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Incest लंगड़ा घोड़ा पापी लोड़ा

Unique kameena

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अपडेट 15

दोस्तों मेरी ये स्टोरी पढ़कर आपको ये तो पता चल गया होगा कि अमजद किस किस्म का इंसान है।अमजद की बीवी शबाना को चुदाई में रूची ना होने की वजह से अमजद हमेशा चुदाई के लिए तड़पता रहा।ऊपर से उसके हमेशा लंड के खड़े रहने की वजह से उसके अंदर चुदाई की आग बढ़ती गई।अमजद मूठ मारकर माल निकलता था और अपने लंड को शांत करता था।मगर उसकी हवस कम होने के बजाए बढ़ने लगी।फिर तो घंटो तक मूठ मारता पर उसका माल नहीं निकलता था।उसकी बीवी तो नींद की गोली लेकर चैन से सो जाती पर अमजद रात भर मूठ मारता पर वो झड़ता नहीं था।फिर जो लड़कियां या औरतें अमजद का मजाक उड़ाती थी,या उसपे हसती थी।अमजद उन औरतों की चुदाई को इमेजिन करके मूठ मारता तब उसका वीर्य निकलता था।फिर उन औरतों को इमेजिन करके उनको गंदी गालियां देता और मूठ मारता था।अमजद इमेजिन करता था साली को रण्डी बनाऊंगा,अपनी रखैल बनाऊंगा,अपनी कुत्तिया बनाकर चोदूंगा।धीरे धीरे अमजद की ये फैंटेसी बन गई।अमजद अपने लंड को शांत करने के लिए किसी को रण्डी बनाने की कल्पना करता था।पर दिव्या को अपनी रण्डी बनाकर चोदने के बाद कल्पना सच हो गई।दिव्या को अपनी रण्डी बनाकर चोदने के पर अमजद को इतना मजा आया कि वो अब हर लड़की को रण्डी बनाकर चोदना चाहता था।अमजद को लगता था कि उसका लंड सिर्फ उन लड़कियों को देखकर खड़ा होता है,जिन पर अमजद को गुस्सा आता है।कभी अपनी बेटियों पा बुरी नजर नहीं डाली ना कभी उनके बदन को देखकर उसका लंड खड़ा नहीं हुआ।पर दिव्या को अपनी रण्डी बनाकर चोदने के बाद अमजद की सोच बदल गई। जब अमजद का लंड जिया और सारा यानी अपनी बेटियों को देखकर खड़ा हुआ तो अमजद के दिमाग में अपनी बेटियों को लेकर भी हवस जाग गई।और अपनी बेटियों को अपनी रण्डी बनाने का सोच लिया।पर उसने अपने आप से वादा किया कि वो किसी लड़की को जबरदस्ती किसी को नहीं चोदेगा।वो पहले उन लड़कियों को अपनी रण्डी बनने को कहेगा,अगर रण्डी बनी तो चोदेगा नहीं तो नहीं।
और अमजद जानता था कि कोई भी लड़की उसकी रण्डी नहीं बनेगी।पर वो हरामी अमजद था, उसे पता था कि किसी लड़की को अपनी रण्डी कैसे बनाना है।वो ना उन लड़कियों को ना सेड्यूस करेगा ना उन्हें पैसों का लालच देगा,बस अपनी गंदी बातों और तेज दिमाग के बल पर उन्हें रण्डी बनाएगा।वो सब अमजद के जाल में फसेगी पर अमजद को दोष नहीं देगी।अमजद हमेशा उनके लिए एक अच्छा इंसान बनके रहेगा।
वैसे किसी भी लड़की को गालियां या गंदी भाषा पसंद नहीं आती पर अमजद उनपे ऐसा माहौल तैयार करेगा कि अमजद की गालियां उन लड़कियों को अच्छी लगेगी।

(वैसे आमतौर पर कुछ लड़कियों को चुदाई के वक्त गालियां और गंदी बातों में ज्यादा मजा आता है।और वैसे भी चुदाई के वक्त कोई भी समाज सेवा या दुनियादारी की बातें करेगा नहीं)

बहुत हुई बकचोदी अब चलते है किचन में,देखते है क्या हो रहा है।
अमजद के ऐसा कहने से सारा का क्या रिएक्शन होता है,और अमजद आगे क्या बोलता है।

अमजद:साली रण्डी मुझे पता था कि कोई भी लड़की अपने बाप से उतना प्यार नहीं करती,जितना प्यार एक बाप अपनी बेटी से करता है।तू भी बाकी लड़कियों जैसी निकली।अरे तुझे अगर मेरी शर्त नहीं माननी थी तो मना कर देती।अपने बाप की झूठी कसम खाने की क्या जरूरत थी।तुझे पता है जिससे हम प्यार करते हैं या जो हमसे प्यार करते हैं,उनकी झूठी कसम खाने से उसके साथ बहुत बुरा होता है। तेरा जवान गदराया हुआ बदन मेरी आंखों के सामने है,तेरी ये मस्तानी गांड मेरे लंड पे थी तेरी ये बड़ी बड़ी चूचियां मेरे हाथों में थी। मैं तुझे चोद सकता था और तू कुछ भी नहीं कर पाती।फिर भी मैंने तुझे क्यों नहीं चोदा पता है क्योंकि मैं किसी लड़की को उसकी मर्जी के बिना नहीं चोदता,और तेरी ये जवानी देखकर मुझसे बर्दास्त नहीं हो रहा था,लंड भी खड़ा था।मुझे लगा मैं तेरे साथ कहीं जबरदस्ती चुदाई ना कर दूं।इसलिए मैंने अपनी गुड़िया की कसम खाई।और मैं मर भी जाऊं,पर आज रात तुझे नहीं चोदूंगा।क्योंकि मैं अपनी गुड़िया की कसम नहीं तोडूंगा।क्योंकि मुझे पता है,अगर हम किसी हमारे अपने की कसम खाए और तोड़ दें,तो उसके साथ बहुत बुरा होता है।शायद उसकी जान भी चली जाए।

सारा अमजद की बात सुनकर हिल गई।
सोचने लगी:नहीं नहीं,अब्बू को कुछ नहीं होगा। मैं अपनी कसम नहीं तोडूंगी। मैं अपनी कसम निभाऊंगी। चाहे उसके लिए मुझे अब्बू से गंदी बातें करनी पड़े या और भी कुछ गंदा करना पड़े।

अमजद:पर मुझे पता चल गया कि तुझे कुछ फर्क नहीं पड़ेगा,अगर तेरे बाप को कुछ हो भी जाए।तू एक नंबर की खुदगर्ज लड़की है।तूने मुझे भी निराश कर दिया।तूने जब अपने अब्बू की कसम खाई तब मुझे लगा तू अपने अब्बू बहुत प्यार करती है,और मुझमें ये भी उम्मीद जागी कि मेरी गुड़िया भी मुझे प्यार करेगी।पर अब मुझे पता चल गया है कि मेरी गुड़िया भी मुझे प्यार नहीं करती है। तू चली जा अपने घर इससे पहले मैं अपना इरादा बदलूं और गांववालो को बुलाऊं।

अमजद की बात सुनकर सारा की आंखों में आंसू आ गए और वो रोने लग गई।

सारा:मैने आपकी बात मानने से इंकार नहीं किया है।वो मैंने कभी गंदी बातें नहीं की है,इसलिए मुझे शर्म आ रही है।

अमजद:बकवास मत कर और चली जा अपने घर। मैं सब समझ रहा हूं तेरा नाटक।अपने बाप की झूठी कसम खाने वाली पे मुझे भरोसा नहीं है।

सारा:(रोते हुए) मैने अपनी अब्बू की झूठी कसम नहीं खाई।मुझे भरोसा कीजिए।

अमजद:भरोसा और तुझपे।तूने अभी अभी अपने बाप की कसम खाई कि तू मेरी बात मानेगी।और अभी के अभी मेरी बात नहीं मानी और कसम तोड़ भी दी।

सारा:नहीं मैने अपने अब्बू की कसम नहीं तोड़ी है। मैं आपकी हर बात मानूंगी। आप जो कहेंगे वो करूंगी।

अमजद:अभी तो तू कह रही है कि मेरी बात मानेगी,पर थोड़ी देर बाद तू फिर से नाटक करेगी।

