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क्यों भाई कोई ऐसी चाची नहीं है क्याEk dam mast chudai story hei padh kar lund khada ho gya sochta hu aaj kiski chut ka maja lu
क्यों भाई कोई ऐसी चाची नहीं है क्याEk dam mast chudai story hei padh kar lund khada ho gya sochta hu aaj kiski chut ka maja lu
Iska pahla part Kahan haiक्यों भाई कोई ऐसी चाची नहीं है क्या
nice update..!!Meine Thak kar jhadh kar Shant Hua Main chahti ki kamar ko Chhoda aur chachi vahin per Badam hokar Bistar per Gir Gai Aur Main chachi ke upar Gir Pada…
Update 69
हम दोनों बहुत देर यूँ ही पड़े रहे दोनों की आंखें बन्द थी हमें कोई होश नहीं था कि कितनी देर से हम ऐसे ही पड़े हैं तभी माँ की आवाज़ से हम होश में आये माँ चाय के साथ हमारे पास खड़ी हुई थी और हमें उठा रही थी… माँ ने हमें चाय देते हुए उठ कर नहाने को कहा तो चाची बोली दीदी अब मुझसे उठा नहीं जायेगा थोड़ी देर आराम करने के बाद नहा लुंगी आप दोनों नहा लो मेरी तो हिम्मत नहीं हो रही है… ओर ये बोलकर चाची चाय पीने लगी ……
चाय पीने के बाद मैं ओर माँ उठ गए और चाची वहीं पर लेट गईं… मैने माँ को कहा माँ मैं तो नहाने जा रहा हूँ तुम भी आ जाओ तो माँ बोली नहीं तू फिर से शुरू हो जायेगा आ अभी दो बार करके हटा है और फिर भी तेरा तैयार लग रहा है तो मैंने कहा अब नहीं करूंगा मैं तो नहा कर जरा सैर पर जाऊंगा ताकि थोड़ा बदन खुल जाए माँ ने मुस्कुरा कर मुझे देखा और बोली तू चल मैं तौलिया लेकर आती हूँ… मैं नंगा तो था ही तो वैसे ही चल दिया और बाथरूम में पहुंच गया और कुछ ही देर में माँ भी तौलिया लेकर पहुँच गई मेरी तरफ़ देखकर मुस्कुरा रही थी…
मैंने कहा क्या बात है माँ मुस्कुरा क्यों रही हो तो माँ बोली वो तो तेरा ये देखकर की अभी तो मेरी ओर कोमल की इतनी जबरदस्त तरीके से लेने के बाद भी ये खड़ा है समझ नहीं आता कि ये शांत कब होता है… मैंने आगे बढ़कर माँ के ब्लाउज को खोलते हुए कहा माँ तुम हो ही ऐसी की तुम्हें देखते ही ये तैयार हो जाता है और फिर तुम्हारी लेने के लिए तड़पने लगता है… ये बोलते हुए मैंने का ब्लाउज उतार दिया और माँ के चुचे उछल कर मेरे सामने आ गए और मैंने देर न करते हुए उन्हें अपने हाथों में ले लिया और उनकी घुंडीयां मसलने लगा …
माँ के मुँह से भी सिसकी निकल गई और वो मेरी आँखों में देखते हुए अपना हाथ मेरे लण्ड पर ले आई मैंने एक हाथ से पेटिकोट का नाडा खोल दिया और वो माँ के पैरों में इकट्ठा हो गया… मैंने अपने होंठों को माँ के होंठों पर रख दिया और एक हाथ से शॉवर चालू कर दिया हमारे जलते हुए जिस्म पानी से भीगकर और जलने लगे.… माँ मेरे लण्ड को मसल रही थी तो मैं उसकी चुचियों को मसलते हुए चुम्बन और गहरा कर रहा था… माँ एक हाथ से मेरा लण्ड मसल रही थी तो उसने दूसरे हाथ से साबुन उठा लिया और मेरे जिस्म पर लगाने लगी साबुन की चिकनाई के साथ साथ हमारी हरकतों में भी बढ़ोतरी हो रही थी माँ मेरे सारे बदन पर साबुन लगा चुकी तो मैंने उसके हाथ से साबुन लेकर माँ के बदन पर लगाने लगा …
