BeingVijay
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Zabardast Update Bhaiअपडेट 14
अमजद=मेरी कुतिया,तूने मेरी पहली शर्त मानकर खुश कर दिया मुझे।अपनी मस्तानी गांड मेरे लौड़े पर रगड़ कर साबित कर दिया कि तुझे अबतक किसी ने नहीं चोदा है।अब मेरी दूसरी ये है कि मेरे सवालों के जवाब दूसरे तरीके से देने होंगे।और हां अगर तेरी गांड मेरे लौड़े से चिपकना चाहती है,तो अपनी गांड पीछे करके मुझे इशारा कर देना। तो मेरा मन हुआ तो मै खुद अपना लंड तेरी गांड पे रगडूंगा।
अमजद जानता था सारा अब बहुत चुदासी हो गई है।उसे चोदूंगा तो भी वो थोड़ा नखरा करेगी पर मान जाएगी।पर अमजद सारा को तड़पाना चाहता था,उसे चुदाई की आग में जलाना चाहता था,ताकि वो कुछ भी कहे सारा बिना नखरा किए उसकी बात मानें।
अमजद=तो रंडी अब बता,मेरी दूसरी शर्त मानेगी।
सारा तो बहुत गर्म थी,इसलिए उसने झट से हां में गर्दन हिलाई।
अमजद=रंडी मेरी दूसरी शर्त थोड़ी मुश्किल है,अगर तू मेरी शर्त नहीं मान सकती तो मना कर सकती है।क्या अब भी मेरी शर्त मानेगी।
सारा ने हां में गर्दन हिलाई।
अमजद=अपनी बात से पलटेगी नहीं ना।
सारा ना में गर्दन हिलाती है।
अमजद=मुझे तुझ पर विश्वास नहीं है।इसलिए तुझे कसम खाने होगी कि तू मेरी शर्त मानेगी।
सारा=(मन में) मैं कसम तो खा सकती हूं,मुझे कोई आपत्ति नहीं।अब्बू के लिए मैं कुछ भी करूंगी।पर कसम खाने के लिए मुझे बोलना पड़ेगा और अब्बू मेरी आवाज पहचान लेंगे। मैं तो बिना कसम खाए अब्बू के लिए कुछ भी करूंगी।अब्बू भी समझते ही नहीं।
अमजद=(शांत लहजे में) देख रंडी,तू भूल गई होगी,पर में तुझे याद दिलाता हूं कि मैंने अपनी गुड़िया की कसम खाई है तो आज रात तुझे चोदूंगा नहीं।इसलिए चुदाई का डर अपने जहन से निकाल दे। मेने तो कसम खाई है इसलिए मैं अपनी बात से नहीं पलटुंगा।पर तू मेरी शर्त मानेगी या नहीं,इसका मुझे यकीन नहीं है।इसलिए तुझे कसम तो खानी पड़ेगी।
सारा सोच में पड़ गई कि मैं कसम केसे खाऊं।मेने कसम खाने के लिए मुंह खोला तो गड़बड़ हो जाएगी।अब क्या करूं,अब्बू तो जिद पर अड़ गए हैं।
अमजद भी जानता था कि सारा कुछ बोलेगी नहीं।वो मुझसे अपनी पहचान छुपाना चाहती है।और मेरे लिए अच्छी बात है।पर अपनी बात को आगे बढ़ाने के लिए इसका बोलना जरूरी है।
अमजद=मेरी रंडी चल कसम खाकर कह कि तुझे मेरी कोई भी शर्त मंजूर है।जिस तरह मैंने अपनी प्यारी बेटी गुड़िया की कसम खाई है तुझे ना चोदने की। तू भी किसी ऐसे अपने प्यारे की कसम खा,जिसे तू सबसे ज्यादा प्यार करती है और वो भी तुझसे सबसे ज्यादा प्यार करता है। किसी ऐसे वैसे की कसम मत खाना।तुझे उसकी कसम खानी है जो तुम्हारे लिए अपनी जान भी दे सकता है,जिस तरह मैं अपनी गुड़िया से प्यार करता हूं।,तेरी ये जवानी,तेरा ये गदराया और बदन देखकर भी मै अपनी गुड़िया की कसम नहीं तोड़ रहा हूं।तुझे भी इस इंसान की कसम खानी होगी।और जिसके लिए तू कुछ भी कर सकती है,जिसके लिए तू हर हद पार कर सकती है, जिसके लिए तू कोई कीमत चुकाने को तैयार हो जाए।चल खा उसकी कसम।
अमजद सारा के जज्बात के साथ खेल रहा था,और सारा जज्बाती हो रही थी।
सारा को अमजद ने ये विश्वास दिला दिया था कि वो सारा से कितना प्यार करता है।सारा खुशी से पागल हो रही थी।
सारा=(मन में)अब्बू मुझसे कितना प्यार करते है।पहले में अब्बू का ये प्यार क्यों नहीं देख पाई।अब्बू मुझसे अपनी जान से ज्यादा प्यार करते है। अब्बू मुझसे कितना प्यार करते है,उससे ज्यादा प्यार अब मैं को दूंगी।उसके लिए चाहे मुझे कुछ भी करना पड़े मैं पीछे नहीं हटूंगी।जी कर रहा है अभी अब्बू के गले लग जाऊं और उनको बताऊं कि मैं भी आपसे बहुत प्यार करती हूं,पर क्या करूं अब मैं मजबूर हूं।ओह मेरे प्यारे अब्बू आप कितने अच्छे है।
अमजद=तो मेरी कुतिया बता किसकी कसम खाएगी।
सारा कुछ नहीं बोली।
अमजद=तो मेरी रांड अपना मुंह नहीं खोलेगी,तुझे लगता है तू बोलेगी तो मैं तेरी आवाज पहचान लूंगा।और मुझे पता चल जाएगा।ठीक है तो मैं तेरे अपनों का नाम लूंगा और तू सुनना। जिससे तू सबसे ज्यादा प्यार करती है,उसका नाम आते ही तू अपनी गांड मेरी लोड़े पर रगड़ना। समझ गई।
सारा ने हां में सर हिलाया।
अमजद=तेरी कोई खास सहेलीसे।
सारा ने को रिस्पॉन्स नहीं दिया।
अमजद=तेरा boyfriend से।
सारा का कोई रिएक्शन नहीं।
अमजद=तेरी बहन से,अगर हो तो।
सारा का.......
