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Incest लंगड़ा घोड़ा पापी लौड़ा ( रिस्टार्ट )

unique kamina

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ekdom damadar aur dashu update! bahut bahut mast kahaani!bahut bahut mast writings!
शुक्रिया दीदी
 

unique kamina

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बिल्कुल शानदार अपडेट!यह बेहद कामुक कहानी है!कृपया ऐसे ही लिखते रहें।
शुक्रिया आपी।

अपडेट मिलते रहेंगे।
 

unique kamina

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क्या दिमाग उड़ाने वाला अपडेट है!बिल्कुल शानदार कहानी!बेहद गर्म और कामुक लेखन!अगले अपडेट का बेसब्री से इंतजार है।
शुक्रिया बेहना
 

Ek number

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अपडेट 10
(आज अमजद बहुत खुश था।क्योंकि आज अमजद के खड़े लोड़े की की समस्या हल हो गई थी।अब अमजद का लौड़ा जब भी खड़ा होगा,वो दिव्या की चूत में डाल कर शांत कर देगा।दिव्या उसकी गर्लफ्रेंड नहीं थी जो चुदवाने के लिए नखरा करे,दिव्या उसकी रंडी थी जिसे अमजद जब चाहे,जहां चाहे चोद सकता था।)

अमजद अपने खड़े लंड के साथ घर की तरफ चल पड़ा।अब उसने तय कर लिया था कि वो अपनी बेटियों की तरफ देखेगा भी नहीं।अगर वो अपनी बेटियों की तरफ देखेगा तो उसका ये खड़ा पापी लौड़ा उससे गुनाह करवाएगा।इसलिए वो चुपचाप खाना खाके सो जाएगा।बस आज रात की बात है,कल स्कूल जाकर मेरी रखैल दिव्या को चोदूंगा।पर अमजद को क्या पता था कि उसका पापी लौड़ा अब जवान चूत का स्वाद चख चुका था।अब वो सिर्फ लड़की की चूत में घुसना चाहेगा,चाहे वो किसी की भी हो।

अमजद के नसीब में घर जाकर रात भर चैन से सोना लिखा है या रात भर तड़पना लिखा है।

अमजद घर पहुंचा तो उसने दरवाजा खटखटाया।थोड़ी देर बाद किसी ने दरवाजा खोला,और जैसे ही अमजद ने दरवाजे खोलने वाले शख्स को देखा अमजद सरप्राइज हुआ और बहुत खुश हो गया,उस शख्स के मासूम चेहरे को देखकर अमजद को उसपर प्यार आने लगा,मगर फिर उसने उस शख्स के चेहरे से नजर हटाकर उसके पूरे बदन पर नजर डाली तो उसके खड़े लंड ने झटका मारा।क्योंकि जिस शख्स ने दरवाजा खोला था वो एक लड़की थी।और उसका बदन कयामत ढा रहा था अमजद के खड़े लंड पे।उसकी बेमिसाल बड़ी बड़ी चूचियां,उसकी मांसल जांघें और उसका गदराया हुआ बदन,उसपे उसने जींस और टीशर्ट पहनी हुई थी। अमजद तो उसके बदन को अपनी आंखों से नंगा करके उसे चोद रहा था। अमजद सोच रहा था=इसे चोदने में तो दिव्या को चोदने से ज्यादा मजा आएगा। हाए क्या बदन है इस रंडी का।
अमजद ये सोच ही रहा था कि उस लड़की ने अमजद से बोला

लड़की=सलाम अब्बू, कब से आपका इंतजार कर रही थी।दो घंटे हो गए मुझे घर आए हुए।

उस लड़की की बात सुनकर अमजद होश में आया और अपने आप को कंट्रोल करते हुए बोला=सलाम बेटी, सारा बेटी तुम कब आई।

सारा=अब्बू आज ही आई हूं।

अमजद=कैसी हो बेटी, तुम नहीं जानती तुम्हे कितना मिस करते हैं तेरे अब्बू।
(जी हां दोस्तों वो लड़की कोई और नहीं बल्कि अमजद की सबसे छोटी बेटी सारा थी जो दो साल अपने नाना के घर से वापस आई थी आज,इसके बारे में आप लोगो को पहले अपडेट में बता चुका हूं)

सारा=अब्बू ऐसे दरवाजे पर खड़े खड़े सारी बातें करेंगे या घर के अंदर आयेंगे।

अमजद=अरे हां हां चलो अंदर बहुत सारी बातें करनी है अपनी गुड़िया के साथ।

सारा=आपकी गुड़िया को भी अपने प्यारे अब्बू के साथ बहुत सारी बातें करनी है।अब आप चुपचाप अंदर आइए,बैठकर इत्मीनान से बातें करेंगे।

सारा इतना बोलकर वापस मुड़ी और चल दी,अमजद भी घर के अंदर दाखिल हो गया और उसकी नजर सारा की टाइट जींस में कैद सारा की हाहाकारी और जानलेवा गांड पर पड़ी तो उसका लंड पायजामा फाड़कर बाहर निकलने को आतुर होने लगा। उसकी इतनी बड़ी गांड देखकर अमजद सोचने लगा=साली रण्डी की कितनी बड़ी गांड है,पहले इसकी चूत नहीं इसकी गांड मारूंगा।इस कुत्तिया की गांड दो साल में इतनी बड़ी गांड कैसे हो गई,कहीं साली अपने नाना के गांव में किसी से चुद तो नहीं गई।इस रंडी की गांड तो जिया से भी बड़ी लग रही है।साली अगर किसी से चुद गई है तो मैं इसे बड़ी ही बेरहमी से चोदूंगा। मैं यहां चूत के लिए तड़प रहा हूं और ये कुतिया बाहर दूसरों से चुदवा रही है।

ऐसे ही अपनी सगी बेटी सारा की गांड को देखते हुए और अपनी बेटी के बारे में गंदा सोचते हुए वो सोफे तक पहुंच गया और सोफे पर बैठ गया।
सारा अपने अब्बू की गंदी सोच से अनजान, अमजद के पास खड़ी हो गई और फिर अमजद के साथ सोफे पर बैठ गई।उसे क्या पता उसका अपना अब्बू उसके बदन को रगड़ने की सोच रहा है।उसे बेरहमी से चोदने की सोच रहा है।

