Kala Nag bhai अति सुन्दर अपडेट था यह पूरे अपडेट मे कुछ घण्टे ही बीते पर इतने समय मे ही बहुत कुछ घट गया भैरव से लेकर रूप और विक्रम तक सबको हिला डाला रे अपने विश्वा ने हाहाहा।
भैरव की पारखी आँखें लोगों को पढ़ना Acche से जानती है एक second bhi नहीं lga उसे समझने मे कि chetti और विश्वा के बीच कौन असली रुतबा रखता है उसे चुनौती देने का जो इसने बखान किया chetti का ki उसकी उपस्थिति बस एक बेबसी थी उसकी और उस बेबसी मे किया गया एक आखिरी बार जो घायल करने से ज्यादा खुदको बचाने के लिए किया गया है और अपनी झूठी शान को बनाए रखने के लिए की वो किसी भैरव से नहीं डरता है जो कि बुरी तरह असफल हो गयी h भैरव के सामने वहीँ दूसरी ओर विश्व के कुछ शब्दों ने ही भैरव की सारी इंद्रियां हाई अलर्ट मोड मे ला दी है उसकी आँखों मे जो क्रोध का लावा देखा है भैरव ने जिसमें डर शेष मात्र भी नहीं था काफी है बताने के लिए भैरव को की जो उसके सामने खड़ा था वो कुछ भी कर गुजरने के लिए तैयार है आपने क्रोध के कारण का अंत करने के लिए।
विश्व ने क्या ही mashka मारा है प्रतिभा पर आज तो उसका "हो गया" उसी पर chipkaya है बड़ी ही सुन्दरता से प्रतिभा भी सोच rhi होगी मेरे से ही देख कर सीखा है और आज मुझ पर ही try kr diya. Taapash ji toh बड़े heavy drinker nikle नाग bhai कुछ ड्रिंक्स मे ही झूमने लगे और फिर लुढ़क भी गए कमाल है विश्व के लिए एक काम तो km ho gya uhne सुलाने का। vishva ने जिस तरीके से face ऑफ handle किया है उससे तो प्रतिभा तो fan ही हो गयी है अपने विश्व की विश्व ने उसके हर डर को दूर कर दिया है jiske कारण वो ना जाने कबसे चिंतित थी कि क्या विश्व इस काबिल बन चुका है कि भैरव का मुकाबला सामने से कर सके? और उसका जवाब भी आज उसे मिल चुका है अब उसके अंदर की ममता उसे इतना परेशान नहीं करेगी विश्व को उसके असली मिशन मे भेजते समय।
शीलू का पढ़कर अच्छा lga backogroud जब बीच बीच मे आते रहते है तो इससे लेखक की मेमोरी और लेखन कला का प्रदर्शन व्यक्त होता है silu को अब सुबह तक handle krna है situation को जो कोई बड़ी बात तो नहीं होनी चाहिए उसके लिए। विश्व तो विक्रम से मिलने के पहले जो रूप को फोन किया क्या ही अद्भुत राइटिंग थी नाग भाई यह एक फोन कॉल slice of life style se jeene wale vishva के लिए farewell thi, aur साथ hi nandini से जो एक रिश्ता बन Rha था जो उसे अपने मार्ग से अपने वादे से भटका सकता था उसको आखिरी प्रणाम था जो य़ह दर्शाता है कि call के एंड होते ही विश्व अब उसी दौर मे जा चुका h जिसके कारण वो विश्वा भाई बना था और विक्रम से मुलाकात के दौरान भी वो उससे विश्वा के रूप मे मिला ना कि विश्वास प्रताप के और जैसा कि आपने, नाग bhai कहा कि वो दोनों एक दूसरे को तौल रहे थे exact same चीज़ aayi thi mere dimag me kitni गहराई h एक दूसरे मे yhi जान ने me लगे थे कि future me kya kya changes Aa skte h inke एक दूसरे के कारण कितना सामर्थ है दोनों की मानसिकता मे भी और sharirikta me bhi kyunki विश्वा जहां एक ऐसे पहाड़ से टकराने वाला h जिससे takra kr aaj tk sb tahesh नहस ही हुए है whin विक्रम अपने आप को झाँकने मे मजबूर होने वाला है विश्व से तकरा कर की क्या वो सही कर Rha है क्या वो सच मे इतना बुरा है जितना वो khud को कह Rha था vishva से?!!
Aur विश्वा और रूप कि बात पर बस इतना बोलूंगा नाग भाई की it was very beautifully written paragraph emotion se भरपूर जो कोई प्यार मे हो असली जिंदगी मे वो सेंटी हो जाए मुस्काने लगे जैसे रूप ने किया गुस्सा इस बात का कि आखिरी बार बात कर रहीं थीं वो प्रताप से और खुसी इस बात की अब बात उसकी अनाम से होगी अपने अनाम से भले ही वो time bht दूर ही क्यूँ ना हो उसे bhrosa h apne अनाम पर बस इससे ज्यादा नहीं कहूँगा दोनों पर यू have done an excellent job on their character, just pure gold.