• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Erotica मोहे रंग दे

Shetan

Well-Known Member
15,155
40,841
259
1) मैंने अपनी ननद को गले लगा लिया और उसकी ओर से जवाब दिया ,

" मेरी ननद को समझती क्या हैं आप , डरती क्या है आप के देवर से ,... "




2) गुड्डी ने सीढ़ी से जैसे ही उतरना शुरू किया , बहुत जोर से चिलख उठी उसकी जाँघों के बीच ,

बेचारी ने जिस तरह से मेरी ओर देखा , लग रहा था साफ़ कह रही हो भाभी अब एक सीढ़ी नहीं उतर पाउंगी , बहुत दर्द हो रहा है ,

Ye har ek sabd mere dill se man tak gunj rahe he.

मैंने अपने पर्स में से एक गोली निकाल ली और बरामदे में लेटी ननद रानी को देती बोली ,



" ये गोली खा लो , और दूध हल्दी पी लो "

Ye pyar bhabhi ka pyari si chhinar nandiya ke lie love it
 
  • Like
Reactions: komaalrani

Shetan

Well-Known Member
15,155
40,841
259
Vese to puri kahani muje deewana bana rahi he par kuchh achha nahi laga to vo ye.

भाभी , उसकी आँखों में आंसू उतर आये ,... मैं हलके से मुस्करायी ननद की आँख में ये आंसू तो हर भाभी देखना चाहती है ,

Vese to ye sach hi he. Par aaj is pyari chhinar par pyar aa raha he. Bilkul vesa jese chhutki or manjli pe aata he.

Bas aaj achha nahi laga.
 

Shetan

Well-Known Member
15,155
40,841
259
भौंरे




" भाभी आपकी सेंचुरी कब पूरी हुयी थी,... "


मैं थोड़ा सा झिझकी लेकिन फिर मैंने सवाल उसकी ओर मोड़ दिया , अभी तो मिलेगी न अपने भैया से पूछ लेना उन्ही से , फिर मैंने बता ही दिया , आखिर छोटी ननद थी , भौजाइयां नहीं सिखाएंगी तो कौन सिखाएगा ,

मैंने कुछ जोड़ा फिर दिन तारीख सब बता दी, पन्दरह दिन में ,...




गणित मेरी ननद की भी कमजोर नहीं थी , तुरंत जोड़ दिया तो भाभी रोज ६. ६ ६ ६ ६ बार



और क्या , रात बाकी है , दो बार तो तू उनसे चुद ही चुकी है , अभी रात बाकी है पांच बार हो गया तो तेरा भी ,... अब सोच अगर तेरे यार कहीं तेरे भैया के आस पास भी हो गए तो हफ्ते भर में सेंचुरी नहीं तेरी डबल सेंचुरी लग जायेगी , अपनी सहेलियों का नंबर डाक जायेगी ,


मैंने हँसते हुए उसे चिढ़ाया



और अब वो भी मेरे साथ खिलखिला रही थी फिर एक बार चिंता के बादल उसके चेहरे पर छा गए और अबकी वो कम्मो से बोली ,...



" लेकिन भौजी पन्दरह लोग,... "



जवाब मैंने दिया,



" मेरा मुंह मत खुलवा , बल्कि मेरा या अपना मोबाइल मत खुलवा, तूने खुद छह भौंरो की बात कबूली थी , और रेनू तो दर्जन की बात कर रही थी , सात आठ के नंबर तो मैंने तेरे मोबाइल में ही देखा है जो कोड में सेव किया है तूने, अभी तेरे फोन से ही उन्हें तेरी अच्छी अच्छी तेरी चुदाई वाली फोटुएं भेजती हूँ ,... "



जब उसके भैया उसकी फाड़ रहे थे , तो मैं उसी के फोन से रिकार्ड कर रही थी , वीडियों स्टील सब , और आधे से ज्यादा में ननद रानी का चेहरा एकदम साफ़ साफ़ , और हाँ मेरे उनका सिर्फ अंग विशेष ,... और गुड्डी रानी को भी ये बात मालूम थी,

" नहीं नहीं भाभी प्लीज , मेरी अच्छी भाभी ,.... " अब वो औकात पर आ गयी ,

" तो चल सारे भौरों के नाम बता , कोड नाम , नंबर कब से पीछे पड़े हैं सब , एक पल भी रुकी तो फोटो गयी ,... " उसका फोन पकड़े पकडे मैं उसे हड़का रही थी , कम्मो मुस्कराते हुए हम दोनों की बात सुन रही थी , ... मेरे जाने के बाद ये चिड़िया तो उसे ही पालनी थी.