सारा:नहीं मैं कोई नाटक करूंगी।मैने अपने अब्बू की कसम खाई है।

अमजद: नहीं तू नहीं कर पाएगी मुझसे गंदी बातें।

सारा: मैं करूंगी आपसे गंदी बातें।आप मेरा यकीन कीजिए।

अमजद:ठीक है मैं तुझे आखरी मौका देता हूं।अब अगर तूने थोड़ा सा भी ना नुकर किया तो, मैं तुझे धक्के मारकर अपने घर से निकाल दूंगा।और उसके बाद तेरे कसम तोड़ने से तेरे बाप के साथ कुछ भी गलत हुआ,उसकी जिम्मेदार तू होगी।

सारा:मेरे अब्बू के साथ कुछ नहीं होगा क्योंकि मैं अपनी कसम तोडूंगी नहीं।अब मैं आपकी हर बात मानूंगी।

अमजद: तो तू मेरे गंदे सवालों के गंदे जवाब देने के लिए तैयार है।

सारा:हां मैं तैयार हूं।

(सारा ने सोचा अब्बू के लिए मुझे गंदी भाषा बोलने ही पड़ेगी,बेटियां अपने बाप के लिए क्या क्या नहीं करती है,मुझे तो बस थोड़ी गंदी बातें करनी है।वो भी किसी गैर से नहीं अपने अब्बू से।और अंधेरे की वजह से अब्बू मुझे पहचान भी नहीं पा रहे है।तो किसी को पता भी नहीं चलेगा।मेरी इज्जत भी बची रहेगी। अगर मैने अब्बू की बात नहीं मानी तो मेरी कसम टूट जाएगी,मेरी कसम टूटने से अब्बू को कुछ हो गया तो हम सबका क्या होगा।और मैं अपने आप को कभी माफ नहीं कर पाऊंगी।)

अमजद : तो मेरी रण्डी तू तैयार है।

सारा:जी मैं तैयार हूं।

अमजद कुछ बोलता उससे पहले किसी के कदमों की आहट हुई।

अमजद और सारा दोनो घबरा गए। दोनों को गांड फट गई।

अमजद ने मन गाली दी:अब इस समय किसकी चूत में खुजली हुई है।कोन अपनी चूत मरवाने आ रही है।

सारा की तो ज्यादा गांड फट गई थी।वो तो ये सोचकर कांप उठी कि अब्बू अब मुझे देख लेंगे।और हम दोनों एक दूसरे से कभी नजर नहीं मिला पाएंगे।

फिर अमजद ने अपने आप को संभाला।

अमजद:सुन रण्डी,शायद मेरी बीवी या बेटी पानी पीने आ रही है, वो किचन में आते ही लाइट ऑन करेगी और तुझे देख लेंगी।मेरा तो कुछ नहीं पर तेरी खैर नहीं।तू एक काम कर फ्रिज के पीछे जगह है वहां छुप जा,आ तुझे जगह बताता हूं। बाकी मैं संभाल लूंगा।

सारा कोई कुछ समझ में नहीं आ रहा था,फिर भी अमजद के कहने पर वो फ्रिज के पीछे दीवार की तरफ मुंह करके खड़ी हो गई।

उन कदमों की आहट जब किचन के पास आने लगी तो अमजद ने लाइट ऑन कर दी और जल्दी से फ्रिज के पास खड़ा हो गया। ऐसे खड़ा हुआ को सारा किसी को दिखाई ना दें।और फ्रिज खोलकर पानी की बॉटल निकालने लगा।तभी किचन के अंदर हीना दाखिल हुई।

तो दोस्तों वो हीना थी और जब किचन की तरफ आ रही थी तो उसने किचन की लाइट ऑन होते हुए देखी।उसने सोचा जिया या सारा होगी।जब किचन में अपने अब्बू को देखा तो उसने पूछा।

हीना: अब्बू आप पानी पीने किचन में आए है,अम्मी पानी रखना भूल गई क्या।

अमजद (मन में):साली तू भी पानी रखना भूल गई थी क्या को यहां रंग में भंग डालने आ गई।अब तो तुझे भी चोदना पड़ेगा।पहले इस साली रण्डी सारा ने मेरा माल निकलने नहीं दिया और अब जब मैं इस कुतिया सारा को पटा रहा था तो तू अपनी बड़ी गांड मटकाती हुई आ गई।साली लगता है सारा से पहले तुझे चोदना पड़ेगा।

सारा:अब्बू क्या सोचने लग गए।

अमजद:हां बेटी वो तुम्हारी अम्मी मेरा पानी(वीर्य) निकालना भूल गई फ्रिज से।मुझे प्यास लगी तो मैं खुद आ किचन में पानी निकालने मेरा मतलब पीने।तुझे पता है तेरी अम्मी का नींद की गोलियां खाकर सोती है तो सुबह ही उठेगी।इसलिए मैं खुद आ गया। तूने भी आज पानी नहीं निकाला फ्रिज से अपने लिए।

हीना:वो अब्बू मैं भी भूल गई थी,अब जब प्यास लगी तो पीने आ गई।

अमजद:(पानी की बॉटल हीना की तरफ करके)ले बेटी तू पी ले तुझे ज्यादा प्यास लगी होगी।

हीना:अरे नहीं अब्बू आप पीजिए। मैं बाद में पी लूंगी।

अमजद:(हंसते हुए)अपने अब्बू से होशियारी,चुप चाप पानी पी ले। मैं अपनी प्यास बुझाऊं और मेरी बेटी प्यासी रहे ये मैं कभी नहीं होने दूंगा।(यहां अमजद डबल मीनिंग में बात कर रहा था पर हीना को बस अपने बाप का प्यार दिख रहा था,वो भी बाप बेटी वाला।)

हीना भी हंसते हुए:ठीक है अब्बू लाइए।पहले मैं पानी पी लेती हूं।

और अमजद ने हीना को बॉटल पकड़ाई और हीना पानी पीने लगी।

हीना और अमजद हस हंसकर बात कर रहे थे और सारा की मां चुदी पड़ी थी।सारा तो बस यहीं दुआ कर रही थी कि हीना जल्दी से पानी पीकर चली जाए और अब्बू लाइट बंद कर दें।

हीना ने पानी पिया और बॉटल अमजद को देते हुए बोली:ये लो अब्बू बॉटल,आपकी बेटी को प्यास तो बुझ गई और अब आप अपनी प्यास बुझाएं।

अगले ही पल उसे एहसास हुआ कि उसने क्या बोल दिया,हीना को ओकवार्ड फील होने लगा तो बोली:आप पानी पीजिए मुझे बहुत नींद आ रही है। मैं चलती हूं।

हीना के जाते ही अमजद मन में बोला:साली तेरी प्यास तो मैं बुझाऊंगा अपने लंड से।और मेरी प्यास भी तेरी चूत और गांड मारके ही बुझेगी।

हीना तो चली गई, पर सारा की अब भी फटी हुई थी।सारा चाह रही थी कि अब्बू जल्दी से लाइट बंद कर दें।ताकि उसका चेहरा ना देख पाए।

अमजद:फिक्र मत कर कुतिया मैं लाइट बंद कर रहा हूं।जब तुझे आज चोदना ही नहीं है तो लाइट ऑन रख के क्या करना है।बस थोड़ी देर बातें करनी है,फिर तू चली जाना अपने घर।

अमजद ने लाइट बंद कर दी।
लाइट बंद होते ही सारा की जान में जान आई।

अमजद:देख रण्डी,यहां बात नहीं कर सकते।यहां फिर कोई पानी पीने आ सकता है।एक काम करते है।घर के बाहर एक स्टोर रूम बना हुआ है,वहां चलके बात करते है। मैं अपने कमरे में जाता हूं तबतक तू स्टोर रूम में चली जा, मैं थोड़ी देर में आता हूं।और हां तुझे भागना है तो भाग जा अच्छा मौका है।

सारा अब फैसला कर चुकी थी कि अब जो भी हो वो कसम नहीं तोड़ेगी।

सारा: मैं नहीं भागूंगी।

अमजद:ठीक है।

अमजद किचन से बाहर निकला और अपने रूम में चला गया,अमजद के जाते ही सारा किचन से बाहर निकली और घर का मैन डोर खोलके बाहर स्टोर रूम की तरफ चली गई।अमजद अपने रूम में गया,स्टोर रूम की चाबी ली और रूम से बाहर निकलने लगा तभी उसे रूम में उसे हिजाब(मुस्लिम औरते अपने चेहरे पे पर्दा करती है,एक टाइप का कपड़ा।) दिखा।अमजद ने वो कपड़ा उठाया और बाहर स्टोर रूम की तरफ चल पड़ा।