इस वक्त घर पर सब लोग थे।शबाना किचन में थी,7 बज गए थे इसलिए खाने की तैयारी कर रही थी।हीना भी हॉस्पिटल से आ गई थी और अपने रूम में थी।जिया तो वैसे भी अपने रूम पड़ी रहती है।सारा अपनी मम्मी से बातें कर रही थी और अमजद का इंतजार कर रही थी।जब दरवाजे पे दस्तक हुई तो दौड़ती हुई दरवाजा खोलने गई और अमजद को सरप्राइज दिया।

अमजद= अब बताओ मेरी गुड़िया कैसी हो तुम,तुम्हारी पढ़ाई कैसी चल रही है।और दो साल बाद हमारी याद आई तुम्हे।

सारा=अब्बू मैं बहुत अच्छी हूं,और पढ़ाई भी बहुत बढ़िया चल रही है,आपको तो पता ही है कि मैं पढ़ाई में कितनी तेज हूं।हर बार फर्स्ट आती हूं।

अमजद=(सारा को अपनी आंखों से चोदते हुए)वो तो मुझे है कि मेरी बेटी कितनी तेज है।तेज के साथ साथ अब तो बड़ी (चूचियां को देखते हुए)भी हो गई है।

सारा=(मासूमियत से)अब्बू आप भी ना, कहां बड़ी हो गई हूं।अभी तो मैं बच्ची हूं। मैं तो आपकी छोटी सी गुड़िया हूं।

अमजद=(मन में) साली देख अपने आपको,तू गुड़िया नहीं लोंडिया हो गई है।तू बच्ची नहीं रही अब,अब तू रगड़ के चोदने लायक हो गई है। हाए क्या बदन है तेरा साली।

अमजद=अरे बेटा कहां से छोटी बच्ची लग रही हो।तू जिया और हीना के साथ खड़ी हो जाओ तो तुम तीनों को लोग जुड़वा समझेंगे।रही बात गुड़िया की तो तू हमेशा मेरी गुड़िया रहेगी।

सारा=(उदास होते हुए)पर मैं हीना आपी और जिया आपी जितनी खूबसूरत नहीं हूं।

अमजद=(सारा को मक्खन लगाते हुए)ऐसा क्यों बोलती है मेरी गुड़िया,तू तो दुनिया की सबसे खूबसूरत लड़की है।

सारा=मैं जानती हूं आप मेरा दिल रखने के लिए मुझे खूबसूरत बोल रहे है।सब लड़कियां मुझे मोटी बोलती है।

अमजद=अरे वो लड़कियां मेरी गुड़िया की खूबसूरती से जलती है,इसलिए वो तुम्हे मोटी बोलती है।क्योंकि उन लड़कियों के पास वो नहीं है जो तुम्हारे.........

अमजद की बात अधूरी रह गई,क्योंकि शबाना ने सारा को आवाज लगाई
शबाना=सारी बेटी, हीना और जिया को बुलाके ला खाना तैयार है खाना खाले।(अमजद से)आप भी हाथ मुंह धो लें खाना लगाती हूं।

सारा=जी अम्मी बुलाती हूं।
सारा=अब्बू बाद में इम्तिनान से बैठ के बातें करेंगे।अभी खाना खा लें,मुझे भी बहुत भूख लगी है।

अमजद=ये बात तो तुम्हारी सहीं है,भूख तो मुझे भी बहुत लगी है।आज दिनभर बहुत मेहनत(चुदाई) की है खेत में।अब जाओ अपनी दोनों आपी को बुलाके लाओ।

सारा=जी अब्बू।

सारा चली गई, हीना और जिया को खाने पे बुलाने के लिए।

और अमजद सारा की मटकती हुई भारी भरकम गांड को देखने लगा।और मन में सोचने लगा=मेरे पास एक बढ़कर एक माल है और मैने इतने टाइम से ध्यान ही नहीं दिया। खामखा अपने खड़े लंड को लेकर घूमता रहा,जबकि मेरे पास कितनी मस्त माल था जिनको चोदकर अपने खड़े लंड को शांत कर सकता था।

अमजद अपनी सोचों मे गुम था।आज दिव्या को अपनी रखैल बनाकर चोदने के बाद अमजद के दिल में हवस ने अपना कब्जा कर लिया था।बरसों से दबी हवस दिव्या की चुदाई के बाद बाहर आ गई थी।दो दिन पहले जब लंड खड़ा था तो अपनी बेटी जिया की बड़ी गांड देखकर अमजद को जिया की गांड मारने का मन किया।मगर बाद में अमजद को बुरा लगा कि वो अपनी सगी बेटी के बारे में कितना गंदा सोच रहा है,और वो घर से बाहर चला गया था।मगर आज अमजद को अपनी बेटियों के बारे में गंदा सोचते हुए बुरा नहीं लग रहा था,बल्कि अमजद को बहुत मजा आ रहा था।अब अमजद पे उसका पापी लौड़ा हावी हो गया था।
अब आगे देखते है कि लंगड़े घोड़े का पापी लौड़ा क्या क्या कांड करवाता है,अमजद से ।

दोस्तों असली कहानी तो अब शुरू होगी।
Behtreen update
 

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अमजद अपनी सोचों में गुम था।शबाना ने अमजद को फिर कहा=फ्रेश हो जाइए मैं खाना लगाती हूं।

तो अमजद अपनी माल बेटियों के बारे में सोचते हुए वाशरूम में गया और फ्रेश होकर बाहर आया और डाइनिंग टेबल पर बैठ गया,अमजद की तीनों माल बेटियां पहले से टेबल पर आ गई थी और अमजद का इंतजार कर रही थी,शबाना ने खाना लगाया और सब खाना खाने लगे।

सारा=वाह अम्मी क्या खाना बनाया है आपने मजा आ गया।क्या खुशबू है और कितना स्वादिष्ट है खाना। मैं तो तरस गई थी आपके हाथ का खाना खाने के लिए।