अमजद=तेरा भाई से,अगर हो तो।
सारा का........
अमजद= तेरी अम्मी से।
सारा का अभी तक कोई रिस्पॉन्स नहीं।
अमजद= ये क्या रांड,अपनी अम्मी से भी नहीं।लड़कियां अपनी अम्मी के बहुत करीब होती है। तो तू किससे ज्यादा प्यार करती है।या किसी से भी प्यार नहीं करती है।
सारा=(मन में)हां प्यार करती हूं,वो भी आपसे।आपने अपने आप का तो पूछा भी नहीं।अब्बू आप अपना तो पूछिए,फिर कैसे जवाब देती हूं अपना पिछवाड़ा आपके उसपे(लंड पे) रगड़ कर।
अमजद ने जानबूझ कर अपना नाम नहीं लिया।अमजद जानता था वो मेरी बातों में आ गई है।सारा अब मुझसे ही सबसे ज्यादा प्यार करती है।
(नोट:दोस्तों एक बात बताना चाहता हूं कि अमजद सारा से उतना ही प्यार करता है जितना प्यार हीना और जिया को करता है।अमजद अपनी बेटियों से बहुत प्यार करता है।वो तो अमजद का पापी लंड है जो अमजद को इंसान से शैतान बनाता है।अमजद अपनी बेटियों को चोदेगा,अपनी रंडी,रखैल बनाएगा,पर उनका दिल कभी नहीं दिखाएगा।उनपे कभी आंच नहीं आने देगा।उसकी वासना में भी प्यार है।बस उसका प्यार जताने का,प्यार करने का तरीका अलग है।कुछ भी हो दोस्तो अमजद का ये तरीका आप लोगों को पसंद आएगा। और मुझे माफ करना भाइयों और बहनों,कहानी के बीच इतनी बकचोदी करने के लिए।)
अमजद=तो क्या तू अपने अब्बू से सबसे ज्यादा प्यार करती है।
अमजद ने जैसे ही अपना नाम लिया।सारा झट से अपनी गांड पीछे की और अपने अब्बू के लोड़े पर रगड़ने लगी।वो बड़े ही कामुक अंदाज में।
सारा=(मन में)हां अब्बू मैं आपसे ही सबसे ज्यादा प्यार करती हूं। जेसे आप मुझसे सबसे ज्यादा प्यार करते है वैसे मैं भी अब आपसे सबसे ज्यादा प्यार करती हूं।और आपके लिए आपकी हर शर्त मानूंगी।
अमजद सारा का जवाब देखकर(सुनकर) खुश हो गया।
अमजद=(मन में) ये साली रण्डी तो बड़ी आसानी से मेरी काबू में आ गई।ये मेरी बातों से इमोसनल हो गई है।इसे और ज्यादा इमोशनल करता हूं ताकि ये और ज्यादा मेरी गिरफ्त में आ जाए। इसपे तो मेरे इमोशनल अत्याचार का बहुत ज्यादा असर हो रहा है।
अमजद=क्या बकवास कर रही है तू।
सारा अमजद की बात सुनकर चौंक गई।
सारा=मन में) ये अब्बू को अचानक क्या हो गया।
अमजद=मैं जानता हूं तू झूठ बोल रही है।जितना प्यार एक बाप अपनी बेटी से करता इतना प्यार कोई किसी से नहीं करता है।पर बेटी अपने अब्बू के प्यार को कभी समझ ही नही पाती है।और वो अपने अब्बू से कभी सबसे ज्यादा प्यार नहीं कर सकती है।मेरी भी तीन बेटियां है,और मैं भी अपनी बेटियों से बहुत प्यार करता हूं।और सबसे ज्यादा प्यार तो मैं अपनी गुड़िया सारा से करता हूं।पर वो मुझसे प्यार नहीं करती है।और ना ही मेरे प्यार को समझती है।अगर मेरी गुड़िया मुझसे थोड़ा सा भी प्यार करती तो दो साल तक मुझसे दूर नहीं रहती। मैं उसको देखने के लिए दो साल तक तड़पा हूं।आज दो साल बाद घर वापस आई है।जब दो साल बाद उससे मिला तो उसे अपनी बांहों में भर कर प्यार करने का मन किया,उसे चूमने का मन किया।मगर मैं ऐसा कर नहीं पाया।क्योंकि मेरी दूसरी बेटियों को ऐसा ना लगे कि मैं उन्हे कम प्यार करता हूं मेरी गुड़िया को ज्यादा।क्योंकि मैं नहीं चाहता कि मेरी बेटियों का प्यार एक दूसरे से कम हो। मैं अपनी गुड़िया को अकेले में अपनी बाहों में भर कर प्यार करना चाहता हूं,उसे चूमना चाहता हूं।मुझे लगा सब अपने रूम चली जाएगी,तब अपनी गुड़िया को प्यार करूंगा।मगर मेरी गुड़िया तो सबसे पहले सोने चली गई।क्योंकि वो तो मुझे प्यार ही नहीं करती।
अमजद की बात सुनकर सारा की आंखों में आसूं आ गए।उसने अमजद के लोड़े पर अपनी गांड रगड़ना बंद कर दिया था। उसका दिल अभी अपने अब्बू के गले लग जाए और उन्हें प्यार करे।और कहे कि अब्बू आपकी गुड़िया भी आपसे बहुत प्यार करती है।वो भी आपको बाहों में भरना चाहती है,आपको प्यार करना चाहती है,आपको चूमना चाहती है।पर इस वक्त नहीं कर सकती।
अमजद=अगर तू सचमुच अपने अब्बू से सबसे ज्यादा प्यार करती है, तो तेरा बाप दुनिया का सबसे खुशनसीब बाप है। काश मेरी गुड़िया भी मुझे प्यार करती,जितना प्यार तू अपने अब्बू से करती है।
