इन्जार नहीं हो रहा हैं कितने दिनों बाद तो आप इस पर बापस लौटे हैंनहीं डिअर मंगलवार रात तक
इन्जार नहीं हो रहा हैं कितने दिनों बाद तो आप इस पर बापस लौटे हैंनहीं डिअर मंगलवार रात तक
आज कोशिश करते हैइन्जार नहीं हो रहा हैं कितने दिनों बाद तो आप इस पर बापस लौटे हैं
चाची की चूत का रस मेरे मुंह को भिगो रहा था ओर चाची भी उत्तेजना के सागर में गोते लगा रही थी, माँ ने आह भरते हुए अपनी कमर चलाना शुरू कर दिया, अब हम तीनों दिनदहाड़े दुनिया को भुलाकर अपनी वासना के सागर में गोते लगाने लगे थे…
अपडेट 74
माँ ने अपनी कमर को उछालना शुरू किया तो चाची ने भी मेरी जीभ को लन्ड की तरह चुत में घुसाने की कोशिश शुरू कर दी, मैं एक हाथ की उंगलियों से चाची की गाँड़ चौड़ी कर रहा था तो दूसरा हाथ आगे लेजाकर चाची की चूची दबाने लगा, माँ और चाची की आहों से कमरा गूँज रहा था लेकिन इन आहों को सुनने वाला हम तीनों के सिवा वहां और कई भी नहीं था चाची की चूत मेरे चेहरे पर होने के कारण मेरी तो आंहे भी नहीं निकल पा रही थी लेकिन माँ और चाची की आंहे तेज होती जा रही थीं शायद किसी के सुनने का डर उनको नहीं था इसलिए भी उन्होंने आवाज़ दबने की कोशिश नहीं कि……
चाची ने हाथ बढ़ाकर माँ की छाती पर रख दिये और उनके निप्पलों को सहलाने लगी तो माँ ने भी प्रतिउत्तर में चाची की चूची जो मेरे हाथ से बची हुई थी उसे थाम लिया और उसके गले में बांह डालकर चाची का चेहरा अपने पास किया और उनके होंठों पर अपने होंठ रखकर चूसने लगी,… अब माँ मेरे लन्ड पर कूदते हुए चाची की चूची दबाने के साथ साथ उनके होंठ चूस रही थी और चाची अपनी चुत मेरे मुंह पर घिसते हुए माँ की चुचियाँ मसल रही थी और में चाची की चुत चाटते हुए उसकी गाँड़ खोलते हुए माँ से चुदाई कर रहा था, तीनों को इस तरह लगभग दस मिनट होने लगे थे तो मैंने चाची की चुत से मुँह हटाया और चाची को ऊपर से हटने को कहा चाची के हटते ही मैं सीधा हुआ और माँ को जो अब तक मेरे ऊपर थी पलँग पर लिटा दिया माँ को लिटाकर अपना लन्ड उसकी चुत से निकाला ओर चाची को मा की चुत चाटने के लिए चुत पर झुक दिया, खुद चाची के पीछे आकर उसकी गाँड़ पर थूका और लन्ड गाँड़ के छेद पर टिका दिया चाची की कमर थाम कर एक हल्का सा धक्का लगा दिया…
उंगलियों से पहले ही गाँड़ का छेद ढीला हो चुका था और थूक से चिकना तो हल्के धक्के से ही मेरा आधा लन्ड चाची की गाँड़ में घुस गया, चाची की चीख़ निकल गई तो मैंने तुरन्त चाची का मुंह माँ की चूत पर दबा दिया माँ ने चाची का सिर थम लिया और उसके मुँह पर अपनी चुत रगड़ने लगी, इधर मैंने एक और धक्का लगा कर पुरा लौड़ा चाची की गाँड़ में उतार दिया और ताबड़तोड़ गाँड़ मारने लगा कुछ ही देर में चाची को भी मजा आने लगा और वो गाँड़ पीछे धकेलते हुए माँ की चूत चूसने लगी… माँ अति उत्तेजित होकर चाची के मुँह पर चुत रगड़ रही थी उसको चुत से इस तरह लन्ड का निकलना बर्दाश्त नहीं हो रहा था तो चाची ने थूक लगा कर अपनी एक उंगली माँ की गाँड़ में घुसा दी, माँ ज़ोर से बोली राज दो मिनट मेरा पानी निकलवा दे मुझसे अब बर्दास्त नहीं हो रहा है ,,…