शबाना=हर ओलाद को अपने मां के हाथों का खाना अच्छा लगता है।और तुझे किसने कहा था तरसने के लिए,तू ही जिद करके गई थी नाना नानी के पास।हम सब भी तरस गए थे तुझे देखने के लिए,पूरे दो साल बाद लौटी है।

हीना=हां सारा,अम्मी बिलकुल सही कह रही बहुत याद आती है तुम्हारी।

जिया=सारा तुझे हमारी याद नहीं आती क्या।

सारा=बहुत याद आती है आपी।आप सब को बहुत मिस करती हूं।

सब लोग थोड़े इमोसनल हो गए थे।सबकी आंखों में आसूं भी आ गए थे।

शबाना और अमजद अपने बच्चों से बहुत प्यार करते है इसलिए उनकी आंखों में आसूं नहीं देख सकते।अपने बच्चों का आपस में प्यार देखकर शबाना की भी आंखों में आसूं आ गए,अमजद भी भावुक हो गया था।(माना कि अमजद का खड़ा लंड अमजद के काबू में नहीं है।खड़े लंड की वजह से अमजद के दिमाग में अपनी बेटियों को चोदने का ख्याल आता है,उसके दिमाग में हवस है।मगर इसका मतलब ये नहीं कि अमजद अपनी बेटियों से प्यार नहीं करता।जैसे उसके पास खड़ा लंड है वैसे ही उसके पास एक दिल भी है और उस दिल में बहुत प्यार है अपनी बेटियों के लिए।)

शबाना ने अमजद की तरफ देखा तो अमजद ने माहौल को शांत करने का इशारा किया।

शबाना=(सारा से) अगर तुम्हें हम सब की इतनी ही याद आती है तो अब नाना नानी के पास जाना नहीं, यही रहना हमारे साथ।
हीना=(सारा)हां गुड़िया तू अगर हमसे इतना ही प्यार करती है तो नहीं रह अपने घर में हमारे साथ।

जिया=(हीना से)आपी मुझे नहीं लगता यह हमसे प्यार करती हैं, सिर्फ हम ही इसे प्यार करते हैं। यह जिद करके गई थी नाना नानी के पास अब यह वही रहेगी हमारी तो इसे याद ही नहीं आती है।

अब माहौल थोड़ा खुशनुमा हो गया था।

सारा=(नखरा करते हुए) हेलो मैडम मैं भी आप सब से बहुत प्यार करती हूं बहुत याद आती है तुम सबकी।

सब=(एक साथ) तो इसका मतलब अब हमारी गुड़िया हमारे साथ रहेगी।

सारा=साथ तो रहूंगी मगर मेरी एक शर्त है पहले तुम सबका एक टेस्ट लूंगी।

शबाना=कैसी शर्त और कैसा टेस्ट।

सारा=(ड्रामा करते हुए)शर्त यह है कि मैं यहां एक महीना रहूंगी और टेस्ट लूंगी कि आप लोग मुझसे कितना प्यार करते हो अगर मेरी उम्मीदों पर खरे उतरे, मुझे सच में प्यार करते हो तो मैं हमेशा आपके साथ रहूंगी कभी छोड़कर नहीं जाऊंगी।

सबको पता चल गया था कि सारा ड्रामा कर रही है। सारा हिना और जिया के बीच में बैठी थी, जिया और हीना ने सारा के दोनों कान पकड़ लिए और दोनों साथ में बोली=अच्छा, मैडम अब इतनी बड़ी हो गई है जो हमारा टेस्ट लेंगी।अब बता यहां रुकेगी या वापस जाएगी।

सारा=आपी बहुत दर्द हो रहा है कान छोड़ दो प्लीज, मैं अब यही रहूंगी कभी नहीं जाऊंगी आपको छोड़कर।

शबाना=जिया, हिना कान छोड़ो मेरी बच्ची के। अब यह कहीं नहीं जाएगी आज सुबह ही अम्मी-अब्बू का फोन आया था कह रहे थे सारा अब आपके साथ ही रहेगी। और कह रहे थे उनसे सारा ने खुद ही कहा कि अब वह अपनी बहनों और अपने अम्मी-अब्बू के साथ रहेगी और वह अपना TC भी लेकर आ गई है अब इसी स्कूल में पड़ेगी।

जिया=(सारा) यह बात सीधी सीधी भी बता सकती थी इतना ड्रामा करने की क्या जरूरत थी ड्रामा क्वीन।

सारा=(धीरे से) यह तो सबको पता है कि ड्रामा क्वीन कौन है।

जिया=क्या बोली फिर से बोल कौन है ड्रामा क्वीन। नाना नानी के पास रहकर उनके लाड प्यार से तु बहुत बिगड़ गई हैं, तुझे यहां मै तुझे सुधारूंगी अपने पुलिस वाले अंदाज में।

हीना=अब तुम दोनो चुपचाप खाना खाओ ज्यादा ड्रामा मत करो।

और सब हंसने लगे।खाना खाने लगे।शबाना अपने बच्चों का आपस में इतना प्यार देखकर बहुत खुश हो जाती है।ये ऊपरवाले से दुआ करती है कि इनमें हमेशा ऐसे ही प्यार रहे।

और इधर अमजद को फिर से उसका खड़ा पापी लौड़ा परेशान करने लगा।करता भी क्यों नहीं उसके सामने तीन तीन sexbomb बैठी थी।अमजद का ध्यान अब बार बार सारा की टाइट टी शर्ट में कसी हुई बड़ी बड़ी चूचियों पर जा रहा था।और उसका लंड झटके मार रहा था।थोड़ी देर पहले अमजद को अपनी बेटियों पर एक बाप वाला प्यार आ रहा था,मगर अब फिर से उसका खड़ा लंड उसपे हावी हो गया था और उसके मन हवस जाग गई थी अपनी बेटियों के लिए।