पता नहीं अमजद के मन में क्या चल रहा था।

बाहर भी लाइट ऑन थी।सारा स्टोर रूम के पास अपना मुंह छुपा कर खड़ी थी।उजाले में सारा की गांड देखकर अमजद के लंड ने झटका खाया।

अमजद ने घर का मैन डोर बंद किया और अमजद सारा के पास गया और उसे वो कपड़ा देते हुए बोला: मैं स्टोर रूम खोलता हूं तब तक तू इससे अपना चेहरा ढक लो।

सारा ने पीछे देखे बिना वो कपड़ा लिया ओर जल्दी से पर्दा कर लिया।सारा खुश हो गई।

अमजद ने स्टोर रूम खोला और लाइट ऑन कर दी।
अमजद:अंदर आजा रांड।

सारा धीरे धीरे स्टोर रूम में दाखिल हो गई।और अमजद ने स्टोर रूम का दरवाजा बंद कर दिया,ताकि स्टोर रूम की लाइट बाहर ना पड़े।

अमजद के स्टोर रूम में लाने और दरवाजा बंद करने से सारा को डर तो लगा।पर फिर उसने सोचा अब्बू ने मेरी कसम खाई है,वो मेरे साथ सेक्स नहीं करेंगे।जब अब्बू अपनी कसम नहीं तोड़ रहें हैं तो मैं भी अपनी कसम नहीं तोडूंगी।और अब्बू की हर बात मानूंगी,फिर चाहे वो कितनी भी गंदी हो।

अमजद:वाह रांड क्या बदन है तेरा।अंधेरे में कुछ दिखाई नहीं दे रहा था,पर उजाले में तेरी चूचियां तो बहुत बड़ी दिख रही। जरा पलट कर अपनी गांड दिखा।

सारा के पास कोई चारा नहीं था अमजद की बात मानने के सिवा,तो सारा शर्माते हुए पलट गई।

इतने नजदीक से सारा की इतनी बड़ी गद्देदार गांड देखकर अमजद पागल सा हो गया।

अमजद:वाह कुतिया क्या मस्तानी गांड है।बड़ी गांड मेरी हमेशा फेवरेट रही है।तेरी गांड देखकर मेरा लंड झटके मार रहा है,मेरा लंड तेरी इस मस्तानी गांड में घुसना चाहता है।पर आज तेरी गांड नहीं मार सकता।

सारा अमजद की इतनी गंदी बातें सुनकर शर्म से पानी पानी हो गई थी।पर वो कुछ नहीं कर सकती थी।वो मजबूर थी।

अमजद:तुझे मेरी खुली बातें सुनकर शर्म आती होगी ना। और हां मेरे हर सवाल का जवाब अपने मुंह से बोलकर दें।गर्दन मत हिलाना।

सारा: जी।

अमजद:क्यों शर्म आती है।

सारा:मैने ऐसी बातें पहले कभी नहीं की है, ना किसी ने मुझसे ऐसे बात की।

अमजद:देखो आमतौर पर मैं भी किसी लड़की से ऐसे बात नहीं करता।पर जब मेरा लंड खड़ा होता या मुझे गुस्सा आता है तो मैं ऐसी बातें करता हूं।और तो मुझे डबल गुस्सा आया है।एक तो तू चोरी करने मेरे घर आई और दूसरी बात जब किचन में तूने बर्तन गिराया तब मैं मूठ मार रहा था,और जैसे ही मेरा पानी निकलने वाला था,तुमने डिस्टर्ब कर दिया।और जब कोई मेरा पानी निकलने नहीं देता तब मुझे बहुत गुस्सा आता है।मन तो किया तुझे जबरदस्ती चोद दूं,पर जबरदस्ती चोदना मेरा स्टाईल नहीं है।और अब तो मेने अपनी गुड़िया की कसम खाई है, तो तू अगर अपनी मर्जी से चुदवाएगी तो भी आज नहीं चोदूंगा।इसलिए मैं सिर्फ तुझे गंदी बातें करूंगा और तेरी गांड और चूचियों को याद करके मूठ मारकर अपना पानी निकाल दूंगा।तो अब तो तू मुझसे गंदी बातें करेगी ना।

सारा को शर्म तो बहुत आ रही थी।फिर भी शर्माते हुए बोली:जी मैं आपसे गंदी बातें करूंगी।

अमजद: मैं बहुत गंदा बोलूंगा,और तुझे भी गंदा बोलना होगा।अगर तूने मेरी बात नहीं मानी और गंदा ना बोला तो तेरी कसम टूट जाएगी।अब तुझे दो मिनट का वक्त देता हूं,तू फैसला कर ले।तुझे मेरे साथ चुदाई की बातें करनी है या फिर अपनी कसम तोड़कर घर जाना है,अगर तू घर जाना चाहती है तो मैं तुझे रोकूंगा नहीं।फैसला तेरा है।अगर तूने बाद में जरा सा भी नाटक किया तो तू जानती है तेरे साथ क्या होगा।

सारा:(मन में)जानती हूं अब्बू मेरे साथ सेक्स नहीं करेंगे।पर गंदी बातें जरूर करेंगे।मुझे अपने आप को मजबूत बनाना होगा।मुझे अब बेशर्म बनना पड़ेगा।अगर में बेशर्म होकर अब्बू से गंदी बातें नहीं करूंगी तो,अब्बू मुझे भगा देंगे।अब्बू हर बात माननी पड़ेगी।अगर मैने इंकार किया तो मेरी कसम टूट जाएगी।मेरी कसम टूटने से अब्बू को कुछ हो गया तो।नहीं नहीं,अब्बू को कुछ नहीं होगा।क्योंकि मैं अपनी कसम नहीं तोडूंगी।ठीक है सारा अब तैयार हो जा।

सारा ने पक्का फैसला कर लिया था।

अमजद उसका चेहरा तो नहीं देख पा रहा था, पर उसकी आंखो से अमजद जान गया था कि सारा ने क्या फैसला किया है।वैसे अमजद तो पहले से जानता था कि सारा क्या फेसला करेगी।

अमजद:तो कुतिया क्या फैसला किया तूने।गंदी बातें या घर जाना है।

सारा:(अपनी आवाज में कांफिडेंट लाते हुए)गंदी बाते करनी है।

अमजद:तेरी मर्जी।पर एक तो मुझे पता चली कि तू अपने अब्बू से सच में प्यार करती है।पर कितना करती है,ये तो तब पता चलेगा जब तू बेशर्म होकर मेरे सवालों के जवाब देगी। तो तू तैयार है ।

सारा:जी मैं तैयार हूं।

अमजद:तो बता तेरी पसंदीदा हीरोइन कोन है।

सारा:विद्या बालन मेरी फेवरेट हीरोइन है।
(सारा खुश हुई।सारा को लगा अमजद उससे इस नॉर्मल सवाल पूछेंगे।पर वो हरामी अमजद को ठीक से जानती नहीं थी।)

अमजद:विद्या बालन तो मुझे भी पसंद है।पर तुझे विद्या बालन क्यों पसंद है।

सारा: ऐसे ही पसंद है।वो बहुत अच्छी एक्टिंग करती है।

अमजद:ये सच नहीं है,तुझे विद्या बालन एक्टिंग की वजह से नहीं बल्कि इसलिए पसंद है क्योंकि उसकी गांड और चूचियां तेरी गांड और चूचियां जैसी बड़ी बड़ी है।वो भी तेरी तरह गदराई हुई है। मैने सही कहा ना। जवाब मजेदार होना चाहिए।तुझे भले ही अच्छा ना लगे पर तेरा जवाब सुनके मुझे मजा आना चाहिए।

सारा अमजद की बात से हैरान नहीं हुई।सारा को पता था अमजद उससे ऐसे ही गंदी बातें करेगा।सारा अब अमजद को नाराज नहीं करना चाहती थी। इसलिए उसने अमजद को जैसा जवाब सुनना था, वैसा ही जवाब देने का फैसला किया।

सारा:जी आपने सही कहा।उसकी वो मेरी जेसी है इसलिए मुझे विद्या बालन पसंद है।

अमजद:रण्डी साली,वो वो क्या कर रही है।खुल कर बोल।वो वो मत बोल गांड और चूचियां बोल।मुझे अच्छा लगेगा।

सारा:(कांपते होठों से)जी विद्या बालन की गा...न..ड और चू....ची...या मेरी तरह बड़ी है इसलिए मुझे विद्या बालन पसंद है।