अपने हाथ पीछे लेजाकर माँ की पीठ और गांड पर साबुन लगाकर माँ को घुमा कर पीठ अपनी तरफ़ करली और सामने माँ की छाती और पेट पर साबुन लगाते हुए अपना लन्ड माँ की गांड में घिसने लगा साबुन लग चुका था तो गांड पर लण्ड घिसते हुए माँ की चुचियों का रस निचोडने लगा… अब माँ भी पूरी तरह से उत्तेजित हो गई थी और वो अपना हाथ पीछे लाकर मेरे लन्ड को जोर से मुठियाने लगी थी तो मैने भी शॉवर फिर से चालू किया और माँ की चूत को सहलाने लगा … चुत पूरी तरह से पानी छोड़ रही थी और माँ अपनी गांड मेरे लण्ड पे रगड़ने लगी मैंने माँ को वहीँ झुकाया ओर अपना लण्ड माँ की चुत पर सेट करके एक जोरदार धक्का लगा दिया और माँ के मुंह से चीख़ निकल गई मैंने उसकी परवाह न करके माँ की चुचियों को थामा और ताबड़तोड़ चुदाई शुरू कर दी…… माँ के मुंह से आह राज ओह मार डाला निकल रहा था कुछ ही देर में माँ भी अपनी गांड मेरे लण्ड पर पटकने लगी और पूरी मस्ती में आकर बड़बड़ाने लगी लेकिन अब उसके सुर बदल गए थे अब वो राज औऱ तेज, फाड़ डाल, आ…ह और तेज चोद जैसे शब्द बोल रही थी… करीब दस मिनट की चुदाई के बाद माँ झड़ने लगी थी लेकिन मेरा अभी बाकी था… झड़ने के बाद माँ निढाल होने लगी तो मैने उसे वहीं फर्श पर लिटा लिया और उसकी टाँगों को अपने कन्धे पर रखकर फिर एक बार उसकी चुत में लण्ड उतार कर शुरू हो गया कुछ ही समय के बाद माँ को चुत में जलन होने लगी…
माँ के कहने पर मैंने अपने लण्ड को बाहर निकाला लेकिन अब मैं झड़ना चाहता था तो मैंने ऊपर आकर अपने लण्ड को माँ की चुचियों में दबाकर धक्के लगाने लगा माँ ने अपनी चुचियों को थाम लिया और जैसे ही लौड़ा ऊपर आता माँ अपनी जीभ से चाटने लगी ये सब से मैं झड़ने की कगार पर पहुंच गया तो मैंने चुचियों से लण्ड को निकाला और माँ के मुंह में घुसा दिया और माँ उसे मुठियाते हुए चूसने लगी मेरी सारी शक्ति मेरे लण्ड की ओर संचार करने लगी मैंने माँ का सिर अपने लण्ड पर दबा लिया और एक के बाद एक पिचकारी उसके मुँह में भरने लगा माँ का मुँह मेरे वीर्य से भर गया तो माँ पीछे होने लगी लेकिन मेरी पकड़ मजबूत थी और माँ को वीर्य गटकना पड़ा…
जैसे ही माँ ने मेरे लण्ड से निकले माल को अपने गले से उतारा मैंने अपने लण्ड को माँ के मुँह से निकाल लिया लेकिन माँ ने लण्ड को नहीं छोड़ा और वो उसे चाट कर साफ करने लगी जैसे ही लण्ड साफ हुआ तो माँ ने मुझे अपनी छाती पर लिटा लिया और मैं उसके दूध को मुँह में भर कर उसके ऊपर ही शॉवर के निचे निढाल हो गया।
बहुत ही कामुक और गरमागरम अपडेट हैMeine Thak kar jhadh kar Shant Hua Main chahti ki kamar ko Chhoda aur chachi vahin per Badam hokar Bistar per Gir Gai Aur Main chachi ke upar Gir Pada…
Update 69
हम दोनों बहुत देर यूँ ही पड़े रहे दोनों की आंखें बन्द थी हमें कोई होश नहीं था कि कितनी देर से हम ऐसे ही पड़े हैं तभी माँ की आवाज़ से हम होश में आये माँ चाय के साथ हमारे पास खड़ी हुई थी और हमें उठा रही थी… माँ ने हमें चाय देते हुए उठ कर नहाने को कहा तो चाची बोली दीदी अब मुझसे उठा नहीं जायेगा थोड़ी देर आराम करने के बाद नहा लुंगी आप दोनों नहा लो मेरी तो हिम्मत नहीं हो रही है… ओर ये बोलकर चाची चाय पीने लगी ……
