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Thriller "विश्वरूप"

Kala Nag

Mr. X
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*Index *
 
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Kala Nag

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Bahut badhiya update
धन्यबाद भाई धन्यबाद
आप जैसे पाठकों की प्रतिक्रिया है
कहानी अब तक यहाँ पहुँच पाया है
इसी तरह साथ बने रहें जुड़े रहे और मेरा उत्साह बढ़ाते रहें
फिर से धन्यबाद और आभार
 
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Kala Nag

Mr. X
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Super update hai Bhai
आप मेरी इस कहानी का नियमित पाठक हैं
आपकी शुभकामनाएं अभी तक मुझे यहाँ तक पहुंचाया है
धन्यबाद
 
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avsji

कुछ लिख लेता हूँ
Supreme
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आप जैसे लेखक व पाठकों के समीक्षा मेरे लिए पर्याप्त है
आपको स्मरण होगा मैंने एक बार कहा भी था के मैं वाकई एक क़िताब प्रकाश करना चाहता हूँ
आप अपने सिग्नेचर में मेरी लेख को स्थान देकर बहुत मान दिया है
मैं पुर्णतः स्वीकार करता हूँ इस फोरम में कैसी लेखन को पाठक व प्रशंसक मिलते हैं I
हम कभी कभी गाली देते हैं जा माँ चुदा
और वाकई यहाँ पर बहुत ऐसे लेखक हैं जो अपनी माँ को चुदा रहे हैं
पर मैं इन सबसे दूर ही हूँ
मैं काम शास्त्र या शृंगार साहित्य के विरुद्ध नहीं हूँ पर कुछ लेख ऐसे हैं जिन्हें में हज़म नहीं कर पाता
पर यह भी सत्य है इस फोरम में कुछ अद्भुत क्षमता वाले रचना कार हैं
मैं बस चाहता हूँ जैसे आपके नजर में मेरी लेखन आया उसी तरह कुछ और लेखकों के नजर में आना चाहता हूँ वही मेरे लिए सबसे बड़ी उपलब्धी होगी l
आपकी लेखन का कोई भी जवाब नहीं
संयोग का सुहाग, मंगल सूत्र, काया कल्प में प्रेम परिणय और काम भावना का वर्णन अद्भुत है l मैं निःसंदेह जिन लेखकों से प्रभावित रहा हूँ उनमें से एक आप हैं l इसलिए मैं आपको वचन देता हूँ l इसी कहानी को और भी रिफाइन करने के बाद पुस्तक रूप में प्रकाशित करूंगा

धन्यबाद मित्र आभार

भाई साहब - यह तो आपका बड़प्पन है! किसी अच्छी कहानी को यथासंभव समर्थन देना - यह तो न्यूनतम है जो हम पाठक कर सकते हैं!
आप लिखें! किसी प्रकार की सहायता चाहिए, तो वो भी बताइए!
 

Kala Nag

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भाई साहब - यह तो आपका बड़प्पन है! किसी अच्छी कहानी को यथासंभव समर्थन देना - यह तो न्यूनतम है जो हम पाठक कर सकते हैं!
आप लिखें! किसी प्रकार की सहायता चाहिए, तो वो भी बताइए!
सहायता अवश्य लूँगा
पर इस कहानी को अंजाम पहुंचाने के पश्चात
 

parkas

Well-Known Member
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303
👉चौवनवां अपडेट
-------------------
तीन कैदियों के भागने की कोशिश विफल हो जाने के तीन दिन बाद तापस के घर में खुशियाँ थोड़ी थोड़ी आने शुरू हुए हैं l प्रतिभा आज इतने दिनों बाद किचन में कुछ बना रही है l उसे खाना बनाते देख तापस भीतर से एक सुकून सा महसूस कर रहा है l पर उसकी सुकून को बाधा पहुँचाते हुए घर की लैंडलाइन घन घना उठता है l तापस खीजे हुए मन से फोन उठाता है

तापस - हैलो...
दास - सर... दास बोल रहा हूँ...
तापस - हाँ दास... बोलो...
दास - सर.. एक गड़बड़ हो गया है... क्या आप आ सकते हैं...
तापस - क्या मेरा आना जरूरी है...
दास - सर... बात आपसे... संबंधित है...
तापस - (एक नजर प्रतिभा पर डालता है) हम्म... ठीक है दास... जस्ट इन टेन मिनटस्... मेरे कैबिन में इंतजार करो...
दास - ओके सर...

तापस फोन रख देता है, और किचन की ओर जाता है l प्रतिभा उसके तरफ मुड़ती है

प्रतिभा - आप बेफ़िक्र हो कर जाइए... सेनापति जी...
तापस - (हैरान हो कर) वह... जान... मैं...
प्रतिभा - आप घबराइये मत... मैं बहुत हद तक संभल चुकी हूँ... उबरने भी लगी हूँ...
तापस - (प्रतिभा के पास जाकर उसके हाथ पकड़ कर) जान... तुम हो... इसलिए... मैं हूँ... वरना...
प्रतिभा - (तापस की हाथ को जोर से पकड़ कर) हम दोनों साथ रहेंगे... मैं बहुत जल्द कोर्ट जाना भी शुरू कर दूँगी... डोंट वरी... मेरी सिर्फ़ एक ही लक्ष बचा है... (चेहरा कठोर हो जाती है) उस चेट्टी की बरबादी.... (तापस की आँखों में देखते हुए) और उसके लिए... मुझे हर हाल में... उबरना ही था...
तापस - (प्रतिभा की चेहरे को अपने दोनों हाथों में ले कर माथे को चूमते हुए) जान... अपना खयाल रखना... जल्द ही वापस आता हूँ...

प्रतिभा अपनी पलकें झपका कर हाँ कहती है l फिर तापस बाहर दरवाजे पर पहुँच कर वापस घूम कर प्रतिभा की ओर देखता है, और फिर बाहर निकल जाता है l इतने दिनों बाद पहली बार तापस बगैर ताला लगाए घर से बाहर जा रहा है l जैल में पहुँच कर अपने कैबिन में पहुँचता है l वहाँ पर दास और सतपती दोनों उसका इंतजार कर रहे हैं l तापस को देख कर दोनों खड़े हो जाते हैं l

तापस - सीट डाउन बॉयज्... सो... दास.. कुछ खास बात... जो मेरे बगैर तुमसे.. या सतपती से... हैंडल नहीं हो सका...
दास - वह... सर... ईगलु के मेहमान... खाना नहीं खा रहे हैं...
तापस - क्यूँ...
सतपती - सर उनका लीडर... अशरफ... आपसे बात करना चाहता है... उसके बाद ही... वह खाना खाएगा... ऐसा कह रहा है...
तापस - हूँ... तो वह लोग अब... भुख हड़ताल पर हैं...
दास - नट लाइक देट... पर वह लोग... सिर्फ़ आपसे बात करना चाहते हैं... फिर खाना खाएंगे बोल रहे हैं...
तापस - चलो फिर... उनसे मुलाकात करते हैं...

तीनों तापस के कैबिन से निकल कर ईगलु सेल के अंदर जाते हैं l वहाँ पर अलग अलग तीन सेल है और तीनों सेल में वह कैदी अलग अलग रह रहे हैं l एक कैदी पुश उप ले रहा है और दुसरा अपनी टांग उठा कर ग्रिल पर सीधा टेक् लगाए खड़ा है l तीसरा अपनी आँखे मूँद कर लेटा हुआ है l

