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"फॉर्म के जो भी लोग मुझे देख रहे हैं, भाई सुनो मेरी सभी कहानियों को उड़ा दो , फिर मैं भी जा रहा हूं, अब मैं और नही सह सकता।"
जिसको हसना आता है, उसे कोई रुला नही सकता,
बोलने में जो माहिर हो, उसे कोई चुप करा नही सकता
अपनी मर्जी से रोते हैं तो , कोई चुप करा नहीं सकता
हम प्यार में झुकते हैं, ऐसे कोई हमें झुका नही सकता
"फॉर्म के जो भी लोग मुझे देख रहे हैं, भाई सुनो मेरी सभी कहानियों को उड़ा दो , फिर मैं भी जा रहा हूं, अब मैं और नही सह सकता।"
मै अगर जवाब दूंगा तो वैसे ही उड़ा दिया जाऊंगा, और रिपोर्ट में करूंगा नहीं, मेरा दिल इतना छोटा नहीं है कि मैं किसी को रिर्पोट करू , वो बड़े लेखक हैं तो क्या हुआ , दिल तो हमारा भी बडा है।
अच्छी बात है कि वो बड़े लेखक हैं,
हमे भी अपनी लेखनी पे गर्व क्यों ना करें ,
पाया है लिखने का हुनर तो पर इब्तिदा-ए टूक क्यों ना करें,
हमे नही पसंद कोई हमे कुछ कहे, हम भी लिखते हैं, हम भी लेखक हैं तो अपनी लेखनी पर गर्व क्यों ना करें
"फॉर्म के जो भी लोग मुझे देख रहे हैं, भाई सुनो मेरी सभी कहानियों को उड़ा दो , फिर मैं भी जा रहा हूं, अब मैं और नही सह सकता।"
जिसको हसना आता है, उसे कोई रुला नही सकता,
बोलने में जो माहिर हो, उसे कोई चुप करा नही सकता
अपनी मर्जी से रोते हैं तो , कोई चुप करा नहीं सकता
हम प्यार में झुकते हैं, ऐसे कोई हमें झुका नही सकता
"फॉर्म के जो भी लोग मुझे देख रहे हैं, भाई सुनो मेरी सभी कहानियों को उड़ा दो , फिर मैं भी जा रहा हूं, अब मैं और नही सह सकता।"
मै अगर जवाब दूंगा तो वैसे ही उड़ा दिया जाऊंगा, और रिपोर्ट में करूंगा नहीं, मेरा दिल इतना छोटा नहीं है कि मैं किसी को रिर्पोट करू , वो बड़े लेखक हैं तो क्या हुआ , दिल तो हमारा भी बडा है।
अच्छी बात है कि वो बड़े लेखक हैं,
हमे भी अपनी लेखनी पे गर्व क्यों ना करें ,
पाया है लिखने का हुनर तो पर इब्तिदा-ए टूक क्यों ना करें,
हमे नही पसंद कोई हमे कुछ कहे, हम भी लिखते हैं, हम भी लेखक हैं तो अपनी लेखनी पर गर्व क्यों ना करें
"फॉर्म के जो भी लोग मुझे देख रहे हैं, भाई सुनो मेरी सभी कहानियों को उड़ा दो , फिर मैं भी जा रहा हूं, अब मैं और नही सह सकता।"
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