चाय पीने के बाद मैं ओर माँ उठ गए और चाची वहीं पर लेट गईं… मैने माँ को कहा माँ मैं तो नहाने जा रहा हूँ तुम भी आ जाओ तो माँ बोली नहीं तू फिर से शुरू हो जायेगा आ अभी दो बार करके हटा है और फिर भी तेरा तैयार लग रहा है तो मैंने कहा अब नहीं करूंगा मैं तो नहा कर जरा सैर पर जाऊंगा ताकि थोड़ा बदन खुल जाए माँ ने मुस्कुरा कर मुझे देखा और बोली तू चल मैं तौलिया लेकर आती हूँ… मैं नंगा तो था ही तो वैसे ही चल दिया और बाथरूम में पहुंच गया और कुछ ही देर में माँ भी तौलिया लेकर पहुँच गई मेरी तरफ़ देखकर मुस्कुरा रही थी…
मैंने कहा क्या बात है माँ मुस्कुरा क्यों रही हो तो माँ बोली वो तो तेरा ये देखकर की अभी तो मेरी ओर कोमल की इतनी जबरदस्त तरीके से लेने के बाद भी ये खड़ा है समझ नहीं आता कि ये शांत कब होता है… मैंने आगे बढ़कर माँ के ब्लाउज को खोलते हुए कहा माँ तुम हो ही ऐसी की तुम्हें देखते ही ये तैयार हो जाता है और फिर तुम्हारी लेने के लिए तड़पने लगता है… ये बोलते हुए मैंने का ब्लाउज उतार दिया और माँ के चुचे उछल कर मेरे सामने आ गए और मैंने देर न करते हुए उन्हें अपने हाथों में ले लिया और उनकी घुंडीयां मसलने लगा …
माँ के मुँह से भी सिसकी निकल गई और वो मेरी आँखों में देखते हुए अपना हाथ मेरे लण्ड पर ले आई मैंने एक हाथ से पेटिकोट का नाडा खोल दिया और वो माँ के पैरों में इकट्ठा हो गया… मैंने अपने होंठों को माँ के होंठों पर रख दिया और एक हाथ से शॉवर चालू कर दिया हमारे जलते हुए जिस्म पानी से भीगकर और जलने लगे.… माँ मेरे लण्ड को मसल रही थी तो मैं उसकी चुचियों को मसलते हुए चुम्बन और गहरा कर रहा था… माँ एक हाथ से मेरा लण्ड मसल रही थी तो उसने दूसरे हाथ से साबुन उठा लिया और मेरे जिस्म पर लगाने लगी साबुन की चिकनाई के साथ साथ हमारी हरकतों में भी बढ़ोतरी हो रही थी माँ मेरे सारे बदन पर साबुन लगा चुकी तो मैंने उसके हाथ से साबुन लेकर माँ के बदन पर लगाने लगा …
अपने हाथ पीछे लेजाकर माँ की पीठ और गांड पर साबुन लगाकर माँ को घुमा कर पीठ अपनी तरफ़ करली और सामने माँ की छाती और पेट पर साबुन लगाते हुए अपना लन्ड माँ की गांड में घिसने लगा साबुन लग चुका था तो गांड पर लण्ड घिसते हुए माँ की चुचियों का रस निचोडने लगा… अब माँ भी पूरी तरह से उत्तेजित हो गई थी और वो अपना हाथ पीछे लाकर मेरे लन्ड को जोर से मुठियाने लगी थी तो मैने भी शॉवर फिर से चालू किया और माँ की चूत को सहलाने लगा … चुत पूरी तरह से पानी छोड़ रही थी और माँ अपनी गांड मेरे लण्ड पे रगड़ने लगी मैंने माँ को वहीँ झुकाया ओर अपना लण्ड माँ की चुत पर सेट करके एक जोरदार धक्का लगा दिया और माँ के मुंह से चीख़ निकल गई मैंने उसकी परवाह न करके माँ की चुचियों को थामा और ताबड़तोड़ चुदाई शुरू कर दी…… माँ के मुंह से आह राज ओह मार डाला निकल रहा था कुछ ही देर में माँ भी अपनी गांड मेरे लण्ड पर पटकने लगी और पूरी मस्ती में आकर बड़बड़ाने लगी लेकिन अब उसके सुर बदल गए थे अब वो राज औऱ तेज, फाड़ डाल, आ…ह और तेज चोद जैसे शब्द बोल रही थी… करीब दस मिनट की चुदाई के बाद माँ झड़ने लगी थी लेकिन मेरा अभी बाकी था… झड़ने के बाद माँ निढाल होने लगी तो मैने उसे वहीं फर्श पर लिटा लिया और उसकी टाँगों को अपने कन्धे पर रखकर फिर एक बार उसकी चुत में लण्ड उतार कर शुरू हो गया कुछ ही समय के बाद माँ को चुत में जलन होने लगी…