अमजद=(मन में) अब तो यह सारा कहीं नहीं जाएगी ,मेरे ही स्कूल में पढ़ेगी और इसका अंदाज देखकर लगता है कि यह आसानी से पट जाएगी। और फिर में इसका मजा लूंगा। हाय मेरी किस्मत

सब ने खाना खा लिया और हीना और शबाना ने बर्तन उठाए और किचन में चली गई जिया थोड़ी देर बैठी और वह भी अपने बेडरूम में चली गई।

सारा=अब्बू मैं बहुत थक गई हूं और मुझे अब नींद आ रही है अब कल बात करेंगे।

अमजद=हां सो जाओ मेरी गुड़िया, कल स्कूल भी चलना है मेरे साथ।

और सारा भी चली गई सोने के लिए थोड़ी देर बाद हीना और सबाना भी किचन का काम निपटाके आ गई।
हिना भी चली गई सोने के लिए, शबाना भी चली गई। अमजद ने थोड़ी देर टीवी देखा और वह भी चला गया सोने के लिए।
बेड पे सोने के बाद शबाना ने अमजद से कहा= एक बात कहूं आपसे।
अमजद=हां कहो।
शबाना=ये सारा आपको थोड़ी बदली बदली सी नहीं लग रही।
अमजद=हां सही कहा तुमने बेगम।सारा पहले कितनी गुमसुम रहती थी,किसी से कुछ वास्ता नहीं बस अपने में ही रहती थी,मगर अब सबसे से खुलके बात करती है।कितनी खुश लग रही थी। मैं तो अपनी बेटी को हमेशा ऐसे ही देखना चाहता था।

शबाना=नहीं मैं वो बात नहीं कर रही थी।
मैं तो उसके.....[इतना कह के रुक गई}

अमजद=ये बात नहीं तो कौनसी बात,बोलो क्या बात है।

शबाना=वो उसके पहनावे की बात कर रही थी।हमारी बेटियां हमेशा ढीले सलवार सूट पहनने वाली रही है।और ये सारा जींस और टीशर्ट पहनकर आई है।हीना ने भी मुझसे कहा कि अम्मी सारा को बोलो ऐसे कपड़े ना पहने उसको बोलो कपड़े चेंज करके अब्बू आयेंगे तो बहुत डांटेगे।मगर मैने ये सोचकर सारा को कुछ नहीं बोला कि वो आज ही आई है दो साल बाद,उसका दिल नहीं दुखाना चाहती थी।मुझे बस आपका डर था कहीं आप उसके कपड़े देख कर उसको डांटेगे,पर आपने डांटा नहीं,उसके लिए शुक्रिया।

अमजद=अरे तुम पागल हो क्या,सारा तुम्हारी अकेली की बेटी है क्या, मेरी भी सगी बेटी है।और रही बात पहनावे की तो देखो बेगम माना कि मैं थोड़ा कठोर स्वभाव का हूं, मैं एक टीचर हूं,सबको सही बात सिखाता हूं।रही बात हमारी बेटियों की तो वो हमारी बात कभी नहीं टालेगी,जो हम कहेंगे वो करेगी।आज कपड़ों को लेकर कहेंगे,वो मान जाएगी,कल बाहर जाने से मना करेगी वो मान जाएगी।हमारी हर बात मानेगी। अब बताओ बेगम कि तुम्हे बेटियां चाहिए या गुलाम।

शबाना=ये आप क्या कह रहे हैं।हम हमारी बेटियों को गुलाम क्यों बनाएंगे। आप भी ना।

अमजद=वो ही तो मैं कह रहा हूं।हमारी बेटियां हमेशा हमारे हिसाब से कपड़े पहनेगी,हमारे हिसाब से खायेगी,हमारे हिसाब से बाहर जाएगी,हमारे हिसाब से नोकरी करेगी,हमारे हिसाब से शादी करेगी। after all वो अपनी जिंदगी हमारे हिसाब से जियेगी।और जो इंसान अपनी जिंदगी अपने हिसाब से नहीं जी सकता,दूसरों के हिसाब से जियेगा वो गुलाम ही कहलाएगा।

शबाना= अरे आप छोटी सी बात को कहां से कहां ले जा रहे। मैं तो बस कपड़ों की बात कर रही थी।और आप तो कहां पहुंच गए।

अमजद = शबाना हर बड़ी बात की शुरुआत छोटी बात से ही होती है।तुम भी एक ओरत हो,और ये बात तुम भी जानती हो कि एक ओरत या लड़की रेत की तरह होती है,जितनी मुट्ठी टाइट करोगे वो फिसलती जाएगी।

शबाना =ठीक है बाबा। मैं कुछ नहीं कहूंगी सारा को।वो तो हीना ने कहा था इसलिए।
अमजद=बेगम हीना को इस बात का बुरा नहीं लगा कि सारा ने जिंस पहनी है,बल्कि हीना को इस बात डर लगा था कि कहीं मैं बुरा ना मानूं। बेगम हमारा जमाना अलग था,अब अलग है।हमें अपने बच्चों को अपने हिसाब जीने देंगे,उनपर कोई पाबंदी नहीं लगाएंगे।जिया तो वैसे भी पुलिस वाली बनने वाली हैं,वो पेंट शर्ट पहनेंगी ही।(मुस्कराते हुए} वैसे जिंस टी शर्ट तुम भी ट्राई करो,मस्त लगोगी।

शबाना=(शर्माते हुए)आप भी ना,कुछ भी बोलते रहते हो।अब इस उम्र में मै पेंट शर्ट पहनूंगी।
अमजद=अरे मेरी जान तुम तो अब जवान हो। बूढ़ा तो मैं हो गया हूं।(झूठा कहीं का, हर वक्त लंड खड़ा रहता है और खुद को बूढ़ा बोलता है।)

शबाना = चलो ठीक अब सो जाते मुझे बहुत नींद आ रही हैं।(वैसे एक बात बता दूं कि शबाना को नींद ना आने की प्रोब्लम है इसलिए वो नींद की गोलियां खाती है,और गोलियां खाने के बाद चाहे तूफान आए या भूकंप आया वो सुबह 6 बजे ही जागती है,{वैसे कुछ कमीने रीडर जान ही गए होंगे कि ये नींद की गोलियां वाला ट्विस्ट क्यूं डाला है,और जो नहीं समझे उनको कहानी में आगे पता चल जाएगा।}

