मैं तो अपने आपे में नहीं रहा। हम दोनों ने एक-दूसरे के कपड़े निकाले, आज पहली बार किसी औरत को नंगी देख रहा हूँ, उसने अपने चूत के बाल आज सुबह ही साफ किए लग रहे थे।
मैंने उसकी मखमली चूत पर हाथ फिराया तो मेरे हाथ में चिकना जूस आ गया।
मैंने उससे पूछा- मुझे लगता है तुम बहुत चुदासी हो।
वो बोली- हाँ.. बहुत… आज तो मेरी जान.. मेरी जी भर कर चुदाई कर दो।
मैंने उसे दोनों हाथों से उठाया और बिस्तर पर चित्त लिटा दिया और उसके होंठों पर चुंबन करने लगा। फिर उसके दोनों मम्मों को हाथों से पकड़ कर बहुत जोर से मसला, उसके चूचुकों को मुँह में लेकर खूब चूसा।
अब तो शिविका भी बहुत चुदासी हो गई और बोली- मेरी चूत चाटो ना!
मैंने उसकी दोनों टाँगें फैलाईं और बीच में मुँह लगाया और चूत की गुलाबी पंखुरियों को चूसने लगा।
मैंने पूरी ज़ुबान उसकी चूत में डाल दी और क्लाइटॉरिस को दोनों होंठ में दबा कर खींचते हुए चूसने लगा.. वो गनगना गई।
मैंने कुछ देर उसकी चूत चाटी और उसके दाने को मुँह में लेकर खींचा.. तो वो मेरा सिर अपनी चूत पर दबाने लगी और झटके मारने लगी।
मैं लगातार उसकी चूत को चाटता रहा, उसकी चूत ने झटके मारे और पानी छोड़ दिया। अब निढाल हो गई थी और बहुत मस्त होकर चित्त पड़ी थी। मैं भी उसकी चूत को चूस कर उसके बगल में लेट गया।
फिर उसने मेरा लंड मुँह में लिया और मजे से चूसने लगी। चारों तरफ अपना हाथ लंड पर फिराने लगी और मेरा आधा लंड मुँह में ले लिया।
फिर वो ज़ुबान से पूरा लौड़ा चाटने लगी और बोली- राजा, अब तेरा लंड पूरा तन गया है जल्दी से मेरी चूत की चुदाई कर दो.. मैं बहुत तड़प रही हूँ।