माँ के कहने पर मैंने अपने लण्ड को बाहर निकाला लेकिन अब मैं झड़ना चाहता था तो मैंने ऊपर आकर अपने लण्ड को माँ की चुचियों में दबाकर धक्के लगाने लगा माँ ने अपनी चुचियों को थाम लिया और जैसे ही लौड़ा ऊपर आता माँ अपनी जीभ से चाटने लगी ये सब से मैं झड़ने की कगार पर पहुंच गया तो मैंने चुचियों से लण्ड को निकाला और माँ के मुंह में घुसा दिया और माँ उसे मुठियाते हुए चूसने लगी मेरी सारी शक्ति मेरे लण्ड की ओर संचार करने लगी मैंने माँ का सिर अपने लण्ड पर दबा लिया और एक के बाद एक पिचकारी उसके मुँह में भरने लगा माँ का मुँह मेरे वीर्य से भर गया तो माँ पीछे होने लगी लेकिन मेरी पकड़ मजबूत थी और माँ को वीर्य गटकना पड़ा…
जैसे ही माँ ने मेरे लण्ड से निकले माल को अपने गले से उतारा मैंने अपने लण्ड को माँ के मुँह से निकाल लिया लेकिन माँ ने लण्ड को नहीं छोड़ा और वो उसे चाट कर साफ करने लगी जैसे ही लण्ड साफ हुआ तो माँ ने मुझे अपनी छाती पर लिटा लिया और मैं उसके दूध को मुँह में भर कर उसके ऊपर ही शॉवर के निचे निढाल हो गया।
Meine Thak kar jhadh kar Shant Hua Main chahti ki kamar ko Chhoda aur chachi vahin per Badam hokar Bistar per Gir Gai Aur Main chachi ke upar Gir Pada…
Update 69
हम दोनों बहुत देर यूँ ही पड़े रहे दोनों की आंखें बन्द थी हमें कोई होश नहीं था कि कितनी देर से हम ऐसे ही पड़े हैं तभी माँ की आवाज़ से हम होश में आये माँ चाय के साथ हमारे पास खड़ी हुई थी और हमें उठा रही थी… माँ ने हमें चाय देते हुए उठ कर नहाने को कहा तो चाची बोली दीदी अब मुझसे उठा नहीं जायेगा थोड़ी देर आराम करने के बाद नहा लुंगी आप दोनों नहा लो मेरी तो हिम्मत नहीं हो रही है… ओर ये बोलकर चाची चाय पीने लगी ……
चाय पीने के बाद मैं ओर माँ उठ गए और चाची वहीं पर लेट गईं… मैने माँ को कहा माँ मैं तो नहाने जा रहा हूँ तुम भी आ जाओ तो माँ बोली नहीं तू फिर से शुरू हो जायेगा आ अभी दो बार करके हटा है और फिर भी तेरा तैयार लग रहा है तो मैंने कहा अब नहीं करूंगा मैं तो नहा कर जरा सैर पर जाऊंगा ताकि थोड़ा बदन खुल जाए माँ ने मुस्कुरा कर मुझे देखा और बोली तू चल मैं तौलिया लेकर आती हूँ… मैं नंगा तो था ही तो वैसे ही चल दिया और बाथरूम में पहुंच गया और कुछ ही देर में माँ भी तौलिया लेकर पहुँच गई मेरी तरफ़ देखकर मुस्कुरा रही थी…
मैंने कहा क्या बात है माँ मुस्कुरा क्यों रही हो तो माँ बोली वो तो तेरा ये देखकर की अभी तो मेरी ओर कोमल की इतनी जबरदस्त तरीके से लेने के बाद भी ये खड़ा है समझ नहीं आता कि ये शांत कब होता है… मैंने आगे बढ़कर माँ के ब्लाउज को खोलते हुए कहा माँ तुम हो ही ऐसी की तुम्हें देखते ही ये तैयार हो जाता है और फिर तुम्हारी लेने के लिए तड़पने लगता है… ये बोलते हुए मैंने का ब्लाउज उतार दिया और माँ के चुचे उछल कर मेरे सामने आ गए और मैंने देर न करते हुए उन्हें अपने हाथों में ले लिया और उनकी घुंडीयां मसलने लगा …