सारा बड़ी मुश्किल से गांड और चूचियां बोल पाई थी।

अमजद:ये तो तू सच बोल रही है। मैने भी कई बार उसकी वीडियो देख के मूठ मारी है।

अमजद:अच्छा मेरी कुतिया का फवरेट हीरो कौन है।

सारा:सलमान खान और नाना पाटेकर।

अमजद:क्या बात है,वैसे इन दोनो को क्यों पसंद करती है।

सारा:सलमान खान हैंडसम है और उनकी बॉडी भी सबसे अच्छी है और नाना पाटेकर के जेसी एक्टिंग कोई नहीं कर सकता है।इसलिए मुझे बहुत पसंद है दोनों।

अमजद:अच्छा तूने कभी उन दोनों को याद करके अपनी चूत में उंगली की है।

सारा:नहीं कभी नहीं की।

अमजद:साली रण्डी, बोला ना पूरा खुलकर जवाब दे।चूत और उंगली भी बोल।

सारा:(हकलाते हुए)मैने कभी उनको याद करके अपनी चू....त में उं..ग.ली नहीं की है।

अमजद:हां इस खुलकर बोल।और ये हकलाना छोड़।बेशर्म होकर बोल।तू जितनी बेशर्मी दिखाएगी,उतना मुझे मजा आएगा,और में तेरी बेशर्मी को याद करके मूठ मारकर अपना पानी निकाल दूंगा। बोल बेशर्म होकर बोलेगी।

सारा:जी,अब मैं बेशर्म होकर जवाब दूंगी।

अमजद:तुझे मैं गालियां दे रहा हूं तुझे बुरा तो नहीं लग रहा है।

सारा:नहीं आपकी गालियां सुनकर मुझे बुरा नहीं लग रहा है।

अमजद: मेरी गालियां से तुझे मजा आ रहा है।अगर तुझे बुरा लग रहा है तो मैं तुझे गालियां नहीं दूंगा।पर मुझे तुझे गालियां देकर बहुत मजा आ रहा है।

सारा अब अमजद को नाराज नहीं करना चाहती थी।उसे अमजद की गालियां अच्छी तो नहीं लग रही थी,पर उसके पास कोई चारा नहीं था।वो तो आप सब जानते ही हैं।

सारा:मुझे आपकी गालियां सुनकर बुरा नहीं लग रहा है।मुझे गालियां सुनकर मजा आ रहा है।आप गालियां दीजिए मैं बुरा नहीं मानूंगी।

अमजद समझ गया था,अब सारा उसकी हर बात मानेगी।पर इसके मजे लेने के लिए, इसे गर्म करना पड़ेगा।

अमजद:एक बात बता,अगर तूने चुदाई नहीं करवाई है,तो तेरी गांड और चूचियां इतनी बड़ी कैसे हो गई।

सारा:मुझे पता मेरी गांड और चूचियां कैसे बड़ी हो गई।

इस बार सारा गांड और चूचियां बोलने में हकलाई नहीं थी।

अमजद:तेरी कितनी सहेलियां की चूचियां और गांड तेरे जितनी बड़ी है।

सारा:मेरी किसी भी सहेली की गांड और चूचियां मेरी जितनी बड़ी नहीं है।

अमजद:फिर तो तेरी सहेलियां तुझसे बहुत जलती होगी,तेरी बड़ी गांड और बड़ी बड़ी चूचियां देखकर।

सारा:नहीं जलती नहीं है,पर मेरा मजाक उड़ाती है।कहती है कि मैं मोटी हूं।

अमजद:तेरी सहेलियां तुझसे झूठ बोलती है।तू मोटी नहीं गदराई हुई है।तेरे जेसी गांड और चूचियां पाने के लिए लड़कियां क्या क्या नहीं करती है।वो अपनी चूचियां दबवाती है,गांड मरवाती है।दवाई भी लेती है।कोई भी मर्द पतली लड़कियों को पसंद नहीं करते।मर्दों को तो तेरी जैसी बड़ी गांड और बड़ी बड़ी चूचियां वाली लड़कियां अच्छी लगती है।मुझे भी तेरे जेसी गदराई हुए लड़कियां पसंद है।

अमजद:अच्छा तूने किसी लड़की की नंगी गांड देखी है।

सारा :नहीं मैने किसी लड़की की नंगी गांड नहीं देखी है।

अमजद:किसी लड़की की नंगी चूत और चूचियां देखी है।

सारा:नहीं मैने किसी की चूत नहीं देखी है पर एक बार लड़की की चूचियां देखी थी।जब वो नहा रही थी।

अमजद: कैसी थी उसकी चूचियां। छोटी या तेरे जेसी बड़ी चूचियां।

सारा:मेरे जेसी बड़ी चूचियां नहीं थी उसकी।उसकी चूचियां बहुत छोटी थी।

अमजद:तू अपनी चूचियां को रोज देखती होगी ना।

सारा: हां मैं अपनी चूचियां रोज नहाते समय देखती हूं।

अमजद:और नहाते समय चूचियां रगड़ रगड़ कर धोती होगी और चूचियां को दबाती भी होगी।

सारा: जी, मैं अपनी चूचियां को रगड़ रगड़ कर धोती हूं,और चूचियां को दबाती भी हूं।

अमजद:तुझे मजा आता होगा।

सारा:हां मुझे बहुत मजा आता है।

अमजद:और अपनी इस मस्तानी गांड को।

सारा: मैं अपनी गांड को भी रगड़ कर धोती हूं और दबाती भी हूं।और मुझे बहुत मजा आता है।

अब सारा को गंदी बातें बोलने में और सुनने में ज्यादा शर्म नहीं आ रही थी।उसे लग रहा था जैसे वो नॉर्मल बातें कर रही है।

अमजद:अच्छा तूने कभी लंड देखा है।

सारा:नहीं मैने कभी लं...ड नहीं देखा।

अमजद: अरे मेरी रांड शर्मा मत।जैसे चूचियां,गांड और चूत का नाम लेती है वैसे ही लंड का नाम ले।

सारा: सॉरी गलती हो गई अब खुलकर लंड का नाम लूंगी।

लंड,चूत,गांड,चूचियां जैसे शब्द बोलकर और सुनकर सारा की चूत में भी हलचल होने लगी थी।कितनी भी शरीफ लड़की थी,पर थी तो एक लड़की ही ना।

अमजद:अच्छा क्या मैं तेरी को हाथ में ले लूं।थोड़ी तेरी चूचियां को दबाना चाहता हूं।हां तुझे अच्छा नहीं लग रहा है तो तू मना कर दे। मैं तुझे गंदा लगता हूं तो तू ना बोल दे।वैसे मैने तेरी चूचियां और गांड को किचन में भी दबाया था और तूने अपनी गांड मेरे लंड पर भी रगड़ी थी।पर उस वक्त मैं गुस्से में था तो फील नहीं कर पाया था। मैं जानता हूं तूने कसम खाई है इसलिए तू मना नही करेगी।पर फिर भी मैं तुजसे पूछ रहा हूं।क्योंकि मैं किसी भी लड़की की मर्जी के बिना उसे हाथ नहीं लगाता,चोदना तो दूर की बात। अब जवाब दे।

सारा (मन में):अब्बू बुरे नहीं है।वो चाहते तो मेरे साथ सेक्स भी कर सकते थे और मैं कुछ भी कर सकती थी।पर उन्होंने मेरे साथ सेक्स नहीं किया।वो बस मुझे छूना चाहते हैं,इसमें कोई बुराई नहीं है।वैसे भी वो पहले भी मेरी गांड और चूचियां को दबा चुके है।और मैं अपनी गांड उनके लंड पर रगड़ चुकी हूं। हाए मैं भी कितनी गंदी बातें बोल रही हूं अब्बू के चक्कर में।अब्बू मुझे पक्का बेशर्म बना देंगे।शुक्र है मन में बोला है।अब तो चाहते हैं मैं बेशर्म बनूं तो।बेशर्म बनना पड़ेगा,वैसे भी ये दिन हर लड़की के जिंदगी में एक बार जरूर आता है।।अब मुझे पक्का पता है अब्बू मुझे चोदेंगे नही, हाए मैं कितना गंदा बोल रही हूं।तो बेशर्म बन कर पूरा साथ दूं अब्बू का ताकि अब्बू नाराज ना हो।बेचारे अब्बू का भी काम हो जाए।हिहिहिही। और ये मेरी चूत में खुजली क्यों हो रही है।