सारा=मन में) हां मैं अपने अब्बू से सबसे ज्यादा प्यार करती हूं,और मैं दुनिया की सबसे खुशनसीब बेटी हूं,जिसे आप जैसा प्यार करने वाला अब्बू मिला है। और मैं भी अपने प्यारे अब्बू से बहुत करती हूं।
अमजद=तो खा अपने प्यारे अब्बू की कसम और कह कि तुझे मेरी हर शर्त मंजूर है।
सारा=मन में) अब मैं क्या करूं।में बोल नहीं सकती।अगर मैं बोली तो अब्बू मेरी आवाज से मुझे पहचान लेंगे।और उसके बाद क्या होगा ये तो ***** जाने।पर जो भी होगा अच्छा नहीं होगा।
अमजद सारा की मनोदशा समझते हुए।
अमजद= देख रंडी,अगर तुझे ऐसा लगता है कि तू बोलेगी तो मैं तुझे तेरी आवाज से पहचान लूंगा कि तू कौन है,तो घबरा मत।क्योंकि एक जैसी शक्ल दुनिया में सात लोग हो सकते है तो एक जैसी आवाज के तो दुनिया में हजारों लोग होंगे।वैसे भी सब लड़कियां की आवाज तो एक जैसी होती है।तो तू घबरा मत और बोलकर कसम खा।तू बोलने में नखरा करेगी तो मेरी शर्त मानने में और ज्यादा नाटक करेगी।और नखरा करेगी तो मुझे बहुत गुस्सा आएगा।
सारा=(मन में)अब क्या करूं।अब्बू तो नाराज हो गए।अब्बू के लिए मैंने कुछ भी करने का खुद से वादा किया है।अब जो भी हो मुझे बोलना पड़ेगा,अब्बू को शक हुआ तो, मैं कैसे भी करके संभाल लूंगी।
अमजद=बोल मेरी कुतिया।हां अगर तू मेरी गुड़िया की तरह अपने अब्बू से प्यार नहीं करती है,तो मत बोल।
अमजद=ठीक है तू नहीं बोलेगी। फिर तो मुझे गांववालों को बुलाना पड़ेगा।फिर तेरे अब्बू की इज्जत जाएगी।
अमजद की बात सुनकर सारा घबरा गई और ना में सर हिलाने लगी।
अमजद=तो खा अपने अब्बू की कसम की तुझे मेरी हर शर्त मंजूर है।
सारा के पास अब कोई रास्ता नहीं था।अमजद ने उसे बहुत इमोशनल कर दिया था और डरा भी दिया था।अब सारा का बोलना जरूरी था।
और अमजद तो पहले ही प्लान बना चुका था कि सारा की आवाज सुनकर,वो कैसे इस सिचुएशन को हेंडल करेगा।
सारा धड़कते दिल के साथ,घबराते हुए बोली
सारा(सारा हकलाते हुए) मैं अपने अब्बू की कसम खाकर कहती हूं कि मैं आपकी हर शर्त मानूंगी।
सारा इतना बोलकर चुप हो गई ,सारा बहुत घबराई हुई थी,उसे पूरा यकीन था कि अब्बू उसकी आवाज पहचान लेंगे।
सारा की बात सुनकर अमजद बहुत खुश हुआ।उसे यकीन था सारा जरूर बोलेगी।
अमजद=(मन में)अब सारा बहुत घबरा गई है।मुझे इसका ये डर खत्म करना पड़ेगा।
(अमजद तो पहले ही तैयार था इसके लिए)
अमजद=वाह क्या मीठी आवाज है तेरी मेरी रांड।इतनी प्यारी आवाज को तूने अब तक दबा रखी थी।
सारा तो अब भी डर से कांप रही थी।
अमजद एक हाथ से सारा की चूचियां दबा रहा था और दूसरे हाथ से उसकी गांड दबा रहा था।
अमजद=अरे हां तेरी आवाज तो बिलकुल मेरी गुड़िया जैसी है।अब तो मै तुझे गांववालों के हवाले नहीं करूंगा।क्योंकि तेरी आवाज मेरी गुड़िया जैसी है।और जब गांववाले मिलकर तुझे चोदेंगे और तू चिलाएगी,तो मुझे बहुत दुख होगा।क्योंकि तेरी आवाज मेरी गुड़िया जैसी है।
अमजद की बात सुनकर,सारा की सांस में सांस आई।
सारा=(मन में)थैंक गॉड अब्बू मुझे पहचाना नहीं।अब्बू को ये पता नहीं चला कि मैं उनकी गुड़िया हूं।अब्बू सोच रहे हैं कि मेरी आवाज गुड़िया जैसी।शुक्र है ***** ने बचा लिया।और में बोलूंगी तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा। मैं कितना डर गई थी।पता नहीं मेरी आवाज सुनकर अब्बू का क्या रिएक्शन होगा।पर अब्बू ने मुझे पहचाना नहीं।
अमजद=अब तो तूने तेरे अब्बू की कसम खाई है।अब तो मेरी हर बात मानेगी ना।
सारा ने हां में गर्दन हिलाई।
सारा की गांड पे थप्पड़ मारते हुए अमजद बोला।
अमजद=ऐसे नहीं मेरी रांड,अपने मुंह से बोल।अपनी मीठी आवाज को मत दबा।मुझे तेरी आवाज सुननी है।आखिरकार तेरी आवाज मेरी गुड़िया जैसी है।तू अपनी मधुर आवाज से कुछ बोलेगी तो मुझे लगेगा जैसे मेरी गुड़िया बोल रही है।दो साल से मैंने अपनी प्यारी गुड़िया की मधुर आवाज नहीं सुनी।
सारा अपनी तारीफ सुनकर बहुत खुश हो गई।अपने लिए अपने अब्बू के दिल में इतना प्यार देखकर भावुक हो गईं।
अमजद=तो बोल मेरी कुतिया,तू मेरी हर बात मानेगी ना।
सारा=(भावुकता में)जी हां।
अमजद=(सारा की गांड पे थप्पड़ मारते हुए)इतना नहीं मेरी रांड,पूरा बोल।बोल कि अब मैं आपकी हर बात मानूंगी।तेरी आवाज मुझे मेरी गुड़िया की याद दिलाती है।इसलिए मेरे सवाल का जवाब हां ना में नहीं।बल्कि पूरा बोलके देना।
