका बोबा दबाने के बाद मैंने अपना हाथ उनके टॉप के नीचे की तरफ किया और नीचे से उनके टॉप
के अंदर हाथ डाल दिया अब मेरा हाथ प्रीती दीदी की स्टाल के अंदर से उनके रेड टॉप के अंदर था मेरा लंड पूरी तरह से खड़ा हो चुका था मैंने टॉप के अंदर से उनकी ब्रा पे से
उनके बोबे दबाना चालू किया प्रीती दीदी बिना किसी रिएक्शन के श्वेता से बातें कर रही थी जबकि उसी समय मेरा हाथ उनकी ब्रा के ऊपर उनके बोबे पे था जिसे मैं दबा रहा था
थोड़ी देर तक उनकी ब्रा पे से उनके बोबे दबाने के बाद मैंने उनकी ब्रा के एक कप को नीचे कर दिया अब प्रीती दीदी का नंगा बोबा मेरे हाथ में था प्रीती दीदी का निप्पल बिलकुल टाइट खड़ा
हुआ था मैंने उनके निप्पल पे अपनी ऊँगली रखी और उनके खड़े हुए निप्पल को अपनी ऊँगली से गोल गोल घुमाने लगा फिर उनके नंगे बोबे को दबाने लगा मुझे बहुत मजा आ रहा
था कोई भी प्रीती दीदी को देख के ये नहीं कह सकता था की अभी इनके स्टाल के नीचे इनके नंगे बोबे मेरे हाथ में है मैं उनके नंगे बोबे को दबा ही रहा था की तभी मम्मी रूम में
आ गई श्वेता खड़ी हुई मम्मी से नमस्ते करने के लिए इतने में प्रीती दीदी ने मेरा हाथ अपनी स्टाल से बाहर निकाल दिया और फटाफट अपनी स्टाल के अंदर हाथ डाल
के अपनी ब्रा को ठीक किया मम्मी आके बोली "और श्वेता कैसी है कहाँ रहती है आज कल आती नहीं है" श्वेता बोली "बस आंटी ठीक हूँ वो आना नहीं होता ज्यादातर प्रीती
आ जाती है ना मेरे घर पे" थोड़ी देर तक मम्मी प्रीती दीदी और श्वेता बातें करते रहे और तभी मैंने श्वेता और प्रीती दीदी की सीक्रेट बातें सुनने के लिए लैपटॉप में वेबकैम का सॉफ्टवेर
ओन कर दिया और उसे मिनी माइज कर दिया ताकि किसी को पता ना चले थोड़ी देर बाद मम्मी चली गयी श्वेता प्रीती दीदी को कोने में लेके गयी और फिर प्रीती दीदी मेरे पास आई और बोली "सोनू तू रूम से बाहर जा थोड़ी देर हमें
कुछ बात करनी है" मैंने कहा "ठीक है दीदी" और मैं रूम के बाहर चला गया और प्रीती दीदी ने गेट बंद ढलका लिया मुझे उनकी बातों की आवाज तो आ रही थी लेकिन कुछ सुनाई
नहीं दे रहा था की वो लोग क्या बातें कर रही है मैंने सोचा रहने दो वेसे भी सब लैपटॉप में रिकॉर्ड तो हो ही जाएगा और मैं जाके सो गया शाम को मेरी नींद खुली मैंने मम्मी से
पूछा "मम्मी प्रीती दीदी कहाँ है" वो बोली "प्रीती और श्वेता मार्किट गए है" मैंने कहा "ठीक है" और फटाफट हमारे रूम में गया लैपटॉप ऑफ था मैंने सोचा की कहीं प्रीती दीदी
लैपटॉप ऑफ तो नहीं कर दिया मैंने उसकी स्क्रीन ऊपर की तो वो ओन हो गया मैंने देखा वो सॉफ्टवेर अभी तक ओन था मैंने देखा उसपे तीन घंटे की रिकॉर्डिंग हो चुकी थी
मैंने उसे पीछे किया और रिकॉर्डिंग सुनना स्टार्ट किया :
प्रीती दीदी - हाँ श्वेता क्या हुआ क्या सीक्रेट बात करनी है तुझे
श्वेता - आज सुबह तू बस में सो रही थी क्या
प्रीती दीदी - नहीं तो क्यों
श्वेता - मैंने पीछे पलट के देखा था तो तेरी आँखें बंद थी
प्रीती दीदी - अरे वो तो ऐसे ही
श्वेता - सच सच बता ना यार
प्रीती दीदी - अरे क्या बताऊँ नहीं सो रही थी
श्वेता - वो नहीं कह रही
प्रीती दीदी - तो फिर
श्वेता - एक बात पूछु सच सच बताएगी
प्रीती दीदी - हाँ पूछ
श्वेता - तेरे और सोनू के बीच कुछ है क्या
प्रीती दीदी - मतलब
श्वेता - ज्यादा भोली मत बन बता ना कुछ है क्या
प्रीती दीदी - क्या होगा तू बता कुछ नहीं है
श्वेता - मतलब वो लवर्स वाला
प्रीती दीदी - पागल है क्या भाई है वो मेरा
श्वेता - अच्छा अगर तेरा भाई है वो तो सुबह बस में उसका एक हाथ तेरी शर्ट में और दूसरा हाथ तेरी स्कर्ट में कैसे था
श्वेता - अरे यार मुझे सब पता है मैं सुबह बस में तुझसे कुछ बात करने आ रही थी लेकिन देखा तो तुम दोनों इतने मजे से सब कर रहे थे वाओ यार तेरे चेहरे से ही पता चल रहा था
की तुझे कितना मजा आ रहा है उसकी फिंगर तेरी वेजिना में थी ना
प्रीती दीदी - यार तू किसी को बताएगी तो नहीं ना मैं तुझे सब समझा दूंगी ये सब एक दिन अचानक हो गया था
श्वेता - अरे टेंशन ना ले यार मैंने तो खुद एक दिन मेरे छोटे भाई का लंड पकड़ा था खड़ा हुआ था सुबह सुबह मैंने उसके लंड को सहलाया और उस से पूछा मजा आ रहा है तो यो
स्टुपिड डर गया और बोला श्वेता दीदी ऐसा मत करो ये गन्दी जगह है उसके बाद से मैंने कुछ नहीं किया की कहीं ये डफर मेरी मम्मी को ना बोल दे कुछ
प्रीती दीदी - ह्म्म्म
श्वेता - लेकिन तू तो कितनी लकी है यार तेरा छोटा भाई तुझे कितने मजे देता सुबह तुझे मजे लेते देख के तो मेरी पेंटी गीली हो गई थी
प्रीती दीदी - ह्म्म्म
श्वेता - अरे यार क्या हुआ तुझे टेंशन मत ले यार मैं तो खुद यही सोचती हूँ की छोटा भाई हो और उसके साथ ऐसा कुछ हो तो सही रहता है घर में ही मजे करो आज कल दूसरे
लडको पे भरोसा करो और साले उलटी सीढ़ी फोटो खींच ले तो और प्रॉब्लम
प्रीती दीदी - तो तेरा तो समीर के साथ था ना क्या हुआ
श्वेता - अरे साला कमीना है वो यार एक तो हमेशा कभी प्ले ग्राउंड कभी लैब कभी क्लास एसी खाली जगहों पे ले जाके मजे लेता है उस से कोई प्रॉब्लम नहीं है बट यार वो हर बार
मोबाइल निकाल के मेरी पिक लेने की कोशिश करता है कभी ब्रा में कभी शर्ट के बटन खुले हुए मेरा झगड़ा उस से इसी बात पे होता है मैं नहीं चाहती की यो मेरी एसी पिक्स ले
लेकिन वही नाटक है ना मना करो तो झगड़ा होता है यार क्या भरोसा किसी का कल को किसी को दिखा दे या ब्लैकमेल करने लग जाए तो
प्रीती दीदी - हाँ यार वो तो है
श्वेता - तभी तो सबसे सेफ है अगर अपने ही भाई के साथ हो जाए तो मजे भी लो बिना किसी टेंशन के साला आजकल एक तो पता नहीं लडको को क्या हो गया है करंगे कम
फोटो ज्यादा खींचते है फिर इनकी कोई भी डिमांड नहीं मानो तो बस गुस्से में वही की तेरी पिक है मेरे पास साले खुद तो मजे लेते ही है साथ में अपने फ्रेंड्स को भी करवाते है
इसीलिए मेरा तो यही सोचना है की इन सब चीजों में अपना घर ही सेफ है
प्रीती दीदी - हम्म्म्म मुझे तो पता ही नहीं था तेरी एसी सोच के बारे मे
श्वेता - मुझे भी कहाँ पता था की तू अपने भाई से करवाती है
प्रीती दीदी - ओये कुछ करवाया नहीं है अभी
श्वेता - क्यों अभी तक फकिंग नहीं हुई क्या
प्रीती दीदी - नहीं
श्वेता - क्यों
प्रीती दीदी - मौका ही नहीं मिला दो बार मम्मी से बच गए
श्वेता - अच्छा एक बात बताऊँ
प्रीती दीदी - हाँ बोल
श्वेता - आज सोनू ऊपर लैब में कैसे तेरी वेजिना लिक कर रहा था यार
प्रीती दीदी - तुझे कैसे पता
श्वेता - अरे जब से मैंने तुम दोनों को देखा है सुबह से बस में तब से मैं तेरा बहुत ध्यान रख रही थी की तू कहाँ कहाँ जा रही है और तेरा पीछा करते हुए मैंने ऊपर सब कुछ देखा
यार मेरी पूरी पेंटी ऐसे गीली हो गई जैसे तो किसी ने पानी डाल दिया है
प्रीती दीदी - हाहाहाहाहाहा
श्वेता - सोनू कैसे तेरी वेजिना चाट रहा था यार और तू कैसे उसका पेनिस सक कर रही थी लिक कर रही थी यार मेरी वेजिना तो आज तक चाटी ही नहीं किसी ने