तापस - तुम में से... अशरफ कौन है...
( जो बंदा आँखें बंद कर लेटा हुआ था वह उठ कर बैठ जाता है और कहता है)
अशरफ - मैं... (हाथ उठा कर) मैं हूँ...
तापस - कहो... क्या बात करना चाहते थे..
अशरफ - जैलर... तुमने हमारे साथ... ठीक नहीं किया...
तापस - क्या... क्या ठीक नहीं किया...
अशरफ - (खड़ा हो जाता है और ग्रिल के पास आकर) मुझे मालुम हो चुका है... तुमने हमारे कोड को... डीकोड कर के... हमारे भागने के प्लान को फैल कर दिया...
तापस - ओ... तो बात यह है... तुम... कमज़रफ.. मेरे जैल से भागने की कोशिश करोगे... और तुम मुझसे यह चाहते थे... के मैं तुम्हारे राह में फूल बिछाता... क्यूँ...
अशरफ - हम लोग यहाँ... किसी का भी खुन बिना बहाये... चले जाना चाहते थे... इसलिए बदले में... खुद हमने अपना खुन बहाया... क्यूंकि... बिना जान माल नुकसान के यहाँ से... हम चले जाना चाहते थे... पर तुम.. मेरे प्लान पर पानी फ़ेर कर... मुझे शर्मसार कर दिया...
तापस - तो... अपना शर्मसार चेहरा दिखाने के लिए... बुलाये हो मुझे...
अशरफ - नहीं... अबकी बार हम भागेंगे... डंके की चोट पर भागेंगे... यही बताने के लिए बुलाया है...
तापस - अच्छा.... तब तो महुरत भी निकाल लिया होगा तुमने...
अशरफ - (अपना सर हिलाते हुए) हाँ... आज से ठीक एक महीने के अंदर... हम चले जाएंगे... तुम्हारे सारे सिक्युरिटी की धज्जिया उड़कर... इस बार... ऐसा खुन खराबा होगा... के तुम्हारी रूह तक कांप जाएगी... और फिर आखिर में... जाते जाते तुम्हारे इसी जैल की दरवाजे पर... तुम्हारा कटा हुआ सर टांग कर जाएंगे... यह अशरफ उल मौमिन का वादा है...
तापस - हूँ... उसके लिए... बेस्ट ऑफ लक... अब खाना खा लो और ताकत बना लो... फिर उसके बाद... जो उखाड़ना है... उखाड़ो...

फिर तापस वहाँ नहीं रुकता, वापस मूड कर वह अपने ऑफिस में आ जाता है l उसके पीछे पीछे दास और सतपती भी चले आते हैं l

तापस - एक बात तो है... बातेँ छुपती नहीं है... किसी भी तरह... बाहर आ जाती है और फैल जाती है...
दास - नहीं सर... मुझे नहीं लगता... हमारे यहाँ से कुछ लीक हुई हो...
तापस - तो... कहाँ से...
दास - सर विश्व की माने तो... कैपिटल हॉस्पिटल में उनकी घुस पैठ हो चुकी थी... और बाहर हमने रिपोर्ट करी है... सबको मालुम है.. की हमारी.. मेडिकल इमर्जेंसी वाली मॉकड्रील... फायर स्टेशन हॉस्पिटल को गई थी... तो उनके लोग जो बाहर हैं... उन्होंने फायर स्टेशन हॉस्पिटल से खबर निकाली होगी... आई थिंक...
सतपती - सर.. यह एसटीएफ वाले क्या सच में... सीक्रेट बनाए रखे हैं.. के वह आतंकवादी एसटीएफ ऑफिस के सेल में नहीं... हमारे सेल में हैं...
तापस - क्या बच्चों जैसी बात कर रहे हो सतपती... असली बात यह है कि.. एसटीएफ वालों ने अपना सिर दर्द... हमारे सिर मढ दिया है... यह सिर्फ़ लीपा पोती है... असलीयत यह है कि.. उनके चाहने वालों को अच्छी तरह से मालुम है... के यह तीन मरदूत हमारे सेल में हैं...
सतपती - व्हाट... यह आप किस बिनाह पर कह सकते हैं...
तापस - थोड़ा दिमाग लगाओ यार... उनका वकील मेसेंजर का काम कर रहा है... तब उनके पास छुपाने के लिए कुछ भी नहीं है... वह लोग विदेशी हैं... पर यहाँ पर उनको सपोर्ट दे कौन रहा है... क्यूँ दे रहा है...
दास - एक्जाक्टली...
तापस - असलीयत में खेल कुछ और ही है... यह लोग कोई टेररिस्ट नहीं हैं... बल्कि कुछ और हैं...
सतपती - यह आप क्या कह रहे हैं...
तापस - वही... जो तुम सुन रहे हो... जरा सोचो... विश्व से जब हमने कहा कि वह विदेशी हैं.. तब उसने कहा था... उनको मदत देशी मिल रहा है... दो बांग्लादेशी और एक मलयाली को... लोकल मदत... कैसे और क्यूँ... असलीयत में उनको भगाने के लिए ही... इस जैल में रखा गया है... अगर वह कामयाब हो गए होते... तो हम सब... अब तक सस्पेंड हो चुके होते... यह सब हमें उल्लू बनाने के लिए... की वह टेररिस्ट हैं... वह... कमज़रफ अशरफ... ओड़िशा में आए जुम्मा जुम्मा कुछ ही दिन हुए हैं... किसके दम पर वह हमें धमकी दे रहा है... के वह भाग जाएगा... अब जितना गलत होना था हो चुका है... अब और गलत नहीं होनी चाहिए...
दास - और कुछ गलत होता है तो... एसटीएफ वाले साफ बच जाएंगे... फंसेंगे हम...
तापस - हाँ...
सतपती - मतलब... स्टेडियम के फ़्लड लाइट में... लुका छुपी खेला जा रहा है...
तापस - हूँ...
दास - तब तो हमे अपनी तैयारी करनी होगी... अगर अशरफ की बात पर गौर करें तो... हम नहीं जानते कि.. हमारे पास डेड लाइन कितने दिनों की है...
तापस - ह्म्म्म्म...
सतपती - सर क्या हम... विश्व की मदत लें...
तापस - नो नो... बिल्कुल भी नहीं...
दास - पर क्यूँ सर...
तापस - देखो... अशरफ को हमारे उपर शक़ है... इसलिए अगर सच में खुन खराबा होना है... तो वह सिर्फ़ कानून के नुमाइंदे और मुज़रिमों के बीच होनी चाहिए... जैल में सिर्फ़ विश्व ही नहीं... सभी कैदी... हमारे जिम्मेदारी हैं... उनकी सलामती की हम ज़वाबदेह हैं... इसलिए... उनमें से किसीको को भी शामिल मत करो... यह मामला हमारा है... हम ही सुलटाएंगे....
दोनों - ठीक है सर...
तापस - देखो... हर पॉसिबिलीटी पर... गौर करो... और उस पर वर्क आउट शुरू कर दो... अब यह हमारे डिपार्टमेंट की इज़्ज़त का सवाल है....
दोनों - यस सर...

इतना कह कर तापस वहाँ से चला जाता है l उसके जाते ही सतपती भी अपनी कैबिन के तरफ चला जाता है l वहाँ पर दास बैठ कर कुछ सोचने लगता है l फ़िर वह उठ कर लाइब्रेरी की ओर जाता है l वहाँ पर विश्व को न्यूज पेपर पढ़ते हुए देखता है l विश्व उसे देख कर हैरान होता है फिर खड़ा हो जाता है l