" और हाँ, सबसे पहले अपनी गली से शुरुआत कर , वो जो तेरी गली के बाहर रहता है , गुप्ता बुक स्टोर वाला, ... उसी से ,... "




अब मेरी ननद की बारी थी खिलखिलाने की , हँसते हुए वो बोली, ...



" वो छोटू , ... वो स्साला, पूरे पौने दो साल से मेरे पीछे पड़ा है , कोई दिन नहीं जब दर्जन भर से कम व्हाट्सऐप आते हों , ... एकदम चिपकू, जब मैं स्कूल के लिए निकलती हूँ तो हमेशा गली के बाहर, ... "

" और वो दो जो तुझ स्कूल छोड़ने जाते हैं ,... " मैंने बात आगे बढ़ाई,

' आप भी न चुन्नू मुन्नू , बहुत बदमाश है दोनों ऐसे कमेंट करते हैं दोनों , स्वीट बदमाश ,... "



उसके बाद मेरी ननद रानी चालू हो गयीं और मैं और कम्मो दोनों गिन रहे थे , जोड़ कम्मो ने ही बताया

एक धौल उसे मारके ,

" स्साली चौदह भौंरे, चौदह चौदह यार पाल रखे हैं और अभी तक चुदी नहीं थी ,... " कम्मो गुड्डी से बोली।




" अरे अपने असली वाले यार के लिए बचा रखा था ,अपने भइया के लिए " मैंने चिढ़ाया पर कम्मो मेरी बात अनसुनी कर के गुड्डी से बोल रही थी ,

" अरे मेरी पन्दरह की गिनती में तो तेरे भौंरे शामिल ही नहीं थे , छिनार , अब इनको भी जोड़ ले तो सच में अगले हफ्ते से , तेरी जबरदस्त ,... "

लेकिन तबतक किचेन में से प्रेशर कूकर की सीटी बजी , और मैं वापस किचेन में ,
Or nahi to kya. Pahele bhog bhagvan ko lag jae. Fir prasad to sab me hi batega hi
 

Shetan

Well-Known Member
15,155
40,841
259
ननद की ट्रेनिंग


whatsapp img


थोड़ी देर बाद फिर मेरा ध्यान कम्मो की बातों की ओर गया , अब वो सीधे , कैसे चुम्मा लेना चाहिए , पहले थोड़ा झिझको शर्माओ, फिर बाद में जीभ मुंह के अंदर डाल , जीभ से जीभ लड़ाओ , वो जीभ डाल दे तो हलके हलके , फिर कस के चूसो , और हाँ साथ में नीचे सहलाओ ,


फिर पकड़ा कैसे जाता है , सीधे लंड के बेस पर हलके हलके दबाओ सिर्फ दो ऊँगली से फिर पूरी मुट्ठी में हलके हलके , फिर दबाना सहलाना और हलके हलके मुठियाना , हाँ लेकिन याद रहे बीच बीच में आँख सीधे लौंडे की आँख में , मुस्कराते हुए उसे देख कर थोड़ा हलके हलके , जैसे उसे लगे की तुझे भी उसका पकड़ने में दबाने में मजा आ रहा है.



whatsapp img

किचेन में मेरा काम चालू था, ऊपर इनकी कांफ्रेंस चालू थी और बाहर कम्मो का स्कूल।



तभी इनका मेसेज आया, ' बस आधे घण्टे में कांफ्रेस ख़तम हो जायेगी , पांच दस मिनट समेटने में और वो खाली सूप पिएंगे ',



