बेला बोली राज आज रात तुम यही रुक जाओ तो मैंने कहा कि घर पर माँ और चाची हैं इसलिए मैं रात में नहीं रुक सकता हूँ तो उसने कहा तो कल तुम सारा दिन मुझे चोदकर इतना तृप्त कर दो की तुम्हारे दोबारा आने तक मैं रह सकु मैंने उसे आश्वासन दिया और फिर कुछ देर बाद मैं अपने घर की ओर चल पड़ा…
Update 72
घर जाते हुए मैं सोच रहा था कि चाचा ने भी इस के बारे में पता किया होगा और वो हमें वापिस बुलाने का कोई इंतजाम करेंगे, यही सब सोचते हुए मैं घर पहुंच गया जैसे ही मैंने घर में प्रवेश किया तो चाची आकर मुझसे लिपट गई और बोली मैं वापस नहीं जाऊंगी
और अपनी चुचियाँ मेरी छाती में गड़ा कर मुझे जोर से जकड़ लिया…
चाची की आवाज़ सुनकर माँ भी बाहर आ गई और माँ ने बताया कि चाचा और पापा ने फोन किया था और वो किसी पास के बारे में बोल रहे थे, मैं माँ और चाची को लेकर घर के अंदर आ गया और फिर उनकी सारी बात सुनी और फिर चाचा के फोन पर फोन किया चाचा ने बताया कि एक यात्रा पास सरकार द्वारा दिया जा रहा है और उसके बाद हम लोग अपने घर वापिस आ सकते हैं तो मैंने चाचा को पास के बारे में पता करके फोन करने को बोला, …
चाची और माँ मुझसे लिपटी हुई थी और बार बार बोल रही थीं कि हम लोग घर नहीं जायँगी हम यहाँ पर तेरे साथ ही रहेंगी वरना वहाँ जाकर फ़िर हमारी ज़िंदगी मे वही नरक होगा जहाँ हम अपने जिस्म की आग में जलती रहेंगी, पहले तो हमने किसी तरह अपने पर क़ाबू कर लिया था लेकिन अब तो तेरे इस मूसल की लत लग गई है और ये बोलकर चाची ने मेरा लण्ड पकड़ लिया और फिर दबा दिया मेरे लन्ड में इस कारण तनाव आने लगा……
चाची ने इस तनाव को महसूस किया और लन्ड को ऊपर से ही मुठियाने लगी, जब माँ ने ये देखा तो चाची नो बोली कोमल यहाँ इतनी बड़ी समस्या है और तुझे ये सब सूझ रहा है तो चाची बोली दीदी चाहे कुछ भी हो जाये मगर अब तो मैं राज के बिना नहीं रहूंगी अपनी सारी जवानी जिस सुख के लिए तरसते रहे अब जब वो हमें मिलने लगा है तो उसे हम छोड़ नहीं सकती हैं, चाची की बात सुनकर माँ ने कहा कोमल तूँ ठीक कहती है अब तो मैं भी इस सुख के बिना नहीं रह सकती हूँ…
ये कह कर माँ मेरी आँखों में देखने लगी तो मैंने भी कहा कि माँ अब मैं भी तुम दोनों के बिना नहीं रह सकता हूँ, इतनी ही देर में चाची ने अपना हाथ डालकर लोअर से मेरा लन्ड निकाल लिया और उसे सहलाने लगी, माँ ने ये देखा तो उसने मेरी आंखों में देखते हुए अपने होंठ मेरे होंठों पर रख दिये, चाची ने मेरा लन्ड मुँह में भर लिया तभी उसे मेरे लन्ड का स्वाद कुछ अलग अलग सा लगा, क्योंकि बेला की चुदाई के बाद मैंने उसे अभी साफ नहीं किया था , चाची ने मेरी तरफ़ देखा तो मैंने माँ के होंठ चूसते हुऐ चाची को आंख मार दी, चाची ने होंठ काटते हुए मेरी और देखा फिर मुस्कुरा कर अपने मुंह को लन्ड पर रख दिया…
अगले ही पल मेरा लन्ड चाची के मुँह में अपना आकार बढ़ा रहा था और माँ मेरे होंठ चूसकर उसे और बढा करने में चाची की मदद कर रही थीं, मेरी भी उत्तेजना बढ़ने लगी थी तो मैने भी हाथ बढ़ा कर माँ की चुचियाँ थाम ली जिससे माँ के मुंह से सी…ई… की सिसकारी निकल गई मैं माँ के ब्लाउज के बटन खोलने लगा तो माँ भी मेरी शर्ट के बटन खोलने लगी, नीचे चाची ताबड़तोड़ मेरे लन्ड की चुसाई में व्यस्त थी……