दास - विश्व... क्या हम बात कर सकते हैं...
विश्व - जी क्यूँ नहीं...
दास - वह आज उन... टेररिस्टों के लीडर ने... सुपरिटेंडेंट सर जी को बुला कर... धमकी दी है...
विश्व - (पेपर को टेबल पर रख कर) क्या... क्या धमकी दी है...
दास - वह... यहाँ से एक महीने के अंदर भाग जाएगा... और भागते वक्त... सुपरिटेंडेंट सर जी का गला काट कर... जैल की दरवाज़े पर टांग कर जाएगा...
विश्व - क्यूँ...
दास - क्यूँकी... उन लोगों का भागने का प्लान फैल हो गया... और इन सबका जिम्मेदार वह लोग... सुपरिटेंडेंट सर जी को मान रहे हैं...
विश्व - तब तो आपको अपने डिपार्टमेंट को इन्फॉर्म कर देना चाहिए... और उनसे मदत लेनी चाहिए...
दास - विश्व... मैं अब क्या कहूँ... मेरी बेबसी को शायद ही... शब्दों में बयान कर सकूं... पर मेरे दिल में... कहीं ना कहीं यह महसूस हो रहा है... तुम सब जान पा रहे हो... या.. सब समझ चुके हो...
विश्व - मैं... मैं इसमें... क्या कर सकता हूँ...
दास - प्लीज विश्व.... अब मैं और क्या कहूँ... यह लोग कौन हैं... हम नहीं जानते... अगर अशरफ की बात में दम है... तो हम बहुत बुरी तरह से फंसे हुए हैं...
विश्व - हाँ यह तो सच है...
दास - (हैरानी से देखता है) क्या... यह... यह लोग कौन हैं.... तुम जानते हो...
विश्व - शायद...
दास - बैठो प्लीज... (विश्व बैठ जाता है और खुद भी विश्व के पास बैठ कर ) इस केस को... तुमने जैसा भी और जितना भी समझा है... प्लीज... मुझे बताओ...
विश्व - (एक गहरी सांस छोड़ते हुए) पहले मुझे भी लगा... यह लोग शायद टेररिस्ट हैं... पर फिर मैंने इतिहास में झांका... (न्यूज पेपर की रैक दिखाते हुए) ओड़िशा में कभी भी... आतंकवादी गतिविधि थी ही नहीं... बगैर गतिविधि के कहाँ से यह लोग आए और गिरफ्तार हो गए.... फ़िर (एक पेपर निकाल कर टेबल पर रख देता है) मैंने सारे न्यूज को बारीकी से पढ़ा... पढ़ने के बाद मुझे कुछ और ही महसुस हुआ...
दास - क्या...
विश्व - यह लोग.... स्मगलर हैं...
दास - व्हाट...
विश्व - हूँ... चूँकि... जगत पुर मस्जिद में... अज़ान देने आए लोगों नें.. उनके पास हथियार देखा था... इसलिए पुलिस को उन्होंने आतंकवादी होने की सूचना दी...
दास - तो... पुलिस ने... उनलोगों को गिरफ्त में लेकर... जो हथियार बरामद किए... वह बेशक विदेशी माउजर, पिस्टल और केट्रीज थे... इसलिए मीडिया में आतंकवादी बोल दिया... पर असल में वह लोग किसी के खास महमान थे... तभी उनको बचाने के लिए... सिस्टम से जुड़े कुछ लोगों के जरिए प्रयास शुरू हुआ...
दास - हाँ... यह हो सकता है... सुपरिटेंडेंट सर भी यही कह रहे थे...
विश्व - एसटीएफ पहले उनको अपने कब्जे में लेता है... उसके बाद जैल प्रशासन को ऑर्डर आता है... सिर्फ़ सात दिनों में... ईगलु सेल बनाने के लिए... जैल प्रशासन आदेश का पालन करते हुए... ना सिर्फ़ सेल बनाती है... बल्कि उनको वहाँ पर रख भी लेती है... पर ताजूब की बात यह है... की तिहार जैल में कसाब को जब एग सेल में रखा गया था... तब उसके सेल में होने से लेकर खाने पीने तक की हर छोटी से छोटी एक्टिविटी को... अपने न्यूज में छापने वाले... जिन कैदियों के लिए... इतना बड़ा ईगलु सेल बना... उस पर कोई लेख नहीं... कोई खोज नहीं... कहीं पर कोई चर्चा नहीं... बस यहीं पर मुझे शक़ हुआ... कुछ तो गड़बड़ है... पर क्या...
दास - यस ... पर क्या... फिर क्या पता लगाया तुमने...
विश्व - मैंने अपने दिमाग के घोड़े दौडाए... विदेशी मुज़रिमों को कैपिटल हॉस्पिटल से... कौन छुड़ा सकता है... जाहिर है... देशी मदत... और देशी मदत के पीछे क्या हो सकता है...
तब ध्यान आया... वह लोग सिर्फ कुछ ही हथियारों के साथ गिरफ्तार हुए हैं... पर कोई गोला बारूद नहीं असलहा नहीं... तब मैंने और पेपर खंगाले... तो एक बात समझ में आया... उनके पास कुछ प्रतिबंधित ड्रग्स की कुछ मात्रा में बरामदगी हुई थी... हो ना हो यह लोग... ड्रग्स स्मगलर हैं... (एक न्यूज पेपर दास के सामने खोल कर वह पन्ना दिखाता है) जिस मजहब के आड़ लेकर छुपे थे... उसी मजहब के अमन पसंद लोगों ने...उनको गिरफ्तार करवा दिया....
दास - ओ... पर मान लो... यह भाग भी जाते हैं... तब भी इनकी पहचान... आतंकवादी की ही रहेगी... हमारे राज्य में तो नहीं... पर दुसरे राज्य में तो एंटी टेररिस्ट स्क्वाड हैं... उनके हत्थे भी तो चढ़ सकते हैं...
विश्व - (न्यूज पेपर की बंडल रख देता है) कहीं पर भी... इन लोगों की तस्वीर नहीं छपी है... ना ही कहीं पर कोई पहचान... यहाँ तक जिस दिन गिरफ्तार हुए... उस दिन के फोटो में वह लोग साफ नहीं दिख रहे हैं....
दास - ऐसा क्यूँ...
विश्व - हूँ... बहुत ही वाज़िब सवाल है... तो इसका ज़वाब यह है कि... उस दिन सभी न्यूज पेपर वालों को... एक फूल पेज की ऐड मिली... (कह कर न्यूज पेपर टेबल पर खोल कर रख देता है, उस पेपर के पहली पन्ने पर... दास देखता है पुरा का पुरा राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ओंकार चेट्टी के काम की प्रचार और शुभकामना वार्ता लिखा हुआ है)
दास - व्हाट... क्या यह तुम यक़ीन के साथ कह सकते हो...
विश्व - नहीं... पर मैं लॉजिक बिठा सकता हूँ...
दास - बिठाओ...
विश्व - जब भी... मेरा मतलब है जिस दिन... न्यूज पेपर में... इन आतंकवादियों के बारे में ख़बर छपी है ... उस दिन... पेपर पर फूल पेज ऐड भी छपा है... वह भी मुख पृष्ठ पर... कभी ओंकार चेट्टी की.... पर ज्यादातर वाई आइ सी फार्मास्यूटिकल्स की...
दास - ओ माय गॉड... पर ऐड से.. उनके साथ कैसे लिंक बिठा सकते हो...
विश्व - खुद ही देख लीजिए... बस यही लॉजिक है... आज के दौर में... खबर कैसा हो... लोगों के पास कौनसी खबर पहुंचे... यह या तो कुछ पॉवर फुल लोग... या फिर कोई बहुत बड़े बिजनेसमैन का पैसा तय करता है...
दास - वह लोग... कोई और तरकीब क्यूँ नहीं भिड़ा रहे हैं... हमला करने के पीछे मकसद क्या है...
विश्व - जिनको बचाने के लिए... पुरा सिस्टम लगा हुआ है... जाहिर सी बात है... उनके पास उतना बड़ा(अपनी दोनों हाथ को फैलाते हुए) कंसाइनमेंट होगा... इतना बड़ा की हमारी सोच वहाँ तक नहीं पहुँच सकती...
दास - अगर मकसद यही है... तो... हमे क्यूँ उलझा रहे हैं...
विश्व - ताकि यह खबर छपे... भुवनेश्वर सेंट्रल जैल में... दंगा हुआ... मौके का फायदा उठा कर... आतंकवादीयों को उनके साथी भगा ले गए... और इतने पुलिस वाले मारे गए... आखिर जिनके दोस्त फंसे हुए हैं... आतंकवादी बन गए हैं... भगाने के लिए कोई सालिड रीजन भी तो चाहिए... मेरा मतलब यह है कि... हलाल के लिए कोई बकरा तो चाहिए... और वह बकरा इस वक़्त पुरा...जैल प्रशासन है...
दास - ओह माय गॉड... (दास वहाँ से उठता है और वहाँ पर रखे फिल्टर से पानी पीने लगता है) वैसे विश्व... बाहर से हथियार बंद घुसने की कोशिश करेंगे... तो मारे जाएंगे...
विश्व - हाँ... वह तो है... पर अगर... एक ही समय पर... अंदर कोई दंगा हुआ... और उसी समय पर बाहर से हमला हुआ... तब दोनों के बीच... पुलिस वाले पीस जाएंगे...
दास - उनको अंदर कैसे हेल्प मिलेगा....
विश्व - दो बातेँ हो सकती हैं... पहली बात यह है कि... अगर जैल का कोई स्टाफ उनसे मिल जाए...
दास - और दुसरी बात...
विश्व - दुसरी बात... अब इन दस या पंद्रह दिनों में... कुछ कैदी आएंगे...जो पहले भी इस जैल में आ चुके होंगे... कुछ ऐसे कैदियों को दंगा करने के लिए ही भेजा जाएगा... जो बहुत ही प्रोफेशनल होंगे...
दास - विश्व... मुझे सुपरिटेंडेंट सर ने... स्ट्रिक्टली मना किया था... तुमसे कुछ भी कहने के लिए... उनका मानना है कि... यह लड़ाई कानून के नुमाइंदे और मुज़रिमों के बीच है... किसी आम लोगों से मदत ना लेने से मना कर दिया... अब मैं तुम्हारे सारे लॉजिक मान रहा हूँ... हो सकता है कि... हमारे स्टाफ में से कोई उनसे मिला हो... मैं... कोई रिस्क लेना नहीं चाहता... क्या तुम मेरी मदत करोगे....
विश्व - एक शर्त पर...
दास - कहो... मैं पुरी करने के लिए... जान लगा दूँगा...
विश्व - नहीं... जान नहीं... जुबान दीजिए... मेरा नाम कहीं पर भी नहीं आना चाहिए...
दास - यह क्या कह रहे हो.... अगर कामयाबी मिली तो तुम्हारा सजा माफ हो सकता है... तुम्हें आजाद कर दिया जाएगा... और तुम्हारा नाम सीक्रेट रखा जाएगा...
विश्व - ना... अदालत में... यह सजा मैंने खुद मांगा है... दास बाबु... इसे तो मैं पुरा करके ही जाऊँगा... आप बस अपना जुबान दीजिए...
दास - ठीक है दिया...
विश्व - हम अभी से जो भी करेंगे... सिर्फ़ हम दोनों ही करेंगे... किसी तीसरे को भनक भी नहीं लगनी चाहिए...
दास - ओके... तो अब बताओ... हमला कब हो सकता है... एनी आइडिया...
विश्व - (एक पेपर निकालता है और दास के सामने रखते हुए) इसी महीने की सत्ताइस तारीख को...