दोस्तों अभी के लिए इतना ही।

भाई लोग समय का बहुत प्रोब्लम है।

अगला अपडेट जल्द ही पोस्ट करूंगा।


तब तक के लिए इसी से गुजारा करें।

और सॉरी देर से अपडेट देने के लिए।
 

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दोस्तों मेरी ये स्टोरी पढ़कर आपको ये तो पता चल गया होगा कि अमजद किस किस्म का इंसान है।अमजद की बीवी शबाना को चुदाई में रूची ना होने की वजह से अमजद हमेशा चुदाई के लिए तड़पता रहा।ऊपर से उसके हमेशा लंड के खड़े रहने की वजह से उसके अंदर चुदाई की आग बढ़ती गई।अमजद मूठ मारकर माल निकलता था और अपने लंड को शांत करता था।मगर उसकी हवस कम होने के बजाए बढ़ने लगी।फिर तो घंटो तक मूठ मारता पर उसका माल नहीं निकलता था।उसकी बीवी तो नींद की गोली लेकर चैन से सो जाती पर अमजद रात भर मूठ मारता पर वो झड़ता नहीं था।फिर जो लड़कियां या औरतें अमजद का मजाक उड़ाती थी,या उसपे हसती थी।अमजद उन औरतों की चुदाई को इमेजिन करके मूठ मारता तब उसका वीर्य निकलता था।फिर उन औरतों को इमेजिन करके उनको गंदी गालियां देता और मूठ मारता था।अमजद इमेजिन करता था साली को रण्डी बनाऊंगा,अपनी रखैल बनाऊंगा,अपनी कुत्तिया बनाकर चोदूंगा।धीरे धीरे अमजद की ये फैंटेसी बन गई।अमजद अपने लंड को शांत करने के लिए किसी को रण्डी बनाने की कल्पना करता था।पर दिव्या को अपनी रण्डी बनाकर चोदने के बाद कल्पना सच हो गई।दिव्या को अपनी रण्डी बनाकर चोदने के पर अमजद को इतना मजा आया कि वो अब हर लड़की को रण्डी बनाकर चोदना चाहता था।अमजद को लगता था कि उसका लंड सिर्फ उन लड़कियों को देखकर खड़ा होता है,जिन पर अमजद को गुस्सा आता है।कभी अपनी बेटियों पा बुरी नजर नहीं डाली ना कभी उनके बदन को देखकर उसका लंड खड़ा नहीं हुआ।पर दिव्या को अपनी रण्डी बनाकर चोदने के बाद अमजद की सोच बदल गई। जब अमजद का लंड जिया और सारा यानी अपनी बेटियों को देखकर खड़ा हुआ तो अमजद के दिमाग में अपनी बेटियों को लेकर भी हवस जाग गई।और अपनी बेटियों को अपनी रण्डी बनाने का सोच लिया।पर उसने अपने आप से वादा किया कि वो किसी लड़की को जबरदस्ती किसी को नहीं चोदेगा।वो पहले उन लड़कियों को अपनी रण्डी बनने को कहेगा,अगर रण्डी बनी तो चोदेगा नहीं तो नहीं।
और अमजद जानता था कि कोई भी लड़की उसकी रण्डी नहीं बनेगी।पर वो हरामी अमजद था, उसे पता था कि किसी लड़की को अपनी रण्डी कैसे बनाना है।वो ना उन लड़कियों को ना सेड्यूस करेगा ना उन्हें पैसों का लालच देगा,बस अपनी गंदी बातों और तेज दिमाग के बल पर उन्हें रण्डी बनाएगा।वो सब अमजद के जाल में फसेगी पर अमजद को दोष नहीं देगी।अमजद हमेशा उनके लिए एक अच्छा इंसान बनके रहेगा।
वैसे किसी भी लड़की को गालियां या गंदी भाषा पसंद नहीं आती पर अमजद उनपे ऐसा माहौल तैयार करेगा कि अमजद की गालियां उन लड़कियों को अच्छी लगेगी।

(वैसे आमतौर पर कुछ लड़कियों को चुदाई के वक्त गालियां और गंदी बातों में ज्यादा मजा आता है।और वैसे भी चुदाई के वक्त कोई भी समाज सेवा या दुनियादारी की बातें करेगा नहीं)

बहुत हुई बकचोदी अब चलते है किचन में,देखते है क्या हो रहा है।
अमजद के ऐसा कहने से सारा का क्या रिएक्शन होता है,और अमजद आगे क्या बोलता है।

अमजद:साली रण्डी मुझे पता था कि कोई भी लड़की अपने बाप से उतना प्यार नहीं करती,जितना प्यार एक बाप अपनी बेटी से करता है।तू भी बाकी लड़कियों जैसी निकली।अरे तुझे अगर मेरी शर्त नहीं माननी थी तो मना कर देती।अपने बाप की झूठी कसम खाने की क्या जरूरत थी।तुझे पता है जिससे हम प्यार करते हैं या जो हमसे प्यार करते हैं,उनकी झूठी कसम खाने से उसके साथ बहुत बुरा होता है। तेरा जवान गदराया हुआ बदन मेरी आंखों के सामने है,तेरी ये मस्तानी गांड मेरे लंड पे थी तेरी ये बड़ी बड़ी चूचियां मेरे हाथों में थी। मैं तुझे चोद सकता था और तू कुछ भी नहीं कर पाती।फिर भी मैंने तुझे क्यों नहीं चोदा पता है क्योंकि मैं किसी लड़की को उसकी मर्जी के बिना नहीं चोदता,और तेरी ये जवानी देखकर मुझसे बर्दास्त नहीं हो रहा था,लंड भी खड़ा था।मुझे लगा मैं तेरे साथ कहीं जबरदस्ती चुदाई ना कर दूं।इसलिए मैंने अपनी गुड़िया की कसम खाई।और मैं मर भी जाऊं,पर आज रात तुझे नहीं चोदूंगा।क्योंकि मैं अपनी गुड़िया की कसम नहीं तोडूंगा।क्योंकि मुझे पता है,अगर हम किसी हमारे अपने की कसम खाए और तोड़ दें,तो उसके साथ बहुत बुरा होता है।शायद उसकी जान भी चली जाए।

सारा अमजद की बात सुनकर हिल गई।
सोचने लगी:नहीं नहीं,अब्बू को कुछ नहीं होगा। मैं अपनी कसम नहीं तोडूंगी। मैं अपनी कसम निभाऊंगी। चाहे उसके लिए मुझे अब्बू से गंदी बातें करनी पड़े या और भी कुछ गंदा करना पड़े।

अमजद:पर मुझे पता चल गया कि तुझे कुछ फर्क नहीं पड़ेगा,अगर तेरे बाप को कुछ हो भी जाए।तू एक नंबर की खुदगर्ज लड़की है।तूने मुझे भी निराश कर दिया।तूने जब अपने अब्बू की कसम खाई तब मुझे लगा तू अपने अब्बू बहुत प्यार करती है,और मुझमें ये भी उम्मीद जागी कि मेरी गुड़िया भी मुझे प्यार करेगी।पर अब मुझे पता चल गया है कि मेरी गुड़िया भी मुझे प्यार नहीं करती है। तू चली जा अपने घर इससे पहले मैं अपना इरादा बदलूं और गांववालो को बुलाऊं।

अमजद की बात सुनकर सारा की आंखों में आंसू आ गए और वो रोने लग गई।

सारा:मैने आपकी बात मानने से इंकार नहीं किया है।वो मैंने कभी गंदी बातें नहीं की है,इसलिए मुझे शर्म आ रही है।

अमजद:बकवास मत कर और चली जा अपने घर। मैं सब समझ रहा हूं तेरा नाटक।अपने बाप की झूठी कसम खाने वाली पे मुझे भरोसा नहीं है।

सारा:(रोते हुए) मैने अपनी अब्बू की झूठी कसम नहीं खाई।मुझे भरोसा कीजिए।

अमजद:भरोसा और तुझपे।तूने अभी अभी अपने बाप की कसम खाई कि तू मेरी बात मानेगी।और अभी के अभी मेरी बात नहीं मानी और कसम तोड़ भी दी।

सारा:नहीं मैने अपने अब्बू की कसम नहीं तोड़ी है। मैं आपकी हर बात मानूंगी। आप जो कहेंगे वो करूंगी।

अमजद:अभी तो तू कह रही है कि मेरी बात मानेगी,पर थोड़ी देर बाद तू फिर से नाटक करेगी।