प्रीती दीदी - ह्म्म्म तो तूने चूस रखा है क्या
श्वेता - हाँ यार समीर के कारण जबरदस्ती चुस्वाया था उसने
श्वेता - प्रीती एक बात बोलू
प्रीती दीदी - हाँ बोल ना
श्वेता - तुझे पता है तान्या के साथ क्या हुआ था
प्रीती दीदी - क्या
श्वेता - अरे उसका bf उसे अपने घर लेके गया रात को और लाइट्स बंद कर दी और उन्होंने सेक्स किया लेकिन तान्या मुझसे कह रही थी की उसे ऐसा फील हुआ की उस रात
बेड पे उनके साथ कोई तीसरा भी था जिसने तान्या को फक किया था
प्रीती दीदी - क्या !!! ये कैसे हो सकता है यार
श्वेता - हाँ यार और फिर जब उसका ब्रेक उप हुआ ना तो उसके bf ने उसे कहा की तुझे तो मेरे दोस्त भी फक कर चुके है जब मैंने लाइट्स बंद की थी
प्रीती दीदी - कैसे होते है यार ये लड़के
श्वेता - मैं सोच रही थी की अगर ऐसा अपने साथ भी हो तो
प्रीती दीदी - क्या ??? क्या कह रही है तू पागल तो नहीं है
श्वेता - अरे प्रीती सुन तो यार मेरी वेजिना आज तक किसी ने लिक नहीं की और मैं वेजिना लिकिंग की बात को सोचते ही बहुत एक्साइटेड हो जाती हूँ जबसे मैंने सोनू को देखा
है तेरी चूत चाटते हुए तब से मेरी भी यही इच्छा है की सोनू मेरी भी चूत चाटे
श्वेता - अरे सॉरी यार वो गलती से वेजिना की जगह चूत निकल गया
प्रीती दीदी - कोई बात नहीं श्वेता लेकिन ये पॉसिबल नहीं होगा
श्वेता - क्यों यार
प्रीती दीदी - अरे पागल है क्या मैं सोनू से क्या बोलूंगी की मेरी फ्रेंड को सब पता है इसीलिए इसकी वेजिना लिक कर सोच तो सही
श्वेता - अरे सुन ना मेरा कहने का मतलब ये है की एक रात एक बेड पे तू , मैं और सोनू तीनो होंगे तू सोनू से कहना की आज रात को तुम लोग करोगे मेरे सो जाने के बाद
फिर तू उसके साथ करना लेकिन जब वो तेरी वेजिना लिक करे तब हम कैसे भी करके साइड बदल ले और वो मेरी वेजिना लिक करे ये सोच के की वो तेरी कर रहा है मुझे और
कुछ नहीं चाहिए मैं बस उस से अपनी चूत चटवाना चाहती हूँ और बदले में मैं तुझे जगह दूंगी उस से चुदवाने के लिए
प्रीती दीदी - यार नहीं होगा पॉसिबल श्वेता बहुत बड़ी प्रॉब्लम हो जाएगी
श्वेता - अरे होगा देख अपन तीनो एक बेड पे सोएंगे तू सोनू के साथ शुरुआत करना फिर बीच में जैसे ही वो तेरी चूत चाटने के लिए नीचे जाएगा तू उस से कहना की तुझे ऐसा लगा की
श्वेता की नींद खुली है ....
श्वेता - अरे सॉरी यार वो गलती से वेजिना की जगह चूत निकल गया
प्रीती दीदी - कोई बात नहीं श्वेता लेकिन ये पॉसिबल नहीं होगा
श्वेता - क्यों यार
प्रीती दीदी - अरे पागल है क्या मैं सोनू से क्या बोलूंगी की मेरी फ्रेंड को सब पता है इसीलिए इसकी वेजिना लिक कर सोच तो सही
श्वेता - अरे सुन ना मेरा कहने का मतलब ये है की एक रात एक बेड पे तू , मैं और सोनू तीनो होंगे तू सोनू से कहना की आज रात को तुम लोग करोगे मेरे सो जाने के बादफिर तू उसके साथ करना लेकिन जब वो तेरी वेजिना लिक करे तब हम कैसे भी करके साइड बदल ले और वो मेरी वेजिना लिक करे ये सोच के की वो तेरी कर रहा है मुझे औरकुछ नहीं चाहिए मैं बस उस से अपनी चूत चटवाना चाहती हूँ और बदले में मैं तुझे जगह दूंगी उस से चुदवाने के लिए
प्रीती दीदी - यार नहीं होगा पॉसिबल श्वेता बहुत बड़ी प्रॉब्लम हो जाएगी
श्वेता - अरे होगा देख अपन तीनो एक बेड पे सोएंगे तू सोनू के साथ शुरुआत करना फिर बीच में जैसे ही वो तेरी चूत चाटने के लिए नीचे जाएगा तू उस से कहना की तुझे ऐसा लगा की श्वेता की नींद खुली है और तू मुझे चेक करने के बहाने मेरी तरफ आना रूम में एक दम अँधेरा होगा और जैसे ही तू मेरे पास आएगी मैं फटाफट तेरी जगह पे लेट जाउंगी
प्रीती दीदी - अच्छा ये सब इतना आसान नहीं है उसे क्या पता नहीं पड़ेगा हमारे कपड़ो से बेड पे जो हरकत होगी उस से
श्वेता - अरे यार नहीं पड़ेगा देख हम दोनों ही उस रात को कैपरी और टॉप में रहेंगे वो तेरी जगह मेरी कैप्री उतार देगा ना और मेरी चूत चाट लेगा
प्रीती दीदी - तू मरवाएगी यार
श्वेता - अरे कुछ नहीं होगा एक दम सही प्लान है देख हम तीनो रात को मेरे रूम में होंगे ओके फिर लाइट्स बिलकुल ऑफ़ होगी तू सोनू से कहना की तेरा बहुत मूड है आज और तू करना चाहती है लेकिन मेरे सोने के बाद फिर थोड़ी देर तक हम दोनों सोने का नाटक करेंगे फिर थोड़ी देर बाद तू सोनू को कहना की लगता है श्वेता सो गई है और तू उसके हाथ फेरना स्टार्ट करना फिर तू उसके ऊपर लेट जाना और उसे किस विस करना फिर जैसे वो नीचे जाने लगे और तेरी कैप्री उतारने लगे तू उस से कहना की सोनू दो मिन रुक
वापस साइड में लेट जा तुझे ऐसा लगा है की श्वेता उठी हुई है और तू उसे चेक करने जा रही है फिर हम उसी समय साइड बदल लेंगे और मैं सोनू को वापस अपने हाथ से पकड़ कर अपने ऊपर लिटा लूंगी और फिर वो नीचे जाएगी मेरी कैप्री और मेरी पेंटी उतार के मेरी वेजिना लिक करेगा
प्रीती दीदी - अच्छा और अगर उसने तुझे किस किया तेरा टॉप ऊपर करके तेरी ब्रा खोल दी और तुझे पूरी नंगी करके तुझे फक करने को रेडी हो गया तो
श्वेता - नहीं डफर मैं उसे मना कर दूंगी की बस मेरी वेजिना लिक कर पास में श्वेता है फकिंग नहीं कर सकते अपन
प्रीती दीदी - और अगर उसने तुझे अपना पेनिस सक करवाया तो
श्वेता - अरे ऐसा नहीं होगा ना यार
प्रीती दीदी - अगर हुआ तो
श्वेता - लुक यार इफ यू हवे प्रॉब्लम थेन टेल मी डायरेक्टली मुझे जरुरत है नहीं पड़ती अगर मेरा भाई रेडी हो जाता तो
प्रीती दीदी - अरे गुस्सा क्यों हो रही है यार मैंने मना तो नहीं किया ना मैं बस सिक्योर होना चाहती हूँ
श्वेता - कुछ नहीं होगा बिलीव मी ट्रस्ट मी
प्रीती दीदी - ओके और फिर तू हमारा सीन कैसे मैनेज करेगी मीन्स सोनू और मेरा
श्वेता - देख मेरे घर पे कोई होगा नहीं तभी ही मैं तुम्हे बुलाउंगी मैं किसी काम से बाहर चली जाउंगी तब तुम कर लेना अकेले
प्रीती दीदी - हम्म्म्म फिर पहली तू अपनी लिक करवाएगी या हमारा सीन रखेगी
श्वेता - जैसा तू बोले
प्रीती दीदी - कब का करना है
श्वेता - आज रात को
प्रीती दीदी - वाट !! आज कैसे
श्वेता - अरे आज मेरे पापा मम्मी बाहर जा रहे है साथ में मेरा भाई भी मैं घर में बिलकुल अकेली हूँ और मैंने मेरी मम्मी से कह भी दिया है की मैं रात को सोने प्रीती को बुला लुंगी
प्रीती दीदी - हाँ और मैडम आपको क्या लगता है की मेरी मम्मी हम दोनों को तेरे घर पे रुकने को अलाव कर देंगी
श्वेता - बिलकुल मैंने मेरी मम्मी को बोल दिया है वो तेरी मम्मी को कॉल कर देंगी
प्रीती दीदी - अरे क्या पूरी तयारी से आई है क्या तू
श्वेता - बिलकुल पूरी प्लानिंग सही है
प्रीती दीदी - ठीक है फिर
श्वेता - ह्म्म्म चल अब बता तेरे पास नोट्स है ना अरे ये क्या है तेरे ड्राइव में सोनू के नाम का फोल्डर
प्रीती दीदी - नहीं यार कहाँ दिखा हो ही नहीं सकता ये तो मेरी ड्राइव है
श्वेता - ये देख सोनू प्राइवेट के नाम से क्या है इसमें .....ओह....इसमें तो वो वाली मूवी है यार प्रीती ....
