sexyswati
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‘माझी बहिणीच्या घाम माझ्या साठी पंचामृत आहे…’ ( मेरी बहन का पसीना मेरे लिए पंचामृत आहे…)
वाह ..... लाजबाब ....
‘माझी बहिणीच्या घाम माझ्या साठी पंचामृत आहे…’ ( मेरी बहन का पसीना मेरे लिए पंचामृत आहे…)
चाटते चाटते मोहिते ने तूलिका का एक हाथ उठा कर उसकी बगल के बाल चाटने शुरू किये तब तूलिका को बहुत ऑड लगा. मोहिते को दूर हटा कर तूलिका ने कहा, ‘काय करतोस रे वेड्या ? ये बगल के बाल है - कितना पसीना है यहां !’
स्स्सस्स्स्स ..... बहन की बालो भरि .... पसीने से भरी बगल चाटना अम्म्मम्म्म्म......मोहिते ने तूलिका को बांहों में खिंच कर आलिंगन में जकड़ कर कहा.’ताई, तु मेरे सपनो की देवी है और मैं तुम्हारा जीभ-अभिषेक कर रहा हूं - पूजा से पहले तुझे इस तरह स्वच्छ कर रहा हूं. तेरे शरीर की हर गोलाई और हर खाई, हर गली और हर पहाड़ को मैं जीभ से चाट चाट कर चखते चखते स्वाद के चटकारे लेते हुए भोगूंगा- मेरी जीभ मेरे प्यार का रेवन्यू स्टेम्प है और तेरा शरीर में अपने नाम कर रहा हूं.’
Bhai Aajkal koi bhi kitna bhi seedha saadha ho wo ling yoni word nahi use karta. Ye sab words tab achhe lagte jab ye kahani koi purane time period me set hoti jaisi raja raniyo ke time period mein.charecter par depend karta hai, sajan bhai aur Adity ki bhasha aur jagdish, mohite ki bhasha ek jaisi nahin ho sakti-
Hehe...sahi baat bhai. Ab Jagdish aur shalini ki kahani aage badhni chahiyeमुझे लगता है जगदीश ने कसम खाई है कि वह अनचुदी शालिनी मुंबई घर लेकर जाएगा, चाहे शालिनी अपनी दोनों टांगें खोल कर अपनी चूत मे जगदीश के लंड का आव्हान भी करे तब भी जगदीश भगवान का नाम लेकर उसकी चूत को ढक देगा क्योकि उसने कसम खाई है वो शालिनी को चोदेगा तो कतई नहीं, salute to जगदीश,,,,