Update 45
मैं ने रेशमा की आँखो पे किस किया और ऐसे किस करते हुए नीचे आने लगा.
गर्दन से होते हुए मैं ने रेशमा के बूब्स पर एक किस किया और नीचे चला गया.
रेशमा के बूब्स को मैं ने प्यार किया था अब डाइरेक्ट चूत पर जंप मारता हूँ
नाभि पे किस करके रेशमा के बदन मे गुदगुदी पैदा की ताकि चूत पर जाते ही उसका मूड खिल जाय
चूत पर किस करते ही रेशमा के बदन मे हलचल होनी शुरू हो गयी.
रेशमा की चूत तो अभी से डर के काप रही है.
मैं अपना झंडा रेशमा की चूत मे डालूँगा तो चूत मेरा साथ नही देगी.
मुझे रेशमा की चूत का डर ख़तम करना होगा.
रेशमा की चूत को पहले प्यार करना होगा.
रेशमा की चूत को खुश करता हूँ. अपना दीवाना बनाता हूँ ,फिर वो खुद मेरी गोद को अपनी
सवारी करने को बोलेगी.
रेशमा की चूत देखते मुँह ने पानी आ गया.
सच मे रेशमा की चूत पिंक कलर की दिख रही थी. दुल्हन से ज़्यादा सुंदर चूत थी.
इस रेशमा की चूत पे हज़ारो कुवारि चूत कुर्बान कर दूं.
रेशमा की पहली चुदाई को ज़्यादा टाइम नही हुआ था .पर दिखने से टाइट लग रही थी
मैं ने रेशमा की चूत के होंठो को खोल कर देखा. उसके होंठ आराम से खुल गये और मुझे
जन्नत दिख गयी.
जन्नत कहीं है तो यही है.
रेशमा की चूत को और गीली करवाने का टाइम आ गया.
मैं ने शुरुआत किस करने से की. किस एक 2 करके रुकने वाला नही था.
मैं ने किस की बारिश कर दी.अपनी चूत पर मेरे होंठ महसूस करते ही रेशमा के मुँह आहह निकल
गयी.
रेशमा ने अपनी आँखे खोल कर मुझे देखा.और मुझे अपनी चूत पर किस करते हुए देख कर
शरमाने की जगह मज़ा लेने लगी.
चूत चूसवाना किसी को भी पसंद होता है. ऐसे मे मेरी जीभ उस पे तलवार चलाने का काम
करती
रेशमा की चूत ढीली हो गयी थी मेरी एक चुदाई से जिस से उसका दाना मेरी जीभ के कॉंटॅक्ट मे अच्छे
से आने लगा.
दाने पर मेरी जीभ से रेशमा हवा मे उड़ कर पूरी दुनिया घूमने लगी.
मैं ने अपनी जीभ को रेशमा की गहराई मे डालना शुरू किया.
रेशमा की चूत इतने दिनो बाद किसी के प्यार को पा कर खुश थी.
खुशी के मारे रेशमा की चूत धीरे धीरे रोने लगी.
उसके ऐसे रोने से मैं भी मस्ती मे आकर उसका सारा पानी निकालना चाहता था
रेशमा की ऐसी चूत मे मज़ा आ रहा है तो कुवारि होती तो मे कितना आता
और मैं मज़ा कैसे लेता हूँ ये मुझसे ज़्यादा मेरी जीभ जानती है. क्यूँ कि वो मज़ा लेती थी.
मैं अब तक अपने कंट्रोल मे था और रेशमा मज़ा ले रही थी. फिर मैं मज़ा लेने लगा और रेशमा
ने अपना कंट्रोल खो दिया.
मेरे मज़े करने से रेशमा की पिंकी ने पानी छोड़ना शुरू किया.
रेशमा की चूत से जो पानी निकला वो टेस्ट मे अलग था.
और नयी चीज़ मुझे हमेशा अच्छी लगती है.
मैं रेशमा का पानी पीकर खुश हो गया.
रेशमा की चूत का पानी सफाचट कर दिया.
पानी पीने के बाद मैं ने रेशमा की तरफ देखा
रेशमा इस प्यार से खुश थी
खिल गयी थी रेशमा
मैं ने लंड को रेशमा की चूत पर सेट किया
लंड के चूत से टच होते ही रेशमा के बदन मे बिजली दौड़ गयी.