बाहर से कम्मो की आवाज आ रही थी , बीच बीच में मेरी ननदिया की खिलखिलाहट कभी हलकी सी चीख, और भौजी अपनी ननद को मुख मैथुन में दक्ष कर रही थीं,



" देख पहली चीज, चूसने के पहले, ये होंठ से दांत एकदम अच्छी तरह ढंके रहने चाहिए, छूते समय होंठों से , चूमते चाटते चूसते सिर्फ होंठ लगना चाहिए, होंठ, जीभ और नाचती मुस्कराती खुश खुश आँखे इन तीनो का इस्तेमाल। हाथ, नहीं हाथ नहीं , सिर्फ होंठ , हाँ हाथ का इस्तेमाल और कामों के लिए वो भी कभी कभी , तो सबसे पहले होंठों से हल्के से दबा के सुपाड़े को थोड़ा चूसो, चुभलाओ, फिर होंठों के जोर से सुपाड़ा खोल दो , उसके बाद जीभ, बल्कि बस जीभ की टिप, उससे वो जो छेद होता है , जिससे रबड़ी मलाई निकलती है , गाभिन करती है , बस उसी में सुरसुरी करो, मर्द एकदम पागल हो जाएगा,



whatsapp img


कुछ देर ऐसे तंग करने के बाद , जीभ से ही सुपाड़े को सहलाओ, साथ में आंख में आँख मिला के चिढ़ाओ छेड़ो , और फिर एक झटके में पूरा सुपाड़ा गप्प, ...


whatsapp img

उधर कम्मो उसे चूसने चाटने के गुर सिखा रही थी , और इधर मैं सूप की तैयारी कर रही थी , साथ में बखीर की भी , आखिर आज मेरी ननद की फटी है वो भी अपने सीधे साधे भैया से , और आज की रात उसकी सुहाग रात होगी, गन्ने का रस, गुड़ , पुराना चावल और खूब धीमी आंच में, ... बखीर इंटरवल में खिलाने का प्लान था मेरा,


whatsapp img

बीच बीच में कम्मो की आवाज आ रही थी ,


चूसते हुए थक जाओ तो जब बाहर निकालो तो बिना रुके लंड को साइड से चाटना, होंठ से नहीं सिर्फ जीभ से और साथ में उँगलियों से बॉल्स सहला सकती हो , धीमे धीमे मुठिया सकती हो और कम्मो की आवाज आनी बंद हो गयी , वो खुद किचेन में आ गयी,


whatsapp img

इनके लिए बनते सूप को देख के वो बोली बस रुको, मैं आती हूँ , और थोड़ी देर में कम्मो भौजी और उनका जड़ी बूटी का झोला, उसमे से आठ दस जड़ी बूटियां ,भस्म डाल के बोलीं,

" ये बकरे को भी सांड़ बना देती हैं, "

" अरे आपके देवर तो पहले से ही सांड़ हैं , " मैं खिलखिलाती हुयी उन जड़ी बूटियों को सूप में चलाती मिलाती बोली।



whatsapp img

" अरे तो दस सांड़ के बराबर ताकत आ जाएगी आज पक्का बहनचोद बनाउंगी उसे , एक बार आज रात अपने भइया से हचक के चुद गयी तो पक्की छिनार बनने से कोई उसे रोक नहीं सकता",

एक चुटकी स्वर्ण भस्म और पांच चुटकी लौह भस्म मिलाते वो बोलीं।




अब बस पन्दरह मिनट तक धीमी आंच पर सूप पकना था, बखीर पहले ही बन चुकी थी।

कम्मो उस लेप को लेने आयी थीं जो उन्होंने गुड्डी रानी के लिए बनाया था , जिसके तीन फायदे थे एक उस की चूत एकदम से कसी कच्ची कुँवारी ऐसी हो जाती , और जो भी कटा फटा था दर्द वो सब दूर , दूसरे गाभिन होने का खतरा ख़तम और असली बात तीसरी थी जो ननद को न कम्मो बताती न मैं , इसके लगाने के बीस पच्चीस मिनट के अंदर इतनी तेज आग उसकी चूत में लगती की खुद वो लंड ढूंढती
Sari trening ka practical to aaj rat hi ho jaega.
 