(और दोनों ने मूवी ओन की और देखने लगे मेरे प्लान के हिसाब से और दोनों कुछ बोल नहीं रही थी )
थोड़ी देर बाद ...
श्वेता - वाओ यार आई एम फीलिंग सो मच एक्साइटेड और प्रीती तू
प्रीती दीदी - हाँ यार मैं भी लेकिन ये मेरी ड्राइव में कहाँ से आई
श्वेता - सोनू ने तो नहीं डाली
प्रीती दीदी - डफर वो क्यों डालेगा हम तो कर रहे है सब वेसे ही
श्वेता - ह्म्म्मम्म चल छोड़ ना आज का प्लान फाइनल है मैं पहली तेरी मम्मी से बात करती हूँ फिर अपन मार्किट चलेंगे
(और उनकी बात खत्म हो गई )
मैंने सोचा की क्या प्रीती दीदी ने मुझे अपनी फ्रेंड के साथ शेयर करने की प्लानिंग की मतलब उन्होंने भी वही किया जो राज उनके साथ करना चाहता था उनकी बातें सुन के मेरा लंड खड़ा हो चुका था मुझे पता था की आज रात को मुझे सेक्सी श्वेता का सेक्सी जिस्म मिलने वाला था लेकिन सबसे बड़ा ट्विस्ट ये था की उन दोनों को नहीं पता था की मुझे उनकी प्लानिंग के बारे में पता है मैंने भी सोच लिया था की आज रात को मुझे क्या करना है मैं सोचने लगा की श्वेता नंगी कैसे दिखेगी उसके बोबे कैसे होंगे उसके निप्पल कैसे होंगे क्या उसकी चूत पे बाल होंगे वो कैसे पैटर्न वाली ब्रा और पेंटी पहनती होंगी यही सब सोच सोच के मेरा लंड पूरी तरह से तन चुका था मैंने लैपटॉप ऑफ़ कर दिया थोडा थोडा अँधेरा हो गया था थोड़ी देर में प्रीती दीदी और सेक्सी श्वेता मार्किट से आ गयी प्रीती दीदी ने जींस टॉप पेहेन रखा था और श्वेता ने वही जींस और चेक वाली शर्ट जिसके अंदर ब्लैक ब्रा थी जिसकी झलक मैंने देखी थी जब यो पेपर उठाने झुकी थी फिर हम तीनो रूम में बैठ गए और मम्मी चाय लेकर आई मैं बस श्वेता को ही नहरे जा रहा था आखिर
आज रात को वो नंगी होने वाली थी मैं उसकी आंखें उसकी शर्ट में से बाहर निकले उसके बोबे उसके टाइट जींस में से बाहर नीकली उसकी टाइट सेक्सी गांड उसके नरम रसीले होंठ ये सब देख रहा था श्वेता भी बीच बीच में मेरी तरफ देख रही थी तभी मम्मी ने कहा "प्रीती सोनू आज तुम दोनों को रात को श्वेता के घर रुकना है उसके घरवाले बाहर गए हुए है कल शाम तक आएँगे तो रात में तुम सब साथ ही सो जाना और ज्यादा मस्ती मत करना ओके" श्वेता बोली "हाँ आंटी ..तो प्रीती मैं तुझे लेने आऊँ रात को" प्रीती दीदी बोली "नहीं हम दोनों आ जायंगे स्कूटी से खाना खाके रात को " श्वेता बोली "अरे यार मेरे घर ही खा लेना ना नहीं तो मैं अकेली ही खाऊंगी" मम्मी बोली "हाँ चलो तुम सब साथ ही खा लेना खाना और श्वेता तू कुछ मत बनाना मैं ही भेज दूंगी इनके साथ तेरा खाना पैक करके अभी एक घंटे में दोनों आ जाएँगे खाना लेके" श्वेता "ओके आंटी चलो मैं अब चलती हु घर पे लॉक लगा है अँधेरा होने वाला है ..प्रीती तू आ जाना टाइम से "प्रीती दीदी बोली "हाँ चल बाय .." और श्वेता चली गई मैं सोचने लगा की अब क्या क्या करना है लेकिन मेरा बहुत मूड हो रहा था प्रीती दीदी हमारे रूम में थी और मम्मी किचन में मैं प्रीती दीदी के पास गया और उन्हें पीछे से पकड़ लिया और उनके टॉप पे से उनके बोबे दबाने लगा और गर्दन पे स्मूच करने लगा और बोला "दीदी बहुत सेक्सी लग रही हो" वो बोली "अरे छोड़ ना मम्मी देख लेंगी " मैंने कहा नहीं देखेंगी और मैंने पीछे से उनका टॉप ऊपर कर दिया और सामने से उनकी ब्रा पे से उनके बोबे दबाने लगा प्रीती दीदी ने लाइट पर्पल कलर की ब्रा पेहेन रखी थी मैं उनकी ब्रा पे से उनके बोबे दबाने लगा और मेरे खड़े हुए लंड को उनकी जींस पे से उनकी गांड पे दबाने लगा मुझे बहुत मजा आ रहा था मैंने ब्रा पे से उनके बोबे दबाते हुए कहा "दीदी ये नई ब्रा ली है क्या "वो बोली नई नहीं पुरानी है..छोड़ ना यार मम्मा आ जाएंगी" और उन्होंने जल्दी से मेरे दोनों हाथों को पकड़ा और उन्हें नीचे कर दिया और अपना टॉप भी नीचे कर लिया मैंने साइड से उनके कंधे पे से उनका टॉप खींच दिया और उनके गोरे चिकने कंधे पे उनकी ब्रा की स्ट्रेप नजर आई मैंने उनकी स्ट्रेप को किस किया और उनके नंगे कंधे पे किस करते हुए कहा "दीदी बत्रूम में चलो ना बहुत मूड हो रहा है मेरा" वो बोली "छोड़ ना" और उन्होंने मुझसे खुद को छुड़ाया और बोली "अभी तो कुछ नहीं हो सकता मुझे मम्मी के साथ खाना बनवाना है बट अपन आज रात को करंगे श्वेता के घर जब वो सो जाएगी तब वहां कोई डर भी नहीं रहेगा" मैंने कहा दीदी अगर श्वेता को पता चल गया तो वो बोली "कुछ पता नहीं चलेगा मैं ध्यान रखूंगी" और ये कह के वो चली किचन में थोड़ी देर बाद खाना बन चुका था और मम्मी हमारा खाना पैक कर चुकी थी मम्मी बोली "प्रीती ले खाना हो गया पैक तुम लोग निकल जाओ और सुन नाईट ड्रेस ही पेहेन जा फिर वहां कहाँ चेंज करेगी और सोनू को भी बोल दे की लोअर और टी शर्ट ही पेहेन जाएगा रात को सोना ही तो है तुम लोगो को" प्रीती दीदी बोली "हाँ मम्मी" थोड़ी देर बाद प्रीती दीदी नाईट ड्रेस पेहेन के आयी एक पतला सा लाइट ब्लू और ब्लैक कलर का टॉप और ब्लैक कलर की घुटनों से नीचे तक की कैप्री बड़ी सेक्सी लग रही थी