मैं ने रेशमा के पैरो को और खोल दिया जिस से लंड ठीक तरह से रेशमा की चूत पर अड्जस्ट हो
गया.
पहला झटका मारकर लंड को चूत मे 3 इंच तक अंदर डाल दिया.
रेशमा की चूत ने मेरे जितना मोटा लंड अभी अभी लिया था.
जिस की वजह से मेरा लंड चूत को रगड़ते हुए अंदर चला गया
चूत की मसपेशियो ने लंड के हिसाब से अड्जस्ट करना शुरू कर दिया.
रेशमा के चेहरे पे दर्द की हल्की सी लकीर आई थी.
इतना दर्द तो होता ही है.
मैं ने लंड को 1 इंच तक बाहर निकाल कर जोरदार झटका मार कर आधे से ज़्यादा लंड चूत मे डाल
दी
इस बार चूत को लंड के हिसाब से थोड़ा ज़्यादा अड्जस्ट करना पड़ा.जिस की वजह से रेशमा को ज़्यादा दर्द
हुआ.
रेशमा ने अपने होंठो को दबा कर रखा.
3र्ड और आख़िरी झटके के साथ जहाँ अभी तक वहाँ रेशमा का हज़्बेंड पहुँच नही सका वहाँ पर
मैं ने अपना झंडा गाढ दिया.
लंड चूत की गहराई मे जाकर वहाँ से पानी निकाल ने के लिए तैयार हो गया.
लंड ने चूत की नसों को फैला दिया, जिस से रेशमा के मुँह से दर्द भरी चीख निकल गयी.
आआहह ....मरररर....गाइिईई...तुम ने तूऊ.......आआहह
मेरे लंड पे चूत अपना दबाव बना रही थी.
लंड नयी चूत मे जाकर उछल रहा था.
मैं ने रेशमा के उपर आकर उसके होंठो को चूसना शुरू कर दिया.
रेशमा बस मेरा साथ दे रही थी उनको अपना पानी जल्दी निकालना था ताकि वो मेरे लंड का मज़ा
दर्द से नही बल्कि एंजाय करते हुए ले
इतना कह कर रेशमा ने अपनी टाँगे उपर उठा कर मेरी कमर पर लपेट ली और मुझे लंड को ऐसे ही
चूत मे हमेशा के लिए रखने के लिए बोल रही थी.
आज तक जितनी चूत मुझे मिली सब को मेरा लंड हमेशा के लिए चाहिए था.
रेशमा दर्द से छटपटा रही थी और मुझे कस के पकड़ कर रखा था. और लंड को हिलने नही दे
रही थी.
रेशमा ने अपनी टॅंगो से मुझे पकड़ रखा था .मैं ने अपने आप को रेशमा के उपर गिरा दिया. अब
मैं पूरी तरह से रेशमा से चिपक गया था
रेशमा से चिपक ने के बाद मुझे ऐसा लग रहा था कि रेशमा की चूत ने मेरे लंड को कस के
पकड़ लिया हो. और लंड वही रहने की तैयारी कर रहा है.
फिर मैने भी तब तक वैसे ही रेशमा से चिपका रखा जब तक रेशमा ने खुद अपनी गंद हिलाना शुरू
नही किया.
रेशमा की गंद हिलाना मेरे लिए इशारा था कि मैं अब उनकी चूत को फाड़ दूं.
रेशमा ने अपने पैरो को मेरे कमर से अलग किया .मुझे धक्के मारने के लिए आसानी हो गयी.
मैं ने धीरे धीरे रेशमा की चूत मे धक्के मारना शुरू किया.मुझे रेशमा के साथ चुदाई का
पूरा मज़ा लेना था.
हर धक्का मारते हुए रेशमा की आहह निकलते हुए देख रहा था
पहले तो धक्का इतने प्यार से मारने लगा जितना कभी वर्जिन चूत के साथ भी ना मारा हो.
लंड को रेशमा की चूत मे जाते हुए देखने मे मज़ा आ रहा था.
जैसे ही लंड पर चूत की पकड़ कम हुई वैसे मैं रेशमा के उपर आ कर धक्के मारने लगा.
मैं धक्के मारने से साथ रेशमा के होंठो को चूसने लगा. रेशमा की गीली चूत मे आराम से
लंड जा रहा था.
मेरा लंड जब चूत की गहराई मे जाता तो रेशमा की चूत मे कसाव आ जाता और चूत की दीवार
मेरे लंड से रगड़ने लगती जिस से मुझे मज़ा आ रहा था.