Very hot updateअगले ही पल मेरा लन्ड चाची के मुँह में अपना आकार बढ़ा रहा था और माँ मेरे होंठ चूसकर उसे और बढा करने में चाची की मदद कर रही थीं, मेरी भी उत्तेजना बढ़ने लगी थी तो मैने भी हाथ बढ़ा कर माँ की चुचियाँ थाम ली जिससे माँ के मुंह से सी…ई… की सिसकारी निकल गई मैं माँ के ब्लाउज के बटन खोलने लगा तो माँ भी मेरी शर्ट के बटन खोलने लगी, नीचे चाची ताबड़तोड़ मेरे लन्ड की चुसाई में व्यस्त थी……
अपडेट 73
चाची की चुसाई के कारण लन्ड सख्त रॉड बन चुका था, ऊपर से माँ ने मेरी शर्ट उतार दी और चाची ने मेरा लोअर अब मैं चाची और माँ के बीच में नँगा था माँ का ब्लाउज मैंने उतार दिया था लेकिन चाची अपने पूरे कपडों में थी, मैंने ध्यान दिया चाची मेरा लन्ड चूसते हुए अपनी चूत मसलने लगी थी, ये देखकर मैं भी माँ की चूत को साड़ी के ऊपर से ही मसलने लगा तो माँ ने अपनी टाँगे फैला दी ताकि मुझे कोई दिक्कत ना हो, हमें ये सब करते हुए काफी समय हो गया था और तीनों को ही उत्तेजना ने अपने गिरफ्त में जकड़ लिया था तो माँ और चाची मुझे छोड़ कर अपने कपड़े उतारने लगी…
कपड़े उतारकर दोनों ने अपनी जगह बदली माँ ने मेरे लन्ड और चाची ने होंठों पर कब्जा कर लिया, अब मैं बेड पर लेट गया था और माँ मेरी टांगों के बीच बैठकर मेरा लन्ड चूस रही थी और चाची मेरे सीने के पास अधलेटी होकर मेरे होंठ चूस रही थी, मैंने हाथ बढ़ा कर एक हाथ चाची की चुचियों पर रखा और दूसरे से चाची की चूत मसलने लगा, माँ ने मेरे पूरी तरह से तन चुके लन्ड को अपनी चुत से रगड़ना शुरू कर दिया तो मैने चाची को ऊपर खींच कर उसकी चुत पर मुँह लगा दिया और अपनी जीभ से उसकी चुत का दाना रगड़ने लगा कुछ ही समय में चाची बेकाबू होकर मेरा चेहरा पकड़कर अपनी चुत मेरे मुँह पर रगड़ने लगी…
माँ ने अबलन्द को अपने सुराख़ पर सेट किया और उसपर अपना वजन बढ़ाने लगीं एक लम्बी सीत्कार के साथ उसने मेरा पूरा लन्ड अपनी चुत में भर लिया और कुछ देर के लिए लन्ड पर स्थिल होकर टिक गई, इधर मैंने चाची की पलटकर उसका मुँह माँ की ओर किया और उसकी गाँड़ में दो उंगलियां घुसेड़ कर चुत चाटते हुए अपनी उंगलियां अंदर बाहर करने लगा… चाची की चूत का रस मेरे मुंह को भिगो रहा था ओर चाची भी उत्तेजना के सागर में गोते लगा रही थी, माँ ने आह भरते हुए अपनी कमर चलाना शुरू कर दिया, अब हम तीनों दिनदहाड़े दुनिया को भुलाकर अपनी वासना के सागर में गोते लगाने लगे थे…