शबाना तो सो गई और नींद की आगोश में चली गई,पर अमजद को नींद नहीं आ रही थी।आती भी कैसे,उसका लौड़ा जो खड़ा था जवान लड़कियां की चूत फाड़ने के लिए।

अमजद 11 बजे तक ऐसे ही अपने लंड को मसलता रहा,मगर उसे चैन नहीं मिल रहा था।उसे बार बार दिव्या की चुदाई याद आ रही थी।जब उससे बर्दास्त नहीं हुआ तो उसने मुठ मारने का सोचा।और वो बाथरूम में घुस गया।अपना लंड बाहर निकाल कर मुठ मारने लगा।मुठ मारते हुए दिव्या को गालियां देने लगा = साली रण्डी,तुझे मेने अपनी रखैल तो बना लिया है अब तुझे कल अपने ऑफिस में चोदूंगा पूरी नंगी करके।साली कुतिया को उसके बाप गोविंद के सामने चोदूंगा।
अमजद मजे से मुठ मार रहा था कि तभी उसे किसी चीज की गिरने की आवाज आई।शायद कोई बर्तन गिरा था।अमजद को लगा साला कोई चोर नहीं आ गया।अमजद ने लंड को एंडरवियर में डाला और धोती लपेट कर बाथरूम से बाहर निकला किचन की तरफ भागा।

जब वो किचन के पास गया तो उसने देखा किचन की लाइट ऑफ थी।जब उसने किचन के पास जाकर अंदर देखा तो उसे किचन में कुछ हलचल दिखी उसने गौर से देखा तो उसे एक इंसान दिखा।अमजद को यकीन हो गया कि साला कोई चोर ही है,क्योंकि अगर कोई फैमिली मेम्बर किचन में आता तो लाइट जरूर और करता।

वो चोर जैसे ही किचन से बाहर निकलने को हुआ अमजद ने उसे दबोच लिया और किचन किचन से बाहर नहीं निकलने दिया,और इत्तेफाक से अमजद का एक हाथ उस चोर के मुंह पर था,इसलिए इस चोर की आवाज नहीं निकल रही थी।वो चोर छूटने के लिए छटपटाने लगा।
अमजद का एक पैर कमजोर था,अमजद के हाथ तो पहलवानों जैसे थे, अमजद की पकड़ से वो चोर सिर्फ हिल रहा था अपने आप को छुड़ा नहीं पा रहा था।

अमजद=(गुस्से में)साले हरामजादे मेरे घर में चोरी करता है,तुझे तो मैं छोडूंगा नहीं।साले आज तेरी मां चोद दूंगा।तेरी बहन की चूत मारूं, भोसड़ीके तेरी ही हिम्मत कैसे हुई मेरे घर में चोरी करने की।साले तेरा मैं आज वो हाल करूंगा कि तू फिर कभी चोरी नहीं करेगा। मादरचोद तेरी बहन को अपनी रंडी बनाकर चोदूं मेरे बड़े लंड से।बहनचोद तेरी बहन को तेरे सामने चोदूं।अपनी रखैल बनाकर चोदूं।

वो चोर पहले छूटने के लिए तड़प रहा था, मगर अमजद की गालियां से वो एकदम शांत हो गया था।
ये बात अमजद को भी अजीब लगी।अमजद भी सोचने लगा ये साला चोर छुड़वाने की कोशिश क्यूं नहीं कर रहा हैं।

अगले ही पल उसे एहसास हुआ कि उसका एक हाथ उस चोर के मुंह पर रखा हुआ है और दूसरा हाथ.......।
 

unique kamina

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अपडेट 12 (मालदार चोर)

अमजद एक हाथ उस चोर के मुंह पर था और दूसरा हाथ कहां है इसका एहसास हुआ तो अमजद को झटका लगा।क्योंकि अमजद के दूसरे हाथ में उस चोर की चूची थी,मतलब वो चोर एक लड़की थी।

अमजद सोचने लगा इतनी रात को एक अकेली लड़की चोरी करने आई है कमाल है।(भोसडीके चोरी रात को ही करते हैं)
अमजद का लंड पहले से खड़ा था तो उसने सोचा=अब आएगा मजा साली रण्डी को आज बड़ी बेरहमी से चोदूंगा।और वो उस लड़की की चूची पे हाथ फेरने लगा।और अगले ही पल उसे एहसास हुआ कि उस लड़की की चूची बहुत बड़ी है।
और इस एक और झटका लगा,क्योंकि इतनी बड़ी चूचियां तो इस गांव में सिर्फ उसकी बीबी और बेटियां की है।
अमजद सोचने लगा= शबाना तो सो रही है।तो यकीनन ये उसकी एक बेटी है।पर कौनसी वाली।
फिर अमजद ने पता लगाने के लिए एक हाथ को उसके मुंह पर ही रखा और चूची पर रखे हाथ को अपनी बेटी के जिस्म पर घुमाने लगा।उसकी बड़ी बड़ी चूचियां,उसकी बड़ी गद्देदार गांड। मांसल पेट (ये चोर नहीं मालदार चोर है)।जब अमजद का हाथ उसकी जांघों पर गया तो उसे पता चल गया कि ये कौन है।क्योंकि उसने नाईट पेंट पहनी और ऊपर टी शर्ट पहनी हुई थी हुई थी।
और इस घर में ऐसे कपड़े तो सिर्फ सारा ही पहनती हैं।
अमजद= (मन में सोचने लगा)साला ये तो मुसीबत हो गई,जिसे में चोर समझ कर पकड़ा था,वो तो मेरी बेटी सारा है।अब क्या करूं।इसे मैने कितनी गंदी गालियां दी है।अभी इसके मुंह से हाथ हटाया तो ये मुझसे क्या कहेगी, और मैं इसे क्या कहूंगा।ये पानी पीने आई होगी और लाइट का स्विच कहां है शायद इसे पता नहीं था,इसलिए अंधेरे में इससे कोई बर्तन टकरा कर गया था।और मैने इसे चोर समझकर दबोच लिया और कितनी गालियां भी दी।सुबह इसका सामना कैसे करूंगा। अब क्या करूं।