रेशमा की गरम गरम चूत मे लंड डालने मे और रगड़ने मे मज़ा आ रहा था.
मैं धीरे धीरे धक्के मार रहा था ,रेशमा शीष्कारिया लेते हुए मुझे ज़ोर दार धक्के मारने को
कह रही थी.
रेशमा की बात सुन कर मैं ने अपने धक्को की गति तेज़ कर दी. गति बढ़ते ही रेशमा ने मुझे कस
के पकड़ लिया. जिस से मेरा लंड रेशमा की चूत के दाने से रगड़ ने लगा.
मेरे साथ चुदाई करके रेशमा को बहुत मज़ा आ रहा था. रेशमा ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी और
अपनी गंद उछाल उछाल कर लंड चूत मे ले रही है.
मज़ा लेने के साथ रेशमा ने पानी की बारिश की और इस बारिश के साथ मैं ने लंड बाहर निकाल कर
पोज़िशन चेंज की
रेशमा को उल्टा लेटने को कहा था ,और पीछे से रेशमा की चूत मे धीरे धीरे लंड डालने लगा
इस पोज़िशन मे रेशमा की चूत और टाइट हो गयी थी जिस की वजह से मुझे चूत मे धक्के मारने मे
मज़ा आ रहा था.
मुझे मज़ा आ रहा था पर रेशमा को परेशानी हो रही थी.
मैं ने रेशमा को एक तरफ हो कर लेटने को कहा और रेशमा के पीछे लेट कर रेशमा के एक पैर को
उपर करके चूत मे लंड डाल दिया.
इस बार रेशमा को मेरे साथ मज़ा आने लगा. और मैं भी रेशमा की चूत का बॅंड बाजा बजाने
लगा.
रेशमा को मज़ा लेते हुए देख कर मैं भी अब पूरी ताक़त लगा कर रेशमा को दना दन पेल रहा
था.
रेशमा की चूत पानी पे पानी छोड़ कर बहुत गीली हो चुकी थी .रेशमा का पानी चूत से बाहर आ
रहा था.
चूत गीली होने से मेरा लंड आसानी से अंदर बाहर हो रहा था .
हम दोनो पूरी जी जान लगा कर चुदाई कर रहे थे जिससे मेरी और रेशमा की साँसे तेज़ चल रही थी.
अब फिर से पोज़िशन चेंज करके पहली पोज़िशन पे आ गये और चुदाई का मज़ा लेने लगे.
चुदाई करते हुए बहुत समय हो गया था पर ना रेशमा अपना जोश कम कर रही थी और ना
मैं अपनी गति कम कर रहा था.
वापस चूत और लंड के खेल पर फोकस करने लगा.
लंड को धीरे धीरे बाहर निकालने लगा. लंड बाहर निकालने से चूत की मासपेसिया अपनी नॉर्मल
पोज़िशन मे आने लगी.
लंड को टोपे तक बाहर निकाल के बाद एक झटके मे पूरा लंड चूत मे डाल दिया.
अभी चूत की मासपेशिया नॉर्मल हो रही थी कि फिर से फैल गयी और रेशमा की फिर से चीख निकल गयी.
मैं ने फिर से लंड को वैसे ही बाहर निकाल कर 10 12 बार एक झटके मे अंदर डालता रहा.
हर बार जोरदार झटका पड़ने से चूत की नसें लंड के लिए फैल कर मज़ा लेने के लिए जगह बना
दी.
रेशमा मेरे झटके के साथ चीखने लग जाती. पर रेशमा की चीखो की आवाज़ धीरे धीरे कम होने
लगी.
रेशमा को मेरा इस तरह करना अच्छा लग रहा था इसी लिए मुझे रुकने को नही कहा.
फिर मैं ने धीरे धीरे रेशमा की चूत मे धक्के मारना शुरू किया.
रेशमा को मेरे लंड से धक्के खाने मे मज़ा आ रहा था.
रेशमा शीष्कारिया लेते हुए मुझे ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने को कह रही थी.
मैं ने रेशमा की बात मानते हुए अपनी गति बढ़ा दी.
जोरदार तरीके से रेशमा की चूत को मारने लगा.
रेशमा मेरे लंड के वार को ज़्यादा देर बर्दास्त नही कर पाई और मेरे लंड को अपनी चूत के पानी
से नहला दिया.