समझी कुतिया।
सारा=जी समझ गई।अब मैं आपकी हर बात मानूंगी।
अमजद =(सारा की चूचियां मसलते हुए) हां ये हुई ना बात।वाह मेरी रंडी ।
सारा =(मन में)अब्बू भी कमाल करते है।मेरी आवाज सुनकर कहते है तुम्हारी आवाज मेरी गुड़िया जैसी है।और मुझे गालियां भी देते है।बेचारे अब्बू को तो पता भी नहीं कि वो गालियां अपनी गुड़िया को दे रहे हैं।पता होता तो गालियां थोड़ी देते।पर कोई बात नहीं अब्बू गालियां भी मुझे अच्छी लगती है।
अमजद=अपने अब्बू के नाम से खाई हुई कसम तोड़ेगी तो नहीं।अपने अब्बू से तू सच्चा प्यार करती है,या मुझसे बचने के लिए अपने अब्बू की झूठी कसम खाई है।
बोल मेरी रंडी,मेरी हर बात मानेगी कि नहीं।
सारा=(आवेश में आकर)नहीं, मैं कभी कभी अपनी कसम नहीं तोडूंगी,चाहे मेरी जान चली जाए।और मैं अपने अब्बू से सच्चा प्यार करती हूं।उनकी कभी झूठी कसम नहीं खाऊंगी। और मैं आपकी हर बात मानूंगी।
अमजद=(मन में)चिड़िया फस गई जाल में।अब आएगा मजा।अब तो तुझे अपनी रंडी बनाकर चोदूंगा।
अमजद=तो मेरी शर्त ये है कि मैं तुझे गंदे गंदे शब्दों में सवाल पूछूंगा और तू भी बेशर्म होकर गंदे शब्दों में जवाब देना।
सारा=(मन में)ओह गॉड अब मैं क्या करूं।अब्बू मुझे कितनी भी गंदी गालियां दें,मुझसे कितनी भी गंदी भाषा में बात करें।,मुझे कोई दिक्कत नहीं है। पर मैं कैसे गंदी भाषा बोल सकती हूं।वो भी अब्बू के सामने। माना कि मेने लोगों को एक दूसरे को गालियां देते सुना है,जब वो आपस में लड़ते थे,और नाना के गांव में लोगों को गंदी बातें करते भी सुना है।इन गालियां का मतलब भी मुझे पता।पर मैने कभी किसी से गंदी भाषा में बात नहीं की।माना कि अब्बू को पता नहीं है कि मैं उनकी गुड़िया हूं,पर मुझे तो पता है कि ये मेरे अब्बू है। मैं कैसे अब्बू से गंदी भाषा में बात कर सकती हूं।
अमजद=बोल रंडी चुप क्यों है। बोल करेगी मुझसे गंदी बातें।
सारा=(हकलाते हुए)वो... मैंने... कभी.... गं..दी.. भा.....षा.. में बा...त.. नहीं..की है।
अमजद समझ गया कि सारा को शर्म आ रही है,इसलिए ये गंदी बातें नहीं करना चाहती है।इसकी शर्म मिटाने के लिए इसे उकसाना पड़ेगा।साली बड़ी मुश्किल से पटी है,इसे आसानी से हाथ से नहीं जाने दूंगा।मेरे इस पापी लंड की वजह से इसे गालियां देकर गुनाह तो कर ही दिया है तो अब इस चोदे बिना रह नहीं पाऊंगा।साली बहुत इमोशनल है,इसके जज्बातों के साथ खेलना पड़ेगा।
अमजद=(अपनी चाल चलते हुए)तुझे अगर मेरे साथ गंदी बातें नहीं करनी है, तो कोई बात नहीं।तुझे गंदी भाषा में बात करने की जरूरत नहीं है।
अमजद की बात सुनकर सारा खुश हो गई।सोचने लगी चलो अच्छा हुआ,अब अब्बू से गंदी भाषा में बात नहीं करनी पड़ेगी।
सारा ये सोच ही रही थी।तभी अमजद ने अपनी बात आगे बढ़ाई।
अमजद=साला।मैं ही बेवकूफ था जो तुझपे भरोसा किया।अब मै ना तुझसे ना गंदी बात करने को कहूंगा,और ना तुझे गांववालों के हवाले करूंगा।अब तू जा सकती है। मैं तुझे छोड़ता हूं,तू अपने घर चली जा।
(और अमजद ने सारा को छोड़ दिया,और उससे दूर होकर खड़ा हो गया)
सारा को समझ नहीं आ रहा था कि अब्बू को अचानक क्या हो गया।इतना सब होने के बाद,अब्बू कुछ ऐसा करेंगे ये सारा ने सोचा भी नहीं था।
(अब सारा को क्या पता कि ये अमजद की चाल है,फिल्म तो अभी बाकी है,ये तो सिर्फ ट्रेलर था।और ट्रेलर किसी को कहां समझ में आता है।)
दोस्तों अभी के लिए इतना ही।
जानता हूं अपडेट छोटा है ट्रेलर की तरह।इसके लिए माफी चाहता हूं।
थोड़ा समय का प्रोब्लम है।
पर वादा करते हूं,अगले अपडेट में सारा और अमजद को किचन से बाहर निकालने की पूरी कोशिश करूंगा।
अमजद तो हरामी है ही।पर सारा किचन से क्या बनकर निकलती है ये अगले अपडेट में पता चलेगा।
एक बात और दोस्तों कहानी का प्लॉट थोड़ा बड़ा है, तो आप लोगों को थोड़ा सब्र करना पड़ेगा।
ये अपडेट आप लोगों को कैसा लगा,comment करके जरूर बताएं।
तो फिर मिलते है अगले अपडेट में किसी का लंड खड़ा करने के लिए और किसी की चूत गीली करने के लिए।(वैसे क्या लड़कियां भी xforum में स्टोरी पढ़ती है?)