Shetan

Well-Known Member
15,155
40,841
259
बस बार बार वो कहती, भाभी बस प्लीज एक बार झड़जाने दो ,...


Jan nikal gai ye sunke kya hal huaa hoga. Me kya batau
 

Shetan

Well-Known Member
15,155
40,841
259
फटा पोस्टर निकला हीरो,





जैसे संपेरा अपनी पिटारी खोल दे और नाग राज फन उठा के खड़े हो जाएँ,



लेकिन कम्मो ने अपनी ननद को सांप पकड़ने के सब तरीके सिखा दिया थे,

पहले तो सिर्फ तर्जनी से उस किशोरी ने शार्ट से आधे तीहै निकले चर्म दंड को छेड़ा और फिर डरते हुए मुट्ठी में पकड़ने की कोशिश की,


सच में स्साली पक्की छिनार थी जिस तरह से वो थोड़ा शर्माते लजाते, थोड़ा ललचाते उन्हें देख रहे थे,जिसका पैदायशी न खड़ा होने वाला हो उसका टनटना कर लोहे का खम्भा हो जाए , और ये तो पहले से ही सांड़, फिर वो जड़ी बूटी वाले सूप का असर , और साथ में पीछे से भौजाई के बड़े बड़े जोबन का जादू, ... वो उनके बंधे थे और कम्मो ने उन्हें कस के पकड़ रखा था, वरना, वहीँ ,...






अंगूठे और तर्जनी के बीच पकड़ कर तन्नाए खूंटे के सर को पहले तो वो हलके से दबाती रही, फिर कस के एक झटके से ,



आधा सुपाड़ा खुल गया,



वो तो पागल हो रहे थे पर कम्मो संतुष्ट नहीं थी उसने आँख से कुछ इशारा किया और अबकी मेरी उस ननद ने जैसे कम्मो भौजी ने सिखाया था एकदम उसी तरह , दोनों गुलाबी होंठों के बीच अधखुले सुपाड़े को दबाया और होंठों के जोर से बाकी चमड़ा,



सुपाड़ा खुल गया था पर गुड्डी के होंठ दूर हट गए थे



जीभ, सिर्फ जीभ बल्कि जीभ की टिप से खुले सुपाड़े पर





कभी छू लेती कभी हटा लेती , फिर सीधे पेशाब के छेद ( पी होल ) पर हलके हलके सुरसुरी



उसकी कोमल उँगलियों ने खूंटे को नहीं छोड़ा था, अब वो सीधे बेस पर हलके हलके दबा रही थीं और जीभ पूरे खुले मोटे मांसल सुपाड़े पर डांस कर रही थी



ये एकदम पागल हो गए थे।


पर गुड्डी भी आज एकदम पागल हो गयी थी , अपने भैया से कब का बदला ले रही थी ,

एक झटके में मुंह में पूरा सुपाड़ा गप्प, क्या मस्त चूस रही थी , कोई बैंगकाक की काल गर्ल को भी मात कर दे,




और मेरी ननद रानी ने अपने दोनों हाथों से मेरे सैंया का शार्ट एक झटके में खींच के दूर फेंक दिया,





अभी तक तो मैं दर्शक थी पर स्साली इत्ती मस्त ननद हो तो कौन भौजाई अपने को रोक पाएगी,

जो ननद ने मेरे साजन के साथ किया वो मैंने साजन की बहना, अपनी ननद के साथ किया, उसकी स्कर्ट खींच के वहीँ फेंक दी जहाँ उसने अपने भैया का शॉर्ट फेंका था ,



भैया बहिनी दोनों एक जैसे हालत में



पर मेरी ननद तो आज एकदम बौरा गयी थी, उसे कुछ फरक नहीं पड़ रहा था, वो कस कस के सुपाड़ा चूस रही थी , उसके भीगे गुलाबी होंठ अपने भैया के सुपाड़े को रगड़ रहे थे, जीभ उसे छेड़ रही थी और साथ में अब उसके लम्बे नाखून,



