• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

विवाहित स्त्री का प्रेम—एक छुपा हुआ एहसास 🔥💋

nidhi69sexbomb

Nidhi.agrawal
5,619
5,404
174
विवाहित स्त्री का प्रेम—एक छुपा हुआ एहसास 🔥💋
रात का गहराता अंधेरा था, सन्नाटे में हल्की बारिश की फुहारें गिर रही थीं। वो अपनी खिड़की के पास खड़ी थी, नज़रों में इंतज़ार था, और दिल में हलचल।

उसने फोन उठाया और एक संदेश भेजा—

"आ सकते हो...? आज वो देर से आएगा..." 💌😏

दूसरी तरफ, वो मुस्कुराया, उसकी धड़कनें तेज़ हो गईं। वो जानता था कि यह आसान नहीं है, लेकिन जब बात इश्क़ की हो, तो कोई बंदिश मायने नहीं रखती।

कुछ ही देर में वो उसके दरवाजे के पास था। हल्की दस्तक हुई, और दरवाजा धीरे से खुला। वो सामने खड़ी थी—हल्के रंग की साड़ी में, खुले बालों में, उसके चेहरे पर एक अलग ही नूर था।

"जल्दी अंदर आओ... कोई देख न ले..." उसने हल्के से उसका हाथ पकड़ते हुए कहा, और उसे अंदर खींच लिया।

वो कमरे में घुसा, उसकी महक में डूब गया।

"तुम्हें देखे बिना चैन नहीं आता..." उसने धीरे से उसके कान में फुसफुसाया।

उसने उसकी शर्ट के कॉलर को पकड़ा, उसकी आँखों में डूबते हुए कहा—

"तुम्हें लगता है मुझे आता है...?" 💋🔥

एक पल का सन्नाटा, फिर उसकी सांसें तेज़ हो गईं।

वो करीब आई, उसके हाथों ने उसकी छाती पर हल्का स्पर्श किया, और वो कांप उठा।

"कुकर की सीटी पर ध्यान देना..." उसने शरारती अंदाज में कहा।

"सीटी की फिक्र मुझे नहीं, बस तुम्हारी सिसकियों की परवाह है..." 😈🔥

उसने उसे अपनी बाहों में भर लिया, उसके होठों की गर्मी महसूस हुई।

"कोई आ न जाए...?" उसने हलक़ी आवाज़ में कहा, लेकिन उसकी आँखों में अब कोई डर नहीं था।

"इश्क़ में खो जाने दो... कुछ पलों के लिए मेरी बन जाओ..."

उसकी उंगलियाँ उसकी पीठ पर फिसलने लगीं, लहरों की तरह बहने लगीं...! 💋🔥

जब इश्क़ बंधनों में होता है, तब वो और भी गहरा हो जाता है...! 😏🔥💃


3043765-01 3043765-02 3043765-03 3043765-04 3043765-05 3043765-06 3043765-10 3043765-13 3043765-14 3043765-16 3043765-20 3043765-21 3810876-11 3810876-13 3810876-17 3810876-18

6085432-c66e8b0-640x 6085443-e88c640-640x 3254734-3a04331-1200x 3254728-0d172ef-1200x 3254730-8a93388-1200x 3254732-956f60d-1200x 3495896-dea28d7-1200x 3336201-6bd48c0-1200x 3336204-679b9bb-1200x 3336207-d5ae848-1200x 3336209-da98070-1200x 3336197-f537ae2-1200x 3336200-1bd1a84-1200x 3336203-ff0d944-1200x 3336206-979ddc3-1200x
 

NehaRani9

मैं नेहारानी मैं एक गरम चुदासी असंतुष्ट औरत हूं
104
198
44
हम स्त्रियों को क्या चाहिए खाना कपड़ा और सकती साली मर्द जो कस कर टांगे उठा कर बिस्तर पर अच्छे से रगड़ दे
 

man186

New Member
50
45
19
हम स्त्रियों को क्या चाहिए खाना कपड़ा और सकती साली मर्द जो कस कर टांगे उठा कर बिस्तर पर अच्छे से रगड़ द
To fir baat kero na kisi se kya pta koi tange uthane ke liye tyar ho
 