सारा:नहीं मैं कोई नाटक करूंगी।मैने अपने अब्बू की कसम खाई है।

अमजद: नहीं तू नहीं कर पाएगी मुझसे गंदी बातें।

सारा: मैं करूंगी आपसे गंदी बातें।आप मेरा यकीन कीजिए।

अमजद:ठीक है मैं तुझे आखरी मौका देता हूं।अब अगर तूने थोड़ा सा भी ना नुकर किया तो, मैं तुझे धक्के मारकर अपने घर से निकाल दूंगा।और उसके बाद तेरे कसम तोड़ने से तेरे बाप के साथ कुछ भी गलत हुआ,उसकी जिम्मेदार तू होगी।

सारा:मेरे अब्बू के साथ कुछ नहीं होगा क्योंकि मैं अपनी कसम तोडूंगी नहीं।अब मैं आपकी हर बात मानूंगी।

अमजद: तो तू मेरे गंदे सवालों के गंदे जवाब देने के लिए तैयार है।

सारा:हां मैं तैयार हूं।

(सारा ने सोचा अब्बू के लिए मुझे गंदी भाषा बोलने ही पड़ेगी,बेटियां अपने बाप के लिए क्या क्या नहीं करती है,मुझे तो बस थोड़ी गंदी बातें करनी है।वो भी किसी गैर से नहीं अपने अब्बू से।और अंधेरे की वजह से अब्बू मुझे पहचान भी नहीं पा रहे है।तो किसी को पता भी नहीं चलेगा।मेरी इज्जत भी बची रहेगी। अगर मैने अब्बू की बात नहीं मानी तो मेरी कसम टूट जाएगी,मेरी कसम टूटने से अब्बू को कुछ हो गया तो हम सबका क्या होगा।और मैं अपने आप को कभी माफ नहीं कर पाऊंगी।)

अमजद : तो मेरी रण्डी तू तैयार है।

सारा:जी मैं तैयार हूं।

अमजद कुछ बोलता उससे पहले किसी के कदमों की आहट हुई।

अमजद और सारा दोनो घबरा गए। दोनों को गांड फट गई।

अमजद ने मन गाली दी:अब इस समय किसकी चूत में खुजली हुई है।कोन अपनी चूत मरवाने आ रही है।

सारा की तो ज्यादा गांड फट गई थी।वो तो ये सोचकर कांप उठी कि अब्बू अब मुझे देख लेंगे।और हम दोनों एक दूसरे से कभी नजर नहीं मिला पाएंगे।

फिर अमजद ने अपने आप को संभाला।

अमजद:सुन रण्डी,शायद मेरी बीवी या बेटी पानी पीने आ रही है, वो किचन में आते ही लाइट ऑन करेगी और तुझे देख लेंगी।मेरा तो कुछ नहीं पर तेरी खैर नहीं।तू एक काम कर फ्रिज के पीछे जगह है वहां छुप जा,आ तुझे जगह बताता हूं। बाकी मैं संभाल लूंगा।

सारा कोई कुछ समझ में नहीं आ रहा था,फिर भी अमजद के कहने पर वो फ्रिज के पीछे दीवार की तरफ मुंह करके खड़ी हो गई।

उन कदमों की आहट जब किचन के पास आने लगी तो अमजद ने लाइट ऑन कर दी और जल्दी से फ्रिज के पास खड़ा हो गया। ऐसे खड़ा हुआ को सारा किसी को दिखाई ना दें।और फ्रिज खोलकर पानी की बॉटल निकालने लगा।तभी किचन के अंदर हीना दाखिल हुई।

तो दोस्तों वो हीना थी और जब किचन की तरफ आ रही थी तो उसने किचन की लाइट ऑन होते हुए देखी।उसने सोचा जिया या सारा होगी।जब किचन में अपने अब्बू को देखा तो उसने पूछा।

हीना: अब्बू आप पानी पीने किचन में आए है,अम्मी पानी रखना भूल गई क्या।

अमजद (मन में):साली तू भी पानी रखना भूल गई थी क्या को यहां रंग में भंग डालने आ गई।अब तो तुझे भी चोदना पड़ेगा।पहले इस साली रण्डी सारा ने मेरा माल निकलने नहीं दिया और अब जब मैं इस कुतिया सारा को पटा रहा था तो तू अपनी बड़ी गांड मटकाती हुई आ गई।साली लगता है सारा से पहले तुझे चोदना पड़ेगा।

सारा:अब्बू क्या सोचने लग गए।

अमजद:हां बेटी वो तुम्हारी अम्मी मेरा पानी(वीर्य) निकालना भूल गई फ्रिज से।मुझे प्यास लगी तो मैं खुद आ किचन में पानी निकालने मेरा मतलब पीने।तुझे पता है तेरी अम्मी का नींद की गोलियां खाकर सोती है तो सुबह ही उठेगी।इसलिए मैं खुद आ गया। तूने भी आज पानी नहीं निकाला फ्रिज से अपने लिए।

हीना:वो अब्बू मैं भी भूल गई थी,अब जब प्यास लगी तो पीने आ गई।

अमजद:(पानी की बॉटल हीना की तरफ करके)ले बेटी तू पी ले तुझे ज्यादा प्यास लगी होगी।

हीना:अरे नहीं अब्बू आप पीजिए। मैं बाद में पी लूंगी।

अमजद:(हंसते हुए)अपने अब्बू से होशियारी,चुप चाप पानी पी ले। मैं अपनी प्यास बुझाऊं और मेरी बेटी प्यासी रहे ये मैं कभी नहीं होने दूंगा।(यहां अमजद डबल मीनिंग में बात कर रहा था पर हीना को बस अपने बाप का प्यार दिख रहा था,वो भी बाप बेटी वाला।)

हीना भी हंसते हुए:ठीक है अब्बू लाइए।पहले मैं पानी पी लेती हूं।

और अमजद ने हीना को बॉटल पकड़ाई और हीना पानी पीने लगी।

हीना और अमजद हस हंसकर बात कर रहे थे और सारा की मां चुदी पड़ी थी।सारा तो बस यहीं दुआ कर रही थी कि हीना जल्दी से पानी पीकर चली जाए और अब्बू लाइट बंद कर दें।

हीना ने पानी पिया और बॉटल अमजद को देते हुए बोली:ये लो अब्बू बॉटल,आपकी बेटी को प्यास तो बुझ गई और अब आप अपनी प्यास बुझाएं।

अगले ही पल उसे एहसास हुआ कि उसने क्या बोल दिया,हीना को ओकवार्ड फील होने लगा तो बोली:आप पानी पीजिए मुझे बहुत नींद आ रही है। मैं चलती हूं।

हीना के जाते ही अमजद मन में बोला:साली तेरी प्यास तो मैं बुझाऊंगा अपने लंड से।और मेरी प्यास भी तेरी चूत और गांड मारके ही बुझेगी।

हीना तो चली गई, पर सारा की अब भी फटी हुई थी।सारा चाह रही थी कि अब्बू जल्दी से लाइट बंद कर दें।ताकि उसका चेहरा ना देख पाए।

अमजद:फिक्र मत कर कुतिया मैं लाइट बंद कर रहा हूं।जब तुझे आज चोदना ही नहीं है तो लाइट ऑन रख के क्या करना है।बस थोड़ी देर बातें करनी है,फिर तू चली जाना अपने घर।

अमजद ने लाइट बंद कर दी।
लाइट बंद होते ही सारा की जान में जान आई।

अमजद:देख रण्डी,यहां बात नहीं कर सकते।यहां फिर कोई पानी पीने आ सकता है।एक काम करते है।घर के बाहर एक स्टोर रूम बना हुआ है,वहां चलके बात करते है। मैं अपने कमरे में जाता हूं तबतक तू स्टोर रूम में चली जा, मैं थोड़ी देर में आता हूं।और हां तुझे भागना है तो भाग जा अच्छा मौका है।

सारा अब फैसला कर चुकी थी कि अब जो भी हो वो कसम नहीं तोड़ेगी।

सारा: मैं नहीं भागूंगी।

अमजद:ठीक है।

अमजद किचन से बाहर निकला और अपने रूम में चला गया,अमजद के जाते ही सारा किचन से बाहर निकली और घर का मैन डोर खोलके बाहर स्टोर रूम की तरफ चली गई।अमजद अपने रूम में गया,स्टोर रूम की चाबी ली और रूम से बाहर निकलने लगा तभी उसे रूम में उसे हिजाब(मुस्लिम औरते अपने चेहरे पे पर्दा करती है,एक टाइप का कपड़ा।) दिखा।अमजद ने वो कपड़ा उठाया और बाहर स्टोर रूम की तरफ चल पड़ा।

पता नहीं अमजद के मन में क्या चल रहा था।

बाहर भी लाइट ऑन थी।सारा स्टोर रूम के पास अपना मुंह छुपा कर खड़ी थी।उजाले में सारा की गांड देखकर अमजद के लंड ने झटका खाया।