दास देखता है वह राज्य सरकार की सरकारी विज्ञापन है जिसमें आने वाले सत्ताईस तारीख़ को सी आर पी ग्राउंड में वाइब्रेंट ओड़िशा का एग्जिबिशन लगने वाला है l उस दिन देश विदेश से बहुत जाने माने बिजनेसमैन और इनवेस्टर अपनी अपनी स्टॉल लगायेंगे और रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होगा l उस एग्जिबिशन में मुख्यमंत्री जी के साथ साथ बहुत से मंत्री और इंडस्ट्रीयलीस्ट भी होंगे l

दास - (यह खबर पढ़ कर अपना सर पकड़ लेता है) ओह माय गॉड... उस दिन भुवनेश्वर में.. वीआईपी और वीवीआईपीयों का जमावड़ा रहेगा... जाहिर सी बात है... उनके सिक्युरिटी के लिए पुलिस और ओएसएपी बटालियन वहीँ पर होंगे...
विश्व - बिल्कुल...
दास - हमे शायद ही सपोर्ट मिल सकेगा...
विश्व - सपोर्ट मिलने के लिए... उनके पास खबर भी तो पहुंचनी चाहिए...
दास - क्या... क्या मतलब है...
विश्व - क्या लगता है आपको... वह हमला करेंगे... और चाहेंगे कि आप... मदत के लिए किसीको बुला पाएं...
दास - मतलब... वह लोग हमारे सारे कम्युनिकेशन को तोड़ देंगे... कैसे...
विश्व - यह आप... मुझसे पूछ रहे हैं...
दास - वह लोग लैंडलाइन काट देंगे... जैमर से सिग्नल ज़ाम कर देंगे... इससे मोबाइल फोन काम नहीं करेगा... और वीएचएफ भी काम नहीं करेगा...
विश्व - हाँ...
दास - हे.. भगवान... अब हम क्या करें... अगर हम एक दुसरे से... कम्युनिकेट नहीं कर पाए तो...
विश्व - पुराने तकनीक इस्तेमाल कीजिए... इंटरकॉम हर किसी के पास पहुँचा दीजिए...
दास - उसमें सिर्फ अलर्ट कर सकते हैं... पर कॉमबैट के समय... वीएचएफ मददगार होता है.... (तभी अचानक उसके दिमाग की बत्ती जलती है) एक मिनट... एक मिनट... जैमर से वह लोग हाई फ्रीक्वेंसी को जैम कर सकते हैं... पर लो फ्रीक्वेंसी.... वह भी... फाइव टू थर्टी मेगा हज बैंड वीड्थ में... कम्युनिकेशन किया जा सकता है...
विश्व - यह टेक्नीकल बातेँ आप ही जानों... हाँ अगर आप मुझे लाइव प्रसारण करा सकें तो मेहरबानी होगी...
दास - कोई बात नहीं... मैं उपलब्ध करा दूँगा... तुम्हें दो वायर लैस... मेरा मतलब है... दो वॉकी टॉकी दूँगा...
विश्व - ठीक है...
दास - बस एक बात का अफसोस रहेगा कि... बगैर कम्युनिकेशन के ना हम एम्बुलेंस बुला सकते हैं... ना ही फायर ब्रिगेड... कैजुअलटी हुई तो बहुत होगा...
विश्व - आप कम्युनिकेशन करें या ना करें... एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड यहाँ पर होंगी जरूर...
दास - वह कैसे... (अचानक दास की आँखे फैल जाती है) ओह माय गॉड... इसका मतलब वह लोग... एम्बुलेंस से भागेंगे और उनको बचाने वाले फायर ब्रिगेड में...
विश्व - (कुछ नहीं कहता, सिर्फ मुस्करा देता है)
दास - इसका मतलब... एक वैल ऑर्गनाइज्ड क्राइम होगा... पुरे सेटअप के साथ...
विश्व - यह ध्यान रखिए... जो कैदी यहाँ कुछ दिनों में आने वाले हैं... वह लोग पहले भी आ चुके होंगे... जो जैल के हर चप्पे-चप्पे से वाकिफ़ होंगे... बाहर से जहां तक मुझे अंदेशा है... वह लोग वीएचएफ स्टेशन वाली दीवार को तोड़ कर घुसेंगे... क्यूंकि वह स्पेशल बैरक और मैन रोड़ के पास है... भागने में आसानी होगी...
दास - ह्म्म्म्म...
विश्व - और एक बात... बहुत ही खास और जरूरी बात... आपके आर्म्स एम्युनीशन रूम से सब निकाल कर दुसरी जगह शिफ्ट करा दीजिए... जो आपको और भरोसे के लायक लोगों को छोड़ किसी को भी मालुम ना हो... और एक खास बात...

विश्व दास समझाने लगता है l सब समझने के बाद दास और विश्व दोनों हाथ मिलाते हैं l

देर शाम का वक्त
तापस अपनी ड्रॉइंग रूम में दास और सतपती का इंतजार कर रहा है l कॉलिंग बेल बजती है

तापस - कॉम इन... दरवाज़ा खुला छोड़ा है... तुम्हारे लिए... आ जाओ...

दास और सतपती दोनों अंदर आते हैं l दोनों को तापस बैठने को इशारा करता है l दोनों बैठ जाते हैं, तापस बेड रूम की जाता है और धीरे से दरवाजा बंद कर वापस ड्रॉइंग रुम में आता है l

सतपती - सर... मैम...
तापस - डोंट वरी.. नींद की गोली दे कर सुला दिया है... सो.. लीव इट... अब बोलो... कोई वर्क आउट किया है... तुम लोगों ने...
सतपती - सर.. ऑनेस्टली स्पीकिंग... जब आपने कहा कि... हमे फंसाया जा रहा है... तब से फैंट था... दिमाग आउट था... सारी वर्क आउट दास ने किया है... और बहुत ही बढ़िया किया है सर...
तापस - हूँ.. दास... आई नो... ऐसा तुम्हीं कर सकते थे... अब बोलो क्या ढूँढा और क्या पाया...
दास - सर... सर आपके कहने पर मैंने... खोज बिन शुरू किया... और जो सामने आया... या आने वाला है... वह मैं बताने जा रहा हूँ...