कभी चर्म दंड को कभी बॉल्स को स्क्रैच कर रहे थे ,





उनकी एकदम हालत खराब, मेरी आँखों ने कम्मो की आँखों को ग्रीन सिग्नल दिया और कम्मो ने कुछ मन्त्र उनके कान में फूंका, और दोनों हाथ खोल दिए

अगले ही पल मेरी ननद बिस्तर पर और वो उसके ऊपर,



लेकिन अब हम दोनों भौजाइयां अपनी ननद की मदद कर रही थीं , बिस्तर पर जितने तकिये कुशन थे , हम दोनों भौजाइयों ने अपनी ननद के चूतड़ के नीचे लगा के खूब ऊपर उठा दिया।
Kisi ek do line ko kese chunu. Puri post hi ghamasand he.
 
  • Like
Reactions: komaalrani

Shetan

Well-Known Member
15,155
40,841
259
मेरी ननद बिस्तर पर



अगले ही पल मेरी ननद बिस्तर पर और वो उसके ऊपर,



लेकिन अब हम दोनों भौजाइयां अपनी ननद की मदद कर रही थीं , बिस्तर पर जितने तकिये कुशन थे , हम दोनों भौजाइयों ने अपनी ननद के चूतड़ के नीचे लगा के खूब ऊपर उठा दिया।

( कम्मो ने उनसे कहा था, फाड़ दो स्साली की बहुत गरमाई है , हचक के चोदो पता चले किसी मरद से पाला पड़ा है , हर धक्का छिनरो की बच्चेदानी पर लगना चाहिए )



भीषण चुदाई,

हम लोगों की शादी के चार पांच महीने हो गए थे , बीच में जब वो ट्रेनिंग पर गए थे उसे छोड़ कर शायद ही कभी नागा हुआ हो ,





और ट्रेनिंग की भरपाई वो आने पर कर लेते थे, सेंचुरी से ज्यादा हर महीने, ... और इधर तो दिन रात कुछ भी नहीं देखते थे, जगह भी नहीं, कितनी बार किचेन में , आंगन में , बरामदे में , बाथरूम में तो रोज



लेकिन ऐसा तूफानी जोश उनका आज मैं पहली बार देख रही थी,



जैसे धुनिया रुई धुनता है , एकदम टी २० वाली बैटिंग, पहली बाल पे छक्का, ...



पता नहीं कम्मो ने सूप में जो जड़ी बूटी डाली थी उसका असर था , या उनकी चोदवासी छिनार बहना की बदमाशी का या, ...



मेरी ननद की दोनों लम्बी लम्बी गोरी गोरी टाँगे उठा के उन्होंने अपने कंधे पर रखीं, जाँघे खूब फैली,



ननद के चूतड़ के नीचे ननद की हम दोनों भौजाइयों ने ढेर सारे तकिये कुशन पहले से ही लगा दिए थे , चूतड़ खूब उठा हुआ,



हाँ खूंटा सटाने का काम मैंने किया ननद की नयकी भौजाई ने,

मुझे याद आया, मेरी शादी के बाद यही छोरी ज़रा सा ननद भाभी वाले मजाक से बिगड़ जाती थी, कहीं अगर उसके भैया से जोड़ के किसी भाभी चिढ़ा दिया, अभी चार पांच महीने तो हुआ और उसी समय मैंने तय कर लिया था,...





और बहुत दिनों का मेरा ये खुद से वायदा था , शादी के तीसरे चौथे दिन, जब छत पर खूब खुल के गाना बजाना हुआ , अपनी सास की फरमाइस पर मैंने वो वो गालियां सुनाई की जो सुन के मैं खुद कान में ऊँगली डाल लेती थी, और गाली बिना ननद का नाम लिए और ननद पर ननद के भाई को चढ़ाये पूरी नहीं होती, और जैसे मैंने गारी शुरू की ,



उडी आया दुपट्टा बनारस से , उडी आया ,
Ha sari galiya sach ho rahi he. Par chhinaro ka to bhala hi huaa na. Bhabhi ki gali gali nahi ashirvad hi hota he. Jo duniya ki har chhinaro ko milta he. Tabhi to unhe sab milta he
 