लेकिन मैं ये सोच रहा था की आज मेरी सेक्सी श्वेता ने क्या पहना होगा वो आयी और बोली "चल सोनू" और प्रीती दीदी ने स्कूटी स्टार्ट की और मैं टिफिन लेके पीछे बैठ गया और हम श्वेता के घर चल पड़े थोड़ी देर में हम श्वेता के घर पहुँच गए श्वेता ने गेट खोला वो भी अपनी नाईट ड्रेस में कुछ कम सेक्सी नहीं लग रही थी उसने ग्रीन कलर का पतला सा गोल चौड़े से गले का टॉप और वाइट एंड ब्लैक चेक्स वाली पतली सी कैप्री पेहेन रखी थी श्वेता का टॉप और कैप्री इतने पतले थे की मुझे उसकी ब्रा और पेंटी की आउट लाइन्स उनमे से साफ दिख रही थी उसने अपने बालों को ढीले से ऊपर की तरफ क्लिप से बांध रखा था मेरे मन में एक मिनट के लिए ख्याल आया की श्वेता मेरा लंड चूस रही है और मैंने उसका क्लिप खोल दिया तभी श्वेता बोली "क्या हुआ सोनू आजा ना अंदर" प्रीती दीदी स्कूटी पार्क कर रही थी और मैं अंदर आ चले गए श्वेता आगे आगे चल रही थी और में उसके पीछे मैं उसकी पतली कैप्री में से बाहर निकली उसकी सेक्सी गांड को मटकते हुए देख रहा था श्वेता का घर भी अच्छा था एक बड़ा सा हॉल था उसमे डाइनिंग टेबल रखी थी मैंने टिफिन टेबल पे रख दिया और हम तीनो चेयर पे बैठ गए श्वेता मुझसे बोली "फिर आंटी ने कुछ कहा तो नहीं" और ये कहते हुए उसने अपना क्लिप खोला और अपने बालों को अपने दोनों हाथों से बाँधने लगी जब श्वेता अपने दोनों हाथों को ऊपर करके अपने बालों को बाँध रही थी तो उसके बोबे उसके टॉप में से बाहर आ रहे थे तभी उसके टॉप की दोनों स्लीव्स थोड़ी ऊपर हो गयी और मुझे उसकी आर्मपिट्स नजर आई उन पर बाल नहीं थे वो बहुत चिकनी और गोरी गोरी थी मैं यही निहार रहा था तभी वो वापस बोली "बता ना" मैंने कहा "नहीं श्वेता दीदी मम्मी ने कुछ नहीं बोला" तभी प्रीती दीदी अंदर आयी और प्रीती दीदी और श्वेता दोनों किचन में चले गए खाना लगाने श्वेता इतनी सेक्सी लग रही थी की मैं उसे बस ब्रा और पेंटी में ही इमेजिन कर रहा था इसी वजह से मेरा लंड खड़ा हो चुका था इसीलिए मैं चेयर पे बैठ गया ताकि किसी को पता ना पड़े मुझे पता था की श्वेता अपनी चूत मुझसे चटवाना चाहती है लेकिन मैं उस से पहले उसे गरम करना चाहता था हमने खाना खाया फिर हम लोग सोफे पे बैठ गए और टीवी देखने लगे मैं साइड में बैठा था मेरे पास श्वेता और उनके पास प्रीती दीदी हम मूवी देख रहे थे तभी प्रीती दीदी बोला "सोनू पानी की बोतल देना " और मैं उन्हें पानी की बोतल देने के लिए झुका तो मैंने अपने दूसरे हाथ की कोहनी से श्वेता के टोपे पे से उसके बोबे को दबा दिया जान कर के श्वेता कुछ नहीं बोली वो बस मूवी देख रही थी मैंने भी ऐसे ही दिखाया जैसे कुछ ना हुआ हो फिर थोड़ी देर बाद श्वेता बोली "चलो सोनू प्रीती मेरे रूम में चलते है वहां देखेंगे टीवी बेड पे" और हम लोग श्वेता के रूम में चले गए और बेड पे बैठ गए पहले मैं बैठा था फिर प्रीती दीदी और फिर श्वेता हम ऐसे ही बैठे हुए थे ताकि किसी को नींद भी आये टीवी देखते हुए तो वो वहीँ सो जाये फिर श्वेता ने लाइट्स बंद की ऐसी ओन किया और दो कंबल लेके आयी एक खुद के लिए और एक प्रीती दीदी और मेरे लिए हम लोगो ने कंबल अपने अपने पैरों पे डाल लिए सबके कंबल उनकी झांगों तक थे हम टीवी देखने लगे दस मिनिट बाद श्वेता उठी और अपने रूम से बाहर गयी फिर उसने प्रीती दीदी को भी बाहर बुलाया ये कह के की मम्मी का फोन है कमरे की लाइट्स अभी तक बंद थी और मैं टीवी के चैनल्स चेंज कर रहा था रूम में एक तरह से अँधेरा ही था टीवी की बहुत कम रौशनी थी थोड़ी देर बाद श्वेता और प्रीती दीदी दोनों रूम में आये लेकिन इस बार श्वेता मेरे पास मेरे कंबल में आ गयी अँधेरे में और प्रीती दीदी श्वेता की जगह चली गयी कोने में मुझे कुछ समझ नहीं आया क्योंकि ये तो इन दोनों की प्लानिंग नहीं थी शायद इन्होने सोचा होगा की मुझे कुछ पता नहीं पड़ेगा लेकिन मुझे श्वेता की चेक्स वाली कैप्री से पता पड़ गया की वो मेरे पास मेरे वाले कंबल में है हम टीवी देखने लगे
मैंने कंबल के अंदर से श्वेता की केप्री पे से उसकी झांघ पे हाथ रखा और उसे सहलाने लगा और कहा "प्रीती दीदी आज श्वेता दीदी कितनी सेक्सी लग रही है यार" वो कुछ नहीं बोली और यही मेरा प्लान था श्वेता को गरम करने का की उसे पता ना चले की मैं जनता हूँ की मेरे पास कंबल में श्वेता है मैंने श्वेता की झांघ को सहलाते हुए बोला "मैंने इन्हें इतना सेक्सी तो पहले कभी नहीं देखा यार" फिर मैंने श्वेता की दोनों झांगों को अपने हाथ से चौड़ा किया और केप्री पे उसकी दोनों झांगों के बीच में हाथ फेरने लगा फिर मैं उनकी दोनों झांघो को सहलाते हुए अपना हाथ उनकी चूत तक लेके गया और श्वेता की केप्री पे से अपने हाथ से उसकी चूत को सहलाने लगा और कहा "क्या फिगर है यार श्वेता दीदी का इन्हें तो आज देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया था प्रीती दीदी देखो" और मैंने श्वेता का हाथ पकड़ा और उसे अपने लोअर पे से खड़े हुए लंड पे रख दिया पे श्वेता ने मेरा लंड अपने हाथ से पकड़ा और उसे सहलाने लगी कंबल के अंदर मैं अपने हाथ से श्वेता की चूत सहला रहा था और वो मेरा लंड सहला रही थी फिर मैंने अपना हाथ कंबल से बाहर निकाला और धीरे धीरे उसके पेट पे से अपना हाथ उसके टॉप के ऊपर उसके बोबे की तरफ लेके जाने लगा फिर मैंने अपने एक हाथ से श्वेता को बोबा पकड़ा और उसे दबाने लगा और दबाते दबाते कहा "प्रीती दीदी श्वेता दीदी के बोबे उनके टॉप में से कैसे बाहर निकल रहे थे उनकी ब्रा का साइज़ क्या होगा" श्वेता भी मेरा लंड सहला रही थी और तभी वो बोली "32 साइज़ है श्वेता का" अब मेरा हाथ श्वेता के दूसरे बोबे पे था मैंने उसके दूसरे बोबे को टॉप के ऊपर से दबाते हुए कहा "आपको केसे पता प्रीती दीदी " श्वेता बोली "वो हम दोनों ब्रा लेने साथ जाते इसलिए पता है" मैं उसकी बातों से पूरी तरह से उत्तेजित था श्वेता पूरी तरह से गरम थी मैंने कहा "प्रीती दीदी थोडा नीचे लेट जाओ ना और कंबल अपनी गर्दन तक ढक लो" और श्वेता ने वेसा ही किया फिर मैंने कंबल के अंदर श्वेता का टॉप नीचे से पकड़ा और उसे ऊपर कर दिया अब मेरे हाथ श्वेता की ब्रा पे टच हुआ मैं उसकी ब्रा पे से उसके बोबे दबाने लगा श्वेता को भी बहुत मजा आ रहा था उसकी ब्रा पे से बोबे दबाते हुए मैंने कहा "प्रीती दीदी कंबल में अपना टॉप उतार दो" और श्वेता ने मेरा लंड छोड़ा और कंबल के अंदर ही अपना टॉप उतार दिया अब श्वेता कंबल में अपनी ब्रा और केप्री में मेरे साथ लेटी हुई थी मैंने उनकी ब्रा पे से उनके बोबे दबाते हुए कहा "प्रीती दीदी श्वेता ने कौनसे कलर की ब्रा पहनी होगी" श्वेता बोली "ब्लैक कलर की" फिर मैंने श्वेता की दोनों ब्रा स्ट्रेप्स को उनके कंधों से नीचे कर दिया और उनकी ब्रा भी उनके पेट तक कर दी और उनके नंगे बोबो को दबाने लगा श्वेता के निप्पल बिलकुल टाइट खड़े थे मैंने उनके नंगे बोबे दबाते हुए कहा "प्रीती दीदी मेरा लंड तो श्वेता को चोदने के लिए कैसे मचल रहा है देखो" और मैंने अपने हाथ से श्वेता का हाथ पकड़ा और उसे अपने लोअर के अंदर अपने नंगे खड़े लंड पे रख दिया श्वेता मेरे नंगे खड़े लंड को सहलाने लगी और मैं उनके नंगे बोबो को दबाने लगा फिर मैंने अपने पैर को थोडा ऊपर किया और अपने पैर से श्वेता की केप्री के इलास्टिक को पकड़ा और उसे नीचे कर दिया