कह कर विश्व ने जो आशंका और संभावना बताया था पुरा का पुरा व्याख्यान कर देता है l साथ में लाए वह पेपर दिखा देता है l जब तापस को इस में चेट्टी बाप बेटों की होने की बात पता चलता है, उसके आँखों में खुन उतर आता है l जबड़े भिंच जाते हैं l दास को इस बात का एहसास हो जाता है l वह चुप हो जाता है l थोड़ी देर बाद तापस को एहसास होता है कि वह पर्सनल हो गया है तब

तापस - स.. सॉरी... मैं थोड़ा... नहीं थोड़ा नहीं बहुत बहुत... पर्सनल हो गया... सॉरी... दास... गुड... वेरी गुड... वह लोग कब अटैक करेंगे कैसे करेंगे... हमारे पास पर्याप्त इंफॉर्मेशन है... हम कैसे रिटेलीयट करेंगे... कोई प्लान है या हम बनाएं...
दास - सर प्लान है... और आई थिंक... फूल प्रूफ...
तापस - मुझे मालुम था... तुम्हारे पास कुछ ना कुछ प्लान होगा... नहीं भी होता तो तुम बना लोगे... कॉम ऑन एक्सप्लैन...
दास - सर क्यूंकि हमे टाइम पता है... इसलिए अब जो भी कैदी... सत्ताइस तारीख के अंदर आयेंगे.... हम उन्हें... बैरक नंबर वन पर रखेंगे...
तापस - हूँ... ठीक है.... फिर...
दास - किसको कानो कान खबर ना हो... ऐसे हम एम्युनिशन रूम को बदल देंगे..., हम विएचएफ में थोड़ा बदलाव करेंगे कम्युनिकेशन के लिए....
तापस - हूँ... और अपने लोगों में से किसको... और कैसे तैयार करेंगे...
दास - सर उस रात के लिए... हम अपने तीस खास लोगों को चुनेंगे... रात की मॉकड्रील के नाम पर... हमारे दस वाच टॉवर हैं... हर एक टॉवर पर दो गार्ड्स डिप्लॉय करेंगे... हर एक टॉवर पर... एक एक सर्च लाइट है... हम और एक बढ़ा देंगे...
तापस - हूँ... यह हो गए बीस... और दसों को...
दास - सर हम पांच बंकर बनाएंगे... एक पावर हाउस के पास... दुसरा मैन ऑफिस के पास... तीसरा बैरक नंबर दो और तीन के पास... चौथा स्पेशल बैरक के पास... और पांचवां... विएचएफ ऑफिस के पास....
तापस - यह सब ठीक है... यह दो और तीन नंबर बैरक के पास क्यूँ...
दास - एक्शन डे के दिन... हम सारे क़ैदियों को... दो और तीन नंबर बैरक पर भेज देंगे... ताकि उनको आड़ लेकर... कोई उन्हें ह्यूमन शील्ड ना बना दें...
तापस - वेरी गुड... अब एक्शन डे के दिन... क्या करेंगे और क्या हो सकता है... ब्रीफ करो...
दास - सर... अटैक शाम को डिनर के वक्त होगा... इसलिए... उस दिन डिनर सबको जल्दी करा देंगे... पर एक नंबर के बैरक वालों को रूटीन टाइम पर ही कराएंगे... इसलिए एक्शन के बीच कोई आम कैदी नहीं आएगा... उसके बाद उनको सिग्नल भेजा जाएगा... हम उनकी मदत करेंगे... जब जैमर से सिग्नल जाम करेंगे... सर वह लोग पावर काट कर... ब्लैक आउट करने की कोशिश करेंगे... इसलिए हम पावर हाउस को... 24/7 जनरेटर से जोड़े रखेंगे... सर उनकी कामयाबी के लिए अंधेरा चाहिए... हमें रौशनी बनाए रखना है... पावर कट के बाद सबसे बड़ा हमला... पावर स्टेशन पर ही होगा... हम सभी सर्च लाइट को फंक्शन में लेंगे... फ़िर जब वह लोग अंदर आयेंगे... हम उनका स्वागत... गोलियों से करेंगे...
तापस - ह्म्म्म्म... ठीक है... तो अब यह एनश्योर करो... हमारे सबके पास बुलेट प्रूफ भेस्ट, बुलेट प्रूफ थाई पैड और बुलेट प्रूफ आर्म पैड हो... राजनीति वालों से लेकर सिस्टम वालों तक... हमे कम कर आंका है... लेट अस प्रुव देम रॉंग.. एंड टीच दोज बास्टर्डस् अ लेशन... वीथ जीरो कैजुअल्टी....

दोनों - यस सर

एक्शन डे
शाम को दास चुपके से विश्व के पास आता है l विश्व अपने सेल में ध्यान की मुद्रा में बैठा हुआ है l

दास - विश्व... ऐ.. विश्वा..
विश्व - (अपनी आँखे खोलता है) हूँ... कहिए... दास बाबु...
दास - (अपनी भेस्ट से दो वॉकी टॉकी निकाल कर विश्व को देता है) यह लो... देखो इसमे (एक वॉकी टॉकी को दिखाते हुए) तीन नंबर चैनल पर तुम हम सबकी बातें सुन पाओगे... और इसमे (दुसरा वॉकी टॉकी दिखाते हुए) सात नंबर पर... मैं तुम्हारे साथ कॉन्टैक्ट में रहूंगा...
विश्व - (दोनों वॉकी टॉकी ले लेता है) ह्म्म्म्म... जहाँ मेरी ज़रूरत पड़ेगी.... बेझिझक बोल दीजिएगा...
दास - ज़रूर... और.. थैंक्यू वेरी मच...

इतना कह कर दास वहाँ से चला जाता है l प्लान के मुताबिक पहले ही सारे पुराने कैदियों को दो और तीन नंबर बैरक पर शिफ़्ट कर दिया गया था l जो नए कैदी आए थे उन्हें एक नंबर के बैरक में ठहराया गया था l पहले पुराने कैदियों का बगैर हुटर के डिनर खतम करवा दिया गया और उन सबको दो और तीन नंबर बैरक में भेज दिया गया l नए कैदीयों के लिए डिनर का हुटर बजाया गया, विश्व के अनुमान हिसाब से यही हुटर ही उनके लिए सिग्नल का पहला पड़ाव था l वे लोग बैरक से निकल कर डायनिंग हॉल में आ कर थाली के लिए लाइन में खड़े होते हैं l तभी वहाँ के माइक पर तापस की आवाज़ गूँजती है
तापस - शुभ संध्या दोस्तों.... आज आपके आतिथेय के लिए यहाँ पर... बुफे का इंतजाम किया गया है... इसलिए डिनर का आनंद लें और अपने बैरक में जा कर विश्राम लें....

सभी नए कैदी देखते हैं थाली और खाना सजा हुआ है l नए क़ैदियों के लीडर समझ जाता है कि उनका प्लान लीक हो गया है l वह तुरंत अपने जेब से मोबाइल निकाल कर किसीसे बात करता है l सीसीटीवी पर यह दास को दिखता है l वह तुरंत वायर लैस से तापस को कहता है l और फ़िर विश्व को भी बताता है l
वह लीडर अपनी इंफॉर्मेशन पास करने के बाद सारे कैदियों को कहता है

-भाई लोग... हमें यह लोग चुतिआ बना दिए हैं... पर हमको अपना काम करना ही है... एक काम करो... हर एक तुममें से एक थाली और एक ग्लास लो... दोनों थाली और ग्लास बजाते हुए.... नारा देते हुए... बाहर राउंड मारेंगे... वह भी जैलर को गाली देते देते... चलो सब...

वह सारे कैदी वही करते हैं l हर एक कैदी के हाथों में एक थाली और एक ग्लास लेकर बजाते हुए डायनिंग हॉल से निकल कर बाहर ग्राउंड में आ जाते हैं l नारा लगाते हुए ग्राउंड की चक्कर लगाना शुरू करते हैं l उनमें से कुछ कैदियों के हाथ में ड्राई आइस वाला फायर एस्टींगुइशर भी होता है l
सीसीटीवी में यह देख कर दास के मुहँ से अपने आप निकल जाता है l
"वाह विश्व... क्या अनुमान लगाया था तुमने... बिल्कुल वैसा ही हुआ"
दास - (वॉकी टॉकी पर) बॉयज... क्लोज द हॉल... लीव द स्पॉट एंड टेक योर पोजिशन...

यह मैसेज उन गार्ड्स के लिए था l जिनको डायनिंग हॉल के किचन में छुपाया गया था के कहीं हॉल में ही वह कैदी आपस में मार पीट शुरू कर ना दें l चूँकि वह कैदी अब हॉल से बाहर थे l डायनिंग हॉल को अंदर से बंद कर किचन की एक्झस्ट फैन को निकाल कर उसी रास्ते से तीन गार्ड्स बाहर चले जाते हैं l

उधर जैसे ही वह सारे कैदी स्पेशल सेल वाली बैरक के पास पहुंचते हैं उनका लीडर फिर से फोन लगाता है l उसके फोन बंद करने के तुरंत बाद ही जैल के बाहर एक गाड़ी बड़ी स्पीड से पहुंचती है और एक बड़ा सा बैग को एक आदमी उठा कर अंदर फेंक देता है l तभी जैल और आसपास ब्लैकआउट हो जाता है l
कुछ कैदी वहीँ स्पेशल सेल के पास रुक कर थाली और ग्लास पीटते रहते हैं और कुछ कैदी बाग कर उस बैग के पास पहुँचते हैं l तभी जनरेटर चालू हो जाता है और लाइट्स वापस आ जाता है l पर तब तक कुछ कैदी उस बैग तक पहुँच कर बैग उठा लेते हैं और एक पेड़ के ओट में चले जाते हैं l उस बैग से उन लोगों को माउजर, पिस्टल, गोलियां कैट्रीज और कुछ बम मिल जाते हैं l वह लोग भी फुर्ती दिखाते हुए बम फेंकने लगते हैं जिससे हर तरफ धुआँ धुआँ हो जाता है l

दास - ओह शीट.. (तापस को वायर लैस पर) उन लोगों को स्मोक बम मिल गया है... और उन्हों ने इस्तमाल भी कर दिया है...
तापस - डोंट बी पैनिक... सर्च लाइट से हर एक पर नजर रखने की कोशिश करो... ध्यान रहे... गोली चलाने की नौबत आने पर ही गोली चलानी है...
दास - ओके सर... (वायर लैस पर) ऑल सर्च लाइट स्पॉट ऑन देम...