(तो दरअसल हुआ ये ही था।सारा को अमजद ने चोर समझकर पकड़ा तो सारा अपने आप को छुड़ा कर अमजद को बताना चाहती थी कि मैं कोई चोर नहीं सारा हूं, आपकी बेटी।मगर अमजद ने उसका मुंह दबोचा हुआ था, तो सारा कुछ बोल नहीं पा रही थी।अपनी पूरी ताकत लगाकर छुड़ाना चाहती थी पर अमजद की मजबूत बाजुओं से खुद को छुड़ा नहीं पाई।फिर भी कोशिश कर रही थी मगर अमजद के मुंह से इतनी गंदी गालियां सुनकर सारा को झटका लगा,और बुत बनकर रह गई।वो शोक में थी कि उसका पढ़ा लिखा, इज्जतदार और एक प्रिंसिपल बाप इतनी गंदी गालियां भी दे सकता है। उसकी हालत तो तब खराब हुई जब उसे एहसास हुआ कि उसके बाप अमजद का हाथ उसकी चूचियों पर है।और उसकी हालत तब ज्यादा खराब हुई जब अमजद ने उसकी चूचियां और उसकी गांड पर हाथ फेरने लगा।उसे बहुत बुरा भी लग रहा था और अजीब भी लग रहा था।क्योंकि पहली बार किसी मर्द ने उसे ऐसे छुआ था,वो भी उसके अब्बू ने।)

तो अमजद इस सिचुएशन से बाहर कैसे निकलना है ये सोच ही रहा था कि तभी अचानक सारा ने अपने आप को छुड़ाने के लिए अपने जिस्म को हिलाया,और यहीं पे सारा से कांड हो गया।
दरअसल सारा ने खुद को छुड़ा ने की कोशिश की तो उसकी बड़ी गद्देदार गांड अमजद के लोड़े से टकराई।अमजद का लंड पहले से खड़ा था,और ढीले कच्छे में तम्बू बना हुआ था और अमजद ने लूंगी पहनी हुई थी।जैसे ही सारा ने अपनी गांड पीछे की अमजद का काला कोबरा सारा की बड़ी गांड की दरार में घुस गया।

सारा के तो होश उड़ गए।उसे तो पता भी नहीं चला उसके चूतड़ों में में इतना बड़ा क्या घुसा है।और अचानक सारा को एहसास हुआ, ये अब्बू का वो(लंड) है।
और सारा ने अपनी गांड आगे कर दी और अमजद का लौड़ा गांड की दरार से बाहर निकल गया।

मगर तब तक बहुत देर हो चुकी थी।क्योंकि अमजद अबतक इस सिचुएशन से बाहर निकलना चाहता था। मगर सारा की गांड में अपना लौड़ा जाने से उसके दिमाग में हवस हावी हो गई थी।अब शैतान(लंड) ने उसपे कब्जा कर लिया था।वैसे भी उसका लंड खड़ा था,और वो मुठ मार ही रहा था कि सारा की वजह से माल(वीर्य) नहीं निकल पाया।अब उसका लंड फटने जैसा हो गया था,केसे भी करके उसे माल निकलना था।आप सब जानते है अब उसका माल मुठ मारने से निकलेगा नहीं।

अमजद= (मन में सोचने लगा)ये साला क्या कांड हो गया।अब क्या करूं,इसने तो अपनी बड़ी गांड पीछे करके मेरे इस पापी लोड़े को जगा दिया है।अब कांड तो हो ही गया है,इसे मैने गालियां भी दी है।और इसकी चूचियां और गांड को भी मसला है।अब शर्मिंदा तो मुझे वैसे भी होना है।अब थोड़ा मजा भी ले लेता हूं इसके साथ।और इसे चोदना तो वैसे भी है ,तो क्यों ना आज थोड़ा ट्राई कर लेता हूं ।मुझे पता भी चल जाएगा कि साली को पटाना आसान है या मुश्किल।साली को थोड़ा गरम करता हूं,क्या पता बात बन जाए।छोड़ दिया तो भी बखेड़ा करेगी और मजा लिया तो भी बखेड़ा करेगी। क्यूं ना मजा लिया जाए।पर कैसे मजा लूं।एक काम करता हूं सारा को ऐसा लगने दूं कि मैंने इसे पहचाना नहीं है।ये बेस्ट आइडिया है।

अब अमजद का एक हाथ सारा के मुंह पर था और दूसरा हाथ सारा के पेट पर था।

अमजद=(सारा को कसकर पकड़ कर)ओह तू एक लड़की है।साली इतनी रात को अकेली चोरी करने निकली है।तुझे डर नहीं लगता क्या।

और अपना हाथ अपनी बेटी सारा के पेट पर घुमाने लगा।

अमजद=साली कुत्तिया,तूने सोचा भी केसे मेरे घर पर चोरी करने का। साली रण्डी तू लड़की होकर रात को अकेली चोरी करने आई है,तूने ये नहीं सोचा कि तुझे चोरी करते हुए कोई पकड़ लेगा।और फिर पकड़ कर तेरी चुदाई करेगा।

सारा अपने अब्बू के मुंह से अपने लिए इतनी गंदी बात सुनकर शर्म से लाल हो गई। वो कहना चाहती थी कि अब्बू मैं आपकी बेटी सारा हूं,कोई चोर नहीं।मगर सारा का मुंह बंद था।पर सारा को क्या पता था कि उसका हरामी अब्बू जानता है की तुम चोर नहीं उसकी बेटी हो।,और तुम जवान हो गई हो,और तुम्हारा अब्बू तुम्हारी जवानी के मजे लेना चाहता है,तुम्हे रंडी बनाकर चोदना चाहता है, तुम्हे अपनी रखैल बनाना चाहता है।