अब श्वेता कंबल में बस अपनी पेंटी में ही थी जैसे ही मैंने श्वेता की केप्री नीचे की श्वेता ने अपने हाथों से मेरा लोअर नीचे कर दिया और मेरे नंगे लंड को अपने हाथ से सहलाने लगी मैं उनके नंगे बोबे दबा रहा था फिर मैं अपना हाथ नीचे लेके गया और उनकी पेंटी पे से उनकी चूत को सहलाने लगा श्वेता मस्त हो चुकी थी जैसे मैंने अपना हाथ उसकी चूत पे रखा उसके मुंह से एक सिसकी निकली "अम्म्मम्म्म्म....." मैं अपने हाथ से श्वेता की पेंटी पे से उसकी चूत को सहलाने लगा उनकी पेंटी पूरी तरह से गीली थी यो बहुत ज्यादा उत्तेजित थी फिर उनकी चूत को सहलाते हुए मैंने कहा "प्रीती दीदी मेरा लंड चूसो ना" और श्वेता ने जल्दी से करवट ली और मेरे लंड को अपने हाथ से पकड़ के उसे मुंह में ले लिया मुझे बहुत ज्यादा मजा आ रहा था मैंने सोचा भी नहीं था की मेरे एक बार कहने से ही श्वेता जल्दी से मेरा लंड अपने मुंह मे ले लेगी वो बहुत ज्यादा गरम थी वो मेरे लंड को अपने मुंह में लेके चूसने लगी वो बड़ी अच्छी तरह से लंड चूस रही थी वो अपने मुंह में मेरे लंड को लेके उसे अपनी जीभ से भी सहला रही थी मुझे बहुत मजा आ रहा था फिर मैंने उसे रोका और उसे सीधा किया और उनकी पेंटी के अंदर हाथ डाल दिया और उनकी चूत को उनकी पेंटी के अंदर से अपने हाथ से सहलाने लगा श्वेता की चूत एक दम चिकनी थी और बहुत ज्यादा गीली थी मैंने उसकी पूरी चूत पे अपना हाथ दो तीन बार ऊपर नीचे किया और तभी श्वेता ने मुझे खींच के लिटा दिया और मेरे ऊपर चढ़ के मुझे किस करने लगी मैं भी उसे किस करने लगा और उसे किस करते हुए उसके नंगे बोबो को जोर जोर से मसल रहा था मुझे किस करते हुए श्वेता ने अपनी पेंटी खुद अपने हाथ से उतार दी और अपने पेट पे लटकी अपनी ब्रा को भी खोल के उतार दी अब श्वेता पूरी नंगी थी कंबल में और मुझ पर बैठी हुई थी उसकी नंगी चिकनी गीली चूत मेरे नंगे लंड से रगड़ खा रही थी वो मुझे किस कर रही थी उसकी उत्तेजना को देखते हुए ऐसे लग रहा था जैसे कोई लड़की सेक्स के लिए जन्म से प्यासी हो वो 5 मिनिट तक मेरे होंठो को चूसती रही कभी मेरे होंठ चूसती कभी मेरी जीभ थोड़ी देर बाद उसने मेरे होंठ छोड़े और मैंने उसे पलटा कर अपने नीच कर दिया और उसके ऊपर लेट गया और फिर अपना हाथ नीचे लेके गया और उनकी नंगी चूत को अपनी ऊँगली से रगड़ते हुए उनके कान में कहा "श्वेता दीदी कैसा लग रहा है" वो एक दम से रुक गई और उसके मुंह से निकला "सोनू.." मैंने उनकी पूरी नंगी चूत को ऊपर से नीचे तक अपनी ऊँगली से रगड़ते हुए उनके कान में कहा "आप श्वेता दीदी हो मुझे पता है आपका प्रीती दीदी का क्या प्लान था मुझे ये भी पता था आप मुझसे अपनी चूत चटवाना चाहती थी इसलिए ये प्लान बनाया था और बदले में आप प्रीती दीदी को मुझसे चुदने की जगह दोगी मतलब आपका खाली घर और मुझे शुरू से ये भी पता था की मेरे पास प्रीती दीदी नहीं आप आई थी कंबल में" फिर मैंने अपनी पूरी हथेली से उनकी चूत को ऊपर से लेके नीचे तक रगड़ते हुए कहा "लेकिन आप मेरे पास कंबल मे क्यों आई ये तो आप दोनों प्लान नहीं था" श्वेता बोली "वो प्रीती ने लास्ट मोमेंट पे बोला की मैं तेरे पास कंबल में जाऊ और तो ये सब कुछ मुझे प्रीती समझ के कर लेगा अँधेरे में सससस ....उम्म्मम्म..सोनू क्या प्रीती को ..... "
मैंने उनकी चूत रगड़ते हुए कहा "नहीं प्रीती दीदी को कुछ नहीं पता" और फिर मैंने श्वेता के होंठ अपने मुंह में लिए और उसे चूसने लगा और अपने हाथ से उसकी पूरी चूत को सहलाने लगा वो भी मेरे होंठ चूसने लगी फिर मैंने उनके होंठ छोड़े और नीचे गया और श्वेता के नंगे बोबे को अपने मुंह में लिया और उसे चूसने लगा श्वेता मेरे बालों में हाथ फेरने लगी फिर मैंने उनके दूसरे बोबे को मुंह में लिया और उसे चूसा फिर मैं उनके नंगे बदन पे अपने होंठों से स्मूच करते हुए नीचे गया और उनकी चूत पे अपना मुंह रखा और उसपे किस किया फिर उनकी चूत पे अपने होंठो से स्मूच किया फिर उनकी चूत की दोनों स्किन के बीच अपनी जीभ डाल दी और उनकी चूत को चाटने लगा श्वेता को बहुत मजा आ रहा था उसके दोनों हाथ मेरे बालों में आ गए और वो मेरे बालों में हाथ फेरने लगी फिर उनकी चूत चाटते हुए मैं अपनी जीभ नीचे लेके गया और उसकी चूत के होल को अपनी जीभ के टिप से सहलाने लगा उसकी चूत से बहुत सारा डिस्चार्ज निकल रहा था थोड़ी देर तक उनके होल को चाटने के बाद मैं अपनी जीभ ऊपर लेके गया और उनकी क्लिट को अपनी जीभ से चाटने लगा और अपनी बीच वाली ऊँगली उनकी चूत के होल में डाल दी और उसे अंदर बाहर करने लगा श्वेता लम्बी लम्बी सिसकियाँ ले रही थी "स्स्स्सस्स्स्स..आआह्ह्ह्ह...म्मम्मम्मम्म ...स्सस्सस्सस "उसे बहुत मजा आ रहा था फिर मैं जल्दी जल्दी उसकी क्लिट चाटने लगा और अपनी ऊँगली उसकी चूत के होल से जल्दी जल्दी अंदर बाहर करने लगा अब श्वेता ने मेरे बालों में से अपना हाथ निकाल लिया और दोनों हाथ से तकिये को पकड़ लिया और सिसकियाँ लेते हुए थोडा ऊपर होने लगी मुझे पता था की वो झरने वाली है फिर मैं भी जल्दी जल्दी उनकी क्लिट अपनी जीभ से चाटने लगा अपनी जीभ के टिप से उसे सहलाने लगा और अपनी ऊँगली उनकी चूत से जल्दी जल्दी अंदर बाहर करने लगा और तभी श्वेता की एक लम्बी सिसकी निकली "ऊउफ़्फ़्फ़ ...