एक ऐसी बुरी घटना जिसके बारे में कोई सोचता भी नहीं हैं, अगर वो हो जाए तो लोग अपना आपा खोकर किसी को भी, इंसान तो क्या भगवान को भी अपना दुश्मन बना लेते है, ऐसी ही एक-एक घटना यहां पर राजा साहब और वीर के संग हुई हैं ये घटनाएं ही बहुत भारी तूफान लेकर आती है।
जहां एक तरफ राजा साहब ने सोचा भी नहीं था की कोई उनके पूरे साम्राज्य पर एकसाथ हमला कर उन्हे अपने हो राजमहल में बंदी बना सकता है।
वहीं दूसरी तरफ वीर ने भी अपने प्रेम, अपनी प्रियतमा को को दिया है, जो की सबसे घातक सिद्ध होगा क्षेत्रपालो के लिए।
अब वीर को पिनाक सिंह के खून के अतिरिक्त किसी से कोई मतलब नहीं होगा।
तापस सेनापति का विश्व पर नजर रखना और उसे इतना बड़ा बैक-सपोर्ट देना ये लाजमी है क्योंकि उन्होंने भी तो वीआरएस किसी कारण वश ही लिया होगा ना और वो कारण अब पता भी लग गया की उन्हे पहले से ही ये अंदेशा था की राजा साहब को अकेले सिर्फ विश्व नहीं घेर पाएगा। इसलिए एक पिता होने के नाते उन्होंने अपने पुत्र को रक्षा के लिए शतरंज की ही तरह सेना का निर्माण कर दिया है। अब समझ आया की क्यों शतरंज खेला जा रहा हैं।
एक दम मस्त अपडेट भाई साहब