nice updateअपडेट 14
अमजद=मेरी कुतिया,तूने मेरी पहली शर्त मानकर खुश कर दिया मुझे।अपनी मस्तानी गांड मेरे लौड़े पर रगड़ कर साबित कर दिया कि तुझे अबतक किसी ने नहीं चोदा है।अब मेरी दूसरी ये है कि मेरे सवालों के जवाब दूसरे तरीके से देने होंगे।और हां अगर तेरी गांड मेरे लौड़े से चिपकना चाहती है,तो अपनी गांड पीछे करके मुझे इशारा कर देना। तो मेरा मन हुआ तो मै खुद अपना लंड तेरी गांड पे रगडूंगा।
अमजद जानता था सारा अब बहुत चुदासी हो गई है।उसे चोदूंगा तो भी वो थोड़ा नखरा करेगी पर मान जाएगी।पर अमजद सारा को तड़पाना चाहता था,उसे चुदाई की आग में जलाना चाहता था,ताकि वो कुछ भी कहे सारा बिना नखरा किए उसकी बात मानें।
अमजद=तो रंडी अब बता,मेरी दूसरी शर्त मानेगी।
सारा तो बहुत गर्म थी,इसलिए उसने झट से हां में गर्दन हिलाई।
अमजद=रंडी मेरी दूसरी शर्त थोड़ी मुश्किल है,अगर तू मेरी शर्त नहीं मान सकती तो मना कर सकती है।क्या अब भी मेरी शर्त मानेगी।
सारा ने हां में गर्दन हिलाई।
अमजद=अपनी बात से पलटेगी नहीं ना।
सारा ना में गर्दन हिलाती है।
अमजद=मुझे तुझ पर विश्वास नहीं है।इसलिए तुझे कसम खाने होगी कि तू मेरी शर्त मानेगी।
सारा=(मन में) मैं कसम तो खा सकती हूं,मुझे कोई आपत्ति नहीं।अब्बू के लिए मैं कुछ भी करूंगी।पर कसम खाने के लिए मुझे बोलना पड़ेगा और अब्बू मेरी आवाज पहचान लेंगे। मैं तो बिना कसम खाए अब्बू के लिए कुछ भी करूंगी।अब्बू भी समझते ही नहीं।
अमजद=(शांत लहजे में) देख रंडी,तू भूल गई होगी,पर में तुझे याद दिलाता हूं कि मैंने अपनी गुड़िया की कसम खाई है तो आज रात तुझे चोदूंगा नहीं।इसलिए चुदाई का डर अपने जहन से निकाल दे। मेने तो कसम खाई है इसलिए मैं अपनी बात से नहीं पलटुंगा।पर तू मेरी शर्त मानेगी या नहीं,इसका मुझे यकीन नहीं है।इसलिए तुझे कसम तो खानी पड़ेगी।
सारा सोच में पड़ गई कि मैं कसम केसे खाऊं।मेने कसम खाने के लिए मुंह खोला तो गड़बड़ हो जाएगी।अब क्या करूं,अब्बू तो जिद पर अड़ गए हैं।
अमजद भी जानता था कि सारा कुछ बोलेगी नहीं।वो मुझसे अपनी पहचान छुपाना चाहती है।और मेरे लिए अच्छी बात है।पर अपनी बात को आगे बढ़ाने के लिए इसका बोलना जरूरी है।
अमजद=मेरी रंडी चल कसम खाकर कह कि तुझे मेरी कोई भी शर्त मंजूर है।जिस तरह मैंने अपनी प्यारी बेटी गुड़िया की कसम खाई है तुझे ना चोदने की। तू भी किसी ऐसे अपने प्यारे की कसम खा,जिसे तू सबसे ज्यादा प्यार करती है और वो भी तुझसे सबसे ज्यादा प्यार करता है। किसी ऐसे वैसे की कसम मत खाना।तुझे उसकी कसम खानी है जो तुम्हारे लिए अपनी जान भी दे सकता है,जिस तरह मैं अपनी गुड़िया से प्यार करता हूं।,तेरी ये जवानी,तेरा ये गदराया और बदन देखकर भी मै अपनी गुड़िया की कसम नहीं तोड़ रहा हूं।तुझे भी इस इंसान की कसम खानी होगी।और जिसके लिए तू कुछ भी कर सकती है,जिसके लिए तू हर हद पार कर सकती है, जिसके लिए तू कोई कीमत चुकाने को तैयार हो जाए।चल खा उसकी कसम।
अमजद सारा के जज्बात के साथ खेल रहा था,और सारा जज्बाती हो रही थी।
सारा को अमजद ने ये विश्वास दिला दिया था कि वो सारा से कितना प्यार करता है।सारा खुशी से पागल हो रही थी।
सारा=(मन में)अब्बू मुझसे कितना प्यार करते है।पहले में अब्बू का ये प्यार क्यों नहीं देख पाई।अब्बू मुझसे अपनी जान से ज्यादा प्यार करते है। अब्बू मुझसे कितना प्यार करते है,उससे ज्यादा प्यार अब मैं को दूंगी।उसके लिए चाहे मुझे कुछ भी करना पड़े मैं पीछे नहीं हटूंगी।जी कर रहा है अभी अब्बू के गले लग जाऊं और उनको बताऊं कि मैं भी आपसे बहुत प्यार करती हूं,पर क्या करूं अब मैं मजबूर हूं।ओह मेरे प्यारे अब्बू आप कितने अच्छे है।
अमजद=तो मेरी कुतिया बता किसकी कसम खाएगी।
सारा कुछ नहीं बोली।
अमजद=तो मेरी रांड अपना मुंह नहीं खोलेगी,तुझे लगता है तू बोलेगी तो मैं तेरी आवाज पहचान लूंगा।और मुझे पता चल जाएगा।ठीक है तो मैं तेरे अपनों का नाम लूंगा और तू सुनना। जिससे तू सबसे ज्यादा प्यार करती है,उसका नाम आते ही तू अपनी गांड मेरी लोड़े पर रगड़ना। समझ गई।
सारा ने हां में सर हिलाया।
अमजद=तेरी कोई खास सहेलीसे।
सारा ने को रिस्पॉन्स नहीं दिया।
अमजद=तेरा boyfriend से।
सारा का कोई रिएक्शन नहीं।
अमजद=तेरी बहन से,अगर हो तो।
सारा का.......