स्स्स्सस्स्स्स " और वो झर गयी उसके झरने के बाद भी मैं उसकी चूत चाटता रहा फिर उसने मुझे ऊपर खींचा और मुझे किस करने लगी फिर मुझे थोड़ी देर तक किस करने के बाद उसने मुझे पलटा के अपने नीचे कर दिया और वो मेरे ऊपर लेट गयी फिर श्वेता मेरे बदन पे अपने होंठो से स्मूच करती हुई नीचे जाने लगी फिर उसने मेरे लंड को अपने मुंह में लिया और उसे चूसने लगी मैं श्वेता के बालों को सहलाने लगा और मैंने उसका क्लिप खोल दिया और उसके बालों को अपने हाथ से पकड़ के सहलाने लगा वो मेरा लंड चूस रही थी कभी वो उसे अंदर बाहर करती कभी उसे अपने मुंह से बाहर निकाल के मेरे टोपे को चूसती कभी मेरे पूरे लंड को अपने जीभ से चाट कर फिर उसे मुंह में ले लेती और उसे चूसती मुझे बहुत मजा आ रहा था फिर मैंने श्वेता को ऊपर खींचा और उसे अपने नीचे लिटा दिया और उसके बोबे चूसने लगा फिर उसे किस करने लगा मेरा लंड उसकी चूत से रगड़ खा रहा था फिर मेरे होंठ चूसते हुए श्वेता ने अपने हाथ से मेरा लंड पकड़ा और उसे अपनी चूत के होल पे रख दिया मैंने भी उसके होंठ चूसते हुए अपने लंड को उसकी चूत में डालने के लिए धक्का दिया पहले धक्के में मेरा थोडा सा लंड श्वेता की चूत में गया और उसकी सिसकी निकली "स्स्स्सस्स्स्स" फिर मैंने वापस थोडा सा धक्का दिया और मेरा पूरा लंड श्वेता की चूत में चला गया श्वेता की चूत बहुत टाइट थी हम दोनों लगातार किस कर रहे थे और मेरा लंड श्वेता की चूत में था मैंने उसे किस करते हुए धीरे धीरे धक्के मरना शुरू किया और श्वेता को चोदना शुरू किया श्वेता ने मेरे होंठ छोड़े और मुझे बाँहों में भर लिया और सिसकियाँ लेने लगी मेरे हर धक्के पे वो सिसकी लेती "स्सस्सस्स.आह्ह्ह्ह" में श्वेता को उसी के बेड पे उसी के घर में चोद रहा था जबकि प्रीती दीदी भी उसी बेड पे लेटी हुई थी लेकिन हम दोनों को होश नहीं था उनका मैं बस श्वेता की चूत में अपने लंड से धक्के मारे जा रहा था मुझे बहुत मजा आ रहा था
अब मैंने धक्को की स्पीड बढ़ानी स्टार्ट की और थोडा तेज तेज धक्के मरने लगा श्वेता की चूत बहुत टाइट थी और उसे चोदने में मुझे बहुत मजा आ रहा था अब मैंने भी श्वेता को अपनी बाँहों में जकड लिया और जोर जोर से धक्के मारने लगा श्वेता भी जल्दी जल्दी सिसकियाँ लेने लगी और मैंने भी तेज तेज धक्के मरना जारी रखा मेरा लंड श्वेता की चूत से जल्दी जल्दी अंदर बाहर हो रहा था और थोड़ी देर में मेरा मुट निकल गया मेरा सारा मुट श्वेता की चूत में था मैं उसके ऊपर थोड़ी देर तक ऐसे ही लेटा रहा और उसने भी मुझे अपनी बाँहों में जकड़े रखा फिर हम दोनों ने एक किस किया और तभी मुझे ध्यान आया की प्रीती दीदी भी वहीँ थी मैंने कंबल से बाहर निकल के देखा तो प्रीती दीदी की आँखें बंद थी मैंने धीरे से प्रीती दीदी के कंबल में हाथ डाला तो मुझे एहसास हुआ की उनका टॉप ऊपर था ब्रा नीचे और उनके दोनों बोबे नंगे थे फिर मैंने नीचे हाथ किया तो मुझे उनकी नंगी झांघ का एहसास हुआ मैं समझ गया की वो भी उत्तेजित हो चुकी है आखिर उन्हें भी पता था की उनके पास श्वेता के साथ क्या हो रहा था और इसीलिए प्रीती दीदी ने अपनी केप्री और अपनी पेंटी दोनों नीचे कर रखी थी मतलब क्या प्रीती दीदी हम दोनों की हरकतों को महसूस करते हुए अपनी चूत अपने हाथ से सहला रही थी.
प्रीती दीदी की ब्रा ऊपर थी और बोबे बाहर और पेंटी नीचे मैंने सोचा की क्या प्रीती दीदी अपनी चूत सहला रही थी श्वेता और मेरी हरकतों को महसूस कर कर के मुझे कुछ पता नहीं था लेकिन मैंने सोचा की पूछता हूँ प्रीती दीदी से लेकिन फिर मैं रुक गया क्योंकि प्रीती दीदी को ये नहीं पता था की श्वेता जानती है की मुझे सब पता है प्रीती दीदी को तो अभी भी यही लग रहा होगा की उन दोनों का प्लान काम कर गया है मैंने कंबल में देखा तो श्वेता तो नंगी ही सो गयी थी लेकिन प्रीती दीदी अभी भी प्यासी थी और वो भी अपनी चूत में लंड चाहती थी लेकिन मेरा लंड तो अभी अभी श्वेता की प्यास मिटा के शांत हुआ था मैं यही सब सोच रहा था तभी प्रीती का हाथ आया और मेरे लंड को सहलाने लगा वो मेरे लंड को सहलाते हुए मेरे कान में धीरे से बोली "सोनू तूने श्वेता को तो चोद दिया क्या मुझे नहीं चोदेगा क्या" मैं प्रीती दीदी के मुंह से ऐसी भाषा सुन के हैरान रह गया क्योंकि आज तक उन्होंने मेरे सामने ऐसी भाषा नहीं बोली थी शायद आज वो कुछ ज्यादा ही गरम थी उनका खुद पर काबू ही नहीं था और तभी उन्होंने अपने होंठ मेरे होंठो पे रख दिए और मुझे किस करने लगी और मुझे किस करते हुए मेरे लंड को अपने हाथ से सहलाने लगी मुझे भी धीरे धीरे मजा आने लगा था
प्रीती दीदी बहुत जल्दी जल्दी मेरे होंठ चूस रही थी जैसे की वो मुझे खा ही जाएंगी वो बहुत ज्यादा उत्तेजित थी मैंने भी अपने हाथ उनके बालों में रखा और उनके बालों को सहलाते हुए उनके कोमल नरम होंठ चूसने लगा तभी प्रीती दीदी ने मुझे किस करते करते मेरा लंड छोड़ा और अपने हाथ से ही अपनी कैपरी और पेंटी उतार दी और फिर मेरे ऊपर आके बैठ गई और मुझे किस करते हुए मेरी जीभ को चूसने लगी मेरा लंड अब पूरी तरह से खड़ा हो चुका था आखिर आज सब काम प्रीती दीदी खुद ही कर रही थी क्योंकि वो मुझसे चुदना चाहती थी वो मेरे ऊपर बैठी हुई थी और मेरा नंगा खड़ा हुआ लंड उनकी नंगी चिकनी गीली चूत से रगड़ खा रहा था प्रीती दीदी की चूत बिलकुल चिकनी थी लगता है उन्होंने मेरे लिए ही अपनी चूत साफ़ की थी क्योंकि उन्हें पता था की श्वेता के घर मैं उन्हें चोदूंगा हम दोनों बहुत ज्यादा गरम हो चुके थे हम दोनों की सांसें बहुत गरम थी और तेज तेज चल रही थी