माँ के मुँह से भी सिसकी निकल गई और वो मेरी आँखों में देखते हुए अपना हाथ मेरे लण्ड पर ले आई मैंने एक हाथ से पेटिकोट का नाडा खोल दिया और वो माँ के पैरों में इकट्ठा हो गया… मैंने अपने होंठों को माँ के होंठों पर रख दिया और एक हाथ से शॉवर चालू कर दिया हमारे जलते हुए जिस्म पानी से भीगकर और जलने लगे.… माँ मेरे लण्ड को मसल रही थी तो मैं उसकी चुचियों को मसलते हुए चुम्बन और गहरा कर रहा था… माँ एक हाथ से मेरा लण्ड मसल रही थी तो उसने दूसरे हाथ से साबुन उठा लिया और मेरे जिस्म पर लगाने लगी साबुन की चिकनाई के साथ साथ हमारी हरकतों में भी बढ़ोतरी हो रही थी माँ मेरे सारे बदन पर साबुन लगा चुकी तो मैंने उसके हाथ से साबुन लेकर माँ के बदन पर लगाने लगा …
अपने हाथ पीछे लेजाकर माँ की पीठ और गांड पर साबुन लगाकर माँ को घुमा कर पीठ अपनी तरफ़ करली और सामने माँ की छाती और पेट पर साबुन लगाते हुए अपना लन्ड माँ की गांड में घिसने लगा साबुन लग चुका था तो गांड पर लण्ड घिसते हुए माँ की चुचियों का रस निचोडने लगा… अब माँ भी पूरी तरह से उत्तेजित हो गई थी और वो अपना हाथ पीछे लाकर मेरे लन्ड को जोर से मुठियाने लगी थी तो मैने भी शॉवर फिर से चालू किया और माँ की चूत को सहलाने लगा … चुत पूरी तरह से पानी छोड़ रही थी और माँ अपनी गांड मेरे लण्ड पे रगड़ने लगी मैंने माँ को वहीँ झुकाया ओर अपना लण्ड माँ की चुत पर सेट करके एक जोरदार धक्का लगा दिया और माँ के मुंह से चीख़ निकल गई मैंने उसकी परवाह न करके माँ की चुचियों को थामा और ताबड़तोड़ चुदाई शुरू कर दी…… माँ के मुंह से आह राज ओह मार डाला निकल रहा था कुछ ही देर में माँ भी अपनी गांड मेरे लण्ड पर पटकने लगी और पूरी मस्ती में आकर बड़बड़ाने लगी लेकिन अब उसके सुर बदल गए थे अब वो राज औऱ तेज, फाड़ डाल, आ…ह और तेज चोद जैसे शब्द बोल रही थी… करीब दस मिनट की चुदाई के बाद माँ झड़ने लगी थी लेकिन मेरा अभी बाकी था… झड़ने के बाद माँ निढाल होने लगी तो मैने उसे वहीं फर्श पर लिटा लिया और उसकी टाँगों को अपने कन्धे पर रखकर फिर एक बार उसकी चुत में लण्ड उतार कर शुरू हो गया कुछ ही समय के बाद माँ को चुत में जलन होने लगी…
माँ के कहने पर मैंने अपने लण्ड को बाहर निकाला लेकिन अब मैं झड़ना चाहता था तो मैंने ऊपर आकर अपने लण्ड को माँ की चुचियों में दबाकर धक्के लगाने लगा माँ ने अपनी चुचियों को थाम लिया और जैसे ही लौड़ा ऊपर आता माँ अपनी जीभ से चाटने लगी ये सब से मैं झड़ने की कगार पर पहुंच गया तो मैंने चुचियों से लण्ड को निकाला और माँ के मुंह में घुसा दिया और माँ उसे मुठियाते हुए चूसने लगी मेरी सारी शक्ति मेरे लण्ड की ओर संचार करने लगी मैंने माँ का सिर अपने लण्ड पर दबा लिया और एक के बाद एक पिचकारी उसके मुँह में भरने लगा माँ का मुँह मेरे वीर्य से भर गया तो माँ पीछे होने लगी लेकिन मेरी पकड़ मजबूत थी और माँ को वीर्य गटकना पड़ा…
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जी जल्दी ही कुछ नए लोग जुड़ेंगेDear, very hot but add some new character otherwise it is going to become boring.