अब अमजद बिलकुल भूल चुका था कि जिसे पकड़कर वो गालियां दे रहा है,वो उसकी बेटी है।अब उसे वो सिर्फ एक जवान मस्त लड़की दिख रही थी।जबसे उसने दिव्या को चोदा है तबसे उसको जवान लड़कियां का चस्का लग गया था।और लड़की अगर सारा जैसी बॉम्ब माल हो तो उसे रिश्ते नाते कुछ दिखाई नहीं देते।अमजद जानता था कि आज वो अपनी बेटी सारा को चोद नहीं पाएगा।मगर आज उसे चोदने का रास्ता जरूर बना लेगा।आज सारा के जिस्म में चुदाई आग जरूर भड़का देगा। आज इसे गंदी गंदी गालियां देकर थोड़ी बेशर्म भी बना दूंगा। माना कि लड़कियों को गंदी भाषा पसंद नहीं आती मगर उसके जिस्म से खेलते हुए उसकी चूचियां और गांड को मसलते हुए उसको गंदी गालियां दो तो उसे मजा आता है। और वैसे भी सारा मेरी बेटी है उसमें चुदाई की थोड़े से गुण तो होंगे ही। बस अपनी मां जैसी ना निकल जाए। मगर ट्राई करने में क्या हर्ज है।

अमजद=साली चोरनी रंडी बता कब से चोरी कर रही है। और कितना ने चोरी करते हुए तुझे पकड़ा है। और कितनों ने तुझे चोदा है।

अमजद ने सारा का मुंह अपने हाथ से बंद कर रखा था,इसलिए वो कुछ भी बोल नहीं पा रही थी।और बोलती भी क्या।वो तो सोच रही थी पानी पीने आइ ही क्यों, एक रात पानी नहीं पीती तो मर नहीं जाती कहां फंस गई। एक तो अब्बू ने अपने हाथ से मुंह बंद कर रखा है मेरा और ऊपर से ऐसी गंदी भाषा में पूछ रहे हैं और क्या-क्या पूछ रहे है।

अमजद=मुझे पता है तुम बताएगी नहीं कि तुझे कितनो ने चोदा है। मगर मैं तेरा यह गदर।या हुआ बदन देखकर कह सकता हूं कि रोज तेरी चुदाई होती है। बहुत लोगों ने तुझे चोदा है।

अमजद के मुंह से अपने बारे में चुदाई की बातें सुनकर सारा का जिस्म कांप रहा था। अब सारा अपनी जगह से हिल भी नहीं रही थी।

अमजद को पता था शारा बहुत डरी हुई है। मगर अमजद के सर पर तो चूत का भूत सवार था।

अमजद=(सारा के पेट से हाथ हटाया और चूचियां पे गया) और यह तेरी बड़ी-बड़ी चूचियां को देखकर लगता है की तेरी इन चूचियों को बहुत बार मसला गया है, चूसा गया है। इतनी बड़ी चूचियां तो किसी मर्द के चूसने से और दबाने से बड़ी होती है। साली रंडी कितनी बड़ी है तेरी चूचियां, इतनी बड़ी चूचियां देखकर तो 80 साल के बूढ़े का भी लंड खड़ा हो जाए वह भी तेरी इन बड़ी चूचियों को मसलना चाहेगा और चूसना चाहेगा।(और अमजद अपनी बेटी सारा की चूचियों को धीरे धीरे दबाने लगा।)

और अमजद ने जैसे ही सारा की चूचियां पे हाथ रखा और दबाने लगा सारा कांप उठी उसके जिस्म में जैसे बिजली गिरी हो।उसके साथ ये पहली बार हुआ था। और सारा बुत बनी हुई खड़ी थी वह क्या करें उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था उसका सगा अब्बू उसकी चूचियां दबा रहा था और गंदी गंदी बातें कर रहा था।

थोड़ी देर सारा की चूचियां दबाने के बाद अपना हाथ हटाया और धीरे-धीरे सरकार का उसकी बड़ी गद्देदार गांड पर ले गया और गांड पर हाथ फेरने लगा।

और जैसे ही अमजद का हाथ सारा की गांड पर लगा तो सारा उछल पड़ी।

अमजद को लगा साली ऐसे तो छूट जाएगी तो अमजद ने उसे दीवार से सटा दिया और सारा की गांड पर हाथ फेरने लगा।

अमजद=साली रंडी कुत्तिया गांड पर हाथ लगते ही ऐसे चल रही है जैसे किसी ने पहली बार तेरी गांड पे हाथ लगाया है। साली रंडी तेरी इतनी बड़ी गांड देखकर कोई बच्चा भी कह सकता है कि तेरी इस गांड में कितने लंड गए कितनों ने तेरी गांड मारी। साली रंडी मुझे तो लगता है कि तेरी चूत से ज्यादा लोगों ने तेरी गांड मारी है। साली तेरी गांड है ही ऐसी जो भी देखेगा मारना चाहेगा।(सारा की गांड को हाथ से मसलते हुए) रंडी क्या गांड है तेरी,ऐसी गांड तो किस्मत वालों को मिलती है।तेरी इस गद्देदार गांड में लौड़ा डालकर कोई तेरी गांड मारता होगा तो उसे और तुझे कितना मजा आता होगा।

अमजद सारा की गांड को थोड़ी दे सहलाता रहा और मसलता रहा।सारा भी अभी अभी जवान हुई थी।और जिस्म तो था ही सेक्सी।कोई भी लड़की को अगर कोई मर्द ऐसे छेड़ेगा तो वो गर्म तो होगी ही।सारा के साथ भी यही हो रहा था।मगर वो खुद को कंट्रोल कर रही थी।क्योंकि उसके जिस्म से खेलने वाला उसका सगा अब्बू था।वो डर भी रही थी,उसे शर्म भी आ रही थी।और उसे एक अजीब सा सुरूर भी चढ़ रहा था।उसे डर था कि कहीं अब्बू उसे पहचान ना ले,उसे शर्म आ रही थी कि उसके सगे अब्बू उसके बदन से खेल रहे है।