प्रीती दीदी मेरे ऊपर क्रॉस बैठी हुई थी और मुझे किस कर रही थी और मेरे होंठ चूसते चूसते उन्होंने अपनी कमर आगे पीछे हिलाना शुरू कर दी इस से मुझे और ज्यादा मजा आने लगा क्योंकि उनके ऐसा करने से मेरा नंगा लंड उनकी चिकनी चूत से और ज्यादा रगड़ खाने लगा वो मेरे होंठ चूस रही थी और अपनी कमर आगे पीछे हिलाए जा रही थी फिर मैंने उन्हें किस करते हुए उनका टॉप उतार दिया अब प्रीती दीदी बस मेरे ऊपर अपनी वाइट ब्रा में बैठी हुई थी मैं उन्हें किस करते हुए उनकी ब्रा पे से उनके बोबे दबा रहा था प्रीती दीदी भी मुझे किस करते हुए जल्दी जल्दी अपनी कमर आगे पीछे हिला रही थी प्रीती दीदी के ऐसा करने से मैं बहुत ज्यादा उत्तेजित हो रहा था मैंने उनकी ब्रा के दोनों स्ट्रेप्स उनके कंधो से नीचे कर दिया और उनकी ब्रा को नीचे उनके पेट पे कर दिया और उन्हें किस करते हुए उनके नंगे बोबे दबाने लगा मैं प्रीती दीदी को किस करते हुए उनके नंगे बोबे दबा रहा था और वो जल्दी अपनी कमर को हिला कर अपनी नंगी चूत मेरे नंगे लंड पे रगड़ रही थी मैं बहुत ज्यादा उत्तेजित हो चुका था मैंने उनके होंठ छोड़े और जल्दी से पलट कर उन्हें बेड पर पटक दिया
अब मैं उनके ऊपर था और उन्हें किस करने लगा और फिर उन्हें किस करते हुए उनके दोनों बोबे दबाने लगा प्रीती दीदी के मुंह से सिसकियाँ निकल रही थी और वो मेरे बालों को सहला रही थी फिर मैं अपने होंठ उनके गर्दन पे ले गया और वहां स्मूच करने लगा और स्मूच करते हुए मैं नीचे जाने लगा और फिर नंगे बोबो पे अपने होंठो से स्मूच करने लगा उनके मोटे मोटे बोबो पे उनके छोटे छोटे निप्पल एक दम टाइट खड़े थे मैं उनके खड़े हुए निप्पल को अपनी जीभ से सहलाने लगा उन्हें चाटने लगा फिर मैंने उनका एक बोबा अपने मुंह में ले लिया और उसे चूसने लगा और उनके बोबे को चूसते हुए अपने दूसरे हाथ से उनका दूसरे बोबा दबाने लगा प्रीती दीदी सिसकियाँ ले रही थी "आह्ह्ह सोनू बहुत मजा आ रहा है मुझे ....उफफ्...सोनू चूस ना अपनी प्यारी दीदी के बूब्स चूस ना आह्ह्ह्हह्ह..."
उनके मुंह से एसी बातें सुन के मैं और ज्यादा उत्तेजित हो गया प्रीती दीदी आज बहुत अजीब ढंग से पेश आ रही थी शायद वो बहुत ज्यादा गरम थी इसीलिए या फिर शायद आज उन्हें कोई डर नहीं था किसी के आ जाने का इसलिए कारण जो भी हो लेकिन प्रीती दीदी जो भी कर रही थी उस से मुझे बहुत ज्यादा मजा आ रहा था फिर मैंने उनके दूसरे बोबे को मुंह में लिया और उसे चूसने लगा और उनके बोबे को चूसते हुए अपना हाथ धीरे धीरे नीचे लेके जाने लगा उनकी नंगी चूत की तरफ मैंने अपना हाथ प्रीती दीदी की चूत पे रखा वो बहुत ज्यादा गरम थी और बहुत ज्यादा गीली भी मैंने उनके बोबे चूसते हुए उनकी चूत को सहलाना शुरू किया प्रीती दीदी के मुंह से एक लम्बी सिसकी निकली "सस...आह्ह्ह्ह...म्मम्मम्म....सोनू ...मुझे बहुत मजा आ रहा है ...म्मम्मम ...चूस जा अच्छी तरह से आज अपनी दीदी के बूब्स को ....आह्ह्ह" प्रीती दीदी के मुंह से ये सब बातें सुन के मैं जल्दी जल्दी उनके बोबे चूसने लगा और प्रीती दीदी की चूत को सहलाने लगा फिर मैंने उनके बोबे को छोड़ा और उनके पूरे नंगे बदन पे किस करते हुए धीरे धीरे नीचे जाने लगा फिर मैंने उनकी चूत पर अपने होंठ रखे और उनकी चूत को बहुत बार किस किया उसपे स्मूच किया अपने होंठो से फिर मैंने अपनी जीभ प्रीती दीदी की चूत में डाल दी और उनकी चूत को अपने जीभ से चाटने लगा प्रीती दीदी जोर जोर से सिसकियाँ ले रही थी और उनके दोनों हाथ मेरे बालों को सहला रहे थे उन्हें बहुत मजा आ रहा था फिर मैं उनकी क्लिट को चाटने लगा उसे अपने मुंह में लेके उसे चूसने लगा
प्रीती दीदी कांपती हुई आवाज में बोली "आह्ह्ह...सोनू मुझे बहुत मजा आ रहा है चाट ना अपनी प्यारी प्रीती दीदी की चूत चाट ना ....कब से इन्तेजार था मुझे ......आह्ह्ह्हह्हह्ह्ह.....ऊम्मम्मम्मम्मम्म" मैं अपनी पूरी जीभ से प्रीती दीदी की चूत चाटने लगा उनके क्लिट से लेके उनके होल तक सब जगह अपनी जीभ से सहलाने लगा कभी मैं उनकी क्लिट अपने मुंह में लेके चूसता कभी अपनी जीभ से उनकी क्लिट को चाटता तो कभी उनकी चूत के होल को अपनी जीभ के टिप से सहलाता प्रीती दीदी को बहुत ज्यादा मजा आ रहा था अपनी चूत मुझसे चटवाते हुए फिर तभी प्रीती दीदी ने मुझे ऊपर खींचा और मुझे किस करने लगी मैं भी उन्हें किस करने लगा फिर मेरे होंठ छोड़ के वो बोली "सोनू मुझे तेरा लंड चूसना है" मैंने कहा "चूसो ना प्रीती दीदी मेरा लंड ...अपने मुंह में ले लो ना" और प्रीती दीदी ने मुझे सीधा लिटाया और मेरे लंड को पहले अपने हाथ से सहलाया फिर उसपे बहुत बार किस किया और फिर उसे अपने मुंह में ले लिया और. उसे चूसने लगी मैं उनके बालों को सहलाने लगा मुझे बहुत मजा आ रहा था फिर प्रीती ने मेरा लंड अपने मुंह से बाहर निकाला और मेरे खड़े हुए लंड को ऊपर से लेके नीचे तक अपनी जीभ से चाटने लगी उन्होंने मेरे पूरे लंड को अपनी गरम जीभ से चाटा और फिर मेरी बाल्स को चाटने लगी और उन्हें अपने मुंह में लेके चूसने लगी ऐसा उन्होंने आज पहली बार किया था मुझे बहुत अच्छा लग रहा था
फिर वो मेरे लंड के टोपे को चाटने लगी मेरे पूरे टोपे को अपने जीभ से चाटने लगी उसपे अपनी जीभ गोल गोल घुमाने लगी फिर उन्होंने मेरे लंड को वापस अपने मुंह में ले लिया और मेरा पूरा लंड अपने मुंह में लेके उसे चूसने लगी फिर उन्होंने मेरा लंड अपने मुंह से बाहर निकाला और अपने हाथ से जल्दी जल्दी उसे ऊपर नीचे करने लगी और ऊपर आके मुझे किस करने लगी फिर मैंने उनसे कहा "प्रीती दीदी आप मेरे ऊपर लेट जाओ और आपकी चूत मेरे मुंह पे रखो और मेरा लंड अपने मुंह पे रखो फिर एक साथ हम एक दूसरे के लंड चूत चूसेंगे चाटेंगे आप मेरा लंड चूसना और मैं आपकी चूत चाटूंगा" उन्होंने कहा "ठीक है" और वो मेरे ऊपर लेट गयी मेरे मुंह के सामने अपनी टांगें चौड़ी करके अब मेरे मुंह प्रीती दीदी की चूत पे था और मेरा लंड उनके मुंह पे मैंने अपनी जीभ प्रीती दीदी की चूत पे रखी और उसे चाटने लगा और प्रीती दीदी ने भी उसी समय मेरा लंड अपने मुंह में ले लिया और उसे चूसने लगी हम