बहुत ही कामुक गरमागरम और उत्तेजना से भरपूर अपडेट हैचाची की चूत का रस मेरे मुंह को भिगो रहा था ओर चाची भी उत्तेजना के सागर में गोते लगा रही थी, माँ ने आह भरते हुए अपनी कमर चलाना शुरू कर दिया, अब हम तीनों दिनदहाड़े दुनिया को भुलाकर अपनी वासना के सागर में गोते लगाने लगे थे…
अपडेट 74
माँ ने अपनी कमर को उछालना शुरू किया तो चाची ने भी मेरी जीभ को लन्ड की तरह चुत में घुसाने की कोशिश शुरू कर दी, मैं एक हाथ की उंगलियों से चाची की गाँड़ चौड़ी कर रहा था तो दूसरा हाथ आगे लेजाकर चाची की चूची दबाने लगा, माँ और चाची की आहों से कमरा गूँज रहा था लेकिन इन आहों को सुनने वाला हम तीनों के सिवा वहां और कई भी नहीं था चाची की चूत मेरे चेहरे पर होने के कारण मेरी तो आंहे भी नहीं निकल पा रही थी लेकिन माँ और चाची की आंहे तेज होती जा रही थीं शायद किसी के सुनने का डर उनको नहीं था इसलिए भी उन्होंने आवाज़ दबने की कोशिश नहीं कि……
चाची ने हाथ बढ़ाकर माँ की छाती पर रख दिये और उनके निप्पलों को सहलाने लगी तो माँ ने भी प्रतिउत्तर में चाची की चूची जो मेरे हाथ से बची हुई थी उसे थाम लिया और उसके गले में बांह डालकर चाची का चेहरा अपने पास किया और उनके होंठों पर अपने होंठ रखकर चूसने लगी,… अब माँ मेरे लन्ड पर कूदते हुए चाची की चूची दबाने के साथ साथ उनके होंठ चूस रही थी और चाची अपनी चुत मेरे मुंह पर घिसते हुए माँ की चुचियाँ मसल रही थी और में चाची की चुत चाटते हुए उसकी गाँड़ खोलते हुए माँ से चुदाई कर रहा था, तीनों को इस तरह लगभग दस मिनट होने लगे थे तो मैंने चाची की चुत से मुँह हटाया और चाची को ऊपर से हटने को कहा चाची के हटते ही मैं सीधा हुआ और माँ को जो अब तक मेरे ऊपर थी पलँग पर लिटा दिया माँ को लिटाकर अपना लन्ड उसकी चुत से निकाला ओर चाची को मा की चुत चाटने के लिए चुत पर झुक दिया, खुद चाची के पीछे आकर उसकी गाँड़ पर थूका और लन्ड गाँड़ के छेद पर टिका दिया चाची की कमर थाम कर एक हल्का सा धक्का लगा दिया…
उंगलियों से पहले ही गाँड़ का छेद ढीला हो चुका था और थूक से चिकना तो हल्के धक्के से ही मेरा आधा लन्ड चाची की गाँड़ में घुस गया, चाची की चीख़ निकल गई तो मैंने तुरन्त चाची का मुंह माँ की चूत पर दबा दिया माँ ने चाची का सिर थम लिया और उसके मुँह पर अपनी चुत रगड़ने लगी, इधर मैंने एक और धक्का लगा कर पुरा लौड़ा चाची की गाँड़ में उतार दिया और ताबड़तोड़ गाँड़ मारने लगा कुछ ही देर में चाची को भी मजा आने लगा और वो गाँड़ पीछे धकेलते हुए माँ की चूत चूसने लगी… माँ अति उत्तेजित होकर चाची के मुँह पर चुत रगड़ रही थी उसको चुत से इस तरह लन्ड का निकलना बर्दाश्त नहीं हो रहा था तो चाची ने थूक लगा कर अपनी एक उंगली माँ की गाँड़ में घुसा दी, माँ ज़ोर से बोली राज दो मिनट मेरा पानी निकलवा दे मुझसे अब बर्दास्त नहीं हो रहा है ,,…