सारी सर्च लाइट उन लोगों पर फोकस हो जाती है l पर कुछ कैदी अपनी एक्टिविटी को स्मोक बम के धुएँ के आड़ में अपनी अपनी हाइडिंग पॉइंट बना लेते हैं और सर्च लाइट की ओर गोलियाँ चलाने लगते हैं l कुछ कैदी एम्युनीशन रूम की ओर जाते हैं और कामयाब भी हो जाते हैं l पर कुछ देर बाद उन्हें यह भी मालुम हो जाता है कि एम्युनीशन रूम खाली है l उन्हें यह भनक लगते ही वह कैदी धुएँ के आड़ लेकर वापस डायनिंग हॉल की तरफ भागते हैं l यह देख कर दास को कुछ शक़ होता है I

दास - विश्व.. विश्वा..
विश्व - जी दास बाबु...
दास - एक गड़बड़ है...
विश्व - क्या...
दास - इनमें से कुछ लोग हमें एनगैज कर रखा है... और कुछ लोग डायनिंग हॉल के तरफ जा रहे हैं... यह वही हैं... जो एम्युनीशन रूम पर कब्जा कर लिया था...
विश्व - आपने डायनिंग हॉल बंद करवा दिया है ना...
दास - हाँ... पर अगर वह लोग दरवाजा तोड़ कर अंदर घुसे... तो गड़बड़ हो जाएगी...
विश्व - क्या गड़बड़... कहीं...
दास - हाँ.. हाँ... बिल्कुल... तुमने सही अंदाजा लगाया है... वह लोग गैस सिलिंडर को अपने कब्जे में लेकर... दो या तीन नंबर बैरक के कैदियों को हॉस्टेज फिर ह्यूमन शील्ड बना सकते... तुम कुछ कर सकते हो...
विश्व - मैं क्या कर सकता हूँ... मैं तो यहाँ पर बंद हूँ...
दास - नहीं... मैंने तुम्हारे सेल का दरवाजा खुला रख छोड़ा है...
विश्व - ठीक है... पर मैं जाऊँ कैसे...
दास - एक काम करो... तुम अपने सेल से निकल कर दो नंबर बैरक के कॉमन टॉयलेट पर पहुँचो... उस टॉयलेट में पीछे के तरफ एक्जिट डोर है... वहाँ से निकल कर दाएँ कुछ दूर जाओगे तो तुम डायनिंग हॉल के किचन के पीछे पहुँच जाओगे...अंधेरा होगा वहाँ पर... पर आई थिंक तुम्हारे आँखों को अंधेरे की आदत हो जाएगी... एक्झस्ट फैन नहीं होगा... देखना... उसी रास्ते से अंदर जाओ और किचन को अच्छी तरह से अंदर से बंद कर देना... मैं दो गार्ड्स को लेकर वहाँ पर पहुँच जाऊँगा... तब तक शायद उनकी गोलियाँ भी खतम हो जाए... हम आकर उन्हें दबोच लेंगे... बस तुम किसी तरह से वहाँ पहुँच जाओ...
विश्व - हाँ मैं पहुँच गया...
दास - व्हाट... तत्.. तुम पहुँच गए... यार तुम आदमी हो के भूत.. मैं तो तुम्हें रास्ता बता रहा था...
विश्व - वह सब छोड़िए... वाकई यह लोग दरवाज़ा तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं...
दास - हाँ... तुम बस किचन की डोर को बंद कर निकल जाओ... मैं वहाँ पहुँचने की कोशिश करता हूँ...
विश्व - ठीक है... जब तक आप यहाँ नहीं पहुँचते... यह लोग किचन तक नहीं पहुँचेंगे..
दास - देखो विश्व.. वह लोग हथियार बंद हैं... तुम उनसे एनगैज्ड मत हो जाना...
विश्व - नहीं...

विश्व वायर लैस को किचन के स्टोव के पास रख देता है l फ़िर वह वॉशरुम जा कर सारे टाप खोल देता है l फ़िर एक नजर दरवाजे पर डालता है और हॉल में लगे बिग साइज वाटर प्यूरीफायर के इनपल्स लाइन को तोड़ देता है l इससे पुरे हॉल के फर्श पर पानी फैल ने लगता है I विश्व फिर दुसरी तरफ खिड़की के पास जा कर पर्दे खिंच कर निकाल देता है और उन पर्दों को दरवाजे के पास फ़र्श पर डाल कर वहीँ बैठ जाता है l

उधर कैदियों ने ड्राई आइस वाला एस्टींगुइशर इस्तमाल करके स्पेशल सेल की ताला तोड़ देते हैं l सीसीटीवी पर यह देखते ही दास विश्व को कॉन्टेक्ट करने की कोशिश करता है पर कर नहीं पाता l उसी वक़्त दास को तापस वायर लैस से कहता है

तापस - दास..
दास - यस सर...
तापस - तुम और दो गार्ड्स के साथ... स्पेशल सेल के पास एनगैज रखो...
दास - पर सर...
तापस - डोंट वरी... फ़िलहाल के लिए.. बाहर से अभी भी कोई एक्टिविटी नहीं... एंड गार्ड्स छह-सात ओर नौ नंबर सर्च टॉवर से डायनिंग हॉल को एनगैज रखो... और सतपती कुछ भी हो... पावर हाउस तक वह लोग पहुँचने नहीं चाहिए...
दास और सतपती - यस सर...

दास कुछ गार्ड्स को लेकर ऑफिस वाले बंकर तक पहुँच कर स्पेशल सेल के पास छुपे कैदीयों पर फायरिंग शुरू करता है l चूँकि जानकारी और तैयारी पहले से ही थी इसलिए तापस और उनके ग्रुप्स को जबरदस्त एडवांटेज मिल चुका था l कैदियों के तरफ से कैजुअलटी बढ़ रहा था l
तभी तापस देखता है बाहर के कैमरे एक एक करके बंद होने लगते हैं l तापस समझ जाता है अब बाहर से हमला होने वाला है l

तापस - बंकर नंबर पाँच..
- यस सर
तापस - तुम दोनों.. बंकर नंबर दो पर पहुँचो... और दास की मदत करो...
- यस सर...
तापस - बंकर नंबर तीन..
- यस सर...
तापस - क्या पोजीशन है...
- सर उनका.. टू कैजुअलटी... हमारे साइड जीरो... प्रॉब्लम यह है कि... वह स्मोक वाल और पिलर्स के गार्ड में हैं... सर वॉच टॉवर अगर कवर फायर करे तो हम हम वहाँ पहुँच सकते हैं...
तापस - नहीं... कुछ भी हो... तुम लोग अपनी पोजिशन नहीं छोड़ोगे...
- ओके सर...

तापस अपना एसएलआर उठाता है और ऑफिस के अंदर से पोजीशन लेता है l कुछ देर बाद वीएचएफ के बगल वाली दीवार पर एक ज़ोरदार धमाका होता है और पुरा का पुरा दीवार ढह जाता है l सबकी ध्यान उस तरफ जाता है l तभी उसी टूटी हुई दीवार से एक फायर ब्रिगेड की गाड़ी तेजी से घुसती है और अंदर आते आते गाड़ी से एक ग्रैनेड़ पावर स्टेशन के पास हीट करता है l एक और धमाका होता है l

तापस - सतपती... आर यु ओके...
सतपती - यस सर... नथींग टू वरी... जनरेटर हिट बाहर हुआ है... वह लोग चूक गए...
तापस - थैंक् गॉड...