अमजद=तेरा भाई से,अगर हो तो।
सारा का........
अमजद= तेरी अम्मी से।
सारा का अभी तक कोई रिस्पॉन्स नहीं।
अमजद= ये क्या रांड,अपनी अम्मी से भी नहीं।लड़कियां अपनी अम्मी के बहुत करीब होती है। तो तू किससे ज्यादा प्यार करती है।या किसी से भी प्यार नहीं करती है।
सारा=(मन में)हां प्यार करती हूं,वो भी आपसे।आपने अपने आप का तो पूछा भी नहीं।अब्बू आप अपना तो पूछिए,फिर कैसे जवाब देती हूं अपना पिछवाड़ा आपके उसपे(लंड पे) रगड़ कर।
अमजद ने जानबूझ कर अपना नाम नहीं लिया।अमजद जानता था वो मेरी बातों में आ गई है।सारा अब मुझसे ही सबसे ज्यादा प्यार करती है।
(नोट:दोस्तों एक बात बताना चाहता हूं कि अमजद सारा से उतना ही प्यार करता है जितना प्यार हीना और जिया को करता है।अमजद अपनी बेटियों से बहुत प्यार करता है।वो तो अमजद का पापी लंड है जो अमजद को इंसान से शैतान बनाता है।अमजद अपनी बेटियों को चोदेगा,अपनी रंडी,रखैल बनाएगा,पर उनका दिल कभी नहीं दिखाएगा।उनपे कभी आंच नहीं आने देगा।उसकी वासना में भी प्यार है।बस उसका प्यार जताने का,प्यार करने का तरीका अलग है।कुछ भी हो दोस्तो अमजद का ये तरीका आप लोगों को पसंद आएगा। और मुझे माफ करना भाइयों और बहनों,कहानी के बीच इतनी बकचोदी करने के लिए।)
अमजद=तो क्या तू अपने अब्बू से सबसे ज्यादा प्यार करती है।
अमजद ने जैसे ही अपना नाम लिया।सारा झट से अपनी गांड पीछे की और अपने अब्बू के लोड़े पर रगड़ने लगी।वो बड़े ही कामुक अंदाज में।
सारा=(मन में)हां अब्बू मैं आपसे ही सबसे ज्यादा प्यार करती हूं। जेसे आप मुझसे सबसे ज्यादा प्यार करते है वैसे मैं भी अब आपसे सबसे ज्यादा प्यार करती हूं।और आपके लिए आपकी हर शर्त मानूंगी।
अमजद सारा का जवाब देखकर(सुनकर) खुश हो गया।
अमजद=(मन में) ये साली रण्डी तो बड़ी आसानी से मेरी काबू में आ गई।ये मेरी बातों से इमोसनल हो गई है।इसे और ज्यादा इमोशनल करता हूं ताकि ये और ज्यादा मेरी गिरफ्त में आ जाए। इसपे तो मेरे इमोशनल अत्याचार का बहुत ज्यादा असर हो रहा है।
अमजद=क्या बकवास कर रही है तू।
सारा अमजद की बात सुनकर चौंक गई।
सारा=मन में) ये अब्बू को अचानक क्या हो गया।
अमजद=मैं जानता हूं तू झूठ बोल रही है।जितना प्यार एक बाप अपनी बेटी से करता इतना प्यार कोई किसी से नहीं करता है।पर बेटी अपने अब्बू के प्यार को कभी समझ ही नही पाती है।और वो अपने अब्बू से कभी सबसे ज्यादा प्यार नहीं कर सकती है।मेरी भी तीन बेटियां है,और मैं भी अपनी बेटियों से बहुत प्यार करता हूं।और सबसे ज्यादा प्यार तो मैं अपनी गुड़िया सारा से करता हूं।पर वो मुझसे प्यार नहीं करती है।और ना ही मेरे प्यार को समझती है।अगर मेरी गुड़िया मुझसे थोड़ा सा भी प्यार करती तो दो साल तक मुझसे दूर नहीं रहती। मैं उसको देखने के लिए दो साल तक तड़पा हूं।आज दो साल बाद घर वापस आई है।जब दो साल बाद उससे मिला तो उसे अपनी बांहों में भर कर प्यार करने का मन किया,उसे चूमने का मन किया।मगर मैं ऐसा कर नहीं पाया।क्योंकि मेरी दूसरी बेटियों को ऐसा ना लगे कि मैं उन्हे कम प्यार करता हूं मेरी गुड़िया को ज्यादा।क्योंकि मैं नहीं चाहता कि मेरी बेटियों का प्यार एक दूसरे से कम हो। मैं अपनी गुड़िया को अकेले में अपनी बाहों में भर कर प्यार करना चाहता हूं,उसे चूमना चाहता हूं।मुझे लगा सब अपने रूम चली जाएगी,तब अपनी गुड़िया को प्यार करूंगा।मगर मेरी गुड़िया तो सबसे पहले सोने चली गई।क्योंकि वो तो मुझे प्यार ही नहीं करती।
अमजद की बात सुनकर सारा की आंखों में आसूं आ गए।उसने अमजद के लोड़े पर अपनी गांड रगड़ना बंद कर दिया था। उसका दिल अभी अपने अब्बू के गले लग जाए और उन्हें प्यार करे।और कहे कि अब्बू आपकी गुड़िया भी आपसे बहुत प्यार करती है।वो भी आपको बाहों में भरना चाहती है,आपको प्यार करना चाहती है,आपको चूमना चाहती है।पर इस वक्त नहीं कर सकती।
अमजद=अगर तू सचमुच अपने अब्बू से सबसे ज्यादा प्यार करती है, तो तेरा बाप दुनिया का सबसे खुशनसीब बाप है। काश मेरी गुड़िया भी मुझे प्यार करती,जितना प्यार तू अपने अब्बू से करती है।