  • Like
Reactions: komaalrani

Shetan

Well-Known Member
15,155
40,841
259
ननद,



ननद के भैया






दो खारे आंसू टपक कर ननद के नमकीन गालों पर आ गए और कम्मो ने झुक के उन्हें चाट लिया और हलके से गाल भी काट लिया।



लेकिन ये ठेलते जा रहे थे , धकेलते जा रहे थे करीब चार साढ़े चार इंच धंस गया तब वो रुके आधा करीब अभी भी बाहर था।



पर कम्मो ने गारियों की बारिश शुरू कर दी ,

" स्साले ये बाकी किस भोंसड़ी वाले के लिए , स्साले ससुराल में तेरी ये कोरी कुँवारी गाँड़ तेरी सास और सलहज होली में मार मार कर, लेकिन उसके पहले मैं ही कोहनी तक पेलकर, ... "



गुड्डी की सिसकियाँ तो पहले ही रुक गयी थीं , अब वो कम्मो भौजी की रसीली गारियाँ सुन के हलके हलके मुस्कराने लगी थी, ... और इन्होने भी हलके हलके अपना खूंटा थोड़ा सा बाहर बहुत धीरे धीरे खींचने लगे ,



कभी स्टिल कभी वीडियो खींचते मैं समझ रही थी क्या होने वाला है , असली भरतपुर पर तो हमला अब होगा,



और वही हुआ , आलमोस्ट सुपाड़े तक बाहर निकाल के एक बार फिर उन्होंने कस के अपनी छुटकी बहिनिया की कटीली पतली कमरिया कस के पकड़ी और पूरी ताकत से ,



और अबकी धक्के पर धक्के , एक के बाद ,

ननद रानी चीखते चीखते थक गयी थीं बस अब रुक रुक कर सुबक रही थीं ,





लेकिन अब कम्मो ने अपना रोल बदला और उसके दोनों हाथ दोनों छोटे छोटे जोबन पर , जिस जोबना पर सारे मोहल्ले के लौंडे दीवाने थे

भौजी का एक हाथ जोबन को सहला रहा था , दबा मसल रहा था और दूसरा हल्का हल्का निप्स को कभी पुल करता कभी पिंच, ...


कुछ देर में ही ननद का कहरना मस्ती भरी सिसकियों में बदल गया ,




कम्मो अब झुक के कभी ननद के होंठों को चूम लेती तो कभी उसकी चूँची चूस लेती , ननद भी भौजाई के चुम्मे का जवाब दे रही थी



उसकी पूरी देह से लग रहा था उसे मजा आ रहा है , पर कुछ देर के बाद उन्होंने एक बार अपने खूंटे को हल्का सा पीछे कर के , इतनी कस के



मैं होती तो मेरी भी चीख निकल जाती , इतना जोरदार धक्का था

गुड्डी जोर से चीख पड़ी ,

पर ये रुके नहीं ,

वो चीखती रही ये चोदते रहे , और मुझे आँख पर विश्वास नहीं हुआ कैसे उसकी चीख सिसकियों में बदली, उसकी देह हलके हलके काँप रही थी , वो कगार पर थी ,

और इन्होने एक जोरदार धक्का , पक्का अबकी सीधे बच्चेदानी पर लगा होगा ,





और गुड्डी एक बार फिर बिस्तर से उछल रही थी , मचल रही थी , दर्द से नहीं मजे से , वो तो कम्मो ने उसे कस के पकड़ रखा था

एक बार झड़ना बंद होता तो बस पल भर रुक के दूसरी बार, तीसरी बार, चौथी बार,



उन्होंने पूरी ताकत से ८ इंच का खूंटा अपनी छोटी बहिनिया के अंदर जड़ तक ठेल रखा था, मोटा सुपाड़ा उस किशोरी के बच्चेदानी से चिपका

झड़ झड़ के मेरी ननद थेथर हो गयी, और थक कर एकदम रुक गयी , कुछ देर भाई बहिन दोनों ऐसे पड़े रहे , लेकिन कम्मो कहाँ मानने वाली,