दोनों को बहुत मजा आ रहा था थोड़ी देर तक एसी ही हम एक दूसरे के लंड चूत चाटने लगे अब मैं पूरी तरह चरम सीमा पे था मैंने अपने हाथ से प्रीती दीदी के मुंह से अपना लंड बाहर निकाला नहीं तो मेरा मुट निकल जाता और मैं ये नहीं चाहता था क्योंकि आज मुझे प्रीती दीदी को चोदना था मैंने अपना लंड उनके मुंह से बाहर निकाला और उन्हें पलट कर अपने नीचे लिटा दिया प्रीती दीदी बोली "सोनू चोद ना मुझे जल्दी से अब और नहीं रहा जाता अपना लंड डाल ना अपनी प्यारी दीदी की चूत में और भुजा दे आज मेरी प्यास.." मैंने प्रीती दीदी की गांड के नीचे एक तकिया लगाया जिस से उनकी चूत का होल थोडा ऊपर आ गया और वो बिलकुल मेरे लंड के सामने था मैंने कहा " प्रीती दीदी तैयार हो आप दर्द होगा पहले थोडा सा चिल्लाना मत आप ज्यादा मैं धीरे धीरे करूँगा" वो बोली "हाँ सोनू धीरे धीरे डालना लंड अंदर" फिर मैंने अपने लंड का तोप उनकी चूत के होल पे रखा और धक्का दिया लंड फिसल के नीचे चला गया
मैंने फिर वापस लंड प्रीती दीदी की चूत पे रखा और धक्का दिया लंड का टोपा थोडा सा अंदर गया और प्रीती दीदी की चीख निकल गयी "आह्ह्ह...सोनू रुक..बहुत पैन हो रहा है" मैं रुक गया थोड़ी देर बाद वो नार्मल हुई और बोली "हां डाल" अब मैंने फिर वापस थोडा जोर लगाया और टोपा फिर थोडा सा अंदर गया उनकी चूत में लेकिन उन्हें बहुत पैन हो रहा था उन्होंने वापस मुझसे रुकने के लिए कहा मैं वापस रुक गया उन्होंने फिर मुझे इशारा किया इस बार मैंने झुक के प्रीती दीदी के होंठ अपने होंठो में ले लिए और थोडा जोर से धक्का दिया और मेरा पूरा लंड प्रीती दीदी की चूत में चला गया और उनकी जोर से चीख निकल गयी वो अपने हाथ पैर मरने लगी और तिलमिलाने लगी लेकिन मैंने उनके होंठ नहीं छोड़े मैं उन्हें किस करता रहा और अपना लंड अंदर ही रखा थोड़ी देर बाद उनका पैन कम हुआ और मैंने धीरे धीरे धक्के मरने शुरू किये मैंने बहुत धीरे धीरे अपना लंड उनकी चूत से अंदर बाहर कर रहा था ताकी प्रीती दीदी को ज्यादा दर्द ना हो आब मेरे धक्को के साथ प्रीती दीदी भी अपनी कमर हिलाने लगी अब उन्हें मजा आना शुरू हो गया था मैं धीरे धीरे धक्को की स्पीड तेज कर रहा था और प्रीती दीदी के मुंह से सिसकियाँ निकल रही थी तभी प्रीती दीदी बोली "आह्ह्ह्ह ...सोनू ...मुझे बहुत मजा आ रहा है आई लव यू सो मच सोनू ...आह्ह्ह कर ना सोनू आह्ह्ह चोद ना अपनी दीदी को ...म्मम्म ..स्स्स्स..आह्ह्ह्ह ...सोनू चोद ना अपनी दीदी को जल्दी जल्दी कर ना आह्ह्ह्ह ..." और मैंने धक्को की स्पीड बढ़ानी शुरू कर दी प्रीती दीदी की दोनों टांगें ऊपर थी और उन्होंने अपने हाथो से तकिये को कस के पकड़ रखा था और मैं घुटनों के बल बैठा था और मेरा लंड उनकी चूत में था उनकी आंखें बंद उन्हें बहुत मजा आ रहा था और मैं जल्दी जल्दी अपने लंड से उनकी चूत में धक्के मार रहा था
फिर मैंने प्रीती दीदी के सर के नीचे से तकिया हटाया और उन्हें सीधा लिटा दिया और मैंने उन्हें कस के अपनी बाँहों में जकड लिया और जल्दी जल्दी धक्के मरने लगा और उन्हें किस करने लगा फिर मैंने धक्के मारना जारी रखा और प्रीती दीदी ने अपने दोनों बोबे अपने हाथ से पकड़ कर उन्हें ऊपर कर दिए मैं उनकी चूत में अपने लंड से धक्के मारते हुए उनके दोनों बोबे चूसने लगा उनके दोनों निप्पलो को अपने मुंह में लेके चूसने लगा और उनके बोबे चूसते हुए उन्हें चोदता रहा प्रीती दीदी जोर जोर से सिसकियाँ ले रही थी "अह्ह्ह्ह सोनू ......म्मम्म" मैं समझ गया था की वो झरने के करीब है और मैंने धक्को की स्पीड बड़ा दी और जल्दी जल्दी उन्हें चोदने लगा मेरा लंड प्रीती दीदी की चूत से जल्दी जल्दी अंदर बाहर हो रहा था फिर प्रीती दीदी ने मुझे अपने ऊपर खींच लिया और मैंने झुक कर उन्हें कस के अपनी बाँहों में जकड लिया और जल्दी जल्दी उनकी चूत में धक्के मारने लगा प्रीती दीदी ने भी मुझे अपनी बाँहों में भर लिया मेरे धक्को के स्पीड से उनके मोटे मोटे बोबे जल्दी जल्दी ऊपर नीचे हो रहे थे मैं जल्दी जल्दी उन्हें छोड़ रहा था और वो बोली "म्मम्म सोनू और तेज ...आह्ह्ह और तेज ...आह्ह्ह्ह मुझे बहुत मजा आ रहा है सोनू अह्ह्ह्हह...स्स्स्स और तेज ....आह्ह्ह "उनकी एसी बातें सुन के मुझे और जोश चढ़ रहा था और मैं जल्दी जल्दी और तेजी से अपने लंड से उनकी चूत में धक्के मारने लगा मेरा मुंह उनके मुंह के बिलकुल पास था मैं उन्हें किस करने लगा और मैंने महसूस किया की प्रीती दीदी की सांसें बहुत तेज चल रही थी वो शायद झरने ही वाली थी और मैं लगातार उनकी चूत में अपने लंड से धक्के मार रहा था और तभी प्रीती दीदी के मुंह से एक बहुत लम्बी सिसकी निकली "स्स्सस्स्स्सस्स्स......आह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह" और उनकी चूत ने पानी छोड़ दिया था जो मुझे भी महसूस हुआ अब प्रीती दीदी झर चुकी थी और अब मेरा मुट भी निकलने ही वाला था मैं भी जल्दी जल्दी धक्के मरने लगा मेरा लंड जल्दी जल्दी प्रीती दीदी की चूत से अंदर बाहर हो रहा था और तभी मेरा मुंह से भी एक सिसकी निकली "आह्ह्हह्ह्ह्हह्हह्ह्हह्ह्ह्हह्ह" और मेरा भी मुट निकल गया मेरा सारा मुट मेरी प्यारी प्रीती दीदी की चूत में निकल गया मैं उनके ऊपर ही लेटा रहा उन्होंने मेरे मुंह को उठाया और मुझे एक लम्बा सा किस किया और वो बोली "मुझे बहुत मजा आया सोनू आई लव यू सो मच तू मुझे हमेशा ऐसे ही प्यार करेगा ना मुझे हमेशा ऐसे ही चोदेगा ना" मैंने कहा "हाँ प्रीती दीदी आई लव यू टू सो मच मैं आपको हमेशा ऐसे ही चोदूंगा दीदी" और फिर हम दोनों ने वापस एक लम्बा सा किस किया और एक ही कंबल में दोनों एक दूसरे से लिपट के सो गए........
FINALLY ek aur khani end hui , agar aap logo ko isi tarah kahaniya pasand aayengi , to mai post karunga
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