सारा=मन में) हां मैं अपने अब्बू से सबसे ज्यादा प्यार करती हूं,और मैं दुनिया की सबसे खुशनसीब बेटी हूं,जिसे आप जैसा प्यार करने वाला अब्बू मिला है। और मैं भी अपने प्यारे अब्बू से बहुत करती हूं।
अमजद=तो खा अपने प्यारे अब्बू की कसम और कह कि तुझे मेरी हर शर्त मंजूर है।
सारा=मन में) अब मैं क्या करूं।में बोल नहीं सकती।अगर मैं बोली तो अब्बू मेरी आवाज से मुझे पहचान लेंगे।और उसके बाद क्या होगा ये तो ***** जाने।पर जो भी होगा अच्छा नहीं होगा।
अमजद सारा की मनोदशा समझते हुए।
अमजद= देख रंडी,अगर तुझे ऐसा लगता है कि तू बोलेगी तो मैं तुझे तेरी आवाज से पहचान लूंगा कि तू कौन है,तो घबरा मत।क्योंकि एक जैसी शक्ल दुनिया में सात लोग हो सकते है तो एक जैसी आवाज के तो दुनिया में हजारों लोग होंगे।वैसे भी सब लड़कियां की आवाज तो एक जैसी होती है।तो तू घबरा मत और बोलकर कसम खा।तू बोलने में नखरा करेगी तो मेरी शर्त मानने में और ज्यादा नाटक करेगी।और नखरा करेगी तो मुझे बहुत गुस्सा आएगा।
सारा=(मन में)अब क्या करूं।अब्बू तो नाराज हो गए।अब्बू के लिए मैंने कुछ भी करने का खुद से वादा किया है।अब जो भी हो मुझे बोलना पड़ेगा,अब्बू को शक हुआ तो, मैं कैसे भी करके संभाल लूंगी।
अमजद=बोल मेरी कुतिया।हां अगर तू मेरी गुड़िया की तरह अपने अब्बू से प्यार नहीं करती है,तो मत बोल।
अमजद=ठीक है तू नहीं बोलेगी। फिर तो मुझे गांववालों को बुलाना पड़ेगा।फिर तेरे अब्बू की इज्जत जाएगी।
अमजद की बात सुनकर सारा घबरा गई और ना में सर हिलाने लगी।
अमजद=तो खा अपने अब्बू की कसम की तुझे मेरी हर शर्त मंजूर है।
सारा के पास अब कोई रास्ता नहीं था।अमजद ने उसे बहुत इमोशनल कर दिया था और डरा भी दिया था।अब सारा का बोलना जरूरी था।
और अमजद तो पहले ही प्लान बना चुका था कि सारा की आवाज सुनकर,वो कैसे इस सिचुएशन को हेंडल करेगा।
सारा धड़कते दिल के साथ,घबराते हुए बोली
सारा(सारा हकलाते हुए) मैं अपने अब्बू की कसम खाकर कहती हूं कि मैं आपकी हर शर्त मानूंगी।
सारा इतना बोलकर चुप हो गई ,सारा बहुत घबराई हुई थी,उसे पूरा यकीन था कि अब्बू उसकी आवाज पहचान लेंगे।
सारा की बात सुनकर अमजद बहुत खुश हुआ।उसे यकीन था सारा जरूर बोलेगी।
अमजद=(मन में)अब सारा बहुत घबरा गई है।मुझे इसका ये डर खत्म करना पड़ेगा।
(अमजद तो पहले ही तैयार था इसके लिए)
अमजद=वाह क्या मीठी आवाज है तेरी मेरी रांड।इतनी प्यारी आवाज को तूने अब तक दबा रखी थी।
सारा तो अब भी डर से कांप रही थी।
अमजद एक हाथ से सारा की चूचियां दबा रहा था और दूसरे हाथ से उसकी गांड दबा रहा था।
अमजद=अरे हां तेरी आवाज तो बिलकुल मेरी गुड़िया जैसी है।अब तो मै तुझे गांववालों के हवाले नहीं करूंगा।क्योंकि तेरी आवाज मेरी गुड़िया जैसी है।और जब गांववाले मिलकर तुझे चोदेंगे और तू चिलाएगी,तो मुझे बहुत दुख होगा।क्योंकि तेरी आवाज मेरी गुड़िया जैसी है।
अमजद की बात सुनकर,सारा की सांस में सांस आई।
सारा=(मन में)थैंक गॉड अब्बू मुझे पहचाना नहीं।अब्बू को ये पता नहीं चला कि मैं उनकी गुड़िया हूं।अब्बू सोच रहे हैं कि मेरी आवाज गुड़िया जैसी।शुक्र है ***** ने बचा लिया।और में बोलूंगी तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा। मैं कितना डर गई थी।पता नहीं मेरी आवाज सुनकर अब्बू का क्या रिएक्शन होगा।पर अब्बू ने मुझे पहचाना नहीं।
अमजद=अब तो तूने तेरे अब्बू की कसम खाई है।अब तो मेरी हर बात मानेगी ना।
सारा ने हां में गर्दन हिलाई।
सारा की गांड पे थप्पड़ मारते हुए अमजद बोला।
अमजद=ऐसे नहीं मेरी रांड,अपने मुंह से बोल।अपनी मीठी आवाज को मत दबा।मुझे तेरी आवाज सुननी है।आखिरकार तेरी आवाज मेरी गुड़िया जैसी है।तू अपनी मधुर आवाज से कुछ बोलेगी तो मुझे लगेगा जैसे मेरी गुड़िया बोल रही है।दो साल से मैंने अपनी प्यारी गुड़िया की मधुर आवाज नहीं सुनी।
सारा अपनी तारीफ सुनकर बहुत खुश हो गई।अपने लिए अपने अब्बू के दिल में इतना प्यार देखकर भावुक हो गईं।
अमजद=तो बोल मेरी कुतिया,तू मेरी हर बात मानेगी ना।
सारा=(भावुकता में)जी हां।
अमजद=(सारा की गांड पे थप्पड़ मारते हुए)इतना नहीं मेरी रांड,पूरा बोल।बोल कि अब मैं आपकी हर बात मानूंगी।तेरी आवाज मुझे मेरी गुड़िया की याद दिलाती है।इसलिए मेरे सवाल का जवाब हां ना में नहीं।बल्कि पूरा बोलके देना।