भौजी ने अपने देवर को इशारा किया,

खूंटा अभी भी भौजी की ननद की चूत में जड़ तक धंसा था , जिस चूत में एक दिन पहले तक तर्जनी ऊँगली घुसाना मुश्किल लग रहा था वो अब आठ इंच लम्बा ढाई इंच मोटा मूसल जड़ तक घोंटे पड़ी थी,



बिना एक सूत भी बाहर निकाले ही उन्होने लंड के बेस से अपनी छोटी बहिनिया की क्लिट पर रगड़ना शुरू किया, पहले थोड़ी देर बहुत धीमे धीमे, फिर तेजी से ,



लगता था कोई बड़ा बाँध टूट पड़ा , मेरी ननद एक बार फिर से कांपने लगी , सिसकने लगी , उसकी पूरी देह मुड़ तुड़ रही थी ,


जैसे तेज तूफ़ान, तेज बारिश रुकने के बाद बहुत देर तक पत्तों से , घरों की छत से पानी की बूँदें धीरे टपकती रहती हैं , हवा हलकी हलकी चलती है बस उसी तरह



अबकी जब ननद रुकी तो ये भी , फिर इनके खूंटे के अलावा हर इनके अंग,



उँगलियाँ होंठ जीभ



गाल हलके हलके सहलाते हुए चूम कर पहले उन्होंने दर्द से डूबी आँखों को बंद किया अपने होंठों से , और होंठ कभी मेरी ननद के रसीले होंठों पर



कभी नए नए आ रहे थे जोबन पर , थोड़ी देर में एक उभार इनके हाथों के बीच और दूसरा इनके होंठों के बीच



मुझसे कोई पूछे इनकी उँगलियों और होंठों का जादू ,



थोड़ी देर में मेरी ननद पिघल रही थी मचल रही थी चुम्मे का जवाब चुम्मे से दे रही थी खुद अपने छोटे छोटे उभार इनकी छाती से रगड़ रही थी

और जब वो अपने छोटे छोटे चूतड़ खुद उछालने लगी तो ये समझ गए , धक्के फिर शुरू हो गए लेकिन हलके हलके



दो चार धक्के ये मारते तो एक दो बार वो नीचे से अपने चूतड़ उछालती और ये मस्ती में उसके मटर के नए आये दाने के बराबर निप्स चूसने लगते और वो खुद इन्हे खींच कर इशारे करती और धक्कों का जोर बढ़ जाता,



थोड़ी देर बाद वो फिर झड़ने लगी ,
Ye pata nahi tamanna thi ya mannat par puri to hui. Chhinar ko chhiranpan ka sartifiket mil gaya
 
  • Like
Reactions: komaalrani

Shetan

Well-Known Member
15,155
40,841
259
मैं भी अपनी ननद के बगल में बैठी थी. मैंने दो उँगलियों से उसकी गोरी गोरी मांसल जांघों पर जम रही थक्केदार रबड़ी मलाई को समेटा, फिर उसके प्रेमद्वार पर लगी मलाई को भी दोनों उँगलियों में लपेटा, दूसरे हाथ से ननद रानी के गाल दबाकर मुंह खुलवाया और सीधे वो नीचे वाले मुंह की रबड़ी मलाई, ऊपर वाले मुंह में,


अरे नीचे वाले मुंह ने स्वाद ले लिया तो ज़रा ऊपर वाले मुंह से भी स्वाद ले के बता न कैसी है तेरी भैया की रबड़ी मलाई। "



वो नदीदी, शैतान, मेरी उँगलियों को चूस चूस के खूब रस ले ले के, और एक बूँद जो उसके होंठों पर लिथड़ गयी थी, जीभ निकाल के उसे भी चाट लिया, जैसे कह रही हो , भाभी मेरे प्यारे प्यारे भैया की है, मैं क्यों एक भी बूँद बर्बाद होने दूँ,


Sss kaleja sa cut gaya. Chhinar ho to esi. Man gae.
 