वह फायर ब्रिगेड की गाड़ी जाकर डायनिंग हॉल के पास रुकती है सभी वॉच टॉवर से उस फायर ब्रिगेड गाड़ी पर फायरिंग होने लगती है l

तापस - (वायर लैस पर) रुक जाओ सभी... यह एक डाइवर्जन... है... सब अपने अपने पोजिशन पर डटे रहो...
बंकर नं तीन -(तापस से) सर वह गाड़ी ने पुरी तरह से... डायनिंग हॉल की एंट्रेंस को गार्ड कर लिया है...
तापस - देन मेक मि शोर... कोई वहाँ से निकल ना पाए....
- ओके सर...
दास - (सात नंबर चैनल पर) विश्व... आर यु देयर... अगर हो तो बहुत बड़े खतरे में हो... (विश्व से कोई जवाब नहीं मिलता है) ओ.. ह.. डैम...

फायर ब्रिगेड की गाड़ी से पाँच आदमी उतर कर वहाँ के कैदियों को जॉइन करते हैं और अब एंट्रेंस की दरवाज़े को तोड़ने की कोशिश करते हैं l थोड़ी कोशिश के बाद वह दरवाज़ा खुल जाता है l दस लोग डायनिंग हॉल के टूटे दरवाज़े से घुसने लगते हैं कि तभी आगे वाले दो आदमी फिसल कर गिरते हैं और इससे पहले कोई कुछ समझ पाता चाबुक की तरह गिले कपड़े की मार लगने लगती है जिसके वजह से चार आदमी दो तरफ गिर जाते हैं l
असल में विश्व दरवाजे के पास खिड़की से निकाले पर्दों को फर्श पर गिरा दिया था जिससे पर्दे गिले हो गए थे जैसे ही दरवाजा तोड़ कर वह लोग अंदर आए विश्व अचानक से उन गिले पर्दों को फर्श पर उठा कर खिंच लिया और जोर जोर से मोड़ कर चाबुक जैसे घुमाते हुए उन लोगों तक फेंकते हुए फटाक से अपने पास खिंच लेता है जिससे ठाय की आवाज़ के साथ मार चाबुक की तरह लगती है l छह लोग नीचे गिर जाते हैं और चार लोग पीछे हट कर पहले बाहर दीवार के पीछे हो जाते हैं l अंदर जब वह छह संभल कर उठते हैं विश्व अपने पांचो गुरू डैनी, वसंत, चित्त, हरीश और प्रणव को याद कर उन पर टुट पड़ता है l उनके साथ लड़ते हुए विश्व समझ जाता है वह लोग बहुत ट्रेन्ड हैं l इसलिए विश्व डैनी की कही बातों पर अमल करते हुए लड़ाई को जल्द खतम करने की कोशिश करता है l उनमें से तीन को पटक ने के बाद अचानक बाहर से उसपर गोली बरसने लगता है l विश्व फुर्ती से छलांग लगाता है और गिले फ़र्श पर फिसलते हुए किचन में घुस जाता है l किचन में हो रही गोलीबारी से दास समझ जाता है विश्व वहीँ पर है l दास ना तो अपना पोजीशन छोड़ सकता था और ना ही विश्व के पास पहुँच सकता था l वह सिर्फ़ भगवान से प्रार्थना कर रहा था l विश्व को कुछ ना हो l उधर डायनिंग हॉल में तीनों जो गिर गए थे वह उठ नहीं पाते हैं तो उन तीनों को वहीँ छोड़ कर वह सात किचन की की धीरे धीरे बढ़ने लगते हैं l चूँकि फर्श पानी पानी हो चुका था इसलिए उन लोगों के चलने से छ्प छ्प की आवाज़ आने लगती है l विश्व किचन में अपना नजर घुमाने लगता है तो उसे सात आठ सब्जी काटने वाले चाकू दिख जाते हैं l वह बिना आवाज किए उन चाकुओं को उठा लेता है और खुदको किचन स्टोव की ओट में छुपा लेता है l
अचानक उसे एक गन दिखता है l विश्व बिना देरी किए चाकू फेंकता है l अचूक निशाना, चाकू उस गनर के हाथ में लगता है तो उसके हाथ से छूट जाता है और वह गनर चिल्लाते हुए पीछे हट जाता है l तभी विश्व की छटी इंद्रिय उसे खतरे आभास करा देता है l विश्व अपने दाएं तरफ किचन के फर्श पर छलांग लगाता है और उसी वक़्त उन लोगों में से एक अंदर की ओर एसएलआर को फायर करते हुए किचन की फर्श पर छलांग लगाता है l दोनों एक दूसरे के विपरित दिशा में छलांग लगा चुके हैं और दोनों ने अपने हथियार चलाएं हैं l पर बाजी विश्व मार लेता है l उस आदमी को चाकू लग जाता है l चाकू लगने से उस आदमी की हाथ मुड़ जाती है और उसके गन की फायर से दरवाजे के पास खड़े चार लोगों को लग जाता है l जो दो लोग और बचे थे वह अपने कदम पीछे खिंचने लगते हैं l उनमें से एक चिल्लाने लगता है, बैक अप ... बैक अप...

दास बैक अप सुनते ही,इत्मीनान की साँस लेता है l तभी एक एंबुलेंस अंदर घुस जाती है और बैक करते हुए स्पेशल सेल के एंट्रेंस पर लगा देता है l अब तक पुलिस वालों को छोड़ अशरफ को छुड़ाने आए लोगों की कैजुअलटी बहुत हो चुकी है l अब कुछ ही लोग बचे हुए हैं l
तापस अब अपने ऑफिस से निकल कर बाहर झांकता है, उसे कोई और गाड़ी नहीं दिखती है l पर वह समझ जाता है l आस पास और भी गाडियाँ हो सकती है l इसलिए वह एक ख़तरनाक कदम उठाता है l तापस अंदर की तरफ खुलने वाली गेट को खोलता है और अपनी गाड़ी को स्टार्ट कर टूटी हुई दीवार को सटा कर गाड़ी को खड़ा कर देता है l कुछ फायरिंग तापस की ओर होने लगता है l तापस को ऐसे खुले आम गोलीबारी के बीच कार में फंसे देख कर सतपती से रहा नहीं जाता वह दो गार्ड्स को ऑफिस के हाइडींग पॉइंट पर भेज कर उनकी कवर फायरिंग के सहारा ले कर तापस को कवर फायर देते हुए तापस के पास पहुँच जाता है l तापस सतपती को देख कर बिदक जाता है l कार की ओट में आ जाते हैं

तापस - व्हाट इज़ दिस सतपती...
सतपती - सर आप ही ने कहा था... जीरो कैजुअलटी... फ़िर आपको ऐसे खुले में कैसे छोड़ सकता था...
तापस - पर... देखो क्या हो गया... तुमने पावर स्टेशन खाली छोड़ दिया...

तापस की बात पुरी भी नहीं हुई थी कि पावर स्टेशन पर एक ग्रैनेड गिरता है l बूम... पावर स्टेशन उड़ जाता है l हर तरफ अंधेरा हो जाता है l बाजी जो अभी तक तापस एंड ग्रुप के हाथ में था अब सरक कर अशरफ को बचाने वालों के हाथ आ गई l अंधेरा होते ही अशरफ और उसके साथी ऐंबुलेंस चढ़ जाते हैं गाड़ी जब उसी दीवार की तरफ जाती है तो सभी वॉच टॉवर से गोलियाँ बरसने लगती हैं, पर तब तक ऐंबुलेंस तापस की गाड़ी के पास पहुँच जाती है l ऐंबुलेंस की हेड लाइट में तापस उन लोगों को साफ दिखने लगता है I अशरफ निशाना लगा कर गोली चलाता है तापस जंप लगा कर एक कोने में गिर जाता है, ओर उसके हाथ से एसएलआर छूट जाता है l तभी एक पोर्टेबल माइक से

अशरफ - होल्ड योर फायर... अगर एक भी गोली चली... तुम्हारा जैलर गया... (हर ओर से फायरिंग रुक जाता है) वाह सुपरिटेंडेंट... मानना पड़ेगा... मेरी हर चाल को समझ जाता है तु... पर अल्लाह आज मुझ पर मेहरबान है... (फ़िर चिल्ला कर) जो जहां है... वहीँ रहे वरना... इस जैलर की बिना सिर वाली जिस्म छोड़ जाऊँगा... (गोली बारी रुक जाती है) मेरे साथियों... मेरे पास आओ... और मेरे साथ चलो...

सभी जो बच गए थे वे सभी ऐंबुलेंस के पास भागते हुए आते हैं l अशरफ सब पर नजर डालता है

अशरफ - बहुत से साथी हमारे... शहादत दिए हैं आज... अल्लाह उनको जन्नत से नवाजे... उनके शहादत के बदले... उनके लिये...... (तापस से) तेरा सिर तो बनता है जैलर...