समझी कुतिया।
सारा=जी समझ गई।अब मैं आपकी हर बात मानूंगी।
अमजद =(सारा की चूचियां मसलते हुए) हां ये हुई ना बात।वाह मेरी रंडी ।
सारा =(मन में)अब्बू भी कमाल करते है।मेरी आवाज सुनकर कहते है तुम्हारी आवाज मेरी गुड़िया जैसी है।और मुझे गालियां भी देते है।बेचारे अब्बू को तो पता भी नहीं कि वो गालियां अपनी गुड़िया को दे रहे हैं।पता होता तो गालियां थोड़ी देते।पर कोई बात नहीं अब्बू गालियां भी मुझे अच्छी लगती है।
अमजद=अपने अब्बू के नाम से खाई हुई कसम तोड़ेगी तो नहीं।अपने अब्बू से तू सच्चा प्यार करती है,या मुझसे बचने के लिए अपने अब्बू की झूठी कसम खाई है।
बोल मेरी रंडी,मेरी हर बात मानेगी कि नहीं।
सारा=(आवेश में आकर)नहीं, मैं कभी कभी अपनी कसम नहीं तोडूंगी,चाहे मेरी जान चली जाए।और मैं अपने अब्बू से सच्चा प्यार करती हूं।उनकी कभी झूठी कसम नहीं खाऊंगी। और मैं आपकी हर बात मानूंगी।
अमजद=(मन में)चिड़िया फस गई जाल में।अब आएगा मजा।अब तो तुझे अपनी रंडी बनाकर चोदूंगा।
अमजद=तो मेरी शर्त ये है कि मैं तुझे गंदे गंदे शब्दों में सवाल पूछूंगा और तू भी बेशर्म होकर गंदे शब्दों में जवाब देना।
सारा=(मन में)ओह गॉड अब मैं क्या करूं।अब्बू मुझे कितनी भी गंदी गालियां दें,मुझसे कितनी भी गंदी भाषा में बात करें।,मुझे कोई दिक्कत नहीं है। पर मैं कैसे गंदी भाषा बोल सकती हूं।वो भी अब्बू के सामने। माना कि मेने लोगों को एक दूसरे को गालियां देते सुना है,जब वो आपस में लड़ते थे,और नाना के गांव में लोगों को गंदी बातें करते भी सुना है।इन गालियां का मतलब भी मुझे पता।पर मैने कभी किसी से गंदी भाषा में बात नहीं की।माना कि अब्बू को पता नहीं है कि मैं उनकी गुड़िया हूं,पर मुझे तो पता है कि ये मेरे अब्बू है। मैं कैसे अब्बू से गंदी भाषा में बात कर सकती हूं।
अमजद=बोल रंडी चुप क्यों है। बोल करेगी मुझसे गंदी बातें।
सारा=(हकलाते हुए)वो... मैंने... कभी.... गं..दी.. भा.....षा.. में बा...त.. नहीं..की है।
अमजद समझ गया कि सारा को शर्म आ रही है,इसलिए ये गंदी बातें नहीं करना चाहती है।इसकी शर्म मिटाने के लिए इसे उकसाना पड़ेगा।साली बड़ी मुश्किल से पटी है,इसे आसानी से हाथ से नहीं जाने दूंगा।मेरे इस पापी लंड की वजह से इसे गालियां देकर गुनाह तो कर ही दिया है तो अब इस चोदे बिना रह नहीं पाऊंगा।साली बहुत इमोशनल है,इसके जज्बातों के साथ खेलना पड़ेगा।
अमजद=(अपनी चाल चलते हुए)तुझे अगर मेरे साथ गंदी बातें नहीं करनी है, तो कोई बात नहीं।तुझे गंदी भाषा में बात करने की जरूरत नहीं है।
अमजद की बात सुनकर सारा खुश हो गई।सोचने लगी चलो अच्छा हुआ,अब अब्बू से गंदी भाषा में बात नहीं करनी पड़ेगी।
सारा ये सोच ही रही थी।तभी अमजद ने अपनी बात आगे बढ़ाई।
अमजद=साला।मैं ही बेवकूफ था जो तुझपे भरोसा किया।अब मै ना तुझसे ना गंदी बात करने को कहूंगा,और ना तुझे गांववालों के हवाले करूंगा।अब तू जा सकती है। मैं तुझे छोड़ता हूं,तू अपने घर चली जा।
(और अमजद ने सारा को छोड़ दिया,और उससे दूर होकर खड़ा हो गया)
सारा को समझ नहीं आ रहा था कि अब्बू को अचानक क्या हो गया।इतना सब होने के बाद,अब्बू कुछ ऐसा करेंगे ये सारा ने सोचा भी नहीं था।
(अब सारा को क्या पता कि ये अमजद की चाल है,फिल्म तो अभी बाकी है,ये तो सिर्फ ट्रेलर था।और ट्रेलर किसी को कहां समझ में आता है।)
दोस्तों अभी के लिए इतना ही।
जानता हूं अपडेट छोटा है ट्रेलर की तरह।इसके लिए माफी चाहता हूं।
थोड़ा समय का प्रोब्लम है।
पर वादा करते हूं,अगले अपडेट में सारा और अमजद को किचन से बाहर निकालने की पूरी कोशिश करूंगा।
अमजद तो हरामी है ही।पर सारा किचन से क्या बनकर निकलती है ये अगले अपडेट में पता चलेगा।
एक बात और दोस्तों कहानी का प्लॉट थोड़ा बड़ा है, तो आप लोगों को थोड़ा सब्र करना पड़ेगा।
ये अपडेट आप लोगों को कैसा लगा,comment करके जरूर बताएं।
तो फिर मिलते है अगले अपडेट में किसी का लंड खड़ा करने के लिए और किसी की चूत गीली करने के लिए।(वैसे क्या लड़कियां भी xforum में स्टोरी पढ़ती है?)