ध्न्यावाद आप काचाची की चूत का रस मेरे मुंह को भिगो रहा था ओर चाची भी उत्तेजना के सागर में गोते लगा रही थी, माँ ने आह भरते हुए अपनी कमर चलाना शुरू कर दिया, अब हम तीनों दिनदहाड़े दुनिया को भुलाकर अपनी वासना के सागर में गोते लगाने लगे थे…
अपडेट 74
माँ ने अपनी कमर को उछालना शुरू किया तो चाची ने भी मेरी जीभ को लन्ड की तरह चुत में घुसाने की कोशिश शुरू कर दी, मैं एक हाथ की उंगलियों से चाची की गाँड़ चौड़ी कर रहा था तो दूसरा हाथ आगे लेजाकर चाची की चूची दबाने लगा, माँ और चाची की आहों से कमरा गूँज रहा था लेकिन इन आहों को सुनने वाला हम तीनों के सिवा वहां और कई भी नहीं था चाची की चूत मेरे चेहरे पर होने के कारण मेरी तो आंहे भी नहीं निकल पा रही थी लेकिन माँ और चाची की आंहे तेज होती जा रही थीं शायद किसी के सुनने का डर उनको नहीं था इसलिए भी उन्होंने आवाज़ दबने की कोशिश नहीं कि……
चाची ने हाथ बढ़ाकर माँ की छाती पर रख दिये और उनके निप्पलों को सहलाने लगी तो माँ ने भी प्रतिउत्तर में चाची की चूची जो मेरे हाथ से बची हुई थी उसे थाम लिया और उसके गले में बांह डालकर चाची का चेहरा अपने पास किया और उनके होंठों पर अपने होंठ रखकर चूसने लगी,… अब माँ मेरे लन्ड पर कूदते हुए चाची की चूची दबाने के साथ साथ उनके होंठ चूस रही थी और चाची अपनी चुत मेरे मुंह पर घिसते हुए माँ की चुचियाँ मसल रही थी और में चाची की चुत चाटते हुए उसकी गाँड़ खोलते हुए माँ से चुदाई कर रहा था, तीनों को इस तरह लगभग दस मिनट होने लगे थे तो मैंने चाची की चुत से मुँह हटाया और चाची को ऊपर से हटने को कहा चाची के हटते ही मैं सीधा हुआ और माँ को जो अब तक मेरे ऊपर थी पलँग पर लिटा दिया माँ को लिटाकर अपना लन्ड उसकी चुत से निकाला ओर चाची को मा की चुत चाटने के लिए चुत पर झुक दिया, खुद चाची के पीछे आकर उसकी गाँड़ पर थूका और लन्ड गाँड़ के छेद पर टिका दिया चाची की कमर थाम कर एक हल्का सा धक्का लगा दिया…
उंगलियों से पहले ही गाँड़ का छेद ढीला हो चुका था और थूक से चिकना तो हल्के धक्के से ही मेरा आधा लन्ड चाची की गाँड़ में घुस गया, चाची की चीख़ निकल गई तो मैंने तुरन्त चाची का मुंह माँ की चूत पर दबा दिया माँ ने चाची का सिर थम लिया और उसके मुँह पर अपनी चुत रगड़ने लगी, इधर मैंने एक और धक्का लगा कर पुरा लौड़ा चाची की गाँड़ में उतार दिया और ताबड़तोड़ गाँड़ मारने लगा कुछ ही देर में चाची को भी मजा आने लगा और वो गाँड़ पीछे धकेलते हुए माँ की चूत चूसने लगी… माँ अति उत्तेजित होकर चाची के मुँह पर चुत रगड़ रही थी उसको चुत से इस तरह लन्ड का निकलना बर्दाश्त नहीं हो रहा था तो चाची ने थूक लगा कर अपनी एक उंगली माँ की गाँड़ में घुसा दी, माँ ज़ोर से बोली राज दो मिनट मेरा पानी निकलवा दे मुझसे अब बर्दास्त नहीं हो रहा है ,,…