अमजद=अब बता रंडी तुझे कितने लोगों ने चोदा है।कितनों ने तेरी ये मस्तानी गांड मारी है। मुझे पता है तू बहुत लोगों से चुद चुकी है।और आज में तुझे चोदूंगा अपने इस बड़े लंड से।तूने बहुत लंड लिए होंगे मगर आज तेरी चुदाई एक असली लंड से होगी।मेरे बड़े लंड से तुझे बहुत मजा आएगा।तू रोज मुझसे चुदवाएगी।मुझसे आज रात चुदवाने के बाद तू मेरे लंड की गुलाम बन जाएगी।तुझे और कोई लंड पसंद नहीं आएगा।आज सारी रात चोदूंगा अपनी रंडी बनाकर।और फिर तू खुद जिंदगीभर मुझसे चुदवाएगी मेरी रखैल बनकर।और मैं तुझे जिंदगी भर चोदूंगा।अपनी रंडी,अपनी रखैल,अपनी कुतिया बनाकर रखूंगा।तुझे हमेशा नंगी रखूंगा,जब चाहे तब चोदूंगा।

अमजद ने दांव खेल दिया था।अमजद जानता था या तो सारा मेरी बातों से गर्म होगी या फिर बहुत बखेड़ा खड़ा कर देगी।जो भी हो अब तो बोल दिया है, अब किस्मत में लौड़े लिखे हैं या चूत और गांड लिखी है,वो भी मारने(चोदने) के लिए।ये तो आज पता चल जाएगा।अब या तो सारा पटेगी या अमजद की फटेगी?

अपने सगे बाप अमजद के मुंह से अपने लिए इतनी गंदी बात सुनकर सारा भोंचकी रह गई।वो तो सोच भी नहीं सकती थी कि जो इंसान इतना शरीफ और नेक हैं,वो इतनी गंदी सोच रखता है एक लड़की के लिए।
सारा=(मन में)ये मेरे अब्बू नहीं हो सकते,ये कोई और है।आज अब्बू को क्या हो गया है,ये ऐसे नहीं थे।अब्बू कितना गंदा बोलते है, और आज रात मेरे साथ क्या करने वाले हैं।नहीं मैं ऐसा कुछ करने नहीं दूंगी।ये गुनाह ना अब्बू को करने दूंगी और ना खुद करूंगी।पर अब्बू की गंदी बातें सुनकर मुझे अजीब सा क्यूं लग रहा है। मेरे शरीर में ये कैसी गुदगुदी हो रही है,ऐसा पहले कभी नहीं हुआ मेरे साथ।

(अब सारा को क्या पता ये जवानी की गुदगुदी है जो सिर्फ एक लंड से ही मिटेगी।)

सारा ये सब बातें सोच ही रही थी कि अमजद ने उसकी बड़ी गद्देदार गांड को जोर से दबाया और बोला।

अमजद=चल रंडी बोल चुदवाएगी मुझसे?

सारा का मुंह बंद था इसलिए कुछ बोल नहीं पा रही थी।और बेचारी बोलती भी क्या।

अमजद=(सारा की गांड पे थप्पड़ मारते हुए)बोल मेरी कुत्तिया मेरा काला और बड़ा लंड लेगी अपनी चूत और गांड में।

सारा कुछ बोल नहीं पा रही थी,पर वो अपना सर ना में हिलाती है।

अमजद पे तो हवस हावी हो गई थी,उस बस अपना माल निकलना था और अपने लंड को शांत करना था।इसमें अमजद को मजा भी आता था और मजबूरी भी थी।आप सबको पहले भी बताया है मैने अमजद के लंड के बारे में।

अमजद=अरे मेरी जान ऐसे कैसे नही चुदवाएगी।तू कई लोगों से चुद चुकी है,तो मुझसे चुदेगी तो क्या फर्क पड़ेगा।और वैसे भी मेरा लौड़ा बहुत बड़ा है,तुझे मेरे बड़े लंड से चुदकर बहुत मजा आएगा।और तेरा ये गदराया हुआ बदन देखकर लगता है कि यह मेरा लौड़ा तेरे लिए ही बना है।तुझे कोई मामूली लंड शांत नहीं कर सकता।तेरी चूत की आग तो मेरा ये हलावी लौड़ा ही मिटा सकता है।(सारा की गांड दबाते हुए) आह साली क्या गांड है तेरी, ऐसी मखमली और इतनी बड़ी गांड मैंने कभी नहीं देखी। मैं तेरी गांड भी मारूंगा,वो भी तेल लगाकर।

सारा की तो गांड फट गई अपने अब्बू की बात सुनकर।
सारा=(मन में)अब मैं क्या करूं,अब्बू को कैसे समझाऊं कि मैं कोई चोर नहीं हूं।आपकी सगी बेटी सारा हूं।और आप मेरे साथ,अपनी बेटी के साथ ये गंदा काम करने की बात कर रहे हो। अब्बू गंदी बातें तो कर ही रहे हैं और साथ में मेरे पिछवाड़े को भी मसल और दबा रहे है।और ये क्या अब्बू जब मेरा पिछवाड़ा दबा रहे है तो मुझे अच्छा क्यूं लग रहा है।या ***** मुझे बचा ले कहीं अब्बू मेरे साथ कोई गलत ना कर दे और मै अब्बू को रोक भी पाऊं।

तो दोस्तों आज के लिए इतना ही।

अब अमजद सारा को ऐसे ही छोड़ देगा या उसकी चुदाई की आग भड़काकर भेजेगा,ये आपको अगले अपडेट में पता चलेगा।

और हां आप लोग comment करके जरूर बताइए कि सारा को ऐसे ही छोड़ देना चाहिए या उसकी कुंवारी और जवान चूत में अमजद का बड़ा लौड़ा लेने की तड़प के साथ जाने देना चाहिए।

मिलते है आपके मनचाहे अपडेट के साथ।



 

unique kamina

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Kya baat hai doston.
Ek din me do update.phir bhi no response.
Very bad.
Lagta hai story so boring.

Reader be like- maza nahin aa raha.
 
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Trishasharma

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bahut bahut garam aur kamuk kahaani hain ye,bahut acha laga padhke
 
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