अमजद ने घर का मैन डोर बंद किया और अमजद सारा के पास गया और उसे वो कपड़ा देते हुए बोला: मैं स्टोर रूम खोलता हूं तब तक तू इससे अपना चेहरा ढक लो।

सारा ने पीछे देखे बिना वो कपड़ा लिया ओर जल्दी से पर्दा कर लिया।सारा खुश हो गई।

अमजद ने स्टोर रूम खोला और लाइट ऑन कर दी।
अमजद:अंदर आजा रांड।

सारा धीरे धीरे स्टोर रूम में दाखिल हो गई।और अमजद ने स्टोर रूम का दरवाजा बंद कर दिया,ताकि स्टोर रूम की लाइट बाहर ना पड़े।

अमजद के स्टोर रूम में लाने और दरवाजा बंद करने से सारा को डर तो लगा।पर फिर उसने सोचा अब्बू ने मेरी कसम खाई है,वो मेरे साथ सेक्स नहीं करेंगे।जब अब्बू अपनी कसम नहीं तोड़ रहें हैं तो मैं भी अपनी कसम नहीं तोडूंगी।और अब्बू की हर बात मानूंगी,फिर चाहे वो कितनी भी गंदी हो।

अमजद:वाह रांड क्या बदन है तेरा।अंधेरे में कुछ दिखाई नहीं दे रहा था,पर उजाले में तेरी चूचियां तो बहुत बड़ी दिख रही। जरा पलट कर अपनी गांड दिखा।

सारा के पास कोई चारा नहीं था अमजद की बात मानने के सिवा,तो सारा शर्माते हुए पलट गई।

इतने नजदीक से सारा की इतनी बड़ी गद्देदार गांड देखकर अमजद पागल सा हो गया।

अमजद:वाह कुतिया क्या मस्तानी गांड है।बड़ी गांड मेरी हमेशा फेवरेट रही है।तेरी गांड देखकर मेरा लंड झटके मार रहा है,मेरा लंड तेरी इस मस्तानी गांड में घुसना चाहता है।पर आज तेरी गांड नहीं मार सकता।

सारा अमजद की इतनी गंदी बातें सुनकर शर्म से पानी पानी हो गई थी।पर वो कुछ नहीं कर सकती थी।वो मजबूर थी।

अमजद:तुझे मेरी खुली बातें सुनकर शर्म आती होगी ना। और हां मेरे हर सवाल का जवाब अपने मुंह से बोलकर दें।गर्दन मत हिलाना।

सारा: जी।

अमजद:क्यों शर्म आती है।

सारा:मैने ऐसी बातें पहले कभी नहीं की है, ना किसी ने मुझसे ऐसे बात की।

अमजद:देखो आमतौर पर मैं भी किसी लड़की से ऐसे बात नहीं करता।पर जब मेरा लंड खड़ा होता या मुझे गुस्सा आता है तो मैं ऐसी बातें करता हूं।और तो मुझे डबल गुस्सा आया है।एक तो तू चोरी करने मेरे घर आई और दूसरी बात जब किचन में तूने बर्तन गिराया तब मैं मूठ मार रहा था,और जैसे ही मेरा पानी निकलने वाला था,तुमने डिस्टर्ब कर दिया।और जब कोई मेरा पानी निकलने नहीं देता तब मुझे बहुत गुस्सा आता है।मन तो किया तुझे जबरदस्ती चोद दूं,पर जबरदस्ती चोदना मेरा स्टाईल नहीं है।और अब तो मेने अपनी गुड़िया की कसम खाई है, तो तू अगर अपनी मर्जी से चुदवाएगी तो भी आज नहीं चोदूंगा।इसलिए मैं सिर्फ तुझे गंदी बातें करूंगा और तेरी गांड और चूचियों को याद करके मूठ मारकर अपना पानी निकाल दूंगा।तो अब तो तू मुझसे गंदी बातें करेगी ना।

सारा को शर्म तो बहुत आ रही थी।फिर भी शर्माते हुए बोली:जी मैं आपसे गंदी बातें करूंगी।

अमजद: मैं बहुत गंदा बोलूंगा,और तुझे भी गंदा बोलना होगा।अगर तूने मेरी बात नहीं मानी और गंदा ना बोला तो तेरी कसम टूट जाएगी।अब तुझे दो मिनट का वक्त देता हूं,तू फैसला कर ले।तुझे मेरे साथ चुदाई की बातें करनी है या फिर अपनी कसम तोड़कर घर जाना है,अगर तू घर जाना चाहती है तो मैं तुझे रोकूंगा नहीं।फैसला तेरा है।अगर तूने बाद में जरा सा भी नाटक किया तो तू जानती है तेरे साथ क्या होगा।

सारा:(मन में)जानती हूं अब्बू मेरे साथ सेक्स नहीं करेंगे।पर गंदी बातें जरूर करेंगे।मुझे अपने आप को मजबूत बनाना होगा।मुझे अब बेशर्म बनना पड़ेगा।अगर में बेशर्म होकर अब्बू से गंदी बातें नहीं करूंगी तो,अब्बू मुझे भगा देंगे।अब्बू हर बात माननी पड़ेगी।अगर मैने इंकार किया तो मेरी कसम टूट जाएगी।मेरी कसम टूटने से अब्बू को कुछ हो गया तो।नहीं नहीं,अब्बू को कुछ नहीं होगा।क्योंकि मैं अपनी कसम नहीं तोडूंगी।ठीक है सारा अब तैयार हो जा।

सारा ने पक्का फैसला कर लिया था।

अमजद उसका चेहरा तो नहीं देख पा रहा था, पर उसकी आंखो से अमजद जान गया था कि सारा ने क्या फैसला किया है।वैसे अमजद तो पहले से जानता था कि सारा क्या फेसला करेगी।

अमजद:तो कुतिया क्या फैसला किया तूने।गंदी बातें या घर जाना है।

सारा:(अपनी आवाज में कांफिडेंट लाते हुए)गंदी बाते करनी है।

अमजद:तेरी मर्जी।पर एक तो मुझे पता चली कि तू अपने अब्बू से सच में प्यार करती है।पर कितना करती है,ये तो तब पता चलेगा जब तू बेशर्म होकर मेरे सवालों के जवाब देगी। तो तू तैयार है ।

सारा:जी मैं तैयार हूं।

अमजद:तो बता तेरी पसंदीदा हीरोइन कोन है।

सारा:विद्या बालन मेरी फेवरेट हीरोइन है।
(सारा खुश हुई।सारा को लगा अमजद उससे इस नॉर्मल सवाल पूछेंगे।पर वो हरामी अमजद को ठीक से जानती नहीं थी।)

अमजद:विद्या बालन तो मुझे भी पसंद है।पर तुझे विद्या बालन क्यों पसंद है।

सारा: ऐसे ही पसंद है।वो बहुत अच्छी एक्टिंग करती है।

अमजद:ये सच नहीं है,तुझे विद्या बालन एक्टिंग की वजह से नहीं बल्कि इसलिए पसंद है क्योंकि उसकी गांड और चूचियां तेरी गांड और चूचियां जैसी बड़ी बड़ी है।वो भी तेरी तरह गदराई हुई है। मैने सही कहा ना। जवाब मजेदार होना चाहिए।तुझे भले ही अच्छा ना लगे पर तेरा जवाब सुनके मुझे मजा आना चाहिए।

सारा अमजद की बात से हैरान नहीं हुई।सारा को पता था अमजद उससे ऐसे ही गंदी बातें करेगा।सारा अब अमजद को नाराज नहीं करना चाहती थी। इसलिए उसने अमजद को जैसा जवाब सुनना था, वैसा ही जवाब देने का फैसला किया।

सारा:जी आपने सही कहा।उसकी वो मेरी जेसी है इसलिए मुझे विद्या बालन पसंद है।

अमजद:रण्डी साली,वो वो क्या कर रही है।खुल कर बोल।वो वो मत बोल गांड और चूचियां बोल।मुझे अच्छा लगेगा।

सारा:(कांपते होठों से)जी विद्या बालन की गा...न..ड और चू....ची...या मेरी तरह बड़ी है इसलिए मुझे विद्या बालन पसंद है।