तभी दास के वायर लैस पर हल्की सी आवाज आती है l चूंकि दास उनसे दूर था इसलिए अशरफ गैंग वाले सुन नहीं पाते l

दास - (धीरे से) वि.. विश्व..
विश्व - आप उसे बातों में उलझाए रखें... सिर्फ़ दो मिनट के लिए... और वॉच टॉवर से गोली ना चले यह देखिए...
दास - (धीरे से) ठीक है... (वायर लैस को अपने हाथ में लिए चिल्लाता है) अशरफ साहब... मैं आपसे कुछ बात करना चाहता हूँ...
अशरफ - अच्छा... आजा... पर अकेले... वरना...
दास - ठीक है...(दास अपनी वायर लैस से) कोई फायर नहीं करेगा... जब तक मैं ना कहूँ...
सभी जो वायर लैस से कनेक्टेड थे - ओके सर...

दास वहाँ पहुँचता है तो उसे भी गन पॉइंट पर ले लिया जाता है l दास देखता है चार लोग शायद ऐंबुलेंस से आये थे यह तीन कैदियों को बचाने वाले छह लोग थे दो लोग डायनिंग हॉल से दो लोग सब मिलाकर पंद्रह लोग l पर चूँकि उनके स्पॉट लाइट पर तापस आ गया, इसलिए बाजी पलट गया l पर उसे उम्मीद है क्यूंकि उनका सीक्रेट हथियार, जिसके बारे में यह लोग नहीं जानते l दास को कब्जे में लेते ही

अशरफ - वह क्या बात है... मार्केट में ऑफर में एक के साथ एक फ्री होता है... यहाँ तो दो दो फ्री मिल गए... (अपने लोगों से) इस कार को.. (तापस की गाड़ी को दिखाते हुए) यहाँ से हटाओ...

चार बंदे कार को धक्का मार कर हटाने की कोशिश करते हैं l और कुछ बंदे तापस, सतपती और दास को ज़बरदस्ती ऐंबुलेंस में बिठाने लगते हैं l तभी सट सट चाकू आकर उन लोगों को लगते हैं l जिन जिन को लगता है वह लोग दर्द के चिल्लाते हुए तापस, सतपती और दास को छोड़ देते हैं l तापस हैरान हो जाता है क्यूंकि वहाँ पर विश्व पहुँच चुका है l इससे अशरफ गैंग कुछ समझ पाते विश्व बिजली की फुर्ती से अशरफ पर फ्लाइंग किक मारता है l अशरफ गिर जाता है दो स्पिन किक दो साथी उसके गिर जाते हैं l इतने में दास उनसे एक एसएलआर हासिल कर देता है और उन चारों पर फायर कर देता है जो कार धकेल रहे थे l सतपती भी एक माउजर हासिल कर उन घायल बंदों पर हमला बोल देता है l उनमें से एक आदमी आकर अशरफ के पास गिरता है, अशरफ देखता है उसके कंधे पर एक चाकू धंसा हुआ है l अशरफ भी फुर्ती दिखाते हुए वह चाकू निकाल कर तापस की ओर छलांग लगा देता है l विश्व तापस को अपनी तरफ खिंच लेता है और अशरफ के सामने आ कर डॉज करता है पर इसबार विश्व थोड़ा लेट हो जाता है l उसके कंधे पर चाकू उतर जाता है l विश्व की भी चीख निकल जाता है l तापस अभी तक जो शॉक में था विश्व की चीख सुनते ही होश में आता है नीचे पड़े एक पिस्टल को उठा कर अशरफ को गोली मार देता है l दास और सतपती भी सब पर अपने हथियार का मुहँ खोल देते हैं l अब वहाँ पर रेस्क्यू गैंग वालों के सबकी लाशें बिछ जाती है l जैल में कैजुअलटी के नाम पर सिर्फ़ विश्व ज़ख्मी हो जाता है l सतपती टूटे हुए दीवार के पार एसएलआर से गोली बरसाने लगता है l बाहर जो भी गाडियाँ अंधेरे में पार्क थी, वह गाडियाँ और वहाँ पर नहीं रुकती, कुछ ही देर में जैल की बाहर सभी गाडियाँ गायब हो जाते हैं l तापस विश्व के पास आता है l विश्व अपने कंधे को पकड़ कर खड़ा हुआ है l एक नजर विश्व की ओर देखता है और एक नजर दास पर डालता है l दास अपना सिर झुका लेता है l

अगले दिन
कैपिटल हॉस्पिटल में
प्रतिभा बद हवास हो कर पहुँचती है l उसे दास मिलता है उसे वह तापस की बारे में पूछती है l दास उसे वार्ड नंबर बताता है l प्रतिभा भागते हुए उस वार्ड के बाहर पहुँचती है l बाहर ही उसे तापस सही सलामत मिल जाता है l प्रतिभा उसे देख कर गले से लग जाती है और फुट फुट कर रोने लगती है l

तापस - जान... रो मत... मैं ठीक हुँ...
प्रतिभा - (फुट फुट कर रोते हुए) आपको कुछ हो जाता तो...
तापस - हाँ हो सकता था... पर किसीने मेरे पर हमले को अपने ऊपर ले लिया... सच कहूँ तो... आज हम सब सही सलामत उसीके वजह से हैं...
प्रतिभा - (रोना रुक जाता है, सिसकते हुए) क.. क्या.. क.. क. कौन है... वह...
तापस - जा कर मिल लो... वह रहा (वार्ड की तरफ दिखाते हुए)

प्रतिभा के आँखों में आंसू तर रहे हैं I अपनी भीगी आँखों से बेड की तरफ देखती है l उसे आँसुओं के वजह से सब झीनी झीनी दिख रही है l उसे बेड पर प्रत्युष दिखता है l प्रतिभा के दिल में एक हूक सी उठती है l अपनी हाथों से आँखों को साफ करती है तो बेड पर एक अनजान सा चेहरा दिखता है पर उसे अपना लगता है l

प्रतिभा - क.. क..कौन हो तुम... क्या नाम है तुम्हारा...
विश्व - जी.. विश्व प्रताप...
प्रतिभा - प्रताप... (जोर से कहते हुए) प्रताप मेरे प्रताप... (विश्व को गले लगा लेती है)

तापस के द्वारा फ्लैशबैक समाप्त

खान - ओह... तो उसके प्रताप नाम से ही भाभी जी ने उसे अपना बेटा मान लिया....
प्रतिभा - (अंदर आते हुए) नहीं खान भाई साहब... प्रताप एक वजह तो है... पर उसे उस वक़्त देखते ही... मेरे अंदर की ममता... हिलोरे लेने लगी...(सोफ़े पर बैठते हुए) इसलिए वह मेरा बेटा बन गया... हक़ से... उसने मेरी माँग भी बचाया था...
खान - ओह... तो फिर आपने केस रिओपन क्यूँ नहीं करवाया...
प्रतिभा - मैंने करने की जिद की थी... पर उसे डर था... कहीं मेरी हालत... जयंत सर के जैसा ना हो जाए...
खान - ओह... क्या इसी लिए... वह लॉ कर रहा है...
प्रतिभा - हाँ....
खान - पर उसने आपको ही क्यूँ गुरु बनाया... मेरा मतलब...
तापस - हाँ यह बात मैंने भी पूछा था... जवाब में उसने कहा था... माँ से बढ़ कर कोई गुरु हो ही नहीं सकता... बस इतना कह कर मुझे लाज़वाब कर दिया.... बस यही कहानी है... विश्व की हमारी जीवन में... बस...
खान - बस इतना ही...
तापस - हाँ बस इतना ही...
खान - पता नहीं क्यूँ... पर मुझे लगता है... तुमने मुझे पुरी बात नहीं बताई...
तापस - क्यूँ... तुम्हें ऐसा क्यूँ लग रहा है...
खान - लग नहीं रहा... बल्कि मैं जानता हूँ... तुमने एक बात मुझे नहीं बताई....
तापस - (अपनी भवैं सिकुड़ कर) कौनसी बात....
खान - यही की (थोड़ा सस्पेंस बढ़ाते हुए) विश्वा ने जैल के भीतर.... (प्रतिभा की धड़कन बढ़ जाती है) यश वर्धन चेट्टी का खुन कर दिया था...
Nice and beautiful update.....
 
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Kala Nag

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Bahut hi badiya kahani h
बहुत बहुत धन्यबाद
आप इसी तरह मेरे साथ बने रहें
 
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