Shetan

Well-Known Member
15,155
40,841
259
" भौजाई दो






मैं भी कम्मो का साथ देने पहुँच गयी, मैं पहले अपनी ननद की गोरी चिकनी खुली मांसल जाँघों को सहलाती रही, फिर कम्मो ने जोर से आँख मार के इशारा किया,



" भौजाई दो -दो और मजा सिर्फ एक ही ले, बड़ी नाइंसाफी है "



गच्चाक से मैंने भी अपनी मंझली ऊँगली कम्मो की दोनों ऊँगली के साथ,... कुछ मेरी ऊँगली में इनकी मलाई लगी थी , कुछ बहिनिया की बुर अपने भैया की मलाई से बजबजा रही थी,



गप्प से घुस गयी. और हम दोनों की तीनो उँगलियाँ मजे से कुँवारी ननद की चूत का रस ले रही थी , अब तो फट गयी थी और फटी उस से थी जिस से मैं चाहती थी फटे , एकदम अच्छी तरह से फटी भी थी , ....




गुड्डी जोर जोर से चीख रही थी चूतड़ पटक रही थी , आखिर एक साथ तीन तीन उँगलियाँ , एक किशोरी की कसी चूत में, ...



पर वो जितना चीख रही थी, सुबक रही थी, उतना ही हम दोनों को मजा आ रहा था, मैंने महसूस किया कम्मो ने एक ऊँगली चम्मच की तरह मोड़ ली है ढूंढ रही है , मैं समझ गयी,



जी प्वाइंट, जैसे क्लिट बाहर होती है जादू की बटन उसी तरह ये चूत के अंदर और क्लिट से भी ज्यादा जोरदार, और मान गयी मैंने कम्मो रानी को,



चीखती सुबकती ननद रानी एकदम जैसे मस्ती से पागल हो गयीं ,



कम्मो ने हलके से उस प्वाइंट को छुआ ,



मैं क्यों पीछे रह जाती मेरा अंगूठा सीधे क्लिट पर , इस दुहरे अटैक से ननद रानी की हालत खराब , वो मस्त हो रही थी छोटे छोटे चूतड़ पटक रही थी , मचल रही थी,



और उस से ज्यादा इन की हालत खराब थी , झंडा एक बार फिर से फहराने लगा, उन की निगाह एकदम अपनी छुटकी बहिनिया पर चिपकी, कैसे वो मस्ता रही है,... ननद रानी झड़ने के कगार पर पहुंच गयीं थी, लग रहा था अब गयीं तब गयीं, पर वो झड़ जाती उस के पहले हम दोनों ने अपनी उँगलियाँ निकाल ली, कम्मो ने इनकी बहिना की बुर से निकली बहिना के रस से गीली दोनों ऊँगली सीधे इनके मुंह में



पर मैं स्वार्थी, अपनी ननद की प्रेम गली के रस का स्वाद लिए बिना मैं नहीं छोड़ने वाली थी तो मेरी ऊँगली मेरे होंठों के बीच, एकदम मस्त चाशनी, खूब गाढ़ी।



चासनी चाटने का मन तो कम्मो का भी कर रहा था, पर उसका काम ऊँगली से नहीं चलने वाला था, सीधे उसने ननदिया के रस कूप में होंठ लगाया, और कर चूसने लगी, फिर कुछ रुक के जैसे कोई जीभ से आम की फांकों को अलग कर कर के चाटे, एकदम उसी तरह, ...





और अपने देवर को दिखाते ललचाते अपनी जीभ वहीँ घुसेड़ दी जहाँ थोड़ी देर पहले उसके देवर का मोटा लंड घुसा था,

वो जीभ से चाट चूस नहीं रही थी, इनकी छुटकी बहिनिया को इन्ही के सामने चोद रही थी, जीभ से



हम दोनों भौजाइयों से ननद को बराबर बराबर बाँट लिया था , कमर के नीचे का हिस्सा, कम्मो के पास और ऊपर का, दोनों रसीले जोबन मेरे कब्जे में ,



मेरी जीभ ननद के छोटे जोबन पर , निप्स पर कभी फ्लिक करती तो कभी चूस लेती ,



जितनी हालत मेरी ननद की खराब थी उससे ज्यादा ननद के भैया की , अपनी बहना को देख देख के ,
Bechari chhinar nandiya fas gai dono bhojaiyo ke bich
 
  • Like
Reactions: komaalrani
Top