सारा बड़ी मुश्किल से गांड और चूचियां बोल पाई थी।

अमजद:ये तो तू सच बोल रही है। मैने भी कई बार उसकी वीडियो देख के मूठ मारी है।

अमजद:अच्छा मेरी कुतिया का फवरेट हीरो कौन है।

सारा:सलमान खान और नाना पाटेकर।

अमजद:क्या बात है,वैसे इन दोनो को क्यों पसंद करती है।

सारा:सलमान खान हैंडसम है और उनकी बॉडी भी सबसे अच्छी है और नाना पाटेकर के जेसी एक्टिंग कोई नहीं कर सकता है।इसलिए मुझे बहुत पसंद है दोनों।

अमजद:अच्छा तूने कभी उन दोनों को याद करके अपनी चूत में उंगली की है।

सारा:नहीं कभी नहीं की।

अमजद:साली रण्डी, बोला ना पूरा खुलकर जवाब दे।चूत और उंगली भी बोल।

सारा:(हकलाते हुए)मैने कभी उनको याद करके अपनी चू....त में उं..ग.ली नहीं की है।

अमजद:हां इस खुलकर बोल।और ये हकलाना छोड़।बेशर्म होकर बोल।तू जितनी बेशर्मी दिखाएगी,उतना मुझे मजा आएगा,और में तेरी बेशर्मी को याद करके मूठ मारकर अपना पानी निकाल दूंगा। बोल बेशर्म होकर बोलेगी।

सारा:जी,अब मैं बेशर्म होकर जवाब दूंगी।

अमजद:तुझे मैं गालियां दे रहा हूं तुझे बुरा तो नहीं लग रहा है।

सारा:नहीं आपकी गालियां सुनकर मुझे बुरा नहीं लग रहा है।

अमजद: मेरी गालियां से तुझे मजा आ रहा है।अगर तुझे बुरा लग रहा है तो मैं तुझे गालियां नहीं दूंगा।पर मुझे तुझे गालियां देकर बहुत मजा आ रहा है।

सारा अब अमजद को नाराज नहीं करना चाहती थी।उसे अमजद की गालियां अच्छी तो नहीं लग रही थी,पर उसके पास कोई चारा नहीं था।वो तो आप सब जानते ही हैं।

सारा:मुझे आपकी गालियां सुनकर बुरा नहीं लग रहा है।मुझे गालियां सुनकर मजा आ रहा है।आप गालियां दीजिए मैं बुरा नहीं मानूंगी।

अमजद समझ गया था,अब सारा उसकी हर बात मानेगी।पर इसके मजे लेने के लिए, इसे गर्म करना पड़ेगा।

अमजद:एक बात बता,अगर तूने चुदाई नहीं करवाई है,तो तेरी गांड और चूचियां इतनी बड़ी कैसे हो गई।

सारा:मुझे पता मेरी गांड और चूचियां कैसे बड़ी हो गई।

इस बार सारा गांड और चूचियां बोलने में हकलाई नहीं थी।

अमजद:तेरी कितनी सहेलियां की चूचियां और गांड तेरे जितनी बड़ी है।

सारा:मेरी किसी भी सहेली की गांड और चूचियां मेरी जितनी बड़ी नहीं है।

अमजद:फिर तो तेरी सहेलियां तुझसे बहुत जलती होगी,तेरी बड़ी गांड और बड़ी बड़ी चूचियां देखकर।

सारा:नहीं जलती नहीं है,पर मेरा मजाक उड़ाती है।कहती है कि मैं मोटी हूं।

अमजद:तेरी सहेलियां तुझसे झूठ बोलती है।तू मोटी नहीं गदराई हुई है।तेरे जेसी गांड और चूचियां पाने के लिए लड़कियां क्या क्या नहीं करती है।वो अपनी चूचियां दबवाती है,गांड मरवाती है।दवाई भी लेती है।कोई भी मर्द पतली लड़कियों को पसंद नहीं करते।मर्दों को तो तेरी जैसी बड़ी गांड और बड़ी बड़ी चूचियां वाली लड़कियां अच्छी लगती है।मुझे भी तेरे जेसी गदराई हुए लड़कियां पसंद है।

अमजद:अच्छा तूने किसी लड़की की नंगी गांड देखी है।

सारा :नहीं मैने किसी लड़की की नंगी गांड नहीं देखी है।

अमजद:किसी लड़की की नंगी चूत और चूचियां देखी है।

सारा:नहीं मैने किसी की चूत नहीं देखी है पर एक बार लड़की की चूचियां देखी थी।जब वो नहा रही थी।

अमजद: कैसी थी उसकी चूचियां। छोटी या तेरे जेसी बड़ी चूचियां।

सारा:मेरे जेसी बड़ी चूचियां नहीं थी उसकी।उसकी चूचियां बहुत छोटी थी।

अमजद:तू अपनी चूचियां को रोज देखती होगी ना।

सारा: हां मैं अपनी चूचियां रोज नहाते समय देखती हूं।

अमजद:और नहाते समय चूचियां रगड़ रगड़ कर धोती होगी और चूचियां को दबाती भी होगी।

सारा: जी, मैं अपनी चूचियां को रगड़ रगड़ कर धोती हूं,और चूचियां को दबाती भी हूं।

अमजद:तुझे मजा आता होगा।

सारा:हां मुझे बहुत मजा आता है।

अमजद:और अपनी इस मस्तानी गांड को।

सारा: मैं अपनी गांड को भी रगड़ कर धोती हूं और दबाती भी हूं।और मुझे बहुत मजा आता है।

अब सारा को गंदी बातें बोलने में और सुनने में ज्यादा शर्म नहीं आ रही थी।उसे लग रहा था जैसे वो नॉर्मल बातें कर रही है।

अमजद:अच्छा तूने कभी लंड देखा है।

सारा:नहीं मैने कभी लं...ड नहीं देखा।

अमजद: अरे मेरी रांड शर्मा मत।जैसे चूचियां,गांड और चूत का नाम लेती है वैसे ही लंड का नाम ले।

सारा: सॉरी गलती हो गई अब खुलकर लंड का नाम लूंगी।

लंड,चूत,गांड,चूचियां जैसे शब्द बोलकर और सुनकर सारा की चूत में भी हलचल होने लगी थी।कितनी भी शरीफ लड़की थी,पर थी तो एक लड़की ही ना।

अमजद:अच्छा क्या मैं तेरी को हाथ में ले लूं।थोड़ी तेरी चूचियां को दबाना चाहता हूं।हां तुझे अच्छा नहीं लग रहा है तो तू मना कर दे। मैं तुझे गंदा लगता हूं तो तू ना बोल दे।वैसे मैने तेरी चूचियां और गांड को किचन में भी दबाया था और तूने अपनी गांड मेरे लंड पर भी रगड़ी थी।पर उस वक्त मैं गुस्से में था तो फील नहीं कर पाया था। मैं जानता हूं तूने कसम खाई है इसलिए तू मना नही करेगी।पर फिर भी मैं तुजसे पूछ रहा हूं।क्योंकि मैं किसी भी लड़की की मर्जी के बिना उसे हाथ नहीं लगाता,चोदना तो दूर की बात। अब जवाब दे।

सारा (मन में):अब्बू बुरे नहीं है।वो चाहते तो मेरे साथ सेक्स भी कर सकते थे और मैं कुछ भी कर सकती थी।पर उन्होंने मेरे साथ सेक्स नहीं किया।वो बस मुझे छूना चाहते हैं,इसमें कोई बुराई नहीं है।वैसे भी वो पहले भी मेरी गांड और चूचियां को दबा चुके है।और मैं अपनी गांड उनके लंड पर रगड़ चुकी हूं। हाए मैं भी कितनी गंदी बातें बोल रही हूं अब्बू के चक्कर में।अब्बू मुझे पक्का बेशर्म बना देंगे।शुक्र है मन में बोला है।अब तो चाहते हैं मैं बेशर्म बनूं तो।बेशर्म बनना पड़ेगा,वैसे भी ये दिन हर लड़की के जिंदगी में एक बार जरूर आता है।।अब मुझे पक्का पता है अब्बू मुझे चोदेंगे नही, हाए मैं कितना गंदा बोल रही हूं।तो बेशर्म बन कर पूरा साथ दूं अब्बू का ताकि अब्बू नाराज ना हो।बेचारे अब्बू का भी काम हो जाए।हिहिहिही। और ये मेरी चूत में खुजली क्यों हो रही है।


दोस्तों अभी के लिए इतना ही।

भाई लोग समय का बहुत प्रोब्लम है।

अगला अपडेट जल्द ही पोस्ट करूंगा।


तब तक के लिए इसी से गुजारा करें।

और सॉरी देर से अपडेट देने के लिए।
super hot update
 
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