136
255
64
हम स्त्रियों को क्या चाहिए खाना कपड़ा और सकती साली मर्द जो कस कर टांगे उठा कर बिस्तर पर अच्छे से रगड़ दे
Mai aapko Kamasutra ki sabhi positions me chodna chahta hun
 

Seedhasada

Member
157
111
43
विवाहित स्त्री का प्रेम—एक छुपा हुआ एहसास 🔥💋
रात का गहराता अंधेरा था, सन्नाटे में हल्की बारिश की फुहारें गिर रही थीं। वो अपनी खिड़की के पास खड़ी थी, नज़रों में इंतज़ार था, और दिल में हलचल।

उसने फोन उठाया और एक संदेश भेजा—

"आ सकते हो...? आज वो देर से आएगा..." 💌😏

दूसरी तरफ, वो मुस्कुराया, उसकी धड़कनें तेज़ हो गईं। वो जानता था कि यह आसान नहीं है, लेकिन जब बात इश्क़ की हो, तो कोई बंदिश मायने नहीं रखती।

कुछ ही देर में वो उसके दरवाजे के पास था। हल्की दस्तक हुई, और दरवाजा धीरे से खुला। वो सामने खड़ी थी—हल्के रंग की साड़ी में, खुले बालों में, उसके चेहरे पर एक अलग ही नूर था।

"जल्दी अंदर आओ... कोई देख न ले..." उसने हल्के से उसका हाथ पकड़ते हुए कहा, और उसे अंदर खींच लिया।

वो कमरे में घुसा, उसकी महक में डूब गया।

"तुम्हें देखे बिना चैन नहीं आता..." उसने धीरे से उसके कान में फुसफुसाया।

उसने उसकी शर्ट के कॉलर को पकड़ा, उसकी आँखों में डूबते हुए कहा—

"तुम्हें लगता है मुझे आता है...?" 💋🔥

एक पल का सन्नाटा, फिर उसकी सांसें तेज़ हो गईं।

वो करीब आई, उसके हाथों ने उसकी छाती पर हल्का स्पर्श किया, और वो कांप उठा।

"कुकर की सीटी पर ध्यान देना..." उसने शरारती अंदाज में कहा।

"सीटी की फिक्र मुझे नहीं, बस तुम्हारी सिसकियों की परवाह है..." 😈🔥

उसने उसे अपनी बाहों में भर लिया, उसके होठों की गर्मी महसूस हुई।

"कोई आ न जाए...?" उसने हलक़ी आवाज़ में कहा, लेकिन उसकी आँखों में अब कोई डर नहीं था।

"इश्क़ में खो जाने दो... कुछ पलों के लिए मेरी बन जाओ..."

उसकी उंगलियाँ उसकी पीठ पर फिसलने लगीं, लहरों की तरह बहने लगीं...! 💋🔥

जब इश्क़ बंधनों में होता है, तब वो और भी गहरा हो जाता है...! 😏🔥💃


3043765-01 3043765-02 3043765-03 3043765-04 3043765-05 3043765-06 3043765-10 3043765-13 3043765-14 3043765-16 3043765-20 3043765-21 3810876-11 3810876-13 3810876-17 3810876-18

6085432-c66e8b0-640x 6085443-e88c640-640x 3254734-3a04331-1200x 3254728-0d172ef-1200x 3254730-8a93388-1200x 3254732-956f60d-1200x 3495896-dea28d7-1200x 3336201-6bd48c0-1200x 3336204-679b9bb-1200x 3336207-d5ae848-1200x 3336209-da98070-1200x 3336197-f537ae2-1200x 3336200-1bd1a84-1200x 3336203-ff0d944-1200x 3336206-979ddc3-1200x
Tumhare aage sab phiki hain
 
Top